- Home
- देश
- नयी दिल्ली. वित्तीय सेवा विभाग के सचिव विवेक जोशी ने बृहस्पतिवार को ‘बैंकों में कृत्रिम मेधा की स्थिति' पर एक कार्यशाला की अध्यक्षता की। इसका आयोजन विभाग की व्याख्यान श्रृंखला के तहत किया गया। कार्याशाला में सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ विभिन्न वित्तीय संस्थानों के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) तथा नैसकॉम के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यशाला ने प्रतिभागियों के लिए बैंकों में कृत्रिम मेधा (एआई) को लागू करने के लिए विभिन्न मामलों के अध्ययनों और रणनीतियों के बारे में जानने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया। कार्यशाला में उद्योग विशेषज्ञों ने चर्चा की कि ग्राहक सेवा को बढ़ाने, कर्ज के संबंध में बेहतर निर्णय लेने, धोखाधड़ी और चूक का पता लगाने, जोखिम से निपटने के लिए शीघ्र कदम उठाने और कर्मचारी उत्पादकता तथा दक्षता को बढ़ावा देने के लिए एआई का उपयोग कैसे किया जा सकता है। बयान के अनुसार, कार्यशाला में साइबर सुरक्षा, पारदर्शिता और अनुपालन के संदर्भ में एआई की उभरती चुनौतियों पर भी चर्चा की गयी।
- नयी दिल्ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुजरे जमाने की अभिनेत्री वैजयंतीमाला बाली, तेलुगू अभिनेता कोनिडेला चिरंजीवी, उच्चतम न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश (दिवंगत) एम फातिमा बीवी और ‘‘बॉम्बे समाचार'' के मालिक एच. एन. कामा समेत अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों को बृहस्पतिवार को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित नागरिक अलंकरण समारोह में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता ओ. राजगोपाल, लद्दाख के दिवंगत आध्यात्मिक नेता तोगदान रिनपोचे तथा तमिल अभिनेता दिवंगत ‘‘कैप्टन'' विजयकांत (दोनों मरणोपरांत), गुजराती समाचार पत्र ‘‘जन्मभूमि'' के समूह संपादक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कुंदन व्यास को भी पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वैजयंतीमाला (90) और चिरंजीवी (68) को पद्म विभूषण से नवाजा गया, वहीं बीवी, कामा, राजगोपाल, विजयकांत, रिनपोचे और व्यास को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। बीवी, विजयकांत और रिनपोचे के परिवार के सदस्यों ने पुरस्कार प्राप्त किए। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह उपस्थित थे। देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री में प्रदान किए जाते हैं। पद्म भूषण से सम्मानित किए जाने वालों में प्रख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ अश्विन बालचंद मेहता और पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिवंगत भाजपा नेता सत्यब्रत मुखर्जी शामिल हैं। पद्म श्री से सम्मानित किए जानेवालों में ‘हाथी कन्या' के नाम से मशहूर भारत की पहली महिला हाथी महावत पार्वती बरुआ, तेलंगाना के मूर्तिकार वेलु आनंदचारी, त्रिपुरा की प्रख्यात बुनकर स्मृति रेखा चकमा, नारियल की जैविक बागवानी में अग्रणी भूमिका निभाने वालीं अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की के. चेल्लाम्मल और स्क्वैश खिलाड़ी जोशना चिनप्पा शामिल थीं। बचपन में अपने दोनों हाथ और पैर खो चुके कर्नाटक के दिव्यांग व्यक्ति के एस राजन्ना को जब पद्मश्री से सम्मानित किया गया तो तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। वह सम्मान लेने के लिए जाते समय मोदी और शाह का अभिवादन करने गए। जब राजन्ना को सम्मानित किया गया तो समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति और अतिथि लगातार तालियां बजाते रहे। राजन्ना दिव्यांग जन के कल्याण के वास्ते अपने काम के लिए जाने जाते हैं। पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित पंजाब के प्रख्यात रंगमंच कलाकार प्राण सभरवाल भी मोदी के पास आए और उनके पैर छूने की कोशिश की। प्रधानमंत्री ने भी उनका अभिवादन किया। राष्ट्रपति से पद्मश्री पुरस्कार लेने जाते समय नगालैंड की सामाजिक कार्यकर्ता सानो वामुजो और योग गुरु किरण लाभशंकर व्यास ने प्रधानमंत्री से हाथ मिलाया। फ्रांसीसी योग प्रशिक्षक चार्लोट चोपिन (101) को पद्म श्री से सम्मानित किया गया। हरे रंग की साड़ी में, वह पुरस्कार लेने के लिए खुद ही मंच तक गईं। राष्ट्रपति मुर्मू चलने में कठिनाई या व्हीलचेयर पर आश्रित कुछ पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित करने के लिए मंच से नीचे उतरीं। सिक्किम के प्रसिद्ध बांस शिल्पकार जोडेन लेप्चा पारंपरिक पोशाक और रंगीन टोपी पहनकर आए थे। उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है। वर्ष 2024 के लिए, राष्ट्रपति ने 132 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंजूरी दी थी, जिसमें दो युगल मामले (पुरस्कार को एक के रूप में गिना जाता है) शामिल हैं। इस सूची में पांच पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 110 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। आधे से अधिक पुरस्कार विजेताओं को 22 अप्रैल को सम्मानित किया गया था, शेष को बृहस्पतिवार को सम्मान से नवाजा गया।
