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- उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन लखपति दीदी सम्मेलन में हुए शामिल- लखपति दीदी संकल्प लेकर चुनौती को अवसर में बदल रहीराजनांदगांव । उपराष्ट्रपति श्री सीपी राधाकृष्णन आज स्टेट हाई स्कूल मैदान राजनांदगांव में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में राज्यपाल श्री रामेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव, लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। उपराष्ट्रपति श्री सीपी राधाकृष्णन ने महतारी वंदन योजना के तहत माह नवम्बर 2025 में 21वीं किश्त के रूप में प्रदेश के 69 लाख 07 हजार 615 महिला हितग्राहियों को बटन दबाकर 646 करोड़ 52 लाख 10 हजार रूपए की राशि डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में अंतरित की। इसके साथ ही उपराष्ट्रपति श्री सीपी राधाकृष्णन ने नियद नेल्लानार योजना के तहत प्रथम किश्त के रूप में 7 हजार 658 हितग्राहियों को 76 लाख 26 हजार 500 रूपए की राशि उनके खाते में अंतरित किया। उपराष्ट्रपति श्री सीपी राधाकृष्णन ने कुल 69 लाख 15 हजार 273 हितग्राहियों को कुल 647 करोड़ 28 लाख 36 हजार 500 रूपए का भुगतान डीबीटी के माध्यम से अंतरित किया। उपराष्ट्रपति श्री सीपी राधाकृष्णन एवं अतिथियों ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के स्टॉल का अवलोकन किया। उन्होंने एलआरएम की लखपति दीदीयों से चर्चा की एवं उनके लखपति दीदी बनने तथा आर्थिक व सामाजिक सशक्तिकरण के अनुभवों को जाना।उपराष्ट्रपति श्री सीपी राधाकृष्णन ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत माता के चरणों को प्रणाम करता हूं, जो दयालु और कृपालु है। उन्होंने छत्तीसगढ़ी में कहा कि जम्मो भाई-बहिनी मन ला जय जोहार। उन्होंने कहा कि हम प्रदेश की स्थापना के 25 वर्षों का आनंद उत्सव मना रहे हैं। छत्तीसगढ़ एक ऊर्जावान, विकासशील एवं विकसित राज्य है। छत्तीसगढ़ बढ़ रहा है, वैसे ही मैं भी बढ़ रहा हूं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ स्थापना के प्रारंभिक वर्ष में पानी, बिजली एवं अधोसंरचना की कमी थी। आज छत्तीसगढ़ एक बिजली उत्पादक राज्य के रूप में उभरकर सामने आया है और उत्तरोत्तर प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य के क्षेत्र में वृद्धि हुई है। उदयाचल संस्थान ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपना योगदान दिया है एवं संस्थान के माध्यम से गरीब एवं जरूरतमंद लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचेंगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश भर में मोतियाबिंद से मुक्त कराने के लिए तथा नेत्र रोग की चिकित्सा के लिए 130 लाख से भी अधिक आपरेशन किए गए है तथा 19 लाख चश्में का वितरण किया गया है। अथक प्रयासों से दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में भी बुजुर्ग मोतियाबिंद की बीमारी से मुक्त हो रहे हैं। प्रधानमंत्री की दूरदृष्टि एवं प्रयासों से आयुष्मान आरोग्य योजना स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि लखपति दीदी का यह उत्सव महिला स्वसहायता समूह की आत्मनिर्भरता का प्रमाण है और हमारी लखपति दीदी जो संकल्प लेकर चुनौती को अवसर में बदल रही हैं। लखपति दीदी केवल आय का प्रतीक नहीं है, बल्कि आत्मनिर्भरता, सम्मान का प्रतीक है। उपराष्ट्रपति ने प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में जरूरतमंद महिलाओं को लखपति दीदी के तौर पर अग्रसर करने तथा सक्षम बनाने के लिए प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने लगभग 5 लाख लखपति दीदी को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है।उपराष्ट्रपति श्री सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि राजनांदगांव जिला प्रशासन की ओर से एक लाख से अधिक महिलाओं को स्वसहायता समूह बिहान से जोड़ा गया है। राजनांदगांव माँ बम्लेश्वरी देवी का धाम है, जो महिला सशक्तिकरण एवं उन्नयन के लिए एक मिसाल है। यहां महिलाओं की विकास गाथाओं के दृष्टिकोण से राजनांदगांव जिला एक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि लखपति दीदी के साहस, परिश्रम एवं दृढ़ निश्चय की प्रशंसा करता हूं। वे रूकेगीं नहीं और लखपति दीदी से करोड़पति दीदी बनेगी। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव जिले में सशक्त महिलाएं है, जो आर्थिक एवं राजनीतिक दृष्टि से परचम लहरा रही है। यहां पंच, सरपंच विकास के विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान दे रही है। महिलाएं न केवल घर का नेतृत्व कर रही है, बल्कि प्रशासन में कार्य कर रही है तथा राजनीतिक परिवर्तन के साथ ही भविष्य के नेतृत्वकर्ता को प्रेरणा दे रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की दृष्टि एवं गृह मंत्री के दृढ़ निश्चय से तथा सुरक्षा बलों के अथक प्रयासों से छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद खात्मे की ओर है। नक्सलवादियों ने अनाज के वितरण कैसा हो के संबंध में कहा लेकिन अनाज को उपजाने के बारे में बात नहीं की। प्रधानमंत्री जनसामान्य के जीवन को उन्नत बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं। आपके परिश्रम, दृढ़ निश्चय से 2047 में विकसित छत्तीसगढ़ तथा विकसित भारत बनेगा और विश्व में पहले स्थान प्राप्त करेंगा। उन्होंने महतारी वंदन योजना अंतर्गत सभी हितग्राही महिलाओं को राशि हस्तांतरित करने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।छत्तीसगढ़ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था और महिला सशक्तिकरण की एक जीवंत तस्वीर : राज्यपाल श्री रामेन डेकाराज्यपाल श्री रामेन डेका ने कहा कि लखपति दीदी सम्मेलन केवल एक कार्यक्रम नहीं है बल्कि छत्तीसगढ़ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था और महिला सशक्तिकरण की एक जीवंत तस्वीर है। यहां उपस्थित हर दीदी इस बात की मिसाल है कि जब संकल्प और सामूहिक प्रयास जुड़ते है तो आत्मनिर्भरता केवल सपना नहीं रहता वह हकीकत बन जाता है। चाहे वह बलरामपुर हो, बस्तर, बिलासपुर या राजनांदगांव हर जगह महिलाओं की सशक्त उपस्थिति से गर्व की अनुभूति हुई। बस्तर क्षेत्र में महिलाओं द्वारा वनोपज से जैविक उत्पाद तैयार कर बाजार तक पहुंचाने का और बलरामपुर में महिला स्वसहायता समूहों ने बाड़ी विकास और स्थानीय उत्पादों के विपणन में उल्लेखनीय कार्य किया है, वहीं कोण्डागांव में वनोपज, बाड़ी विकास, फूड प्रोसेसिंग, सिलाई-कढ़ाई जैसे कार्यों से अपनी आय बढ़ा रही हैं। राजनांदगांव जिले में भी लगभग 40 हजार लखपति दीदियां बनी है। जिसमें से 208 दीदियां सालाना 5 लाख रूपए से अधिक एवं 26 दीदियां सालाना 10 लाख रूपए से अधिक का व्यवसाय कर रही हैं। लखपति दीदियां केवल आर्थिक दृष्टि से नहीं बल्कि सामाजिक रूप से भी बदलाव ला रही हैं।छत्तीसगढ़ की माता और बहनों को लखपति दीदी बनाना हमारा लक्ष्य : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायलखपति दीदी सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़वासियों के लिए सौभाग्य का दिन है कि देश के उपराष्ट्रपति जी छत्तीसगढ़ राज्य के रजत महोत्सव के अवसर पर आए हैं। इससे पहले स्थापना दिवस के अवसर पर एक नवम्बर को देश के प्रधानमंत्री ने पूरा समय छत्तीसगढ़वासियों को दिया और अनेक सौगातें दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पहचान पिछड़े प्रदेशों के रूप में थी। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने विकास के लिए कार्य करते हुए सार्वजनिक वितरण प्रणाली को स्थापित किया और चाऊर वाले बाबा के रूप में पहचान बनाई। राज्य निर्माण के बाद 15 वर्ष के कार्यकाल में बिजली, पानी,सड़क, शिक्षा,स्वास्थ्य के क्षेत्र में विकास हुआ। