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वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस और उनके प्रतिद्वंद्वी रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्हाइट हाउस (अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक कार्यालय एवं आवास) के लिए दौड़ वास्तव में अभूतपूर्व रही है। अब जब राष्ट्रपति के चुनाव में कुछ ही घंटों का समय रह गया है और मुकाबला अपने चरम पर पहुंच गया है, ऐसे में कई राजनीतिक पर्यवेक्षक नाटक नौटंकी, तीखी बयानबाजी, दुर्घटना, राजनीतिक वापसी की जोर आजमाइश से भरपूर तथा ऐतिहासिक रूप से काफी कड़े मुकाबले वाले अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के लिए हो रहे इस चुनाव को कई दशक में सबसे महत्वपूर्ण चुनावी दौड़ बता रहे हैं। अपने चुनाव प्रचार अभियान के अंतिम दिनों में उपराष्ट्रपति हैरिस ने आशा, एकता, आशावाद और महिला अधिकारों के संदेश पर ध्यान केंद्रित किया, जबकि ट्रंप डेमोक्रेटिक पार्टी की अपनी प्रतिद्वंद्वी पर निशाना साधने में उग्र रहे और उन्होंने यहां तक कहा कि हार की स्थिति में वह चुनाव परिणाम को स्वीकार नहीं कर सकते हैं। कुल मिलाकर हैरिस (60) और ट्रंप (78) दोनों के लिए यह उतार-चढ़ाव भरा चुनावी सफर रहा है।
ट्रंप को मार्च में अपनी पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए नामांकन मिला और जुलाई में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन (आरएनसी) में औपचारिक रूप से उन्हें नामांकन प्राप्त हुआ। कई अदालती मामलों के कारण महीनों तक राजनीतिक निष्क्रयता के बाद यह उनकी ऐतिहासिक वापसी थी। इस तरह, वह किसी गंभीर अपराध में दोषी ठहराए जाने के बाद विश्व के किसी भी देश में शीर्ष पद के लिए नामांकन पाने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बन गए। संचार रणनीतिकार अनंग मित्तल ने कहा, ‘‘ट्रंप ने पिछले चार वर्षों में राजनीतिक संघर्ष के संदर्भ में रिचर्ड निक्सन (अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति) के बाद सबसे बड़ी राजनीतिक वापसी की है।'' रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन (आरएनसी) से कुछ ही दिन पहले पेंसिल्वेनिया में एक रैली के दौरान ट्रंप को निशाना बनाकर गोली चलाई गई। गोली उनके कान के ऊपरी हिस्से में लगी। कुछ ही मिनटों बाद, खून से लथपथ ट्रंप ने विरोध में अपनी मुट्ठी उठाई। इन तस्वीरों से उनके कट्टर समर्थकों के बीच उन्हें काफी भावनात्मक समर्थन मिला। हैरिस के लिए भी यह एक नाटकीय सफर रहा। जुलाई में राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपनी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी छोड़ दी। कुछ ही सप्ताह पहले ट्रंप के साथ टेलीविजन पर बहस के दौरान अपने निराशाजनक प्रदर्शन के कारण वह सवालों के दायरे में आ गए थे। बाइडन (81) ने चुनावी दौड़ से बाहर होने पर डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवार के रूप में हैरिस को अपना उत्तराधिकारी बनाने का समर्थन किया। आखिरकार अगस्त में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन ने औपचारिक रूप से हैरिस को राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामित किया। उन्होंने कन्वेंशन में अपने प्रभावशाली भाषण में कहा कि राष्ट्रपति चुनाव अतीत की कड़वाहट, निराशावाद और विभाजनकारी लड़ाइयों से आगे बढ़ने का एक अवसर होगा। अगर हैरिस यह चुनाव जीत जाती हैं, तो वह अमेरिका की राष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला, पहली अश्वेत महिला और दक्षिण एशियाई मूल की पहली व्यक्ति बन जाएंगी। पूरे चुनाव प्रचार अभियान में हैरिस ने इस चुनाव को देश की मौलिक स्वतंत्रता की रक्षा, संवैधानिक मूल्यों की रक्षा और महिलाओं के अधिकारों को सुनिश्चित करने वाले चुनाव के रूप में पेश किया। वहीं, ट्रंप ने अपनी विशिष्ट आक्रामक बयानबाजी को जारी रखा और अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण और अमेरिका को अवैध अप्रवासियों से मुक्त करने का वादा किया है। - वाशिंगटन.। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस और उनके प्रतिद्वंद्वी रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्हाइट हाउस (अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक कार्यालय एवं आवास) के लिए दौड़ वास्तव में अभूतपूर्व रही है।अब जब राष्ट्रपति के चुनाव में कुछ ही घंटों का समय रह गया है और मुकाबला अपने चरम पर पहुंच गया है, ऐसे में कई राजनीतिक पर्यवेक्षक नाटक नौटंकी, तीखी बयानबाजी, दुर्घटना, राजनीतिक वापसी की जोर आजमाइश से भरपूर तथा ऐतिहासिक रूप से काफी कड़े मुकाबले वाले अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के लिए हो रहे इस चुनाव को कई दशक में सबसे महत्वपूर्ण चुनावी दौड़ बता रहे हैं।अपने चुनाव प्रचार अभियान के अंतिम दिनों में उपराष्ट्रपति हैरिस ने आशा, एकता, आशावाद और महिला अधिकारों के संदेश पर ध्यान केंद्रित किया, जबकि ट्रंप डेमोक्रेटिक पार्टी की अपनी प्रतिद्वंद्वी पर निशाना साधने में उग्र रहे और उन्होंने यहां तक कहा कि हार की स्थिति में वह चुनाव परिणाम को स्वीकार नहीं कर सकते हैं। कुल मिलाकर हैरिस (60) और ट्रंप (78) दोनों के लिए यह उतार-चढ़ाव भरा चुनावी सफर रहा है।ट्रंप को मार्च में अपनी पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए नामांकन मिला और जुलाई में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन (आरएनसी) में औपचारिक रूप से उन्हें नामांकन प्राप्त हुआ। कई अदालती मामलों के कारण महीनों तक राजनीतिक निष्क्रयता के बाद यह उनकी ऐतिहासिक वापसी थी। इस तरह, वह किसी गंभीर अपराध में दोषी ठहराए जाने के बाद विश्व के किसी भी देश में शीर्ष पद के लिए नामांकन पाने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बन गए।संचार रणनीतिकार अनंग मित्तल ने कहा, ‘‘ट्रंप ने पिछले चार वर्षों में राजनीतिक संघर्ष के संदर्भ में रिचर्ड निक्सन (अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति) के बाद सबसे बड़ी राजनीतिक वापसी की है।’’ रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन (आरएनसी) से कुछ ही दिन पहले पेंसिल्वेनिया में एक रैली के दौरान ट्रंप को निशाना बनाकर गोली चलाई गई। गोली उनके कान के ऊपरी हिस्से में लगी। कुछ ही मिनटों बाद, खून से लथपथ ट्रंप ने विरोध में अपनी मुट्ठी उठाई। इन तस्वीरों से उनके कट्टर समर्थकों के बीच उन्हें काफी भावनात्मक समर्थन मिला।