- Home
- खेल
-
नयी दिल्ली. घुटने की चोट के कारण जनवरी से प्रतिस्पर्धी फुटबॉल से दूर दिग्गज डिफेंडर संदेश झिंगन को हैदराबाद में 18 नवंबर को मलेशिया के खिलाफ होने वाले मैत्री फुटबॉल मैच के लिए मंगलवार को भारत के 26 संभावित खिलाड़ियों की सूची में जगह दी गई। झिंगन चोट के कारण एशियाई कप और इंडियन सुपर लीग के बाकी बचे हिस्से में नहीं खेल पाए थे।
एफसी गोवा के सेंटर बैक झिंगन को एशियाई कप में सीरिया के खिलाफ भारत के मुकाबले के पहले हाफ के खेल के दौरान दाएं घुटने में चोट लगी थी जिसके कारण वह टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे। वह अब पूरी तरह से उबर चुके हैं और उनकी वापसी से भारत की रक्षापंक्ति को मजबूती मिलेगी। जुलाई में इगोर स्टिमक की जगह पद संभालने वाले भारत के मुख्य कोच मनोलो मारक्वेज को अब भी पहली जीत का इंतजार है। उन्होंने चेन्नई एफसी के उदीयमान फारवर्ड इरफान यादवद को भी पहली बार राष्ट्रीय टीम के संभावित खिलाड़ियों में जगह दी है। तेइस साल के इरफान के सीनियर फारूख चौधरी, अनिरुद्ध थापा, लालेंगमाविया राल्टे, जितिन एमएस और विबिन मोहनन की भी टीम में वापसी हुई है। हिमिंगथानमाविया राल्टे और राहुल भेके की भी रक्षा पंक्ति में वापसी हुई है जबकि सुभाशीष बोस, निखिल पुजारी और आकाश सांगवान को टीम में जगह नहीं मिली है। भारत ने 12 अक्टूबर को अपने पिछले मुकाबले में वियतनाम से 1-1 से ड्रॉ खेला था।
संभावित खिलाड़ी इस प्रकार हैं:
गोलकीपर: अमरिंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह संधू और विशाल कैथ।
डिफेंडर: आकाश सांगवान, अनवर अली, आशीष राय, चिंगलेनसाना सिंह कोनशाम, हिमिंगथानमाविया राल्टे, मेहताब सिंह, राहुल भेके, रोशन सिंह नाओरेम और संदेश झिंगन। मिडफील्डर: अनिरुद्ध थापा, ब्रेंडन फर्नांडिस, जैक्सन सिंह थोनाओजम, जितिन एमएस, लालेंगमाविया राल्टे, लिस्टन कोलासो, सुरेश सिंह वांगजाम और विबिन मोहनन। फारवर्ड: एडमंड लालरिंदिका, इरफान यादवद, फारुख चौधरी, लालियानजुआला छांगटे, मनवीर सिंह और विक्रम प्रताप सिंह। -
दुबई. भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर मंगलवार को जारी आईसीसी महिला एकदिवसीय रैंकिंग में संयुक्त रूप से नौवें स्थान पर पहुंच गयी जबकि सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने अपना चौथा स्थान बरकरार रखा है। न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के आखिरी मुकाबले में हरमनप्रीत ने 63 गेंद में नाबाद 59 रन की पारी के साथ भारतीय टीम को मैच और श्रृंखला में जीत दिलायी थी। यह श्रृंखला आईसीसी महिला चैम्पियन का हिस्सा थी जिसे भारत ने 2-1 से जीता था। इसी मैच में 100 रन की शानदार पारी खेलने वाली वामहस्त बल्लेबाज मंधाना 23 रेटिंग अंक हासिल कर कुल 728 रेटिंग अंकों के साथ तालिका में चौथे स्थान पर है। उनके और तीसरे स्थान पर काबिज श्रीलंका की कप्तान चमारी अटापट्टू के बीच सिर्फ पांच रेटिंग अंक का फर्क है। इस तालिका में इंग्लैंड की नैट सिवर ब्रंट 760 रेटिंग अंक के साथ शीर्ष स्थान पर है। भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज यास्तिका भाटिया तीन स्थान के सुधार के साथ 48वें जबकि श्रृंखला के तीसरे मैच में 86 रन की पारी खेलने वाली न्यूजीलैंड की ब्रुक हैलीडे 12 स्थान के सुधार के साथ 24वें स्थान पर पहुंच गयी है। गेंदबाजों की सूची में दीप्ति शर्मा ने करियर की सर्वश्रेष्ठ 703 रेटिंग अंक के साथ दूसरे पायदान पर अपनी स्थिति मजबूत की। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में 39 रन पर तीन विकेट चटकाये थे। भारतीय तेज गेंदबाज रेणुका सिंह (चार स्थान के सुधार के साथ 32वें), साइमा ठाकोर (20 स्थान के सुधार के साथ संयुक्त 77वें) और प्रिया मिश्रा (छह स्थान के सुधार के साथ 83वें) इस रैंकिंग में अपनी स्थिति बेहतर करने वालों में शामिल हैं। भारतीय टीम आईसीसी महिला चैम्पियनशिप की तालिका में 25 अंक के साथ तीसरे स्थान पर है। न्यूजीलैंड 21 मैचों में 20 अंक के साथ छठे पायदान पर है। इस तालिका में ऑस्ट्रेलिया (18 मैच) और इंग्लैंड (21 मैच) एक समान 28 अंक के साथ शीर्ष पर है।
-
ब्यूनस आयर्स. अपने पिछले मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन करने वाली भारत की सीनियर टीम को 16वें विश्व ब्रिज ओलंपियाड के फाइनल में अमेरिका से 165-258 से हारने के कारण रजत पदक से संतोष करना पड़ा। भारतीय टीम में कमल मुखर्जी, विभास टोडी, बादल दास, प्रणब बर्धन, अरुण बापट, रवि गोयनका और गैर खिलाड़ी कप्तान गिरीश बिजूर शामिल थे। भारतीय टीम ने 96 बोर्ड के फाइनल में शुरू में अमेरिका की टीम के सामने कड़ी चुनौती पेश की। अमेरिका की टीम ने हालांकि दो दिन तक चल फाइनल में आखिर तक अपनी लय बनाए रखी। इस बीच इसी प्रतियोगिता के साथ खेली गई युगल स्पर्धा में संजीत डे और बिनोद साव की युवा भारतीय जोड़ी ने भी अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया।
-
नयी दिल्ली. न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला में 0-3 से सूपड़ा साफ होने का भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) मूल्यांकन करेगा और टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद कुछ दिग्गज खिलाड़ियों का इस प्रारूप में करियर खत्म हो सकता है। बीसीसीआई डब्ल्यूटीसी (विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप) के अगले चक्र की शुरुआत से पहले अनुभवी खिलाड़ियों को चरणबद्ध तरीके से बाहर का रास्ता दिखाने का मन बना रहा है। इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला रोहित शर्मा, विराट कोहली, रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन में से कम से कम दो के लिए अंतिम हो सकती है। ये चारों खिलाड़ी अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के आखिरी चरण में हैं। जब रोहित से भारत के टेस्ट भविष्य के बारे में उनके विचार पूछे गए तो उन्होंने कहा, ‘‘देखिए, मुझे नहीं लगता कि हम इतना आगे की सोच सकते हैं। अगली श्रृंखला पर ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण है, जो कि ऑस्ट्रेलिया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला से आगे नहीं देख रहा हूं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला हमारे लिए बहुत, बहुत महत्वपूर्ण है। इसके बाद क्या होगा, इसके बारे में सोचने के बजाय हम उस पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करेंगे।'' बीसीसीआई के दिग्गजों और चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर, मुख्य कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित के बीच उम्रदराज खिलाड़ियों के साथ टीम के आगे बढ़ने के बारे में अनौपचारिक चर्चा हो सकती है। बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘‘ इसका निश्चित रूप से आंकलन किया जाएगा और यह अनौपचारिक हो सकता है क्योंकि टीम 10 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होगी। यह एक बड़ी हार है लेकिन ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला करीब है और टीम की घोषणा पहले ही हो चुकी है, इसलिए अभी कोई छेड़छाड़ नहीं होगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘भारत अगर इंग्लैंड में खेल जाने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं करता है, तो इस बात की काफी संभावना होगी कि इन चारों में से कुछ नाम इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला में नहीं होंगे। इन