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आगे कहा कि हमारी सरकार बनने के विगत 22 माह में सरकार ने विकास के कार्यों को आगे बढ़ाया है। सरकार बनते ही 18 लाख पीएम आवास की स्वीकृति, किसानों से किए गए वादा को पूरा करते हुए 3100 रूपए प्रति क्विंटल धान का समर्थन मूल्य, दो माह का बकाया बोनस की राशि देने का कार्य किया। तेंदूपत्ता संग्रहण करने वाले श्रमिकों को लाभान्वित करने के लिए प्रति मानक बोरा की राशि को 4000 से बढ़ाकर 5500 रूपए कर दिया गया और चरण पादुका का वितरण किया गया। उन्होंने बताया कि भगवान श्री रामलला तीर्थ दर्शन योजना के तहत 30 हजार से अधिक भक्तों को अयोध्या में श्रीराम का दर्शन कराया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने नई उद्योग नीति से रोजगार मिलने और निवेश होने की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 7 लाख 82 हजार लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य है। अभी तक 4 लाख 93 हजार बन चुके हैं। आने वाले समय में प्रदेश 14 लाख 77 हजार लखपति दीदी बनाये जाएंगे। जिनका चिन्हांकन किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने राजनांदगांव के अंजोरा में हर्बल उत्पाद से महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने का जिक्र करते हुए अपने गृह जिला जशपुर में भी लखपति दीदी बनाने और इस दिशा में आगे किए जा रहे प्रयासों को बताया।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है और आने वाले समय में सभी माताओं-बहनों को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य है। उन्होंने महतारी वंदन योजना से प्रदेश की 70 लाख महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार की राशि खाते में देने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे जवानों की मेहनत से बस्तर भी अब विकास से जुड़ रहा है। नियद नेल्लानार योजना के माध्यम से बस्तर संभाग के दूरस्थ क्षेत्रों में अनेक इलाकों में बिजली-पानी और सड़क सहित अन्य सुविधाएं पहुंचाई जा रही है। उन्होंने बताया कि उद्योग नीति के माध्यम से नये निवेश को प्रोत्साहन,आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डाटा बेस, सेमीकंडक्टर निर्माण का कार्य भी जारी है। आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत संकल्प को पूरा करने की दिशा में भी छत्तीसगढ़ की सरकार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने पद्मश्री श्रीमती फूलबासन बाई यादव एवं लखपति दीदियों के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें लखपति दीदी से करोड़पति दीदी बनने की कामना की।विकास कार्यों से बढ़ रही है राज्य की पहचान : विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंहलखपति दीदी सम्मेलन को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राजनांदगांव में लखपति दीदियों का सम्मेलन छत्तीसगढ़ की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने और विकास की राह में आगे बढ़ाने की दिशा में मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि आज का दिन गौरवान्वित होने वाला दिन है क्योंकि देश के उपराष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री राजनांदगांव में लखपति दीदियों के काम को देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हम छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव मना रहे हैं, यह ऐतिहासिक क्षण है। विगत 25 वर्षों में हमारे राज्य ने विकास की नई ऊंचाइयों को छूने का कार्य किया है और अंतिम छोर तक के गाँव और व्यक्ति तक विकास की योजनाएं पहुंची है। बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य और उच्च शिक्षण संस्थानों की स्थापना के साथ राज्य की पहचान बढ़ी है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने जिले में लखपति दीदी को आगे बढ़ाने के लिए पद्मश्री फूलबासन बाई यादव एवं जिला पंचायत सीईओ के योगदान की भी सराहना की। उन्होंने सम्मेलन को नारी शक्ति की पहचान और महिलाओं के आत्मनिर्भरता की मिसाल बताया। इसके साथ ही डॉ. रमन सिंह ने राजनांदगांव जिले में विकास के कार्य तेजी से होने, पीएम आवास निर्माण में राज्य में अव्वल होने, शिशु मृत्यु दर-मातृ मृत्यु दर, कुपोषण के खिलाफ लड़ाई तथा जल संरक्षण की दिशा में भी उत्कृष्ट कार्य होने की बात कही।महापौर श्री मधुसूदन यादव ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल श्री योगेशदत्त मिश्रा, पूर्व सांसद श्री प्रदीप गांधी, श्री खूबचंद पारख, श्री सचिन बघेल, श्री दिनेश गांधी, श्री रमेश पटेल, श्री संतोष अग्रवाल, श्री अशोक चौधरी, श्री सौरभ कोठारी, श्री भावेश बैद,संभागायुक्त श्री सत्यनारायण राठौर, पुलिस महानिरीक्षक श्री अभिषेक शांडिल्य, कलेक्टर श्री जितेन्द्र यादव, पुलिस अधीक्षक श्रीमती अंकिता शर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे।
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बिलासपुर . बिलासपुर रेलवे स्टेशन के करीब मंगलवार को हुए रेल हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है, जबकि 20 लोग घायल हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि घटना मंगलवार शाम लगभग चार बजे हुई, जब ‘मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट' (एमईएमयू) यात्री ट्रेन कोरबा जिले के गेवरा से पड़ोसी जिले बिलासपुर जा रही थी। रेलवे के अधिकारियों ने कहा, ‘‘ दुर्घटना में छह महिलाओं सहित 11 लोगों की मौत हुई है तथा 20 अन्य घायल हो गए हैं।'' उन्होंने बताया कि 11 मृतकों में से पांच की पहचान रेलगाड़ी के लोको पायलट विद्या सागर (53), लवकुश शुक्ला (41), रंजीत प्रभाकर (40), शीला यादव (25) और प्रिया चंद्र (21) के रूप में हुई है। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में से चार महिलाओं और दो पुरुषों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। 20 घायलों में नौ महिलाएं और दो वर्षीय बच्चा शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यात्री ट्रेन की सहायक लोको पायलट रश्मि राज (34) और ट्रेन मैनेजर अशोक कुमार दीक्षित (54) तथा मालगाड़ी के गार्ड शैलेश चंद्र (49) भी अस्पताल में भर्ती हैं। अधिकारियों ने बताया कि टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि रेलगाड़ी का एक डिब्बा मालगाड़ी के एक डिब्बे के ऊपर चढ़ गया। बचाव दल को रेलगाड़ी के टूटे-फूटे डिब्बे को काटकर शवों को निकालने के लिए घंटों मेहनत करनी पड़ी, क्योंकि कई शव मलबे में बुरी तरह फंसे हुए थे। उन्होंने बताया, ''रेल प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य तत्काल प्रारंभ कर दिए थे तथा घायलों को नजदीकी अस्पतालों में समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। घायल यात्रियों को बिलासपुर के अपोलो अस्पताल, छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) और अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि बचाव और मरम्मत का काम सुबह करीब साढ़े पांच बजे पूरा हो गया। जहां दुर्घटना हुई थी, उस लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई है। रेलवे ने एक बयान जारी कर बताया है कि घटना में घायल हुए लोगों को त्वरित अनुग्रह सहायता राशि के अग्रिम के रूप में 50-50 हजार रुपये दिए गए हैं। घायलों का उपचार विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में किया जा रहा है। बयान में कहा गया है, ''रेल प्रशासन द्वारा सभी अस्पतालों से लगातार संपर्क बनाए रखा गया है तथा प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति के लिए चिकित्सा, परिवहन एवं आवश्यक सहयोग सुनिश्चित किया गया है। वरिष्ठ रेल अधिकारी निरंतर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।" रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘यात्री गाड़ी रेड सिग्नल तोड़ते हुए आगे बढ़ गई और इसने 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मालगाड़ी को पीछे से टक्कर मार दी।'' अधिकारी ने बताया, ‘‘ इस बात की जांच की जा रही है कि लोको पायलट ने रेड सिग्नल क्यों तोड़ा और समय पर इमरजेंसी ब्रेक क्यों नहीं लगाया, जबकि मालगाड़ी दिखाई देने वाली दूरी पर थी।'' अधिकारी ने बताया कि मालगाड़ी का गार्ड आखिरी समय में कूद गया, उसे मामूली चोटें आईं है।