हैरिस के लिए भी यह एक नाटकीय सफर रहा। जुलाई में राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपनी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी छोड़ दी। कुछ ही सप्ताह पहले ट्रंप के साथ टेलीविजन पर बहस के दौरान अपने निराशाजनक प्रदर्शन के कारण वह सवालों के दायरे में आ गए थे। बाइडन (81) ने चुनावी दौड़ से बाहर होने पर डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवार के रूप में हैरिस को अपना उत्तराधिकारी बनाने का समर्थन किया।आखिरकार अगस्त में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन ने औपचारिक रूप से हैरिस को राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामित किया। उन्होंने कन्वेंशन में अपने प्रभावशाली भाषण में कहा कि राष्ट्रपति चुनाव अतीत की कड़वाहट, निराशावाद और विभाजनकारी लड़ाइयों से आगे बढ़ने का एक अवसर होगा।अगर हैरिस यह चुनाव जीत जाती हैं, तो वह अमेरिका की राष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला, पहली अश्वेत महिला और दक्षिण एशियाई मूल की पहली व्यक्ति बन जाएंगी। पूरे चुनाव प्रचार अभियान में हैरिस ने इस चुनाव को देश की मौलिक स्वतंत्रता की रक्षा, संवैधानिक मूल्यों की रक्षा और महिलाओं के अधिकारों को सुनिश्चित करने वाले चुनाव के रूप में पेश किया। वहीं, ट्रंप ने अपनी विशिष्ट आक्रामक बयानबाजी को जारी रखा और अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण और अमेरिका को अवैध अप्रवासियों से मुक्त करने का वादा किया है।
- कंपाला. उत्तरी युगांडा के एक शरणार्थी शिविर में एक चर्च पर आकाशीय बिजली गिरने से 14 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। यह घटना शनिवार को लामवो के सुदूर जिले में हुई। पुलिस प्रवक्ता किटुमा रुसोके ने बताया कि घटना में 34 अन्य लोग घायल हुए हैं। रुसोके के मुताबिक, पलाबेक बस्ती शिविर के निवासी चर्च में प्रार्थना सेवा में भाग ले रहे थे, तभी आकाशीय बिजली गिर गई। पलाबेक बस्ती शिविर में मुख्य रूप से दक्षिण सूडान से आए शरणार्थी रहते हैं।
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ब्रिस्बेन. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि भारत और चीन ने सैनिकों को पीछे हटाने की दिशा में ‘‘कुछ प्रगति'' की है। उन्होंने इस घटनाक्रम को ‘‘स्वागत योग्य'' कदम बताया। जयशंकर की यह टिप्पणी पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गतिरोध वाले दो बिंदुओं-डेमचोक और देपसांग में भारतीय और चीनी सैनिकों के पीछे हटने के कुछ दिनों बाद आई है। भारतीय सेना ने देपसांग में सत्यापन गश्त शनिवार को शुरू की, जबकि डेमचोक में गश्त शुक्रवार को शुरू हुई थी। जयशंकर ने ब्रिस्बेन में प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों के साथ बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘भारत और चीन के संदर्भ में हमने कुछ प्रगति की है। आप जानते हैं कि हमारे संबंध कुछ कारणों से बहुत ही खराब थे। हमने पीछे हटने की दिशा में कुछ प्रगति की है।'' विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘वास्तविक नियंत्रण रेखा के आसपास बहुत बड़ी संख्या में चीनी सैनिक तैनात हैं, जो 2020 से पहले वहां नहीं थे और बदले में हमने भी जवाबी तैनाती की। इस अवधि के दौरान संबंधों के अन्य पहलू भी प्रभावित हुए हैं। इसलिए स्पष्ट रूप से, हमें पीछे हटने के बाद देखना होगा कि हम किस दिशा में आगे बढ़ते हैं।'' जयशंकर ने कहा, ‘‘लेकिन हमें लगता है कि पीछे हटना एक स्वागत योग्य कदम है। इससे यह संभावना खुलती है कि अन्य कदम भी उठाए जा सकते हैं।'' उन्होंने कहा कि पिछले महीने रूस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात के बाद उम्मीद थी कि ‘‘राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) और मैं दोनों अपने समकक्षों से मिलेंगे। तो चीजें इस तरह हुई हैं।'' विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 21 अक्टूबर को दिल्ली में कहा था कि पिछले कई हफ्तों की बातचीत के बाद भारत और चीन के बीच एक समझौते को अंतिम रूप दिया गया है, जिससे 2020 में उठे मुद्दों का समाधान निकलेगा। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर सैनिकों को पीछे हटाने और गश्त करने पर सहमति बनी, जो चार साल से जारी गतिरोध को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ी सफलता है। जून 2020 में गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई भीषण झड़प के बाद दोनों देशों के संबंधों में गिरावट आई थी।
- वाशिंगटन. अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार एवं उनके प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकियों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा कर रहे हैं। अगले सप्ताह होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हैरिस ने कहा, ‘‘डोनाल्ड ट्रंप जो पेशकश कर रहे हैं, अमेरिका उससे बेहतर का हकदार है। अमेरिका को एक ऐसे राष्ट्रपति की जरूरत है जो आदर्श बनने की हमारे लोगों और बाकी दुनिया के प्रति हमारी जिम्मेदारी एवं भूमिका को समझे।'' हैरिस ने विस्कॉन्सिन में संवाददाताओं से कहा,‘‘जैसा कि आपने मुझे कई बार कहते सुना है, अमेरिकी लोगों के प्रति मेरा संकल्प यह है कि मैं सामान्य ज्ञान के आधार पर समाधान निकालूंगी, उन लोगों की भी सुनूंगी जो मुझसे असहमत हैं, विशेषज्ञों की बात सुनूंगी और सभी अमेरिकियों की राष्ट्रपति बनूंगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकियों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करते हैं। वह अमेरिकियों को एक-दूसरे पर उंगली उठाने के लिए उकसाने में पूरा समय बिताते हैं। वह अपने राजनीतिक विरोधियों से बदला लेने का षड्यंत्र रचने में बहुत समय बिताते हैं।'' हैरिस ने कहा कि ट्रंप तेजी से एक ऐसे व्यक्ति बनते जा रहे हैं जो अपने राजनीतिक विरोधियों को अपना दुश्मन मानते हैं, हमेशा बदला लेने की फिराक में रहते हैं तथा वह तेजी से ‘‘अस्थिर'' होते जा रहे हैं। हैरिस ने कहा, ‘‘मेरा नजरिया एक दम स्पष्ट है। मैं हमारे लोकतंत्र में विश्वास करती हूं। लोकतंत्र अद्भुत लेकिन जटिल होता है, हमें बहस पसंद होती है। हम मतभेदों को स्वीकार करते हैं। मैं अपने मंत्रिमंडल में रिपब्लिकन नेता को शामिल करूंगी और इसका एक कारण यह है कि मैं विभिन्न लोगों के विचार जानना चाहती हूं। मुझे अलग-अलग नजरियों से अलग-अलग विचारों को जानना और उनसे लाभ उठाना पसंद है जो मुझे सबसे अच्छे निर्णय लेने में मदद करते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘मेरे और डोनाल्ड ट्रंप के बीच यही एक बड़ा अंतर है।
