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भेंट मुलाकात- रामपुर विधानसभा, ग्राम-चिर्रा
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में लगे प्रसंस्करण केंद्र का अवलोकन किया। यहां महिला स्व-सहायता समूह ने मुख्यमंत्री का पारंपरिक साफा बांधकर स्वागत किया।
इन अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरण दास महंत, सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, प्रभारी मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह ने भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री श्री बघेल के साथ सभी ने पौधरोपण भी किया। -
बिलासपुर/ जिले के अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए टर्म लोन योजना एवं स्मॉल बिजनेस योजना अंतर्गत आवेदन आमंत्रित किये गये है। इच्छुक आवेदक 5 जून 2023 तक पुरानी कम्पोजिट बिल्डिंग स्थित कक्ष क्रमांक 17 में जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति कार्यालय में आवेदन प्राप्त एवं जमा कर सकते है। आवेदक कृषि एवं उद्योग क्षेत्र के व्यवसाय हेतु टर्म लोन योजना एवं सेवा क्षेत्र के व्यवसाय हेतु स्मॉल बिजनेस योजना का लाभ ले सकते हैं।
आवेदक को अनुसूचित जनजाति वर्ग का, बिलासपुर जिले का निवासी एवं आयु 18 से 50 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र सक्षम अधिकारी द्वारा जारी किया गया हो। आय प्रमाण पत्र ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में 3 लाख रूपये से अधिक न हो। आयु-जन्मतिथि संबंधी स्कूल का प्रमाण पत्र, अंकसूची, शपथ पत्र अनिवार्य है। आधार, राशन कार्ड, मतदाता परिचय पत्र, बैंक पासबुक की छायाप्रति एवं पूर्व से किसी शासकीय योजना में ऋण अनुदान प्राप्त न किया हो तथा ऋण बकाया न हो संबंधी शपथ पत्र एवं पासपोर्ट साईज के दो फोटोग्राफ्स अनिवार्य है। - रायपुर /मुख्यमंत्री ने आज दुर्ग जिले के पाटन विकासखंड के ग्राम सांकरा में आयोजित भरोसे के सम्मेलन में रीपा अंतर्गत निर्मित फूड रेंज मैन्युफैक्चर करने वाली ‘‘सर्वदा लाइफ’’ का अवलोकन किया। कार्यक्रम में ग्राम कुर्मीगुंडरा के रीपा स्टॉल में मुख्यमंत्री ने इंस्टेंट प्रीमिक्स, मिलेट इंस्टेंट प्रीमिक्स, मल्टी मिलेट फ्लोर, न्यूट्रीशनल बार के साथ-साथ कोल्ड प्रेस ऑयल का अवलोकन किया। जिसके अंतर्गत उन्होंने इंस्टेंट प्रीमिक्स इडली, ढोकला, अप्पे, चकोली, मिलेट इंस्टेंट प्रीमिक्स के अंतर्गत इडली, चीला, अप्पे, मल्टी मिलेट फ्लोर के अंतर्गत रागी, बाजरा, मल्टीग्रेन फ्लोर और सर्वदा लाइफ के प्रीमियम प्रोडक्ट न्यूट्रीशनल बार, जिसमें पीनट चिक्की, नटी डीलाइट एनर्जी बार, योगर्ट डीलाइट एनर्जी बार, मल्टी मिलेट ग्रेनोला बार और मल्टी मिलेट चिक्की के साथ कोल्ड प्रेस ऑयल में बादाम, सरसों, सूरजमुखी, तिल और मूंगफली तेल का अवलोकन किया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ के परंपरागत फसल को न्यूट्रीशनल बार के रूप में नवाचार के माध्यम से एक अलग पहचान दी जा रही है। मिलेट वो सुपरफूड है जोकि विटामिन का डबल डोज है। स्वाद के साथ स्वास्थ्य को अपनाना है तो हमें मिलेट को बढ़ावा देना पड़ेगा इसलिए छत्तीसगढ़ सरकार अपनी पारंपरिक खेती को बढ़ावा दे रही है, ताकि छत्तीसगढ़ को मिलेट हब बनाकर विश्व स्तर पर पहचान बनाई जा सके।पाटन विकाखंड के कुर्मीगुंडरा और फुंडा पंचायतों में दूरदृष्टि के साथ भविष्य में रोजगार के अकूत अवसरों को ध्यान में रखकर ‘‘मल्टी मिलेट फ्लोर इंस्टेंट प्रिमिक्सेस, न्यूट्रीशन बार’’ कुर्मीगुंडरा में और ‘‘कोल्डप्रेस ऑयल’’ इंडस्ट्री फुंडा में स्थापित की गई है। एक रीपा परियोजनाओं से लगभग 150 लोगों को प्रत्यक्ष और एक हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिल रहा है।जिला प्रशासन की दक्ष तकनीकी टीम के द्वारा उत्पादों की ब्रांड बिल्डिंग की गई है, जिसे ‘‘सर्वदा लाइफ’’ के नाम से भरपूर प्रतिसाद मिल रहा है। कुर्मीगुंडरा और फुंडा इन दोनों ही स्थानों पर ‘‘नव सृजन खाद्य उत्पादक सहकारी समिति‘‘ और ‘‘शहीद वीर नारायण सिंह सहकारी समिति’’ का गठन किया गया है। इन समितियों को प्रशिक्षण प्रदत्त कर कुशल बनाया गया है।इंस्टेंट प्रिमिक्सेज में राइस इडली, चकली, अप्पे, खमण ढोकला, राइस ढोकला और मूंग बड़े के फ्लोर आकर्षक प्रीमियम पेकिंग में उपलब्ध कराए गए हैं। आज की भागती हुई जिंदगी में कम समय में फौरन और कम समय में स्वाद को बनाये रखते हुए पौष्टिक तत्वों को स्थायी रखा जा सकता है, इस उद्देश्य के साथ ‘‘सर्वदा लाइफ’’ के उत्पादों को पेश किया गया है।छत्तीसगढ़ को मिलेट हब बनाने की दिशा में जिले की इंडस्ट्रियल इकाइयां बेहतर से बेहतर कार्य कर रही हैं। रागी, कोदो, कुटकी छत्तीसगढ़ की पुरानी कृषि संस्कृति से जुड़ी हुई है। ऐतिहासिक रूप से इनका सेवन प्रदेश में होता रहा है। इसी कड़ी को नए कलेवर में परिमार्जित कर मूल्य सम्वर्धित उत्पाद ‘‘सर्वदा लाइफ’’ ने उत्पाद बाजार में पेश किए हैं।खास उत्पाद- मिलेट इडली प्रिमिक्स, मिलेट अप्पे प्रिमिक्स और मिलेटचीला प्रिमिक्स। भविष्य में इस रेंज को और विस्तार देकर 15 से 20 प्रोडक्ट्स बाजार में उतारने की तैयारी की जा रही है। इसी तरह कुर्मीगुंडरा पंचायत में न्यूट्रीशनल बार विकसित किया गया है। फुंडा पंचायत में शुद्ध तथा रसायनमुक्त, कच्ची घानी का तेल निकाला जा रहा है, मुख्य रूप से मूंगफली, सरसो, तिल व सूरजमुखी का तेल आकर्षक प्रीमियम पेकिंग में उपलब्ध करवाया जा रहा है।कुर्मीगुंडरा इकाई की उत्पादन क्षमता 200 किलोग्राम प्रति घंटा है, इस दर से अनुमानित सालाना व्यवसाय 1 करोड़ रूपए है। फुंडा इकाई की तेल उत्पादन क्षमता 2 टन प्रतिदिन है तथा पशु आहार निर्माण इकाई की क्षमता 2-3 टन प्रति घंटा है। निर्भया ग्रीन एनर्जिस ने उक्त उत्पाद क्रय करने के लिए (बाय बेक एग्रीमेंट) 5 वर्ष के लिए लिखित अनुबंध निष्पादित किया है।
