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- पेरिस ।फार्म में चल रही अनुभवी रिकर्व तीरंदाज दीपिका कुमारी के शानदार प्रदर्शन से भारत ने रविवार को यहां विश्व कप के तीसरे चरण में तीन स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाले। इससे इस प्रतियोगिता में भारत के नाम चार स्वर्ण पदक रहे। शनिवार को अभिषेक वर्मा ने कम्पाउंड व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। अगले महीने होने वाले तोक्यो ओलंपिक से पहले भारत का यह इस वैश्विक प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन रहा। दीपिका की तीन स्वर्ण पदक दिलाने में अहम भूमिका रही। उन्होंने महिला व्यक्तिगत रिकर्व स्पर्धा के फाइनल में रूस की एलिना ओसिपोवा को 6-0 से हराकर एक दिन में स्वर्ण पदकों की हैट्रिक पूरी की। इससे पहले वह मिश्रित और महिला रिकर्व टीम के स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थीं। मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में दीपिका और उनके पति अतनु दास की पांचवीं वरीय जोड़ी ने नीदरलैंड के जेफ वान डेन बर्ग और गैब्रिएला शोलेसर से 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 5-3 से जीत हासिल की। इससे पहले स्टार तीरंदाज दीपिका, अंकिता भगत और कोमोलिका बारी की भारतीय महिला रिकर्व टीम ने मेक्सिको पर 5-1 की आसान जीत से स्वर्ण पदक जीता। महिला रिकर्व टीम पिछले हफ्ते तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने से चूक गयी थी और इस स्वर्ण पदक से उसने इस निराशा को कम करने की कोशिश की। अतनु ने जीत के बाद कहा, ‘‘यह शानदार अहसास है। पहली बार हम एक साथ फाइनल में खेल रहे थे और हमने एक साथ जीत हासिल की, बहुत खुशी महसूस हो रही है। '' अतनु और दीपिका ने पिछले साल शादी की थी और 30 जून को उनकी पहली वर्षगांठ होगी।उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि हम एक दूसरे के लिये बने हैं। लेकिन मैदान में हम युगल नहीं हैं बल्कि अन्य प्रतिस्पर्धियों की तरह हम एक दूसरे को प्रेरित करते हैं, सहयोग करते हैं और एक दूसरे का समर्थन करते हैं। '' दिलचस्प बात है कि दुनिया की पूर्व नंबर एक तीरंदाज दीपिका के लिये यह पहला मिश्रित युगल स्वर्ण पदक है जो इस स्पर्धा में पहले पांच रजत और तीन कांस्य पदक जीत चुकी हैं। उनका अंतिम मिश्रित युगल फाइनल भी अतनु के साथ था, जब उन्हें अंताल्या विश्व कप 2016 में कोरिया से हार का सामना करना पड़ा था। दीपिका ने महिला टीम को इस साल विश्व कप में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक दिलाने की अगुआई की। उन्होंने कहा, ‘‘बहुत खुशी हो रही है। '' दुनिया की तीसरे नंबर की तीरंदाज दीपिका, अंकिता और कोमोलिका की तिकड़ी ने विश्व कप के पहले चरण के फाइनल में भी मेक्सिको को हराकर पहला स्थान हासिल किया था। टीम ने इस तीसरे चरण में भी मेक्सिको को हराकर स्वर्ण पदक जीता और इस दौरान एक भी सेट नहीं गंवाया। इस साल यह विश्व कप में उनका लगातार दूसरा और कुल मिलाकर छठा (शंघाई 2011, मेडेलिन 2013, रोक्लॉ 2013, रोक्लॉ 2014, ग्वाटेमाला सिटी 2021) स्वर्ण पदक है। हर बार टीम में दीपिका शामिल थी। भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा जिसमें पहले सेट में स्कोर 57-57 था। लेकिन दूसरे सेट में भारतीय टीम ने मेक्सिको की टीम पर दबाव बनाया जिसमें लंदन 2012 की रजत पदक विजेता ऐडा रोमन, एलेजांद्रा वालेंसिया और अन्ना वाज्क्वेज शामिल थीं। दूसरे सेट में मेक्सिको की टीम 52 अंक जुटाकर तीन अंक से पिछड़ गयी। भारतीय टीम 3-1 से आगे थी और उसने तीसरे सेट में भी अच्छे निशाने लगाते हुए 55 अंक जुटाये लेकिन मेक्सिको की टीम बराबरी नहीं कर सकी और एक अंक से तीसरा सेट गंवा बैठी। इस तरह उसे इस साल लगातार दूसरी हार झेलनी पड़ी।
- पेरिस। भारतीय तीरंदाजों ने रविवार को यहां विश्व कप के तीसरे चरण में शानदार प्रदर्शन करते हुए तीसरा स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाला। अतनु दास और उनकी पत्नी दीपिका कुमारी की पांचवीं वरीय जोड़ी ने रविवार को मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में नीदरलैंड के जेफ वान डेन बर्ग और गैब्रिएला शोलेसर से 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 5-3 से जीत हासिल की और भारत को प्रतियोगिता में तीसरा स्वर्ण पदक दिलाया। इससे पहले स्टार तीरंदाज दीपिका, अंकिता भगत और कोमोलिका बारी की भारतीय महिला रिकर्व टीम ने मेक्सिको पर 5-1 की आसान जीत से स्वर्ण पदक जीता। महिला रिकर्व टीम पिछले हफ्ते तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने से चूक गयी थी और इस स्वर्ण पदक से उसने इस निराशा को कम करने की कोशिश की। अतनु ने जीत के बाद कहा, ‘‘यह शानदार अहसास है। पहली बार हम एक साथ फाइनल में खेल रहे थे और हमने एक साथ जीत हासिल की, बहुत खुशी महसूस हो रही है। '' अतनु और दीपिका ने पिछले साल शादी की थी और 30 जून को उनकी पहली वर्षगांठ होगी।उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि हम एक दूसरे के लिये बने हैं। लेकिन मैदान में हम युगल नहीं हैं बल्कि अन्य प्रतिस्पर्धियों की तरह हम एक दूसरे को प्रेरित करते हैं, सहयोग करते हैं और एक दूसरे का समर्थन करते हैं। '' दिलचस्प बात है कि दुनिया की पूर्व नंबर एक तीरंदाज दीपिका के लिये यह पहला मिश्रित युगल स्वर्ण पदक है जो इस स्पर्धा में पहले पांच रजत और तीन कांस्य पदक जीत चुकी हैं। उनका अंतिम मिश्रित युगल फाइनल भी अतनु के साथ था, जब उन्हें अंताल्या विश्व कप 2016 में कोरिया से हार का सामना करना पड़ा था। दीपिका ने महिला टीम को इस साल विश्व कप में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक दिलाने की अगुआई की। उन्होंने कहा, ‘‘बहुत खुशी हो रही है। '' वह शाम को स्वर्ण की हैट्रिक बनाने की कोशिश करेंगी।शनिवार को अभिषेक वर्मा ने कम्पाउंड व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।दुनिया की तीसरे नंबर की तीरंदाज दीपिका, अंकिता और कोमोलिका की तिकड़ी ने विश्व कप के पहले चरण के फाइनल में भी मेक्सिको को हराकर पहला स्थान हासिल किया था। टीम ने इस तीसरे चरण में भी मेक्सिको को हराकर स्वर्ण पदक जीता और इस दौरान एक भी सेट नहीं गंवाया। इस साल यह विश्व कप में उनका लगातार दूसरा और कुल मिलाकर छठा (शंघाई 2011, मेडेलिन 2013, रोक्लॉ 2013, रोक्लॉ 2014, ग्वाटेमाला सिटी 2021) स्वर्ण पदक है। हर बार टीम में दीपिका शामिल थी। भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा जिसमें पहले सेट में स्कोर 57-57 था। लेकिन दूसरे सेट में भारतीय टीम ने मेक्सिको की टीम पर दबाव बनाया जिसमें लंदन 2012 की रजत पदक विजेता ऐडा रोमन, एलेजांद्रा वालेंसिया और अन्ना वाज्क्वेज शामिल थीं। दूसरे सेट में मेक्सिको की टीम 52 अंक जुटाकर तीन अंक से पिछड़ गयी। भारतीय टीम 3-1 से आगे थी और उसने तीसरे सेट में भी अच्छे निशाने लगाते हुए 55 अंक जुटाये लेकिन मेक्सिको की टीम बराबरी नहीं कर सकी और एक अंक से तीसरा सेट गंवा बैठी। इस तरह उसे इस साल लगातार दूसरी हार झेलनी पड़ी।