चारों ने घरेलू मैदान पर संभवतः एक साथ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेल लिया है।'' यह समझा जाता है कि बीसीसीआई 2011 की कहानी को दोहराने से बचना चाहता है जब टीम के प्रदर्शन में बड़ी गिरावट आयी है। बोर्ड चयनकर्ताओं, विशेष रूप से अध्यक्ष अगरकर और मुख्य कोच गंभीर को योजना के बारे में दिग्गज क्रिकेटरों से बात करने की आवश्यकता होगी। भारतीय टीम डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की दौड़ अब भी बनी हुई है। टीम अगर ऐसा करने में नाकाम रही तो अगले डब्ल्यूटीसी चक्र में उसका अभियान इंग्लैंड दौरे पर पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला से शुरू होगा। इसका आगाज 20 जून से होगा। चयन समिति साई सुदर्शन, देवदत्त पडिक्कल जैसे खिलाड़ियों को मौका देकर दीर्घकालिक संभावनाओं पर विचार करने के लिए मजबूर हो सकती है, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए तैयार दिख रहे हैं। वाशिंगटन सुंदर अगले 10 वर्षों के लिए एक मजबूत संभावना के रूप में उभर रहे हैं, ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला समाप्त होने के बाद भारत में अश्विन के भविष्य पर चर्चा हो सकती है। बेहतर फिटनेस और विदेशी पिचों पर अच्छी बल्लेबाजी करने वाले जडेजा को बरकरार रखा जा सकता है, हालांकि भारतीय परिस्थितियों में अक्षर पटेल के रूप में उनका मजबूत विकल्प तैयार है। इस मामले में मानव सुथार भी तेजी से आगे बढ़ रहे है। रोहित ने फरवरी 2021 के बाद 35 टेस्ट पारियों में 37.18 की औसत से 1210 रन बनाये हैं। पिछली 10 पारियों में वह सिर्फ दो अर्धशतक लगा सके हैं और उन्होंने छह पारियों में 10 से कम रन बनाये है। कोहली का प्रदर्शन और निराश करने वाला रहा है। उन्होंने पिछली 25 पारियों में 30.91 की औसत से 742 रन बनाये है। रोहित ने इस दौरान रोहत ने जहां चार शतक लगाये है तो वहीं कोहली सिर्फ एक शतकीय पारी खेली है और वह भी अहमदाबाद की सपाट पिच पर। जसप्रीत बुमराह को टीम का उपकप्तान बनाया गया है लेकिन उनके कार्यभार प्रबंधन को देखते हुए इसे ज्यादा लंबे समय तक नहीं खींचा जा सकता है। शुभमन गिल और ऋषभ पंत में से किसी को टेस्ट टीम की बागडोर सौंपी जा सकती है।
-
मुंबई. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर 0-3 से मिली निराशाजनक हार को अपने करियर का सबसे बुरा दौर बताया और टेस्ट श्रृंखला में मिली हार की पूरी जिम्मेदारी ली। भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट में रविवार को यहां 25 रन से हार का सामना करना पड़ा जिससे उसे पहली बार घरेलू मैदान पर 0-3 से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम 147 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 121 रन पर ऑल आउट हो गई।
रोहित ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘इस तरह का प्रदर्शन मेरे करियर का सबसे बुरा दौर होगा और मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं।'' उन्होंने कहा कि घरेलू मैदान पर इस तरह से टेस्ट श्रृंखला गंवाने को ‘आसानी से पचाया' नहीं जा सकता है। रोहित ने कहा, ‘‘श्रृंखला गंवाने की बात पचाना मुश्किल है। श्रृंखला हारना, टेस्ट मैच हारना कभी भी आसान नहीं होता। यह आसानी से पचने वाली बात नहीं है। हमने अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेला। न्यूजीलैंड ने पूरी श्रृंखला में बेहतर प्रदर्शन किया। हमने कई गलतियां कीं। '' रोहित ने कहा, ‘‘पहले दो टेस्ट में हमने पहली पारी में ज्यादा रन नहीं बनाए। इस मैच में हमने 28 रन की बढ़त हासिल की और फिर मिले लक्ष्य को हासिल किया जा सकता था।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम एक इकाई के रूप में विफल रहे। जब आप इस तरह के लक्ष्य का पीछा कर रहे होते हैं तो आप चाहते हैं कि बोर्ड पर रन बने। यह मेरे दिमाग में था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। जब जो चाहते हो ऐसा नहीं होता तो यह अच्छा नहीं लगता। '' भारतीय कप्तान ने यह भी स्वीकार किया कि वह अपने खुद के प्रदर्शन से भी निराश हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कुछ खास योजनाओं के साथ मैदान में उतरता हूं और इस श्रृंखला में वे योजनाएं सफल नहीं हो पाईं। हमने इन परिस्थितियों में अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेला और इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। '' रोहित ने कहा, ‘‘मैं कप्तान के रूप में और बल्लेबाजी में भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाया। एक इकाई के रूप में हम मिलकर अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहे। '' अपनी बल्लेबाजी के बारे में विस्तार से बताते हुए कप्तान ने कहा कि वह अपने खेल की समीक्षा करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा डिफेंस। मैंने क्रीज पर बहुत ज्यादा देर तक नहीं खेला तो मैंने बहुत ज्यादा डिफेंड नहीं किया। मुझे इस पर गौर करने की जरूरत है। मैं अपनी टीम को अच्छी स्थिति में रखने की कोशिश करता हूं, लेकिन कभी कभार आप दूसरी तरफ हो जाते हैं। '' रोहित ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि मैंने अपने डिफेंस पर भरोसा खो दिया है। मैं स्वीकार करता हूं कि मैंने इस श्रृंखला में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की है। लेकिन सिर्फ दो श्रृंखला ही ऐसी रही हैं जिनमें मैंने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की है। '' उन्होंने कहा, ‘‘जैसे जैसे आप आगे बढ़ते हो, आप कोशिश करते हो और सुधार करने की कोशिश करते हो कि मैं और क्या कर सकता हूं। ऐसा भी हो सकता है कि आप ऐसा नहीं हो लेकिन मैं फिर से देखूंगा। '' भारत को न्यूजीलैंड से यह शर्मनाक हार मिली जो श्रीलंकाई टीम से 0-2 से हारने के बाद यहां पहुंची थी और उसका स्टार बल्लेबाज केन विलियमसन भी चोट के कारण टीम में शामिल नहीं था। अब भारत को ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है जिसमें मेहमान टीम ने अपने पिछले दो दौरों में जीत हासिल की है। जब रोहित से पूछा गया कि ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में युवा बल्लेबाजों के लिए यह कितना मुश्किल होगा तो उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत चुनौतीपूर्ण होगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम इस बारे में बहुत बात करते हैं। सही मानसिकता बनाये रखना चुनौतीपूर्ण होने जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया उन सभी के लिए चुनौतीपूर्ण होगा जो वहां नहीं गए हैं। हमें ऐसा माहौल बनाने की जरूरत है जहां वे सुरक्षित महसूस करें और इस बात से भयभीत नहीं हों कि वे कहां खेल रहे हैं और किसके खिलाफ खेल रहे हैं। '' उन्होंने कोच गौतम गंभीर की अगुआई वाले नए सहयोगी स्टाफ का भी समर्थन किया जिसमें नीदरलैंड के रेयान टेन डोशेट और पूर्व खिलाड़ी अभिषेक नायर भी शामिल हैं। रोहित ने कहा, ‘‘कोचिंग स्टाफ अच्छा रहा है, वे अभी आए हैं। वे अब भी समझ रहे हैं कि खिलाड़ी और टीम कैसे काम करती है। खिलाड़ियों की जिम्मेदारी है कि वे उनके लिए चीजों को आसान बनायें।'' -
