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नयी दिल्ली,। ट्रेविस हेड ने इस साल आईपीएल में भले ही शानदार प्रदर्शन किया हो लेकिन टेस्ट क्रिकेट उनकी शीर्ष प्राथमिकता बना हुआ है और ऑस्ट्रेलिया का यह आक्रामक बल्लेबाज जब तक इस प्रारूप में खेलेगा तब तक साल में सिर्फ दो टी20 लीग में हिस्सा लेगा। हेड के लिए पिछले 10 महीने शानदार रहे और उन्होंने विश्व टेस्ट चैंपियन तथा एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में भारत के खिलाफ शतक जड़कर अपनी टीम की जीत की नींव रखी। मौजूदा सत्र में उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद के लिए 533 रन बनाए हैं और भारत के अभिषेक शर्मा के साथ बेहद प्रभावी सलामी जोड़ी बनाई। फ्रेंचाइजी लीग में हेड की काफी मांग है और यह पूछने पर कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को देखते हुए वह लुभावनी टी20 पेशकश से कैसे निपट रहे हैं, हेड ने कहा, ‘‘यह पिछले कुछ समय (2017 से) में आईपीएल में मेरा पहला साल है। इस समय मैं अपना पूरा ध्यान टेस्ट क्रिकेट पर लगाऊंगा, मैं ऐसा करना जारी रखूंगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘टेस्ट के बाद मैं प्रारूपों का चयन करूंगा और देखूंगा कि मैं कैसे चयन के लिए उपलब्ध रहता हूं।'
' दुनिया भर में टी20 प्रतियोगिताओं की संख्या बढ़ रही है और आंद्रे रसेल तथा सुनील नारायण जैसे खिलाड़ी साल में पांच से अधिक टूर्नामेंट खेल रहे हैं। मौजूदा सत्र में सनराइजर्स के लिए शानदार प्रदर्शन करने वाले हेड अगले साल भी आईपीएल में खेलने को लेकर उत्सुक हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस समय मै अगले साल यहां आईपीएल में वापस आना पसंद करूंगा। विश्व टी20 के ठीक बाद इस साल मैं (अमेरिका में) मेजर लीग क्रिकेट में खेलूंगा लेकिन अगले साल चीजें अलग हो सकती हैं।'' इस 30 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ‘‘हर साल आप प्राथमिकता तय करते हैं कि आप क्या कर सकते हैं और क्या नहीं। अगले साल टेस्ट क्रिकेट शुरू होगा, हम वेस्टइंडीज का दौरा करेंगे और शायद मैं कई अन्य फ्रेंचाइजी में शामिल नहीं हो पाऊंगा।'' हेड ने कहा, ‘‘ कुछ वर्षों में जब मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लूंगा तो शायद मुझे फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलने के कुछ और अवसर मिलेंगे। लेकिन इस समय मैं इसे कुछ फ्रेंचाइजी तक सीमित रखने की कोशिश करूंगा और टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करूंगा।'' पिछले कुछ महीनों में हेड ने जो प्रदर्शन किया है, उनका मानना है कि इसके बीज 2023 की शुरुआत में ही बो दिए गए थे जब वह टेस्ट टीम के साथ आए थे। तब कड़ी श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया 1-2 से हार गया था। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह पिछले साल के टेस्ट दौरे का परिणाम है, यहां समय बिताना और चीजों पर काम करना और थोड़ा उम्र से बड़ा होना, अपने खेल और उसके खाके को समझना और आप इसे कैसे करना चाहते हैं और संतुष्ट रहना और मेरे परिवार का आसपास होना, ये सभी चीजें।'' हेड ने कहा, ‘‘आईपीएल में मैं लगातार बेहतर होता गया लेकिन मुझे अब भी कुछ काम करना है।''
ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय टीम के कप्तान पैट कमिंस सनराइजर्स के भी कप्तान हैं और हेड का मानना है कि उनके बीच एक ऐसी समझ विकसित हुई है जहां दोनों जानते हैं कि एक-दूसरे से क्या उम्मीद करनी है।
- येचियोन (दक्षिण कोरिया) । दुनिया की नंबर एक भारतीय महिला कंपाउंड तीरंदाजी टीम विश्व कप में लगातार दूसरे स्वर्ण पदक की ओर कदम बढाते हुए फाइनल में पहुंच गई लेकिन पुरूष कंपाउंड टीम विश्व कप दूसरे चरण में कांस्य पदक से चूकने के बाद खाली हाथ लौटेगी। महिला टीम की तिकड़ी ज्योति सुरेखा वेन्नम, परनीत कौर और अदिति स्वामी ने शंघाई में पिछले महीने पहले चरण में स्वर्ण पदक जीता था । उन्होंने दुनिया की चौथे नंबर की टीम अमेरिका को सेमीफाइनल में 233 . 229 से हराया । अब उनका सामना विश्व रैंकिंग में सातवें स्थान पर काबिज तुर्की से होगा । तुर्की ने दक्षिण कोरिया को 234 . 233 से हराया । भारतीय महिला टीम को क्वार्टर फाइनल तक बाय मिला था । अंतिम आठ में उसने इटली को 236 . 234 से हराया ।भारतीय पुरूष तिकड़ी प्रियांश, प्रथमेश फुगे और अभिषेक वर्मा शूट आफ में आस्ट्रेलिया से 133 . 133 (10 -10 *) से हार गए । दोनों टीमों का स्कोर बराबरी पर था लेकिन आस्ट्रेलिया ने सेंटर के करीब दो तीर अधिक लगाकर बाजी मारी ।तरूणदीप राय और दीपिका कुमारी रिकर्व वर्ग में अपने अपने क्वालीफायर में क्रमश: चौथे और छठे स्थान पर रहे । एशियाई खेल 2010 के रजत पदक विजेता राय ने 681 अंक लेकर छठा स्थान पाया जबकि धीरज बोम्मादेवरा 11वें स्थान पर रहे । भारतीय टीम दूसरे स्थान पर रही और अब विपरीत ड्रॉ में खेलेंगी । भारतीय पुरूष टीम ने शंघाई में पिछले महीने विश्व चैम्पियन दक्षिण कोरिया को हराकर स्वर्ण पदक जीता था । महिला व्यक्तिगत वर्ग में दीपिका एक अंक से शीर्ष तीन में रहने से चूक गई । भजन कौर 34वें और अंकिता भकत 49वें स्थान पर रही । महिला टीम छठे स्थान पर रही । राय और दीपिका मिश्रित रिकर्व टीम वर्ग में दक्षिण कोरिया के बाद दूसरे स्थान पर हैं ।
- एंटवर्प (बेल्जियम), । भारतीय महिला हॉकी टीम की एफआईएच महिला प्रो लीग अभियान के यूरोपीय चरण की शुरुआत निराशाजनक रही, उसे बुधवार को यहां अर्जेंटीना से 0-5 से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। अर्जेंटीना के लिए जुलिएटा जानकुनास (53वें, 59वें मिनट) ने दो गोल दागे जबकि ऑगस्टिना गोर्जेलानी (13वें), वेलेंटीना रापोसो (24वें) और विक्टोरिया मिरांडा (41वें) ने एक एक गोल किये। नये कोच हरेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में अपना पहला मैच खेल रही भारतीय महिला टीम लय में नहीं दिखीं और खिलाड़ी पहले दो क्वार्टर में सर्कल में अंदर सेंध लगाने में असमर्थ दिखीं। हैरानी भरी बात रही कि भारत की पूर्व कप्तान और अनुभवी गोलकीपर सविता पूनिया को टीम में चुने जाने के बावजूद भारतीय टीम लाइनअप से बाहर रखा गया। इससे बीचू देवी खारीबाम ने गोलकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली। अर्जेंटीना की खिलाड़ी शुरू से ही खतरनाक दिखीं। उन्होंने पहले दो क्वार्टर में सात पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये। उन्होंने लगातार हमलों से भारतीय डिफेंस पर दबाव बनाये रखा और बार बार प्रतिद्वंद्वी सर्कल में सेंध लगायी। अर्जेंटीना ने पहले क्वार्टर के चौथे और पांचवें मिनट में दो पेनल्टी कॉर्नर पर असफलता के बाद दो और पेनल्टी कॉर्नर हासिल किये। दूसरे पर गोर्जेलानी ने 13वें मिनट में भारतीय गोलकीपर को छकाकर गोल दागा। अर्जेंटीना ने 19वें मिनट में एक पेनल्टी कॉर्नर पर मौका गंवा दिया। लेकिन उसे ज्यादा देर इंतजार नहीं करना पड़ा और रापासो ने 24वें मिनट में बढ़त दोगुनी कर दी। भारतीय डिफेंस तितरा बितरा दिख रहा था और अर्जेंटीना ने हाफटाइम से पहले दो और पेनल्टी कॉर्नर हासिल कर लिये। उन्होंने तीसरे क्वार्टर के दूसरे मिनट में आठवां पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन इससे फायदा नहीं उठा सकीं। तीसरे क्वार्टर में भारतीय टीम थोड़ी बेहतर दिखी। उन्होंने सर्कल में सेंध लगाने के अच्छे प्रयास किये लेकिन ‘फिनिशिंग टच' की कमी रही। अर्जेंटीना ने 41वें मिनट में मिरांडा के ‘रिवर्स हिट' गोल से बढ़त तीन गुनी कर दी।कुछ मिनट बाद अर्जेंटीना ने अपना नौवां पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, पर इसका फायदा नहीं उठा सका।दीपिका ने 47वें मिनट में उदिता के पास पर ‘रिवर्स हिट' किया लेकिन अर्जेंटीना की गोलकीपर क्रिस्टीना कोसेन्टिनो ने इस प्रयास को विफल कर दिया। फिर जानकुनास ने छह मिनट के अंदर दो खूबसूरत मैदानी गोल दागकर स्कोर 5-0 कर दिया। भारतीय टीम अब गुरुवार को मेजबान बेल्जियम से भिड़ेगी।
