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- नई दिल्ली। श्रीलंका में चल रहे महिला एशिया कप 2024 में रोजाना कई रोमांचक मैच खेले जा रहे हैं। आज इस टूर्नामेंट का पहला सेमीफाइनल मुकाबला भारतीय राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम और बांग्लादेश राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम के बीच खेला गया। दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला दांबुला में खेला गया। . इस मुकाबले में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को दस विकेट विकेट से हरा दिया हैं.। इस शानदार जीत के बाद टीम इंडिया महिला एशिया कप 2024 के फाइनल में पहुंच गई हैं ।इस मैच के दौरान जहां पहले रेणुका सिंह ठाकुर और राधा यादव ने शानदार की गेंदबाजी की, वहीं जब टीम इंडिया की बल्लेबाजी आई तो स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा ने बेहतरीन बल्लेबाजी कर टीम को जीत दिला दी.। इस मुकाबले में टीम इंडिया उपकप्तान स्मृति मंधाना ने एक नया कीर्तिमान भी बना दिया है.। स्मृति मंधाना ने अपनी कप्तान हरमनप्रीत कौर का रिकॉर्ड तोड़ दिया हैं.।टी20 इंटरनेशनल में टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाजी बनी स्मृति मंधानाबता दें कि टीम इंडिया की तरफ से टी20 इंटरनेशनल मुकाबलों में अब तक सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में हरमप्रीत कौर पहले पायदान पर थीं, लेकिन अब स्मृति मंधाना नंबर वन की कुर्सी पर काबिज हो गई हैं.। हालांकि इन दोनों दिग्गज बल्लेबाज के बीच रनों का अंतर ज्यादा नहीं है, यानी कभी भी कौर फिर से नंबर एक बन सकती हैं.। हरमनप्रीत कौर ने अभी तक टीम इंडिया के लिए 172 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं.। इस दौरान हरमनप्रीत कौर ने 3415 रन बनाए हैं.। हरमनप्रीत कौर ने एक शतक और 12 अर्धशतक लगाने में कायमाबी हासिल की है.।टी20 इंटरनेशनल में स्मृति मंधाना ने पूरे किए 3433 रनटीम इंडिया की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने अब तक 140 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं.। इस दौरान स्मृति मंधाना के बल्ले से 3433 रन निकले हैं. टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में स्मृति मंधानाने एक भी शतक नहीं लगाया है, लेकिन 25 अर्धशतक स्मृति मंधाना के नाम दर्ज हैं.।बांग्लादेश की कप्तान निगार सुल्ताना ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया.। टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश की टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में आठ विकेट खोकर महज 80 रन बनाई.। बांग्लादेश की टीम की तरफ से निगार सुल्ताना ने सबसे ज्यादा 32 रनों की पारी खेली. । टीम इंडिया की ओर से राधा यादव और रेणुका ठाकुर सिंह ने सबसे ज्यादा तीन-तीन विकेट अपने नाम की.। लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया ने महज 11 ओवर में बिना विकेट गवाएं लक्ष्य को हासिल कर लिया।. टीम इंडिया की तरफ से सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने सबसे ज्यादा नाबाद रन बनाए. ।महिला एशिया कप 2024 का फाइनल मुकाबला रविवार को टीम इंडिया और दूसरे सेमीफाइनल (पाकिस्तान राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम बनाम श्रीलंका राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम) की विजेता टीम के बीच खेला जाएगा.।
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गुवाहाटी. दूसरी हॉकी इंडिया सब जूनियर पूर्वी क्षेत्र चैम्पियनशिप में दूसरे दिन महिला वर्ग में ओडिशा और मणिपुर जीते जबकि पुरूष वर्ग में झारखंड और ओडिशा ने जीत दर्ज की । मौलाना मुहम्मद तैयबुल्लाह हॉकी स्टेडियम पर खेले गए मैच में महिला वर्ग में ओडिशा हॉकी संघ ने हॉकी बिहार को 7 . 0 से हराया । वहीं दूसरे मैच में मणिपुर हॉकी ने हॉकी मिजोरम को 4 . 2 से मात दी । पुरूष वर्ग में मणिपुर हॉकी ने हॉकी बंगाल को 6 . 0 से हराया । वहीं दूसरे मैच में हॉकी झारखंड ने हॉकी बिहार को 9 . 0 से मात दी । ओडिशा हॉकी संघ ने एक अन्य मैच में असम हॉकी को 19 . 1 से हराया ।
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पेरिस. सीन नदी पर पेरिस ओलपिक के अनूठे उद्घाटन समारोह के दौरान मौसम की गाज गिर सकती है क्योंकि मौसम विभाग ने शुक्रवार को बारिश का अनुमान जताया है । फ्रांस के मौसम विभाग मेटियो फ्रांस ने शुक्रवार की सुबह बारिश की भविष्यवाणी की है । दोपहर को मौसम साफ रहेगा लेकिन शाम को बारिश हो सकती है जिस समय उद्घाटन समारोह होना है । बारिश होने पर भी उद्घाटन समारोह निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होगा ।
आम तौर पर खिलाड़ी पारंपरिक रूप से स्टेडियम में मार्च करते हुए प्रवेश करते हैं लेकिन पेरिस ओलंपिक में 10500 खिलाड़ी 90 से अधिक नावों पर सवार होकर सीन नदी पर छह किलोमीटर की परेड करेंगे । इस दौरान सीन नदी के किनारे सैकड़ों की संख्या में दर्शक उनकी हौसलाअफजाई के लिये मौजूद रहेंगे । -
पेरिस अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी हरमीत देसाई का मानना है कि भारतीय पुरुष टीम के पास पेरिस ओलंपिक में किसी भी टीम को हराने का माद्दा है जिससे उसके पास सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का मौका है। पेरिस ओलंपिक शुक्रवार को उद्घाटन समारोह से शुक्रवार को शुरू होंगे। हरमीत ने ‘अल्टीमेट टेबल टेनिस' को दिये एक साक्षात्कार के दौरान कहा, ‘‘अगर हम किसी दिन लय में हैं तो मुझे लगता है कि हमारे पास किसी भी टीम को हराने का अच्छा मौका है। हम पहले भी दुनिया की शीर्ष टीम के खिलाफ जीत चुके हैं और इस बार संभव है कि हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। '' इस 31 साल के खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ओलंपिक में अगर हम तीनों सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें तो कुछ भी संभव है।'' हरमीत ने भारत को 2018 और 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
देसाई भारतीय पुरुष टीम में अचंता शरत कमल, मानव ठक्कर और जी साथियान के साथ हैं। वह व्यक्तिगत स्पर्धाओं में भी हिस्सा लेंगे। भारतीय पुरुष टीम शुरूआती दौर में चीन से भिड़ेगी जबकि महिला टीम रोमानिया के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेगी। व्यक्तिगत स्पर्धायें 27 जुलाई से चार अगस्त तक खेली जायेगी जबकि टीम स्पर्धायें पांच से 10 अगस्त तक होंगी। -
दाम्बुला. एशिया कप में शानदार प्रदर्शन के बावजूद सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने कहा कि भारत को बांग्लादेश के खिलाफ शुक्रवार को सेमीफाइनल से पहले खेल के हर विभाग में सुधार करना होगा । शेफाली ने तीन मैचों में 52 से अधिक की औसत से 158 रन बनाये हैं । भारत ने ग्रुप मैचों में पाकिस्तान को सात विकेट से , यूएई को 78 रन से और नेपाल को 82 रन से हराया ।
शेफाली ने सेमीफाइनल से पहले कहा ,‘‘ यह अच्छा अहसास है कि हम सारे मैच जीत रहे हैं और एक टीम के रूप में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं । सेमीफाइनल काफी महत्वपूर्ण है । हम कड़ा अभ्यास कर रहे हैं और उम्मीद है कि रणनीति पर अमल कर सकेंगे ।'' शेफाली ने कहा ,‘‘ बल्लेबाजी ईकाई के तौर पर हम अपनी ताकत पर भरोसा कर रहे हैं । गेंदबाज भी नेट्स पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन लगातार सुधार जरूरी है । हम फील्डिंग पर मेहनत कर रहे हैं ।'' -
नई दिल्ली। पूर्व भारतीय खिलाड़ी और कोच रह चुके अंशुमान गायकवाड़ ब्लड कैंसर से जूझ रहे हैं और लंदन के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। इस बीच पूर्व कप्तान कपिल देव ने उनके लिए खास वीडियो संदेश जारी किया है। उन्होंने कहा कि वह अपने साथी खिलाड़ी की हर संभव मदद के लिए मौजूद हैं।