- नयी दिल्ली । साजन प्रकाश ओलंपिक ‘ए' क्वालीफिकेशन टाइम पार करने वाले पहले भारतीय तैराक बन गए जिन्होंने रोम में सेट्टे कोली ट्रॉफी में पुरूषों के 200 मीटर बटरफ्लाय वर्ग में एक मिनट 56 . 38 सेकंड का समय निकाला । रियो ओलंपिक 2016 खेल चुके साजन तोक्यो ओलंपिक ‘ए ' स्टैंडर्ड में प्रवेश में 0 . 1 सेकंड से कामयाब रहे । तोक्यो ओलंपिक ए स्टैंडर्ड एक मिनट 56 . 48 सेकंड है । प्रकाश ने एक विज्ञप्ति में कहा ,‘‘ मैने इसके लिये बहुत मेहनत की है और अपनी तैयारियों की वजह से मुझे पूरा आत्मविश्वास था ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ यह मेरे पास आखिरी मौका था और मुझे पता था कि यहां करना ही है ।मैं पहले भी क्वालीफाइंग मार्क के करीब पहुंचा लेकिन मेरे कोच प्रदीप सर और मैने इस तरह रणनीति बनाई थी कि सर्बिया और रोम में दोनों टूर्नामेंटों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हो ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ मैं एसएफआई, साइ और खेल मंत्रालय से मिले सहयोग के लिये शुक्रगुजार हूं । मुझे खुद पर और कोच प्रदीप सर पर भरोसा था । यह उन्हीं की वजह से संभव हुआ है ।'' केरल के इस तैराक ने पिछले सप्ताह बेलग्रेड ट्रॉफी तैराकी प्रतियोगिता में एक मिनट 56 . 96 सेकंड का समय निकाला था जो उनका राष्ट्रीय रिकॉर्ड था । भारतीय तैराकी महासंघ ने ट्वीट किया ,‘‘ भारतीय तैराकी के लिये ऐतिहासिक पल । साजन प्रकाश ने ओलंपिक क्वालीफिकेशन समय निकाला । बधाई ।'' प्रकाश तोक्यो ओलंपिक की तैराकी स्पर्धा में माना पटेल के साथ भाग लेंगे । माना को भारतीय तैराकी महासंघ ने नामित किया है । प्रकाश के सीधे क्वालीफाई करने के मायने हैं कि श्रीहरि नटराज तोक्यो ओलंपिक में भाग नहीं ले सकेंगे जिन्हें माना के साथ यूनिवर्सिटिलिटी कोटा के तहत नामांकित किया गया था। नटराज रोम में शुक्रवार को 100 मीटर बैकस्ट्रोक में क्वालीफाई करने से 0 . 5 सेकंड से चूक गए थे । यूनिवर्सिलिटी कोटा के तहत देश से एक पुरूष और एक महिला तैराक को ओलंपिक खेलने का मोका मिलता है बशर्ते कोई सीधे क्वालीफाई नहीं कर ले या उसे ओलंपिक चयन समय (बी) के आधार पर फिना से न्यौता नहीं मिले । प्रकाश को हमेशा से ए मार्क हासिल करने का यकीन था । उन्होंने अप्रैल में कहा था ,‘‘ अभी मैं सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नही कर रहा हूं लेकिन मुझे यकीन है कि जल्दी ही करूंगा । इसके लिये सब्र रखना होगा ।'' भारत की केनिषा गुप्ता ने भी रोम में 100 मीटर फ्रीस्टाइल में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया ।
- नई दिल्ली। खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने ओलंपिक जाने वाले भारतीय खिलाडिय़ों के लिये शनिवार को चीयर अप अभियान की घोषणा की और लोगों से इन खिलाडिय़ों का समर्थन करने की अपील की जो 23 जुलाई से शुरू हो रहे तोक्यो खेलों में शिरकत करेंगे।भारत के अब 100 से ज्यादा खिलाडिय़ों ने ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया है और रीजीजू ने कहा कि लोग अपना समर्थन दिखा सकें, इसके लिये देश में 6000 से ज्यादा सेल्फी प्वाइंट बनाये जाएंगे। रीजीजू ने सीआईआई-स्पोर्टसकॉम इंडस्ट्री कंफेडरेशन द्वारा आयोजित वर्चुअल बातचीत में कहा, मैंने रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की है और उन्होंने तुरंत ही ओलंपिक सेल्फी प्वाइंट के लिये देश भर में 6000 रेलवे स्टेशनों पर जगह दे दी।उन्होंने कहा, हरियाणा के मुख्यमंत्री ने भी चीयर अप चिन्ह के साथ सेल्फी फोटो ली ताकि अन्य भी इस अभियान से जुड़े और तोक्यो जाने खिलाडिय़ों का उत्साहवर्धन हो। उन्होंने विज्ञप्ति में कहा, मैं ओलंपिक आंदोलन चाहता था और ओलंपिक की अहमियत सभी को समझ आनी चाहिए। खेल किसी देश की सबसे बड़ी सॉफ्ट पॉवर है। बैडमिंटन के मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि तोक्यो जाने वाले भारतीय खिलाड़ी पिछले दलों की तुलना में काफी आत्मविश्वाव से भरे हैं। उन्होंने कहा, आज मैं पूरे विश्वास से कह सकता हूं कि टीम का प्रत्येक सदस्य अपनी सर्वश्रेष्ठ फार्म के लिये ट्रेनिंग कर रहा है और संभवत: पदक जीतेगा और अगर वे पदक नहीं जीत पाते या फिर अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं तो वे काफी निराश होंगे। पूर्व हॉकी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी एमएम सौमाया ने कहा, इन दिनों हॉकी में हमारे पास दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ कोच जुड़े हुए है और हमारे पुरूष और महिला खिलाड़ी सही हाथों में हैं। इस सत्र में लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता गगन नारंग, भारतीय पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष और रियो 2016 की रजत पदक विजेता दीपा मलिक और स्पोट्र्सकॉम इंडस्ट्री कंफेडेरेशन के अध्यक्ष जलज दानी मौजूद थे।
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ईस्टबोर्न। लाटविया की येलेना ओस्टापेंको ने विम्बलडन की तैयारियां मजबूत करते हुए एनेट कोंटावेट को हराकर ईस्टबोर्न टेनिस खिताब जीता जो 2019 के बाद उसका पहला खिताब है । फ्रेंच ओपन 2017 चैम्पियन ओस्टापेंको ने 6 . 3, 6 . 3 से जीत दर्ज की ।
दो गैर वरीय खिलाड़ियों के बीच 2013 के बाद यह पहला फाइनल था । ओस्टापेंको रैंकिंग में 43वें स्थान पर है और उन्हें वाइल्ड कार्ड से प्रवेश मिला था । वहीं एस्तोनिया की कोंटावेट रैंकिंग में 27वें स्थान पर है । पुरूष वर्ग के फाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त एलेक्स डि मिनाउर का सामना तीसरी वरीयता प्राप्त लोरेंजो सोनेगो से होगा । -
