भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के मुख्य कोच बने गौतम गंभीर
नयी दिल्ली। भारत की विश्व कप टीम के सदस्य रहे पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को मंगलवार को भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम का नया मुख्य कोच नियुक्त किया। बोर्ड को उम्मीद है कि वह इस पद पर ‘दृढ़ता और नेतृत्व क्षमता' लाएंगे जिस पर हाल तक राहुल द्रविड़ ‘शानदार सफलता' के साथ काबिज थे। भारत की 2011 एकदिवसीय विश्व कप जीत में अहम भूमिका निभाने वाले 42 वर्षीय बाएं हाथ के बल्लेबाज गंभीर द्रविड़ की जगह लेने की दौड़ में सबसे आगे थे। द्रविड़ का कार्यकाल पिछले महीने बारबाडोस में टी20 विश्व कप में भारत की जीत के साथ समाप्त हुआ था।
बीसीसीआई के एक बयान में गंभीर ने कहा, ‘‘अपने तिरंगे, अपने लोगों और अपने देश की सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस अवसर पर राहुल द्रविड़ और उनके सहयोगी स्टाफ को टीम के साथ उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई देना चाहता हूं। मैं टीम इंडिया के मुख्य कोच की भूमिका निभाने को लेकर सम्मानित और रोमांचिक महसूस कर रहा हूं।'' गंभीर ने कहा, ‘‘अपने खेलने के दिनों से ही भारतीय जर्सी पहनने पर मुझे हमेशा गर्व होता था और जब मैं यह नई भूमिका निभाऊंगा तो यह उससे अलग नहीं होगा।‘‘ गंभीर ने कहा कि वह बीसीसीआई, राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण, सहयोगी स्टाफ और सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ियों के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं क्योंकि सभी आगामी टूर्नामेंटों में सफलता हासिल करने की दिशा में काम करेंगे। भारत के कोच के रूप में गंभीर का पहला दौरा श्रीलंका का होगा जहां टीम 27 जुलाई से तीन टी20 और इतने ही एकदिवसीय मैच की श्रृंखला खेलेगी।
बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने एक विस्तृत बयान में कहा, ‘‘बोर्ड पूर्व मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को टीम के साथ उनके शानदार प्रदर्शन के लिए धन्यवाद देना चाहता है। टीम इंडिया अब नए कोच गौतम गंभीर के नेतृत्व में सफर पर निकलेगी।'' बोर्ड ने कहा कि अशोक मल्होत्रा, जतिन परांजपे और सुलक्षणा नाइक की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने मंगलवार को सर्वसम्मति से गंभीर के नाम की सिफारिश की। बिन्नी ने कहा, ‘‘मुख्य कोच के रूप में उनकी नियुक्ति भारतीय क्रिकेट के लिए एक नया अध्याय है। खेल के प्रति उनका अनुभव, समर्पण और दूरदर्शिता उन्हें हमारी टीम को आगे बढ़ाने के लिए आदर्श उम्मीदवार बनाती है।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमें विश्वास है कि उनके नेतृत्व में टीम इंडिया लगातार बेहतर प्रदर्शन करेगी और देश को गौरवांवित करेगी।''
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने भी उनसे सहमति जताई। शाह ने कहा, ‘‘अब यह जिम्मेदारी गौतम गंभीर को सौंपी गई है जो श्रीलंका में आगामी श्रृंखला से मुख्य कोच की भूमिका निभाएंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘गंभीर एक कड़े प्रतिस्पर्धी और शानदार रणनीतिकार रहे हैं। हमें विश्वास है कि वह मुख्य कोच के रूप में अपनी भूमिका में भी वही दृढ़ता और नेतृत्व क्षमता लाएंगे। मुख्य कोच की भूमिका में उनका आना स्वाभाविक प्रगति है और मुझे विश्वास है कि वह हमारे खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाएंगे।'' शाह ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 