मुंबई. भारत के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला में 3-0 से सूपड़ा साफ करने से बेहद खुश न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने कहा कि उनके खिलाड़ी गेंद और बल्ले से आक्रामक और सक्रिय होकर मौके का फायदा उठाने में सफल रहे। भारतीय टीम जीत के लिए 147 रन का पीछा करते हुए अपनी दूसरी पारी में 121 रन पर आउट हो गयी। इस 25 रन की हार के साथ ही भारतीय टीम का घरेलू सरजमीं पर कम से कम तीन मैचों वाली टेस्ट श्रृंखला में पहली बार क्लीन स्वीप हुआ है। लैथम ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘ बहुत बहुत खुश हूं। श्रृंखला की शुरुआत से लेकर इस स्थिति तक पहुंचने के लिए खिलाड़ियों ने बहुत अच्छा काम किया है। मुंबई में इस जीत को हासिल करना और भी खास है। हम बल्ले और गेंद से मिली चुनौती से निपटने में सफल रहे।'' उन्होंने कहा,‘‘ हमारी टीम हर मैदान की परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने में सफल रही। खिलाड़ियों ने जिस तरह से अलग अलग परिस्थितियों में ने खुद को ढाला वो शानदार हैं। यह पूरी तरह से टीम प्रयास है। पिछले मैच में मिच (मिचेल सैंटनर) और इस मैच में एजाज (पटेल) ने बढ़िया प्रदर्शन किया। हम यहां आक्रामक रूख अपनाना चाहते थे। बल्ले से आक्रामक रूख अपनाने के साथ हम गेंद से सजग प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे थे।'' इस श्रृंखला से पहले न्यूजीलैंड को श्रीलंका में 0-2 की करारी शिकस्त मिली थी। लैथम ने श्रीलंका में टीम के प्रदर्शन का बचाव किया। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे नहीं लगता कि हमने वहां खराब प्रदर्शन किया। भारत दौरे पर टॉस हमारे पक्ष में रहा और हम मैच में दबदबा बनाने के लिए रन बनाने में सफल रहे। '' मैच में 11 विकेट लेने कर ‘प्लेयर ऑफ द मैच' बने एजाज पटेल ने कहा कि उन्होंने सिर्फ पिच का फायदा उठाने पर ध्यान केंद्रित किया और गेंद की उछाल को लेकर आश्वस्त थे। उन्हें इसका फायदा मिला। उन्होंने कहा, ‘‘स्पिन गेंदबाजी लय के बारे में है। जब आप लय में होते हैं तो यह इसका अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहते है। मैं सुबह के सत्र (दूसरे दिन) में भी आत्मविश्वास महसूस कर रहा था, लेकिन पिच से ज्यादा मदद नहीं मिली।'' उन्होंने कहा, ‘‘दोपहर के सत्र में गेंद ज्यादा हरकत कर रही थी और इससे मुझे आत्मविश्वास मिला। ऋषभ पंत ने पूरी श्रृंखला में शानदार बल्लेबाजी की। मुझे उन्हें आउट करने के लिए लीक से हटकर सोचना पड़ा और मैंने यह सुनिश्चित किया कि मैं एक नई योजना के साथ गेंदबाजी कर उनसे आगे रहूं।'' विल यंग को तीन मैचों में 244 रन बनाने के लिए ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज' चुना गया।
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत में एक जीत बड़ी बात थी लेकिन बार-बार जीतना बहुत बड़ी बात है। मैंने इसे सरल बनाए रखने की कोशिश की, कभी-कभी मुझे रक्षात्मक खेल पर भरोसा करने की ज़रूरत होती है और कभी-कभी मुझे तेजी से रन बनाने पर ध्यान देना होता था।'' उन्होंने कहा, ‘‘ इस दौरे पर टीम के साथ हमने जो यादें बनाई है वह हमारे साथ रहेगी। हम एक दूसरे के साथ का लुत्फ उठाते हैं। -
मुंबई. जब भारत के विश्व स्तरीय बल्लेबाज नौसीखिए नजर आ रहे थे तब न्यूजीलैंड ने इसका फायदा उठाकर तीसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन ही रविवार को यहां 25 रन से जीत दर्ज करके तीन मैच की श्रृंखला में 3-0 से क्लीन स्वीप किया और इस तरह से नया इतिहास रचा। न्यूजीलैंड ने अपनी दूसरी पारी में 174 रन बनाकर भारत के सामने 147 रन का लक्ष्य रखा लेकिन कई दिग्गज बल्लेबाजों की मौजूदगी वाली भारतीय टीम के लिए यह पहाड़ जैसा बन गया। ऋषभ पंत की 64 रन की साहसिक पारी के बावजूद भारतीय टीम 29.1 ओवर में 121 रन पर ढेर हो गई।
यह पहला अवसर है जबकि भारतीय टीम का अपनी धरती पर तीन मैच की श्रृंखला में सूपड़ा साफ हुआ। इससे पहले भारतीय टीम को अपनी धरती पर 2000 में दक्षिण अफ्रीका के हाथों दो मैच की श्रृंखला में 0-2 से हार का सामना करना पड़ा था। भारतीय टीम का हाल में घरेलू मैदानों पर शानदार रिकार्ड रहा है लेकिन इस श्रृंखला में न्यूजीलैंड के सामने उसकी एक नहीं चली। मेहमान टीम ने परिस्थितियों से अच्छी तरह सामंजस्य बिठाकर खेल के हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन किया। भारत का स्पिनरों को मदद पहुंचाने वाली पिच तैयार करने का दांव उल्टा पड़ गया। अपनी इस शर्मनाक हार के लिए भारतीय टीम ही दोषी है। उसके सामने बहुत बड़ा लक्ष्य नहीं था लेकिन उसने जल्दबाजी दिखाई तथा 16 रन के अंदर पांच विकेट गंवाने से उसका स्कोर पांच विकेट पर 29 रन हो गया। भारत को लंच के बाद जीत के लिए 55 रन की दरकार थी और उसके चार विकेट बचे हुए थे। भारत की नैया पार लगाने की जिम्मेदारी पंत के कंधों पर था लेकिन उनके विवादास्पद तरीके से आउट होने के बाद मैच का रुख न्यूजीलैंड की तरफ मुड़ गया। न्यूजीलैंड के स्पिनर एजाज पटेल ने वानखेड़े स्टेडियम को फिर से अपने लिए भाग्यशाली साबित करते हुए 57 रन देकर छह विकेट लिए। ग्लेन फिलिप्स ने 42 रन के एवज में तीन विकेट लेकर उनका अच्छा साथ दिया। पंत ने न्यूजीलैंड की हर चुनौती का डटकर सामना किया लेकिन उनका आउट होना भारत के लिए करारा झटका था। न्यूजीलैंड ने पटेल की गेंद पर विकेट के पीछे कैच की अपील की जिसे अंपायर ने ठुकरा दिया। कीवी टीम ने रिव्यू लिया। रिप्ले से स्पष्ट नहीं हो रहा था कि गेंद बल्ले या दस्ताने को स्पर्श करके गई है लेकिन तीसरे अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया। भारत को कप्तान रोहित शर्मा की अति आक्रामकता वाला रवैया भारी पड़ा। रोहित शर्मा (11) ने दो चौके लगाकर अच्छी शुरुआत की थी लेकिन उन्होंने मैट हेनरी की उछाल लेती गेंद पर अपना पसंदीदा पुल शॉट लगाया। जब गेंद हवा में लहरा रही थी, हेनरी ने तभी जश्न मनाना शुरू कर दिया था क्योंकि सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षकों में से एक ग्लेन फिलिप्स कैच करने के लिए दौड़ लगा रहे थे और वह अपने साथी के भरोसे पर खरे भी उतरे। पहली पारी में 90 रन बनाने वाले शुभमन गिल केवल एक रन बनाकर एजाज पटेल की गेंद पर बोल्ड हो गए। पटेल ने अभी तक 43 रन देकर चार विकेट लिए हैं। विराट कोहली (01) आते ही पवेलियन लौट गए। पटेल की फ्लाइट लेती गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर के दस्तानों में चली गई। यशस्वी जयसवाल (05) दूसरे छोर से बल्लेबाजी का पतन देख रहे थे लेकिन जल्द ही वह इसका हिस्सा बन गए। फिलिप्स ने उन्हें पगबाधा आउट किया। सरफराज खान (01) ने फिर से स्वीप शॉट खेलकर अपना विकेट इनाम में दिया। अब पूरी जिम्मेदारी पंत पर थी। उन्होंने रविंद्र जडेजा (06) के साथ छठे विकेट के लिए 42 रन की साझेदारी की। पटेल की गेंद पर विल यंग ने शॉर्ट लेग पर शानदार कैच लेकर जडेजा को पवेलियन का रास्ता दिखाया। पंत के आउट होने के बाद वाशिंगटन सुंदर (12) और रविचंद्रन अश्विन (08) ने कुछ देर तक संघर्ष किया लेकिन इससे जीत का अंतर ही कम हो पाया। न्यूजीलैंड ने इससे पहले अपनी दूसरी पारी नौ विकेट पर 171 रन से आगे बढ़ाई लेकिन वह इसमें केवल तीन रन जोड़ पाया। जडेजा (55 रन देकर पांच विकेट) ने पटेल को आउट करके उसकी पारी का अंत किया और इस तरह से दूसरी पारी में भी पांच विकेट लेकर मैच में 10 विकेट लेने का कारनामा किया।