- -शिवनाथ नदी के किनारे बसे तुलसी में स्थापित है यह आकर्षक मूर्तिरायपुर /छत्तीसगढ़ में हर जगह प्रभु श्रीराम के दर्शन होते हैं। रामायण के प्रसंग पर आधारित ग्राम तुलसी में शिवनाथ नदी के किनारे बनाई गई आकर्षक मूर्ति में निषाद राज प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण और माता सीता को गंगा पार कराते नजर आते हैं। इन्हें देखकर हमें रामायण काल में भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और माता को वनवास काल के दौरान निषाद राज द्वारा नदी पार कराने की गाथा ताजा हो जाती है। इस मूर्ति की तुलना उत्तरप्रदेश के श्रृंगलेरपुर से की जाती है।ग्राम तुलसी को राज्य सरकार द्वारा पर्यटक गांव के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके लिए कार्ययोजना भी तैयार की जा रही है। गौरतलब है कि राज्य सरकार राम वन गमन पर्यटन परिपथ योजना के तहत भगवान श्रीराम से जुड़े स्थलों को एक सर्किट के रूप में तैयार कर रही है, ताकि भगवान श्रीराम द्वारा छत्तीसगढ़ यात्राकाल को संजोया जा सके। ग्राम तुसली के चारों दिशाओं में आकर्षक और आस्था के केन्द्र मंदिर-देवाला स्थापित है, जहां श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है। यहां बड़ी संख्या में राज्य के अलावा अन्य राज्यों के भी पर्यटक भी आने लगे हैं।शिवनाथ नदी तट पर बसे ग्राम तुसली स्थित मंदिर परिसर पेड़ पौधों से आच्छादित शांति का अनुभव कराती है। समीप ही सर्वसुविधायुक्त मुक्तिधाम के साथ मंदिर के नीचे रामघाट पुष्पस्थली है जहां ग्रामवासियों और आस-पास के श्रद्धालु स्नान-ध्यान, तर्पण एवं अस्थि विसर्जन करते हैं। वर्तमान में ग्रामवासियों द्वारा छेरछेरा पुन्नी से शिवनाथ गंगा आरती भी प्रारंभ किया गया है।राम मंदिर के दक्षिण दिशा में मोहान टापू पिकनिक स्थल है। वहीं पर शासन द्वारा एनीकट निर्माण के कारण सालभर जल भराव रहता है। किसानों को पानी की पर्याप्त सुविधा के लिए राज्य शासन द्वारा लिफ्ट एरिगेशन का भी निर्माण कराया गया है। ग्राम के मध्य में मां महामाया का मंदिर स्थित है। ग्राम के उत्तर में तालाब के समीप बाबा गुरू घासीदास जी का जोड़ा जैतखाम के साथ भव्य मंदिर और आश्रम स्थित है। जहां प्रतिवर्ष जनवरी माह में सतनाम पंथ के अनुआईयों का मेला लगता है। साथ ही ग्राम तुलसी से पांच किलोमीटर दूरी पर कबीरपंथियों के केन्द्र दामाखेड़ा, तीन किलोमीटर दूरी पर पुरातात्विक स्थल चितावरी देवी मंदिर, दो किलोमीटर की दूरी पर मौली माता-शक्ति माता मंदिर स्थित है। जो पर्यटकों और श्रद्धालु को अपनी ओर आकर्षित करता है।आदर्श ग्राम तुलसी में लोक पारंपरिक विधाओं जैसे रामायण मंडली, रामलीला, सतनाम धुनी, गौरा-गौरी, जसगीत सहित बांसगीत, राउतनाचा, सुआ, गड़वा बाजा,, फागगीत, नाचा, और चन्दैनी के लोक कलाकार मौजूद हैं, जो ग्राम तुसली को विशेष पहचान दिलाता है।राज्य सरकार भी गांव के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। जिला प्रशासन आगे आकर गांव के विशेष कार्ययोजना तैयार कर गांव का विकास कर रही है। यहां शासन द्वारा विद्युतीकरण, गार्डन, पचरी-घाट, हाई मास्क लाइट, मुक्ति धाम, बाउण्ड्रीवाल, रंगमंच, सामुदायिक भवन, चेकडैम, सीसी रोड, मैदान समतलीकरण, नौका विहार आदि के लिए निर्माण कार्य जारी है।
- - रायगढ़ के रामलीला मैदान में ‘राष्ट्रीय रामायण महोत्सव’ 01 से 03 जून तक-विदेशी दलों की रामायण प्रस्तुति होगी आकर्षक-मशहूर कलाकारों और कवि करेंगे शिरकत-कुमार विश्वास, मैथिली ठाकुर, बाबा हंसराज रघुवंशी, लखबीर सिंह लक्खा, शंमुख प्रिया और शरद शर्मा की होगी प्रस्तुतिरायपुर /छत्तीसगढ़ आगामी माह राममय होने जा रहा है। 01 से 03 जून तक रायगढ़ के रामलीला मैदान में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। संस्कृति विभाग द्वारा महोत्सव की तैयारियाँ ज़ोरों पर किया जा रहा है। महोत्सव में विशेष रूप से अरण्य कांड पर केंद्रित रामायण गाथा की प्रस्तुति होंगी। मान्यता है कि भगवान श्री राम अपने वनवास काल के दौरान ज्यादातर समय छत्तीसगढ़ के दंडकारण्य में बिताए थे। महोत्सव में विदेशी कलाकारों द्वारा भी आकर्षक स्वरूप में रामगाथा का मंचन किया जाएगा।संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रायगढ़ के रामलीला मैदान में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, केरल, गोवा, असम, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के साथ ही लगभग 10 राज्यों के रामायण दल महोत्सव में शामिल होने वाले हैं। इसके साथ ही विदेशी रामायण कलाकारों के द्वारा विशेष रूप से रामायण का आकर्षक मंचन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि दक्षिण एशियाई देशों में भी रामलीला के मंचन की परंपरा जीवित है, उन देशों के दल भी रामायण महोत्सव में शामिल होंगे।तीन दिवसीय इस वृहद आयोजन में प्रतिदिन राष्ट्रीय स्तर के बड़े कलाकारों की प्रस्तुतियाँ भी होंगी। 1 जून को इंडियन आइडल फेम शंमुख प्रिया और सारेगम फेम शरद शर्मा शिरकत करेंगे। वहीं 2 जून को मशहूर गायक बाबा हंसराज रघुवंशी और लखबीर सिंह लक्खा की संगीतमय प्रस्तुतियाँ होंगी। 3 जून को लोकप्रिय भजन गायिका मैथिली ठाकुर और देश के मशहुर कवि कुमार विश्वास की प्रस्तुति से रामभक्ति की धारा बहेगी।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर राज्य शासन द्वारा राम-वन-गमन पर्यटन परिपथ परियोजना के तहत भगवान श्री राम के वनवास काल के दौरान यात्रा से जुड़े प्रदेश की ऐतिहासिक स्थलों को पर्यटन के रुप में विकसित किया जा रहा है। सरगुजा से लेकर बस्तर तक जहाँ-जहाँ प्रभु श्री राम के चरण पड़े हैं, उन स्थलों को पर्यटन के रुप में विकसित किया जा रहा है।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 22 मई को कोरबा जिले के रामपुर विधानसभा क्षेत्र में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में शामिल होंगे। श्री बघेल निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रायपुर पुलिस लाईन हेलीपेड से पूर्वान्ह 11 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर 11.55 बजे रामपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम चिर्रा पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री वहां पूर्वान्ह 12 बजे रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) का अवलोकन करेंगे। वे दोपहर 12.30 बजे विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन करेंगे और इसके बाद ग्राम चिर्रा में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम प्रारंभ होगा।मुख्यमंत्री श्री बघेल अपरान्ह 2.35 बजे ग्राम चिर्रा से हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर दोपहर 2.50 बजे ग्राम कुदमुरा पहुंचेंगे और वहां ठाकुर देव स्थल जाकर पूजा-अर्चना करेंगे। मुख्यमंत्री ग्राम कुदमुरा में दोपहर 3.15 बजे से विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से भेंट-मुलाकात करने के बाद शाम 5.25 बजे रायपुर लौट आएंगे।