एक बयान में कहा गया है कि रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है, जबकि मामूली रूप से घायल लोगों को एक-एक लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। बयान में कहा गया है कि इस घटना की विस्तृत जांच रेलवे सुरक्षा आयुक्त स्तर पर करायी जाएगी, जिससे घटना के कारणों की समुचित जांच करके आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाए जा सके। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दुर्घटना पर दुख जताया है तथा मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की है . - रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्योत्सव रजत जयंती समारोह 2025 में औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के लिए रामानुजम श्रम यशस्वी पुरस्कार 2025 पुरस्कार से नवाजा गया। यह पुरस्कार माननीय उपराष्ट्रपति श्री सीपी राधाकृष्णन जी, महामहिम राज्यपाल छत्तीसगढ़ श्री रेमन डेका जी,माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ श्री विष्णुदेव साय जी, माननीय विधानसभा अध्यक्ष,डॉ रमन सिंह जी तथा अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में एनटीपीसी लारा की कार्यकारी निदेशक श्री अनिल कुमार को छत्तीसगढ़ राज्योसचव अलंकरण समारोह में प्रदान किया गया। यहां यह बताना उचित होगा यह सम्मान पूरे छत्तीसगढ़ की सभी उद्योगों में से जिस उद्योगों में बीते 3 सालों में किसीभी दुर्घटना घटित न हुआ हो और श्रमिकों को सभी प्रकार के सुविधा तथा उनका कल्याण सुनिश्चित करते है। छत्तीसगढ़ का यह प्रतिष्ठित पुरस्कार से यह प्रमाणित होता है कि एनटीपीसी लारा की औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा तथा श्रमिक कल्याण नीतियो राज्य में श्रेष्ठ है।
- -उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव के समापन समारोह में शामिल हुए-उपराष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ में उल्लेखनीय प्रगति और समावेशी विकास पर प्रकाश डाला-उपराष्ट्रपति ने रजत महोत्सव को विकसित छत्तीसगढ़ के माध्यम से विकसित भारत का संकल्प बताया-उपराष्ट्रपति ने जनजातीय समुदायों को वन, संस्कृति और विरासत का संरक्षक बताया-उपराष्ट्रपति ने सामूहिक इच्छाशक्ति और विकास के माध्यम से नक्सलवाद को समाप्त करने में छत्तीसगढ़ की सफलता की सराहना की-‘छत्तीसगढ़ में विकास और विश्वास ने भय और हिंसा का स्थान लिया’ - श्री सी.पी. राधाकृष्णन-छत्तीसगढ़ सहभागी विकास और जन-प्रेरित परिवर्तन का प्रतीक-राज्य ने सांस्कृतिक जड़ों के संरक्षण के साथ आधुनिकीकरण का संतुलन किया - उपराष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ में उल्लेखनीय प्रगति और समावेशी विकास पर प्रकाश डाला-उपराष्ट्रपति ने रजत महोत्सव को विकसित छत्तीसगढ़ के माध्यम से विकसित भारत का संकल्प बताया-उपराष्ट्रपति ने जनजातीय समुदायों को वन, संस्कृति और विरासत का संरक्षक बताया-उपराष्ट्रपति ने सामूहिक इच्छाशक्ति और विकास के माध्यम से नक्सलवाद को समाप्त करने में छत्तीसगढ़ की सफलता की सराहना की-‘छत्तीसगढ़ में विकास और विश्वास ने भय और हिंसा का स्थान लिया’ - श्री सी.पी. राधाकृष्णन-छत्तीसगढ़ सहभागी विकास और जन-प्रेरित परिवर्तन का प्रतीक-राज्य ने सांस्कृतिक जड़ों के संरक्षण के साथ आधुनिकीकरण का संतुलन किया - उपराष्ट्रपतिरायपुर /उपराष्ट्रपति श्री सी. पी. राधाकृष्णन आज नवा रायपुर में आयोजित छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। यह आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया, जिसमें राज्य की विकास, प्रगति और सांस्कृतिक समृद्धि की प्रेरक यात्रा का जश्न मनाया गया।उपराष्ट्रपति ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए, इस ऐतिहासिक रजत जयंती समारोह में छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ शामिल होने पर अपार प्रसन्नता व्यक्त की जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। इस पाँच दिवसीय महोत्सव में लोगों ने छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति और इसके प्रभावशाली सामाजिक-आर्थिक बदलाव की झलक देखी।उपराष्ट्रपति ने 1 नवम्बर 2000 को राज्य के निर्माण में स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी के दूरदर्शी नेतृत्व को गर्व से याद किया और एक पूर्व लोकसभा सांसद के रूप में अपने जुड़ाव को व्यक्तिगत तौर पर प्रकट किया, जब उन्होंने राज्य पुनर्गठन विधेयक का समर्थन किया था। उन्होंने छत्तीसगढ़ की असाधारण 25 साल की यात्रा की सराहना की - भारत के सबसे युवा राज्यों में से एक होने से लेकर सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और प्रशासनिक क्षेत्रों में प्रगति के एक मॉडल के रूप में उभरने तक।श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने नक्सलवाद के खतरे को खत्म करने में राज्य की सफलता की सराहना की और इसका श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के दृढ़ नेतृत्व के साथ-साथ राज्य सरकार, सुरक्षा बलों और स्थानीय समुदायों के समर्पित प्रयासों को दिया। उन्होंने कहा कि विकास और विश्वास ने छत्तीसगढ़ में भय और हिंसा का स्थान ले लिया है।उपराष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ की सफलता की नींव रखने वाले लोगों - किसानों, जनजातीय समुदायों, उद्यमियों, शिक्षकों और युवाओं - की सराहना की। उन्होंने राज्य की अनुकरणीय सार्वजनिक वितरण प्रणाली की विशेष रूप से सराहना की, जो 72 लाख से अधिक लाभार्थियों को निःशुल्क खाद्यान्न प्रदान करती है, और सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सुदृढ़ बनाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को बधाई दी।श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने राज्य की प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए आदिवासी समुदायों को सम्मान दिया। उन्होंने आदिवासी समुदायों की बुद्धिमत्ता, संस्कृति और सतत जीवन शैली की सराहना की, जो आज के पारिस्थितिक और सामाजिक संदर्भ में गहरी प्रासंगिकता रखती है।उपराष्ट्रपति ने राज्य में उल्लेखनीय बुनियादी ढांचे के विकास पर भी प्रकाश डाला, जिसमें व्यापक सड़क, रेल, एक्सप्रेसवे और हवाई अड्डे की कनेक्टिविटी शामिल है, जिसने सुदूरवर्ती जिलों को राष्ट्रीय बाजारों से जोड़ा है। उन्होंने नवा रायपुर की भारत के पहले ग्रीनफील्ड शहर के रूप में प्रशंसा की, जो आईटी हब, फार्मा हब, एआई डेटा सेंटर पार्क और उन्नत स्वास्थ्य सेवा के लिए एक विश्वस्तरीय मेडिसिटी जैसी नई-पुरानी पहलों के माध्यम से एक वैश्विक क्षमता केन्द्र बनने के लिए तैयार है।उन्होंने "अंजोर विज़न @2047" के अंतर्गत सेमीकंडक्टर निर्माण और डिजिटल शासन सुधारों सहित उभरती प्रौद्योगिकियों को अपनाने वाले छत्तीसगढ़ के प्रयासों को रेखांकित किया, जिसका उद्देश्य आर्थिक विस्तार, मानव विकास और स्थायी शासन को बढ़ावा देना है, जो एक विकसित भारत की राष्ट्रीय कल्पना के अनुरूप है।छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक परम्पराओं की प्रशंसा करते हुए, उपराष्ट्रपति ने क्षेत्र के पारंपरिक नृत्यों जैसे पंथी और कर्मा, और इसकी समृद्ध आदिवासी कलाओं और शिल्प की सराहना की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ विविधता में एकता की भारतीय भावना का प्रतीक है, जहाँ सांस्कृतिक संरक्षण और आधुनिकीकरण साथ-साथ चलते हैं।वास्तविक प्रगति पर ज़ोर देते हुए, श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने कहा कि "प्रगति केवल सकल घरेलू उत्पाद से नहीं, बल्कि लोगों के चेहरों पर मुस्कान, शासन में उनके विश्वास और हर बच्चे की आँखों में चमकती आशा से भी मापी जाती है।"अपने संबोधन के समापन पर, उपराष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ के युवाओं से कृत्रिम बुद्धिमत्ता, हरित प्रौद्योगिकियों और वैश्विक बाज़ारों में उभरते अवसरों का लाभ उठाने और साहस, रचनात्मकता और करुणा के साथ राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का आग्रह किया।उन्होंने कहा कि रजत महोत्सव को केवल अतीत के उत्सव के रूप में नहीं, बल्कि भविष्य के लिए एक प्रतिज्ञा के रूप में देखा जाना चाहिए - एक विकसित छत्तीसगढ़ के माध्यम से एक विकसित भारत के निर्माण, लोकतंत्र को मजबूत करने, संस्कृति का सम्मान करने और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उज्जवल कल छोड़ने की प्रतिज्ञा।छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव के समापन समारोह में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमन डेका; मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय; छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह; और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
