क्या दो मसालों का पानी एक साथ पीना सुरक्षित है ?
कई लोग दो से तीन मसालों को पानी में भिगोकर सेवन करते हैं। लेकिन क्या दो से तीन मसालों का पानी एक साथ लेना सेफ होता है? क्या इससे शरीर में साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं? एक्सपर्ट कहते हैं कि दो मसालों वाला पानी एक साथ पीना सेफ है। जीरा और धनिया, अदरक और हल्दी, या सौंफ और इलायची जैसे मसालों को अगर आप पानी में एक साथ लेते हैं, तो इससे शरीर को कई फायदे होते हैं। ये कॉम्बिनेशन पाचन स्वस्थ रखने और बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं। अगर शरीर में पित्त-दोष असंतुलित हैं, तो ऐसे में भी यह कॉम्बिनेशन फायदेमंद है।
हर किसी के लिए इसका असर अलग-अलग हो सकता है। अगर आपको किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या है, तो किसी आयुर्वेदिक एक्सपर्ट की सलाह पर ही कोई भी कॉम्बिनेशन ट्राई करें। क्योंकि लंबे समय में यह शरीर की प्रकृति को नुकसान कर सकता है।
आयुर्वेद के अनुसार, कौन से मसालों का कॉम्बिनेशन ज्यादा फायदेमंद है?
आयुर्वेद में सुंथी, मिरी और पिपली के कॉम्बिनेशन को अत्यधिक महत्व दिया जाता है। ये तीन मसाले दोषों को संतुलित करने में मदद करते हैं। पाचन क्रिया को तेज करते हैं और पेट को स्वस्थ रखते हैं। पाचन में सुधार करने के अलावा लिवर को हेल्दी रखने में भी ये मसाले फायदेमंद होते हैं। इससे पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम कर पाता है। इसके अलावा, ये कॉम्बिनेशन पूरे शरीर को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है। ये बॉडी को डिटॉक्स भी करता है, जिससे अन्य बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है।
आयुर्वेद के अनुसार कौन-से मसाले एक साथ इस्तेमाल नहीं करने चाहिए?
आयुर्वेद के अनुसार विपरीत गुणों और तासीर वाले मसालों को एक साथ नहीं मिलाना चाहिए। उदाहरण के लिए, सौंफ जैसे ठंडे मसालेद को मीठी चीनी जैसे भारी मिठास के साथ नहीं मिलाना चाहिए। क्योंकि इससे पाचन तंत्र को नुकसान हो सकता है। इसके अलावा, लहसुन और प्याज जैसे गर्म मसालों को धनिया या सौंफ जैसे ठंडे मसालों के साथ नहीं मिलाना चाहिए। क्योंकि अलग-अलग तासीर वाले मसाले हार्मोन्स को असंतुलित कर सकते हैं। वहीं दूध को इमली या मेथी जैसे खट्टे या नमकीन मसालों के साथ नहीं मिलाना चाहिए।
क्या सौंफ और दालचीनी मिला पानी पीना ठीक है?
जी हां, दालचीनी और सौंफ वाला पानी सेहत के लिए फायदेमंद है। दोनों मसालों में गर्मी होती है। यह शरीर में एक साथ बेहतर तरीके से काम कर सकते हैं। जब रात के खाने या दोपहर के भोजन के बाद इसका सेवन किया जाता है, तो यह शरीर में अतिरिक्त कफ कम करने में मदद मिलती है। इससे पाचन क्रिया भी बेहतर होती है और पाचन संबंधी समस्याओं को रोकने में मदद मिलती है। दालचीनी ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखने में मदद करती है। जबकि सौंफ पाचन तंत्र को शांत रखती है और सूजन कम करती है। इन दोनों मसालों को साथ में लेने से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है।
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