- वाशिंगटन. अमेरिका में अगले सप्ताह होने वाले आम चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी प्रतिद्वंद्वी एवं उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की आर्थिक नीतियों को आपदा बताते हुए शुक्रवार को कहा कि यदि वह चुनाव जीत जाते हैं तो वह नए आर्थिक चमत्कार करेंगे। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी उत्पादों के निर्माण एवं उनकी खरीद को बढ़ावा देने और अमेरिकी लोगों को नौकरी देने का वादा किया। ट्रंप ने मिशिगन के डेट्रॉयट में एक चुनावी रैली में कहा, ‘‘हम कमला द्वारा लाई गई आर्थिक आपदा को समाप्त करेंगे और एक नए ‘ट्रंप आर्थिक चमत्कार' की शुरुआत करेंगे।'' उन्होंने आरोप लगाया कि हैरिस के ‘‘असफल आर्थिक एजेंडे'' ने हाल में निजी क्षेत्र की लगभग 30,000 नौकरियां और पिछले कुछ समय में विनिर्माण क्षेत्र की लगभग 50,000 नौकरियां खत्म कर दीं। ट्रंप ने आरोप लगाया कि हैरिस की ‘‘राष्ट्र को बर्बाद करने वाली नीतियों के कारण अमेरिकी कामगार पूरी तरह डूब रहे हैं। आप डूब रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं यूक्रेन में युद्ध समाप्त कर दूंगा। यदि मैं राष्ट्रपति होता तो यह कभी शुरू ही नहीं होता। मैं पश्चिम एशिया में अराजकता को रोकूंगा। (अगर मैं राष्ट्रपति होता) सात अक्टूबर जैसी स्थिति कभी नहीं होती। मैं तृतीय विश्व युद्ध को होने से रोकूंगा।'' हमास के चरमपंथियों ने सात अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हमला किया था जिसके बाद इजराइल और फलस्तीन के बीच युद्ध शुरू हुआ।
- लंदन. केमी बेडेनॉच शनिवार को ब्रिटेन की कंजरवेटिव पार्टी का नेतृत्व संभालने वाली पहली अश्वेत महिला बनीं। उन्होंने विपक्ष के नेता के रूप में ‘हाउस ऑफ कॉमंस' में ऋषि सुनक की जगह ली है। नाईजीरियाई मूल की 44 वर्षीय सांसद बेडेनॉच ने ऋषि सुनक के इस्तीफे के बाद तीन महीने तक चले (पार्टी के) नेतृत्व (अध्यक्ष) चुनाव के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री रॉबर्ट जेनरिक को हराया। चार जुलाई को आम चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी की करारी हार के बाद सुनक ने इस पद से इस्तीफा दे दिया था। आवास, समुदाय और स्थानीय सरकार विभाग की छद्म मंत्री (संबंधित मूल मंत्री के कामकाज की निगरानी करने वाली विपक्ष की एक नेता) बेडेनॉच ने अपने पूर्ववर्ती सुनक को धन्यवाद देते हुए अपनी बात रखी। उनके पूर्ववर्ती (सुनक) पार्टी के प्रथम ब्रिटिश भारतीय नेता थे। बेडेनॉच ने कहा, ‘‘ मैं ऋषि को धन्यवाद देना चाहती हूं, ऐसे मुश्किल समय में कोई भी इतनी मेहनत नहीं कर सकता था। ऋषि, आपने जो कुछ भी किया उसके लिए धन्यवाद। हम सभी आपको और आपके शानदार परिवार को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।'' सुनक ने इसपर कहा, ‘‘केमी बेडेनॉच को कंजरवेटिव पार्टी का नेता चुने जाने पर बधाई। मुझे पता है कि वह हमारी महान पार्टी की एक बेहतरीन नेता होंगी। वह हमारी पार्टी को नया जीवन देंगी, कंजरवेटिव मूल्यों के लिए खड़ी होंगी और लेबर पार्टी से मुकाबला करेंगी। आइए हम सब उनके साथ एकजुट हों।'' ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने भी नए विपक्षी नेता को बधाई दी और देश के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताते हुए एक ‘वेस्टमिंस्टर पार्टी के पहले अश्वेत नेता' के रूप में उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं ब्रिटिश जनता के हित में आपके और आपकी पार्टी के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।'' चरणबद्ध चुनाव प्रक्रिया में नेतृत्व की दौड़ में अंतिम रूप से ये दोनों उम्मीदवार रह गए थे और बेडेनॉच ने 53,806 वोट प्राप्त कर जेनरिक को हराया। जेनरिक को 41,388 वोट मिले। बतौर निर्वाचन अधिकारी बॉब ब्लैकमैन ने चुनाव परिणाम की घोषणा की।बेडेनॉच ने कहा, ‘‘ हमारी पार्टी हमारे देश की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन हमारी बात सुनी जाए, इसके लिए हमें ईमानदार होना होगा, इस तथ्य के बारे में ईमानदार होना होगा कि हमने गलतियां की हैं, इस तथ्य के बारे में ईमानदार होना होगा कि हमारे मानदंडों में गिरावट आयी है।'' उन्होंने कहा, ‘‘सच बोलने का समय आ गया है... अपने सिद्धांतों के लिए खड़े होने का, अपने भविष्य की योजना बनाने का, अपनी राजनीति और अपनी सोच को फिर से स्थापित करने का, और अपनी पार्टी एवं अपने देश को वह नई शुरुआत देने का, जिसके वे हकदार हैं। अब काम पर लगने का समय है, नवीनीकरण का समय है।'' उन्होंने 2029 में अगले चुनाव में पार्टी को सत्ता में वापसी के लिए तैयार करने का संकल्प लिया।
- वाशिंगटन.अमेरिका ने बुधवार को करीब 15 देशों की 398 कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया। उनपर यूक्रेन के खिलाफ जंग में उलझे रूस के युद्ध प्रयासों को मदद करने वाले उत्पाद एवं सेवाएं देने का आरोप है। अमेरिका के वित्त और विदेश विभागों की इस साझा कार्रवाई का मकसद ‘तीसरे पक्ष के उन देशों' को दंडित करना है जिनपर रूस को भौतिक मदद पहुंचाने या यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से लगाए गए पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों से बचने में रूस की सहायता करने का आरोप है। रूस ने फरवरी, 2022 में यूक्रेन पर हमला कर दिया था जिसके बाद अमेरिका की अगुवाई में कई पश्चिमी देशों ने रूस पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगाए हुए हैं। अमेरिकी वित्त विभाग ने रूस के परोक्ष रूप से मददगार देशों से संबंधित 398 कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इनमें 274 कंपनियों पर रूस को उन्नत प्रौद्योगिकी देने का आरोप है। प्रतिबंध के दायरे में आने वाली कंपनियों में रूस स्थित रक्षा और विनिर्माण फर्में भी शामिल हैं। ये कंपनियां यूक्रेन के खिलाफ इस्तेमाल होने वाले हथियारों से संबद्ध उत्पादों का उत्पादन या परिष्करण करती हैं। इसके अतिरिक्त अमेरिकी विदेश विभाग ने रूसी रक्षा मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारियों एवं रक्षा कंपनियों और चीन स्थित कंपनियों के एक समूह पर राजनयिक प्रतिबंध भी लगाए हैं। ये कंपनियां दोहरे इस्तेमाल वाले रक्षा उत्पादों के निर्यात से जुड़ी हैं। वित्त विभाग के उप मंत्री वैली एडेमो ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी रूस की युद्ध मशीन की ताकत कम करने और पश्चिमी प्रतिबंधों एवं निर्यात नियंत्रणों को दरकिनार करने के प्रयासों में सहायता करने की कोशिश करने वालों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