- -उपराष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में ‘लखपति दीदी सम्मेलन’ में भाग लिया-उपराष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ में बिजली की कमी से उबरकर अधिशेष बिजली संबंधी बदलाव की सराहना की-उपराष्ट्रपति ने नक्सलवाद पर अंकुश लगाने में केन्द्र, राज्य और सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयासों की सराहना की-छत्तीसगढ़ में शांति और प्रगति सामूहिक राजनीतिक इच्छाशक्ति और विकासोन्मुखी शासन का परिणाम-लोकतंत्र केवल संसद में ही नहीं, बल्कि ग्राम सभाओं, पंचायतों और स्वयं सहायता समूहों में भी बसता है: उपराष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र – मोतियाबिंद से मुक्ति संबंधी पहल से लेकर आयुष्मान भारत के कार्यान्वयन तक - में छत्तीसगढ़ की प्रगति की सराहना कीरायपुर ।उपराष्ट्रपति श्री सी. पी. राधाकृष्णन ने आज छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में “लखपति दीदी सम्मेलन” में भाग लिया।उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए, उपराष्ट्रपति ने ‘लखपति दीदी’ पहल की सराहना की तथा इसे भारत की महिलाओं की शक्ति और दृढ़ संकल्प का प्रतीक बताया।उन्होंने कहा कि यह पहल उन महिलाओं - दीदियों - के संकल्प को दर्शाती है जो चुनौतियों को अवसरों में बदल रही हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि “लखपति दीदी” शब्द केवल आय का नहीं, बल्कि स्वतंत्रता, सम्मान और आत्मविश्वास का प्रतीक है।उन्होंने कहा कि देशभर में महिलाओं के नेतृत्व में हजारों स्वयं सहायता समूह इस बात को दर्शा रहे हैं कि कड़ी मेहनत, अनुशासन और एकजुटता कैसे जीवन को बदल सकती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन महिलाओं की उपलब्धियां देश की उन बहनों की परिवर्तनकारी शक्ति को रेखांकित करती हैं, जो ग्रामीण भारत की रीढ़ हैं।सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए, उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का सपना महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास की दिशा में एक असाधारण कदम है - एक ऐसा आंदोलन, जिसकी छत्तीसगढ़ में स्पष्ट अभिव्यक्ति हुई है।उपराष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ एवं पूरे देश में महिलाओं के बढ़ते नेतृत्व की प्रशंसा की। उन्होंने ‘लखपति दीदी’ पहल को एक ऐसा जीवंत आंदोलन बताया, जिसने देशभर में दो करोड़ से अधिक महिलाओं और छत्तीसगढ़ में पांच लाख महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों एवं आय-सृजन की गतिविधियों के जरिए वित्तीय आजादी हासिल करने में सक्षम बनाया है।उन्होंने राज्य सरकार और राजनांदगांव जिला प्रशासन के समर्पित प्रयासों की सराहना की, जिससे 9,663 स्वयं सहायता समूहों के जरिए एक लाख से अधिक महिलाओं को जोड़ा गया है और 700 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि महिला सम्मान योजना के तहत राज्य द्वारा 20 किश्तों में कुल 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि के सीधे हस्तांतरण ने महिला लाभार्थियों को सशक्त बनाया है।श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने महिला सशक्तिकरण के प्रतीक के रूप में राजनांदगांव की अनूठी स्थिति पर प्रकाश डाला और कहा कि 1,000 से अधिक महिलाएं स्थानीय स्वशासन में पंच, सरपंच, जनपद और जिला पंचायत सदस्य के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने इस तथ्य को रेखांकित किया कि लोकतंत्र केवल संसद तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह ग्राम सभाओं, पंचायतों और स्वयं सहायता समूहों में भी बसता है, जहां नागरिक मिलकर चर्चा करते हैं, निर्णय लेते हैं और विकास करते हैं। उन्होंने कहा कि लखपति दीदी आंदोलन भागीदारी, पारदर्शिता और स्थानीय सशक्तिकरण को सुनिश्चित करके लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करता है।उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल ने इस धारणा को बदल दिया है कि महिलाओं को केवल घर तक ही सीमित रहना चाहिए। आज, वे प्रशासक के रूप में उभर रही हैं, आर्थिक आजादी हासिल कर रही हैं और भावी नेताओं को प्रेरित कर रही हैं।उपराष्ट्रपति ने सरकारी सहायता से सभी बाधाओं पर विजय पाने के लिए लखपति दीदियों के साहस और दृढ़ संकल्प की सराहना की तथा आशा व्यक्त की कि वे शीघ्र ही करोड़पति दीदी बन जायेंगी।छत्तीसगढ़ में हुई प्रगति को याद करते हुए, उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब इस राज्य को पानी, बिजली और विकास के अभाव का सामना करना पड़ता था, लेकिन आज यह राज्य पूरे देश के लिए बिजली का उत्पादन करता है और इसने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार किया है।उन्होंने इस क्षेत्र से नक्सल समस्या को समाप्त करने के सफल प्रयासों की भी सराहना की और इसका श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह, राज्य सरकार और सुरक्षा बलों के सहयोगात्मक दृष्टिकोण को दिया।उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि धन का सृजन करना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि उसका वितरण। उन्होंने आगे कहा कि केन्द्र और राज्य सरकारें प्रभावी ढंग से इन लक्ष्यों को हासिल करने में लगी हैं, जिससे नक्सलवाद जैसी चुनौतियों को कम करने में मदद मिली है।हाल ही में विश्व कप में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की जीत का उल्लेख करते हुए, श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने छत्तीसगढ़ की महिलाओं द्वारा किए जा रहे सामाजिक परिवर्तन के साथ एक प्रेरक तुलना की। उन्होंने उनके साहस, दृढ़ता और राष्ट्र की प्रगति में उनके योगदान की सराहना की।श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने इस बात का भी स्मरण किया कि 1 नवम्बर 2000 को छत्तीसगढ़ के निर्माण से पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना पूरा हुआ तथा उन्होंने एक सांसद के रूप में इस विधेयक का समर्थन करने पर गर्व व्यक्त किया।अपने संबोधन का समापन करते हुए, उपराष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि छत्तीसगढ़ और राजनांदगांव सशक्तिकरण, लोकतंत्र और संस्कृति के क्षेत्र में अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करते रहेंगे।राजनंदगांव में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन के दौरान, उपराष्ट्रपति श्री सी. पी. राधाकृष्णन के समक्ष महिला समूहों द्वारा संचालित विभिन्न सामाजिक पहलों का प्रदर्शन किया गया। इनमें दिव्यांगजनों द्वारा स्वयं बनाए गए सहायक उपकरण भी शामिल थे। श्री सी. पी. राधाकृष्णन ने इन रचनात्मक पहलों के जरिए जन कल्याण, प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन और सामुदायिक विकास में महिलाओं के नेतृत्व की सराहना की।श्री सी. पी. राधाकृष्णन ने राजनंदगांव स्थित उदयाचल स्वास्थ्य एवं अनुसंधान संस्थान में एक नए पांच-मंजिला भवन का भी उद्घाटन किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ को मोतियाबिंद मुक्त बनाने में इस संस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका और तपेदिक से निपटने एवं वृक्षारोपण अभियानों को बढ़ावा देने के प्रति उसकी प्रतिबद्धता की सराहना की।उपराष्ट्रपति ने मोतियाबिंद-मुक्त भारत की दिशा में हुई राष्ट्रीय प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान की उल्लेखनीय उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने यह भी बताया कि आयुष्मान भारत, आयुष्मान आरोग्य मंदिर और प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन जैसी पहल देशभर में स्वास्थ्य सेवा की सुलभता के मामले में व्यापक बदलाव ला रही हैं।छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमन डेका; मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय; छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह राजनंदगांव में आयोजित दोनों कार्यक्रमों में उपस्थित थे।इससे पहले उपराष्ट्रपति ने नवा रायपुर में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की प्रसिद्ध सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम (एसकेएटी) द्वारा आयोजित शानदार एयर शो का भी अवलोकन किया। यह शो राज्य के गठन की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव समारोह का एक हिस्सा था। कौशल और सटीकता के इस अद्भुत प्रदर्शन ने देशभक्ति का माहौल बनाया और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