2007 टी20 विश्व कप और 2011 एकदिवसीय विश्व कप में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले गंभीर टीम को प्रेरित करेंगे और नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए उनका विजन हमारे लक्ष्यों से पूरी तरह मेल खाता है और हम आगे की यात्रा को लेकर उत्साहित हैं।'' एक खिलाड़ी के तौर पर गंभीर ने अपनी कप्तानी में 2012 और 2014 में कोलकाता नाइट राइडर्स को आईपीएल खिताब दिलाया। इसके बाद उन्होंने 2024 में आईपीएल खिताब जीतने वाली नाइट राइडर्स टीम के मार्गदर्शक (मेंटर) के तौर पर अपनी कोचिंग साख साबित की।
लक्ष्मण के मुख्य कोच का पद संभालने की अनिच्छा व्यक्त करने के बाद गंभीर द्रविड़ की जगह लेने के लिए शीर्ष पसंद बन गए। नवंबर 2021 में टी20 विश्व कप के बाद रवि शास्त्री की जगह लेने वाले द्रविड़ 2023 एकदिवसीय विश्व कप के साथ अपना दो साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद सेवा विस्तार पर थे। भारत के पूर्व कप्तान द्रविड़ आखिरकार भारत के टी20 विश्व कप का खिताब जीतने के बाद टीम से अलग हो गए। यह 11 वर्षों में भारत की पहली आईसीसी ट्रॉफी थी।
पता चला है कि गंभीर ने अपने सहायक कोच के रूप में कोलकाता नाइट राइडर्स अकादमी के प्रमुख अभिषेक नायर की सेवाएं मांगी हैं। नायर राष्ट्रीय एकदिवसीय और टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा के भी करीबी मित्र हैं। गंभीर को अपने जीवन में केवल यही अफसोस है कि वह एक सैनिक के रूप में देश की सेवा नहीं कर सके। उन्होंने तिरंगे की सेवा करने को बेहद सम्मान की बात बताया। वर्ष 2003 में भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए पदार्पण करने वाले गंभीर ने सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी दृढ़ता और कौशल से जल्द ही छाप छोड़ी। गंभीर के करियर ने सही मायने में 2007 में उड़ान भरी। पहले आईसीसी टी20 विश्व कप में वह भारत की जीत के नायकों में शामिल रहे। वह पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में शीर्ष स्कोरर रहे। उन्होंने महत्वपूर्ण 75 रन बनाए जिससे भारत को ट्रॉफी जीतने में मदद मिली। गंभीर के करियर का शिखर 2011 का एकदिवसीय विश्व कप था। गंभीर ने एक बार फिर श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में मैच विजयी पारी खेली। उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए 97 रन बनाए जिससे भारत 28 साल बाद एकदिवसीय विश्व कप जीतने में सफल रहा। गंभीर को राष्ट्रीय टीम के साथ कप्तान के तौर पर अपनी नेतृत्व क्षमता दिखाने का मौका नहीं मिला लेकिन उन्होंने अपनी कप्तानी का लोहा तब मनवाया जब उन्होंने नाइट राइडर्स की किस्मत बदल दी। उनके नेतृत्व ने टीम ने दो बार आईपीएल खिताब जीता। उनका कोचिंग कौशल पहली बार लखनऊ सुपर जाइंट्स के साथ सामने आया जब टीम आईपीएल 2022 और 2023 दोनों सत्र में प्ले ऑफ में पहुंची। उन्होंने इसके बाद अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जब वह नाइट राइडर्स के साथ फिर से जुड़े और इस बार मेंटर के रूप में टीम को तीसरा खिताब दिलाया। बीसीसीआई ने इस बीच पारस म्हाम्ब्रे (गेंदबाजी कोच), टी दिलीप (क्षेत्ररक्षण कोच) और विक्रम राठौर (बल्लेबाजी कोच) को भी बेहद सफल कार्यकाल के लिए बधाई दी। द्रविड़ के जाने के साथ ही उनका कार्यकाल भी समाप्त हो गया। बीसीसीआई ने कहा, ‘‘बीसीसीआई उनके योगदान को महत्व देता है और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता है।
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