पटियाला । तमिलनाडु की एस धनलक्ष्मी ने राष्ट्रीय अंतर प्रांत चैम्पियनशिप में सौ मीटर की दौड़ जीत ली जबकि राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी दुती चंद चौथे स्थान पर रही । स्टार फर्राटा धाविका हिमा दास हीट रेस में लगी चोट के कारण बाहर हो गई जिससे तोक्यो ओलंपिक में उनकी भागीदारी पर भी संशय पैदा हो गया है । महिलाओं की सौ मीटर दौड़ में कोई भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया । धनश्री ने 11 . 52 सेकंड का समय निकाला । श्रीलंका की अमाशा डिसिल्वा 11 . 59 सेकंड के साथ दूसरे और तमिलनाडु की अर्चना सुसींद्रन 11 . 60 सेकंड के साथ तीसरे स्थान पर रही । इस सप्ताह की शुरूआत में इंडियन ग्रां प्री 4 में इसी ट्रैक पर 11 . 17 सेकंड का समय निकालने वाली दुती 11 . 62 सेकंड के साथ चौथे स्थान पर रही । रोड टू तोक्यो सूची में 41वें स्थान पर काबिज दुती का ओलंपिक में खेलना लगभग तय है । तोक्यो में महिलाओं की 100 मीटर रेस में 56 खिलाड़ी भाग लेंगे । लंबे समय से कमर में चोट से जूझ रही हिमा सुबह 100 मीटर हीट में मांसपेशी में खिंचाव का शिकार हो गई । अभी पता नहीं चल सका है कि उनकी चोट कितनी गंभीर है । समझा जाता है कि वह रविवार को 200 मीटर की दौड़ और 29 जून को महिलाओं की चार गुणा सौ मीटर दौड़ में भाग नहीं लेगी । हिमा की चोट चार गुणा सौ मीटर महिला रिले टीम की क्वालीफिकेशन की उम्मीदों को करारा झटका है । इस चौकड़ी में हिमा के अलाव दुती, धनलक्ष्मी और अर्चना शामिल है । पुरूष वर्ग में पंजाब के गुरिंदरवीर सिंह ने 10 . 27 सेकंड में सौ मीटर दौड़ जीती । पंजाब के लवप्रीत सिंह दूसरे और ओडिशा के अमिय कुमार मलिक तीसरे स्थान पर रहे । ऊंचीकूद में राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी तेजस्विन शंकर की ओलंपिक कोटा हासिल करने की उम्मीदें टूट गई जो 2 . 20 मीटर की कूद ही लगा सके । वह ओलंपिक क्वालीफिकेशन का आखिरी प्रयास करने अमेरिका से यहां आये थे जहां वह कंसास स्टेट यूनिवर्सिटी में पढते हैं । -
बेरॉन (चेक गणराज्य) । भारतीय गोल्फर दीक्षा डागर टिपस्पोर्ट्स चेक लेडिज ओपन के दूसरे दौर में शनिवार को बोगी रहित चार अंडर 68 के कार्ड के साथ तालिका में शीर्ष 10 में पहुंच गयी है। अदिति आशोक के बाद 2019 में लेडिज यूरोपीयन टूर पर विजेता बनने वाली दूसरी भारतीय खिलाड़ी बनीं दीक्षा ने पहले दौर में दो अंडर 70 का कार्ड खेला था। दूसरे दौर के बाद उनका स्कोर छह अंडर का है। टूर्नामेंट में भाग ले रही अन्य भारतीयों में त्वेसा मलिक (71-74) के लिए कट में जगह बनाना मुश्किल होगा जबकि पहले दौर में 83 का कार्ड खेलने वाली आस्था मदान के लिए कट में जगह पाना लगभग असंभव है । त्वेसा का स्कोर एक ओवर का है जबकि कट के पार-स्कोर के बराबर रहने की संभावना है।
इस महीने दीक्षा एमुंडी चेक लेडीज चैलेंज गोल्फ चैंपियनशिप में संयुक्त छठें स्थान पर रही थी। - कोलकाता। भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने कहा है कि उनकी टीम फिटनेस के मामले में यूरोपीय टीमों से कम नहीं है और वह टोक्यो ओलंपिक खेलों में किसी भी सर्वश्रेष्ठ टीम को कड़ी चुनौती देने के लिए तैयार है। भारतीय महिला टीम ने 36 वर्षों बाद रियो ओलंपिक में हिस्सा लिया था लेकिन वह ग्रुप चरण से आगे नहीं बढ़ पाई थी। उसने चार मैच गंवाए और जापान से ड्रा खेला था लेकिन रानी ने कहा कि इस बार टीम पहले से काफी बेहतर है। रानी ने वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'कोई भी टीम रातों रात चैंपियन नहीं बनती। इसके लिए कहीं न कहीं से शुरुआत करनी होती है। हम भी इस प्रक्रिया का हिस्सा हैं। कोचिंग और स्टाफ इस दिशा में काम कर रहा है। इससे पहले लोगों को लगता था कि हमारा यूरोपीय टीमों से कोई मुकाबला नहीं है।
- दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने शुक्रवार को रोमांचक फाइनल में भारत को हराकर पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का खिताब जीतने पर न्यूजीलैंड को बधाई दी।यह न्यूजीलैंड के लिए साल 2000 के आईसीसी की पहली बड़ी ट्रॉफी है। टीम इससे पहले 2015 और 2019 में लगातार दो बार एकदिवसीय विश्व कप फाइनल में पहुंची थी। न्यूजीलैंड ने करीबी मुकाबले में भारतीय टीम की दूसरी पारी को 170 रन पर समेट दिया। टीम को इसके बाद साउथम्पटन में दूसरी पारी में जीत के लिए 139 रन का लक्ष्य मिला जिसे उसने दो विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया।आईसीसी के कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ज्योफ एलार्डिस ने कहा, मैं पहले विश्व टेस्ट चैंपियन ब्लैक कैप्स (न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम) को बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम बनने के लिए शानदार कौशल और जज्बा दिखाया। उन्होंने कहा, मैं भारतीय टीम को भी बधाई देना चाहता हूं, जिसने फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और जीतने के इतने करीब पहुंच गये थे। एलार्डिस ने कहा कि दोनों टीमों ने शानदार कौशल दिखाया और यह टेस्ट क्रिकेट का बेहतरीन मैच था जो दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों को लंबे समय तक याद रहेगा। उन्होंने कहा, मैच को अच्छी भावना के साथ खेला गया था जिसने दोनों टीमों के एक दूसरे के प्रति सम्मान को दर्शाया।
- नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने यहां छत्रसाल स्टेडियम में एक युवा पहलवान की कथित हत्या के संबंध में ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार की न्यायिक हिरासत नौ जुलाई तक बढ़ा दी है। कुमार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने पर शुक्रवार को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मयंक अग्रवाल के समक्ष पेश किया गया। वह हत्या, गैर-इरादतन हत्या और अपहरण के आरोपों का सामना कर रहे हैं। आरोपी के वकील के अनुसार उन्हें मंडोली जेल से तिहाड़ की जेल संख्या दो में भेजा गया है।कुमार ने कथित संपत्ति विवाद को लेकर अपने साथियों के साथ मिलकर चार मई और पांच मई की मध्यरात्रि को स्टेडियम में सागर धनखड़ और उसके दो दोस्तों की पिटायी की थी। बाद में धनखड़ (23) की चोटों के कारण मौत हो गयी थी। पुलिस ने दावा किया कि सुशील कुमार हत्या का मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड है और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य भी उपलब्ध हैं जिसमें कुमार और उसके साथियों को धनखड़ की पिटायी करते हुए देखा जा सकता है। सुशील कुमार को 23 मई को उनके साथी अजय कुमार सहरावत के साथ पकड़ा गया। अभी तक वह 10 और 23 दिनों की क्रमश: पुलिस और न्यायिक हिरासत में रह चुके हैं। घटना के संबंध में सुशील कुमार समेत कुल 10 लोगों को अभी तक गिरफ्तार किया गया है।