- लंदन. ऋषि सुनक ने बुधवार को ब्रिटेन की संसद में विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा दे दिया। इस मौके पर उन्होंने दिवाली के पर्व की कुछ यादों का जिक्र करते हुए कहा कि दो साल पहले प्रकाश के त्योहार के दौरान वह भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री नियुक्त किए गए थे। सुनक (44) जुलाई में आम चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी की हार के बाद नए नेता के निर्वाचित होने तक कंजर्वेटिव पार्टी के अंतरिम नेता के रूप में कार्य कर रहे थे। सुनक ने कहा, ‘‘मैं दिवाली के दौरान अपनी पार्टी का नेता बना और इसी त्योहार के दौरान मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे प्रथम ब्रिटिश एशियाई प्रधानमंत्री बनने पर गर्व है, और इससे ब्रिटिश लोगों, हमारे देश और इस संसद के मूल्यों के बारे में बहुत कुछ पता चलता है।'' अक्टूबर, 2022 में दिवाली के दौरान सुनक अपनी पत्नी अक्षता और बेटियों कृष्णा और अनुष्का के साथ प्रधानमंत्री आवास ‘10 डाउनिंग स्ट्रीट' में आये थे और लगातार दो वर्षों तक इसकी सीढ़ियों को दीयों और रंगोली से सजाते रहे। प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर ने कहा कि ब्रिटिश संसद के सभी वर्गों को इस बात पर गर्व है कि प्रधानमंत्री के रूप में सुनक ने ‘‘हमारे विविधतापूर्ण देश का प्रतिनिधित्व किया है।'' उन्होंने कई राजनीतिक असहमतियों के बावजूद विपक्ष के निवर्तमान नेता की ‘‘कड़ी मेहनत, प्रतिबद्धता और शालीनता'' की भी सराहना की। स्टार्मर ने कहा, ‘‘मैं ब्रिटेन और दुनियाभर में दिवाली मना रहे सभी लोगों को खुशहाल दिवाली की शुभकामनाएं देता हूं। यह एक साथ मिलकर जश्न मनाने और उज्ज्वल भविष्य पर ध्यान केंद्रित करने का समय है।
- बार्सीलोना. स्पेन के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में मंगलवार को अचानक आयी बाढ़ के कारण कई कारें बह गयीं और रेल सेवा बाधित हो गयी तथा प्राधिकारियों ने कई लोगों के लापता होने की सूचना दी है। अचानक आयी बाढ़ ने दक्षिण में मलागा प्रांत से लेकर पूर्व में वेलेंशिया तक तबाही मचा दी है। स्पेन के राष्ट्रीय प्रसारणकर्ता ‘आरटीवीई' द्वारा प्रसारित फुटेज में पानी के तेज बहाव के कारण कारें बहती दिखायी दीं और निचले इलाकों में स्थित घरों में कई फुट तक पानी भरा दिखायी दिया। रेल प्राधिकारियों ने बताया कि मलागा के समीप एक रेलगाड़ी पटरी से उतर गई जिसमें 300 लोग सवार थे। हालांकि, कोई हताहत नहीं हुआ है। वेलेंशिया शहर और मैड्रिड के बीच हाई-स्पीड रेल सेवा बाधित है। पुलिस और बचाव सेवाओं ने लोगों को घरों तथा कारों से बाहर निकालने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया। स्पेन की राष्ट्रीय मौसम सेवा के अनुसार, देश में बृहस्पतिवार तक तूफान का असर बरकरार रहने का पूर्वानुमान है।
- कैली (कोलंबिया). संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने वैश्विक जैव विविधता के संरक्षण के लिए देशों से नए संकल्प लेने का आग्रह किया और निजी क्षेत्र से भी इसमें शामिल होने का आह्वान किया। कोलंबिया के कैली में संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता शिखर सम्मेलन में अपने भाषण के दौरान गुतारेस ने कहा, ‘‘प्रकृति ही जीवन है और फिर भी हम इसके खिलाफ युद्ध लड़ रहे हैं। यह एक ऐसा युद्ध जिसमें कोई विजेता नहीं हो सकता।'' उन्होंने कहा, ‘‘हर दिन, हम कई प्रजातियों को खो रहे हैं। हर मिनट हम अपने समुद्रों, नदियों और झीलों में प्लास्टिक कचरे से भरा एक ट्रक उड़ेल रहे हैं। यह अस्तित्व के संकट जैसा है।'' कनाडा के मॉन्ट्रियल में 2022 में तय किए गए प्रस्तावों पर आगे की कार्यवाही के लिए कैली में यह शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है जो कि दो सप्ताह तक जारी रहेगा। मॉन्ट्रियल में तय किए गए प्रस्तावों में धरती पर पौधों और पशु के जीवन को बचाने के लिए 23 उपायों पर काम करना शामिल है। गुतारेस ने कहा कि कोई भी देश चाहे वह अमीर हो या गरीब, जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता की हानि और प्रदूषण से होने वाली तबाही से अछूता नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘कैली में शिखर सम्मेलन के समापन से पहले हमें नए संकल्प लेने होंगे और हमें निजी क्षेत्र को भी इसमें शामिल करना चाहिए। लोग प्रकृति को मुफ्त, अनंत संसाधन नहीं मान सकते।''
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जोहानिसबर्ग. दक्षिण अफ्रीका ने विशेष रूप से भारत और चीन से पर्यटकों की आमद बढ़ाने के मकसद से एक नयी योजना शुरू की तथा इन दोनों देशों के ‘टूर ऑपरेटरों' को इस योजना में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। गृह मंत्री डॉ. लियोन श्रेबर द्वारा इस योजना की परिकल्पना किए जाने के दो महीने बाद उनके विभाग ने मंगलवार को ‘ट्रस्टेड टूर ऑपरेटर स्कीम' (टीटीओएस) की घोषणा की। इस योजना का उद्देश्य पर्यटन में वृद्धि से रोजगार सृजन को बढ़ावा देना है। इसके बाद पर्यटन मंत्रालय और देश के पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों के साथ वीजा प्राप्त करने में अक्षमता तथा लालफीताशाही को दूर करने के तरीके खोजने के मकसद से चर्चा की गई। इन समस्याओं के कारण दक्षिण अफ्रीका इन दोनों देशों से बहुत अधिक संख्या में पर्यटक आकर्षित नहीं कर पा रहा है। विभाग ने एक बयान में कहा, ‘‘बाधाओं को दूर करने और गृह मंत्रालय को एक आर्थिक सक्षमकर्ता के रूप में पुनः स्थापित करने के लिए, विभाग ने आज दक्षिण अफ्रीका तथा विदेशों के स्थापित ‘टूर ऑपरेटरों' को रुचि व्यक्त करने के लिए आमंत्रित किया है, जो चीन और भारत से हमारे देश में अधिक पर्यटकों को लाने के लिए इस योजना पर हस्ताक्षर करना चाहते हैं।'' इसमें दिए गए आंकड़ों से पता चलता है कि 2023 में चीनी पर्यटकों ने 10 करोड़ से अधिक विदेश यात्राएं कीं, जिनमें से दक्षिण अफ्रीका में केवल 93 हजार पर्यटक ही पहुंचे। विभाग ने कहा, ‘‘फिलहाल दक्षिण अफ्रीका आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों में भारतीय पर्यटकों की हिस्सेदारी केवल 3.9 प्रतिशत है - और चीन के केवल 1.8 प्रतिशत पर्यटक है। अध्ययन से पता चलता है कि प्रति वर्ष केवल 10 प्रतिशत पर्यटकों की आमद में वृद्धि हो जाने से वार्षिक आर्थिक वृद्धि में 0.6 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो सकती है।
