भारत के लिए एआई के क्षेत्र में आने निकलने को परिस्थितियां अनुकूल: गूगल अधिकारी
नयी दिल्ली. भारत के लिए कृत्रिम मेधा (एआई) के क्षेत्र में आगे निकलने को परिस्थितियां अनुकूल हैं। एआई को लेकर उम्मीद और समाज पर इसके गहन प्रभाव के बारे में चर्चा के बीच गूगल के सरकारी मामलों और सार्वजनिक नीति के वैश्विक प्रमुख करण भाटिया ने बृहस्पतिवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि गूगल एआई क्षेत्र में स्वदेशी बुनियादी मॉडल रखने के भारत के नजरिये से पूरी तरह सहमत है। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदा अमेरिका यात्रा पहले से ही मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी तथा एआई पर भारत और अमेरिका के बीच सहयोग बढ़ाएगी। भाटिया ने कहा कि गूगल पहले ही स्वदेशी बुनियादी मॉडल रखने के भारत के नजरिये से सहमत है और इसके लिए निवेश कर रही है। कंपनी देश की प्रौद्योगिकी यात्रा में एक महत्वपूर्ण भागीदार बनने के लिए उत्साहित है। उन्होंने बताया, ''हम सिर्फ स्थानीय प्रतिभा और भाषाई विविधता जैसी चीजों के कारण ही भारत को लेकर आशावादी नहीं हैं, बल्कि हम इसलिए भी उत्साहित हैं क्योंकि भारतीय लोग एआई को लेकर बहुत उत्साहित हैं।'' भाटिया की टिप्पणी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि चीन ने ‘डीपसीक' नाम से अपना कम लागत वाला एआई मॉडल पेश करके दुनिया को चौंका दिया है। दूसरी ओर, भारत ने भी अपना एआई मॉडल बनाने का इरादा जताया है।
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