- मेलबर्न. ऑस्ट्रेलिया के जाने-माने बल्लेबाजी कोच नील डीकोस्टा ने भारत के पृथ्वी साव का उदाहरण देते हुए ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं से आग्रह किया है कि वे 19 वर्षीय बल्लेबाज सैम कोनस्टास को भारत के खिलाफ पांच टेस्ट मैच की श्रृंखला के लिए टीम में शामिल करने में जल्दबाजी न करें। डीकोस्टा का मानना है कि कोनस्टास अभी पांच दिवसीय प्रारूप के लिए तैयार नहीं है। यह युवा बल्लेबाज भारत के खिलाफ श्रृंखला में उस्मान ख्वाजा के साथ पारी की शुरुआत करने के दावेदारों में शामिल है। डीकोस्टा अतीत में माइकल क्लार्क और दिवंगत फिलिप ह्यूज को प्रशिक्षण दे चुके हैं। वह कोन्स्टास को भी बल्लेबाजी के गुर सिखा चुके हैं। उन्होंने सिडनी मार्निंग हेराल्ड से कहा, ‘‘वह 100 टेस्ट खेल सकता है लेकिन अगर अभी उसे राष्ट्रीय टीम में चुना जाता है तो वह 10 टेस्ट तक ही सीमित रह सकता है। वह ऐसा खिलाड़ी है जिसमें काफी क्षमता है लेकिन अभी उसे घरेलू क्रिकेट में खेलने देना चाहिए।'' डीकोस्टा ने कहा,‘‘उसका अभी टीम में चयन करना हास्यास्पद होगा। हमारे सामने पृथ्वी साव का उदाहरण है। टीम में उनके चयन से पहले मैं उनकी कमजोरी बता सकता था।
- मेलबर्न. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर रिकी पोंटिंग और इयान हीली ने भारत के खिलाफ 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए राष्ट्रीय टीम में सलामी बल्लेबाज के खाली पड़े एक स्थान के लिए ऑस्ट्रेलिया ए के कप्तान नाथन मैकस्वीनी का चयन करने की वकालत की है। डेविड वार्नर के इस साल की शुरुआत में संन्यास लेने और स्टीव स्मिथ के अपने पसंदीदा चौथे नंबर पर लौटने के बाद ऑस्ट्रेलिया को उस्मान ख्वाजा के साथ पारी की शुरुआत करने के लिए एक सलामी बल्लेबाज की तलाश है। मैकस्वीनी, सैम कोनस्टास, कैमरून बैनक्रॉफ्ट और मार्कस हैरिस जैसे खिलाड़ी इस रिक्त स्थान को भरने के दावेदारों में शामिल हैं। पोंटिंग ने ‘आईसीसी रिव्यू शो' में कहा, "मेरे हिसाब से इस स्थान को भरने का एकमात्र दावेदार नाथन मैकस्वीनी है, जो क्वींसलैंड में जन्मे हैं और अब दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के लिए खेल रहे हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया ए की तरफ से भी अच्छा प्रदर्शन किया है।'' हीली ने एसईएन रेडियो से कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि लोगों ने देखा कि नाथन मैकस्वीनी किस तरह से अच्छी बल्लेबाजी कर सकते हैं। मैं उसे अच्छी तरह से जानता हूं क्योंकि वह मेरे क्लब से जुड़ा है। ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ता भी उसके बारे में जानते हैं क्योंकि उसने हाल ही में दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के लिए बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। वह चारों दावेदारों में सबसे अधिक तैयार नजर आता है।
- नयी दिल्ली, दो नवंबर (भाषा) दिल्ली एसजी पाइपर्स ने शनिवार को इंग्लैंड महिला हॉकी की मिडफील्डर और सुपरस्टार लिली ओसली से हॉकी इंडिया लीग के आगामी सत्र के लिये करार किया । दो बार की ओलंपिक पदक विजेता ओसली 28 वर्ष की डच मिडफील्डर शान डि वार्ड की जगह लेंगी जिन्होंने निजी कारणों से नाम वापस ले लिया । ओसली ने रियो ओलंपिक 2016 में स्वर्ण और तोक्यो 2020 में कांस्य पदक जीता था । उन्होंने 2022 बर्मिंघम और 2014 ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक जीता था । दिल्ली एसजी पाइपर्स महिला टीम की कोच डेव स्मोलेनार्स ने एक बयान में कहा ,‘‘ शान डि वार्ड का नहीं होना टीम के लिये झटका है लेकिन उनकी जगह दो बार की ओलंपिक पदक विजेता ओसली का आना राहत की बात है । उनके पास अपार अनुभव और नेतृत्व क्षमता है ।'' टूर्नामेंट एक फरवरी से रांची में खेला जायेगा ।
- दुबई. पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया ‘ए' टीम के कप्तान नाथन मैकस्वीनी भारत के खिलाफ टेस्ट पदार्पण करने के लिए सैम कोंस्टास की तुलना में बेहतर दावेदार हैं। कोंस्टास मैके में चल रहे अनधिकृत टेस्ट में भारत ‘ए' के खिलाफ दोनों पारियों में फ्लॉप रहे।कोंस्टास, मैकस्वीनी और अनुभवी मार्कस हैरिस आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (बीजीटी श्रृंखला) में सलामी बल्लेबाज के स्थान के लिए दावेदारी में हैं। पोंटिंग ने ‘आईसीसी रिव्यू शो' को बताया, ‘‘मैंने इसके बारे में थोड़ा और सोचा, और वह (कोंस्टास) बहुत युवा है और वह शायद ऑप्टस स्टेडियम या गाबा जैसे मैदानों पर भी नहीं खेला है। '' उन्होंने कहा, ‘‘वह एडिलेड ओवल में गुलाबी गेंद से कोई मैच भी नहीं खेला होगा। इसलिए इस युवा खिलाड़ी के खिलाफ कई चीजें हैं। लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह प्रतिभाशाली है।
- सिडनी. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को अपनी राष्ट्रीय पुरुष टीम के मुख्य कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड का कार्यकाल 2027 तक बढ़ा दिया, जिसका मतलब है कि वह दक्षिण अफ्रीका में होने वाले वनडे विश्व कप तक इस पद पर बने रहेंगे। मैकडोनाल्ड ने 2022 की शुरुआत में जस्टिन लैंगर की जगह यह पद संभाला था। उनके कोच रहते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप और वनडे विश्व कप में चैंपियन बनी। इसके अलावा उसने इंग्लैंड में एशेज भी बरकरार रखी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ निक हॉकले ने कहा,‘‘एंड्रयू पुरुष टीम के उत्कृष्ट कोच साबित हुए हैं। उनके कोच रहते हुए टीम ने असाधारण सफलताएं हासिल की। उन्होंने मजबूत कोचिंग प्रणाली विकसित की और खिलाड़ियों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए बेहद अच्छा माहौल तैयार किया। हम उनके प्रदर्शन से खुश हैं।
- नयी दिल्ली. नये मुख्य कोच मानोलो मार्केज की देखरेख में तीन मैच में जीत का स्वाद चखने में नाकाम रहीं भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम 18 नवंबर को हैदराबाद में मलेशिया के खिलाफ मैत्री मैच खेलेगी। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने बुधवार को इसकी घोषणा की।एआईएफएफ ने पिछले महीने घोषणा की थी कि मैच 19 नवंबर को खेला जाएगा लेकिन उन्होंने स्थान नहीं बताया था। उसने बुधवार को मैच एक दिन पहले करने के साथ आयोजन स्थल की भी घोषणा कर दी।एआईएफएफ ने कहा, ‘‘ भारत और मलेशिया के बीच फीफा मैत्री मैच 18 नवंबर 2024 को हैदराबाद (तेलंगाना) के गाचीबोवली स्टेडियम में खेला जाएगा।'' फीफा ने 11 से 19 नवंबर इस साल का आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच विंडो रखा है। फीफा विंडो के दौरान निर्धारित अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए क्लबों को अपने खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम के लिए रिलीज करना अनिवार्य है। भारतीय टीम फीफा की रैंकिंग में 125वें जबकि मलेशिया 133 वें पायदान पर है। 18 नवंबर का मैच राष्ट्रीय टीम के लिए कोच के तौर पर मार्केज का चौथा मैच होगा । वह निचली रैंकिंग वाली टीम के खिलाफ जीत की तलाश में होंगे। दोनों टीमों के बीच पिछला मैच अक्टूबर 2023 में मर्डेका कप सेमीफाइनल में खेला गया था। इस मैच में भारत को 2-4 से हार मिली थी।
-
