भारतीय खिलाड़ियों के पास वुमेंस इंडियन ओपन में गोल्फ में अपना दमखम दिखाने का मौका
गुरुग्राम . भारत में महिलाओं के गोल्फ के सबसे प्रतिष्ठित आयोजन हीरो वुमेंस इंडियन ओपन में दीक्षा डागर, त्वेसा मलिक और हिताशी बख्शी जैसे खिलाड़ियों के पास लेडीज यूरोपीय टूर (एलईटी) के इस आयोजन में दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों को चुनौती देने का मौका मिलेगा। डीएलएफ गोल्फ एंड कंट्री क्लब में गुरुवार से शुरू हो रहे इस टूर्नामेंट में 31 देशों की 114 खिलाड़ी भाग ले रहीं हैं। इसमें से कई हाल ही में लेडीज यूरोपियन टूर की विजेता रही हैं। भारतीय दल में भारतीय महिला गोल्फ संघ की 24 खिलाड़ी शामिल हैं, जिनमें 2013 से अब तक के 10 ‘ऑर्डर ऑफ मेरिट विजेताओं में से नौ खिलाड़ी शामिल हैं। टूर्नामेंट में डब्ल्यूपीटीजी मेरिट में शीर्ष पर रही 19 साल की हिताशी भी शामिल हैं।
हिताशी ने यहां संवाददात सम्मेलन ने कहा, ‘‘ पिछले साल के आखिर में मेरे लिए चीजें ठीक नहीं चल रही थी लेकिन इस साल मार्च में यहां महिला कोर्स रिकॉर्ड की बराबरी करने के बाद मैंने आत्मविश्वास हासिल कर ली।'' उन्होंने कहा, ‘‘ यह गोल्फ कोर्स थोड़ा अलग है, लेकिन यह सभी के लिए एक समान है। मैं पिछले कुछ समय से अपने कोच के साथ यहां बहुत अभ्यास कर रही हूं। चार लाख डॉलर राशि वाले इस टूर्नामेंट में चियारा ताम्बुर्लिनी, मैनन डी रोए, कैरोलिन हेडवाल, ली-ऐन पेस और त्रिचैट चीन्गलैब जैसे कई एलईटी विजेता शामिल हैं। स्विट्जरलैंड की चियारा अगर यहां विजेता बनी तो वह लेडीज यूरोपीय टूर के मौजूदा सत्र के तालिका में अपना शीर्ष स्थान पक्का कर लेंगी। चियारा ने कहा, ‘‘मुझे इसके बारे में पता है लेकिन मैं पहली बार भारत आयी हूं। यहां मैंने कल अभ्यास किया है और यह काफी मुश्किल गोल्फ कोर्स है। देखते है क्या होता है।'' भारत की अनुभवी खिलाड़ी त्वेसा मलिक अपने घेरलू कोर्स पर खेलने को लेकर रोमांचित है।
उन्होंने कहा, यह मेरा घरेलू कोर्स है और यहां मेरे लिए अच्छी बात यह है कि मेरे दोस्त और परिवार यहां मेरे साथ होगे।'' राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बढ़ रही प्रदूषण के खेल पर असर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ हमने इससे अधिक प्रदूषण में खेला है। ऐसे में यह कोई समस्या है उम्मीद है इस सप्ताह इसमें ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होगी।
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