- -भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक विश्व कप विजय पर राज्य सरकार द्वारा आकांक्षा सत्यवंशी को 10 लाख की सम्मान राशि प्रदान करने की घोषणारायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक विश्व कप विजय पर देशवासियों को बधाई और शुभ कामनाएँ देते हुए कहा कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम की यह अभूतपूर्व उपलब्धि हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है, जिसने विश्व पटल पर देश का मान बढ़ाया है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस गौरवपूर्ण सफलता में छत्तीसगढ़ की बेटी आकांक्षा सत्यवंशी ने फिजियोथैरेपिस्ट एवं स्पोर्ट्स साइंस विशेषज्ञ के रूप में खिलाड़ियों की फिटनेस और रिकवरी में अतुलनीय योगदान देकर न केवल भारतीय टीम को सशक्त बनाया है, बल्कि देश का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर उज्ज्वल किया है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आकांक्षा सत्यवंशी ने अपने समर्पण, सेवा और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह सिद्ध किया है कि छत्तीसगढ़ की बेटियाँ किसी भी क्षेत्र में देश का गौरव बन सकती हैं। उनके उत्कृष्ट योगदान को सम्मानित करते हुए राज्य सरकार द्वारा ₹10 लाख की सम्मान राशि प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आकांक्षा सत्यवंशी की यह सफलता छत्तीसगढ़ की सभी बेटियों और खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है। यह उनकी मेहनत, निष्ठा और संकल्प का परिणाम है, जिसने पूरे राज्य को गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खेल के क्षेत्र में नई पीढ़ी को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है, ताकि छत्तीसगढ़ से और भी ऐसी प्रतिभाएँ निकलें जो देश का नाम विश्व में रोशन करें।
- -यह सम्मेलन छत्तीसगढ़ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था और महिला सशक्तिकरण की जीवंत तस्वीर-राज्यपाल श्री डेका-राजनांदगांव में लखपति दीदी सम्मेलन में शामिल हुए उपराष्ट्रपति राज्यपाल और मुख्यमंत्रीरायपुर।, राजनांदगांव के स्टेट हाई स्कूल मैदान में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन में देश के उपराष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन, राज्यपाल श्री रमेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह सहित अनेक जनप्रतिनिधि शामिल हुए। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने महतारी वंदन योजना और नियद नेल्लानार योजना के तहत 69 लाख 15 हजार 273 हितग्राहियों को कुल 647 करोड़ 28 लाख 36 हजार 500 रुपए की राशि डीबीटी के माध्यम से अंतरित की।इस अवसर पर उपराष्ट्रपति श्री राधाकृष्णन ने कहा कि लखपति दीदी आत्मनिर्भरता और सम्मान का प्रतीक हैं। यह केवल आय का कार्यक्रम नहीं, बल्कि महिलाओं के आत्मविश्वास और समाज में उनके बढ़ते प्रभाव का उत्सव है। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव जिला महिला सशक्तिकरण का उदाहरण बन चुका है, जहां महिलाएं आर्थिक और राजनीतिक दोनों स्तरों पर अग्रसर हैं।उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए चल रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि छत्तीसगढ़ आज बिजली उत्पादन, स्वास्थ्य, शिक्षा और अधोसंरचना के क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि लखपति दीदी आंदोलन दिखाता है कि जब महिलाएं संगठित होती हैं, तो परिवर्तन की गाथाएं स्वयं लिखती हैं।अपने संबोधन में राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कहा कि लखपति दीदी सम्मेलन केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि यह आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़ की जीवंत तस्वीर है। यह सम्मेलन इस बात का प्रमाण है कि ग्रामीण महिलाओं की मेहनत, संकल्प और आत्मबल से कैसे समृद्धि का नया अध्याय लिखा जा सकता है।उन्होंने कहा कि आज हर जिले में महिलाएं स्वसहायता समूहों के माध्यम से आर्थिक रूप से सक्षम हो रही हैं। बलरामपुर में महिलाएं बाड़ी विकास और विपणन में, बस्तर में वनोपज से जैविक उत्पाद तैयार करने में, और कोण्डागांव में फूड प्रोसेसिंग, सिलाई-कढ़ाई जैसे कार्यों में उल्लेखनीय योगदान दे रही हैं।राजनांदगांव जिले में ही लगभग 40 हजार लखपति दीदियां बनी हैं, जिनमें से 208 दीदियां सालाना 5 लाख रुपए से अधिक और 26 दीदियां 10 लाख रुपए से अधिक का व्यवसाय कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा केवल आर्थिक उपलब्धि नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि हर दीदी की कहानी प्रेरणा है। जब संकल्प और सामूहिक प्रयास जुड़ते हैं, तो आत्मनिर्भरता केवल सपना नहीं रहती, वह हकीकत बन जाती है।राज्यपाल ने पद्मश्री फूलबासन बाई यादव जैसी महिलाओं के कार्यों को आदर्श बताते हुए कहा कि उनके प्रयासों से नारी सशक्तिकरण का मार्ग और सशक्त हुआ है।राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महिला उद्यमिता और स्वरोजगार के लिए देशभर में अनेक योजनाएं चल रही हैं, और छत्तीसगढ़ ने उन्हें ज़मीन पर उतारकर एक “सशक्त भारत, सशक्त छत्तीसगढ़” की मिसाल पेश की है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि सरकार का लक्ष्य प्रदेश में 7 लाख 82 हजार लखपति दीदी बनाने का है, जिनमें से अब तक 4 लाख 93 हजार दीदियां आत्मनिर्भर बन चुकी हैं। उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना से 70 लाख महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपए की सहायता दी जा रही है।मुख्यमंत्री ने बताया कि नियद नेल्लानार योजना से बस्तर के दूरस्थ इलाकों में बिजली, पानी और सड़क जैसी सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में छत्तीसगढ़ महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनेगा।विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि लखपति दीदी सम्मेलन नारी शक्ति की पहचान और आत्मनिर्भरता की मिसाल है। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव जिले ने विकास की दिशा में नई ऊंचाइयां हासिल की हैं चाहे वह पीएम आवास निर्माण हो, जल संरक्षण या कुपोषण उन्मूलन का अभियान।उन्होंने महिलाओं को सशक्त बनाने और आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित करने हेतु पद्मश्री फूलबासन बाई यादव के योगदान की भी प्रशंसा की। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव, श्रम कल्याण मंडल अध्यक्ष योगेशदत्त मिश्रा, पूर्व सांसद प्रदीप गांधी, सहित अन्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में महिला स्वसहायता समूह की दीदियां उपस्थित थीं।
- रायपुर।, उप राष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान राजभवन में मिले आतिथ्य की सराहना की और उसके लिए राज्यपाल श्री डेका को धन्यवाद दिया। उनकी इस यात्रा को अविस्मरणीय बनाने के लिए राजभवन परिवार के आग्रह पर श्री राधाकृष्णन ने राज्यपाल श्री डेका के साथ सामूहिक फोटो भी ली।
- -उप राष्ट्रपति -सी.पी. राधाकृष्णन, राज्यपाल श्री रमेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने देखा एयर शो-अनुशासन, परस्पर विश्वास, सटीकता और देशप्रेम के जज्बे के साथ वायु सेना के विमानों ने दिखाई कलाबाजी-वायु सेना का एयर शो छत्तीसगढ़वासियों के लिए कमाल का अनुभव, लोग देखकर एक घंटे तक होते रहे मंत्रमुग्धरायपुर / छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर आज नवा रायपुर के सेंध जलाशय के ऊपर भारतीय वायु सेना की प्रतिष्ठित एरोबेटिक "सूर्यकिरण" की टीम ने रोमांचक एयर शो का प्रदर्शन किया। देश के उप राष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन, राज्यपाल श्री रमेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के साथ हजारों लोगों ने अद्भूत और रोमांचक एयर शो का आनंद लिया। आज प्रदेशवासियों के लिए वायु सेना का एयर शो कमाल का अनुभव रहा। सेंध जलाशय के ऊपर वायु सेना के फाइटर प्लेन्स ने एक के बाद एक कई हवाई करतब दिखाए। आसमान में पंछियों के झुंड की तरह बिल्कुल क्रम से उड़ने वाले फाइटर प्लेन्स के माध्यम से वायु सेना के जाबांजों ने अपने नियंत्रण और शौर्य का अद्भुत प्रदर्शन किया। विमानों के माध्यम से जब आकाश में तिरंगा लहराया तो सेंध जलाशय भारत माता की जय के नारे से गूंज उठा।