रतन टाटा के बाद नोएल टाटा बने टाटा ट्रस्ट के नए चेयरमैन: रिपोर्ट
नई दिल्ली। टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन के रूप में नोएल टाटा ने रतन टाटा की जगह ले ली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार सुबह टाटा ट्रस्ट्स के बोर्ड की बैठक में नोएल टाटा की नियुक्ति को मंजूरी दी गई।
नोएल टाटा, रतन टाटा के सौतेले भाई हैं और अब टाटा ट्रस्ट्स का नेतृत्व करेंगे। टाटा ट्रस्ट्स, टाटा सन्स की मालिकाना हक वाली परोपकारी संस्थाएं हैं, जो टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी है।
खबरों के मुताबिक, आज टाटा ट्रस्ट्स की एक शोक सभा आयोजित की गई, जिसके बाद बोर्ड ने नोएल टाटा को रतन टाटा का उत्तराधिकारी नियुक्त करने का फैसला लिया।
टाटा संस में 65.9% हिस्सेदारी टाटा ट्रस्ट्स के पास है, 12.87% हिस्सेदारी टाटा ग्रुप की कंपनियों के पास, जबकि 18.4% हिस्सा मिस्त्री परिवार के पास है।
जानें नोएल टाटा के बारे में-
दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले प्रमुख चेहरों में 67 वर्षीय नोएल टाटा अपने बेटे नेविल के साथ नजर आए। भारत के कई शीर्ष नेताओं और उद्योगपतियों ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी। रिटेल क्षेत्र में ट्रेंट जैसी बड़ी कंपनी की स्थापना करने वाले नोएल इस दौरान शांत और संयमित दिखे।
नोएल, रतन टाटा के सौतेले भाई हैं और उनके माता-पिता नवल और सिमोन टाटा हैं। उनकी पत्नी अलू मिस्त्री, पलोनजी मिस्त्री की बेटी और साइरस मिस्त्री की बहन हैं, जिनकी टाटा संस में 18.4% हिस्सेदारी है। नोएल के तीन बच्चे हैं – बेटा नेविल और बेटियां माया व लीआ।
नोएल टाटा ने टाटा समूह में शामिल होने के बाद जून 1999 में रिटेल कारोबार की बागडोर संभाली। साल 2014 में उन्हें पदोन्नत कर इस रिटेल कंपनी का चेयरमैन बनाया गया। वित्त वर्ष 1999 में टाटा समूह के इस रिटेल कारोबार की परिचालन आय 19.7 करोड़ रुपये थी। उस समय वेस्टसाइड ब्रांड इसका हिस्सा था, लेकिन आज ट्रेंट के पास वेस्टसाइड के साथ-साथ लाइफस्टाइल और किराना क्षेत्र के कई प्रमुख ब्रांड भी हैं, जिनमें स्टार बाजार, थोक कारोबार बुकर और सस्ता लाइफस्टाइल ब्रांड जूडियो शामिल हैं।
ट्रेंट ने दुनिया के दो प्रमुख फैशन ब्रांडों – जारा और मासिमो दुती – को भी भारतीय बाजार में पेश किया। पिछले वित्त वर्ष में ट्रेंट की आय 12,669 करोड़ रुपये रही। पहले इसे लैक्मे के नाम से जाना जाता था, जिसे नोएल टाटा की मां सिमोन टाटा ने स्थापित किया था। बीएसई पर गुरुवार को ट्रेंट का बाजार पूंजीकरण 2.86 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि बुधवार को यह 2,95,704 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था।
नोएल टाटा ने 2010 से 2021 तक टाटा इंटरनैशनल में काम किया, जो चमड़े के सामान, खनिज और धातुओं का निर्यात करने वाली कंपनी है। अभी वे टाटा समूह की दो कंपनियों – वोल्टास और टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन के चेयरमैन हैं। 2019 में नोएल सर रतन टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी बने और 2022 में सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में शामिल हुए। मई 2023 में उनके तीन बच्चे – लीआ, नेविल और माया – टाटा ट्रस्ट्स की 5 परोपकारी संस्थाओं के बोर्ड में शामिल किए गए। टाटा ट्रस्ट्स टाटा समूह के 150 अरब डॉलर के कारोबार की देखरेख करता है।
9 अक्टूबर को हुआ रतन टाटा का निधन
रतन टाटा, जो भारतीय व्यवसाय जगत की एक महत्वपूर्ण शख्सियत थे, का 9 अक्टूबर को 86 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह टाटा सन्स के चेयरमैन एमेरिटस और टाटा ट्रस्ट्स के प्रमुख थे। उन्हें सेहत बिगड़ने के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रतन टाटा के निधन से टाटा समूह के परोपकारी कार्यों में एक महत्वपूर्ण नेतृत्व का खालीपन आ गया है, जिसे अब नोएल टाटा भरने जा रहे हैं।
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