बीसीसीआई ने की आर्थिक मददहाल ही में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गायकवाड़ को वित्तीय मदद देने की घोषणा की थी। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने शीर्ष परिषद को निर्देश देते हुए गायकवाड़ को एक करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने कहा था। इसके अलावा शाह ने गायकवाड़ के परिजनों से संपर्क किया और उनके हालचाल जाने थे। वहीं, बीसीसीआई सचिव ने उनके परिवार को किसी भी तरह की मदद का प्रस्ताव भी दिया था।कपिल देव ने जारी किया खास वीडियोइस बीच अंशुमान गायकवाड़ के साथी कपिल देव ने खास वीडियो संदेश जारी कर पुरानी यादें ताजा कीं। उन्होंने यह भी याद किया कि कैसे उन दोनों ने एक-दूसरे की कप्तानी की थी। कपिल देव ने कहा, "हाय अंशु, मुझे पता है कि तुम मुश्किल दौर से गुजर रहे हो, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हम सभी जीवन में मुश्किल दौर से गुज़रे हैं। मुझे सभी अच्छे दिन याद हैं। पहली बार? जब मैं तुम्हारे नेतृत्व में खेला था, तब तुम मेरे कप्तान थे। और मुझे याद है कि जब मैं कप्तान था, तब तुमने पाकिस्तान के खिलाफ जालंधर में दो सौ रन बनाए थे, तो अच्छी यादें हैं। बुरे मुश्किल दौर आते-जाते रहते हैं, लेकिन मैं जानता हूं कि तुम एक योद्धा हो। चलो, खुश रहो और भगवान ने तुम्हें जो भी दिया है, उसे जीने की कोशिश करो और मैं चाहता हूं कि तुम बेहतर से बेहतर होते जाओ और खुश रहो।"पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान ने आगे कहा, "हम सभी को एक दिन जाना है, लेकिन इंसानियत के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि हम क्रिकेट के मैदान पर जिस तरह से लड़ते हैं, उसी तरह से लड़ते हैं। जो भी होने वाला है, वह होकर रहेगा। मुझे उम्मीद है कि हम जल्द ही मिलेंगे। हम सब मिलकर जश्न मनाएंगे। हमने अच्छा समय बिताया। तुम बस अपना ख्याल रखना।"कपिल देव सहित कई पूर्व खिलाड़ियों ने की थी मांगगायकवाड़ की मदद के लिए 1983 विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव और संदीप पाटिल जैसे पूर्व क्रिकेटर आगे आए थे और उन्होंने बीसीसीआई से गायकवाड़ की मदद करने की अपील की थी। कपिल ने खुलासा करते हुए बताया था कि टीम के उनके पूर्व साथी मोहिंदर अमरनाथ, सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, मदन लाल, रवि शास्त्री और कीर्ति आजाद गायकवाड़ के इलाज के लिए फंड जुटाने को लेकर अपना पूरा प्रयास कर रहे हैं। -
दाम्बुला. सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा की 48 गेंद में 81 रन की ताबड़तोड़ पारी के बाद गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से भारत ने महिला एशिया कप टी20 टूर्नामेंट के अपने आखिरी ग्रुप मैच में नेपाल को 82 रन से हराकर सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया। भारत ने तीन विकेट पर 178 रन बनाने के बाद नेपाल की पारी को नौ विकेट पर 96 रन पर रोक दिया।
भारत ने तीन मैचों में तीन जीत के साथ ग्रुप ए में शीर्ष स्थान के साथ सेमीफाइनल में जगह बनायी जबकि नेपाल का सफर तीन मैचों में एक जीत से दो अंक के साथ खत्म हो गया। इस ग्रुप से पाकिस्तान भी सेमीफाइनल में पहुंच गया। पाकिस्तान के तीन मैचों में चार अंक है। भारत की ओर से दीप्ति शर्मा ने चार ओवर में 13 रन देकर तीन विकेट लिये जबकि राधा यादव और अरुंधति रेड्डी को दो-दो सफलता मिली। रेणुका सिंह को एक विकेट मिला। नेपाल के लिए सीता राणा मागर ने 18 जबकि बिंदु रावल ने नाबाद 17 रन बनाये। रुबीना छेत्री (15) और कप्तान इंदु वर्मा (14) भी दहाई में रन बनाने वाले बल्लेबाजों में शामिल रही। शेफाली ने अपनी पारी में 12 चौके और एक छक्का लगाने के अलावा डी हेमलता के साथ पहले विकेट के लिए 84 गेंद में 122 रन की साझेदारी कर टीम को शानदार शुरूआत दिलायी। हेमलता ने 42 गेंद की पारी में पांच चौके और एक छक्के की मदद से 47 रन का योगदान दिया। आखिरी ओवरों में जेमिमा रोड्रिग्स ने 15 गेंद में पांच चौके की मदद से नाबाद 28 रन की पारी खेली। नेपाल के लिए सीता राणा मागर ने दो और कविता जोशी ने एक विकेट लिया।
लक्ष्य का बचाव करते हुए अरुंधति ने दूसरे ओवर में समझना खड़का (सात) को बोल्ड कर भारत को अच्छी शुरुआत दिलायी। कविता कुंवर और सीता राण ने इस गेंदबाज के अगले ओवर में एक-एक चौके के साथ आक्रामक तेवर दिखाने की कोशिश की। रेणुका ने पांचवें ओवर में कविता (छह) को पवेलियन की राह दिखायी तो वहीं राधा ने इंदु को चलता किया।
नेपाल को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए इस मैच को 10.2 ओवर में जीतना था लेकिन टीम 10 ओवर में तीन विकेट पर 48 रन ही बना सकी थी। सीता राणा ने 11वें ओवर में अरुंधति के दूसरे स्पैल का स्वागत चौके से किया लेकिन इस गेंदबाज ने अगली गेंद पर उन्हें बोल्ड कर दिया। रुबिना ने दीप्ति के गेंद पर पारी का पहला छक्का जड़ा लेकिन इस ऑफ स्पिनर की अगली गेंद पर बोल्ड हो गयी। इसी ओवर में कविता जोशी खाता खोले बगैर पगबाधा हो गयी। दीप्ति ने इसके बाद शानदार क्षेत्ररक्षण करते हुए पूजा महतो (दो) को रन आउट किया तो वही राधा ने 17वें ओवर में डॉली भट्टा को विकेट के पीछे लपकवाया। बिंदु ने अरुंधति के खिलाफ चौका जड़कर हार के अंतर को कम करने की कोशिश की लेकिन वह टीम के रनों का शतक पूरा करने में सफल नहीं रही। भारतीय टीम ने इस मैच में नियमित कप्तान हरमनप्रीत कौर और हरफनमौला पूजा वस्त्राकर को विश्राम दिया।
शेफाली वर्मा के साथ मैच में टीम की अगुवाई कर रही स्मृति मंधाना की जगह हेमलता ने भारतीय पारी का आगाज किया। शेफाली ने पहले ओवर में कविता कुंवर और चौथे ओवर में शबनम राय के खिलाफ दो-दो चौके जड़कर एक बार फिर टीम को तेज शुरुआत दिलाई। दूसरे छोर से संभल कर खेल रही हेमलता ने पूजा के खिलाफ दर्शनीय चौका जड़ आत्मविश्वास हासिल किया।
भारतीय टीम ने छठे ओवर में रनों का अर्धशतक पूरा किया। शेफाली ने अगले ओवर में रुबीना के खिलाफ छक्का और चौका लगाया तो वहीं हेमलता ने आठवें ओवर में कविता जोशी के खिलाफ ऐसा किया। शेफाली ने इसी ओवर में चौका जड़ने के बाद एक रन के साथ 26 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।
शेफाली जहां नेपाल की गेंदबाजों के खिलाफ मन मुताबिक रन जुटा रही थी तो वहीं हेमलता को गैप ढूंढने में परेशानी हो रही थी। सीता राणा ने 14वें ओवर की आखिरी गेंद पर हेमलता को आउट कर नेपाल को पहली सफलता दिलायी। उनके अगले ओवर में आगे निकलकर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में शेफाली भी स्टंप हो गयी। वस्त्राकर की जगह टीम में आयी संजीवन सजना कुछ खास नहीं कर सकी और 12 गेंद में 10 रन बनाकर कविता जोशी का शिकार बन गयी। जेमिमा ने आखिरी ओवर में तीन चौके जड़कर टीम को 180 रन के करीब पहुंचाया। -
मुंबई. मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने सोमवार को कहा कि जब हार्दिक पंड्या पर तरजीह देकर सूर्यकुमार यादव को टी20 टीम की कप्तान बनाने का फैसला किया गया तो फिटनेस, ड्रेसिंग रूम से फीडबैक और लगातार उपलब्धता उनके पक्ष में रही। अगरकर भारत के श्रीलंका दौरे से पहले नवनियुक्त मुख्य कोच गौतम गंभीर के साथ प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया से बात कर रहे थे। श्रीलंका दौरे पर भारतीय टीम को तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय और इतने ही एकदिवसीय मैच खेलने हैं। संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अगरकर ने कहा, ‘‘सूर्यकुमार को कप्तान क्यो बनाया गया । क्योंकि वह योग्य उम्मीदवार था । पिछले एक साल से अधिक समय से वह ड्रेसिंग रूप में है और उसके बारे में ड्रेसिंग रूम से फीडबैक मिला है । उसमें क्रिकेट की अच्छी समझ है और वह अभी भी टी20 क्रिकेट में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से है ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ हमें ऐसा कप्तान चाहिये था तो सारे मैच खेले । हमें लगता है कि वह कप्तान बनने का हकदार है और हम देखेंगे कि वह इस भूमिका में कैसे फिट बैठता है।'' अगरकर ने कहा कि उन्हें ऐसा कप्तान चाहिये था जिसका फिटनेस का रिकॉर्ड अच्छा हो और जिसका चोटों का इतिहास नहीं रहा हो । स्टार