भारत, चीन जैसे देशों पर उपनिवेशकालीन दबाव की नीति अपनाने पर पुतिन ने ट्रंप की निंदा की
बीजिंग. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत और चीन जैसी ‘‘सशक्त अर्थव्यवस्थाओं'' के खिलाफ उपनिवेशकालीन दौर की दबाव बनाने वाली रणनीति अपनाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की निंदा की है। पुतिन ने यह भी कहा है कि साझेदार देशों के साथ इस तरह का व्यवहार उचित नहीं है। चीन की विजय परेड में भाग लेने यहां पहुंचे पुतिन ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत और चीन जैसे भारी जनसंख्या वाले शक्तिशाली देशों की अपनी घरेलू राजनीतिक प्रणाली और कानून हैं।
पुतिन ने कहा, ‘‘जब कोई आपसे कहता है कि वह आपको सजा देगा, तो आपको यह सोचना चाहिए कि इन बड़े देशों के नेता, जिनका इतिहास भी कठिन दौरों से गुजरा है, कैसे प्रतिक्रिया देंगे।'' उन्होंने कहा कि इन देशों को लंबे समय तक उपनिवेशवादियों और उनकी संप्रभुता पर हमलों का सामना करना पड़ा है। पुतिन ने कहा, ‘‘आपको यह समझना चाहिए कि अगर इनमें से कोई एक भी कमजोरी दिखाता है, तो उसका राजनीतिक करियर खत्म हो सकता है और यही बात उनके व्यवहार को प्रभावित करती है।'' उन्होंने कहा, ‘‘उपनिवेश युग समाप्त हो चुका है। उन्हें यह समझना चाहिए कि वे अपने साझेदारों से बातचीत में अब उस भाषा का प्रयोग नहीं कर सकते।'' पुतिन ने ट्रंप पर आरोप लगाया कि उनमें इन देशों और उनके नेताओं के बारे में समझ की कमी है।
गौरतलब है कि ट्रंप ने भारत को निशाना बनाते हुए रूस से तेल खरीदने पर 50 प्रतिशत शुल्क लगा दिया था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने शुरुआत में चीन पर 145 प्रतिशत शुल्क लगाया, लेकिन बाद में उसे कम करके एक अंतरिम समझौता किया, जिसके तहत चीनी सामानों पर शुल्क 145 प्रतिशत से घटाकर 30 प्रतिशत कर दिया गया, जबकि अमेरिकी सामानों पर चीन का शुल्क 125 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत किया गया।
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