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दीर अल-बला (गाजा पट्टी) . उत्तरी गाजा पट्टी में मंगलवार को इजराइल के दो हवाई हमलों में कई महिलाओं तथा बच्चों समेत कम से कम 88 लोगों की मौत हो गयी। स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एक अस्पताल के निदेशक ने बताया कि जानलेवा चोटों से पीड़ित मरीजों का इलाज नहीं किया जा रहा है क्योंकि सप्ताहांत में इजराइली बलों की छापेमारी के दौरान कई चिकित्सकों को हिरासत में ले लिया गया। इजराइल ने हाल के हफ्तों में उत्तरी गाजा में हवाई हमले तेज कर दिए और एक बड़ा जमीनी अभियान शुरू किया। उसने कहा कि यह हमास के उन आतंकवादियों का खात्मा करने के लिए है जो युद्ध के एक साल से अधिक समय बाद फिर से संगठित हो गए हैं। इस भीषण लड़ाई ने उत्तरी गाजा में हजारों फलस्तीनियों की बिगड़ती मानवीय स्थिति को लेकर चिंता पैदा कर दी है। गाजा तक पर्याप्त सहायता न पहुंचने को लेकर चिंताएं सोमवार को बढ़ गयीं जब इजराइल की संसद ने दो विधेयक पारित किए जो फलस्तीनी शरणार्थियों से संबंधित संयुक्त राष्ट्र एजेंसी को गाजा में सहायता प्रदान करने से रोक सकते हैं। इजराइल का गाजा और कब्जे वाले वेस्ट बैंक, दोनों पर नियंत्रण है, और यह स्पष्ट नहीं है कि एजेंसी वहां कैसे काम करेगी। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की आपातकालीन सेवा ने बताया कि उत्तरी गाजा के बेत लाहिया शहर में मंगलवार को दो हमले हुए। पहले हमले में एक पांच मंजिला इमारत को निशाना बनाया गया जिसमें कम से कम 70 लोगों की मौत हो गयी और 23 लापता हैं। मंत्रालय ने बताया कि मारे गए लोगों में आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बेत लाहिया पर मंगलवार शाम को दूसरे हमले में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गयी।
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ह्यूस्टन (अमेरिका). अमेरिका में टेक्सास राज्य की हैरिस काउंटी में दिवाली आधिकारिक रूप से बड़ा उत्सव बन गयी है क्योंकि पहली बार निवासी 31 अक्टूबर को इस त्योहार के मद्देनजर कानूनी तौर पर पटाखे खरीद सकते हैं। हैरिस काउंटी कमिशनर्स कोर्ट ने सितंबर में इस बदलाव को मंजूरी दे दी थी। इससे पहले 2023 में राज्य में एक कानून पारित कर दिवाली को आतिशबाजी के लिए उपयुक्त अवकाश घोषित कर दिया गया था। बहरहाल, अब भी यहां कोई सार्वजनिक अवकाश नहीं है लेकिन अमेरिका भर के समुदाय उत्साह के साथ दिवाली मना रहे हैं। पिछले सप्ताहांत, श्री सीता राम फाउंडेशन ने टेक्सास के रोसेनबर्ग में फोर्ट बेंड एपीसेंटर में 13वां दिवाली-दशहरा अंतरराष्ट्रीय उत्सव आयोजित किया था जिसमें तकरीबन 12,000 लोग शामिल हुए थे। फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. अरुण वर्मा ने कहा, ‘‘दिवाली हमारे लिए एक उत्सव से कहीं अधिक बढ़कर है। यह ‘वसुधैव कुटुम्बकम' को अपनाती है और हम अपनी साझा मानवता का जश्न मनाने में हर किसी का स्वागत करते हैं।'' इस वर्ष के उत्सव में वैश्विक एकता पर जोर दिया गया, जिसमें 200 से अधिक देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले झंडे प्रदर्शित किए गए और यहूदी, सिख और ईसाई समूहों सहित विभिन्न समुदायों ने सक्रिय रूप से इसमें भाग लिया। दिवाली से पहले ही ह्यूस्टन में आभूषण की दुकानों में धनतेरस पर सोना खरीदने के इच्छुक ग्राहकों की संख्या बढ़ी है। इलाके में भारतीय मिठाई की कई दुकानों पर लड्डू से लेकर बर्फी तक पारंपरिक मिठाइयों के बड़े-बड़े डिब्बों की बिक्री की जा रही है।
- वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को व्हाइट हाउस (अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक कार्यालय और आवास) में दिवाली समारोह का आयोजन किया जिसमें देश भर के सांसदों, अधिकारियों और कॉर्पोरेट जगत के दिग्गजों समेत 600 से अधिक प्रतिष्ठित भारतीय अमेरिकी शामिल हुए। बाइडन ने ‘व्हाइट हाउस' के ‘ईस्ट रूम' में कहा, ‘‘राष्ट्रपति के तौर पर मुझे ‘व्हाइट हाउस' में अब तक के सबसे बड़े दिवाली समारोह की मेजबानी करने का सौभाग्य मिला है। मेरे लिए इसका बहुत महत्व है। सीनेटर, उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति के तौर पर दक्षिण एशियाई अमेरिकी मेरे स्टाफ के प्रमुख सदस्य रहे हैं।'' चुनाव प्रचार में व्यस्त होने के कारण उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और बाइडन की पत्नी डॉ. जिल बाइडन इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकीं। बाइडन के भाषण से पहले अमेरिकी सर्जन जनरल वाइस एडमिरल विवेक एच. मूर्ति, सेवानिवृत्त नौसैन्य अधिकारी एवं नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और ‘इंडियन-अमेरिका यूथ एक्टिविस्ट' श्रुति अमूला ने भी समारोह को संबोधित किया। इस दौरान सुनीता ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से रिकॉर्ड किया गया वीडियो संदेश भेजा। व्हाइट हाउस के ‘ब्लू रूम' में औपचारिक रूप से दीया जलाते हुए बाइडन ने कहा कि दक्षिण एशियाई अमेरिकी समुदाय ने अमेरिकी जीवन के हर हिस्से को समृद्ध किया है।
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बीजिंग, चीन ने बच्चे पैदा होने पर सब्सिडी देने और अभिभावकों की कर देनदारी में कटौती सहित कई नीतियों को घोषणा की है ताकि दंपतियों को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके और जनसांख्यिकी संकट को और गहराने से रोका जा सके। स्टेट काउंसिल या केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा सोमवार को जारी निर्देश में प्रसव सहायता सेवाओं को बढ़ाने, बाल देखभाल प्रणालियों का विस्तार करने, शिक्षा, आवास और रोजगार में सहायता को मजबूत करने तथा प्रसव के अनुकूल सामाजिक माहौल बनाने के लिए 13 लक्षित उपायों की रूपरेखा तैयार की गई है। जन्म दर में गिरावट के कारण पिछले वर्ष चीन विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश के मामले में भारत से पिछड़ गया। सरकारी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक नवीनतम पहल में प्रसव पर सब्सिडी देने की व्यवस्था में सुधार और प्रसव से संबंधित व्यक्तिगत आयकर राहत भी शामिल है। प्रमुख प्रावधानों में मातृत्व बीमा योजना