- -मुख्यमंत्री 22 मई को रामपुर विधानसभा क्षेत्र में आम जनता से करेंगे भेंट-मुलाकातरायपुर, /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 22 मई को कोरबा जिले के रामपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम चिर्रा और कुदमुरा में आम जनता से भेंट-मुलाकात करने के साथ ही 71 करोड़ रूपए से अधिक लागत वाले विकास कार्याें की सौगात देंगे। मुख्यमंत्री श्री बघेल रामपुर विधानसभा क्षेत्र में 71 करोड़ 23 लाख से अधिक राशि के 65 विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे, जिसमें 44 करोड़ 33 लाख रूपए की लागत वाले 33 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं 26 करोड़ 90 लाख रूपए से अधिक की लागत वाले 32 विकास कार्यों का शिलान्यास शामिल हैं।मुख्यमंत्री श्री बघेल ग्राम चिर्रा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 28.28 करोड़ की लागत से उरगा रेलवे स्टेशन के पास बने रेलवे ओव्हर ब्रिज, 9.15 करोड़ की लागत से तिलाईडबरा से करतला तक निर्मित सड़क एवं पुल-पुलिया, वनांचल क्षेत्र में 2.25 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित 8 सड़कों, ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण द्वारा 2.15 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित 8 ग्रामीण सड़कों, जनपद पंचायत करतला के अंतर्गत 1.82 करोड़ रूपए से निर्मित 10 निर्माण कार्य तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत 6.09 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित 2 स्वास्थ्य अधोसंरचनाओं का लोकार्पण करेंगे।मुख्यमंत्री श्री बघेल लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग अंतर्गत 20.54 करोड़ रूपए की लागत वाले 22 विकास कार्याें, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मण्डल कंपनी मर्यादित कोरबा द्वारा 4 करोड़ रूपए की लागत से कराए जाने वाले 2 कार्यों, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल संभाग कोरबा अंतर्गत 1.42 करोड़ की लागत वाले 2 विकास कार्याें सहित पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत 94.60 लाख रूपए की लागत वाले 6 ग्रामीण विकास के कार्याें का शिलान्यास करेंगे।
- -निर्वाचक नामावली तैयार करने के संबंध में दी गई जानकारीरायपुर / भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार कार्यालय मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय छत्तीसगढ़ द्वारा प्रदेश के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों का सर्टिफिकेशन तथा उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम 20 तथा 21 मई 2023 को ठाकुर प्यारेलाल राज्य पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा में आयोजित किया गया। इसमें प्रदेश के सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण में सभी अधिकारियों को निर्वाचक नामावली तैयार करने से संबंधित संवैधानिक और कानूनी प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी निर्वाचन का सफल संचालन उस निर्वाचन क्षेत्र की निर्वाचक नामावली की शुद्धता पर निर्भर करता है। आगामी विधानसभा निर्वाचन को ध्यान में रखते हुए सभी प्रतिभागियों के उन्मुखीकरण के लिए आयोजित इस प्रशिक्षण में प्रशिक्षणार्थियों की गहरी रुचि भी दिखाई दी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने इसके महत्व पर प्रकाश डालते हुए आगे कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रतिभागियों को उनके निर्वाचन क्षेत्र की निर्वाचक नामावली तैयार करने के संबंध में नियम एवं कानूनों की अच्छी जानकारी प्रदान करेगा, जिससे वह अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट निर्वाचकीय कार्य संपादित कर सकेंगे।
- -राजभवन में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और सिक्किम राज्यों का स्थापना दिवसरायपुर / राजभवन में आज ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और सिक्किम राज्यों का स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने इस अवसर पर कहा कि हमारे बीच एकता और भाईचारे का बंधन भौगोलिक सीमाओं को पार कर सद्भाव के वातावरण को बढ़ावा देता है। विभिन्न राज्यों के लोगों की उपस्थिति ने छत्तीसगढ़ के आर्थिक और सामाजिक परिदृश्य में नये विचारों, दृष्टिकोण और कौशल का संचार किया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर शुरू की गई केन्द्र सरकार के “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” कार्यक्रम के तहत विविधता में एकता की भावना को बढ़ावा देने के लिए सभी राज्य एक-दूसरे राज्यों का स्थापना दिवस मना रहे हैं। इसी कड़ी में राजभवन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें छत्तीसगढ़ में निवास करने वाले ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और सिक्किम राज्य के लोगों ने उत्साह के साथ भाग लिया। राज्यपाल ने स्थापना दिवस के अवसर पर सभी को बधाई दी।कार्यक्रम में राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने कहा कि छत्तीसगढ़ को अपना घर कहने वाले इन राज्यों के लोगों के अपार योगदान के लिए उनके सामने खड़े होकर आभार व्यक्त करना परम सौभाग्य की बात है। हमें गर्व है कि हमारे बीच ओडिशा, हिमाचल प्रदेश और सिक्किम के लोग हैं, जो हमारे जीवन को समृद्ध बना रहे हैं और छत्तीसगढ़ के उत्थान और विकास में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने यहां की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध किया है और इसकी प्रगति को गति दी है।उन्होंने कहा कि ओडिशा के लोगों के कृषि ज्ञान और कौशल ने छत्तीसगढ़ में कृषि पद्धतियों की उन्नति में योगदान दिया है, जबकि खनन में उनके अनुभव ने राज्य में खनन उद्योग के विकास में मदद की है। इसके अलावा, ओडिशा के नागरिकों ने अपने अनूठे त्योहारों, नृत्य रूपों और हस्तशिल्प के साथ छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विविधता को समृद्ध किया है।राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन, बागवानी और शिक्षा जैसे क्षेत्रों के विकास में हिमाचल के नागरिकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। स्थायी पर्यटन को बढ़ावा देने में उनकी विशेषज्ञता से राज्य में पर्यटन उद्योग का विकास हुआ है। इसके अलावा, बागवानी में उनके ज्ञान ने कृषि विधियों में मदद की, जबकि शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान ने छत्तीसगढ़ के युवाओं को सशक्त बनाया है।श्री हरिचंदन ने कहा कि सिक्किम राज्य के नागरिकों ने अपनी परंपराओं को साझा किया है, जिसमें उनके विशिष्ट कला रूप, संगीत और व्यंजन शामिल हैं। जिसने छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को जीवंत स्पर्श किया है। उन्होंने न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था में योगदान दिया है बल्कि सामाजिक एकीकरण और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा दिया है।