- विम्बलडन। गत चैम्पियन नोवाक जोकोविच को बुधवार को विम्बलडन में शीर्ष वरीयता दी गयी जो अपना 20वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने की कोशिश करेंगे जबकि रोजर फेडरर और सेरेना विलियम्स अगले हफ्ते ग्रासकोर्ट टूर्नामेंट में सातवें वरीय के तौर पर अभियान शुरू करेंगे। शीर्ष रैंकिंग पर काबिज एशले बार्टी को महिलाओं की टीम में पहली वरीयता दी गयी है। पैर में चोट के कारण फ्रेंच ओपन के दूसरे दौर के मैच में रिटायर होने के बाद से यह आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी कोर्ट पर खेलने नहीं उतरी है। ड्रा शुक्रवार को है और टूर्नामेंट सोमवार से शुरू होगा।आठवीं रैंकिंग के फेडरर को सातवीं वरीयता दी गयी है क्योंकि फ्रेंच ओपन सेमीफाइनल में जोकोविच से हारने वाले तीसरी रैंकिंग पर काबिज राफेल नडाल विम्बलडन में नहीं खेलेंगे। दानिल मेदवेदेव दूसरे वरीय होंगे जिनके बाद स्टेफानोस सिटसिपास और डॉमिनिक थीम को वरीयता दी गयी है। गत चैम्पियन सिमोना हालेप को दूसरी वरीयता दी गयी है, उन्हें आर्यना सबालेंका और एलिना स्वितोलिना से वरीयता क्रम में आगे रखा गया है। दूसरी रैंकिंग की खिलाड़ी नाओमी ओसाका नहीं खेल रही हैं।
- साउथम्पटन। न्यूजीलैंड ने भारत को बुधवार को यहां फाइनल के छठे और सुरक्षित दिन आठ विकेट से हराकर पहली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीता। भारत अपनी दूसरी पारी में 170 रन ही बना पाया जिससे पहली पारी में 32 रन की बढ़त हासिल करने वाले न्यूजीलैंड को 139 रन का लक्ष्य मिला। उसने रोस टेलर (नाबाद 47) और कप्तान केन विलियमसन (नाबाद 52) के बीच तीसरे विकेट के लिए 96 रन की अटूट साझेदारी से दो विकेट पर 140 रन बनाए। बारिश से प्रभावित इस मैच में भारत ने अपनी पहली पारी में 217 रन बनाए थे जिसके जवाब में न्यूजीलैंड 249 रन बनाने में सफल रहा था।
- चेन्नई। विदित गुजराती और डी गुकेश सहित चार भारतीय खिलाड़ी 26 जून से चार जुलाई तक खेले जाने वाले एशियाई रैपिड ऑनलाइन शतरंज टूर्नामेंट में अपनी चुनौती पेश करेंगे। इस टूर्नामेंट में 16 खिलाड़ी भाग ले रहे है जिसमें विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज नार्वे के मैगनस कार्लसन के अलावा नीदरलैंड्स के अनिश गिरी, अमेरिका के वेस्ले सो, अर्मेनिया के लेवोन अरोनियान और चीन के डिंग लिरेन भी शामिल है। यहां जारी विज्ञप्ति के मुताबिक मेल्टवाटर चैम्पियनशिप शतरंत टूर का हिस्सा इस टूर्नामेंट में गुजराती और गुकेश के अलावा भारतीय ग्रैंडमास्टर बी अधिबान और अर्जुन इरिगैसी भी भाग ले रहे हैं। ग्रैंडमास्टर गुजराती को वाइल्ड कार्ड मिला है जबकि दूसरे सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर गुकेश ने गेलफैंड चैलेंज के माध्यम से क्वालीफाई किया । अधिबान और इरिगैसी को भारतीय क्वालीफायर के रूप में प्रवेश मिला। टूर्नामेंट में सभी की निगाहें लय में चल रहे 15 वर्षीय गुकेश पर होंगी, जिन्होंने हाल ही में गेलफैंड चैलेंज टूर्नामेंट जीता है। सत्रह वर्षीय इरिगैसी शीर्ष स्तर पर सफलता हासिल करने की उम्मीद कर रहे होंगे और ‘द बीस्ट' के नाम से जाने जाने वाले अधिबान भी एलीट खिलाड़ियों के बीच पहचान बनाने के लिए उत्सुक होंगे। चीन के होउ यिफान इस टूर पर भाग लेने वाली पहली महिला खिलाड़ी होंगी। वह महिलाओं में शीर्ष रैंकिंग की खिलाड़ी है। एशियन रैपिड प्रतियोगिता में 100,000 डालर (लगभग 73 लाख रूपये) का इनाम होगा और यह मैग्नस ग्रुप द्वारा आयोजित ऑनलाइन शतरंज के प्रतिष्ठित एटीपी-शैली सत्र का सातवां चरण है। सभी मुकाबलों को ‘चेस24 डॉट कॉम' पर खेला जाएगा। इस प्रारूप में सभी चाल के लिए प्रति खिलाड़ी 15 मिनट का समय मिलेगा और उसके बाद हर चाल के लिए 10 सेकेंड की बढोतरी होगी।
- नयी दिल्ली। भारत सरकार ने मंगलवार को सभी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों से तोक्यो ओलंपिक के लिए जाने वाले भारतीय दल के लिए समर्पित कोविड-19 टीकाकरण केंद्र को तैयार करने को कहा है। भारतीय ओलंपिक संघ ने कहा है कि देश में 120 से अधिक खिलाड़ियों सहित 190 सदस्यों को तोक्यो ओलंपिक में भेजने की संभावना है, जो 23 जुलाई से शुरू होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में कहा , ‘‘ ओलंपिक के लिए एथलीटों, कोचों, सहायक कर्मचारियों और प्रतिनिधि सदस्यों को पूरी तरह से टीकाकरण की आवश्यकता है, जिसमें खेलों के लिए प्रस्थान से पहले कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी खुराक भी शामिल है।'' उन्होंने कहा, ‘‘इस संबंध में, आपसे अनुरोध है कि कृपया अपने राज्यों में समर्पित कोविड-19 टीकाकरण केंद्रों की पहचान करें और एथलीटों, कोचों, सहायक कर्मचारियों और प्रतिनिधि सदस्यों को तोक्यो ओलंपिक के लिए रवाना होने से पहले कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी खुराक के साथ पूर्ण टीकाकरण करने के लिए जरूरी व्यवस्था करें।'' आईओए (भारतीय ओलंपिक संघ) ने कहा है कि ओलंपिक के लिए जाने वाले अधिकांश एथलीटों (कुछ को छोड़कर) ने टीके की अपनी पहली डोज प्राप्त कर ली है। इसमें उन एथलीटों के लिए भी व्यवस्था की गई है जो विदेश में प्रशिक्षण ले रहे हैं और उनके सीधे तोक्यो जाने की उम्मीद है।
- नयी दिल्ली। भारत ने तोक्यो में 23 जुलाई से आठ अगस्त के बीच होने वाले ओलंपिक खेलों के लिये सोमवार को स्ट्राइकर रानी रामपाल को राष्ट्रीय महिला हॉकी टीम का कप्तान तथा दीप ग्रेस एक्का और सविता के रूप में दो उपकप्तान नियुक्त किये। भारत ने पिछले सप्ताह तोक्यो ओलंपिक के लिये 16 सदस्यीय टीम घोषित की थी लेकिन तब कप्तान की घोषणा नहीं की गयी थी हालांकि यह लगभग तय था कि रानी ही टीम की अगुवाई करेगी। रानी ने हॉकी इंडिया के बयान में कहा, ‘‘ओलंपिक खेलों में भारतीय टीम की अगुवाई करना बहुत बड़ा सम्मान है। पिछले कुछ वर्षों में कप्तान के रूप में मेरी भूमिका आसान हो गयी है क्योंकि मेरी साथी खिलाड़ियों ने सीनियर खिलाड़ियों के रूप में जिम्मेदारियां साझा की। '' रानी की कप्तानी में भारत ने पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की। इनमें एशिया कप 2017 में खिताब, एशियाई खेल 2018 में रजत पदक, एशियाई चैंपियन्स ट्राफी 2018 में रजत पदक और एफआईएच सीरीज फाइनल 2019 में जीत शामिल है। मुख्य कोच सोर्ड मारिन ने कहा, ‘‘मैं रानी को ओलंपिक खेलों के लिये भारतीय महिला टीम की कप्तान नियुक्त किये जाने पर बधाई देता हूं।