का लाभ लचीले रोजगार वाले व्यक्तियों और ग्रामीण प्रवासी श्रमिकों को भी प्रदान करना शामिल है, जो पहले से ही बुनियादी चिकित्सा बीमा योजना का हिस्सा हैं। सरकारी सीजीटीएन की खबर के मुताबिक उपयुक्त प्रसव पीड़ा निवारण और सहायक प्रजनन तकनीक सेवाओं को बीमा प्रतिपूर्ति के लिए पात्र चिकित्सा सेवाओं की सूची में जोड़ा जाएगा। हांगकांग से प्रकाशित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की खबर के मुताबिक नए उपायों पर जनता ने ठंडी प्रतिक्रिया दी है। माइक्रोब्लॉगिंग मंच वेइबो पर एक उपयोगकर्ता ने टिप्पणी की कि ये उपाय ऐसे हैं जैसे कि ‘‘आप फरारी खरीद रहे हैं, और सरकार आपको 100 युआन का कूपन दे रही है''। चीनइ की 1.4 अरब की आबादी में तेजी से वृद्धों की संख्या बढ़ रही है। इस समय देश की कुल आबादी में 14 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिनकी उम्र 65 साल से अधिक है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक चीन की 60 वर्ष और उससे अधिक आयु की आबादी 2023 के अंत तक 30 करोड़ तक पहुंच गई। यह संख्या 2035 तक 40 करोड़ से अधिक हो जाएगी और 2050 तक 50 करोड़ तक पहुंच जाएगी। हालिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन में जन्म दर में गिरावट एवं बच्चों के नामांकन में कमी के मद्देनजर हजारों नामी किंडरगार्टन बंद हो गए हैं। विद्यालयों को वृद्धाश्रम में बदला जा रहा है और वहां के कर्मचारियों को बुजुर्गों की देखभाल के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार द्वारा दशकों से लागू एक बच्चा की नीति के कारण देश गंभीर जनसांख्यिकी संकट से गुजर रहा है।
- वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन सोमवार शाम को व्हाइट हाउस में देशभर से बड़ी संख्या में आए भारतीय अमेरिकियों के साथ दिवाली मनाएंगे। व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘पिछले वर्षों की परंपरा को जारी रखते हुए राष्ट्रपति अपने भाषण से पहले ब्लू रूम में दीया जलाएंगे।'' इसके बाद वह भारतीय अमेरिकियों की एक सभा के समक्ष भाषण देंगे जिनके लिए वह एक स्वागत समारोह की मेजबानी कर रहे हैं। यह व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति बाइडन का आखिरी दिवाली समारोह होगा क्योंकि वह राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘‘“राष्ट्रपति के भाषण में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ‘नासा' की प्रतिष्ठित अंतरिक्ष यात्री और नौसेना की सेवानिवृत्त कप्तान सुनीता ‘सुनी' विलियम्स का एक वीडियो संदेश होगा। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से एक अभिवादन वीडियो रिकॉर्ड किया, जहां उन्होंने सितंबर में कमांडर के रूप में पदभार संभाला था।'' बयान में कहा गया है, ‘‘सुनी हिंदू धर्म को मानने वाली हैं और उन्होंने पहले भी आईएसएस से दुनिया भर के लोगों को दिवाली की शुभकामनाएं भेजी हैं। वह अपनी विरासत का जश्न मनाने के लिए अपने साथ कई भारतीय/हिंदू सांस्कृतिक वस्तुओं और प्रतीक के साथ आईएसएस में हैं जिनमें समोसा से लेकर उपनिषद और भगवद गीता की प्रति शामिल हैं।''
- इस्लामाबाद. पाकिस्तान ने चीन से अतिरिक्त 10 अरब युआन (1.4 अरब डॉलर) का कर्ज देने का अनुरोध किया है। रविवार को जारी एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। नकदी संकट से जूझ रहा यह देश पहले ही मौजूदा 30 अरब युआन (4.3 अरब डॉलर) की चीनी व्यापार सुविधा का उपयोग कर चुका है। वित्त मंत्रालय द्वारा शनिवार देर रात जारी बयान में कहा गया कि वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने वाशिंगटन में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों के दौरान चीन के वित्त उप मंत्री लियाओ मिन से मुलाकात की और उनसे मुद्रा अदला-बदली करार के तहत सीमा को बढ़ाकर 40 अरब युआन करने का अनुरोध किया। समाचार पत्र ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के अनुसार, यदि चीन इसे स्वीकार कर लेता है, तो कुल सुविधा लगभग 5.7 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगी। यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने ऋण सीमा बढ़ाने का अनुरोध किया है। हालांकि, चीन ने पिछले सभी ऐसे अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया है। यह नवीनतम अनुरोध चीन द्वारा मौजूदा 4.3 अरब डॉलर (30 अरब युआन) की सुविधा को अगले तीन वर्षों के लिए बढ़ाए जाने के दो सप्ताह से भी कम समय बाद आया है। पाकिस्तान और चीन ने चीनी प्रधानमंत्री ली क्विंग की हालिया यात्रा के दौरान एक मुद्रा अदला-बदली समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिससे पाकिस्तान की ऋण भुगतान अवधि 2027 तक बढ़ गई थी।
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वाशिंगटन. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि क्रिप्टोकरेंसी वित्तीय स्थिरता और मौद्रिक स्थिरता के लिए बहुत बड़ा जोखिम है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इससे ऐसी स्थिति पैदा हो सकती है, जहां केंद्रीय बैंक अर्थव्यवस्था में मुद्रा आपूर्ति पर नियंत्रण खो देगा। दास ने कहा, ''मेरा मानना है कि यह ऐसी चीज है, जिसे वित्तीय प्रणाली पर हावी होने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। इसमें वित्तीय स्थिरता के लिए बहुत बड़ा जोखिम है। इसमें मौद्रिक स्थिरता के लिए बहुत बड़ा जोखिम है। यह बैंकिंग प्रणाली के लिए भी जोखिम पैदा करता है।'' उन्होंने प्रमुख थिंक-टैंक पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में कहा कि यह ऐसी स्थिति भी पैदा कर सकता है, जहां केंद्रीय बैंक अर्थव्यवस्था में मुद्रा आपूर्ति पर नियंत्रण खो देगा। दास ने कहा कि यदि केंद्रीय बैंक अर्थव्यवस्था में मुद्रा आपूर्ति पर नियंत्रण खो देगा है, तो प्रणाली में उपलब्ध नकदी की जांच कैसे होगी। उन्होंने आगे कहा कि संकट के समय मुद्रा आपूर्ति को नियंत्रित कर केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति को नियंत्रित करता है। इसलिए, हम क्रिप्टो को एक बड़े जोखिम के रूप में देखते हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि इस पर अंतरराष्ट्रीय समझ बननी चाहिए, क्योंकि इसका सीमापार लेनदेन होता है। आरबीआई गवर्नर ने कहा, ''क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े बड़े जोखिमों के बारे में पूरी तरह सचेत रहना चाहिए। मुझे लगता है कि इसे प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए। यह राय बहुत लोकप्रिय नहीं है, लेकिन मुझे लगता है कि वित्तीय स्थिरता के संरक्षक के रूप में यह दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है।'' दास ने कहा कि सरकारें भी क्रिप्टोकरेंसी में संभावित नकारात्मक जोखिमों के बारे में तेजी से जागरूक हो रही हैं।