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पेरिस. रिकॉर्ड 14 बार के फ्रेंच ओपन चैम्पियन रफेल नडाल तैयारी के लिये रोलां गैरो लौटे हैं हालांकि उनके फॉर्म और फिटनेस को लेकर संशय की स्थिति है । 37 वर्ष के नडाल अपने कोच कार्लोस मोया और दो अभ्यास जोड़ीदारों के साथ यहां पहुंचे । फ्रेंच ओपन के मुख्य स्टेडियम पर अभ्यास देखने के लिये करीब 6000 दर्शक मौजूद थे । करीब डेढ घंटे तक चले अभ्यास सत्र के बाद नडाल ने प्रशंसकों को आटोग्राफ दिये और लॉकर रूम में चले गए । फ्रेंच ओपन रविवार से शुरू हो रहा है ।
नडाल कूल्हे की चोट के कारण 2023 में लगभग पूरे सत्र से बाहर रहे । वह हाल ही में इटालियन ओपन के दूसरे दौर में हुबर्ट हुरकाज से हार गए थे । अभी उन्होंने बताया नहीं है कि वह फ्रेंच ओपन खेलेंगे या नहीं। पिछले साल भी वह कूल्हे की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर थे । -
अहमदाबाद। मिचेल स्टार्क (34 रन पर तीन विकेट) की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद कप्तान श्रेयस अय्यर (24 गेंद में नाबाद 58) और वेंकटेश अय्यर (28 गेंद में नाबाद 51) की आक्रामक पारियों से कोलकाता नाइट राइडर्स ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पहले क्वालीफायर मुकाबले में मंगलवार को सनराइजर्स हैदराबाद को 38 गेंद शेष रहते आठ विकेट से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की। सनराइजर्स की पारी को 159 रन पर समेटने के बाद केकेआर ने महज 13.4 ओवर में दो विकेट पर 164 रन बना कर चौथी बार इस लीग में फाइनल का टिकट कटाया। सनराइजर्स को 26 मई को खेले जाने वाले फाइनल में जगह बनाने के लिए राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच बुधवार को खेले जाने वाले एलिमिनेटर के विजेता से शुक्रवार (24 मई) भिड़ना होगा। श्रेयस और वेंकटेश दोनों ने अपनी नाबाद पारियों में एक समान पांच चौके और चार छक्के जड़े। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए महज 44 गेंद में 97 रन की अटूट साझेदारी कर टीम की एकतरफा जीत पक्की की।
आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी स्टार्क को शुरुआती ओवरों में वैभव अरोड़ा (17 रन पर एक विकेट) का अच्छा साथ मिला और दोनों ने पहले दो ओवरों में शानदार लय में चल रहे सनराइजर्स के सलामी बल्लेबाजों ट्रेविस हेड (शून्य) और अभिषेक शर्मा (तीन) को पवेलियन की राह दिखा दी। वरुण चक्रवर्ती (26 रन पर दो विकेट) और सुनील नारायण (40 रन पर एक विकेट) की फिरकी ने मध्यक्रम में सनराइजर्स के बल्लेबाजों को ज्यादा देर तक पैर जमाने का मौका नहीं दिया। हर्षित राणा (27 रन पर एक विकेट) और आंद्रे रसेल (15 रन पर एक विकेट) को भी एक-एक सफलता मिली। सनराइजर्स के लिए राहुल त्रिपाठी ने 35 गेंद की पारी में सात चौके और एक छक्का की मदद से 55 रन बनाने के साथ हेनरिच क्लासेन (32) के साथ महज 37 गेंद में 62 रन की आक्रामक साझेदारी की। क्लासेन ने 21 गेंद की पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाया। आखिरी ओवरों में कप्तान पैट कमिंस ने 24 गेंद में दो चौके और इतने ही छक्के की मदद से 30 रन बनाकर टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। उन्होंने आखिरी विकेट के लिए विजयकांत व्यासकांत (नाबाद सात) के साथ 33 रन जोड़े। लक्ष्य का पीछा करते हुए फिल सॉल्ट की जगह टीम में आये विकेटकीपर रहमानुल्लाह गुरबाज ने भुवनेश्वर कुमार के खिलाफ चौके के साथ खाता खोला तो वही नारायण ने दूसरे ओवर में कमिंस (38 रन पर एक विकेट) का स्वागत लगातार दो चौके से किया। गुरबाज ने इस ओवर में छक्का लगाने के बाद भुवनेश्वर के खिलाफ भी गेंद दर्शकों के पास भेजा। टी नटराजन (22 रन पर एक विकेट) ने चौथे ओवर में उनकी 14 गेंद में 23 रन की पारी को खत्म किया।
क्रीज पर आये वेंकटेश अय्यर ने भुवनेश्वर के खिलाफ लगातार दो चौके लगाये तो वहीं नारायण ने नटराजन की गेंद को सीमा रेखा के पार भेज पावर प्ले में टीम का स्कोर एक विकेट पर 63 रन कर दिया। अपने शुरुआती ओवर में 16 रन लुटाने वाले कमिंस ने खतरनाक हो रहे नारायण को व्यासकांत के हाथों कैच कराकर आउट किया। वेंकटेश पर हालांकि इसका खास असर नहीं पड़ा और उन्होंने कमिंस और फिर व्यासकांत पर छक्का जड़ रन गति को बनाये रखा। कप्तान श्रेयस अय्यर को 10वें ओवर में व्यासकांत की गेंद पर उस समय जीवनदान मिला जब विकेटकीपर क्लासेन और त्रिपाठी के बीच गफलत के कारण कैच झटक गया। उन्होंने अगले ओवर में नटराजन के खिलाफ छक्का और चौका जड़कर इस जीवनदान का जश्न मनाया। कमिंस ने विकेट की तलाश में गेंद हेड को थमाई लेकिन श्रेयस और वेंकटेश ने शानदार चौके लगाकर उन्हें असरहीन किया। वेंकटेश ने रेड्डी के खिलाफ छक्का लगाकर 28 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। श्रेयस ने हेड के खिलाफ लगातार गेंदों पर तीन छक्के और चौका लगाकर टीम को जीत दिलाने से पहले महज 23 गेंद में अपना पचासा पूरा किया। इससे पहले गेंदबाजी का न्योता मिलने के बाद स्टार्क ने अपने शुरुआती तीन ओवरों में तीन विकेट चटकाकर आईपीएल में अपनी महंगी कीमत को चिरतार्थ किया। उन्होंने पहले ओवर में शानदार लय में चल रहे हेड को बोल्ड करने के बाद पारी के पांचवें ओवर में लगातार गेंदों पर नीतिश कुमार रेड्डी (नौ रन) और शाहबाज अहमद (शून्य) को चलता किया। इस बीच अरोड़ा ने पारी के दूसरे ओवर में आंद्रे रसेल के हाथों कैच कराकर अभिषेक को पवेलियन भेजा। विकेटों के पतन के बीच त्रिपाठी ने पावर प्ले में इन दोनों गेंदबाजों के खिलाफ चौके जड़े जिससे छह ओवर के बाद टीम का स्कोर चार विकेट पर 45 रन हो गया। त्रिपाठी ने आठवें ओवर में हर्षित की गेंद को दर्शकों के पास भेज कर पारी का पहला छक्का जड़ा तो दूसरे छोर से क्लासेन ने नारायण की गेंद पर शानदार छक्का और फिर चौका लगाकर रन गति को तेज किया। चक्रवर्ती के खिलाफ 11वें ओवर में चौके के साथ त्रिपाठी ने अपना अर्धशतक और टीम के रनों का शतक पूरा किया। उन्होंने इसी ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का लगाने की कोशिश कर रहे क्लासेन को पवेलियन की राह दिखा दी। अब्दुल समद (16) ने सुनील नारायण के खिलाफ दो छक्के लगाये लेकिन त्रिपाठी उनके साथ गफलत का शिकार होकर रन आउट हो गये। अगली गेंद पर नारायण ने सनवीर को खाता खोले बगैर बोल्ड किया। टीम को जब समद से लंबी पारी की उम्मीद थी तक वह 15वें ओवर में हर्षित की गेंद पर छक्का लगाने की कोशिश में कप्तान श्रेयस अय्यर को कैच दे बैठे। चक्रवर्ती ने भुवनेश्वर कुमार (शून्य) को पगबाधा कर सनराइजर्स को 126 रन पर नौवां झटका दिया। कमिंस ने इसके बाद व्यासकांत के साथ समझदारी से बल्लेबाजी करते हुए चक्रवर्ती और स्टार्क के खिलाफ छक्के जड़कर टीम को 150 रन के पार पहुंचाया। वह आखिरी ओवर में रसेल की गेंद पर आउट हुए। -