एयर शो के दौरान "सूर्यकिरण" टीम के लीडर ग्रुप कैप्टन श्री अजय दशरथी ने आसमान से छत्तीसगढ़वासियों को रजत महोत्सव की बधाई दी। वहीं छत्तीसगढ़ निवासी भारतीय वायु सेना के स्क्वाड्रन लीडर श्री गौरव पटेल ने सेंध जलाशय के ऊपर अपने कॉकपिट से 'जय जोहार' और 'छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया' कहकर दर्शकों का अभिवादन किया। उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, कौशल विकास मंत्री गुरू खुशवंत साहेब और सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल सहित विभिन्न निगमों, मंडलों और आयोगों के पदाधिकारी भी एयर शो देखने पहुंचे थे।"सूर्यकिरण" टीम ने अनुशासन, परस्पर विश्वास, सटीकता और उत्साह के साथ एक घंटे तक वायु सेना के विमानों के साथ कलाबाजी दिखाकर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। नवा रायपुर के सेंध जलाशय में मौजूद हजारों दर्शक पायलटों के हैरतअंगेज साहस और करतबों को देखकर मंत्रमुग्ध होते रहे। विंग कमांडर श्री ए.व्ही. सिंह के नेतृत्व में वन-एफ-9 और वन-एफ-8 हेलीकॉप्टर यूनिट ने वी-17 और वी-5 हेलीकॉप्टरों से स्लीपरी और स्काई-ऑपरेशन के करतब दिखाए। 'आदिदेव' नाम के इन हेलीकॉप्टरों से केवल 15 मीटर ऊंचाई पर स्थिर रहकर 14 गरूड़ कमांडोज रस्सी के सहारे नीचे उतरे। वहीं स्काई-ऑपरेशन के दौरान आठ गरूड़ कमांडोज रस्सी पर लटककर हेलीकॉप्टर से दर्शकों के सामने से आकाश में उड़ते हुए गुजरे। इन दोनों ऑपरेशनों को लड़ाई और आपदा के दौरान जनसामान्य को बचाने के लिए किया जाता है।एयर शो में "सूर्यकिरण" की टीम के नौ हॉक-मार्क-123 फाइटर विमानों ने आसमान में हार्ट, डायमंड, लूप, ग्रोवर, डान लाइट, कॉम्बैट तेजस जैसे शानदार फार्मेशन बनाकर लोगों को रोमांचित किया। नीले आसमान में उड़ते लाल-सफेद जेट विमानों द्वारा तिरंगे की आकर्षक ट्रेल छोड़ने पर सेंध जलाशय परिसर तालियों और जय-हिंद के नारों से गूंज उठा। हज़ारों की संख्या में मौजूद नागरिक, युवा और बच्चे लगातार विमानों की कलाबाजियों को अपने कैमरों और मोबाइलों में कैद करते रहे।वायु सेना के जाबांज फाइटर पायलटों ने आसमान में दिल की आकृति बनाकर 25वें राज्योत्सव की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने तिरंगे के तीन रंगों से डीएनए की आकृति बनाकर तिरंगे के प्रति अपना सम्मान प्रस्तुत किया। उन्होंने 360° में फाइटर जेट उड़ाते हुए उल्टा जेट भी उड़ाया। तेजस और युवाओं को समर्पित अंग्रेजी अक्षर 'वाई' की आकृति बनाने के साथ ही कई करतब दिखाए। टीम का प्रदर्शन केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि युवाओं में देशप्रेम, साहस और भारतीय सशस्त्र बलों में सेवा की प्रेरणा जगाने का संदेश भी देता है।एयर शो में छत्तीसगढ़ के स्क्वाड्रन लीडर श्री गौरव पटेल का शामिल होना राज्यवासियों के लिए गर्व और भावनात्मक जुड़ाव का पल था। आसमान में अपने विमान को तेज गति से उड़ाते हुए श्री पटेल ने अपने कॉकपिट से 'जय जोहार' और 'छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया' का जय घोष किया। फ्लाइट लेफ्टिनेंट सुश्री कंवल संधू ने अपनी लाइव कमेंट्री के दौरान एयर शो के रोमांचक वर्णन के साथ ही पायलटों के अनुशासन, समर्पण, प्रशिक्षण और जोखिम प्रबंधन की बारीकियों की जानकारी दी।'सूर्यकिरण' एशिया की एकमात्र नौ लड़ाकू विमानों वाली एरोबैटिक टीम, 1996 में हुई थी स्थापनाभारतीय वायु सेना की सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम (Surya Kiran Aerobatic Team) एशिया की एकमात्र नौ लड़ाकू विमानों वाली एरोबैटिक टीम है। यह विशिष्ट टीम भारत में ही निर्मित एचएएल (HAL) लाइसेंस प्राप्त हॉक एमके-132 (Mk-132) विमान उड़ाती है। इन विमानों के ज़रिए भारतीय वायु सेना की सटीकता, पेशेवर उत्कृष्टता और कौशल का अद्भुत प्रदर्शन करती है, जिसमें रोमांचक हवाई करतब और बेहद सटीक फॉर्मेशन शामिल होते हैं। सूर्यकिरण टीम को उसका मिशन विशेष बनाता है। देश के युवाओं को भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल होकर देशसेवा के लिए प्रेरित करना इनका मिशन है।सूर्यकिरण टीम की स्थापना वर्ष 1996 में की गई थी। तब से यह टीम एशिया की एकमात्र नौ-विमानों वाली एरोबैटिक टीम होने का गौरव रखती है और दुनिया की कुछ चुनिंदा शीर्ष एरोबैटिक टीमों में शामिल है। यह असाधारण टीम अब तक भारत भर में 700 से अधिक प्रदर्शन कर चुकी है। साथ ही चीन, श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) जैसे कई देशों में भारत का प्रतिनिधित्व अंतरराष्ट्रीय एयर शोज़ में भी किया है। टीम मंं कुल 13 पायलट, 3 इंजीनियरिंग अधिकारी, 1 उद्घोषक (कमेन्टेटर) और 1 चिकित्सा अधिकारी शामिल हैं।सूर्यकिरण टीम भारतीय वायुसेना की उस भावना को दर्शाती है जो उत्कृष्टता, अनुशासन और टीमवर्क पर आधारित है। टीम के सभी पायलट अत्यंत कठिन प्रशिक्षण से गुजरते हैं, जिसमें जटिल एरोबैटिक मूवमेंट्स का महीनों तक अभ्यास किया जाता है। उनका बेदाग़ तालमेल और नियंत्रण ही क्लोज़ फॉर्मेशन फ्लाइंग की नींव है जहाँ नौ विमान मानो एक ही आत्मा से संचालित प्रतीत होते हैं।
- -6 से 9 नवंबर तक जशपुर के मयाली में लगेगा सरस मेला-“महिलाओं का हुनर, जशपुर का गौरव” थीम पर होगा आयोजनरायपुर,। जिला प्रशासन जशपुर एवं छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के संयुक्त तत्वावधान में संभाग स्तरीय सरस मेला-2025 का आयोजन 6 से 9 नवंबर तक जशपुर जिले के मयाली में होगा। यह मेला आत्मनिर्भर ग्रामीण महिलाओं के हुनर, कौशल एवं उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। मेला में जशपुर सहित सरगुजा संभाग के समस्त जिलों सरगुजा, बलरामपुर, सूरजपुर, कोरिया एवं मनेन्द्रगढ़ -चिरमिरी -भरतपुर से 03 से 05 एसएचजी के सदस्य शामिल होंगे। यहां स्टॉलों के माध्यम से समूहों के उत्पाद, हस्तशिल्प, वनोपज आधारित वस्तुएँ तथा पारंपरिक कलाकृतियों का प्रदर्शन सह-विक्रय किया जाएगा। लोकसंस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।
- बिलासपुर.जिला स्तरीय राज्योत्सव में केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने श्रम विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के हितग्राहियों को चेक वितरित किया। उन्होंने कहा कि राज्य एवं केंद्र सरकार की योजनाएँ आमजन को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। इस अवसर पर श्रम विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का हितग्राहियों को लाभ मिला। मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत तानिया राठौर को 20 हजार रूपए का चेक तथा दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना के अंतर्गत कुसुम साहू को ई-रिक्शा की चाबी सौंपी।
- बिलासपुर. आईटीआई कोनी के नवीन भवन में 7 नवम्बर को सवेरे 10.30 बजे से एपीएल अपोलो ट्यूब्स लिमिटेड रायपुर में अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण के लिए कैंपस ड्राइव का आयोजन हो रहा है। जिले के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं से व्यवसाय-विद्युतकार, फिटर एवं वेल्डर के उत्तीर्ण प्रशिक्षणार्थी अपने समस्त दस्तावेजों के साथ सम्मिलित हो सकते है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए आईटीआई कोनी में संपर्क कर सकते है।
- बिलासपुर. एकीकृत बाल विकास परियोजना सकरी अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र देवरीखुर्द में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के 1 रिक्त पद पर 20 नवम्बर तक आवेदन किये जा सकते है। पद के संबंध में विस्तृत जानकारी कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। आवेदिका को उसी ग्राम की निवासी होना अनिवार्य है, जिस ग्राम में आंगनबाड़ी केंद्र स्थित है। इच्छुक आवेदिका निर्धारित प्रारूप में अपना आवेदन सीधे अथवा पंजीकृत डाक से परियोजना कार्यालय में जमा कर सकती है।
- बिलासपुर. अरपांचल प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार मर्यादित जबड़ापारा बिलासपुर के मतदाता सूची का प्रथम प्रकाशन कर दिया गया है। सूची के संबंध में दावा आपत्ति 9 नवम्बर से 14 नवम्बर 2025 तक दोपहर 12 बजे समिति कार्यालय में लिखित में प्रस्तुत कर सकते है। आपत्तियों का निराकरण कर सूची का अंतिम प्रकाशन 14 नवम्बर को किया जाएगा।