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दुबई. अमेरिका ने कहा है कि ईरान पर इजराइल के हमलों से हिसाब बराबर हो चुका है और अब दोनों शत्रु देशों के बीच प्रत्यक्ष सैन्य हमले बंद होने चाहिए। अमेरिका ने ईरान को अब इजराइल पर जवाबी हमले करने पर ‘‘अंजाम'' भुगतने की चेतावनी दी। व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनके प्रशासन को लगता है कि इजराइली (सैन्य) अभियान के उपरांत अब दोनों देशों के बीच सीधे सैन्य हमले ‘‘बंद होने'' चाहिए और उसने कहा कि अन्य सहयोगी देश भी इससे सहमत हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवान ने शुक्रवार को पूरे दिन अभियान के बारे में जानकारी दी। व्हाइट हाउस के नियमों के अनुसार नाम न उजागर करने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि इजराइली अभियान ‘‘व्यापक, सटीक और लक्षित'' था। उन्होंने कहा कि अमेरिका की इस हमले में कोई संलिप्तता नहीं है।
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काठमांडू. भारत द्वारा दी गई 2.50 करोड़ रुपये की सहायता से नेपाल के गलयांग सिटी में स्थापित अस्पताल का उद्घाटन किया गया। यह अस्पताल राजधानी काठमांडू से करीब 250 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है। स्यांग्जा जिले के गलयांग शहर में निर्मित अस्पताल भवन का उद्घाटन शुक्रवार को मुख्य जिला समन्वयक प्रसाद गौतम और भारतीय दूतावास में प्रथम सचिव अविनाश कुमार ने किया। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने एक विज्ञप्ति में बताया कि नेपाल भारत विकास सहयोग के तहत 4.013 करोड़ नेपाली रुपये (लगभग 2.5 करोड़ रुपये) की लागत से अस्पताल भवन का निर्माण किया गया है। इस अस्पताल की स्थापना 2010 में स्थानीय लोगों द्वारा दूरदराज के क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से एक छोटे से किराये के भवन में की गई थी।
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वाशिंगटन. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है और देश की वृहद आर्थिक बुनियाद अच्छी है। आईएमएफ में एशिया प्रशांत विभाग के निदेशक कृष्णा श्रीनिवासन ने कहा, ‘‘ भारत, दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है। हम वित्त वर्ष 2024-25 में सात प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाते हैं, जिसे ग्रामीण खपत में सुधार से समर्थन मिलेगा क्योंकि फसलें अनुकूल रही हैं। खाद्य कीमतों के सामान्य होने से कुछ उतार-चढ़ाव के बावजूद वित्त वर्ष 2024-25 में मुद्रास्फीति घटकर 4.4 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।'' अन्य बुनियादी बातों के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘ चुनाव के बावजूद राजकोषीय समेकन पटरी पर है। ‘रिजर्व' की स्थिति काफी अच्छी है। भारत के लिए सामान्य तौर पर वृहद बुनियादी बातें अच्छी हैं।'' उन्होंने सुझाव दिया कि चुनाव के बाद देश की सुधार संबंधी प्राथमिकताएं तीन क्षेत्रों में होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘ पहली तो यह कि भारत में रोजगार सृजन को लेकर कई सवाल खड़े हैं। इस संदर्भ में मुझे लगता है कि 2019-20 में स्वीकृत श्रम संहिताओं को लागू करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करते हुए श्रम बाजारों को मजबूत बनाने का मौका देगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘ दूसरी बात यह है कि यदि आप प्रतिस्पर्धी बनना चाहते हैं, तो आपको कुछ व्यापार पाबंदियों को हटाना होगा... क्योंकि जब आप व्यापार को उदार बनाते हैं, तो आप उत्पादक कंपनियों को जीवित रहने की अनुमति देते हैं। वहां अधिक प्रतिस्पर्धा है और यह नौकरियां सृजन कर सकता है। मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि अधिक व्यापार पाबंदियां हटाई जाएं।'' श्रीनिवासन ने कहा, ‘‘ और अंतत: मैं कहूंगा कि सुधारों को जारी रखें... बुनियादी ढांचे को मजबूत करें, चाहे वह भौतिक बुनियादी ढांचा हो या डिजिटल बुनियादी ढांचा। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और यह इसी के साथ जारी रहेगा। हालांकि मैं कहूंगा कि इससे आगे बढ़कर आपको कृषि तथा भूमि सुधारों पर ध्यान केंद्रित करना होगा। आपको शिक्षा और कौशल को मजबूत करने के बारे में सोचना होगा।'' कार्यबल के कौशल में निवेश की आवश्यकता पर बल देते हुए श्रीनिवासन ने कहा, ‘‘ एक ऐसी अर्थव्यवस्था... जो सेवा क्षेत्र में काफी अधिक नौकरियों का सृजन कर सकती है, सही कौशल होना महत्वपूर्ण है। इसलिए, शिक्षा में निवेश करना, श्रम बलों को कुशल बनाना बहुत महत्वपूर्ण है।'' श्रीनिवासन ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘ सामाजिक सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना एक और सुधार है। अंत में, मैं कहूंगा कि लोगों से बात करने पर आपको अब भी बहुत सारी लालफीताशाही वगैरह देखने को मिलेगी। कारोबारी माहौल में सुधार करना महत्वपूर्ण पहलू होगा। ये कुछ ऐसे सुधार हैं जिन्हें मैं प्राथमिकता दूंगा।'' उन्होंने देश की श्रम शक्ति में महिलाओं की कम भागीदारी तथा युवाओं में व्याप्त बेरोजगारी पर भी चिंता व्यक्त की। एशिया प्रशांत विभाग के निदेशक ने कहा, ‘‘ इस संदर्भ में कई आंकड़े मौजूद हैं, लेकिन हम सभी इस बात पर सहमत होंगे कि श्रम शक्ति में महिलाओं की भागीदारी कम है और युवाओं में बेरोजगारी काफी अधिक है। इसलिए रोजगार सृजन के लिए माहौल को बेहतर बनाने पर जोर दिया जाना चाहिए।'' - न्यूयॉर्क. न्यूयॉर्क में भारतीय प्रवासियों ने दिवाली का जश्न शुरू कर दिया है और वे यहां के लोगों के बीच रोशनी के इस त्योहार का संदेश फैला रहे हैं। मैनहट्टन के मध्य स्थित टाइम्स स्क्वायर से लेकर पेंसिल्वेनिया तक, भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने दिवाली मनाने के लिए जश्न मनाना शुरू कर दिया है। दिवाली का त्योहार 31 अक्टूबर को है। न्यूयॉर्क स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘भारतीय अमेरिकी समुदाय और अमेरिकी मित्र दिवाली मनाने के लिए टाइम्स स्क्वायर में एकत्रित हुए।'' पोस्ट में कहा गया है कि न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूत बिनय प्रधान टाइम्स स्क्वायर पर "भारतीय-अमेरिकी समुदाय और अमेरिकी मित्रों के साथ दिवाली मनाने" में शामिल हुए। सीनेट के बहुमत नेता चक शूमर, न्यूयॉर्क शहर मेयर एरिक एडम्स, सदस्य जेनिफर राजकुमार भी नीता भसीन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उप महावाणिज्यदूत वरुण जेफ, भारतीय प्रवासी और एशियाई अमेरिकी समुदाय के सदस्यों के साथ अपर डार्बी, पेंसिल्वेनिया में खालसा एशियन अमेरिकन एसोसिएशन द्वारा आयोजित दिवाली समारोह में शामिल हुए।