हैदराबाद. तमिलनाडु के उभरते हुए मुक्केबाज चंद्रू जी ने पंजाब के जसकरण सिंह को चौथे दौर में नॉकआउट करते हुए डब्ल्यूबीसी इंडिया क्रूजरवेट चैंपियनशिप खिताब जीता। इस मुकाबले में 10-0 के जीत-हार के रिकॉर्ड के साथ उतरे चंद्रू उम्मीद के मुताबिक जीत दर्ज करने में सफल रहे। उन्होंने हालांकि धीमी की शुरुआत की और जसकरण (9-3) ने अपनी लंबाई का फायदा उठाते हुए बढ़त बना ली। दूसरे दौर से हालांकि चंद्रू ने दबदबा बनाना शुरू किया और फिर विरोधी मुक्केबाज को कोई मौका नहीं दिया। चंद्रू ने चौथे और निर्णायक दौर में जसकरण के चेहरे पर दाएं हाथ से दमदार मुक्का जड़कर उन्हें धराशाई कर दिया। रैफरी केविन डेविड ने इसके बाद मुकाबला रोककर चंद्रू को विजेता घोषित किया। इस बीच अक्षय चहल और राम सिंह के बीच आठ दौर का मुकाबला बराबरी पर छूटा जबकि हरियाणा के आशीष चौधरी ने पंजाब के मनीष शर्मा को सर्वसम्मत फैसले से हराया। हरियाणा की रेणु फोगाट ने दिल्ली की रूबी पर पहले दौर में ही तकनीकी नॉकआउट से जीत दर्ज की।
हरियाणा के सागर चौहान और मणिपुर के एनगांबा लोंगजैम के बीच छह दौर का मुकाबला बराबरी पर छूटा।
अफगानिस्तान के ताहिर खुर्रम ने तमिलनाडु के सैमुअल जे को चार दौर के मुकाबले में सर्वसम्मत फैसले से हराया। -
एंटवर्प (बेल्जियम) .भारतीय पुरुष हॉकी टीम ओलंपिक से पहले बुधवार को अर्जेन्टीना के खिलाफ मुकाबले से शुरू हो रहे एफआईएच प्रो लीग के कठिन यूरोपीय चरण के दौरान अपनी कमियों को दूर करने की कोशिश करेगी। भारतीय महिला हॉकी टीम भी नई कप्तान सलीमा टेटे की अगुवाई में जब अर्जेन्टीना से भिड़ेगी तो पेरिस खेलों के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाने की निराशा से उबरने का प्रयास करेगी। ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली पुरुष टीम ऑस्ट्रेलिया के हाथों टेस्ट सीरीज में 0-5 से सूपड़ा साफ होने के बाद इस टूर्नामेंट में खेलते हुए नजर आएगी और पेरिस खेलों से पहले जीत की राह पर लौटने के लिए यूरोप में मिले मौके का पूरा फायदा उठाना चाहेगी। हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘इसमें कोई शक नहीं कि हमारा ध्यान ओलंपिक पर है, लेकिन हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए चैंपियन (प्रो लीग में) बनने और 2026 हॉकी विश्व कप के लिए सीधे क्वालीफाई करने की भी जरूरत है।'' भारतीय टीम अभी आठ प्रो लीग मैच में 15 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है। नीदरलैंड 26 अंक (12 मैच) के साथ शीर्ष पर है जबकि ऑस्ट्रेलिया 20 अंक (8 मैच) के साथ दूसरे पायदान पर है। कप्तान ने कहा, ‘‘इन दोनों लक्ष्यों (ओलंपिक से पहले अच्छा प्रदर्शन करना और 2026 विश्व कप के लिए सीधे क्वालीफिकेशन हासिल करना) को हासिल करने के लिए हम मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने और अपने सभी मैच जीतने का प्रयास करेंगे।'' अर्जेंटीना के अलावा भारतीय पुरुष टीम बेल्जियम, जर्मनी और ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ भी अपनी ओलंपिक की तैयारियों को परखेगी। प्रो लीग तालिका में छठे स्थान पर काबिज भारतीय महिलाओं के पास बुधवार को दुनिया की सातवें नंबर की टीम अर्जेंटीना के खिलाफ मुकाबले के साथ तालिका में ऊपर चढ़ने का मौका है। दुनिया की छठे नंबर की टीम भारत ने प्रो लीग के घरेलू चरण में आठ मैच में आठ अंक हासिल किए जिसमें अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत भी शमिल हैं। नवनियुक्त कप्तान सलीमा ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में भारत में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैत्री मैचों से उनकी टीम को प्रो लीग के यूरोपीय चरण के लिए तैयार होने में मदद मिली। महिला वर्ग में चीन आठ मैचों में 15 अंक के साथ तालिका में दूसरे स्थान पर है जबकि शीर्ष पर मौजूद नीदरलैंड ने अपने सभी 12 मैच जीतकर 36 अंक जुटाए हैं। अर्जेंटीना के बाद महिला टीम 23 मई को बेल्जियम से भिड़ेगी जबकि पुरुष टीम एक दिन बाद मेजबान का सामना करेगी। महिला और पुरुष टीमें 25 मई को फिर से बेल्जियम से भिड़ेंगी। भारत की महिला और पुरुष टीमें 26 मई को अर्जेंटीना के खिलाफ मैचों के साथ यूरोपीय दौरे के पहले चरण का समापन करेंगी। इससे बाद लंदन में अंतिम चरण में भारतीय टीमों का सामना एक और आठ जून को जर्मनी से तथा दो और नौ जून को मेजबान ग्रेट ब्रिटेन से होगा।
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मेंगलुरू. इंडियन ओपन सर्फिंग (आईओएस) का पांचवां सत्र 31 मई से दो जून तक यहां खेला जायेगा । इसमें चार वर्गों पुरूष ओपन , महिला ओपन, ग्रोम्स (अंडर 16) बालक और बालिका वर्ग के मुकाबले होंगे ।
भारतीय सर्फिंग महासंघ ने एक विज्ञप्ति में कहा ,‘‘ इंडियन ओपन सर्फिंग 2024 कैलेंडर वर्ष में राष्ट्रीय चैम्पियनशिप सीरिज का दूसरा चरण होगा । इससे पहले केरल में मार्च में अंतरराष्ट्रीय सर्फिंग फेस्टिवल हुआ है ।'' -
कोबे (जापान) .भारत के लिए ऊंची कूद के पैरा एथलीट निषाद कुमार ने रविवार को यहां कोबे 2024 पैरा एथलेटिक्स विश्व चैम्पियनशिप के तीसरे दिन रजत पदक और प्रीति पाल ने महिलाओं की 200 मीटर स्पर्धा का कांस्य पदक जीता। तोक्यो पैरालंपिक के रजत पदक विजेता निषाद ने पुरुषों की ऊंची कूद टी47 फाइनल में 1.99 मीटर के प्रदर्शन से दूसरा स्थान हासिल किया और भारत का खाता खोला। निषाद ने पेरिस में 2023 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में इसी स्पर्धा का रजत पदक जीता था। अमेरिका के रोड्रिक टाउनसेंड ने 2.05 मीटर की कूद से स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
एक अन्य भारतीय राम पाल अपने सत्र के सर्वश्रेष्ठ 1.90 मीटर के प्रदर्शन से छठे स्थान पर रहे।
टी 47 में वो पैरा ट्रैक एथलीट हिस्सा लेते हैं जिनका कोहनी या कलाई के नीचे का हिस्सा कटा होता है या इसमें विकृति होती है। फिर प्रीति पाल ने महिलाओं की टी 35 वर्ग की 200 मीटर स्पर्धा के फाइनल में 30.49 सेकेंड के समय से तीसरा स्थान हासिल कर भारत को दूसरा पदक दिलाया। टी 35 में वो खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं जिन्हें समन्वय संबंधित विकृति होती है। दीप्ति जीवनजी ने महिला टी20 400 मीटर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। उन्होंने 56.18 सेकंड के एशियाई रिकॉर्ड समय से अपनी हीट रेस जीती। चीन 26 पदक के साथ तीसरे दिन तालिका में शीर्ष पर है। भारतीय टीम अभी 29वें स्थान पर है।चैम्पियनशिप 25 मई तक चलेगी। -
कोलकाता. अपने बच्चे की पीड़ा एक मां ही समझ सकती है और ठीक 405 दिन पहले एक ओवर में रिंकू सिंह के पांच छक्के झेलने के बाद यश दयाल के कैरियर को बिखरता देख उनकी मां राधा दयाल बीमार हो गई थी लेकिन एक ओवर ने सब कुछ बदल दिया । रिंकू के बल्ले से हुई आतिशबाजी वाला वह ओवर दयाल के कैरियर के रास्ते बंद करने वाला भी हो सकता था लेकिन निर्मम सोशल मीडिया के बहाव में नहीं बहने वालों को पता था कि यह लड़का वापसी करेगा । और उसने की भी । दयाल ने आईपीएल के महानतम फिनिशर्स महेंद्र सिंह धोनी और रविंद्र जडेजा के सामने एक ओवर में 17 रन नहीं बनने दिये । रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू को आईपीएल प्लेआफ में पहुंचाने वाला करिश्माई 20वां ओवर डालकर दयाल ने अपने और अपनी मां के हर जख्म पर मरहम लगा दिया । यहां तक कि रिंकू ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर लिखा ,‘‘ यह ईश्वर की इच्छा थी । उस ओवर के बाद दयाल ने अपनी मां को वीडियो कॉल किया और पूछा ,‘‘ कैसा फील कर रही हो ।''