कार्यक्रम में उपस्थित तीनों राज्यों के बच्चों एवं युवाओं ने अपने राज्य की संस्कृति एवं लोक परंपरा आधारित संास्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। ओडिशा राज्य के ओडिशी नृत्य, हिमाचल के नाटी नृत्य, सिक्किम के मारूनी नृत्य, वंदे उत्कल जननी नृत्य ने अपनी पारंपरिक छटा बिखेर दी।तीनों राज्यों के प्रतिनिधियों श्री पुरंदर मिश्रा, श्री विवेक आचार्य, और श्रीमती संगीता मदान ने राज्यपाल को अपने राज्य की ओर से सम्मानित किया। राज्यपाल द्वारा भी विशिष्ट कार्य करने वाले इन राज्यों के व्यक्तियों एवं मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया।पद्मश्री भारती बंधु, भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी श्री एम.के. रावत, श्री पी. सी. दलेई, श्री एस. के. मिश्रा, सेवानिवृत्त लेफ्टीनेंट कर्नल श्री डी. क.े वर्मा, साहित्यकार डाॅ. चितरंजन कर, समाजसेवी श्री अरूण पण्डा सहित अन्य विशिष्ट जनों को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, राज्यपाल के सचिव श्री अमृत खलखो, उपसचिव श्री दीपक अग्रवाल तीनों राज्यों के छत्तीसगढ़ में निवासरत, बच्चे, युवा, महिलाए एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
- रायपुर, / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भारतीय सामाजिक-धार्मिक पुनर्जागरण के अग्रदूत और विचारक राजा राममोहन राय की 22 मई को जयंती पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा है कि राजा राम मोहन राय भारतीय समाज की रूढ़ियों और सामाजिक कुरीतियों के मुखर विरोध और उल्लेखनीय सुधार के लिए जाने जाते हैं। समाज में प्रचलित सती प्रथा, बाल विवाह, बहुविवाह जैसी कुरीतियों का उन्होंने विरोध किया और बहुत हद तक इसे रोकने में सफलता हासिल की। उन्होंने समाज में महिलाओं की दशा सुधारने के लिए उन्हें शिक्षित बनाने पर जोर दिया। श्री बघेल ने कहा कि कुरीतियां विकास में बाधक बनती हैं। देश और समाज को आगे बढ़ाने के लिए राजा राममोहन राय जैसे उदारवादी दृष्टिकोण की जरूरत है।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुश्री शैलजा कुमारी ने आज दुर्ग जिले के पाटन विकासखण्ड के ग्राम-सांकरा में आयोजित भरोसे के सम्मेलन कार्यक्रम में विभिन्न विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉल के अवलोकन के दौरान कृषि विभाग का स्टॉल देखा जहां उन्होंने उपस्थित राजीव गांधी न्याय योजना, गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुश्री शैलजा कुमारी ने दुर्ग जिले के सिरसाखुर्द गौठान के जय बजरंग स्व-सहायता समूह द्वारा बनाए गए गोबर के उत्पादों की सराहना की। इस समूह ने मुख्यमंत्री को गोबर से बनाए गए महात्मा बुद्ध की पेंटिग एवं ट्रायबल आर्ट भेंट स्वरूप दी। वहीं बेमेतरा जिले के नवागढ़ गौठान के स्व-सहायता समूह द्वारा सुश्री शैलजा कुमारी को पैरा आर्ट उपहार स्वरूप दिया गया। इस अवसर पर अन्य मंत्रीगण और अधिकारीगण उपस्थित थे।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुश्री शैलजा कुमारी दुर्ग जिले के पाटन विकासखण्ड के ग्राम-सांकरा में आयोजित भरोसे के सम्मेलन में राज्य मिलेट मिशन के स्टॉल पहुंचे और उत्पादों की जानकारी ली। साथ ही मुख्यमंत्री तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुश्री शैलजा कुमारी ने मिलेट से बने व्यंजनों का भी स्वाद लिया, जिसमें रागी की लड्डू, इडली, खीर, कोदो के पकौडे़, मिलेट्स के नूडल्स और पेय पदार्थ अम्बली शामिल थे। इस दौरान मंत्रीगण समेत अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहें।
- रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को 22 मई को अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर बधाई और शुभकामनाएं दीं है। उन्होंने प्रदेशवासियों के नाम जारी अपने संदेश में कहा है कि हमारे जीवन के लिए पर्यावरण सहित जैव विविधता का संरक्षण अति आवश्यक है। इसे ध्यान में रखते हुए हमें जैव विविधता के संतुलन को बनाए रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए आगे आना होगा। इसका संरक्षण और संवर्धन हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में जैव विविधता संरक्षण की आदर्श परंपरा रही है, जो हमारे लिए गौरव का विषय है। हमारे वनों तथा ग्रामीण परिवेश में इसकी प्रधानता देखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि जैव विविधता संरक्षण प्रकृति और मनुष्य के बीच सभी स्तर पर तालमेल के महत्व को दर्शाता है। यह प्रकृति और मनुष्य के बीच एकजुटता को भी बल देता है, जो प्रकृति के संतुलन के लिए आवश्यक है।
- -बालाघाट में आयोजित विश्व मधुमक्खी दिवस एवं विराट किसान सम्मेलन में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ शामिल हुए बृजमोहन अग्रवालरायपुर /छत्तीसगढ़ के पूर्व कृषि मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल शनिवार को राजाभोज कृषि महाविद्यालय, बालाघाट, मध्य प्रदेश में आयोजित “विश्व मधुमक्खी दिवस" कार्यक्रम एवं विराट किसान सम्मेलन में केंद्रीय कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ शामिल हुए। इस दौरान राजा भोज कृषि महाविद्यालय भवन एवं अधोसंरचना विकास का लोकार्पण भी किया गया।इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार केंद्र में आई है तब से किसानों की तरक्की उनकी खुशहाली का मार्ग बनता ही जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर किसानों की बेहतरी के लिए नित नई योजनाओं के साथ काम कर रहे हैंवही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी किसान और किसान परिवार के उत्थान को प्राथमिकता में रखकर कार्य कर रहे हैं।बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश दो अलग अलग राज्य बन गए परंतु रिश्ता अटूट है।अविभाजित मध्यप्रदेश में पूज्य सुंदरलाल पटवा जी की सरकार में मुझे महज 29 साल की उम्र में मंत्री बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। मध्य प्रदेश से राजनीतिक संस्कारों को लेकर आगे बढ़ते हुए आज मैं छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 7 बार के विधायक हूं। सौभाग्य से कृषि और जल संसाधन मंत्री के रूप में सीधे तौर पर किसानों की सेवा का अवसर भी मुझे मिल चुका है।बृजमोहन अग्रवाल ने किसानों से कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर उन्नत खेती की ओर अग्रसर होने की आवश्यकता है। भारत सरकार हो या मध्य प्रदेश सरकार आपको हर संभव सहयोग करने के लिए तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व के दशकों में मध्य प्रदेश के किसानों की बदहाली उन्होंने देखी है आज किसानों की खुशहाली देखकर खुशी महसूस होती है।इस अवसर पर मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल, पिछड़ा वर्ग आयोग मध्य प्रदेश के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन सहित जनप्रतिनिधि एवं किसान मौजूद थे।