दुबई. दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कैगिसो रबाडा बुधवार को जारी आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) पुरुष टेस्ट खिलाड़ी रैंकिंग में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को पछाड़कर शीर्ष गेंदबाज बन गये। मौजूदा विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान शानदार लय में चल रहे दायें हाथ के गेंदबाज रबाडा ने हाल ही में मीरपुर में बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में नौ विकेट झटक कर इस प्रारूप में अपने 300 विकेट पूरे किये थे। दक्षिण अफ्रीका ने मीरपुर में खेले गये इस मैच को सात विकेट से जीता था। बुमराह न्यूजीलैंड के खिलाफ पुणे में खेले गये भारत के दूसरे टेस्ट मैच में एक भी विकेट लेने नाकाम रहे थे। वह दो स्थान नीचे खिसककर तीसरे पायदान पर आ गये है। ऑस्ट्रेलिया के जोश हेजलवुड दूसरे स्थान पर हैं। भारत के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी दो स्थान के नुकसान के साथ चौथी रैंकिंग पर खिसक गये हैं। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस भी शीर्ष पांच गेंदबाजों में शामिल हैं। रावलपिंडी में हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट में बेहतरीन गेंदबाजी करने वाले पाकिस्तान के स्पिनर नोमान अली शीर्ष 10 में नये सदस्य है। भारत पर ऐतिहासिक श्रृंखला जीत के दौरान न्यूजीलैंड के नायक बन कर उभरे मिचेल सेंटनर ने अपनी रैंकिंग में 30 स्थान की सुधार की। पुणे टेस्ट में 13 विकेट लेने वाला यह वामहस्त स्पिनर रैकिंग में 44वें स्थान पर पहुंच गया है। बल्लेबाजों की सूची में युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल पुणे में न्यूजीलैंड के खिलाफ 30 और 77 रनों के योगदान के बाद एक पायदान ऊपर तीसरे स्थान पर पहुंच गए। वह इस प्रारूप में भारत के शीर्ष रैंक के बल्लेबाज बने हुए हैं। विस्फोटक विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत और विराट कोहली की बल्लेबाजी रैंकिंग में गिरावट आई है। पंत जहां पांच स्थान गिरकर 11वें स्थान पर हैं, वहीं कोहली छह स्थान फिसलकर 14वें स्थान पर हैं। न्यूजीलैंड के डेवोन कोन्वे (आठ पायदान ऊपर 28वें), टॉम लाथम (छह पायदान ऊपर 34वें) और ग्लेन फिलिप्स (16 पायदान ऊपर 45वें) और दक्षिण अफ्रीका के काइल वेरिन (14 पायदान ऊपर 32वें) ने इस रैंकिंग में महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की है। भारत के रविंद्र जडेजा (नंबर एक) और अश्विन (नंबर दो) टेस्ट हरफनमौला खिलाड़ियों की रैंकिंग में शीर्ष पर अच्छी बढ़त बनाए हुए हैं। बांग्लादेश के स्टार मेहदी हसन दो स्थान के फायदे से तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन किया था।
- मेलबर्न ।' टी20 विश्व कप 2021 विजेता मैथ्यू वेड ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया और अब वह आस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के ढांचे में कोचिंग की भूमिका निभायेंगे । विकेटकीपर बल्लेबाज वेड पाकिस्तान के खिलाफ आगामी टी20 श्रृंखला में आंद्रे बोरोवेच के कोचिंग स्टाफ में होंगे । वेड ने अपने 13 वर्ष के कैरियर में 36 टेस्ट, 97 वनडे और 92 टी20 मैच खेले हैं । वह आखिरी बार इस साल टी20 विश्व कप खेले थे । वह तस्मानिया के लिये घरेलू क्रिकेट और होबर्ट हरिकेंस के लिये बिग बैश लीग में खेलते रहेंगे ।वेड ने क्रिकेट आस्ट्रेलिया द्वारा जारी बयान में कहा ,‘‘ पिछले टी20 विश्व कप में ही मुझे पता था कि मेरा अंतरराष्ट्रीय कैरियर अब खत्म हो रहा है । मैं पिछले छह महीने से जॉर्ज बेली और एंड्रयू मैकडोनाल्ड के संपर्क में हूं । पिछले कुछ साल से मैं कोचिंग के बारे में सोच रहा था । इस मौके के लिये मैं शुक्रगुजार हूं ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से विदा लेते समय मैं आस्ट्रेलियाई टीम में अपने साथियों, स्टाफ और कोचों को धन्यवाद देना चाहता हूं । मैने इस सफर का पूरा मजा लिया है । अपने आसपास इतने अच्छे लोगों के बिना मैं यहां तक नहीं पहुंच पाता ।'' क्रिकेट आस्ट्रेलिया के सीईओ निक हॉकली ने कहा ,‘‘ मैथ्यू को शानदार कैरियर के लिये बधाई । मुझे खुशी है कि अब वह अगली पीढी के क्रिकेटरों को तैयार करने में मदद करेंगे ।''
- नयी दिल्ली. भारत में भारी संख्या में दर्शकों को आकर्षित करने और मेजबान देश में खेल के विशाल घरेलू बाजार को लुभाने के लिए 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक खेलों की क्रिकेट स्पर्धा अमेरिका के पूर्वी तट पर हो सकती हैं। मेजबान समिति के अध्यक्ष केसी वासरमैन ने यह बात कही। क्रिकेट टी20 प्रारूप में 128 साल बाद ओलंपिक कार्यक्रम में फिर से शामिल होगा। हालांकि आयोजन स्थलों की पुष्टि अभी बाकी है लेकिन संभावना है कि पुरुष और महिला स्पर्धा पूर्वी तट पर होंगी क्योंकि भारतीय दर्शकों के लिए पश्चिमी तट की तुलना में वहां का समय अधिक अनुकूल है। पूर्वी तट के न्यूयॉर्क ने इस साल की शुरुआत में टी20 विश्व कप के शुरूआती दौर के कई मैचों की मेजबानी की थी। पूर्वी तट भारत से साढ़े नौ घंटे पीछे है और देश के दर्शक इन मुकाबलों को लाइव देख सकते हैं लेकिन लॉस एंजिल्स साढ़े 12 घंटे पीछे है जो दर्शकों की दृष्टि से नुकसानदेह हो सकता है।
-
तिराना (अल्बानिया). चिराग चिक्कारा अंडर-23 विश्व चैंपियन बनने वाले तीसरे भारतीय पहलवान बन गए हैं जिसकी मदद से भारत ने यहां चल रहे इस आयु वर्ग टूर्नामेंट में एक स्वर्ण और रजत सहित नौ पदक जीते। पुरुषों की फ्रीस्टाइल 57 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा कर रहे चिक्कारा ने किर्गिस्तान के अब्दिमालिक कराचोव पर अंतिम सेकंड में 4-3 से जीत दर्ज की। वह पेरिस ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता अमन सहरावत के बाद अंडर-23 चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाले दूसरे भारतीय पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं। सहरावत ने 2022 में इस प्रतियोगिता के इसी वजन वर्ग में यह उपलब्धि हासिल की थी, जबकि रीतिका हुडा पिछले साल 76 किग्रा वर्ग में जीत दर्ज करके टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं। रवि कुमार दहिया ने 2018 में अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था।
चिक्कारा ने फाइनल में पहुंचने से पहले प्रभावशाली प्रदर्शन किया। उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल में गौकोटो ओजावा को 6-1 से, अंतिम आठ चरण में इयुनुस इवबातीरोव को 12-2 से और सेमीफाइनल में एलन ओरलबेक को 8-0 से हराया। पुरुषों की फ्रीस्टाइल श्रेणी में भारत के पदकों में दो कांस्य पदक भी शामिल हैं। इससे वह 82 अंक लेकर टीम तालिका में ईरान (158), जापान (102) और अजरबैजान (100) से पीछे चौथे स्थान पर है। भारत ने पुरुषों की फ़्रीस्टाइल में दो और कांस्य पदक जीते, जिससे इस वर्ग में देश के पदकों की संख्या चार हो गई। विक्की ने पुरुषों की 97 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा में अंडर-20 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता और यूक्रेन के यूरोपीय जूनियर चैंपियन इवान प्राइमाचेंको को 7-2 से हराकर कांस्य पदक जीता। विक्की ने पहले दौर में जॉर्जिया के मेरब सुलेमानिश्विली को और क्वार्टरफाइनल में मोल्दोवा के राडू लेफ्टर को हराया था लेकिन सेमीफाइनल में वह ईरान के महदी हाजीलोइयन मोराफा से हार गए थे। पुरुषों की 70 किग्रा फ्रीस्टाइल में सुजीत कलकल ने 0-4 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए ताजिकिस्तान के मुस्तफो अखमेदोव को 13-4 से हराकर कांस्य पदक जीता। सुजीत ने पहले दौर में जॉर्जी एंटोनोव ज़िज़गोव को 10-0 से, प्री-क्वार्टर में तुग्सजर्गल एर्डेनेबैट को 7-4 से और क्वार्टर फाइनल में नारेक पोहोसियन को 6-1 से हराया था, लेकिन सेमीफाइनल में वह मैगोमेद बसिहर खानिएव से 4-8 से हार गए थे। इससे पहले अभिषेक ढाका ने कांस्य पदक जीता था। इस तरह से भारत ने फ्रीस्टाइल में चार पदक (एक स्वर्ण और तीन कांस्य) जीतकर अपने पिछले साल के प्रदर्शन में सुधार किया। पिछले साल भारत ने फ्रीस्टाइल वर्ग में दो कांस्य पदक जीते थे। भारतीय