दयाल परिवार में देर रात तक जश्न चलता रहा । उनके पिता चंद्रपाल ने कहा कि उनके बेटे ने अपनी मां से कहा था कि उसे यकीन है कि वह एम एस धोनी को विजयी रन नहीं बनाने देंगे ।'' क्लब स्तर पर क्रिकेट खेल चुके चंद्रपाल 2019 में प्रयागराज में महा लेखाकार के कार्यालय से रिटायर हुए हैं । नौ अप्रैल को अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम पर रिंकू सिंह के पांच छक्के झेलने वाले अपने बेटे के साथ वह चट्टान की तरह डटे रहे हैं । उन्होंने पुरानी यादें ताजा करते हुए कहा ,‘‘ वो डरावना सपना फिर से आ रहा था जब धोनी ने पहली गेंद पर छक्का लगाया । लेकिन मुझे भीतर से लग रहा था कि इस बार कुछ अच्छा होगा । यह उसकी कड़ी मेहनत का नतीजा है । ईश्वर की कृपा है ।'' पिछले साल गुजरात टाइटंस ने दयाल को रिलीज कर दिया लेकिन आरसीबी ने उस पर भरोसा जताया । पिछले आईपीएल के बाद वह बीमार हो गया था लेकिन उसके पिता उसके प्रेरणास्रोत बने । उन्होंने कहा ,‘‘ मैं उसे स्टुअर्ट ब्रॉड का उदाहरण देता था कि कैसे टी20 विश्व कप 2007 में युवराज सिंह के एक ओवर में छह छक्के गंवाने के बावजूद स्टुअर्ट ब्रॉड इतना महान गेंदबाज बना । मैने यही कोशिश की कि वह मानसिक रूप से मजबूत बना रहे और अवसाद का शिकार नहीं हो ।'' दयाल ने वापसी के लिये फिटनेस और मानसिक दृढता हासिल करने की कवायद में मीठा , आइसक्रीम और मटन कीमा तक खाना छोड़ दिया था । -
बैंकॉक. भारत की स्टार जोड़ी सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने पेरिस ओलंपिक की तैयारियां पुख्ता करते हुए चीन के लियू यि और चेन बो यांग को हराकर थाईलैंड ओपन सुपर 500 बैडमिंटन पुरूष युगल खिताब जीत लिया । पेरिस ओलंपिक की तैयारियां पुख्ता करते हुए दुनिया की तीसरे नंबर की जोड़ी ने 29वीं रैंकिंग वाली विरोधी टीम पर 21 . 15, 21 . 15 से जीत दर्ज की । एशियाई खेलों की चैम्पियन जोड़ी का यह सत्र का दूसरा और कैरियर का नौवां बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर खिताब है । उन्होंने मार्च में फ्रेंच ओपन सुपर 750 खिताब जीता था । दोनों मलेशिया सुपर 1000 और इंडिया सुपर 750 में उपविजेता रहे थे । चिराग ने जीत के बाद कहा ,‘‘ बैंकॉक हमारे लिये खास है । हमने 2019 में यहां पहली बार सुपर सीरिज और फिर थॉमस कप जीता था ।'' सात्विक और चिराग आल इंग्लैंड चैम्पियनशिप में दूसरे दौर में हार गए थे । इसके बाद सात्विक की चोट के कारण एशियाई चैम्पियनशिप नहीं खेल सके । थॉमस कप में भी वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये । वे एक भी गेम गंवाये बिना थाईलैंड ओपन फाइनल में पहुंचे थे । लियू और चेन ने भी फाइनल तक के सफर में शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन भारतीय जोड़ी के शानदार फॉर्म का उनके पास कोई जवाब नहीं था । सात्विक और चिराग ने जल्दी ही 5 . 1 की बढत बना ली । इसके बाद चेन और लियू ने लगातार चार अंक लेकर वापसी की । जब स्कोर 7 . 7 था तब चीनी जोड़ी ने 39 शॉट की रेली लगाई और 10 . 7 से बढत बना ली । उन्होंने कुछ लंबी रेलियां लगाई लेकिन चिराग ने तूफानी रिटर्न के जरिये स्कोर 10 . 10 कर लिया । ब्रेक के बाद सात्विक और चिराग ने 14 . 11 की बढत बनाई । यह बढत जल्दी ही 16 . 12 की हो गई । चीनी जोड़ी ने तीन अंक बनाये लेकिन इसके बाद भारतीय जोड़ी ने लगातार पांच अंक लेकर गेम जीत लिया । दूसरे गेम में भारतीय जोड़ी ने 8 . 3 के साथ शुरूआत की और ब्रेक तक पांच अंक की बढत बनाये रखी । चेन और लियू ने तीन अंक लगातार बनाये लेकिन सात्विक ने उनकी लय तोड़ी । जब स्कोर 15 . 11 था तब सात्विक को खेल में विलंब करने पर चेतावनी मिली और चिराग ने दो अंक गंवाये जिससे चीनी जोड़ी ने 15 . 14 की बढत बना ली । भारतीय जोड़ी ने हालांकि इसके बाद शानदार प्रदर्शन करते हुए उन्हें फिर कोई मौका नहीं दिया ।
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मुंबई. शिखर धवन का मानना है कि इस साल क्रिकेट में काफी बदलाव आया है लेकिन उन्हें लगता है कि आगामी टी20 विश्व कप में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की तरह बड़े स्कोर देखने को नहीं मिलेंगे क्योंकि इसमें ‘इम्पैक्ट प्लेयर' का विकल्प उपलब्ध नहीं होगा। ‘इम्पैक्ट प्लेयर' नियम के अंतर्गत टीमों को एक अतिरिक्त बल्लेबाज या एक गेंदबाज खिलाने का मौका मिल जाता है और माना जा रहा है कि इसी के कारण इस आईपीएल में रिकॉर्ड स्कोर की संख्या बढ़ गयी। इससे आईपीएल में आठ बार 250 से ज्यादा रन का स्कोर बनाया गया। गेंदबाजों की परेशानी ने बल्ले और गेंद के बीच संतुलन बनाने की बहस फिर से शुरू कर दी क्योंकि इस नियम की वजह से आईपीएल में विकेट और परिस्थितियां आम तौर पर बल्लेबाजों के पक्ष में होती हैं। धवन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है इस साल खेल काफी बदल गया है और यही वजह है कि 250 रन का स्कोर बन रहा था। मानसिकता निश्चित रूप से बदल गई है। '' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जब आप विश्व कप में खेलोगे तो इसमें ‘इम्पैक्ट प्लेयर' नियम नहीं होगा और इसका असर निश्चित रूप से दिखेगा। इससे अंतर पैदा होगा और सबसे अहम यही होगा कि हम परिस्थितियों से तालमेल कैसे बिठाते हैं।'' धवन ने ‘जियो सिनेमा' पर टीवी शो ‘धवन करेंगे' में कहा, ‘‘इम्पैक्ट प्लेयर नियम आने के आने के बाद सोच बदल गई है। मध्यक्रम के बल्लेबाज को पता होता है कि आठवें और नौंवे नंबर तक बल्लेबाजी होगी तो वे आक्रामक रूख अख्तियार करते हैं। इसी वजह से इतने बड़े स्कोर बने।
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बेंगलुरु. दिग्गज भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने अपने स्ट्राइक रेट पर आलोचना और बहस का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें अपनी क्षमता पर किसी के अनुमोदन या आश्वासन की जरूरत नहीं है क्योंकि उन्हें पता है कि वह मैदान पर क्या कर सकते हैं। कोहली इस साल आईपीएल में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज है। उनको अपनी स्ट्राइक रेट को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ा जिसमें भारत के महान बल्लेबाज और पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर की टिप्पणी भी शामिल हैं। कोहली ने आरसीबी की ओर से जारी वीडियो में आलोचनाओं के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘ “(मुझे किसी की टिप्पणी पर) प्रतिक्रिया करने की ज़रूरत नहीं है। मैं जानता हूं कि मैं मैदान पर क्या कर सकता हूं. मुझे किसी को यह बताने की जरूरत नहीं है कि मैं किस तरह का खिलाड़ी हूं या मेरी क्षमता क्या है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कभी किसी से नहीं पूछा कि मैच कैसे जीता जाए। मैंने मैदान पर अपने अनुभव से इस बारे में सीखा है। यह किस्मत से नहीं होता है कि आप बार बार मैच जीत रहे है। खिलाडी का मैदान में परिस्थिति और हालात के मुताबिक खेलना और बाहर से उसका विश्लेषण करना दो पूरी तरह से अलग चीजें हैं।'' कप्तान रोहित शर्मा से सहमति जताते हुए कोहली ने इंपैक्ट खिलाड़ी के नियम की आलोचना करते हुए कहा कि इससे खेल का संतुलन बिगड़ रहा है । आईपीएल के पिछले सत्र से पारी के बीच में स्थानापन्न खिलाड़ी को उतारने का नियम शुरू हुआ है जिस पर रोहित ने भी नाराजगी जताई थी । अब कोहली ने जियो सिनेमा से कहा ,‘‘ मैं रोहित का समर्थन करता हूं । मनोरंजन खेल का एक पहलू है लेकिन संतुलन भी होना चाहिये । इससे खेल का संतुलन बिगड़ा है और कई लोगों को ऐसा लगता है , सिर्फ मुझे नहीं ।'' रोहित ने पॉडकास्ट में कहा ,‘‘ मैं इस नियम का मुरीद नहीं हूं । इससे हरफनमौलाओं पर विपरीत असर पड़ेगा । क्रिकेट 11 खिलाड़ियों का खेल है, 12 का नहीं ।'' आईपीएल के इस सत्र में आठ बार 250 रन से अधिक का स्कोर बना और कोहली गेंदबाजों का दर्द समझते हैं ।