- भिलाई नगर/ निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत पहली बार भिलाई के 77 एमएलडी जलशोधन संयत्र के पास आरआरआर सेंटर स्थापित हो गया है। महापौर नीरज पाल के निर्देश पर महापौर परिषद के सदस्य एवं सामान्य प्रशासन विभाग के प्रभारी संदीप निरंकारी, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रभारी आदित्य सिंह ने नागरिकों एवं अधिकारियों की उपस्थिति में (आरआरआर) रियूज, रिड्यूज, रिसाइकल केंद्र का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि के द्वारा केंद्र में अनुपयोगी कपड़े, पुस्तक, बर्तन एवं अन्य सामग्रियों का आवश्यकता परस्त लोगों को दान भी किया गया तथा आम नागरिकों को अनुपयोगी वस्तुओं को केंद्र में दान करने की अपील भी की है। आरआरआर सेंटर का प्रमुख उद्देश्य अपशिष्ट को फिर से उपयोग में लाना, अपशिष्ट को कम करना तथा रिसाइकल एवं पुनर्चक्रण करना है। माई लाइफ मेरा स्वच्छ शहर अभियान के तहत अपशिष्ट को जनसहभागिता से कम करके रियूज, रिड्यूज, रिसाइकल करने आरआरआर खोला गया है। दिनांक 20 मई से 5 जून 2023 तक माई लाइफ मेरा स्वच्छ शहर अभियान में अपशिष्ट कम करने अपने घरों के पुराने अनुपयोगी सामानों, वस्तुओं, पुरानी किताबों, रद्दी पेपरों, प्लास्टिक के पुराने सामानों, पुराने जूते, चप्पलों, पुराने कपड़ों, पुराने बर्तनों, पुराने अनुपयोगी ई वेस्ट (इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट) आदि पुराने अपशिष्ट सामानों को अधिक से अधिक मात्रा में आरआरआर केंद्रों में पहुंचाकर समाज हित में तथा पर्यावरण संरक्षण के कार्य में अपनी सक्रिय भागीदारी निभा सकते हैं। निगम आयुक्त रोहित व्यास ने भी शहर के नागरिकों से अपील की है कि पुराने अनुपयोगी सामग्रियों को आरआरआर सेंटर में अधिक से अधिक दान करे ताकि जरूरतमंद लोगों को इन सामग्रियों को दिया जा सके। पीआईयू शुमम पाटनी ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि आरआरआर सेंटर में जमा हुए सामग्रियों को आवश्यकता पड़ने पर जरूरतमंद लोगों को दिया जा सकता है। आरआरआर सेंटर की स्थापना वार्ड क्रमांक 6 बटालियन के सामने स्थित एसएलआरएम सेंटर में की गई है जहां कोई भी व्यक्ति अपने पुराने सामग्रियों को यहां जनहित में देकर अपनी महत्ती जिम्मेदारी निभा सकता है। आरआरआर सेंटर के शुभारंभ के दौरान नेहरू नगर जोन आयुक्त राजेंद्र नायक, जोन स्वास्थ्य अधिकारी अंकित सक्सेना एवं आम नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।संलग्न फोटो
- -आवेदक बिना व्यापम की वेबसाइट पर जाये हुये सीधे इसी यू.आर.एल. को क्लिक करके व्यापम की परीक्षाओं के लिये आवेदन कर सकते हैंरायपुर / व्यापम व्दारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं के लिये आवेदन पत्र भरने के लिये चिप्स व्दारा एक अलग वेबसाइट बनाई गई है जिसका यू.आर.एल. है - https://vyapamonline.cgstate.gov.in/Online/UserLogin.aspxयह वेइसाइट बिना किसी समस्या के बहुत अच्छी तरह से चल रही है. आवेदक बिना व्यापम की वेबसाइट पर जाये हुये सीधे इसी यू.आर.एल. को क्लिक करके व्यापम की परीक्षाओं के लिये आवेदन कर सकते हैं.
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सफाई व्यवस्था तथा शौचालय का नियमित रूप से ले रहे जायजा
भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई के आयुक्त रोहित व्यास के निर्देश पर सभी जोन क्षेत्र के जोन आयुक्त अपने-अपने क्षेत्रों का निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। प्रातः से जोन आयुक्त फील्ड में निरीक्षण करने निकल रहे हैं और सफाई व्यवस्था में सुधार लाने का प्रयास कर रहे हैं। इस दौरान सामुदायिक शौचालय एवं सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्थाओं का नियमित रूप से निरीक्षण भी किया जा रहा है। मार्केट क्षेत्रों में रोजाना निकलने वाले कचरे का ढेर न लगे इसकी भी मॉनिटरिंग की जा रही है तथा सुबह और शाम दोनों समय कचरे का उठाव किया जा रहा है। नाली की सफाई पर खासा जोर दिया जा रहा है क्योंकि आगे मानसून आने वाला है, जलभराव न हो इसके लिए नाला, नाली की सघन सफाई की जा रही है। सूखा कचरा एवं गीला कचरा पृथक-पृथक दिया जा रहा है कि नहीं यह भी निरीक्षण के दौरान चेक किया जा रहा है। सूखा कचरा तथा गीला कचरा अलग-अलग नहीं देने वालों पर जुर्माना की कार्रवाई की जा रही है। जोन आयुक्त अपने निरीक्षण में सफाई को लेकर लोगों से अपील भी कर रहे हैं तथा पब्लिक फीडबैक के जरिए सफाई की जानकारी ले रहे हैं। गौरतलब है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के तहत भिलाई को नंबर वन बनाने के लिए निगम हर स्तर पर प्रयास कर रहा है और इसके साथ ही आम नागरिकों को भी जागरूक करने का काम किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक नंबर भिलाई को मिले और भिलाई पहले पायदान पर आ जाए। महापौर नीरज पाल ने भी आम नागरिकों से सर्वेक्षण में भिलाई को अच्छे रैंकिंग में लाने सहयोग करने की अपील की है। -
बिलासपुर /मस्तूरी जनपद ब्लॉक के बेलटुकरी गोठान में संचालित रीपा रुरल इन्डस्ट्रीअल पार्क में आज कामन सर्विस सेन्टर (डिजिटल सेवा) का शुभारंभ किया गया । इस सुविधा के शुरु होने से ग्रामीणों को काफी सहूलियत हो रही है। मनरेगा योजना के तहत श्री ओम प्रकाश साहू ,समेलाल , प्रतिमा भानु ने अपने लिए ऑनलाइन सुविधा का लाभ लेकर पैसा निकलवाया । शासकीय पेंशन स्कीम से श्री सेमलाल साहू और श्री रामकुमार ने इस डिजिटल सुविधा केंद्र रीपा से लाभ उठाया। इस डिजिटल सुविधा केंद्र खुल जाने से रीपा में कार्यरत महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं उद्यमी पुरुष एवम महिलाएं इनका लाभ उठा सकेगी तथा ग्रामीणों को भी सुविधा प्राप्त होगी । डिजिटल सेवा में आपरेटर शुभम साहू ने बताया कि सरकार द्वारा प्रदत्त फ्री वाई फाई सेवा का उपयोग कर वह अपनी कमाई में बढ़ोतरी भी करेगा।