- युगेन (अमेरिका)। दिग्गज धाविका एलिसन फेलिक्स ने 35 साल की उम्र में पांचवीं बार ओलंपिक में जगह बनाई। फेलिक्स की नजरें 10वें ओलंपिक पदक पर टिकी हैं। फेलिक्स 400 मीटर स्पर्धा में हिस्सा लेंगी। उन्होंने ट्रायल में दूसरे स्थान पर रहते हुए ओलंपिक टीम में जगह बनाई।एक बेटी की मां फेलिक्स के पास ओलंपिक में 10 वां पदक जीतने का मौका होगा और अगर वह ऐसा करने में सफल रहती हैं तो खेलों के इतिहास की सबसे सफल महिला ट्रैक एथलीट के रूप में जमैका की मार्लिन ओटे की बराबरी कर लेंगी। अमेरिकी ट्रैक ट्रायल में फेलिक्स एक समय पांचवें स्थान पर पिछड़ी हुई थी लेकिन इसके बाद जोरदार वापसी करते हुए दूसरा स्थान हासिल करने में सफल रहीं। फेलिक्स ने 50.02 सेकेंड का समय लिया और वह क्वानेरा हायेस से 0.24 सेकेंड पीछे रही। उनसे 0.01 सेकेंड पीछे वेडलिन योनाथास ने तीसरा स्थान हासिल किया।फेलिक्स ने रविवार की स्पर्धा के बाद कहा, यह मेरे लिए बेहद गौरवपूर्ण पल है। मैंने इसके लिए काफी मेहनत की है। कई बार मैं सुनिश्चित नहीं थी कि यह संभव होगा या नहीं। मुझे चुनौती पेश करने और किसी तरह टीम में जगह बना पाने पर गर्व है।
- ब्रिस्टल। अपना पहला टेस्ट खेल रही आल राउंडर स्नेह राणा (नाबाद 80 रन) की शानदार अर्धशतकीय पारी और तानिया भाटिया (नाबाद 44 रन) के साथ नौंवे विकेट के लिये 104 रन की रिकार्ड साझेदारी से भारत ने शनिवार को यहां चौथे और अंतिम दिन इंग्लैंड से एकमात्र क्रिकेट टेस्ट मैच ड्रा कराया।इंग्लैंड ने पहली पारी नौ विकेट पर 396 रन पर घोषित की थी जिसके जवाब में भारतीय टीम पहली पारी में 231 रन पर सिमट गयी और मेजबानों ने उसे फॉलो ऑन दिया। शीर्ष क्रम ने फिर भारत को अच्छी शुरूआत करायी, पर मध्यक्रम फिर चरमरा गया। इसके बावजूद भारत ने निचले क्रम के बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत दूसरी पारी में आठ विकेट पर 344 रन बनाये और मैच ड्रा कराया। भारत के लिये पांच खिलाडिय़ों ने टेस्ट पदार्पण किया जिसमें स्नेह, तानिया, दीप्ति शर्मा और शेफाली वर्मा अपने प्रदर्शन से सभी को लुभाने में सफल रहीं। स्नेह और तानिया ने इस तरह भारत की नौंवे विकेट के लिये 90 रन की रिकार्ड साझेदारी को पीछे छोड़ दिया जो शुभांगी कुलकर्णी और मणिमाला सिंघल के बीच 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ बनी थी। स्नेह ने अपनी पारी में 154 गेंद का सामना करते हुए 13 चौके जमाये जबकि तानिया ने छह चौके लगाये।इंग्लैंड की गेंदबाज सोफी एक्लेस्टोन ने दोनों पारियों में चार चार विकेट हासिल किये जबकि हीथर नाइट और नैट स्किवर ने दोनों पारियों में कुल तीन तीन विकेट झटके। भारत ने एक विकेट पर 83 रन से आगे खेलते हुए लंच तक तीन विकेट पर 171 रन बना लिये थे जिसमें दीप्ति शर्मा ने 54 रन की संयमित पारी खेली। दीप्ति ने पूनम राउत (83 गेंद में 39 रन) के साथ 72 रन की भागीदारी की लेकिन लंच से पहले आउट हो गयीं। भारत ने लंच के बाद चार विकेट जल्दी गंवा दिये थे और इस दौरान केवल 28 रन जुड़े। लेकिन पदार्पण कर रही स्नेह और शिखा पांडे (18 रन) ने आठवें विकेट के लिये 41 रन की अहम साझेदारी निभा मेहमान टीम को मैच में ड्रा की ओर बनाये रखा। इन दोनों ने 17 ओवर तक बल्लेबाजी की जिसके बाद शिखा 91वें ओवर में नैट स्किवर की गेंद पर स्टंप के पीछे आउट हो गयीं। दूसरे सत्र में इंग्लैंड ने कप्तान मिताली राज (04) को सस्ते में आउट कर दिया और फिर राउत का विकेट झटका जिससे स्कोर पांच विकेट पर 175 रन हो गया। कप्तान मिताली इंग्लैंड की गेंदबाज सोफी एक्लेस्टोन (मैच में कुल आठ विकेट) की गेंद को नहीं पढ़ सकीं जिससे उनके स्टंप उखड़ गये जबकि अच्छी लय में दिख रही राउत स्क्वायर लेग पर सीधा कैच देकर आउट हुईं। पूजा वस्त्राकर (12) ने फिर 68वें ओवर में एक्लेस्टोन पर तीन बाउंड्री लगायी पर 71वें ओवर में हीथर नाइट ने उनका विकेट झटक लिया। पहली पारी में महज चार रन बनाने वाली उप कप्तान हरमनप्रीत कौर भी ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक सकीं और स्लॉग स्वीप शॉट खेलने के प्रयास में एक्लेस्टोन का चौथा शिकार बनीं। शिखा और स्नेह ने मिलकर आठ चौके लगाकर कुछ रन जोड़े।इससे पहले भारत ने सुबह सलामी बल्लेबाज शेफाली का विकेट गंवाया जो 30वें ओवर में एक्लेस्टोन का शिकार बनी। वह अपने रात के 55 रन के स्कोर में आठ रन ही जोड़ सकीं और टीम का स्कोर दो विकेट पर 99 रन हो गया। एक्लेस्टोन के ओवर की पहली गेंद को सीधे छक्के के लिये भेजने के बाद शेफाली अंतिम गेंद पर आउट हुईं जिनका कैच लांग आन पर कैथरीन ब्रंट ने लपका। इसके बाद दीप्ति और राउत काफी संयमित होकर खेलीं और इन दोनों ने टीम को लंच तक छह रन की बढ़त दिला दी। तब भारत के सात विकेट बचे थे। दीप्ति ने कुछ बेहतरीन शॉट लगाये जिसमें आन्या श्रबसोल पर एक ड्राइव और स्वीप शॉट शामिल था।राउत ने भी कुछ गेंदों को सीमा तक पहुंचाया लेकिन इस दौरान वह पगबाधा की दो अपील से भी बचीं और दोनों बार डीआरएस ने उन्हें बचा लिया। दीप्ति 55वें ओवर में नटाली स्किवर की गेंद पर एक रन लेकर 50 रन तक पहुंची। एक्लेस्टोन की गेंद पर दीप्ति का ध्यान भंग हुआ और वह गेंद को स्लॉग करने की कोशिश में लेग स्टंप पर लगा बैठी। यह लंच से पहले 58वें ओवर की अंतिम गेंद थी।
- चेन्नई। भारत के युवा शतरंज खिलाड़ी निहाल सरीन और आर प्रागनानंधा को रूस में होने वाले आगामी विश्व कप के पुरूष वर्ग में फिडे प्रेसिंडेंट्स वाइल्ड कार्ड मिला है। ग्रैंडमास्टर सरीन (16 वर्ष) और ग्रैंडमास्टर प्रागनानंधा (15 वर्ष) इस तरह 10 जुलाई में सोच्चि में होने वाले विश्व कप में ग्रैंडमास्टर विदित संतोष गुजराती, पी हरिकृष्णा, अरविंद चिदम्बरम, पी इनियान और डी गुकेश के साथ शिरकत करेंगे। चेस डॉट कॉम इंडिया ने ट्वीट किया, ‘‘उभरते हुए स्टार निहाल सरीन और प्रागनानंधा को फिडे प्रेसिडेंट्स वाइल्ड कार्ड मिला है। ये दोनों अगले महीने विश्व कप में खेलेंगे। '