- लंदन. लंदन में रहने वाले भारतीय मूल के कलाकार अमित शर्मा ने वैक्सीन लेने में लोगों की हिचकिचाहट और इसे लेकर फैली भ्रांतियों को रंगमंच के जरिये जीवंत करके लंदन के किल्न थिएटर के कलात्मक निदेशक के रूप में अपनी पारी का आगाज किया। नाटक ‘पिन्स एंड नीडल्स' का प्रदर्शन हाल ही में पूरी दुनिया में किया गया है और इसका प्रदर्शन अगले सप्ताहांत तक होगा। रॉब ड्रमंड द्वारा लिखित इस नाटक के जरिये कोविड के टीके और दुनिया भर में बच्चों से जुड़े अन्य टीकों को लेकर हुई राजनीति और फैलाई गई भ्रांतियों को दिखाने का प्रयास किया गया है। इसमें भारतीय मूल के ब्रिटिश अभिनेता गवी सिंह चेरा मुख्य किरदार रॉब की भूमिका में हैं।शर्मा का कहना है, इस नाटक से निश्चित रूप से (टीकों के पक्ष और विपक्ष में) बहस को बढ़ावा मिलेगा और इसके साथ से इससे एक दर्शक के लिए अपने से विपरीत विचारों वाले व्यक्ति के प्रति सहानुभूति रखने और उसे समझने में मदद मिलेगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘दर्शकों के लिए मेरा जुनून है कि वे खुद को और अपनी आवाज को प्रतिबिंबित होते देखें। यह उन लोगों को भी समझाने में मदद कर सकता है, जो समान पृष्ठभूमि से नहीं आते हैं, लेकिन हमारे अभिनय से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं।'' ब्रिटेन की राजधानी स्थित किल्न थिएटर में अपनी नयी पारी को लेकर शर्मा को उम्मीद है कि वह इस तरह के और भी नाटक पेश करेंगे।
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अल्जीयर्स (अल्जीरिया) .राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अल्जीरिया की राजधानी अल्जीयर्स में भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और भारतीय समाज ने हमेशा विदेशों में भारत की स्थिति, प्रतिष्ठा और मान को बढ़ाने में भारतीय समुदाय की भूमिका को महत्व दिया है। मुर्मू तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में रविवार शाम अल्जीयर्स पहुंचीं। यह भारतीय राष्ट्रपति द्वारा अफ्रीका के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए किया गया पहला दौरा है। राष्ट्रपति मुर्मू सोमवार को अल्जीरिया के राष्ट्रपति अब्देलमदजीद तेब्बौने से मुलाकात करेंगी।
मुर्म भारतीय कंपनी शापूरजी पलोंजी द्वारा निर्मित किंग अब्दुल्ला विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केंद्र का दौरा भी कर सकती हैं। इससे पहले रविवार शाम को राजधानी अल्जीयर्स पहुंचने के तुरंत बाद उन्होंने भारतीय समुदाय से बातचीत की। राष्ट्रपति भवन की ओर से सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर किए गए एक पोस्ट में कहा गया, "राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अल्जीयर्स में भारतीय समुदाय के स्वागत समारोह में भाग लिया। राष्ट्रपति ने कहा कि अल्जीरिया में भारतीय समुदाय भारत के हितों को आगे बढा रहा है।" मुर्मू ने अपने भाषण में कहा, "1.4 अरब भारतीयों के सामूहिक प्रयासों से हम आशाओं और आकांक्षाओं की एक नई यात्रा पर चल रहे हैं, भारत तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है, अल्जीरिया और विदेशों में हमारे भारतीय समुदाय की सद्भावना और समर्थन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।" उन्होंने कहा, "मुझे पूरा यकीन है कि भारत का विकास और अल्जीरिया की शक्ति हमारे रिश्तों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।" आरंभ में मुर्मू ने याद किया कि किस प्रकार भारत ने शुरू से ही उपनिवेशवाद का विरोध करते हुए अल्जीरिया के स्वतंत्रता संग्राम का समर्थन किया था और किस प्रकार भारतीय नेताओं के अल्जीरिया के नेताओं के साथ घनिष्ठ व्यक्तिगत संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा कि 1950 के दशक के अंत और 1960 के दशक के प्रारंभ में 'नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ अल्जीरिया' के प्रमुख भारत में मौजूद थे। उन्होंने आगे कहा, "जब 1962 में अल्जीरिया स्वतंत्र हुआ, तो भारत अल्जीरिया का समर्थन करने के लिए वहां मौजूद था और हमने तुरंत नए राष्ट्र के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए।" उन्होंने कहा कि तब से राजनयिक संबंध कई गुना बढ़ गए हैं और भौगोलिक दूरी के बावजूद दोनों देशों के बीच सदैव घनिष्ठ मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। मुर्मू ने अल्जीरिया में अरबी भाषा में देखी जाने वाली भारतीय फिल्मों और टीवी धारावाहिकों की लोकप्रियता की ओर ध्यान दिलाया। राष्ट्रपति को बताया गया कि बुजुर्ग अल्जीरियाई लोग 70 और 80 के दशक के भारतीय शिक्षकों और डॉक्टरों को कितने स्नेह से याद करते हैं। राष्ट्रपति नेकहा कि उन्हें यह जानकर बहुत खुशी हुई कि अल्जीरियाई दुल्हनें अपने तीन दिवसीय विवाह समारोह के दौरान भारतीय साड़ी पहनती हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 4,000 भारतीय नागरिक अल्जीरिया में रह रहे हैं और विभिन्न परियोजनाओं और प्रतिष्ठानों में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हमारे कुशल श्रमिक और तकनीशियन दूरदराज के क्षेत्रों में कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि अल्जीरिया में कई सार्वजनिक और निजी भारतीय कंपनियां काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा, "जैसे-जैसे भारत अमृत काल के मार्ग पर आगे बढ़ेगा, हम दक्षिण.दक्षिण सहयोग की भावना को बनाए रखते हुए अल्जीरिया जैसे देशों के साथ संबंध बनाए रखेंगे।" राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि अल्जीरिया में मेहनतकश भारतीय एक तरह से इस देश में भारत के वास्तविक राजदूत हैं। उन्होंने कहा, "भारत सरकार और भारतीय समाज ने विदेशों में भारत की स्थिति, प्रतिष्ठा और मान बढ़ाने में भारतीय समुदाय के योगदान को सदैव महत्व दिया है और उसकी सराहना की है।" राष्ट्रपति बाद में मॉरिटानिया और मलावी की यात्रा करेंगी।