च्यवनप्राश किन लोगों को नहीं खाना चाहिए? जानें इससे होने वाली परेशानियां
च्यवनप्राश एक आयुर्वेदिक औषधि मानी जाती है। सर्दियों का मौसम आते ही ज्यादातर भारतीय घरों में च्यवनप्राश का सेवन बहुत ही अधिक मात्रा में किया जाता है। सर्दियों में च्यवनप्राश खाने का मुख्य कारण है इसके पोषक तत्व। च्यवनप्राश के पोषक तत्व शरीर की इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मददगार साबित होते हैं। शहद, नागकेसर, सफेद मूसली, पिप्पली, तेजपत्ता, पाटला, अरणी, गंभारी, कमल गट्टा जैसी कई जड़ी बूटियों को मिलाकर बनाए गए च्यवनप्राश की जब बात होती है तो ज्यादातर लोगों के मुंह से आप सिर्फ इसके फायदों के बारे में ही सुनेंगे। लेकिन हैरानी की बात ये है कि कुछ स्थितियों में च्यवनप्राश का सेवन न करने की सलाह दी जाती है। आज इस लेख में हम आपको बताएंगे च्यवनप्राश का सेवन किन लोगों को नहीं करना चाहिए।
डायबिटीज के मरीजों के लिए है हानिकारक
डायबिटीज के मरीजों को च्यवनप्राश का सेवन न करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि च्यवनप्राश के स्वाद को बैलेंस करने के लिए मीठे का इस्तेमाल होता है। च्यवनप्राश में मौजूद मीठा शरीर का ब्लड शुगर लेवल बढ़ा सकता है। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं और च्यवनप्राश का सेवन करना चाहते हैं इसके लिए अपने डॉक्टर या डाइटिशियन से सलाह जरूर लें।
किडनी के मरीजों को
च्यवनप्राश की तासीर गर्म होती है इसलिए इसको पचाना मुश्किल होती है। अगर कोई व्यक्ति किडनी संबंधी बीमारियों से जूझ रहा है तो उसे च्यवनप्राश पचाने में मुश्किल हो सकती है। ऐसे में किडनी के मरीजों को च्यवनप्राश का सेवन न करने की सलाह दी जाती है।
पेट संबंधी परेशानियों के लिए
च्यवनप्राश का सेवन उन लोगों को नहीं करना चाहिए जिन्हें पेट में दर्द, गैस, कब्ज जैसी समस्याएं अक्सर परेशान करती हैं। च्यवनप्राश को पचाने में थोड़ी मुश्किल होती है इसलिए जिन लोगों को पेट संबंधी बीमारियां उन्हें इसका सेवन न करने की सलाह दी जाती है।
एक दिन में कितना च्यवनप्राश खाना चाहिए?
हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि च्यवनप्राश या किसी भी चीज का सेवन एक सीमित मात्रा में करना चाहिए। किसी भी चीज का अधिक मात्रा में सेवन करने से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। हेल्थ एक्सपट्र्स के मुताबिक एक व्यस्क आदमी को प्रतिदिन 1 चम्मच च्यवनप्राश और छोटे बच्चों को प्रतिदिन आधा चम्मच च्यवनप्राश का सेवन करना चाहिए।
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