- - जीवनसाथी के निधन की खबर अक्सर ही उसके साथी को 'ब्रोकेन हार्ट सिंड्रोम' से ग्रसित कर देती है- विशेषज्ञनई दिल्ली। भारत के महान फर्राटा धावक मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर की कोविड-19 से मृत्यु होने के पांच दिन बाद मिल्खा सिंह का भी निधन हो गया। इस महामारी ने पूरे भारत को अपनी चपेट में लिया, जिसमें कई अन्य दंपती की भी जान चली गई। वे लोग दशकों से एक दूसरे के साथी थे, या शायद साथ में अपने जीवन का सफर शुरू किया था और हफ्तों के अंदर तथा कभी-कभी कुछ दिनों के अंतराल पर दुनिया को अलविदा कह गये।मनोचिकित्सकों ने इसके लिए एक शब्दावली-'ब्रोकेन हार्ट सिंड्रोम' दी है और महान मिल्खा सिंह दंपती संभवत: इसके प्रतीक हैं। कोविड-19 से 91 वर्ष की आयु में लंबी लड़ाई लडऩे के बाद भारत के महान खेल विभूतियों में शामिल मिल्खा सिंह का निधन शुक्रवार को चंडीगढ़ में हो गया। वहीं, उनकी पत्नी एवं राष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी रह चुकी निर्मल कौर का 13 जून को निधन हो गया था। उन दोनों का विवाह 58 साल पहले हुआ था और 65 साल पहले वे एक दूसरे से पहली बार मिले थे। उनकी तीन बेटियों और बेटे जीव मिल्खा सिंह ने अपने माता-पिता के सच्चे प्रेम और साहचर्य की सराहना की।परिवार ने एक बयान में कहा, ''उन्होंने बहुत हौसला दिखाया, लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था और शायद यह उनका सच्चा प्रेम और साहचर्य ही था कि दोनों ही लोग, हमारी मां निर्मल जी और अब पिता पांच दिनों के अंतराल पर गुजर गए।'' इस तरह से निधन होने वाले लोगों में सिर्फ वे ही एकमात्र नहीं हैं।राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाडिय़ा (89) और उनकी पत्नी शांति पहाडिय़ा (पूर्व विधायक एवं राज्यसभा सदस्य) का निधन भी कुछ ही दिनों के अंतराल पर हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री का निधन गुडगांव के अस्पताल में 20 मई को हुआ था, जबकि उनसे दो साल छोटी उनकी पत्नी का निधन उसी अस्पताल में तीन दिन बाद हुआ। उनके बेटे ओम प्रकाश पहाडिय़ा ने कहा, ''वे दोनों जीवनभर साथ रहे और राजनीतिक रूप से सक्रिय रहे तथा एक साथ दुनिया को अलविदा कह गये।''वरिष्ठ पत्रकार कल्याण बरूआ और नीलाक्षी भट्टाचार्य का भी कोविड से मई में गुडग़ांव के अस्पताल में निधन हो गया। उनका भी निधन एक दूसरे से तीन दिन के अंतराल पर हुआ था। लंबे समय तक साथ रहने के बाद राजस्थान के बीकानेर निवासी दंपती ओम प्रकाश और मंजू देवी भी एक दूसरे से अलग नहीं रह सके। पिछले साल नवंबर में 15 दिनों के अंतराल पर उनका निधन हो गया। उनके भतीजे ने कहा कि उनकी चाची अपने पति के निधन के सदमे को सहन नहीं कर सकी।ऐसे मामलों में, जिनमें किसी दंपती में एक का इलाज के दौरान निधन हो जाता है जबकि दूसरा अब भी रोग से उबर रहा होता है, उस बारे में मेडिकल विशेषज्ञों की यह सलाह है कि निधन की खबर जीवनसाथी की स्थिति खतरे से बाहर होने के बाद ही साझा की जाए। मुंबई के मनोचिकित्सक हरीश शेट्टी के मुताबिक निधन की खबर नहीं मिलने पर रोग से उबरने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा, ''जब दंपती में एक शारीरिक रूप से बहुत ही कमजोर हो जाता है तब उसे इस तरह की सूचना देने पर उसका मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ जाता है और स्थिति बहुत ही खराब हो जाती है।'' शेट्टी ने कहा, ''मैं उन टीमों में शामिल रहा हूं, जिसने जीवनसाथी को रोग से उबरने के बाद (दुखद) सूचना दी। परिवार, चिकित्सक और सलाहकार की मौजूदगी जरूरी है।'' अर्पिता बसु रॉय के माता-पिता का चार दिनों के अंतराल पर निधन हो गया। दोनों एक साथ अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने बताया, ''वे दोनों एक दूसरे के बगैर भोजन भी नहीं करते थे। ''उन्होंने बताया, ''जब उनकी मां का निधन हो गया, तब उनके पिता के जीने की इच्छा भी नहीं रही। वे दोनों जीवनसाथी थे और शायद एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे।'' गुडग़ांव की मनोचिकित्सक ज्योति कपूर ने कहा कि जीवनसाथी के निधन की खबर अक्सर ही उसके साथी को 'ब्रोकेन हार्ट सिंड्रोम' से ग्रसित कर देती है। यह हृदय की एक ऐसी अस्थायी स्थिति है, जो काफी तनाव और अत्यधिक भावुक होने से पैदा होती है। अपने माता-पिता को कोविड-19 के कारण गंवा चुके कॉमेडियन भुवन बाम ने कहा , आई और बाबा के बिना पहले जैसा कुछ नहीं रहेगा। एक महीने में सब बिखर चुका है। घर, सपने, सब कुछ। '' मुंबई के इस कलाकार ने पिछले हफ्ते इंस्टाग्राम पर लिखा, ''क्या मैं एक अच्छा बेटा था? क्या मैंने उन्हें बचाने की पर्याप्त कोशिश की? ये सवाल हमेशा ही मेरे मन में बने रहेंगे।'
- चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शनिवार को घोषणा की कि खेल विश्वविद्यालय पटियाला में मिल्खा सिंह के नाम पर पीठ स्थापित की जाएगी। अपने जमाने के दिग्गज ट्रैक एवं फील्ड एथलीट मिल्खा सिंह का शुक्रवार की रात को कोविड-19 से जुड़ी जटिलताओं के कारण निधन हो गया था। मुख्यमंत्री ने मिल्खा सिंह के सेक्टर-8 स्थित आवास के बाहर पत्रकारों से कहा, ‘‘हम खेल विश्वविद्यालय पटियाला में मिल्खा सिंह पीठ स्थापित करने जा रहे हैं। '' अमरिंदर सिंह और राज्य के खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह मिल्खा के पुत्र जीव और अन्य परिजनों के पास शोक व्यक्त करने के लिये आये थे। file photo
- -मिल्खा सिंह के निधन पर खेल जगत के शोक संदेशों से भरा सोशल मीडियानई दिल्ली। भारत के महान धावक और फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह के पार्थिव शरीर का आज शाम पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। कोविड से संबंधित समस्याओं के कारण कल रात चंड़ीगढ़ के पीजीआईएमईआर में उनका निधन हो गया था।अंतिम संस्कार स्थल के लिए शव यात्रा शुरू होने से पहले पंजाब के राज्यपाल वी.पी बदनोर, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी, राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींढसा, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों, जाने-माने एथलीट और खिलाडिय़ों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। केन्द्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग महान एथलीट के अंतिम संस्कार में शामिल हुए और उन्हें अंतिम विदाई दी।दिवंगत मिल्खा सिंह के पुत्र जीव मिल्खा सिंह ने चिता को मुखाग्नि दी। चिता प्रज्जवलित होने से पहले पंजाब पुलिस की टुकड़ी ने अपने शस्त्र झुकाकर उन्हें सम्मान दिया। पंजाब सरकार ने दिवंगत आत्मा के सम्मान में एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की।