महिला कुश्ती टीम ने भी एक रजत और तीन कांस्य पदक जीत कर अच्छा प्रदर्शन किया। अंजलि ने 59 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता, जबकि नेहा शर्मा (57 किग्रा), शिक्षा (65 किग्रा) और मोनिका (68 किग्रा) ने कांस्य पदक जीते। इसके अलावा विश्वजीत मोरे ने पुरुषों के 55 किग्रा ग्रीको-रोमन वर्ग में कांस्य पदक जीता। - सिडनी. आस्ट्रेलिया के मुख्य कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड का मानना है कि अगले महीने से शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैच की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी श्रृंखला के दौरान भारत को मोहम्मद शमी की बहुत कमी खलेगी लेकिन उन्होंने कहा कि उनकी टीम इस अनुभवी तेज गेंदबाज की जगह लेने वाले तेज गेंदबाजों को कम नहीं आंकेगी। शमी ने 2018 में ऑस्ट्रेलिया दौरे में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। वह टखने की चोट के कारण पिछले साल नवंबर में वनडे विश्व कप फाइनल के बाद से नहीं खेले हैं। उनका ऑपरेशन किया गया। इसके बाद वह राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में थे। हाल में उनके घुटनों में सूजन आ गई जिससे उनकी पूर्ण फिटनेस हासिल करने की प्रक्रिया प्रभावित हुई। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के अनुसार मैकडोनाल्ड ने कहा,‘‘मोहम्मद शमी की अनुपस्थिति उनके लिए बहुत बड़ा झटका है। जिस तरह से हमारे बल्लेबाज उनके जज्बे, उनकी लाइन और लेंथ और अपने काम के प्रति उनके समर्पण की बात करते हैं उसे देखते हुए भारत को उनकी कमी खेलगी।'' भारत ने दिल्ली के तेज गेंदबाज हर्षित राणा और आंध्र के ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी को पहली बार मौका दिया है। तेज गेंदबाज आकाश दीप और प्रसिद्ध कृष्णा को भी ऑस्ट्रेलिया के दौरे के लिए भारतीय टीम में चुना गया है। तेज गेंदबाजी विभाग की कमान जसप्रीत बुमराह संभालेंगे।'' मैकडोनाल्ड ने कहा,‘‘लेकिन हम जानते हैं कि पिछली बार क्या हुआ था। उनके रिजर्व खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करके भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी, इसलिए उनके खिलाड़ियों को बिल्कुल भी कम करके नहीं आंका जा सकता है।'' ऑस्ट्रेलिया घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले युवा बल्लेबाज सैम कोन्स्टास को अपनी टीम में चुन सकता है। वह उस्मान ख्वाजा के साथ पारी का आगाज करने के लिए दौड़ में शामिल हैं। मैकडोनाल्ड ने कहा,‘‘हम अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम का चयन करेंगे और अगर इसमें कोई युवा खिलाड़ी शामिल होता है, तो हम उस दिशा में आगे बढ़ेंगे। यदि चयनकर्ताओं को लगता है कि वह सबसे अच्छा विकल्प है तो हम उसे मौका देंगे।
-
अहमदाबाद.न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार को दूसरे एक दिवसीय क्रिकेट मैच में भारतीय टीम की नजरें अपने बल्लेबाजों के बेहतर प्रदर्शन के दम पर श्रृंखला जीतने पर लगी होंगी । भारत ने पहला मैच 59 रन से जीता लेकिन बल्लेबाज अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सके थे ।
मेजबान टीम अब इसमें बदलाव करना चाहेगी और कप्तान स्मृति मंधाना को मोर्चे से अगुवाई करनी होगी । पिछले मैच में पदार्पण करने वाली तेजल हसाबनिस ने वही किया था । स्मृति पहले मैच में आठ रन पर आउट हो गई थी और उनका खराब फॉर्म पिछले एक महीने से चला आ रहा है । जुलाई में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए दो शतक लगाये थे। भारतीय टीम की नजरें नियमित कप्तान हरमनप्रीत कौर की फिटनेस पर भी लगी होंगी जो चोट के कारण पिछले मैच से बाहर थीं । गेंदबाजी में तेज गेंदबाज साइमा ठाकोर ने उम्दा प्रदर्शन किया जबकि बायें हाथ की स्पिनर राधा यादव ने विकेट चटकाये । दूसरी ओर न्यूजीलैंड की श्रृंखला में बराबरी की उम्मीदों को करारा झटका लगा जब करिश्माई हरफनमौला एमेली केर चोट के कारण श्रृंखला से बाहर हो गई । केर रविवार को स्वदेश लौट गई और उन्हें उबरने में तीन सप्ताह लगेंगे । न्यूजीलैंड के कोच बेन सायेर ने कहा ,‘‘ हमें पता है कि वह कितनी दुखी है कि तीनों मैच नहीं खेल पा रही । हर किसी को पता है कि वह टीम का कितना महत्वपूर्ण हिस्सा है । हमें उसकी कमी खलेगी ।'' उनकी जगह किसी और को टीम में शामिल नहीं किया गया है क्योंकि तीन दिन बाद आखिरी मैच होना है ।
टीम इस प्रकार हैं:
भारत : हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उपकप्तान), शेफाली वर्मा, डी हेमलता, दीप्ति शर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स, यास्तिका भाटिया (विकेटकीपर), उमा छेत्री (विकेटकीपर), सयाली सतगारे, अरुंधति रेड्डी, रेणुका सिंह ठाकुर, तेजल हसब्निस, साइमा ठाकोर, प्रिया मिश्रा, राधा यादव, श्रेयंका पाटिल। न्यूजीलैंड : सोफी डिवाइन (कप्तान), सुजी बेट्स, एडेन कार्सन, लॉरेन डाउन, इज़ी गेज़ (विकेटकीपर), मैडी ग्रीन, ब्रुक हॉलिडे, पॉली इंगलिस (विकेटकीपर), फ्रान जोनास, जेस केर, एमेली केर, मौली पेनफोल्ड, जॉर्जिया प्लिमर, हन्ना रोवे, ली ताहुहु। मैच भारतीय समयानुसार दोपहर 1.30 बजे शुरू होगा। -
जोहोर बाहरू (मलेशिया). गोलकीपर बिक्रमजीत सिंह के शानदार प्रदर्शन की मदद से भारत ने शनिवार को यहां पेनल्टी शूटआउट में न्यूजीलैंड को 3-2 से हराकर सुल्तान जोहोर कप जूनियर पुरुष हॉकी टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीता। निर्धारित समय में मैच 2-2 सबसे बराबर रहा जिसके बाद शूटआउट का सहारा लिया गया। शूटआउट में भारत की तरफ से स्ट्राइकर गुरजोत सिंह, मनमीत सिंह और सौरभ आनंद कुशवाह ने पेनल्टी को गोल में बदला, जबकि बिक्रमजीत ने तीन बचाव करके भारत को जीत दिलाई। इससे पहले निर्धारित समय में दिलराज सिंह (11वें मिनट) और मनमीत सिंह (20वें) ने भारत को शानदार शुरुआत दिलाई लेकिन न्यूजीलैंड ने अंतिम क्वार्टर में ओवेन ब्राउन (51वें) और जोंटी एल्म्स (57वें) के गोल की मदद से अच्छी वापसी की। भारत ने पहले 20 मिनट में ही दो गोल कर दिए थे। खेल के 11वें मिनट में ही दिलराज ने मुकेश टोप्पो की मदद से गोल करके भारत को 1-0 से आगे कर दिया। दूसरे क्वार्टर में भी भारत ने खेल पर नियंत्रण बनाए रखा। मनमीत ने 20वें मिनट में अनमोल एक्का और मुकेश के शानदार स्टिकवर्क की मदद से मैदानी गोल किया। इसके बाद भारत ने लगातार हमले किए लेकिन वह अपनी बढ़त और मजबूत नहीं कर पाया। तीसरे क्वार्टर में किसी भी टीम में कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई लेकिन न्यूजीलैंड ने चौथे क्वार्टर में दो महत्वपूर्ण गोल करके वापसी की, जिससे भारत की कांस्य जीतने की उम्मीदें अधर में लटक गईं। खेल के 51वें मिनट में ब्राउन ने ब्रैडली रोथवेल के क्रॉस पर बड़ी खूबसूरती से मैदानी गोल किया। इसके छह मिनट बाद एल्म्स ने गोल करके स्कोर बराबर कर दिया। एल्म्स ने भारत के खिलाफ पिछले मैच में हैट्रिक बनाई थी।
-