ऑलराउंडर पंड्या के बारे में अगरकर ने कहा, ‘‘हार्दिक जैसा कौशल मिलना मुश्किल है और फिटनेस मिलना भी मुश्किल है। हमारे पास थोड़ा और समय है और हम कुछ चीजों पर गौर कर सकते हैं।'' उन्होंने कहा ,‘‘ वह हमारे लिये काफी महत्वपूर्ण खिलाड़ी है लेकिन फिटनेस बड़ी चुनौती है । हमें ऐसा खिलाड़ी चाहिये जो अधिकांश समय उपलब्ध हो ।'' पूर्व उप कप्तान लोकेश राहुल की अनदेखी पर उन्होंने कहा, ‘‘जब राहुल को बाहर किया गया तो मैं वहां नहीं था। मैं उस समय चयनकर्ता नहीं था ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ अभी हमारे पास समय है । मेरे आने के बाद 50 ओवरों का विश्व कप और टी20 विश्व कप था । फिटनेस चिंता का विषय है । इसके अलावा भी हमारा मानना है कि सूर्यकुमार में अच्छा कप्तान बनने के सारे लक्षण है ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ दो साल का समय लंबा है जिसमें हम कुछ चीजों को अलग तरीके से देखकर प्रयोग कर सकते हैं । हमें हर समय उपलब्ध रहने वाले खिलाड़ी चाहिये । इस तरह से हम हार्दिक का प्रबंधन बेहतर तरीके से कर सकेंगे ।'' अगरकर ने स्वीकार किया कि चयन समिति को यह स्पष्ट करना चाहिये था कि विश्व कप के बाद टी20 क्रिकेट को अलविदा कहने वाले रविंद्र जडेजा को बाहर नहीं किया गया है । उन्होंने कहा ,‘‘ इतनी छोटी श्रृंखला के लिये उन्हें और अक्षर पटेल दोनों को ले जाने का कोई मतलब नहीं था । हमें पता है कि जड्डू ने क्या किया है । उसने विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया । उसे बाहर नहीं किया गया है ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ सारे विकल्प खुले हैं ।लेकिन दोनों को ले जाने पर कोई एक ही तीनों मैच खेलता । आगे टेस्ट श्रृंखलायें खेलनी है जिसमें जडेजा अधिकांश मैच खेलेंगे । इन तीन मैचों से कोई फर्क नहीं पड़ता ।'' अगरकर ने कहा ,‘‘ हमें स्पष्ट करना चाहिये था कि उसे बाहर नहीं किया गया है । वह अभी भी हमारी रणनीति में है और काफी महत्वपूर्ण खिलाड़ी है ।'' उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व उपकप्तान केएल राहुल, ऋषभ पंत और पंड्या के लिये भी कप्तानी के दरवाजे बंद नहीं हुए हैं । उन्होंने कहा ,‘‘ हम पंत को सबसे पहले मैदान पर वापसी करते देखना चाहते थे ।वह अहम खिलाड़ी है लेकिन उसने पिछले कुछ समय से बहुत क्रिकेट नहीं खेला है । हम उस पर वापसी के बाद इतना दबाव नहीं डालना चाहते थे ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ केएल कुछ समय से टी20 प्रारूप में नहीं है । हमारे पास आजमाने का समय है । इस बार अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 में हार्दिक का चोटिल होना चुनौतीपूर्ण था । उस समय रोहित खेल नहीं रहा था लेकिन उसके होने से हमारा काम आसान हो गया । हम आगे वैसी स्थिति नहनीं चाहते ।' अगरकर ने कहा कि चयनकर्ता चाहते हैं कि उपकप्तान शुभमन गिल अनुभव और सीनियर खिलाड़ियों से सीखे ।
उन्होंने कहा ,‘‘ शुभमन तीनों प्रारूपों का खिलाड़ी है और उसने अपनी प्रतिभा की बानगी भी दी है । हम चाहते हैं कि वह सीनियर खिलाड़ियों और अनुभव से सीखे ।उसने नेतृत्व क्षमता का परिचयन दिया है और हम चाहेंगे कि वह अनुभव से सीखे ।'' अगरकर ने स्वीकार किया कि भारत में टेस्ट में तीन तेज गेंदबाजों की जरूरत शायद नहीं हो लेकिन आगे तेज गेंदबाजी संयोजन पर भी विचार होगा । उन्होंने कहा ,‘‘ मोहम्मद शमी ने गेंदबाजी शुरू कर दी है जो अच्छा संकेत है । हमें 19 सितंबर को पहला टेस्ट खेलना है । हमें पता नहीं कि वह कब वापसी कर सकेगा ।उसके लिये एनसीए में बात करनी होगी । भारत में काफी टेस्ट होने हैं और अंतिम 11 में तीन तेज गेंदबाजों की जरूरत नहीं होगी लेकिन भविष्य के लिये तेज गेंदबाजी संयोजन पर बात होगी ।'' श्रीलंका के खिलाफ टी20 श्रृंखला 27 जुलाई से शुरू होग। उसके बाद 28 और 30 जुलाई को दो अन्य टी20 मैच होंगे। सभी मैच पाल्लेकल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाएंगे। इसके बाद कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में दो, चार और सात अगस्त को एकदिवसीय मैच खेले जाएंगे। टी20 विश्व कप जीतने के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों से संन्यास लेने वाले रोहित शर्मा एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय टीम के कप्तान होंगे। - बुडापेस्ट। भारत के कुश मैनी ने शुरू में विजेता बने रिचर्ड वरशूर के तकनीकी उल्लघंन के कारण ‘डिस्क्वालीफाई' किये जाने के बाद शनिवार को यहां अपनी पहली फॉर्मूला 2 स्प्रिंट रेस जीत ली। पोडियम में शीर्ष पर पहुंचने से 23 वर्षीय इनविक्टा रेसिंग ड्राइवर ने अपने सत्र में 10 अंक जोड़े। शनिवार को हंगरोरिंग में जीत के साथ मैनी फॉर्मूला 2 ड्राइवर्स तालिका में मर्सिडीज के जूनियर ड्राइवर किमी एंटोनेली को पीछे छोड़ते हुए 66 अंक से पी8 पर पहुंच गए। एफ2 चैंपियनशिप के राउंड 9 में शुरूआती ग्रिड पर नौवें स्थान पर रहे मैनी को मुश्किल शुरुआत के बाद कड़ी मेहनत करनी पड़ी। 2024 एफ2 ग्रिड पर वह एकमात्र भारतीय ड्राइवर हैं और पांच पोडियम स्थान से यह उनका करियर का सर्वश्रेष्ठ सत्र भी है।
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कोलकाता. ओडिशा हॉकी संघ और हॉकी झारखंड ने रविवार को यहां जूनियर पूर्वी क्षेत्र चैम्पियनशिप में क्रमश: पुरुष और महिला खिताब अपने नाम किये। हॉकी झारखंड ने महिला वर्ग के फाइनल में नियमित समय में 1-1 की बराबरी के बाद शूटआउट में हॉकी बंगाल को 4-3 से पराजित किया। ओडिशा हॉकी संघ ने पुरुष वर्ग की स्पर्धा के फाइनल में हॉकी झारखंड को 2-0 के अंतर से मात दी।
- नयी दिल्ली। भारतीय स्टार नीरज चोपड़ा के जर्मन कोच क्लॉस बार्टोनिट्ज ने उनकी फिटनेस को लेकर सभी चिंताओं को खारिज करते हुए कहा कि पिछले कुछ महीने से इस भाला फेंक एथलीट को परेशान करने वाली जांघ (एडक्टर) की चोट अब है और यह ओलंपिक चैम्पियन पेरिस के लिए कड़ी तैयारियों में जुटा है। तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण जीतकर इतिहास रचने वाले 26 वर्षीय चोपड़ा 26 जुलाई से शुरू होने वाले पेरिस ओलंपिक में शीर्ष पोडियम स्थान के लिए एक बार फिर देश की सर्वश्रेष्ठ दावेदार हैं। लेकिन फिटनेस देखी जाये तो उनका सत्र बिल्कुल सही नहीं रहा है। हालांकि बार्टोनिट्ज ने कहा कि अब चीजें पटरी पर आ गई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सब कुछ योजना के अनुसार है। फिलहाल जांघ की चोट की कोई समस्या नहीं है, यह ठीक है। उम्मीद है कि ओलंपिक तक ऐसा ही रहेगा। ''बार्टोनिट्ज करीब पांच साल से चोपड़ा से जुड़े हैं। उन्होंने तुर्किये के अंताल्या से एक विशेष साक्षात्कार में बताया, ‘‘ओलंपिक में अभी दो हफ्ते से अधिक समय बचा है इसलिए ट्रेनिंग का स्तर बढ़ा दिया गया है। वह पूरा ‘थ्रोइंग' सत्र कर रहे हैं। '' चोपड़ा ने 28 मई को एहतियातन ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक से हटने का फैसला किया था क्योंकि उन्हें जांघ में कुछ दर्द महसूस हुआ था। उन्होंने 18 जून को फिनलैंड में पावो नूरमी खेलों में 85.97 मीटर की थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीतकर जोरदार वापसी की। फिर चोपड़ा ने सात जुलाई को पेरिस डायमंड लीग में भी नहीं खेलने का फैसला किया और कहा कि यह प्रतियोगिता उनके कैलेंडर का हिस्सा नहीं थी। पेरिस ओलंपिक में भाला फेंक स्पर्धा छह अगस्त को क्वालीफिकेशन दौर से शुरू होगी जिससे अभी इसे शुरू होने में दो हफ्ते हैं। जब बार्टोनिट्ज से चोपड़ा की ट्रेनिंग कार्यक्रम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘हम सुबह में ‘स्प्रिंटिंग', ‘जंपिंग' या ‘थ्रोइंग' या ‘वेटलिफ्टिंग' के सत्र रखते हैं। सुबह और शाम दो सत्र होते हैं जिसमें प्रत्येक दो से ढाई घंटे तक का होता है। '' उन्होंने कहा कि चोपड़ा का तरीका तोक्यो ओलंपिक से पहले अपनाये गये तरीके जैसा ही है जिसमें वह टूर्नामेंट के बजाय ट्रेनिंग पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं और वह अपने ‘ग्रोइन' पर दबाव कम करने के