उन्होंने कहा ,‘ गेंदबाजों को लग रहा है कि हम क्या करें । मैने कभी ऐसा नहीं देखा जब गेंदबाजों को लगता है कि वे हर गेंद पर चार या छह रन देंगे । हर टीम के पास बुमराह या राशिद खान तो है नहीं ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ एक अतिरिक्त बल्लेबाज के कारण पावरप्ले में मैं 200 प्लस के स्ट्राइक रेट से खेल रहा हूं क्योंकि मुझे पता है कि आठवें नंबर पर भी एक बल्लेबाज है । मेरा मानना है कि शीर्ष स्तर पर क्रिकेट में इस तरह का दबदबा नहीं होना चाहिये । बल्ले और गेंद के बीच समान संतुलन होना चाहिये ।'' बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा था कि यह नियम प्रयोग के तौर पर लागू किया गया है ताकि दो भारतीय खिलाड़ियों को एक मैच में मौका मिल सके । कोहली ने कहा ,‘‘ मुझे यकीन है कि जय भाई ने कहा है कि वह इसकी समीक्षा करेंगे और मुझे यकीन है कि ऐसा निष्कर्ष निकलेगा कि खेल में संतुलन पैदा हो सके । सिर्फ चौके या छक्के की क्रिकेट में रोमांचक नहीं होते । 160 का स्कोर बनाकर जीतना भी रोमांचक होता है । -
अस्ताना . मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन और मीनाक्षी ने अपने-अपने भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीते जिससे भारतीय टीम ने शनिवार को यहां एलोरडा कप मुक्केबाजी में अपना अभियान अब तक के सर्वश्रेष्ठ 12 पदकों के साथ खत्म किया। निकहत और मीनाक्षी के स्वर्ण पदकों के अलावा, भारतीय मुक्केबाजों ने दो रजत और आठ कांस्य पदक जीतकर पिछले सत्र से काफी बेहतर प्रदर्शन किया। भारतीय मुक्केबाजों ने पिछले सत्र में पांच पदक अपने नाम किये थे। निकहत (52 किग्रा) ने प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अपना दबदबा जारी रखते हुए कजाकिस्तान की जजीरा उराकबायेवा को 5-0 के स्कोर से हराकर अपने प्रभावशाली करियर में एक और स्वर्ण पदक जोड़ा। मीनाक्षी ने दिन की शानदार शुरुआत करते हुए महिलाओं के 48 किग्रा फाइनल में उज्बेकिस्तान की रहमोनोवा सैदाहोन को 4-1 से हराकर भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया। अनामिका (50 किग्रा) और मनीषा (60 किग्रा) को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा और उनका अभियान रजत पदक के साथ समाप्त हुआ। अनामिका ने मौजूदा विश्व और एशियाई चैंपियन चीन की वू यू को कड़ी टक्कर दी लेकिन उन्हें 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। मनीषा को कजाकिस्तान की विक्टोरिया ग्राफीवा से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय पदक विजेता:
स्वर्ण: मीनाक्षी (48 किग्रा) और निकहत जरीन (52 किग्रा)
रजत: अनामिका (50 किग्रा) और मनीषा (60 किग्रा)
कांस्य (पुरुष): याइफाबा सिंह सोइबम (48 किग्रा), अभिषेक यादव (67 किग्रा), विशाल (86 किग्रा) और गौरव चौहान (92 किग्रा से अधिक); कांस्य (महिला): सोनू (63 किग्रा), मंजू बम्बोरिया (66 किग्रा), शलाखा सिंह संसनवाल (70 किग्रा) और मोनिका (81 किग्रा से अधिक)। -
बेंगलुरु। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) शीर्ष क्रम की शानदार बल्लेबाजी के बाद अंतिम ओवर में यश दयाल की गेंदबाजी से शनिवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के रोमांचक मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को 27 रन से हराकर प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने वाली चौथी और अंतिम टीम बनी। कोलकाता नाइट राइडर्स, राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद पहले ही प्लेऑफ में जगह पक्की कर चुकी हैं।
कप्तान फाफ डुप्लेसी (54 रन) की अगुआई में शीर्ष क्रम के शानदार प्रदर्शन से आरसीबी ने पांच विकेट पर 218 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। फिर उसके गेंदबाजों ने सीएसके को 20 ओवर में सात विकेट पर 191 रन पर रोक दिया और लगातार छठी जीत से प्लेऑफ का टिकट कटाया। सीएसके रचिन रविंद्र (61 रन, 37 गेंद, पांच चौके, तीन छक्के) के अर्धशतक और रविंद्र जडेजा (नाबाद 42 रन) के योगदान तथा अनुभवी महेंद्र सिंह धोनी के 25 रन के बावजूद प्लेऑफ में जगह नहीं बना सकी। आरसीबी के लिए यश दयाल ने 42 रन देकर दो विकेट झटके और अंतिम ओवर में सीएसके को 17 रन बनाने से महरूम कर उसकी क्वालीफाई करने की उम्मीदों को तोड़ दिया। मेजबान टीम के मजबूत स्कोर के लिए डुप्लेसी (39 गेंद, तीन चौके, तीन छक्के) के अलावा विराट कोहली (47 रन, 29 गेंद), रजत पाटीदार (41 रन, 23 गेंद) और कैमरन ग्रीन (नाबाद 38, 17 गेंद) ने योगदान दिया। प्लेऑफ क्वालीफिकेशन की समीकरण के अनुसार आरसीबी को कट में जगह बनाने के लिए कम से कम 18 रन से जीत की जरूरत थी। सीएसके आरसीबी से हारने के बावजूद 200 से अधिक रन का स्कोर बनाकर या फिर मैच बारिश की भेंट चढ़ जाने से क्वालीफाई कर लेती। सीएसके की शुरूआत काफी खराब रही जिसने पारी की पहली ही गेंद पर अपने कप्तान रूतुराज गायकवाड़ का विकेट गंवा दिया जिन्हें ग्लेन मैक्सवेल (25 रन देकर एक विकेट) ने यश दयाल के हाथों कैच आउट कराया। डेरिल मिचेल छह गेंद ही खेल पाये थे कि यश दयाल ने तीसरे ओवर में पवेलियन लौटा दिया। कोहली ने उनका कैच लपका। अजिंक्य रहाणे और रचिन रविंद्र तीसरे विकेट के लिए 41 गेंद में 66 रन की साझेदारी कर अच्छे दिख रहे थे। लेकिन लॉकी फर्ग्यूसन (39 रन देकर एक विकेट) ने रहाणे को आउट कर इस भागीदारी का अंत किया। रहाणे ने 22 गेंद में तीन चौके और एक छक्के से 33 रन का योगदान दिया और 85 रन के स्कोर पर आउट होने वाले तीसरे खिलाड़ी रहे। सीएसके का स्कोर 10 ओवर में तीन विकेट पर 87 रन था और उसे प्लेऑफ क्वालीफाई करने के लिए अंतिम 10 ओवर में 114 रन की दरकार थी। रचिन रविंद्र और शिवम दुबे क्रीज पर थे। 12वें ओवर में रचिन रविंद्र ने फर्ग्यूसन पर डीप मिडविकेट पर छक्का जड़कर अपना अर्धशतक पूरा किया और अगली गेंद को फिर थर्ड मैन पर छक्के के लिये भेज दिया। 13वें ओवर में काफी ड्रामा हुआ जिसकी अंतिम गेंद पर रचिन रविंद्र गफलत में रन आउट हो गये जबकि दो गेंद पहले ही मोहम्मद सिराज ने दुबे का ऊंचा कैच छोड़ दिया था। सीएसके पर दबाव बढ़ता जा रहा था और अगले ओवर में ग्रीन की गेंद पर दुबे आउट हो गये। आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी। 15वें ओवर में डुप्लेसी ने मोहम्मद सिराज की गेंद पर उछलकर मिचेल सैंटनर का शानदार कैच लपककर सीएसके को छठा झटका दिया। अब धोनी उतरे और दूसरे छोर पर थे रविंद्र जडेजा।
दोनों ने सातवें विकेट के लिए 27 गेंद में 61 रन की भागीदारी निभा ली। टीम को क्वालीफाई करने के लिए अंतिम 12 गेंद में 35 रन चाहिए थे। 19वें ओवर में दो चौके और एक छक्के से 18 रन बने। अंतिम ओवर में 17 रन चाहिए थे। धोनी ने पहली गेंद पर गगनदायी छक्का जड़ा और अगली गेंद पर आउट हो गये। इससे पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद सलामी बल्लेबाज कोहली और डुप्लेसी ने अच्छी शुरूआत कर बिना किसी नुकसान के 31 रन बना लिये थे, तभी बारिश की वजह से 40 मिनट खेल रोकना पड़ा। बारिश के ब्रेक के बाद सीएसके ने स्पिनरों को लगा दिया और गेंद टर्न लेने लगी जिससे बल्लेबाजों को तेजी से रन जुटाने में परेशानी हुई। महीश तीक्ष्णा (25 रन देकर कोई विकेट नहीं) और मिचेल सैंटनर (23 रन देकर एक विकेट) ने बल्लेबाजों को परेशान किया। आरसीबी ने पावरप्ले में बिना किसी नुकसान के 42 रन बनाये। कोहली के आउट होने से आरसीबी का स्कोर 10 ओवर में एक विकेट पर 78 रन हो गया जिन्होंने सैंटनर की गेंद पर डेरिल मिशेल को कैच देकर आउट होने से पहले दो और छक्के जड़े। डुप्लेसी ने रविंद्र जडेजा (तीन ओवर में 40 रन) के तीसरे ओवर में एक चौका और दो छक्कों की मदद से 20 रन बनाये और इसके बाद 35 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। रजत पाटीदार (41) ने तीक्ष्णा पर छक्का जड़ा। पर भाग्य ने साथ नहीं दिया और 13वें ओवर में डुप्लेसी रन आउट हो गए। लेकिन पाटीदार ने आक्रमकता जारी रखी और सिमरजीत सिंह पर एक चौका और एक छक्का लगाया। वहीं ठाकुर ने 17 रन लुटा दिये जिसमें ग्रीन ने लांगआन पर एक छक्का जड़कर टीम के 150 रन पूरे किये।