पुणे. भारतीय धरती पर पहली बार टेस्ट श्रृंखला जीतने से प्रसन्नचित न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने शनिवार को कहा कि भारत पर हावी होकर खेलना और पहले दोनों टेस्ट मैच में टॉस का फैसला उनके पक्ष में रहना उनकी ऐतिहासिक श्रृंखला जीत में महत्वपूर्ण कारक थे। न्यूजीलैंड ने शनिवार को यहां दूसरे टेस्ट में भारत को 113 रन से हराकर 2-0 की अजेय बढ़त ले ली। भारत बेंगलुरु में पहला टेस्ट आठ विकेट से हार गया । इसके बाद यहां दूसरे टेस्ट मैच में भी हार के कारण उसका पिछली 18 श्रृंखलाओं से अजेय रहने का सिलसिला भी टूट गया। लैथम ने न्यूज़ीलैंड की तीन के अंदर जीत के बाद पत्रकारों से कहा,‘‘हमने भारत पर हावी होने की शैली अपनाई। हम उन्हें शुरू में ही झटका देने में सफल रहे। इसके अलावा टॉस का फैसला भी हमारे अनुकूल रहा। इसने वास्तव में हमारे लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।'' उन्होंने कहा,‘‘ हम उनके सामने कड़ी चुनौती पेश करना चाहते थे और शुरू में उन्हें झटका देना चाहते थे जिसमें हम सफल रहे। हमने बल्लेबाजी में भी अच्छा प्रदर्शन किया जो वास्तव में महत्वपूर्ण रहा। हमारे गेंदबाजों ने बहुत अच्छा खेल दिखाया। उनका इस तरह का प्रदर्शन देखकर बहुत अच्छा लगा।'' भारत के 2016 और 2021 के दौर में न्यूजीलैंड टीम का हिस्सा रहे लैथम ने कहा कि टॉस ने भी कीवी टीम की सफलता में प्रमुख भूमिका निभाई। भारत ने पहले टेस्ट मैच में टॉस जीता था लेकिन बल्लेबाजी करते हुए उसकी टीम केवल 46 रन पर आउट हो गई थी। लैथम का दूसरे टेस्ट मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला सफल रहा था। उन्होंने कहा,‘‘टॉस पर फैसला हमारे पक्ष में रहा। मुझे लगता है कि यहां मैंने पहली बार टॉस जीता। हमारी टीम के लिए टॉस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है विशेष कर बेंगलुरु में खेले गए पहले टेस्ट मैच में।' दूसरे टेस्ट में मिशेल सेंटनर ने 13 विकेट लेकर न्यूजीलैंड की जीत में अहम भूमिका निभाई और कप्तान ने भी उनकी जमकर प्रशंसा की। लैथम ने कहा, ‘‘मिच काफी समय से चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेल रहा है। वह लंबे समय से हमारी क्रिकेट टीम का हिस्सा रहा है और हम जानते हैं कि वह कितना उपयोगी गेंदबाज है। उन्होंने जिस तरह से गेंदबाजी की उससे वास्तव में टीम को उन पर गर्व है।''
- नयी दिल्ली.दो ओलंपिक और एक विश्व कप जीत चुके जर्मनी के महान हाफबैक मौरित्ज फुर्स्ते का मानना है कि भारतीय हॉकी टीम ने पिछले 15 साल में काफी प्रगति की है लेकिन ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के लिये उसे प्रदर्शन में निरंतरता लानी होगी । जर्मनी का यह महान खिलाड़ी 2008 बीजिंग और 2012 लंदन ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा था । उन्होंने 2006 में मोंशेंग्लाबाख में विश्व कप भी जीता । मौरित्ज ने कहा ,‘‘ पंद्रह साल पहले भारत शीर्ष पांच से काफी दूर था लेकिन अब उन छह टीमों में से रहता है जो किसी भी टूर्नामेंट में पदक की दावेदार होती हैं ।'' उन्होंने कहा ,‘‘वे कांस्य पदक जीत रहे हैं लेकिन अब समय आ गया है कि अगला कदम बढायें । स्वर्ण पदक के लिये अभी उनमें एक ही कमी है और वह है प्रदर्शन में निरंतरता । अब उन्हें सेमीफाइनल जीतने की आदत डालनी होगी ।'' तीस वर्ष के इस खिलाड़ी ने कहा ,‘‘ भारतीय टीम लगातार मैचों में एक जैसा प्रदर्शन नहीं कर पा रही है । कई बार ग्रुप मैचों में खराब शुरूआत के बाद शानदार वापसी कर लेती है तो कई बार चूक जाती है । लेकिन एक स्तर आगे बढने के लिये इस तरह के मैच जरूरी है जैसे ओलंपिक का सेमीफाइनल खेला था ।'' उन्होंने इस बात से इनकार किया कि भारतीय टीम में बड़े मैचों को लेकर कोई मानसिक अवरोध है ।उन्होंने कहा ,‘‘ मैं यह नहीं कहूंगा कि कोई मानसिक अवरोध है । मैं खुद इस स्थिति से गुजरा हूं । हमने जर्मन लीग में पांच बार सेमीफाइनल गंवाये जिसके बाद खिताब जीत सके । सेमीफाइनल में पहुंचना बड़ी बात है जिसके लिये ग्रुप मैच, क्वार्टर फाइनल खेलना होता है ।'' हॉकी इंडिया लीग के पहले सत्र में रांची राइनोज के कप्तान रहे मौरित्ज ने कहा कि भारत के पास बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और अब वे यूरोपीय शैली की तेज रफ्तार हॉकी बखूबी खेल रहे हैं । उन्होंने कहा ,‘‘ भारतीय टीम किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं है । पेनल्टी कॉर्नर अच्छा है और डिफेंस भी शानदार है । उनके पास पी आर श्रीजेश के रूप में महान गोलकीपर था और अब देखना होगा कि उसके बिना कैसे खेलते हैं । मनप्रीत सिंह के रूप में उनके पास बेहद अनुभवी मिडफील्डर है ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ वे पिछले दस साल से यूरोपीय शैली में हॉकी खेल रहे हैं और यह बहुत बड़ा कदम है । इसने भारतीय हॉकी का ग्राफ ऊपर ले जाने में काफी मदद की है ।'' ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेल 2026 से हॉकी को हटाये जाने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि जर्मनी चूंकि इसका हिस्सा नहीं है तो वह कोई टिप्पणी नहीं कर सकते। उन्होंने कहा,‘‘ राष्ट्रमंडल खेलों की जानकारी नहीं है क्योंकि जर्मनी इसका हिस्सा नहीं है । लेकिन कहीं भी हॉकी को हटाया जाना झटका है ।' भारत में खेलने को अपने कैरियर की सबसे सुनहरी यादों में बताते हुए उन्होंने कहा ,‘‘ मैने इस मैदान पर 2010 विश्व कप और दिल्ली वेवराइडर्स के लिये हॉकी इंडिया लीग में खेला है । दिल्ली इतना खूबसूरत शहर है और यहां हॉकी की वापसी शानदार है । 2010 विश्व कप शानदार था और हमने इसमें खेलने का पूरा मजा लिया । '' उन्होंने आगे कहा ,‘‘ भारत में खेलने की मेरी सबसे अच्छी यादें हैं । मैं सभी को बताता हूं कि मेरे कैरियर की सर्वश्रेष्ठ यादें भुवनेश्वर, रांची , दिल्ली की है । हॉकी के विश्व स्तर पर विकास के लिये इस तरह के मुकाबले होने बहुत जरूरी हैं ।'' सात साल पहले फिटनेस रेस कंपनी ‘हाइरॉक्स' की शुरूआत करने वाले मौरित्ज भारत में उसके लांच के सिलसिले में आये हैं । उनकी कंपनी ऐसी रेस आयोजित करती है जिसमे दौड़ और सहनशीलता दोनों की परख होती है । उन्होंने इसके बारे में बताया ,‘‘मैने सात साल पहले हाइरॉक्स शुरू की और करीब 40 देशों में 500000 प्रतिभागी इसमें भाग ले चुके हैं । हाइरॉक्स का भारत में पहला इवेंट अगले साल मुंबई में होगा । यह फिटनेस वर्कआउट है जिसमें रनिंग और एंड्यूरेंस दोनों शामिल है । हमने ऐसे लोगों के लिये रेस तैयार की है जो जिम नहीं जाते हैं ।'' उन्होंने बताया कि मुंबई के बाद वह दिल्ली और बेंगलुरू समेत भारत के दस और शहरों में इसकी शुरूआत करेंगे ।
- नयी दिल्ली। .अपने सोलह साल के सुनहरे कैरियर में कई उपलब्धियां अर्जित कर चुकी भारतीय महिला हॉकी की ‘पोस्टर गर्ल' रानी रामपाल ने कहा कि उन्हें सबसे ज्यादा गर्व इस बात का है कि शुरूआत में उनके खेलने का विरोध करने वाले लोग अब अपनी बेटियों को उनके जैसा बनाना चाहते हैं । तोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक चौथे स्थान पर रही भारतीय टीम की कप्तानी करने वाली रानी ने बृहस्पतिवार को खेल से संन्यास का ऐलान कर दिया । भारत के लिये अप्रैल 2008 में कजान में ओलंपिक क्वालीफायर में चौदह वर्ष की उम्र में पदार्पण करने वाली रानी ने 254 मैचों में 205 गोल दागे । उन्होंने कहा ,‘‘ किसी भी खिलाड़ी के लिये जीवन का यह सबसे कठिन फैसला होता है जब उसे अपने खेल को अलविदा कहना होता है । लेकिन मैं पीछे मुड़कर देखती हूं तो बहुत गर्व भी होता है क्योकि सात साल की उम्र में पहली बार हॉकी थामने वाली हरियाणा के एक छोटे से गांव शाहबाद मारकंडा की लड़की ने कभी सोचा भी नहीं था कि वह देश के लिये पंद्रह साल हॉकी खेलेगी और देश की कप्तान बनेगी ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ मेरा इतना लंबा कैरियर रहा और बहुत कम लड़कियों को ये मौका मिलता है । मैं जितने समय भी खेली , दिल से खेली । हॉकी ने बहुत कुछ दिया है मुझे , एक पहचान दी है । आज मिली जुली फीलिंग है । इतने साल तक खेलने की खुशी है तो दुख भी है कि अब भारत की जर्सी कभी नहीं पहन सकेंगे।'' एक रेहड़ी वाले की बेटी ने जब हॉकी स्टिक थामी तो समाज ने काफी विरोध किया लेकिन परिवार ने हर कदम पर उनका साथ दिया और आज उसी समाज के लिये रानी मिसाल बन गई है ।