लिए अपनी ‘ब्लॉकिंग' करने वाले पैर को मजबूती देने पर भी काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सामान्यत: भाला फेंकना ‘ब्लॉकिंग' (तेजी से भागते हुए अच्छी तरह रूककर भाला फेंकना) पर निर्भर करता है। भागते हुए आप जितनी अधिक ऊर्जा से आयेंगे, उतना ही बेहतर होगा। '' इस सत्र में शीर्ष भाला फेंक खिलाड़ियों में से किसी ने भी असाधारण प्रदर्शन नहीं किया है और बार्टोनिट्ज ने हमेशा की तरह कहा कि वह चोपड़ा की पदक की संभावनाओं की भविष्यवाणी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ओलंपिक में काफी कुछ दांव पर लगा होता है और काफी दबाव होता है जिससे कुछ भी हो सकता है। आंकड़ों के आधार पर पदक का अनुमान लगाना मुश्किल है। '' कोच ने कहा, ‘‘सभी शीर्ष एथलीट अपनी सर्वश्रेष्ठ तैयारी कर रहे है। वे पेरिस में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं और पदक जीतना चाहते हैं। उनकी तरह ही हम भी दावा कर सकते हैं कि नीरज जीत सकते हैं। पर पदक जीतने की संभावना पक्षपातपूर्ण हो सकती हैं जिसमें गड़बड़ी भी हो सकती है। '' इस साल सिर्फ जर्मनी के मेक्स डेहिंग ही 90 मीटर से अधिक भाला फेंकने वाले एकमात्र एथलीट हैं
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न्यूपोर्ट (अमेरिका)। भारत के महान टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस और विजय अमृतराज को रविवार को ‘टेनिस हॉल ऑफ फेम' में शामिल किया गया। यह दोनों इस सूची में जगह पाने वाले एशिया के पहले दो खिलाड़ी बन गये हैं। पेस की करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि 1996 अटलांटा ओलंपिक खेलों के पुरुष एकल कांस्य पदक जीतना रहा है। यह 51 साल का पूर्व खिलाड़ी आठ पुरुष युगल और 10 मिश्रित युगल ग्रैंड स्लैम खिताब हासिल करने के साथ भारत की डेविस कप की कई यादगार जीत का हिस्सा रहा है। उन्हें ‘हॉल ऑफ फेम' के ‘प्लेयर कैटेगरी' में जगह दी गयी है। अमृतराज विंबलडन और अमेरिका ओपन में दो-दो बार पुरुष एकल क्वार्टर फाइनल में पहुंचे। इस 70 साल के खिलाड़ी ने भारत को दो बार 1974 और 1987 में डेविस कप फाइनल में पहुंचाया है। वह अपने खेल के चरम पर एकल रैंकिंग में 18वें और युगल रैंकिंग में 23वें पायदान पर रहे हैं। उन्हें रिचर्ड इवांस के साथ ‘कंट्रिब्यूटर्स श्रेणी' में ‘हॉल ऑफ फेम' में शामिल किया गया था।
अंतरराष्ट्रीय टेनिस ‘हॉल ऑफ फेम' जारी बयान के मुताबिक, ‘‘ पेस को खिलाड़ी श्रेणी में शामिल किया गया था, जबकि अमृतराज और इवांस को ‘कंट्रिब्यूटर्स श्रेणी' में जगह दी गयी है। हॉल ऑफ फेम में इस खेल के दूरदर्शी नेतृत्वकर्ता, अग्रदूतों या ऐसे व्यक्तियों का सम्मान किया जाता है जिन्होंने खेल पर बड़ा प्रभाव डाला है। इन तीनों के हॉल ऑफ फेम में जगह बनाने के बाद इस सूची में अब 28 देशों के कुल 267 दिग्गज शामिल हो गये हैं।'' पेस ने युगल में विश्व रैंकिंग में नंबर एक पर 37 सप्ताह बिताए और 54 युगल खिताब जीते।वह टेनिस इतिहास में दोनों युगल वर्ग में करियर ग्रैंडस्लैम पर कब्जा करने वाले केवल तीन पुरुषों में से एक हैं। कोलकाता के रहने वाले पेस ने बार्सिलोना, 1992 से रियो, 2016 के बीच लगातार सात ओलंपिक खेलों में भाग लिया। यह टेनिस इतिहास का रिकॉर्ड है। पेस ने कहा, ‘‘ हममें से कुछ लोग भाग्यशाली है कि हमें यह सम्मान मिला। मैंने बचपन में कोलकाता में नंगे पांव क्रिकेट और फुटबॉल खेलते समय सपने में भी नहीं सोचा था कि अंतरराष्ट्रीय टेनिस हॉल ऑफ फेम में शामिल होउंगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसे आप सभी के साथ खबर साझा कर के बहुत उत्साहित हूं, मैं दुनिया भर के हर ऐसे युवा लड़के और लड़की का प्रतिनिधित्व करता हूं जिनके मन में कुछ हासिल करने का सपना और जुनून है।'' अमृतराज 1970 में एटीपी टूर पर आए थे। वह अगले कई वर्षों तक भारत की डेविस कप टीम के प्रमुख खिलाड़ी रहे। अमृतराज डेविस कप फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली दो भारतीय टीमों के प्रमुख सदस्य थे। वह उस टीम का हिस्सा थे जिसने 1974 में देश की रंगभेद नीति के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नहीं खेलने का फैसला किया था। उनकी मौजूदगी में टीम 1987 में भी फाइनल में पहुंची थी लेकिन उसे स्वीडन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। था। उन्होंने कहा, ‘‘भारत और दुनिया भर में अपने साथी भारतीयों को मैं जितना धन्यवाद दूं, कम है। आपने अपने घरों से लेकर बड़े शहरों से लेकर छोटे शहरों तक में मेरा स्वागत किया और आपका विकास भारत के विकास के साथ-साथ मेरा विकास था। आपने मेरे साथ मेरे सुख और दुख साझा किए।'' - नयी दिल्ली। इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) टीम एफसी गोवा के वर्तमान प्रभारी स्पेन के मनोलो मार्केज को शनिवार को भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया। वह बर्खास्त इगोर स्टिमक की जगह लेंगे। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की कार्यकारी समिति की शनिवार को यहां हुई बैठक में 55 साल के मार्केज को शीर्ष पद के लिए नियुक्त किया गया। मार्केज वर्तमान में आईएसएल टीम एफसी गोवा के मुख्य कोच हैं।एआईएफएफ ने एक बयान में कहा, ‘‘समिति ने दिन के पहले फैसले में सीनियर पुरुष राष्ट्रीय टीम के लिए नए मुख्य कोच की नियुक्ति पर विचार-विमर्श किया और तत्काल प्रभाव से इस पद के लिए मनोलो मार्केज का चयन किया।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मार्केज 2024-25 सत्र में एफसी गोवा के मुख्य कोच के रूप में अपनी भूमिका जारी रखेंगे। वह पूर्णकालिक आधार पर राष्ट्रीय टीम का कोच बनने से पहले दोनों जिम्मेदारियों को एक साथ संभालेंगे।'' एआईएफएफ ने मार्केज के कार्यकाल का खुलासा नहीं किया।भारतीय टीम के 2026 फीफा विश्व कप क्वालीफायर में अपेक्षाकृत कमजोर ड्रा मिलने के बावजूद तीसरे दौर में जगह बनाने में असफल रहने के बाद स्टिमक को 17 जून को मुख्य कोच के पद से बर्खास्त कर दिया गया था। मार्केज 2020 से भारत में कोचिंग कर रहे हैं। वह अब तक दो आईएसएल क्लबों के कोच रह चुके हैं। उनका पहला कार्यकाल हैदराबाद एफसी (2020-23) के साथ था। इसके बाद वह 2023 सत्र में गोवा की टीम से जुड़े। उनकी कोचिंग में हैदराबाद एफसी ने 2021-22 सत्र में आईएसएल खिताब जीता। इससे पहले मार्केज स्पेन में कोचिंग देते थे। वह 2017 में ला लीगा की टीम लास पाल्मास के मुख्य कोच थे। उन्होंने लास पाल्मास बी, एस्पैन्योल बी, बडालोना, प्रैट और यूरोपा जैसे स्पेन की निचले डिवीजन क्लबों को भी कोचिंग दी है। मार्केज ने यहां जारी बयान में कहा, ‘‘भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम का कोच बनना मेरे लिए सम्मान की बात है, एक ऐसा देश जिसे मैं अपना दूसरा घर मानता हूं। भारत और यहां के लोग ऐसी चीज हैं जिनसे मैं जुड़ा हुआ महसूस करता हूं। मैं जब से इस खूबसूरत देश में आया हूं तब से मैं इसका एक हिस्सा महसूस करता हूं। हम अपने लाखों प्रशंसकों को सफलता दिलाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं एफसी गोवा का बहुत आभारी हूं कि उसने हमें आगामी सत्र के दौरान राष्ट्रीय टीम की मदद करने की छूट दी। मैं अभी भी क्लब का मुख्य कोच हूं। मैं इस मौके के लिए एआईएफएफ का आभारी हूं और हमें फुटबॉल के लिए शानदार काम करने की उम्मीद है।'' एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कहा कि महासंघ, एफसी गोवा और खुद मार्केज यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर सहयोग करेंगे कि दोनों जिम्मेदारियों (राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच और आईएसएल टीम के कोच) को निभाने में परेशानी नहीं हो। चौबे ने कहा, ‘‘हमें इस महत्वपूर्ण भूमिका में मार्केज का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। हम एफसी गोवा के आभारी है कि उसने उन्हें राष्ट्रीय टीम की जिम्मेदारी के लिए छूट दी। हम आने वाले वर्षों में मार्केज के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं।''