गायकवाड़ ने ग्रीन को जीवनदान दिया और पाटीदार ने दबाव बनाना जारी रखा तथा देशपांडे पर दो छक्के लगा दिये। इसके बाद ग्रीन ने ठाकुर पर लगातार छक्के लगाये। ठाकुर ने पाटीदार को कैच आउट कराया। दिनेश कार्तिक (14) और ग्लेन मैक्सवेल (16) ने शानदार खेल दिखाते हुए स्कोर बढ़ाने में मदद की। -
ग्लास्गो. क्रिकेट स्कॉटलैंड ने अमेरिका और वेस्टइंडीज में होने वाले आगामी टी20 विश्व कप में अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए कर्नाटक की ‘नंदिनी' डेयरी को अपना आधिकारिक प्रायोजक बनाने की घोषणा की। ‘नंदिनी' का ‘लोगो' दो जून से शुरू होने वाले टूर्नामेंट में स्कॉटलैंड की पुरुष टीम की शर्ट की बाजू पर बना होगा। स्कॉटलैंड के क्रिकेट बोर्ड ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘क्रिकेट स्कॉटलैंड और कर्नाटक दुग्ध महासंघ को यह घोषित करने में काफी खुशी हो रही है कि ‘नंदिनी' डेयरी आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप 2024 में स्कॉटलैंड पुरुष टीम का आधिकारिक प्रायोजक होगी। '' ब्रांड का नाम और ‘लोगो' कन्नड़ भाषा में लिखा है जो बुधवार को लांच हुई खिलाड़ियों की टी शर्ट पर देखा जा सकता था। स्कॉटलैंड की टीम चार जून को इंग्लैंड के खिलाफ अपना टी20 विश्व कप अभियान शुरू करेगी। -
नयी दिल्ली. अनुभवी शरत कमल और दुनिया की 24वें नंबर की खिलाड़ी मनिका बत्रा पेरिस खेलों में क्रमशः भारतीय पुरुष और महिला टीम का नेतृत्व करेंगे जहां देश टीम स्पर्धाओं में ओलंपिक में पदार्पण करेगा। भारतीय टेबल टेनिस महासंघ (टीटीएफआई) की सीनियर चयन समिति ने गुरुवार को ओलंपिक मानदंडों के अनुसार छह सदस्यीय टीम (प्रत्येक वर्ग में तीन) का चयन किया। इसके अलावा एकल स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा करने वाले खिलाड़ियों का भी चयन किया गया। शरत, हरमीत देसाई और मानव ठक्कर को तीन सदस्यीय पुरुष टीम में जगह मिलेगी जबकि मनिका, श्रीजा अकुला और अर्चना कामथ महिला वर्ग में टीम के सदस्य होंगे। प्रत्येक वर्ग में ‘वैकल्पिक खिलाड़ी' जी साथियान और आयहिका मुखर्जी होंगे।
पुरुष एकल में शरत और हरमीत प्रतिस्पर्धा करेंगे जबकि महिला एकल में मनिका और श्रीजा चुनौती पेश करेंगी। यह निर्णय नवीनतम विश्व रैंकिंग के आधार पर लिया गया है।
वर्ष 2004 में ओलंपिक पदार्पण करने वाले 41 वर्षीय शरत का यहां पांचवां और अंतिम ओलंपिक होगा।
टीमों और व्यक्तिगत स्पर्धाओं के लिए खिलाड़ियों का चयन टीटीएफआई के पहले से निर्धारित मानदंडों के अनुसार किया गया था। तीन खिलाड़ियों का चयन पिछले कुछ समय में उनके प्रदर्शन की निरंतरता और विश्व रैंकिंग के अनुसार ‘स्वत:' हुआ। हालांकि महिला टीम की तीसरी खिलाड़ी को लेकर बहस चल रही थी। मनिका और श्रीजा अकुला अपनी उच्च विश्व रैंकिंग (शीर्ष 50 के अंदर) के आधार पर टीम का हिस्सा बनीं जबकि अर्चना (103) ने तीसरे खिलाड़ी के रूप में टीम में जगह बनाई। बेंगलुरू की अर्चना ने अपनी रैंकिंग सहित कई मामलों में आयहिका (133) को पीछे छोड़ दिया।
पुरुष टीम में 40वीं विश्व रैंकिंग के साथ शरत का चयन शीर्ष भारतीय खिलाड़ी के रूप में स्वत: हुआ जबकि हरमीत (63) और मानव (62) की विश्व रैंकिंग में सिर्फ एक नंबर का अंतर है। हालांकि दोनों ने टीम में जगह बनाई है लेकिन राष्ट्रीय चैंपियन हरमीत को उनके अंतरराष्ट्रीय (जीत-हार का बेहतर रिकॉर्ड) और राष्ट्रीय प्रदर्शन के आधार पर एकल वर्ग के लिए चयनकर्ताओं की मंजूरी मिली। बैठक में मासिमो कोस्टेंटिनी विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में उपस्थित थे और उनकी सलाह उपयोगी रही होगी। कोस्टेंटिनी अगले सप्ताह तीसरी बार भारतीय टीम की कमान संभालेंगे। वह इस सप्ताह की शुरुआत में भारत पहुंचे। वैकल्पिक खिलाड़ी साथियान और आयहिका टीम के साथ पेरिस जाएंगे लेकिन आधिकारिक खेल गांव में नहीं रहेंगे। चोट लगने की स्थिति में उनकी सेवाओं की आवश्यकता होगी। टीम इस प्रकार हैं:
पुरुष: शरत कमल, हरमीत देसाई, और मानव ठक्कर; वैकल्पिक खिलाड़ी: जी साथियान।
महिला: मनिका बत्रा, श्रीजा अकुला और अर्चना कामथ; वैकल्पिक खिलाड़ी: आयहिका मुखर्जी। -
नयी दिल्ली. फर्राटा के शहंशाह उसेन बोल्ट को पिता से क्रिकेट का जुनून विरासत में मिला है लिहाजा उनके खून में है और उनका पसंदीदा प्रारूप टी20 है । आठ ओलंपिक स्वर्ण जीत चुके बोल्ट जमैका में बचपन के दिनों में तेज गेंदबाज बनना चाहते थे । अगले महीने से होने वाले आईसीसी टी20 विश्व कप के दूत बोल्ट का क्रिकेट से जुड़ने का सपना आखिर किसी रूप में साकार हुआ । बोल्ट ने कहा ,‘‘ मैं क्रिकेट देखकर बड़ा हुआ हूं । मेरे पिता क्रिकेट के शौकीन रहे हैं और आज भी हैं । यह मेरे खून में है । मैं क्रिकेट से दूत के रूप में जुड़ रहा हूं जो शानदार है । क्रिकेटर बनने का मेरा सपना तो पूरा नहीं हुआ लेकिन टी20 विश्व कप का दूत होना शानदार है ।'' अपने सात साल के कैरियर में 100 और 200 मीटर के विश्व रिकॉर्डधारी बोल्ट अनेक उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं ।पिछले कुछ महीने संगीत और फुटबॉल का अपना शौक पूरा करने के लिये दुनिया घूमने वाले बोल्ट को टीवी पर क्रिकेट और आईपीएल देखने का मौका नहीं मिला । उन्होंने कहा ,‘‘ मैं उतना क्रिकेट नहीं देख सका लेकिन जब भी मौका मिलता है, मैं टी20 मैच देखता हूं ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ यह मेरा पसंदीदा प्रारूप है । इसमें आपको मजबूत, तेज और अच्छी रणनीति बनाने में माहिर होना पड़ता है । इसमें टेस्ट और वनडे दोनों का जादू देखने को मिलता है ।'' बोल्ट ने कहा ,‘‘ वेस्टइंडीज में टी20 और वनडे अभी भी लोकप्रिय है । लोगों को टेस्ट क्रिकेट उतना पसंद नहीं आता है । यह खेल की रफ्तार से जुड़ा है । आंद्रे रसेल जैसे बिग हिटर को देखने में मजा आता है । वेस्टइंडीज में टी20 क्रिकेट काफी लोकप्रिय है ।'' बचपन के दिनों की क्रिकेट की उनकी यादों में वसीम अकरम की इनस्विंग यॉर्कर भी शामिल है । उन्होंने कहा ,‘‘ बचपन में वसीम अकरम मेरे फेवरिट थे । इनस्विंग यॉर्कर की वजह से । कर्टनी वॉल्श और कर्टली एम्बरोज भी थे । अपने पिता की तरह मैं वेस्टइंडीज का समर्थक था लेकिन मुझे सचिन तेंदुलकर भी पसंद हैं । वह और ब्रायन लारा मेरे बचपन की यादों का हिस्सा है ।'' मौजूदा क्रिकेटरों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि विराट कोहली का कोई सानी नहीं ।
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नई दिल्ली। भारत के सुपरस्टार बल्लेबाज विराट कोहली को पता है कि वह हमेशा खेलते नहीं रह सकते लेकिन विदा लेने से पहले वह अपना सब कुछ क्रिकेट कॅरिअर को देना चाहते हैं और उनका कहना है कि एक बार जाने के बाद वह कुछ समय नजर भी नहीं आएंगे। कोहली आईपीएल में इस सत्र में अब तक का रिकॉर्ड आठवां शतक जड़ चुके हैं ।उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के लिए 13 मैचों में 661 रन बनाये हैं। आरसीबी द्वारा सोशल मीडिया पर डाले गए वीडियो में 35 वर्ष के कोहली ने कहा कि मलाल के बिना जीने की ललक ही उनकी प्रेरणा है ।
उन्होंने कहा ,‘‘ मैं कोई भी काम अधूरा नहीं छोड़ना चाहता ताकि बाद में कोई पछतावा नहीं हो । एक बार काम पूरा हो जाए तो मैं चला जाऊंगा और फिर कुछ समय नजर नहीं आऊंगा ।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ जब तक मैं खेल रहा हूं, अपना सब कुछ खेल को देना चाहता हूं । यही मेरी प्रेरणा है।’’ कोहली ने कहा, ‘‘हर खिलाड़ी के कैरियर का अंतिम समय आता है । मैं भी हमेशा खेलता नहीं रहूंगा लेकिन मैं इस सोच के साथ विदा नहीं लेना चाहता कि अगर मैने उस दिन ऐसा किया होता तो अच्छा होता।’’ कोहली अगले महीने होने वाले टी20 विश्व कप में भारतीय टीम के सदस्य हैं । -