मिल्खा सिंह के निधन पर खेल जगत के शोक संदेशों से भरा सोशल मीडियाभारत के महान फर्राटा धावक मिल्खा सिंह के निधन पर खेल जगत शोक में डूब गया है और सोशल मीडिया पर उन्हें श्रृद्धांजलि देने का सिलसिला जारी है । मिल्खा का कोरोना महामारी से एक महीने तक जूझने के बाद चंडीगढ के एक अस्पताल में कल देर रात निधन हो गया था। भारत के पूर्व क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली से लेकर महान फर्राटा धाविका पी टी उषा तक सभी ने सोशल मीडिया पर उन्हें भावभीनी श्रृद्धांजलि दी ।पी टी उषा : मेरे आदर्श और प्रेरक मिल्खा सिंह जी के निधन के बाद दुख के काले बादल छा गए हैं । जुझारूपन और कड़ी मेहनत की उनकी कहानी ने लाखों को प्रेरित किया और आगे भी करती रहेगी । उषा स्कूल के छात्रों की ओर से उन्हें श्रृद्धांजलि ।सौरव गांगुली : इस खबर से बहुत आहत हूं । आरआईपी, भारत के महानतम खिलाडिय़ों में से एक । आपने युवा भारतीयों को एथलीट बनने के सपने दिये । आपको करीब से जानने का सौभाग्य मुझे मिला ।एम सी मैरीकॉम : हमारे राष्ट्रीय नायक और लीजैंड श्री मिल्खा सिंह जी के निधन से दुखी हूं । शोक संतप्त परिवार को मेरी हार्दिक संवेदनायें । आरआईपी मिल्खा सिंह ।शुभंकर शर्मा : मिल्खा अंकल नहीं रहे । विश्वास ही नहीं होता । चंडीगढ अब पहले जैसा नहीं रहेगा । अपने जीवन के विभिन्न मोड़ पर उनसे मिलने और प्रेरित होने का सौभाग्य मिला । हर बार उनसे एक नयी सीख मिली । उनका व्यक्तित्व ही ऐसा था ।हिमा दास : विश्व चैम्पियनशिप अंडर 20 खिताब और एशियाई खेलों में पदक जीतने के बाद मुझे मिल्खा सर ने फोन किया था । उन्होंने कहा था कि हिमा मेहनत करती रहो, तुम्हारे पास समय है और तुम विश्व स्तर पर भारत के लिये पदक जीत सकती हो । आपका सपना पूरा करने की कोशिश करूंगी सर ।जसप्रीत बुमराह : एक नायक, एक प्रेरणा, एक लीजैंड । वह आने वाली पीढियों को प्रेरित करते रहेंगे । आरआईपी मिल्खा सिंह सर ।ऋषभ पंत : भारत एक महानायक और प्रेरणा के स्रोत को विदा दे रहा है ।आप आने वाली पीढी के खिलाडिय़ों को प्रेरित करते रहेंगे ।वीरेंद्र सहवाग : महान व्यक्ति मिल्खा सिंह जी का शरीर हमारे बीच नहीं रहा लेकिन मिल्खा नाम हमेशा हौसले और इच्छाशक्ति का परिचायक रहेगा । क्या शानदार इंसान थे । उनके परिवार को मेरी संवेदनायें । ओम शांतिशिखर धवन : आरआईपी मिल्खा सिंह जी । आपने ऐसी विरासत छोड़ी है जो भारतीय खिलाडिय़ों की पीढियों को प्रेरित करेगी ।युवराज सिंह : मिल्खा सिंह जी के निधन की खबर से दिल टूट गया है ।उनकी जिंदगी और उपलब्धियां लाखों को प्रेरित करेंगी और इन यादों में वह अमर रहेंगे । जीव और परिवार के प्रति मेरी संवेदनायें ।वीवीएस लक्ष्मण : लीजैंड मिल्खा सिंह जी के निधन से दुखी हूं ।उनकी विरासत पीढी दर पीढी अमर रहेगी । परिवार और प्रशंसकों को मेरी सांत्वना ।हार्दिक पंड्या : आरआईपी मिल्खा सिंह सर। सच्चे महान एथलीट और प्रेरणादायक। आपने दुनिया को दिखाया कि इतनी परेशानियों के बावजूद आप कुछ भी हासिल कर सकते हो। उनके मित्रों और परिवार को संवेदनायें।पंकज आडवाणी : चैम्पियन मिल्खा सिंह के निधन की खबर सुनना दुखद। परिवार को संवेदनायें। आरआईपी।इरफान पठान : हमेशा देश के लिये प्रेरणास्रोत। आरआईपी मिल्खा सिंह।वेंकटेश प्रसाद : मिल्खा सिंह जी ने अपने धैर्य, दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और अपार प्रतिभा से जो हासिल किया, वह हमेशा भारतीय खेल लोकगाथाओं का हिस्सा बना रहेगा। उनके परिवार को मेरी संवेदनायें। ओम शांति।युजवेंद्र चहल : खेलों में काफी सारे महान खिलाड़ी हैं और एक तरफ मिल्खा सिंह जी, जो भारत में किसी के लिये भी खेलों में सफलता हासिल करने के लिये बाधाओं से निपटने की प्रेरणादायक कहानी है। सलाम। आरआईपी मिल्खा सिंह।दिनेश कार्तिक : भारत के महानतम एथलीटों में से एक मिल्खा सिंह जी के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।
- रायपुर। फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर महान धावक पद्मश्री मिल्खा सिंह का शुक्रवार देर रात निधन हो गया। जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के चेयरमैन और कुरुक्षेत्र के पूर्व सांसद श्री नवीन जिन्दल ने उनके निधन पर शोक जताया है।ट्वीटर के माध्यम से शोक व्यक्त करते हुए श्री नवीन जिन्दल ने कहा है कि मिल्खा सिंह राष्ट्र के नायक थे। उनका जीवन और उनकी उपलब्धियां आने वाली पीढिय़ों को सदैव प्रेरित करती रहेंगी। ईश्वर उनके परिवार को यह पीड़ा सहन करने की शक्ति दे।पद्मश्री मिल्खा सिंह का शुक्रवार देर रात निधन हो गया। मिल्खा सिंह ने रात 11:30 बजे अंतिम सांस ली। मिल्खा सिंह कोरोना वायरस से तो उबर चुके थे लेकिन वह पोस्ट कोविड परेशानियों से पीडि़त थे। वह 91 साल के थे। पांच दिन पहले ही उनकी पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह का भी पोस्ट कोविड परेशानियों के कारण निधन हुआ था।गौरतलब है कि मिल्खा सिंह की 17 मई को कोरोना रिपोर्ट पॉजटिव आई थी। तबीयत बिगडऩे के बाद उन्हें मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां कोरोना की रिपोर्ट नेगटिव आने के बाद 31 मई को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। इसके बाद वह चंडीगढ़ के सेक्टर-8 स्थित अपने घर में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आराम कर रहे थे। तीन जून को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और आक्सीजन लेवल गिरने के बाद उन्हें पीजीआई में भर्ती करवाया गया था। इससे पहले 13 जून को उनकी पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह का कोरोना महामारी से निधन हो गया था। पोस्ट कोविड परेशानियों के कारण मिल्खा सिंह का भी कल देर रात निधन हो गया। इससे खेल जगत में शोक की लहर है। मिल्खा सिंह एकमात्र ऐसे भारतीय धावक हैं जिन्हें एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों 400 मीटर की दौड़ में स्वर्ण पदक मिला है। 1958 और 1962 के एशियाई खेलों में भी उन्हें स्वर्ण पदक मिला। उन्होंने 1956 में मेलबर्न, 1960 में रोम और 1964 के तोक्यो ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भी हिस्सा लिया। उनका ऐतिहासिक कीर्तिमान 1960 के रोम ओलंपिक का है, जिसमें 400 मीटर दौड़ में उन्हें चौथा स्थान मिला था। 45.73 सेकंड में दौड़ पूरी करने का उनका राष्ट्रीय रिकॉर्ड अगले 40 साल तक बरकरार रहा।