- बिलासपुर. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं जिला स्वास्थ्य समिति अंतर्गत विभिन्न रिक्त पदों पर संविदा नियुक्ति के लिए इच्छुक पात्र उम्मीदवार 14 नवम्बर तक ऑनलाईन आवेदन कर सकते है। ऑनलाईन आवेदन एवं अनिवार्य नियम एवं शर्ते जिले की वेबसाईट http://bilaspur.gov.in में दिए गए लिंक के माध्यम से देखा एवं आनलाईन आवेदन किये जा सकते है।
- भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई जोन क्रमांक-2 वैशाली नगर अंतर्गत ढ़ांचा भवन कुरूद में रोड, नाली एवं नकटा तालाब का निरीक्षण आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय द्वारा किया गया।निगम आयुक्त एवं कार्यपालन अभियंता अरविंद शर्मा ढांचा भवन कुरूद में प्रस्तावित रोड निर्माण का निरीक्षण किये। उक्त रोड पर बरसात के पानी का निकासी हेतु कोई सुविधा नहीं है। रोड निर्माण से पूर्व नाली की व्यवस्था करने सहायक अभियंता अर्पित बंजारे को निर्देशित किये है। समीपस्थ मोहल्ले में पानी निकासी के लिए नाली निर्माण प्रस्तावित है, जिसकी प्रक्रिया पूर्ण कर शीध्र नाली बनाने स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली को निर्देशित किया गया है। साथ ही स्थानीय नागरिकों की समस्या से अवगत होते हुए निराकरण हेतु चर्चा किये हैं। आयुक्त ने नकटा तालाब की साफ-सफाई व्यवस्था का भ्रमण करते हुए जायजा लिए । तालाब के किनारे अवैध कब्जा किया गया है, अवैध कब्जाधारियो के खिलाफ बेदखली कार्यवाही करने सहायक राजस्व अधिकारी शरद दुबे को निर्देशित किये हैं । उप अभियंता चंदन निर्मल, जोन स्वास्थ्य अधिकारी अनिल मिश्रा उपस्थित रहे।
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दुर्ग/ कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह के निर्देशानुसार जिले के 53 शासकीय व अशासकीय स्कूलों में शिविर लगाया गया, जिसमें 2060 विद्यार्थियों का मैंडेटरी बायोमेट्रिक अपडेशन किया गया। 246 विद्यार्थियों का आधार अपडेशन और दो विद्यार्थियों का नया आधार बनाया गया।
- 989 ग्रामीणों को मिला उपचार का लाभरायपुर/ कभी माओवाद की छाया में सिमटे बीजापुर जिले के भैरमगढ़ ब्लॉक के इन्द्रावती नदी पार बसे गांवों में अब विकास की नई सुबह दिखने लगी है। छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति 2025 के सकारात्मक परिणाम अब धरातल पर नजर आने लगे हैं। बड़ी संख्या में माओवादियों के आत्मसमर्पण के बाद अब इन दुर्गम इलाकों में प्रशासन ने पहली बार सात गांवों में एक साथ मेगा हेल्थ कैंप का आयोजन किया, जिसने ग्रामीणों के जीवन में उम्मीद की नई किरण जगा दी।इस अभियान में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम शामिल रही। टीम ने उसपरी, बेलनार, सतवा, कोसलनार, ताड़पोट, उतला और इतामपार गांवों में स्वास्थ्य शिविर लगाए। कुल 989 ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। कैंप में सामान्य जांच के 777, रक्तचाप 371, मुख कैंसर 344, ब्रेस्ट कैंसर 112, नेत्र जांच 199, दंत जांच 154, टीकाकरण 14, संपूर्ण टीकाकरण 8, मलेरिया 156, क्षय रोग 7 तथा उल्टी-दस्त के 24 प्रकरणों की जांच की गई। इनमें 54 वरिष्ठ नागरिक भी शामिल रहे।विशेषज्ञों ने एक बालक को हृदय रोग से ग्रस्त पाया, जिसे ‘चिरायु योजना’ के तहत उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाएगी। कैंप के दौरान बीमार ग्रामीणों का मौके पर ही उपचार कर मुफ्त दवाइयों का वितरण किया गया। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुरूप साहू और डॉ. बी.एस. साहू ने बताया कि अब दूरस्थ अंचलों में स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ हो रही हैं, जिससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में उल्लेखनीय सुधार की उम्मीद है। ग्रामीणों में भी अब भय की जगह विश्वास और आशा का माहौल दिखाई दे रहा है। वे शासन-प्रशासन से जुड़कर शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं के प्रति सजग हो रहे हैं।बीजापुर कलेक्टर श्री संबित मिश्रा ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को बधाई देते हुए कहा “शासन के निर्देशानुसार प्रशासन अंतिम व्यक्ति तक शिक्षा, स्वास्थ्य और मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने के लिए संकल्पित है। ‘नियद नेल्लानार योजना’ के तहत अंदरुनी क्षेत्रों में विकास कार्यों में तेजी आई है और प्रशासन की टीमें पूरी तत्परता से काम कर रही हैं।”जिससे बीजापुर में अब सकारात्मक बदलाव नजर आ रहे है।बीजापुर में यह पहल न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को बढ़ाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है, बल्कि यह संदेश भी दे रही है कि अब माओवाद नहीं, मुख्यधारा और विकास ही बीजापुर की नई पहचान बनेगा।
- अस्पताल पहुंचकर जानी स्थिति, डॉक्टरों को बेहतर से बेहतर इलाज के दिए निर्देशरायपुर/ उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज बिलासपुर में विभिन्न अस्पतालों का दौरा कर रेल हादसे में घायल मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने घायलों से मुलाकात कर उनके जल्द स्वस्थ लाभ की कामना की। श्री साव ने अस्पताल में डॉक्टरों से चर्चा कर घायलों के स्वास्थ्य के बारे में पूछा और उनके बेहतर से बेहतर इलाज के निर्देश दिए।उल्लेखनीय है कि 4 नवम्बर को बिलासपुर के लाल खदान के पास हुए रेल हादसे में 11 लोगों की मृत्यु और 20 लोग घायल हो गए हैं। घायलों का इलाज बिलासपुर के सिम्स, अपोलो, रेलवे अस्पताल और अरपा मेडिसिटी अस्पताल में चल रहा है।उप मुख्यमंत्री श्री साव ने इन सभी अस्पतालों का दौरा कर घायलों से मुलाकात की और उनके परिजनों को ढांढस बंधाया। महापौर श्रीमती पूजा विधानी, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, एसपी श्री रजनेश सिंह, नगर निगम के आयुक्त श्री अमित कुमार और जिला पंचायत के सीईओ श्री संदीप अग्रवाल भी इस दौरान उनके साथ थे।
- 0 निदेशक जनगणना और कलेक्टर रायपुर तीन दिवसीय प्रशिक्षण के प्रथम दिन पहुंचे, दिया मार्गदर्शन 0रायपुर/ जनगणना 2027 पूर्व परीक्षण (प्री टेस्ट) का कार्य छत्तीसगढ़ राज्य के 3 जिलों यथा कबीरधाम जिले के कुकदूर तहसील के 26 एवं महासमुंद जिले के महासमुंद तहसील के 24 चयनित ग्रामों तथा रायपुर जिले के नगर पालिक निगम रायपुर के वार्ड क्रमांक 52 (डॉ. राजेंद्र प्रसाद वार्ड) में 10 नवंबर, 2025 से 30 नवंबर 2025 के दौरान संपादित किया जाएगा। 1 नवंबर 2025 से 7 नवंबर 2025 तक चार्ज अधिकारी के द्वारा चयनित परिवारों के लिए स्व गणना का भी विकल्प होगा ।जनगणना 2027 की प्रारम्भिक तैयारियों के क्रम में पूर्वाभ्यास के रूप में प्रथम चरण मकानसूचीकरण एवं मकानों की गणना का पूर्व परीक्षण (प्री टेस्ट) परीक्षण (प्री टेस्ट) किया जाना है। इसका उद्देश्य जनगणना के दौरान पूछे जाने वाले प्रश्नो, जनगणना प्रक्रिया की कार्यप्रणाली, प्रशिक्षण की प्रभावशीलता, लॉजिस्टिक्स, प्रिंटिंग प्रक्रिया, डाटा की गुणवता का आंकलन, फील्ड कार्य के दौरान आने वाली संभावित समस्याओं की पहचान करना आदि का परीक्षण किया जाएगा। जनगणना के फील्ड कार्य के दौरान आंकड़ों के संग्रहण हेतु प्रथम बार मोबाइल एप का उपयोग किया जा रहा है जिसकी टेस्टिंग भी पूर्व-परीक्षण के फील्ड कार्य के दौरान किया जाएगा।साथ ही स्व-गणना (Self-Enumeration), डिजिटल मैपिंग टूल्स एवं रियल टाइम मानीटरिंग एवं प्रबंधन के लिए वेब पोर्टल की टेस्टिंग भी किया जाएगा।इसी तारतम्य में रायपुर नगर निगम के वार्ड क्र. 52 में जनगणना पूर्व प्रशिक्षण कार्य में संलन अधिकारियो एवं कर्मचारियों का 3 दिवसीय प्रशिक्षण दिनाक 4 से 6 नवंबर 2025 तक नगर निगम मुख्यालय के सभागार में प्रातः 9:30 से 5:00 बजे तक आयोजित किया गया है। आज प्रशिक्षण में जनगणना निदेशक श्री कार्तिकेय गोयल, कलेक्टर रायपुर जिला डॉ. गौरव कुमार सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री विश्वदीप, अपर कलेक्टर श्री मनीष मिश्रा संयुक्त निदेशक श्री अशोक मिश्र, उप निदेशक श्री प्रदीप साव, उपायुक्त जसदेव बाबरा, जोन कमिश्नर श्री विवेकानंद दुबे सहित जनगणना निदेशालय के अधिकारीगण उपस्थित थे ।निदेशक, जनगणना द्वारा बताया गया कि जनगणना 2027 का कार्य पूर्णतः डिजिटल होगा एवं आम जनता के लिए स्व गणना का विकल्प भी रहेगा। स्व गणना के दौरान आम जनता अपनी जानकारी स्वयं भी भर सकेगी। यह कार्य निर्धारित समय सीमा में गुणवत्ता के साथ सम्पादित किया जाना है और आपसे प्राप्त फीडबैक के आधार पर भारत सरकार के द्वारा मुख्य जनगणना के दौरान एप एवं अन्य प्रक्रियाओं में आवश्यक सुधार किया जायेगा ।रायपुर जिला कलेक्टर ने बताया कि जनगणना कार्य में आप सभी संलग्न है और मुख्य जनगणना के लिए रायपुर जिले के लिए ट्रेनर्स की भूमिका में आप सभी की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी ।