पद्मश्री और खेल रत्न से नवाजी जा चुकी 29 वर्ष की इस महान स्ट्राइकर ने कहा ,‘‘ बीस पच्चीस साल पहले एक लड़की का हरियाणा के एक रूढिवादी इलाके से निकलकर खेलना आसान नहीं था । समाज का काफी दबाव होता है । मां बाप को यह भी डर रहता है कि बच्चे के सपने पूरे होंगे या नहीं । लोग उनको बोलते थे कि लड़की है जिसको खेलने भेजोगे तो आपका नाम खराब करेगी । लेकिन मेरे पापा ने सभी से लड़कर मुझे मेरे सपने पूरे करने का मौका दिया ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ मेरे मां बाप ने बहुत संघर्ष किया , बहुत गरीबी में दिन काटे । हमने भी बहुत गरीबी देखी लेकिन मैने ठान लिया था कि अगर जीवन में कुछ नहीं किया तो यह संघर्ष ऐसे ही चलता रहेगा । मेरे कोच द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त बलदेव सिंह ने मुझे भरोसा दिलाया कि मैं हॉकी में कुछ कर सकती हूं ।'' विश्व कप 2010 में सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी का पुरस्कार पाने वाली रानी ने कहा ,‘‘जब मैने शुरू किया था तब कभी सोचा नहीं था कि यहां तक पहुचूंगी । ये भी नहीं पता था कि भारत के लिये खेलने के क्या मायने होते हैं । उस समय सोशल मीडिया नहीं था और मैं एक छोटे से गांव से आई थी ।'' उन्होंने कहा ,‘‘अब उसी कस्बे में लौटती हूं तो लोग अपनी बेटियों को कहते हैं कि तुम्हें रानी जैसा बनना है तो लगता है कि मैं अपने मकसद में कामयाब हो गई । मैं हर माता पिता से कहूंगी कि अपनी बेटियों को उनके सपने पूरे करने का मौका दें , एक दिन आपको उन पर गर्व होगा ।'' रानी ने कहा ,‘‘ मैं सभी लड़कियों को संदेश देना चाहती हूं कि चुनौतियों से भीतर एक आग पैदा होनी चाहिये कि जीवन में कुछ करना है । मेरी गरीबी ने मेरे भीतर वह आग पैदा की । बड़े सपने देखना बहुत जरूरी है तभी वह सच होते हैं ।'' तोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने को भारतीय महिला हॉकी के लिये बड़ा बदलाव बताते हुए उन्होंने कहा ,‘‘ मैने अपने कैरियर में पहली बार देखा कि लोगों ने सुबह छह बजे उठकर अर्जेंटीना के खिलाफ हमारा सेमीफाइनल देखा ।यह बहुत बड़ा बदलाव था लोगों की महिला हॉकी को लेकर सोच में । इस प्रदर्शन ने कई लड़कियों को हॉकी स्टिक थामने की प्रेरणा दी । लेकिन अभी भी कई बार रात को सोते समय ख्याल आता है कि तोक्यो में पदक से एक कदम दूर रह गए ।'' उन्होंने यह भी कहा कि पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई नहीं कर पाने को भुलाकर अब भारतीय महिला टीम को लॉस एंजिलिस 2028 खेलों पर ध्यान देना चाहिये ।उन्होंने कहा ,‘‘ खेल में हार जीत चलती है । हमेशा आप जीत नहीं सकते । मुझे भी ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने के लिये पंद्रह साल लगे । पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई नहीं कर पाने को भुलाकर अब आगे की सोचना है । अब नजरें लॉस एंजिलिस पर होनी चाहिये ।'' कैरियर की सबसे सुखद याद के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा ,‘‘एक अच्छी याद बताना मुश्किल है क्योंकि इतना लंबा कैरियर रहा है । लेकिन सबसे सुखद याद पहली बार भारत की जर्सी पहनना और मैदान पर राष्ट्रगीत बजते सुनना है । अभी भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं ।'' उन्होंने यह भी कहा कि संन्यास का फैसला उन्होंने जल्दबाजी में नहीं बल्कि बहुत सोच समझकर फैसला लिया है । रानी ने कहा ,‘‘ जीवन में कभी तो यह होना ही था और मुझे लगा कि यह सही समय है । मैने जितने साल खेला, अपनी ओर से शत प्रतिशत दिया और अब नयी भूमिका में (जूनियर महिला कोच) युवाओं के साथ अपने अनुभव बांटने का समय है ।'' उन्होंने कहा,‘‘ हॉकी ने और इस देश ने मुझे बहुत कुछ दिया है । मेरे जैसी देश में लाखों लड़कियां है जिन्हें उसी तरह की प्रेरणा की जरूरत है । उनके लिये रानी हमेशा खड़ी है ।''
-
वेलिंगटन. न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज चाड बोवेस ने बुधवार को केवल 103 गेंद पर दोहरा शतक जड़कर लिस्ट ए क्रिकेट में नया रिकॉर्ड बनाया। बोवेस ने खेल के इस प्रारूप में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया जो इससे पहले भारत के नारायण जगदीसन और ऑस्ट्रेलिया के ट्रैविस हेड के नाम दर्ज था। दक्षिण अफ्रीका में जन्मे न्यूजीलैंड के बल्लेबाज बोवेस ने फोर्ड ट्रॉफी में कैंटरबरी की तरफ से ओटागो के खिलाफ खेलते हुए यह उपलब्धि हासिल की। वह आखिर में 110 गेंद पर 205 रन बनाकर आउट हुए जो लिस्ट ए क्रिकेट में उनका सर्वोच्च स्कोर भी है। जगदीसन और हेड ने 114 गेंदों में अपने-अपने दोहरे शतक पूरे किए थे।
हेड ने 2021-22 में मार्श कप में दक्षिण ऑस्ट्रेलिया की तरफ से खेलते हुए, जबकि तमिलनाडु के जगदीसन ने 2022 विजय हजारे ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ रिकॉर्ड तोड़ 277 रन की पारी के दौरान यह उपलब्धि हासिल की थी। - गुरुग्राम . भारत में महिलाओं के गोल्फ के सबसे प्रतिष्ठित आयोजन हीरो वुमेंस इंडियन ओपन में दीक्षा डागर, त्वेसा मलिक और हिताशी बख्शी जैसे खिलाड़ियों के पास लेडीज यूरोपीय टूर (एलईटी) के इस आयोजन में दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों को चुनौती देने का मौका मिलेगा। डीएलएफ गोल्फ एंड कंट्री क्लब में गुरुवार से शुरू हो रहे इस टूर्नामेंट में 31 देशों की 114 खिलाड़ी भाग ले रहीं हैं। इसमें से कई हाल ही में लेडीज यूरोपियन टूर की विजेता रही हैं। भारतीय दल में भारतीय महिला गोल्फ संघ की 24 खिलाड़ी शामिल हैं, जिनमें 2013 से अब तक के 10 ‘ऑर्डर ऑफ मेरिट विजेताओं में से नौ खिलाड़ी शामिल हैं। टूर्नामेंट में डब्ल्यूपीटीजी मेरिट में शीर्ष पर रही 19 साल की हिताशी भी शामिल हैं।हिताशी ने यहां संवाददात सम्मेलन ने कहा, ‘‘ पिछले साल के आखिर में मेरे लिए चीजें ठीक नहीं चल रही थी लेकिन इस साल मार्च में यहां महिला कोर्स रिकॉर्ड की बराबरी करने के बाद मैंने आत्मविश्वास हासिल कर ली।'' उन्होंने कहा, ‘‘ यह गोल्फ कोर्स थोड़ा अलग है, लेकिन यह सभी के लिए एक समान है। मैं पिछले कुछ समय से अपने कोच के साथ यहां बहुत अभ्यास कर रही हूं। चार लाख डॉलर राशि वाले इस टूर्नामेंट में चियारा ताम्बुर्लिनी, मैनन डी रोए, कैरोलिन हेडवाल, ली-ऐन पेस और त्रिचैट चीन्गलैब जैसे कई एलईटी विजेता शामिल हैं। स्विट्जरलैंड की चियारा अगर यहां विजेता बनी तो वह लेडीज यूरोपीय टूर के मौजूदा सत्र के तालिका में अपना शीर्ष स्थान पक्का कर लेंगी। चियारा ने कहा, ‘‘मुझे इसके बारे में पता है लेकिन मैं पहली बार भारत आयी हूं। यहां मैंने कल अभ्यास किया है और यह काफी मुश्किल गोल्फ कोर्स है। देखते है क्या होता है।'' भारत की अनुभवी खिलाड़ी त्वेसा मलिक अपने घेरलू कोर्स पर खेलने को लेकर रोमांचित है।उन्होंने कहा, यह मेरा घरेलू कोर्स है और यहां मेरे लिए अच्छी बात यह है कि मेरे दोस्त और परिवार यहां मेरे साथ होगे।'' राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बढ़ रही प्रदूषण के खेल पर असर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ हमने इससे अधिक प्रदूषण में खेला है। ऐसे में यह कोई समस्या है उम्मीद है इस सप्ताह इसमें ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होगी।