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बिलासपुर/ राज्य शासन द्वारा रामायण मंडलियों को प्रोत्साहन देने हेतु पूरे प्रदेश में रामायण मंडली प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में जिला स्तरीय रामायण मंडली प्रतियोगिता का आयोजन 22 मई को दोपहर 12 बजे देवकीनंदन दीक्षित सभा भवन में होगा। इससे पूर्व जिले में विकासखंड स्तर पर रामायण मंडली प्रतियोगिता का आयोजन संपन्न हुआ, जिसके विजेता टीम जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे। विकासखंड स्तरीय रामायण मंडली प्रतियोगिता में कोटा विकासखंड से अँगना के तुलसी मानस मंडली चुरेली, तखतपुर विकासखंड से तुलसी के चौरा मानस मंडली सिलतरा, मस्तूरी विकासखंड से जय माँ काली मानस मंडली परिवार वेदपरसदा एवं बिल्हा विकासखंड से राम सुधारस मानस मंडली तिफरा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा रामायण मंडलियों के कलाकारों के संरक्षण, संवर्द्धन एवं कला दलों के सतत विकास हेतु ’रामायण मंडली प्रोत्साहन योजना' शुरू की गई है। -
जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त विजेता को मिलेगा 50 हज़ार रुपए और राज्य स्तरीय रामायण प्रतियोगिता में होंगे शामिल
रायपुर/जिला स्तरीय रामायण मानस मण्डली प्रतियोगिता का आयोजन आरंग विकासखण्ड के ग्राम गुल्लू में आयोजित हुआ। इस प्रतियोगिता में जिले के सभी विकासखण्डों के जनपद स्तर में प्रथम स्थान प्राप्त विजयी दल शामिल हुए।
ज्ञात हो पूर्व में शासन के निर्देशानुसार जनपद पंचायतों में जनपद स्तरीय रामायण मानस मण्डली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।जिसमे जनपद पंचायत आरंग से नव जागृति मानस मण्डली धमनी, जनपद पंचायत धरसीवां से पावन गंगा महिला मानस परिवार मठपुरेना,अभनपुर विकासखंड से जय कारीपाट मानस मंडली सिवनी और विकासखंड तिल्दा से महामाया जय सेवा मानस मंडली बेमता ने प्रथम स्थान प्राप्त किया था।
आज आरंग विकासखंड के ग्राम गुल्लू में आयोजित जिला स्तरीय प्रतियोगिता में इन चारों दलों ने भाग लिया।जिसमे जय कारीपाट मानस मंडली सिवनी विकासखंड अभनपुर ने प्रथम स्थान,पावन गंगा महिला मानस मंडली मठपुरैना,विकासखंड धरसींवा ने द्वितीय,नावजागृति मानस मंडली धमनी,विकासखंड आरंग ने तृतीयऔर महामाया जय सेवा मानस मंडली बेमता विकासखंड तिल्दा ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया।
जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विजेता मंडली को पचास हजार रुपये राशि प्रदान की जाएगी। जिला स्तर में प्रथम स्थान प्राप्त मानस मण्डली आगामी 27, 28 एवं 29 मई को पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम, साइंस कॉलेज रायपुर में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल होंगे।
इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री बी.सी. साहू,जिला पंचायत रायपुर के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एच के. जोशी,आरंग सीईओ श्री किरण कौशिक सहित बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे। -
-जिलेवासियों को मिलेगी 443 करोड़ 14 लाख 30 हजार रूपए के विकास कार्याे की सौगात
दुर्ग / 21 मई को ग्राम पंचायत सांकरा में ’भरोसे का सम्मेलन’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल सम्मिलित होंगे व कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत द्वारा की जाएगी। इसके साथ ही कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सुश्री कुमारी शैलजा उपस्थित रहेंगीं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जिलेवासियों को 443 करोड़ 14 लाख 30 हजार रूपए के विकास कार्याे की सौगात देंगे। जिसके अंतर्गत वे 68 करोड़ 26 लाख रूपए से अधिक के 17 विकास कार्याे का लोकार्पण एवं 374 करोड़ 87 लाख 51 हजार रूपए के 71 विकास कार्याे का भूमिपूजन करेंगे। साथ ही विभिन्न योजनाओं जैसे भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, राजीव युवा मितान क्लब योजना, गोधन न्याय योजना, कृषि यांत्रिकी सब-मिशन योजना, मुख्यमंत्री नोनी सशक्तीकरण सहायता योजना, मिनीमाता महतारी जतन योजना, निर्माण श्रमिक ई-रिक्शा सहायता योजना, सहायक उपकरण वितरण योजना, राज्य पोषित योजना, रोजगार अभियान सृजन, टेबलेट वितरण इत्यादि योजनाओं अंतर्गत कुल 1542 हितग्राहियों को आवश्यक सामग्रियां एवं सहायता राशि का वितरण करेंगे।
इस अवसर पर गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, परिवहन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, शिक्षा मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, पीएचई मंत्री श्री रूद्र कुमार, नगरीय प्रशासन मंत्री श्री शिव कुमार डडरिया, आबकारी मंत्री श्री कवासी लखमा, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री अमरजीत भगत, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया, उच्च शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल,दुर्ग शहर विधायक श्री अरूण वोरा, भिलाई नगर विधायक श्री देवेंद्र यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित रहेंगे। - -19.60 करोड़ रूपए की लागत से ग्राम अमलेश्वर (खम्हरिया) में स्थापित 132/33 के.व्ही. विद्युत उपकेन्द्र का होगा लोकार्पण-14.43 करोड़ रूपए की लागत से विद्युत उपकेन्द्र पाटन से प्रस्तावित खम्हरिया (अमलेश्वर) उपकेन्द्र तक 19 किलोमीटर पारेषण लाईन का लोकार्पण-शासकीय चंदुलाल चंद्राकर पी.जी. महाविद्यालय पाटन में 38.77 करोड़ रूपए की लागत से सेंटर फॉर एक्सीलेंस, इंडोर स्टेडियम सहित विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमिपूजन-9 करोड़ 76 लाख की लागत से निर्मित निपानी एनीकट का होगा लोकार्पण-3.93 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले फॉरेस्ट वंडर लैंड पार्क का होगा भूमिपूजनरायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 21 मई को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर दुर्ग जिले के पाटन विकासखण्ड के ग्राम सांकरा में आयोजित ‘‘भरोसे के सम्मेलन‘‘ में क्षेत्र के विकास के लिए 443 करोड़ 14 लाख रूपए की लागत के 88 कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। श्री बघेल इन कार्यों में से 68 करोड़ 26 लाख रूपए की लागत के 17 कार्यों का लोकार्पण और 374 करोड़ 87 लाख रूपए की लागत के 71 कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे।मुख्यमंत्री श्री बघेल जिन कार्यों का लोकार्पण करेंगे उनमें 19.60 करोड़ रूपए की लागत से ग्राम अमलेश्वर (खम्हरिया) में स्थापित 132/33 के.व्ही. विद्युत उपकेन्द्र, 14.43 करोड़ रूपए की लागत से 132/33 के.व्ही. उपकेन्द्र पाटन से प्रस्तावित 132/33 के.व्ही. उपकेन्द्र खम्हरिया (अमलेश्वर) तक 132 के.व्ही. 19 किलोमीटर डीसीडीएस पारेषण लाईन, 2 करोड़ 21 लाख रूपए की लागत से 220/132 के.व्ही. उपकेन्द्र पाटन में 132 के.व्ही. पाटन अमलेश्वर लाईन हेतु 02 नं. 