- *ग़ैर ज़िम्मेदार ठेकेदारों का ठेका निरस्त होगाशहर में सफ़ाई नहीं है तो भुगतान की फाइल आगे कैसे बढ़ जाती है…ये गंभीर विषय0 सफाई व्यवस्था सुधारने ज़िम्मेदार अधिकारी सतर्कता से करें मॉनिटरिंग, अन्यथा जवाबदेही तय कर सीधे कार्यवाही होगी - महापौर 0रायपुर/ नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने रायपुर शहर की सफाई व्यवस्था राजधानी शहर के अनुरूप सुधारने के संबंध में बैठक लेकर सख्त निर्देश दिये है। महापौर ने निर्देशित किया है कि सफाई नही तो भुगतान नहीं । महापौर ने सभी सफाई ठेकेदारो को दो-टूक कहा है कि शहर की सफ़ाई का ठेका लिये हो तो शहर को साफ रखें अन्यथा भुगतान नहीं होगा..महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने नगर निगम स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष श्रीमती गायत्री सुनील चंद्राकर सहित अपर आयुक्त श्री पंकज के शर्मा, श्री विनोद पाण्डेय, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तृप्ति पाणीग्रही, सभी जोन स्वास्थ्य अधिकारियों की उपस्थिति में वार्डो में अनुबंधित सफाई ठेकेदारो की बैठक लेकर रायपुर शहर की वर्तमान सफाई व्यवस्था को सुधारने के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की गहन समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिये।महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने सभी जोन स्वास्थ्य अधिकारियों को ठेका सफाई कार्यो की सतत निरीक्षण एवं मॉनिटरिंग अच्छी तरह करते हुए सफाई व्यवस्था सुधारना प्राथमिकता बनाकर सुनिश्चित करने के कडे निर्देश दिये है। सफाई कार्य में लापरवाही व हीला हवाला मिलने पर जवाबदेही तय कर सीधे संबंधित जोन स्वास्थ्य अधिकारी पर नियमानुसार कडी अनुशासनात्मक कार्यवाही किये जाने की चेतावनी दी है।महापौर ने अपर आयुक्त वित्त को सफाई कार्य के भौतिक सत्यापन के पश्चात ही सफाई ठेकेदारो के देयको का भुगतान हेतु आवश्यक नियमानुसार कार्यवाही करने निर्देशित किया है। महापौर ने शहर की व्यवस्था सुधारने सफाई नही तो भुगतान नहीं की नीति पर कार्य कडाई से करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है। महापौर ने कहा कि रायपुर शहर की सफाई राजधानी शहर के अनुरूप होनी चाहिए एवं इसमें जनअपेक्षित सुधार परिलक्षित होना चाहिए। सफाई कार्य में लापरवाही पाये जाने पर जवाबदेही तय कर संबंधित पर नियमानुसार कडी कार्यवाही की जाये।
- मुख्य अतिथि श्री डोमन लाल कोर्सेवाड़ा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के अलावा कलेक्टर, एसपी एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारियों ने प्रदर्शनी का किया अवलोकनबालोद/ जिला मुख्यालय बालोद के स्वर्गीय सरयू प्रसाद अग्रवाल स्टेडियम में 2 से 0 नवंबर तक आयोजित तीन दिवसीय रजत राज्योत्सव समारोह के अवसर पर जिला जनसंपर्क विभाग बालोद द्वारा शासन के जनकल्याणकारी योजनाओं तथा जिला प्रशासन द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी लगाई गई थी। इस तीन दिवसीय आयोजन के दौरान जनप्रतिनिधियों, अधिकारी-कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में आम नागरिकों ने जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी स्थल में पहुँचकर छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर 02 नवंबर को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य अनुसूचित जाति प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं अहिवारा विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री डोमन लाल कोर्सेवाड़ा एवं राज्य लघु वनोपज संघ के उपाध्यक्ष श्री यज्ञदत्त शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तारणी पुष्पेंद्र चंद्राकर, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री तोमन साहू, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा चैधरी, नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री कमलेश सोनी, पूर्व विधायक श्री राजेंद्र राय, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि श्री चेमन देशमुख एवं श्री केसी पवार एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के अलावा कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक श्री योगेश कुमार पटेल, वन मंडल अधिकारी श्री अभिषेक अग्रवाल, अपर कलेक्टर श्री चंद्रकांत कौशिक एवं श्री नूतन कंवर, एडिशनल एसपी श्रीमती मोनिका ठाकुर सहित जिला प्रशासन के आला अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा आम नागरिकों ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर सराहना की। इस अवसर पर जनसंपर्क अधिकारी श्री चंद्रेश ठाकुर ने प्रदर्शनी का अवलोकन करने पहुँचे मुख्य अतिथि श्री कोर्सेवाड़ा एवं अन्य अतिथियों का स्वागत कर फोटो प्रदर्शनी के संबंध में आवश्यक जानकारी दी। इस दौरान सहायक ग्रेड 03 श्री मनीष कुमार यादव, सोशल मीडिया समन्वय श्री तनवीर खान, श्री राजेन्द्र कुंजाम, श्री कृष्णशरण साहू, श्री घनश्याम चन्द्राकर, श्री हुलेश रजक एवं श्री सुरेन्द्र साहू सहित जनसंपर्क विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे।
- बालोद/ जिला प्रशासन बालोद एवं शिक्षा विभाग के तत्वाधान में जिले के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय स्तर के नीट एवं जेईई प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सफलता दिलाने विशेष प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण कोचिंग, अनुभवी शिक्षकों की उपलब्धता एवं उपयुक्त शैक्षणिक वातावरण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आवासीय कोचिंग का आयोजन किया जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिले में नीट एवं जेईई आवासी कोचिंग के लिए 100 विद्यार्थी चयन हेेतु जिले के स्कूलों में स्क्रीनिंग टेस्ट का आयोजन 06 नवंबर 2025 को किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उक्त टेस्ट के आयोजन हेतु सभी शासकीय, अशासकीय हाई स्कूल तथा हायर सेकण्डरी स्कूल के प्राचार्य व संस्था प्रमुखों को दिशा-निर्देश जारी कर सफलतापूर्वक स्क्रीनिंग टेस्ट आयोजन हेतु पत्र जारी किया गया है।
- बालोद/ शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था बालोद में भारत सरकार की शिक्षुता प्रशिक्षण अधिनियम 1961 के अंतर्गत नेशनल अप्रेंटिसशीप प्रमोशन स्कीम अंतर्गत 10 नवंबर 2025 को सुबह 10 बजे से अपे्रटिंसशीप मेला का आयोजन किया जा रहा है। शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था बालोद के प्राचार्य ने बताया कि अपे्रटिंसशीप मेला में शासकीय एवं निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं से आईटीआई उत्तीर्ण प्रशिक्षणार्थी अपने समस्त शैक्षणिक तथा आवश्यक प्रमाण-पत्र के साथ मेला में शामिल होकर अवसर का लाभ प्राप्त कर सकते हंै।
- भिलाईनगर। शासन द्वारा 60 वर्ष या अधिक उम्र के हितग्राहियों को ’’मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना’’ अंतर्गत दिनांक 05 नवम्बर से 11 नवम्बर तक द्वारिका, सोमनाथ, नागेश्वर की यात्रा पर भेजे जाने का निर्देश प्राप्त हुआ है।निगम आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय के निर्देश पर मुख्यमंत्री तीर्थ योजना के नोडल अधिकारी राजेंद्र कुमार दोहरे के नेतृत्व में भिलाई क्षेत्र से 42 यात्रियों को तीर्थ दर्शन हेतु रवाना किया गया| पूरे छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा निगम भिलाई क्षेत्र के यात्री शामिल हुए हैं | आवेदन के पश्चात सभी यात्रियों को उनका पहचान पत्र बना कर दिया गया है| यात्रियों के लिए शासन द्वारा स्पेशल ट्रेन की सुविधा भी दी गई है| यात्रियों को लाने ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था की गई है| ये सभी यात्री पूरे तीर्थ स्थलों का दर्शन कर 11 नवंबर को वापिस आएंगे|वरिष्ठ पार्षद महेश वर्मा एवं समाज कल्याण विभाग के त्रिलोक ताम्रकार यात्रियों को तिलक लगाकर यात्रा हेतु शुभकामनाएं दिए |








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