- नई दिल्ली। भारत के महान फर्राटा धावक मिल्खा सिंह का एक महीने तक कोरोना संक्रमण से जूझने के बाद शुक्रवार को निधन हो गया। इससे पहले उनकी पत्नी और भारतीय वॉलीबॉल टीम की पूर्व कप्तान निर्मल कौर ने भी कोरोना संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया था। पद्मश्री मिल्खा सिंह 91 वर्ष के थे।उनके परिवार में उनके बेटे गोल्फर जीव मिल्खा सिंह और तीन बेटियां हैं। उनके परिवार के एक प्रवक्ता ने बताया, 'उन्होंने रात 11.30 पर आखिरी सांस ली।Ó उनकी हालत शाम से ही खराब थी और बुखार के साथ ऑक्सीजन भी कम हो गई थी। वह यहां जीआईएमईआर के आईसीयू में भर्ती थे। उन्हें पिछले महीने कोरोना हुआ था और बुधवार को उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। उन्हें जनरल आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था। गुरुवार की शाम से पहले उनकी हालत स्थिर हो गई थी। उनकी पत्नी 85 वर्षीय निर्मल का रविवार को एक निजी अस्पताल में निधन हुआ था।प्रधानमंत्री ने जताया दुख, लिखा- हमने महान ऐथलीट खो दियामहान ऐथलीट के निधन पर पीएम मोदी ने तस्वीर शेयर करते हुए शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया- मिल्खा सिंह जी के निधन से हमने एक महान खिलाड़ी खो दिया, जिसने देश की कल्पना पर कब्जा कर लिया और अनगिनत भारतीयों के दिलों में एक विशेष स्थान बना लिया। उनके प्रेरक व्यक्तित्व ने उन्हें लाखों लोगों का प्रिय बना दिया। उनके निधन से आहत हूं। उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा- अभी कुछ दिन पहले ही मेरी मिल्खा सिंह जी से बात हुई थी। मुझे नहीं पता था कि यह हमारी आखिरी बातचीत होगी। कई ऐथलीट उनकी जीवन यात्रा से ताकत हासिल करेंगे। उनके परिवार और दुनिया भर में कई प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।मिल्खा सिंह के संघर्ष पर बन चुकी है फिल्मदिग्गज धावक मिल्खा सिंह के जीवन पर 'भाग मिल्खा भाग' नाम से फिल्म भी बनी है, जिसमें अभिनेता फरहान अख्तर ने लीड रोड निभाया था। उडऩ सिख के नाम से लोकप्रिय मिल्खा सिंह ने कभी भी हार नहीं मानी। हालांकि मिल्खा सिंह ने कहा था कि फिल्म में उनकी संघर्ष की कहानी उतनी नहीं दिखाई गई है जितनी कि उन्होंने झेली है।बेटा जीव मिल्खा सिंह हैं गोल्फरमिल्खा सिंह के बेटे जीव मिल्खा सिंह इंटरनैशनल स्तर पर एक जाना माना गोल्फर हैं। जीव ने दो बार एशियन टूर ऑर्डर ऑफ मेरिट जीता है। उन्होंने साल 2006 और 2008 में यह उपलब्धि हासिल की थी। दो बार इस खिताब को जीतने वाले जीव भारत के एकमात्र गोल्फर हैं। वह यूरोपियन टूर, जापान टूर और एशियन टूर में खिताब जीत चुके हैं।ये सम्मान हासिल करने वाली पिता पुत्र की पहली जोड़ीजीव मिल्खा सिंह को पद्मश्री सम्मान से नवाजा जा चुका है। ऐसे में मिल्खा सिंह और उनके बेटे जीव मिल्खा सिंह देश के ऐसे इकलौते पिता-पुत्र की जोड़ी है, जिन्हें खेल उपलब्धियों के लिए पद्मश्री मिला है।एशियाई खेलों में 4 और कॉमवेल्थ गेम्स में एक गोल्ड हैं मिल्खा सिंह के नामएशियाई खेलों में 4 स्वर्ण पदक और कॉमनवेल्थ गेम्स में एक गोल्ड मेडल जीतने वाले मिल्खा सिंह की रफ्तार की दीवानी दुनिया थी।चार बार के एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मिल्खा ने 1958 राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण पदक हासिल किया था । उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हालांकि 1960 के रोम ओलंपिक में था जिसमें वह 400 मीटर फाइनल में चौथे स्थान पर रहे थे। उन्होंने 1956 और 1964 ओलिंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्हें 1959 में पद्मश्री से नवाजा गया था। फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर इस धावक को दुनिया के हर कोने से प्यार और समर्थन मिला। मिल्खा का जन्म अविभाजित भारत (वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ, लेकिन वह आजादी के बाद हिंदुस्तान आ गए।रोम ओलिंपिक में काश मिल्खा ने पीछे मुड़कर न देखा होता!जब भी मिल्खा सिंह का जिक्र होता है रोम ओलिंपिक में उनके पदक से चूकने का जिक्र जरूर होता है। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, 'मेरी आदत थी कि मैं हर दौड़ में एक दफा पीछे मुड़कर देखता था। रोम ओलिंपिक में दौड़ बहुत नजदीकी थी और मैंने जबरदस्त ढंग से शुरुआत की। हालांकि, मैंने एक दफा पीछे मुड़कर देखा और शायद यहीं मैं चूक गया। इस दौड़ में कांस्य पदक विजेता का समय 45.5 था और मिल्खा ने 45.6 सेकंड में दौड़ पूरी की थी।
- नई दिल्ली। युवा मामले और खेल मंत्रालय ने 2021 के लिए राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, ध्यानचंद पुरस्कार, राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कर (आरकेपीपी) और मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी(एमएकेए) जैसे खेल पुरस्कारों के लिए नामांकन/आवेदन 19 और 20 मई को आमंत्रित किए थे। अधिसूचनाएं मंत्रालय की वेबसाइट www.yas.nic.in.पर अपलोड की गई थीं।नामांकन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 21 जून, 2021 से बढ़ाकर 28 जून, 2021 (सोमवार) कर दी गई है। पुरस्कार के लिए पात्र खिलाड़ियों/ कोचों/ संस्थाओं/ विश्वविद्यालयों से नामांकन/आवेदन आमंत्रित किएजाते हैं और उन्हें [email protected] या [email protected] पर ई-मेल किया जाना है। भारतीय ओलंपिक संघों/भारतीय खेल प्राधिकरण/मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय खेल संघों/खेल संवर्धन बोर्डों/राज्य और केंद्र सरकारों आदि को भी तदनुसार सूचित किया जाता है । 28 जून, 2021 के बाद प्राप्त नामांकन पर विचार नहीं किया जाएगा।
- हाले (जर्मनी)। भारत के रोहन बोपन्ना और दिविज शररण नोवेंती ओपन पुरूष युगल टेनिस वर्ग से सीधे सेटों में क्वार्टर फाइनल मुकाबला हारकर बाहर हो गए।बोपन्ना और शरण को छठी वरीयता प्राप्त बेल्जियम के सैंडर गिली और जोरान विलेजेन ने 6 . 3, 7 . 6 से हराया ।तोक्यो ओलंपिक में कट में प्रवेश की बाट जोह रही भारतीय जोड़ी ने दूसरे दौर में दूसरी वरीयता प्राप्त लुकाज कुबोट और एडुअर्ट रोजर वेसलीन को हराया था । बोपन्ना युगल रैंकिंग में 38वें और शरण 75वें स्थान पर हैं । दोनों की संयुक्त रैंकिंग तोक्यो ओलंपिक के लिये कट आफ तारीख 14 जून को 113 थी । अब कई टीमें युगल वर्ग से नाम वापिस लेती हैं तो ही भारतीय जोड़ी तोक्यो ओलंपिक खेल सकेगी ।