- मुंबई. । भारत के ऑल राउंडर हार्दिक पंड्या ने शनिवार को फिटनेस को छोड़कर अपनी जिंदगी को सुर्खियों में बनाये रखने वाले मुद्दों पर चुप्पी साधे रखी। पंड्या इस समय मैदान के अंदर और बाहर कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं लेकिन उनके चेहरे पर आप इन चुनौतियों की शिकन नहीं देख सकते जिन्हें वह अच्छी तरह छुपाये हैं। हाल में इन घटनाओं के कारण वह चर्चा का विषय बने रहे। पर उन्होंने अपने ‘खेल परिधान ब्रांड' के लांच के मौके पर सभी भावनाओं को छुपाते हुए फिटनेस पर लंबी बातचीत की। दो दिन पहले पंड्या और नताशा स्टेनकोविच ने आधिकारिक तौर पर शादी के चार साल बाद अलग होने की घोषणा की थी। इससे ठीक पहले वह श्रीलंका के आगामी दौरे के लिए भारतीय टी20 टीम के कप्तान बनने की दौड़ में सूर्यकुमार यादव से पिछड़ गये। हालांकि शनिवार को उन्होंने बस फिटनेस के बारे में बात की।पंड्या ने कहा, ‘‘जब हमारा शरीर नहीं थकता तो हमारा दिमाग थक जाता है। इसलिये जीवन में कई बार जब मैं अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाने में सक्षम था तो ऐसा तभी हुआ जब मेरा दिमाग थक जाता लेकिन मैं अपने शरीर को आगे बढ़ने के लिए कहता रहता। '' पंड्या ने कहा, ‘‘अगर आप और मैं 20-20 प्रयास करते हैं तो दोनों के बीच का अंतर नहीं रहता। लेकिन अगर मैं 25 प्रयास करता हूं और खुद को चुनौती देता हूं तो अगली बार मैं 25 प्रयास करूंगा। फिर मैं अगली बार 30 प्रयास करूंगा। '' पर विडंबना है कि फिटनेस को लेकर चिंताओं के कारण ही उनके कप्तान बनने की संभावना कम हो गई। वह फिटनेस के कारण ही खेल के तीनों प्रारूपों में नहीं खेल पाये और सीमित ओवरों के खेल में भी विशेषकर वनडे में ज्यादा गेंदबाजी नहीं कर पाये। इस महीने के शुरू में पंड्या ने खुली बस में टी20 विश्व कप जीतने वाली टीम के साथ जश्न मनाया। पर इसके कुछ हफ्तों में पंड्या ने कुछ महत्वपूर्ण चीजें गंवा दी। भारत के टी20 विश्व कप के उप-कप्तान पंड्या को रोहित शर्मा की जगह लेने वाले खिलाड़ी के तौर पर देखा जा रहा था। लेकिन कप्तानी की भूमिका से उनके हटाये जाने की खबर उनके तलाक की घोषणा के साथ ही आई। लेकिन पंड्या पर इन सबका कोई प्रभाव नहीं दिखा। अपने खेल परिधान ब्रांड को लॉन्च करने के लिए वह इनके बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से दिखे जिसमें उन्होंने अपनी फिटनेस के बारे में जानकारी साझा की। 30 वर्षीय पंड्या ने कहा, ‘‘कभी कभी अपने दिमाग को बिना विचारों के रखना भी बहुत महत्वपूर्ण है। जब मेरा ट्रेनर मुझे 10 पुश अप करने के लिए कहता है तो मैं हमेशा 15 पुश अप करता हूं। '' उन्होंने कहा, ‘‘इससे ही मेरा स्टैमिना बढ़ा है और मुझे लगता है कि हर कोई जो फिटनेस यात्रा शुरू करना चाहता है उसे इस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। ''
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नयी दिल्ली. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने कहा है कि वह बांग्लादेश में सुरक्षा हालात पर नजर रखे हुए हैं जहां अक्टूबर में महिला टी20 विश्व कप होना है । बांग्लादेश पुलिस ने सरकारी नौकरियों में कोटा व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर छात्रों के प्रदर्शन के बाद हिंसा की घटनाओं को लेकर ढाका में कर्फ्यू लगा दिया है और सैन्यबल ने भी गश्त की है । आईसीसी बोर्ड के एक सदस्य ने बताया ,‘‘ हम दुनिया भर में स्वतंत्री सुरक्षा समीक्षा करते हैं । बांग्लादेश में भी हालात पर नजर रखे हुए हैं ।'' महिला टी20 विश्व कप में आस्ट्रेलिया सबसे सफल टीम है जिसने छह बार खिताब जीता है । इंग्लैंड और वेस्टइंडीज ने एक एक बार खिताब अपने नाम किया है ।
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पेरिस. पेरिस ओलंपिक के लिए भारत के दल प्रमुख गगन नारंग ने शनिवार को सूचित किया कि तीरंदाजी और नौकायन दल खेल गांव पहुंच गई हैं और खिलाड़ी खेलों के इस महासमर में अपना अभियान शुरू करने के लिए उत्सुक हैं। तीरंदाजी और नौकायन दल ने शुक्रवार को पेरिस खेल गांव में प्रवेश किया और अपनी अंतिम तैयारियों में जुटी भारतीय पुरुष हॉकी टीम नीदरलैंड से शनिवार को खेल गांव पहुंचेगी। लंदन ओलंपिक 2012 के कांस्य पदक विजेता निशानेबाज नारंग ने कहा, ‘‘मैं गुरुवार रात को पेरिस पहुंचा और मैंने भारतीय दल के लिए खेल गांव के अंदर इंतजामों का जायजा लिया। तीरंदाजी और नौकायन शुक्रवार को पहुंचने वाली पहली भारतीय टीम थीं। खिलाड़ी धीरे धीरे खेल गांव में सहज हो रहे हैं। '' उन्होंने बताया कि भारतीय खिलाड़ी काफी रोमांचित हैं और उत्साह से भरे हैं। चार बार के ओलंपियन नारंग ने कहा, ‘‘काफी उत्साह का माहौल है और खिलाड़ी भी स्पर्धाओं के एरीना में कुछ ‘गेम टाइम' चाहते हैं। हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि खिलाड़ियों को अपनी स्पर्धायें शुरु करने से पहले वो सबकुछ मिले जिनकी उन्हें जरूरत है। '' भारत के 117 खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक में 20 स्पर्धाओं में हिस्सा लेंगे। इस अनुभवी खिलाड़ी ने कहा, ‘‘मेरे लिए यह देखना गर्व का पल है कि भारतीय दल में पदक के दावेदार बढ़ रहे हैं। हमारे दल का प्रत्येक खिलाड़ी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की बराबरी करने ही नहीं बल्कि उन्हें पछाड़कर देश को गौरवान्वित करने में सक्षम है। '' पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से 11 अगस्त तक आयोजित होंगे।
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नई दिल्ली। जेवलिन थ्रो स्टार नीरज चोपड़ा समेत सेना के 24 खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक में भारत के 117 सदस्यीय दल में शामिल हैं । रक्षा मंत्रालय ने यहां जारी बयान में कहा कि पहली बार ओलंपिक दल में सेना की दो महिला खिलाड़ी भी शामिल हैं ।तोक्यो ओलंपिक 2020 में स्वर्ण पदक जीतने वाले चोपड़ा भारतीय सेना में सूबेदार हैं । वह 2023 एशियाई खेलों, 2023 विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप, 2024 डायमंड लीग और 2024 पावो नुरमी खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं ।राष्ट्रमंडल खेल 2022 की कांस्य पदक विजेता हवलदार जैसमीन लंबोरिया (मुक्केबाजी) और 2023 एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता सीपीओ रीतिका हुड्डा टीम में शामिल सेना की दो महिला खिलाड़ी हैं ।
सेना के और कौन है अन्य खिलाड़ीसेना के अन्य खिलाड़ियों में सूबेदार अमित पंघाल (मुक्केबाजी), सीपीओ तेजिंदर पाल सिंह तूर (शॉटपुट), सूबेदार अविनाश साबले (3000 मीटर स्टीपलचेस), सीपीओ मुहम्मद अनस याहिया , पीओ मुहम्मद अजमल, सूबेदार संतोष कुमार और जेडब्ल्यूओ मिजो चाको कूरियन (पुरूषों की चार गुणा 400 मीटर रिले), जेडब्ल्यूओ अब्दुल्ला अबूबाकर (त्रिकूद), सूबेदार तरूणदीप राय और धीरज बोम्मादेवरा (तीरंदाजी) और नायब सूबेदार संदीप सिंह (निशानेबाजी) शामिल हैं । - नयी दिल्ली। भारत के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने गुरुवार को चार साल के रिश्ते के बाद पत्नी नताशा स्टेनकोविक से अलग होने की घोषणा की। दोनों ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक संयुक्त बयान में इस फैसले का खुलासा किया।दोनों ने 31 मई 2020 को शादी की थी और इसी साल 30 जुलाई को उनके बेटे अगस्त्य का जन्म हुआ था। उन्होंने 14 फरवरी 2023 को उदयपुर में एक भव्य समारोह में करीबी दोस्तों और परिवार की मौजूदगी में रीति रिवाज से दोबारा शादी की थी। इंस्टाग्राम पर उन्होंने लिखा, ‘‘चार साल साथ रहने के बाद नताशा और मैंने मिलकर अलग होने का फैसला किया है। हमने साथ मिलकर सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया और सब अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। अब हम लोगों को लगता है कि अलग होने में हम दोनों की भलाई है। '' उन्होंने लिखा, ‘‘यह हमारे लिए एक मुश्किल फैसला था क्योंकि हमने साथ मिलकर परिवार के तौर पर आनंद लिया, एक दूसरे का सम्मान किया और साथ दिया। '' इसमें लिखा, ‘‘हमें अगस्त्य जैसा तोहफा मिला। अब वही हम दोनों की जिंदगी का केंद्र रहेगा। हम एक दूसरे का पूरा साथ देंगे ताकि हम अपने बेटे अगस्त्य के लिए हर वो काम करें, जिससे उसे खुशी मिले। '' इस मुश्किल समय के दौरान दोनों ने निजता की मांग की है। उन्होंने लिखा, ‘‘हम सभी से अनुरोध करते हैं कि इस संवेदनशील मौके पर आप लोग हमारी निजता का सम्मान रखेंगे। '' सर्बिया मूल की स्टेनकोविक मुंबई में डांसर, मॉडल और अभिनेत्री हैं। उन्होंने प्रकाश झा के निर्देशन वाली ‘सत्याग्रह' से बॉलीवुड फिल्मों में अपनी शुरुआत की।