नई दिल्ली। भारतीय फुटबॉल के दिग्गज खिलाड़ी सुनील छेत्री ने राष्ट्रीय टीम के साथ विशिष्ट करियर के बाद संन्यास लेने की घोषणा की है। एक सोशल मीडिया पोस्ट में श्री छेत्री ने बताया कि इस वर्ष 6 जून को कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में कुवैत के खिलाफ आगामी मैच राष्ट्रीय टीम में उनका आखिरी मुकाबला होगा। सुनील छेत्री भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के मौजूदा कप्तान हैं जिन्होंने 12 जून, 2005 को पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला मैच खेला था। अपने खेल करियर में उन्होंने 150 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 94 गोल करने का शानदार रिकॉर्ड बनाया।
- नयी दिल्ली। पेरिस ओलंपिक के लिए केवल तीन महीने बचे हैं तो स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) से ट्रायल का स्थान और प्रारूप, इसका समय, तारीख की घोषणा करने का आग्रह किया है। महिला पहलवानों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के विरोध प्रदर्शन में अहम रहीं विनेश ने पिछले महीने बिश्केक में 50 किग्रा ओलंपिक कोटा जीता था, लेकिन नियमों के अनुसार अंतिम टीम की घोषणा से पहले उन्हें ट्रायल से गुजरना होगा। अब तक पांच भारतीय महिलाओं ने पेरिस खेलों के लिए क्वालीफाई किया है और केवल एक पुरुष पहलवान अमन सहरावत को ही वैश्विक प्रतियोगिता का टिकट मिला है। विनेश ने 'एक्स' पर लिखा, ‘‘पेरिस ओलंपिक में केवल तीन महीने रह गये हैं, इसके बावजूद भारतीय कुश्ती महासंघ ने अभी तक आधिकारिक ट्रायल की तारीख, समय और स्थान सहित प्रारूप की घोषणा नहीं की है। '' उन्होंने कहा, ‘‘यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि सभी महासंघों ने दिसंबर 2023 में या जनवरी 2024 में क्वालीफिकेशन और स्पष्ट प्रारूप की घोषणा कर दी थी। '' उन्होंने कहा, ‘‘मैं खेल मंत्रालय, भारतीय खेल प्राधिकरण, आईओए, भारतीय कुश्ती महासंघ से अनुरोध करती हूं कि वे इस मामले को प्राथमिकता दें और तुरंत आधिकारिक तौर पर ट्रायल की तारीख, समय, स्थान और सटीक प्रारूप की घोषणा करें। ''
- भुवनेश्वर। ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा ने फिर स्वर्ण पदक जीता लेकिन उस तरह से नहीं जैसा वह चाहते थे और उन्हें इसे स्वीकार करने में कोई झिझक भी नहीं थी। तीन साल में पहली बार भारत में प्रतिस्पर्धा करते हुए विश्व चैम्पियन भाला फेंक एथलीट ने बुधवार को यहां फेडरेशन कप में 82.27 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता। चोपड़ा ने टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन पर कहा, ‘‘मुझे लगा कि मैं यहां प्रतिस्पर्धा कर सकता हूं और यह अच्छी रही। हालांकि थ्रो के बारे में बात नहीं करते, यह वैसा नहीं था जैसा मैं चाहता था। '' दोहा डायमंड लीग में दूसरे स्थान पर रहने के बाद अपनी स्पर्धा की संध्या पर यहां पहुंचा यह 26 वर्षीय सुपरस्टार तीन दौर के बाद दूसरे स्थान पर रहा। उन्होंने कहा, ‘‘प्रतियोगिता काफी अच्छी थी और मौसम भी गर्म था। शुरू से ही मैं सोच रहा था कि अगर मुझे अच्छा लगेगा तो मैं उसी के अनुसार प्रयास करूंगा। मैं दोहा में खेलने के बाद यहां आया था और उबरने के लिए ज्यादा समय नहीं था और यात्रा भी करनी थी। और मैं इतना अच्छा भी महसूस नहीं हो रहा था। '' चोपड़ा ने कहा, ‘‘मैंने इसके अनुसार ही अपने प्रयास किये और केवल चार थ्रो ही किये क्योंकि मुझे चेक गणराज्य के ओस्ट्रावा में गोल्डन स्पाइक प्रतियोगिता में 28 मई को प्रतिस्पर्धा करनी है। इसके लिए उबरने के लिए लगभग 10 दिन होंगे। '' उन्होंने कहा, ‘‘ लंबे समय के बाद इस तरह के मौसम में आया हूं। प्रतियोगिता में जो आनंद आता है, वो नहीं था। मुझे लग रहा था कि परिस्थितियां उतनी अच्छी नहीं हैं, इसलिए मैंने चौथे थ्रो के बाद रुकने का फैसला किया। '
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नई दिल्ली। ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने कल भुवनेश्वर में पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता ‘फेडरेशन कप 2024’ में स्वर्ण पदक जीता। 26 वर्षीय नीरज चोपड़ा को प्रतियोगिता के आरंभिक दौर में संघर्ष करना पड़ा क्योंकि तीन राउंड के बाद वे दूसरे स्थान पर थे। लेकिन चौथे राउंड में उन्होंने 82.27 मीटर दूरी पर भाला फेंका और प्रतियोगिता में बढ़त बना ली।
नीरज चोपड़ा ने 2021 में देश में आयोजित इसी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था और 87.80 मीटर दूर भाला फेंक कर स्वर्ण पदक जीता था। तत्पश्चात उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता और 2022 में डायमंड लीग चैंपियन का खिताब हासिल किया। नीरज 2023 में विश्व चैंपियन बने और चीन में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक हासिल किया। -
नयी दिल्ली. दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि बहुचर्चित ‘इंपेक्ट प्लेयर' नियम खत्म होने के बाद भी आईपीएल मुकाबलों में बड़े स्कोर बनते रहेंगे। इंपेक्ट प्लेयर नियम टीमों को मैच के दौरान किसी भी समय टॉस के दौरान घोषित मूल एकादश में से किसी एक खिलाड़ी को बदलने की अनुमति देता है। इसे लेकर लोगों की राय बंटी हुई है। जैसे कि भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने इसे ऑलराउंडर के लिए नुकसानदायक बताया है क्योंकि उन्हें गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिलता जबकि सौरव गांगुली जैसे कुछ अन्य इसे अच्छा बता रहे हैं। तीन बार ऑस्ट्रेलिया की विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे पोंटिंग ने सोमवार को यहां दिल्ली कैपिटल्स के बल्लेबाजी कोच प्रवीण आमरे की आत्मकथा ‘जीरो फॉर 5: द थ्रिलिंग क्रिकेट जर्नी ऑफ प्रवीण आमरे' के विमोचन के दौरान कहा, ‘‘इस बात पर चर्चा चल रही है कि क्या इंपेक्ट प्लेयर नियम आईपीएल में बना रहेगा, अगर ऐसा नहीं होता है तो क्या स्कोर फिर से कम बनेंगे? मुझे यह देखने में दिलचस्पी है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हां, इंपेक्ट प्लेयर शीर्ष पर मौजूद खिलाड़ी को थोड़ी राहत प्रदान करता है लेकिन मुझे लगता है कि शीर्ष क्रम के बल्लेबाज क्रीज पर उतरकर एक निश्चित तरीके से खेलने के आदी हैं।'' पोंटिंग ने समझाया, ‘‘मेरा मतलब है कि जेक फ्रेजर-मैकगर्क को एक अलग तरीके से खेलने के लिए कहने की कोशिश करना या ट्रेविस हेड को थोड़ा रक्षात्मक होने के लिए कहना, ऐसा होने वाला नहीं है।'' इस साल आईपीएल में अब तक 36 बार 200 या इससे अधिक रन बन चुके हैं जबकि पिछले सत्र में यह आंकड़ा 37 था। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने कहा है कि अगर आईपीएल के अंत में हितधारक चाहेंगे तो नियम पर पुनर्विचार किया जा सकता है। पिछले दशक में खेल के विकास के बारे में बात करते हुए पोंटिंग ने कहा कि ‘पांरपरिक तकनीक' वाले बल्लेबाजों के लिए जगह कम हो रही है। उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड अब जिस तरह से खेलने की कोशिश कर रहा है, उसे देखिए, उन्होंने अभी तक इसे बिल्कुल सही तरीके से नहीं किया है... खिलाड़ी बहुत अधिक वनडे या टी20 क्रिकेट खेलकर आए हैं।'' पोंटिंग ने कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट में अब भी पारंपरिक शैली के बल्लेबाजों के लिए जगह है लेकिन यह कम होती जा रही है।'' पोंटिंग ने कहा कि भारतीय सुपरस्टार विराट कोहली और इंग्लैंड के जो रूट पारंपरिक तकनीक वाले कुछ शीर्ष बल्लेबाजों में से हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 10 वर्षों में आधुनिक बल्लेबाजों में बहुत अधिक क्लासिकल तकनीक नहीं है, अब आप सर्वश्रेष्ठ को देखें, जो रूट शायद सबसे पारंपरिक शैली वाला क्रिकेटर है।'' पोंटिंग ने कहा, ‘‘स्टीव स्मिथ थोड़े अलग रहे हैं, मार्नस लाबुशेन अपने खेलने के तरीके के कारण थोड़े अलग रहे हैं, विराट पारंपरिक और तकनीकी रूप से भी बहुत अच्छे हैं लेकिन मुझे लगता है कि थोड़ा बदलाव आया है।'' आमरे ने कहा कि उनकी किताब एक अच्छे मार्गदर्शक (मेंटर) के महत्व को रेखांकित करती है।
