आयुर्वेद के अनुसार खाली पेट जूस पीना सेहत के लिए हो सकता है नुकसानदायक, जानें कैसे?
हेल्दी रहने के लिए डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट्स डाइट में फलों को शामिल करने की सलाह देते हैं, जिनसे शरीर को सही मात्रा में जरूरी न्यूट्रिएंट्स प्राप्त हो सकें। लेकिन, आजकल की बिजी लाइफस्टाइल में लोगों के पास सुबह-सुबह समय की कमी होती है, ऐसे में फलों को खाने की जगह लोग खाली पेट नाश्ते में जूस पीना शुरू कर देते हैं। लोगों को लगता है कि जूस उनकी सेहत के लिए फायदेमंद है और इससे शरीर को ताकत मिलेगी, जबकि असल में ऐसा बिल्कुल नहीं है। अगर आप भी अपने दिन की शुरुआत फ्रूट जूस से करते हैं तो आज से ही ऐसा करना बंद कर दीजिए। आयुर्वेद में खाली पेट फलों का रस यानी फ्रूट जूस पीना सेहत के लिए नुकसानदायक बताया गया है।
आयुर्वेद के अनुसार खाली पेट जूस पीने के नुकसान
आयुर्वेद में खाली पेट फ्रूट जूस पीने की मनाही है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह शरीर में मौजूद तीनों दोषों (वात, पित्त और कफ) और अग्नि (पाचन अग्नि) के संतुलन को बिगाड़ सकता है। अगर व्यक्ति सुबह खाली पेट जूस का सेवन करता है तो इससे पाचन अग्नि कमजोर हो सकती है, जिससे व्यक्ति को पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। फ्रूट जूस के सेवन से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि इससे शरीर में शुगर स्पाइक होता है लेकिन अगर आपको जूस पीना पसंद है तो 15 दिन में एक बार इसे पिएं और इस बात का खास ध्यान रखें कि जूस खाली पेट न पिएं, बल्कि इससे पहले आप हल्का भोजन कर चुके हों।
खाली पेट जूस पीने के नुकसान
1. खाली पेट जूस पीना अपच, एसिडिटी और अन्य पेट संबंधित समस्याओं का कारण बन सकता है।
2. खाली पेट फ्रूट जूस पीने से रक्त शर्करा स्तर यानी ब्लड शुगर लेवल में बदलाव हो सकता है, जो डायबिटीज जैसी बीमारियों का कारक हो सकता है।
3. खाली पेट जूस पीने से शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि फ्रूट जूस में फाइबर की कमी होती है। यह कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
आयुर्वेद के अनुसार, खाली पेट रस पीने के नुकसान को ध्यान में रखते हुए, हमें स्वस्थ आहार के प्रति जागरूक रहना चाहिए और अपने खाने-पीने की आदतों को सुधारना चाहिए।
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