132 के.व्ही. फीडर बे का निर्माण कार्य, 2 करोड़ 95 लाख रूपए की लागत से पंहदा व्यपवर्तन के शीर्ष कार्य एवं नहर लाइनिंग कार्य, 7 करोड़ 84 लाख रूपए की लागत से मगरगट्टा कापसी सांकरा माईनर का जीर्णोद्धार एवं लाईनिंग कार्य, 9 करोड़ 76 लाख की लागत से निर्मित निपानी एनीकट, 1 करोड़ 2 लाख रूपए की लागत से निर्मित कसही स्टापडेम, 1 करोड़ 71 लाख रूपए की लागत से ग्राम कुर्मीगुण्डरा के पास निर्मित स्टापडेम शामिल है।श्री बघेल इसी तरह प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत 4 करोड़ 38 लाख रूपए की लागत से 13 सड़कों के पूर्ण हो चुका नवीनीकरण का कार्य, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क एवं विकास योजना के तहत 60.70 लाख रूपए की लागत से ग्राम पंहडोर, 1 करोड़ 3 लाख रूपए की लागत से ग्राम रानीतराई, ग्राम करसा में 60.70 लाख रूपए की लागत से सीसी सड़क सह नाली निर्माण के कार्य ग्रामीण यांत्रिकी सेवा द्वारा 1 करोड़ 18 लाख रूपए की लागत से ग्राम सोनपुर के माटीकला सेंटर में स्थापित ग्लेजिंग यूनिट, ग्राम जामगांव आर और सेलूद में 30-30 लाख रूपए की लागत से सतनामी समाज के नवनिर्मित सभागार भवन, 7.63 लाख लागत से शासकीय नवीन हाई स्कूल खुड़मुड़ी में निर्मित प्रयोगशाला कक्ष, 25 लाख रूपए की लागत से स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय रानीतराई में निर्मित 3 अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पण करेंगे।मुख्यमंत्री इसी तरह जिन कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे उनमें मुख्य रूप से 38.77 करोड़ रूपए की लागत से शासकीय चंदुलाल चंद्राकर पी.जी. महाविद्यालय पाटन जिला दुर्ग में सेंटर फॉर एक्सीलेंस, ग्रंथालय, इंडोर स्टेडियम, स्टॉफ क्वार्टर एवं अन्य निर्माण कार्य, 36 करोड़ रूपए की लागत से ग्राम पंदर तहसील पाटन जिला दुर्ग में 220/132 के.व्ही. उपकेन्द्र का निर्माण कार्य (विद्यमान 132/33 के.व्ही. उपकेन्द्र पाटन का 220/132 के.व्ही. उपकेन्द्र उन्नयन कार्य), 22.33 करोड़ रूपए की लागत से 400/220 के.व्ही. उपकेन्द्र कुरूद से प्रस्तावित 220/132 के.व्ही. उपकेन्द्र पाटन तक 220 के.व्ही. डी.सी.डी.एस. पारेषण लाईन (24.00 किमी), 25.23 करोड़ रूपए की लागत से ग्राम जामगांव आर में 132/33 के.व्ही. उपकेन्द्र का निर्माण कार्य, 14 करोड़ रूपए की लागत से 132 के.व्ही. डी.सी.डी.एस. पाटन जामगांव आर लाईन (18.00 कि.मी.), 2 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत से 220/132 के.व्ही. उपकेन्द्र पाटन में 132 के.व्ही. पाटन जामगांव आर लाईन हेतु 02 नं. 132 के.व्ही. फीडर बे का निर्माण कार्य शामिल है। मुख्यमंत्री 3 करोड़ 93 लाख रूपए की लागत से बनने वाले फॉरेस्ट वंडर लैंड पार्क का भी भूमिपूजन करेंगे।इसी तरह मुख्यमंत्री 2 करोड़ 58 लाख रूपए की लागत से कुरूदडीह नाले में अमलीडीह स्टापडेम कम रपटा निर्माण कार्य, 2 करोड़ 58 लाख रूपए की लागत से गुण्डी नाला में अमेरी के पास स्टापडेम कम रपटा निर्माण कार्य, 3 करोड़ 92 लाख रूपए की लागत से गुजरा नाला में अटारी स्टापडेम कम रपटा निर्माण कार्य, मुख्यमंत्री इसी तरह प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 12 करोड़ 14 लाख रूपए की लागत से 7 सड़कों के नवीनीकरण कार्य तथा 18 करोड़ 41 लाख रूपए की लागत से 6 विभिन्न सड़कों पर बनने वाले वृहद पुलों के निर्माण कार्य का भूमिपूजन करेंगे। श्री बघेल ग्रामीण यांत्रिकी सेवा उपसंभाग पाटन द्वारा 3 करोड़ 38 लाख रूपए की लागत से 20 शाला भवनों के कराए जाने वाले जीर्णोद्धार कार्यों का भूमिपूजन करेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री 68 करोड़ 97 लाख रूपए की लागत से बनने वाली 6 सड़कों का भूमिपूजन करेंगे। इन सड़कों में छाटा से अचानकपुर मार्ग लम्बाई 3.30 किमी का निर्माण 11.07 करोड़ रूपए, चीचा से चंगोरी मार्ग लम्बाई 3.60 किमी का निर्माण 10.70 करोड़ रूपए, परसाही सिर्री मार्ग लम्बाई 4.00 किमी का निर्माण 13.60 करोड़ रूपए की लागत से किया जाएगा। श्री बघेल ने 75.23 लाख रूपए की लागत से पाटन विकासखण्ड के बठेना में शासकीय हाई स्कूल भवन निर्माण कार्य का भूमिपूजन भी करेंगे। file photo
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय राजीव गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर नमन कियारायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय श्री राजीव गांधी की 21 मई को पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। श्री बघेल ने अपने संदेश में कहा है कि देश के विकास और नवनिर्माण में स्वर्गीय श्री राजीव गांधी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। राजीव जी ने युवा प्रधानमंत्री के रूप में देश की बागडोर संभाली। उनकी नवोन्मेषी और दूरदर्शी युवा सोच के कारण भारत में सूचनाक्रांति आई जिसने देश को एक नई गति और दिशा दी। उनकी पहल के प्रभाव के रूप में आज हम ई-प्रशासन का वर्तमान स्वरूप और शासकीय कामकाज में पारदर्शिता देख पा रहे हैं। डिजिटल इंडिया की नींव राजीव जी के कार्यकाल में ही रख दी गई थी।मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव जी ने पंचायती राज संस्थाओं और नगरीय निकायों को अधिकार संपन्न बनाकर देश की नींव मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने मतदान की आयु 21 से घटाकर कर 18 वर्ष में ही युवाओं को मत देने का अधिकार दिलाया। विज्ञान और तकनीकी को बढ़ावा देकर उन्होंने देश में उद्योगों के लिए नए रास्ते खोले। वास्तव में राजीव जी आधुनिक भारत के स्वप्नदृष्टा थे। उन्होंने कहा कि राजीव जी का छत्तीसगढ से गहरा लगाव रहा। यहां की आदिवासी संस्कृति और निवासियों को उन्होंने करीब से देखा, जाना और उनके विकास के लिए काम किया। गरियाबंद जिले के आदिवासी अंचल कुल्हाड़ीघाट में 1985 का उनका संक्षिप्त प्रवास आज भी लोगों की यादों में बसा है। इसी समय उन्होंने धमतरी जिले के दुगली की यात्रा की, जिसे अब राजीव ग्राम के नाम से भी जाना जाता है।श्री बघेल ने कहा कि राजीव जी ने समावेशी विकास का सपना देखा और उसके लिए अनेकों नीतियां बनाई। उनके पदचिन्हों पर चलते हुए छत्तीसगढ़ सरकार भी अन्त्योदय से लेकर उद्यमियों तक सबके विकास के लिए काम कर रही है। राज्य सरकार द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर वर्ष 2020 में ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ शुरू की गई। जिसके तहत प्रदेश के 24 लाख से अधिक किसानों को सीधे उनके खातों में प्रति एकड़ 9 हजार रूपए कृषि आदान सहायता राशि (इनपुट सब्सिडी) अंतरित की जा रही है। इसी प्रकार खेती किसानी में कृषि मजदूर के रूप में काम करने वाले लोगों को राहत देेने के लिए राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की शुरूआत की गई है। इस योजना में भूमिहीन कृषि मजदूरों को सालाना 7 हजार रूपए की राशि उनके बैंक खातों में दी जा रही है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव जी आतंकवाद के आगे नहीं झुके और देश के लिए अपने प्राणों की भी परवाह नहीं की। उनके सम्मान में और उनको श्रद्धांजलि देने के लिए उनकी पुण्यतिथि 21 मई को पूरा देश आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाता है। आतंकवाद, नक्सलवाद, भ्रष्टाचार की जड़े समाप्त कर देश और प्रदेश में विकास के लिए सबका संकल्प और कार्य ही राजीव जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। file photo