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दाम्बुला (श्रीलंका)। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने गुरुवार को कहा कि उपमहाद्वीप में टीमों पर दबदबा जारी रखने की मुहिम में वे महिला एशिया कप के मंच का इस्तेमाल आगामी टी20 विश्व कप की तैयारी के लिए करेंगी। यह महाद्वीपीय टूर्नामेंट शुक्रवार से इस साल टी20 प्रारूप में आयोजित होगा जिसमें भारत का सामना चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगा। बांग्लादेश इस साल के अंत में विश्व कप की मेजबानी करेगा। भारत ने 2004 से शुरू हुए इस टूर्नामेंट के सभी सात चरण (टी20 और वनडे मिलाकर) में ट्रॉफी जीतकर दबदबा बनाया है। हरमनप्रीत ने कप्तानों की प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘यह टूर्नामेंट हम सभी के लिए काफी अहम है क्योंकि हम इस टूर्नामेंट को समान रूप से सम्मान देते हैं और एशिया के साथ विश्व स्तर पर भी सुधार करना चाहते हैं। '' उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए हमारा ध्यान समान ही रहेगा क्योंकि हम टी20 विश्व कप या किसी अन्य विश्व कप की तैयारी कर रहे हैं। हमारे लिए हर मैच अहम है और हम अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करेंगे। '' हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘चुनौती यही होगी कि हम सही चीजें करते रहें जो हमने पिछले एशिया कप में की हैं। उसी तरह का क्रिकेट खेलना जारी रखें और अन्य टीमों पर दबदबा बनाये रखें और अपने क्रिकेट का आनंद लें। '' भारत महिला एशिया कप टी20 में सबसे सफल टीम है जिसमें उसने 20 में से 17 मैच में जीत हासिल की है। 2022 के पिछले चरण के फाइनल में भारत ने बांग्लादेश को हराया था। छोटे प्रारूप में भारत का पाकिस्तान के खिलाफ रिकॉर्ड शानदार रहा है जिसमें उसने 14 में से 11 जीत हासिल की है जबकि तीन मैच ही गंवाये हैं। हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘हम हमेशा पाकिस्तान के खिलाफ खेलने का लुत्फ उठाते हैं और हर टीम महत्वपूर्ण है।
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नयी दिल्ली. आक्रामक बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को श्रीलंका के खिलाफ 27 जुलाई से शुरू होने वाली तीन मैचों की श्रृंखला के लिए बृहस्पतिवार को भारतीय टी20 टीम का कप्तान बनाया गया जबकि एकदिवसीय कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली ने अगले महीने इसी टीम के खिलाफ 50 ओवर की श्रृंखला के लिए स्वयं को उपलब्ध रखा है। इस दौरे के साथ गौतम गंभीर भारत के मुख्य कोच का पद संभालेंगे। टीम के चयन में उनकी छाप दिखी जब सूर्यकुमार को हार्दिक पंड्या की जगह कप्तान बनाया गया जबकि ऐसा लग रहा था कि यह ऑलराउंडर रोहित शर्मा के संन्यास के बाद सबसे छोटे प्रारूप में कप्तानी के लिए तैयार है। श्रीलंका के खिलाफ भारत की छह मैचों की सफेद गेंद की श्रृंखला किसी भी अन्य सामान्य द्विपक्षीय श्रृंखला की तरह नहीं है क्योंकि कप्तान के मामले में गंभीर की सोच मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर की सोच से मेल खाती प्रतीत होती है। दोनों सूर्यकुमार को 2026 में भारत और श्रीलंका की सहमेजबानी में होने वाले अगले टी20 विश्व कप तक कप्तान बनाने के फैसले पर सहमत थे। पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय 27 जुलाई को खेला जाएगा जबकि श्रृंखला के दो अन्य मैच 28 और 30 जुलाई को होंगे। सभी मुकाबले पाल्लेकल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाएंगे। एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले दो, चार और सात अगस्त को कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेले जाएंगे। कोलकाता नाइट राइडर्स में गंभीर के नेतृत्व में ही भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों का ध्यान सूर्यकुमार पर गया जो जल्द ही ‘स्काई' बन गए, जो कप्तान द्वारा उन्हें दिया गया नाम है। समझा जाता है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में एतिहासिक आखिरी ओवर फेंकने वाले टी20 विश्व कप विजेता टीम के उप कप्तान पंड्या को मंगलवार को चयन समिति के अध्यक्ष और मुख्य कोच दोनों ने उनके द्वारा लिए जा रहे कठोर फैसले के बारे में सूचित किया। पंड्या चोटिल होने से पहले 2023 में 50 ओवर के विश्व कप में भी उप कप्तान थे और शुभमन गिल को दोनों प्रारूप में उप कप्तान नियुक्त किए जाने के साथ अब यह स्पष्ट है कि चयन समिति और विशेषकर गंभीर, नेतृत्व के विकल्प के रूप में पंड्या से परे देखने के इच्छुक हैं। पंड्या के खिलाफ जो बात गई वह उनका बार-बार चोटिल होना और एक जनवरी 2022 से जिंबाब्वे दौरे तक 79 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में से केवल 46 में खेलना है। इस अवधि के दौरान सूर्या सिर्फ कुछ मैच नहीं खेले और वह भी स्पोर्ट्स हर्निया सर्जरी के कारण। सूर्यकुमार ने पिछले साल नवंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में टीम की अगुआई की थी। भारत ने यह श्रृंखला 4-1 से जीती थी। उनकी कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला 1-1 से बराबर रही थी। पंड्या को टी20 टीम में जगह मिली है लेकिन निजी कारणों से उन्होंने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में नहीं खेलने का फैसला किया है। अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी से पहले 2024 में भारत के केवल छह एकदिवसीय मैच बचे हैं जिनमें से तीन श्रीलंका के खिलाफ होने हैं। ऐसे में कप्तान रोहित और मुख्य बल्लेबाज कोहली दोनों के लिए यह सीरीज खेलना जरूरी था जिससे कि नए कोच संयोजन के बारे में सोच सके। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को ब्रेक दिया गया है जबकि रविंद्र जडेजा को 10 टेस्ट (पांच घरेलू और पांच विदेशी सरजमीं पर) को ध्यान में रखते हुए आराम दिया गया है। कोलकाता नाइट राइडर्स टीम के आईपीएल विजेता कप्तान श्रेयस अय्यर ने भी राष्ट्रीय टीम में वापसी की है। चयन समिति ने पिछले सत्र में लगातार घरेलू क्रिकेट से परहेज करने के लिए उन्हें फटकार लगाई थी। बल्लेबाज ने इसके लिए अपनी पीठ के निचले हिस्से में दर्द को जिम्मेदार ठहराया था। गंभीर नाइट राइडर्स के मेंटर (मार्गदर्शक) थे। इशान किशन को हालांकि टीम में जगह नहीं मिली है और चयन की दौड़ में शामिल होने के लिए उन्हें संभवत: पूर्ण घरेलू सत्र खेलना होगा और सिर्फ आईपीएल में खेलने से उनकी संभावनाओं को नुकसान पहुंचा है। ऋषभ पंत, लोकेश राहुल और संजू सैमसन दो सफेद गेंद के प्रारूपों में पहली पसंद के तीन विकेटकीपर हैं।
विजय हजारे ट्रॉफी में सात अर्धशतक लगाने वाले रियान पराग और दिल्ली के तेज गेंदबाज हर्षित राणा एकदिवसीय टीम में दो नए चेहरे हैं। जिंबाब्वे दौरे पर टी20 में 46 गेंद में शतक बनाने वाले अभिषेक शर्मा टीम में जगह नहीं बना पाए क्योंकि तीसरे नंबर पर उनके लिए कोई जगह नहीं है जहां कप्तान खुद बल्लेबाजी करेंगे। इसी तरह चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ को भी टीम में जगह नहीं मिली। टीम इस प्रकार हैं:
टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम: सूर्यकुमार यादव (कप्तान), शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, रिंकू सिंह, रियान पराग, ऋषभ पंत, संजू सैमसन, हार्दिक पंड्या, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, रवि बिश्नोई, अर्शदीप सिंह, खलील अहमद और मोहम्मद सिराज। एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, केएल राहुल, ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर, शिवम दुबे, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, वाशिंगटन सुंदर, अर्शदीप सिंह, रियान पराग, अक्षर पटेल, खलील अहमद, हर्षित राणा।
- मुंबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने बुधवार को आईसीसी डेवलपमेंट पुरस्कार 2023 के वैश्विक विजेताओं की घोषणा जिसमें छह उभरते हुए देश मेक्सिको, ओमान, नीदरलैंड, यूएई, नेपाल और स्कॉटलैंड शामिल हैं। पिछले कैलेंडर वर्ष के दौरान शानदार प्रदर्शन के अलावा महत्वपूर्ण पहल के लिए 21 उभरते हुए देशों में से छह को पुरस्कारों के लिए चुना गया और इनका चयन एक प्रतिष्ठित पैनल द्वारा किया गया। आईसीसी की विज्ञप्ति के अनुसार इस साल विजेताओं का चयन अप्रैल में घोषित क्षेत्रीय पुरस्कार विजेताओं की सूची से किया गया जिसे आईसीसी के पूर्ण सदस्य अधिकारियों, पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों और आईसीसी वैश्विक भागीदारों के एक प्रतिष्ठित पैनल द्वारा चुना गया जिसमें प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया की वरिष्ठ खेल पत्रकार मोना पार्थसारथी भी शामिल हैं।आईसीसी डेवलपमेंट (विकास) पुरस्कार 2002 में शुरू किये गये थे जो एसोसिएट सदस्य देशों में खेल को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए किये गये काम के लिए दिये जाते हैं। आईसीसी महाप्रबंधक (विकास) विलियम ग्लेनराइट ने कहा, ‘‘आईसीसी डेवलपमेंट पुरस्कारों का आईसीसी सदस्यों द्वारा उभरते हुए देशों में खेल के विकास के लिए किये गये काम को मान्यता देने का लंबा इतिहास है। प्रत्येक वर्ष इस योजना में कुछ प्रेरणादायी और शानदार कहानियां सामने आती हैं और इस साल भी कोई अपवाद नहीं है। '' मेक्सिको क्रिकेट संघ को अग्रणी परियोजानओं के लिए ‘आईसीसी डेवलपमेंट इनिशिएटिव ऑफ द ईयर' पुरस्कार से सम्मानित किया गया जिसने भारत में ‘स्ट्रीट चाइल्ड क्रिकेट विश्व कप' में हिस्सा लेने के लिए अपनी एक टीम भेजी थी। साथ ही उन्होंने मेक्सिको में कैदियों के पुनर्वास और उनके जीवन में बदलाव के लिए क्रिकेट सत्र आयोजित किये। ओमान क्रिकेट को ‘क्रिकेटर कार्यक्रम' के लिए ‘100% क्रिकेट फीमेल क्रिकेट इनिशिएटिव ऑफ द ईयर' पुरस्कार दिया गया जो महिलाओं और लड़कियों को अवसर प्रदान करता है। नीदरलैंड को भारत में आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने और प्रतिस्पर्धा करने के शानदार प्रयास के लिए ‘आईसीसी एसोसिएट मेंबर पुरुष परफोरमेंस ऑफ द ईयर' का पुरस्कार दिया गया। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने ‘एसोसिएट मेंबर वुमैन्स परफोरमेंस ऑफ द ईयर' पुरस्कार जीता जिसने मलेशिया में आईसीसी महिला टी20 विश्व कप 2024 एशिया क्वालीफायर में शानदार प्रदर्शन किया था। नेपाल क्रिकेट संघ ने अपने सोशल चैनल में विकास के लिए ‘आईसीसी डिजिटल फैन एंगेजमेंट ऑफ द ईयर' पुरस्कार हासिल किया। क्रिकेट स्कॉटलैंड को ‘क्रिकेट 4 गुड सोशल इम्पैक्ट इनिशिएटिव ऑफ द ईयर' वर्ग का विजेता चुना गया ।
- नई दिल्ली। भारतीय एथलीट ज्योति याराजी 26 जुलाई से शुरू होने वाले पेरिस ओलंपिक में 100 मीटर बाधा दौड़ में हिस्सा लेने वाली देश की पहली खिलाड़ी बन जायेंगी जिसमें उनकी कोशिश अपनी मां कुमारी के अभी तक के सारे संघर्षों को खत्म करने की होगी। विश्व रैंकिंग कोटे से ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली याराजी अपनी मां की सकारात्मक सोच से प्रेरित होकर पेरिस में शानदार प्रदर्शन करना चाहेंगी। उनकी मां विशाखापत्तनम में एक स्थानीय अस्पताल में सफाईकर्मी और घरेलू सहायिका की ‘डबल शिफ्ट' में काम करती थीं।‘रिलायंस फाउंडेशन' द्वारा आयोजित एक वर्चुअल बातचीत में याराजी ने कहा, ‘‘पहले मैं अपनी व्यक्तिगत जिंदगी, अपने परिवार और पृष्ठभूमि को लेकर बहुत ज्यादा चिंतित रहती थी। लेकिन मैंने काफी कुछ सीखा है। '' उन्होंने कहा, ‘‘कभी कभार मेरी हालत बहुत खराब होती। मेरी मां हमेशा मुझे कहती कि आगे बढ़ते रहो क्येांकि हम वर्तमान, अतीत और भविष्य को नहीं रोक सकते। '' याराजी ने कहा, ‘‘मेरी मां ने मुझे कहा, तुम अपने लिए काम करो, कोई भी नतीजा रहे, हम इसे स्वीकार करेंगे। मेरी मां प्रतियोगिता से पहले मुझे कभी नहीं कहतीं कि पदक जीतो या फिर स्वर्ण पदक जीतो। वह मुझसे कहतीं कि जाओ स्वस्थ रहो और जो भी मैं करूं उसमें संतुष्ट रहूं। इसलिये मैं हमेशा सकारात्मक सोच से आगे बढ़ती हूं। '' उन्होंने यह भी कहा कि सकारात्मक सोच के लोगों के साथ रहने से भी उन्हें मदद मिली क्योंकि उन्होंने अतीत और भविष्य के बारे में ज्यादा सोचने के बजाय मेरे वर्तमान को सुधारने में मदद की। याराजी ने अपने कोच जेम्स हिलियर (रिलायंस फाउंडेशन के एथलेटिक्स निदेशक) का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘पहले मेरे पास अच्छी टीम नहीं थी। अब मेरे साथ बहुत सारे सकारात्मक लोग हैं। इससे मुझे काफी मदद मिल रही है। मैं हमेशा सकारात्मक रहती हूं। मैं सकारात्मक सोच से नकारात्मकता को दूर करती हूं। '' याराजी का राष्ट्रीय रिकॉर्ड 12.78 सेकेंड का है और वह मानती हैं कि ओलंपिक पदार्पण में उन पर काफी दबाव होगा लेकिन वह ध्यान लगाकर शांत बने रहने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे ओलंपिक में खेलने का अनुभव नहीं है लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि ये अच्छे रहेंगे। मुझे एशियाई चैम्पियनशिप, एशियाई खेल और विश्व चैम्पियनशिप का अनुभव है। मुझे उम्मीद है कि इनसे मिले अनुभव का ओलंपिक में फायदा उठाऊंगी। ''
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नयी दिल्ली. पेरिस ओलंपिक में भारत के 117 खिलाड़ी भाग लेंगे। खेल मंत्रालय ने इसके अलावा सहयोगी स्टाफ के 140 सदस्यों को भी मंजूरी दी है जिसमें खेल अधिकारी भी शामिल हैं। सहयोगी स्टाफ के 72 सदस्यों को सरकार के खर्चे पर मंजूरी मिली है। ओलंपिक के लिए जिन खिलाड़ियों ने क्वालीफाई किया था उनमें से केवल गोला फेंक की एथलीट आभा खटुआ का नाम सूची में नहीं है। विश्व रैंकिंग के जरिए कोटा हासिल करने वाली आभा खटुआ का नाम हटाने को लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है। कुछ दिन पहले विश्व एथलेटिक्स की ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की सूची से उनका नाम हटा दिया गया था। अभी तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि चोट लगने, डोपिंग उल्लंघन या किसी अन्य तकनीकी समस्या के कारण उनका नाम हटाया गया है। ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले अन्य खिलाड़ियों को उम्मीद के अनुरूप मंजूरी मिल गई। लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता पूर्व निशानेबाज गगन नारंग को दल प्रमुख बनाया गया है। नारंग भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) में उपाध्यक्ष भी हैं। खेल मंत्रालय की ओर से आईओए की अध्यक्ष पीटी उषा को लिखे गए पत्र में कहा गया है,‘‘ओलंपिक खेल 2024 की आयोजन समिति के मानदंडों के अनुसार सहयोगी स्टाफ के 67 सदस्य ही खेल गांव में रुक सकते हैं जिनमें आईओए के 11 अधिकारी भी शामिल हैं। अधिकारियों में पांच सदस्य चिकित्सा दल के हैं।'' पत्र में कहा गया है,‘‘खिलाड़ियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार की लागत पर 72 अतिरिक्त कोच और अन्य सहायक कर्मचारियों को मंजूरी दी गई है और उनके ठहरने की व्यवस्था होटल-खेल गांव के बाहर के स्थानों में की गई है।'' आभा खटुआ का नाम शामिल नहीं होने के बावजूद खिलाड़ियों की सूची में सर्वाधिक 29 (11 महिला और 18 पुरुष) खिलाड़ी एथलेटिक्स के हैं। उनके बाद निशानेबाजी (21) और हॉकी (19) का नंबर आता है। टेबल टेनिस में भारत के आठ जबकि बैडमिंटन में दो बार की ओलंपिक पदक विजेता के पीवी सिंधु सहित सात खिलाड़ी भाग लेंगे। कुश्ती (6), तीरंदाजी (6) और मुक्केबाजी (6) में छह-छह खिलाड़ी ओलंपिक में अपनी चुनौती पेश करेंगे। इसके बाद गोल्फ (4), टेनिस (3), तैराकी (2), सेलिंग (2) का नंबर आता है। घुड़सवारी, जूडो, रोइंग और भारोत्तोलन में एक-एक खिलाड़ी भाग लेंगे। निशानेबाजी दल में 11 महिला और 10 पुरुष खिलाड़ी शामिल हैं। टेबल टेनिस में पुरुष और महिला दोनों वर्ग में चार-चार खिलाड़ी शामिल हैं। तोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई चानू दल में शामिल एकमात्र भारोत्तोलक हैं। वह महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में चुनौती पेश करेंगी। तोक्यो ओलंपिक में भारत के 119 खिलाड़ियों ने भाग लिया था जिन्होंने सात पदक जीते थे। इनमें नीरज चोपड़ा का भाला फेंक में जीता गया ऐतिहासिक स्वर्ण पदक भी शामिल है। चोपड़ा पेरिस में अपने खिताब का बचाव करने के लिए उतरेंगे। दल में शामिल में 21 अधिकारियों में 11 खेल गांव में रुकेंगे जबकि बाकी अधिकारी खेल गांव के बाहर होटल में ठहरेंगे। इनका खर्च सरकार वहन करेगी। निशानेबाजी में सहयोगी स्टाफ के सर्वाधिक 18 सदस्य शामिल हैं जिनमें से एक हाई परफॉर्मेंस निदेशक और छह कोच खेल गांव में ठहरेंगे। बाकी 11 सदस्य होटल में रुकेंगे जिनमें चार कोच, चार फिजियो, दो मनोवैज्ञानिक और एक अनुकूलन विशेषज्ञ शामिल हैं। एथलेटिक्स में सहयोगी स्टाफ के 17 सदस्य शामिल हैं। उसके बाद कुश्ती (12), मुक्केबाजी (11), हॉकी (10), टेबल टेनिस (9), बैडमिंटन (9), गोल्फ (7), घुड़सवारी (5), तीरंदाजी (4), नौकायन (4), भारोत्तोलन (4) टेनिस (3), तैराकी (2) और जूडो (1) का नंबर आता है। मंत्रालय के पत्र में कहा गया है कि पेरिस में भारतीय दूतावास में एयर अताशे पद पर कार्यरत एयर कमोडोर प्रशांत आर्य ओलंपिक अताशे होंगे, जिनके पास मान्यता पत्र होगा तथा वह दूतावास की सहायता और हस्तक्षेप की आवश्यकता वाले किसी भी मुद्दे का समाधान करने के लिए खेल गांव और प्रतियोगिता स्थलों का दौरा करेंगे।
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नई दिल्ली. भारत ने बीजिंग ओलंपिक 2008 से लेकर प्रत्येक ओलंपिक में पदक जीता है और पेरिस ओलंपिक में भाग ले रहे पहलवानों के लिए इस सिलसिले को जारी रखना बड़ी चुनौती होगी। लगातार चार ओलंपिक में सफलता के बाद कुश्ती भारत का प्रमुख खेल बन गया। इस बीच उसने सीनियर ही नहीं जूनियर स्तर पर भी अच्छी सफलताएं हासिल की। वह सुशील कुमार थे जिन्होंने 2008 में कांस्य पदक जीत कर भारत में कुश्ती का परिदृश्य बदला। इसके चार साल बाद लंदन ओलंपिक में उन्होंने रजत पदक हासिल किया जबकि योगेश्वर दत्त ने कांस्य पदक जीता। साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक खेल 2016 में कांस्य पदक जीत कर यह सिलसिला जारी रखा जबकि तोक्यो ओलंपिक में रवि दहिया ने रजत और बजरंग पूनिया ने कांस्य पदक जीता। लेकिन जब यह खेल नित नई ऊंचाई हासिल कर रहा था तब देश के शीर्ष पहलवानों के भारतीय कुश्ती महासंघ के तत्कालीन प्रमुख के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के कारण इसकी प्रगति को करारा झटका लगा। इसके कारण राष्ट्रीय शिविर और घरेलू प्रतियोगिताओं का आयोजन नहीं हो पाया। इससे भ्रम की स्थिति पैदा हो गई और तब कोई नहीं जानता था कि आगे क्या होगा। राष्ट्रीय महासंघ के चुनाव हुए लेकिन नई संस्था को निलंबित कर दिया गया। इस खेल की अंतरराष्ट्रीय संस्था के निलंबन हटाए जाने के बाद ही स्थिति सामान्य हो पाई। भारत का केवल एक पुरुष खिलाड़ी और पांच महिला खिलाड़ी ही ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर पाए। इन खिलाड़ियों के मजबूत और कमजोर पक्षों का यहां विश्लेषण किया जा रहा है। अमन सहरावत (पुरुष फ़्रीस्टाइल 50 किग्रा): अपने खेल में निरंतर सुधार करने वाले अमन ने 57 किग्रा भार वर्ग में रवि दहिया की जगह ली। उनका दमखम और धैर्य बनाए रखना मजबूर पक्ष है। अगर मुकाबला 6 मिनट तक चलता है तो उन्हें हराना आसान नहीं होगा। उनके खेल में हालांकि रणनीति का अभाव नजर आता है। उनके पास प्लान बी नहीं होता है। पेरिस में उन्हें रेई हिगुची और उज्बेकिस्तान के गुलोमजोन अब्दुल्लाव से कड़ी चुनौती मिल सकती है। विनेश फोगाट (महिला 50 किग्रा): इसमें कोई संदेह नहीं है कि विनेश फोगाट भारत की सबसे बेहतरीन महिला पहलवानों में से एक हैं। मजबूत रक्षण और उतना ही प्रभावशाली आक्रमण उनकी ताकत है। लेकिन पिछले एक साल में उन्हें चोटी की खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने का कम मौका मिला है। इसके अलावा वह कम वजन वर्ग में भाग ले रही है। उन्हें वजन कम करने की जटिल प्रक्रिया से गुजरना होगा। अंतिम पंघाल (महिला 53 किग्रा): हिसार की यह तेजतर्रार खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल करने वाली पहली पहलवान थी। जब विरोध प्रदर्शन अपने चरम पर था, तब उन्होंने विनेश को ट्रायल के लिए चुनौती भी दी थी। अंतिम का मजबूत पक्ष उनका लचीलापन है जिससे वह विरोधी की पकड़ से जल्दी बाहर निकल जाती है। उन्होंने हालांकि एशियाई खेलों में भाग नहीं लिया और पीठ की चोट के कारण उन्हें इस साल एशियाई चैम्पियनशिप से बाहर होना पड़ा। पिछले कुछ समय में कम प्रतियोगिताओं में भाग लेने का उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है। अंशु मलिक (महिला 57 किग्रा): जूनियर स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने के बाद सीनियर स्तर में जगह बनाने वाली अंशु पदक के दावेदारों में शामिल है। मैट पर तेज़ी से मूवमेंट करना और आक्रामक खेल शैली अंशु की सबसे बड़ी ताकत है। हालांकि उनकी फिटनेस चिंताजनक पहलू है। वह कंधे की चोट से परेशान रही हैंं। उनका दावा है कि यह सिर्फ गर्दन की ऐंठन है, लेकिन उसका परीक्षण नहीं किया गया है। निशा दहिया (महिला 68 किग्रा): निशा के बारे में बहुत अधिक दावे नहीं किए गए। उन्होंने शुरू में काफी उम्मीद जगाई लेकिन चोटिल होने के कारण उनकी प्रगति पर प्रभाव पड़ा। वह अपनी आक्रामक शैली से मजबूत प्रतिद्वंदी को भी चौंका देती है। वह बेखौफ होकर खेलती है जो उनका मजबूत पक्ष है। उन्हें हालांकि बड़ी प्रतियोगिताओं में खेलने का कम अनुभव है जो उनकी कमजोरी है। इसके अलावा मुकाबला लंबा चलने पर वह शिथिल पड़ जाती है। रीतिका हुड्डा (महिला 76 किग्रा): रीतिका अपनी ताकत के दम पर मजबूत खिलाड़ियों को भी चौंका देती है। इससे अनुभवी पहलवानों के लिए भी उन्हें हराना मुश्किल साबित हो सकता है। रीतिका के पास ताकत और तकनीक है, लेकिन उन्हें मुकाबले के आखिरी 30 सेकंड में अंक गंवाने की आदत है। अगर वह बढ़त भी बना लेती है, तो वह उन अंकों को खो सकती है। मुकाबले के आखिर में ध्यान भटक जाना उनकी कमजोरी है।
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नयी दिल्ली भारत की पहली महिला पैरालंपिक पदक विजेता दीपा मलिक को एशियाई पैरालंपिक समिति (एपीसी) ने दक्षिण एशिया के लिए उप क्षेत्रीय प्रतिनिधि नियुक्त किया है। एपीसी की 34वीं कार्यकारी बोर्ड बैठक के दौरान इस नियुक्ति की पुष्टि की गई। यह नियुक्ति पैरा खेलों में लैंगिक विविधता और खिलाड़ियों के नेतृत्व के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। दीपा मलिक तुरंत पद की जिम्मेदारी संभालेंगी। मीडिया विज्ञप्ति के अनुसार भारत की पूर्व पैरालंपिक समिति प्रमुख की नियुक्ति से कार्यकारी बोर्ड में महिला प्रतिनिधियों की संख्या पांच हो गई है जो एपीसी के इतिहास में बोर्ड में महिलाओं का सबसे अधिक प्रतिनिधित्व है। एपीसी के अध्यक्ष माजिद रशीद ने कहा, ‘‘हमारे कार्यकारी बोर्ड की बैठकों में महिलाओं की संख्या में इजाफा होना सकारात्मक कदम है, विशेषकर जब डॉक्टर दीपा मलिक के अनुभव, कौशल और जानकारी रखने वाली कोई महिला इसमें शामिल हो। '' दीपा की भूमिका में दक्षिण एशियाई देशों का प्रतिनिधित्व करना और इस क्षेत्र में पैरा खेलों के विकास और इन्हें प्रोमोट करने की वकालत करना होगा। दीपा ने कहा, ‘‘दक्षिण एशिया का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है और मेरे लिए शानदार मौका है। भारत लंबे समय से ‘वसुधैव कुटुम्बकम' का नेतृत्वकर्ता रहा है और अब इस बड़े परिवार में योगदान देने के लिए आगे बढ़ने का सही समय है।