उन्होंने याद करते हुए कहा, ‘‘जब मैं 2006-07 में पहली बार मुंबई रणजी ट्रॉफी टीम का कोच बना, रणजी सेमीफाइनल में हमने शून्य रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे। शीर्ष पांच बल्लेबाज शून्य पर आउट हो गए थे।'' आमरे ने कहा, ‘‘लेकिन पूरी टीम को विश्वास था कि वे इस स्थिति से बाहर आ सकते हैं और उन्होंने ऐसा किया। एक कोच के रूप में, मुझे इस पर बहुत गर्व था। उन्होंने वह मैच जीता और फिर चैंपियनशिप भी जीती इसलिए मैंने किताब के लिए वह शीर्षक चुना।'' -
नयी दिल्ली। अभिषेक पोरेल (58) और ट्रिस्टन स्टब्स (नाबाद 57) की अर्धशतकीय पारियों के बाद अनुभवी इशांत शर्मा (34 रन पर तीन विकेट) की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर दिल्ली कैपिटल्स ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टी20 मैच में मंगलवार को यहां लखनऊ सुपरजायंट्स (एलएसजी) को 19 रन से हराने के बाद प्लेऑफ में पहुंचने की धुंधली उम्मीदें बरकरार रखी है। दिल्ली की 14 मैचों में यह सातवीं जीत है। टीम 14 अंक के साथ तालिका में माइनस 0.377 के नेट रन रेट के साथ पांचवें वें स्थान पर है। तालिका में तीसरे और चौथे स्थान की टीम चेन्नई सुपर किंग्स (0.528) और सनराइजर्स हैदराबाद (0.406) की टीम काफी बेहतर स्थिति में है। एलएसजी की 13 मैचों में यह सातवीं हार है। टीम 12 अंक के साथ तालिका में सातवें स्थान पर है। एलएसजी को अपना आखिरी मैच मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेलना है । टीम का नेट रन रेट काफी खराब (माइनस 0.787) है ऐसे में मुंबई में जीत के बाद भी उसके लिए प्लेऑफ में पहुंचना लगभग नामुमकिन होगा। दिल्ली ने चार विकेट पर 208 रन बनाने के बाद एलएसजी की पारी को नौ विकेट पर 189 रन पर रोक दिया।
दिल्ली के लिए मैन ऑफ द मैच इशांत शर्मा ने तीन जबकि कुलदीप यादव, खलील अहमद, ट्रिस्टन स्टब्स और मुकेश कुमार ने एक-एक विकेट लिये। एलएसजी के लिए निकोल्स पूरन ने 27 गेंद में छह चौके और चार छक्के की मदद से 61 रन बनाये। अरशद खान ने आखिरी ओवर में 33 गेंद में नाबाद 58 रन की पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में तीन चौके और पांच छक्के लगाकर दिल्ली के नेट रन रेट में बड़ा सुधार करने की उम्मीदों को धक्का पहुंचाया। पोरेल ने 33 गेंद में पांच चौके और चार छक्के की मदद से 58 जबकि स्टब्स ने 25 गेंद में नाबाद 57 रन बनाये। उन्होंने अपनी पारी में चार छक्के और तीन चौके जड़े। शुरुआती ओवरों में आक्रामक बल्लेबाजी करने वाले पोरेल ने दूसरे विकेट के लिए शाई होप (38) के साथ 49 गेंद में 92 रन की साझेदारी कर टीम को तेज शुरुआत दिलायी। होप ने 27 गेंद की पारी में तीन चौके और दो छक्के लगाये। एलएसजी के लिए रवि बिश्नोई ने किफायती गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 26 रन देकर एक विकेट लिया। नवीन उल हक को दो जबकि अरशद खान को एक सफलता मिली लेकिन दोनों काफी महंगे साबित हुए। नवीन ने चार ओवर में 51 तो वहीं अरशद ने तीन ओवर में 45 रन लुटाये। लक्ष्य का बचाव करते हुए इंपैक्ट प्लेयर के तौर पर उतरे इशांत शर्मा ने अपने शुरुआत तीन ओवरों में कप्तान लोकेश राहुल (तीन गेंद में पांच रन), क्विंटन डिकॉक (आठ गेंद में 12रन) और दीपक हुड्डा (शून्य) को आउट कर दिल्ली को शानदार शुरुआत दिलायी। इस बीच चौथे ओवर में गेंदबाजी के लिए अक्षर ने अपनी पहली गेंद पर खतरनाक मार्कस स्टोइनिस (सात गेंद में पांच रन) को स्टंप कराया। पूरन ने इसी ओवर में दो छक्के और दो चौके जड़कर अपने आक्रामक तेवर दिखाये। उन्होंने छठे ओवर में मुकेश का स्वागत छक्के से किया जिससे एलएसजी ने रनों का पचासा पूरा किया। पावरप्ले में टीम ने चार विकेट पर 59 रन था। आठवें ओवर में गेंदबाजी के लिए आये स्टब्स की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में आयुष बडोनी (नौ गेंद में छह रन) बाउंड्री के पास गुलबदीन नायब के हाथों में कैच दे बैठे। पूरन ने अगले ओवर में गुलबदीन के खिलाफ दो चौके लगाकर 20 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया।
मुकेश की गेंद पर कवर क्षेत्र में अक्षर पटेल ने शानदार कैच पकड़कर पूरन की पारी को खत्म करने के साथ एलएसजी की उम्मीदों को झटका दिया। अरशद ने हालांकि इशांत और कुलदीप पर छक्के लगाये लेकिन कृणाल पंड्या (18 गेंद में 18 रन) इस खब्बू गेंदबाज की फिरकी में फंस कर स्टंप हो गये। क्रीज पर आये युद्धवीर सिंह (सात गेंद में 14) ने रसिख सलाम के खिलाफ चौका और छक्का लगाया जबकि अरशद ने खलील अहमद के खिलाफ 17वें ओवर में दो चौके और छक्का लगाया। इसी ओवर में युद्धवीर के आउट होने से आठवें विकेट के लिए 14 गेंद में 33 रन की साझेदारी टूटी। अरशद ने आक्रामक बल्लेबाजी से एलएसजी की उम्मीदों को बनाये रखा। उन्होंने रसिख सलाम के खिलाफ छक्का लगाने के बाद दो रन के साथ 25 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। मैकगर्क ने शानदार थ्रो पर बिश्नोई (दो गेंद में दो रन) रन आउट हुए। आखिरी ओवर में टीम को 23 रन की जरूरत थी लेकिन रसिख ने सिर्फ तीन रन खर्च किये। इससे पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद पारी की दूसरी गेंद पर दिल्ली को बड़ा झटका लगा। अरशद ने शानदार लय में चल रहे खतरनाक जेक फ्रेजर-मैकगर्क को खाता खोले बगैर पवेलियन की राह दिखायी। पोरेल और होप पर हालांकि इसका ज्यादा असर नहीं पड़ा। पोरेल ने अरशद के खिलाफ छक्का और तीन चौके लगाकर ओवर से 21 रन बटोरने के बाद नवीन की गेंद को दो बार दर्शकों तक पहुंचकर अपने आक्रामक तेवर दिखाये तो वहीं होप ने युद्धवीर सिंह के खिलाफ लगातार गेंदों पर दो चौके और छक्का लगाया। पावरप्ले में दिल्ली ने एक विकेट पर 73 रन बना लिये।
पोरेल ने आठवें ओवर में कृणाल पंड्या का स्वागत चौके से करने के बाद एक रन लेकर 21 गेंद में मौजूदा सत्र का अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया। बिश्नोई ने अगले ओवर में होप से छक्का खाने बाद उन्हें पवेलियन की राह दिखाकर एलएसजी को दूसरी सफलता हासिल की। इस साझेदारी के टूटने के बाद दिल्ली के बल्लेबाज तेजी से रन बनाने के लिए जूझते दिखे। रनगति को बढ़ाने की कोशिश में पोरेल नवीन की गेंद को निकोल्स पूरन के हाथों में खेल गये। पिछले मैच में निलंबन के कारण बाहर बैठने वाले कप्तान ऋषभ पंत (23 गेंद में 33 रन) ने इस दौरान दीपक हुड्डा, बिश्नोई और कृणाल के खिलाफ चौके जड़े लेकिन टीम 11वें से 15वें ओवर तक 30 रन ही बटोर सकी। स्टब्स ने अरशद के खिलाफ छक्का और लगातार दो चौके लगकर 16वें ओवर में टीम के स्कोर को 150 रन के पार पहुंचाया लेकिन नवीन ने अगले ओवर में पंत को चलता कर दिया। स्टब्स ने मोहसिन के खिलाफ एक और नवीन के खिलाफ दो छक्के जड़ 22 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। बिश्नोई 20वें ओवर में युद्धवीर की गेंद स्टब्स और फिर अक्षर पटेल (10 गेंद में नाबाद 14) का मुश्किल कैच पकड़ने में विफल रहे। अक्षर ने जीवनदान का जश्न चौका लगाकर मनाया जिससे टीम का स्कोर 208 रन तक पहुंचा।