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ज़िले के तीन अनुसूचित क्षेत्र के 1879 भूमिहीन कृषि मजदूर होंगे लाभान्वित
प्रत्येक हितग्राहियों के बैंक खाते में दो हजार रूपए का प्रथम किस्त का होगा अंतरण
महासमुंद। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 21 मई को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी के पुण्यतिथि के अवसर पर दुर्ग जिले के पाटन में आयोजित भरोसा का सम्मेलन में राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के ग्रामीण और नगरीय क्षेत्र के हितग्राहियों को वित्तीय वर्ष 2023-24 की पहली किश्त की राशि जारी करेंगे। महासमुंद ज़िले के तीन नगर पंचायत क्षेत्रों पिथौरा, बसना और तुमगांव अनुसूचित क्षेत्रों में निवासरत पात्र 1879 भूमिहीन कृषि मजदूरों को इस योजना अंतर्गत प्रत्येक हितग्राही के बैंक खाते में 2 हजार रूपए के मान से पहली किस्त की राशि अंतरित की जाएगी।
राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के छत्तीसगढ़ के ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्रों के पात्र कुल 5 लाख 63 हजार 576 हितग्राहियों को पहली किश्त के रूप में 112 करोड़ 71 लाख 52 हजार रूपए की राशि जारी की जाएगी।
प्रदेश की ग्रामीण और शहरी आबादी का एक बड़ा वर्ग आजीविका के लिए कृषि आधारित मजदूरी पर निर्भर है। धान की फसल के दौरान कृषि मजदूरों के लिए रोजगार की पर्याप्त उपलब्धता रहती है। किंतु रबी फसल की बुआई का क्षेत्र कम होने के कारण कृषि मजदूरी के अवसर कम हो जाते हैं। गांव और शहरी क्षेत्रों में चरवाहा, बढ़ई, लोहार, नाई, धोबी और पौनी-पसारी से जुड़े परिवारों के लिए अन्य लोगों की अपेक्षा रोजगार की उपलब्धता सीमित होती है।
राज्य सरकार ने भूमिहीन कृषि मजदूरों को आर्थिक रूप से संबल देने के उददेश्य से राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की शुरूआत वर्ष 2021-2022 में की है। योजना के माध्यम से कृषि मजदूरों की ग्रामीण आबादी को लाभ मिल रहा था किंतु कृषि मजदूरों की शहरी आबादी योजना के लाभ से वंचित थी मुख्यमंत्री ने 25 मार्च 2023 को राजीव गांधी नगरीय भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना का शुभारंभ किया। राज्य के समस्त ग्राम पंचायत के साथ-साथ अब नगर पंचायत क्षेत्रों और सभी अनुसूचित क्षेत्रों में निवासरत बैगा-गुनिया, मांझी-पुजारी, हाट पहरिया, एवं बाजा मोहरिया को भी योजना में शामिल किया गया है। -
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 21 मई को करेंगे शिलान्यास
विश्वविद्यालय के अंतर्गत 14 शासकीय एवं 4 अशासकीय महाविद्यालय संचालित
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 21 मई को दुर्ग जिले के सांकरा पाटन में आयोजित भरोसे के सम्मेलन कार्यक्रम में महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के भव्य प्रशासनिक एवं एकेडमिक भवनों सहित छात्रावास, अनुसंधान केन्द्र भवन, इंडोर स्टेडियम सहित अन्य भवनों के निर्माण का कार्य का शिलान्यास करेंगे। इस विश्वविद्यालय के विभिन्न भवनों का निर्माण 119 करोड़ 90 लाख 77 हजार रूपए की लागत से कराया जाएगा। यहां यह उल्लेखनीय है कि दुर्ग जिले के सांकरा पाटन में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा युवाओं को उद्यानिकी एवं वानिकी आधारित विषयों के अध्ययन एवं अनुसंधान के लिए इस विश्वविद्यालय की शुरूआत 02 अक्टूबर 2020 को की गई थी। इस विश्वविद्यालय के अधीन राज्य में कुल 18 उद्यानिकी महाविद्यालय संचालित है, जिसमें 14 शासकीय एवं 4 अशासकीय महाविद्यालय हैं। विश्वविद्यालय के अधीन सांकरा में उद्यानिकी एवं वानिकी के पृथक-पृथक महाविद्यालय संचालित है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की भौगोलिक स्थिति एवं जलवायु उद्यानिकी एवं वानिकी के लिए बेहद अनुकूल है। राज्य में उद्यानिकी एवं वानिकी को बढ़ावा देने के साथ ही इसके जरिए युवाओं को रोजगार का अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इसकी विशेष शिक्षा के लिए इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। इस विश्वविद्यालय के अधीन संचालित महाविद्यालयों में अध्ययनरत स्नातक एवं स्नातकोत्तर उत्तीर्ण विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय द्वारा शीघ्र ही डिग्री भी दी जाएगी। विश्वविद्यालय द्वारा उद्यानिकी एवं वानिकी के क्षेत्र में पीएचडी भी कराई जा रही है। विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में स्नातक फाइनल ईयर का भी रिजल्ट जारी कर दिया गया है।
महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय पाटन सांकरा में 44.52 करोड़ रूपए की लागत से शैक्षणिक भवन, 10.01 करोड़ रूपए की लागत से संचालनालय भवन, 9.99 करोड़ रूपए की लागत से प्रशासनिक भवन, 95 लाख की लागत से कुलपति आवास तथा 6 करोड़ 7 लाख रूपए की लागत से आवासीय भवनों का निर्माण कराया जाएगा। विश्वविद्यालय परिसर में 3.47 करोड़ रूपए की लागत से 100 सीटर स्नातक बालिका छात्रावास, 4.77 करोड़ रूपए की लागत से 100 सीटर स्नातकोत्तर बालक छात्रावास, 3.47 करोड़ रूपए की लागत से 100 सीटर स्नातक बालक छात्रावास, 2.69 करोड़ की लागत से किसान छात्रावास, 48 लाख रूपए की लागत से सामुदायिक भवन, 56 लाख रूपए की लागत से बैंक एवं पोस्ट ऑफिस भवन, 7.6 करोड़ रूपए की लागत से इंडोर स्टेडियम, 7 करोड़ रूपए की लागत से उद्यानिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र का प्रशासनिक भवन, 5.92 करोड़ रूपए की लागत से 75-75 सीटर बालक-बालिका छात्रावास तथा 12 करोड़ रूपए की लागत से वानिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र के प्रशासनिक भवन सहित छात्रावास भवनों का निर्माण कराया जाएगा।