-
नयी दिल्ली. भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार (एनएआई) ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रफी अहमद किदवई का निजी कागज-पत्र संग्रह हासिल कर लिया है, जिसमें देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे कई प्रतिष्ठित नेताओं के साथ उनके मौलिक पत्राचार शामिल हैं। संस्कृति मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के अपर सचिव फैज अहमद किदवई ने ये कागजात रफी अहमद किदवई के छोटे भाई हुसैन कामिल किदवई की बेटी ताजीन किदवई और सारा मनाल किदवई की उपस्थिति में भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार (एनएआई) के महानिदेशक को सौंपे। भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार भारत सरकार के अभिलेखों का संरक्षक है और सार्वजनिक रिकॉर्ड अधिनियम 1993 के प्रावधान के अनुसार प्रशासकों और शोधकर्ताओं के उपयोग के लिए उन्हें अपने पास संरक्षित रखता है। एनआईए ने बताया कि उसने रफी अहमद किदवई का निजी कागज-पत्र संग्रह प्राप्त किया है जिसमें नेहरू, पटेल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पी डी टंडन जैसे कई प्रतिष्ठित नेताओं के साथ किदवई के मूल पत्राचार शामिल हैं। बयान में कहा गया कि रफी अहमद किदवई जीवंतता, प्रतिभा एवं आकर्षक व्यक्तित्व के धनी थे और उन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने निरंतर प्रयासों को जारी रखा तथा हर प्रकार की सांप्रदायिकता एवं अंधविश्वासों का खंडन किया।
-
इंफाल. मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि कामजोंग जिले में 5,457 ‘अवैध प्रवासियों' का पता चला है और उनके निर्वासन के लिए कदम उठाये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने ‘एक्स' पर लिखा कि 5,173 लोगों के बायोमेट्रिक आंकड़े एकत्रित कर लिए गए हैं। एक अधिकारी ने कहा, फाइकोह, हुइमी थाना/सांगकलोक शरणार्थी शिविरों में रहने वाले लोगों का बायोमेट्रिक विवरण प्राप्त किया जा रहा है।'' सिंह ने कहा कि उनकी सरकार सभी ‘अवैध प्रवासियों' को मानवीय मदद प्रदान कर रही है।
उन्होंने कहा, हम इस परिस्थिति को बहुत ही संवेदनशील तरीके से संभाल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया था कि इस महीने की शुरुआत में म्यांमा के कम से कम 38 ‘अवैध प्रवासियों' को तेंगनोपाल जिले के मोरेह कस्बे के रास्ते वापस भेजा गया था जो सीमापार कर मणिपुर आए थे। उन्होंने कहा कि पहले चरण में कुल 77 ऐसे प्रवासियों को निर्वासित किया गया था । -
नई दिल्ली। आम चुनाव 2024 में प्रत्यक्ष रूप से मतदान प्रक्रिया को देखकर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है। जहां कुछ प्रतिनिधियों ने पारदर्शिता की सराहना की, वहीं अन्य प्रतिनिधियों ने निर्वाचन आयोग की हरित मतदान केंद्र जैसी पहलों को प्रेरणादायक करार दिया। इन प्रतिनिधियों ने चुनावों में ईवीएम-वीवीपैट के रैंडमाइजेशन सहित दूसरी चुनावी प्रक्रियाओं में बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी के उपयोग की भी सराहना की। प्रतिनिधियों ने यह भी कहा कि वे विशेष रूप से लोकतांत्रिक आदर्शों को मजबूत करने के प्रति भारतीय मतदाताओं की प्रतिबद्धता और उनके अटूट विश्वास से प्रभावित हुए हैं। कुल मिलाकर, इस दौरे पर आए इन देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के सदस्यों के बीच इस बात पर सर्वसम्मति थी कि भारत में चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण, समावेशी तथा सुलभ रही और यहां चुनाव उत्सव के मूड में होता है।
ये प्रतिक्रियाएं अंतर्राष्ट्रीय चुनाव आगंतुक कार्यक्रम (आईईवीपी) के भाग के रूप में भारत आए अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों के अब तक के सबसे बड़े दल के हाल ही में संपन्न हुए आम चुनाव के तीसरे चरण को प्रत्यक्ष रूप से देखने के बाद आईं।तीसरे चरण में 11 राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों के 93 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ। इन प्रतिनिधियों ने 6 राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों में तैयारी कार्य सहित मतदान का अवलोकन किया। उन्होंने देखा कि कैसे बड़ी संख्या में इंसानों और मशीनरी की इतने बड़े स्तर पर आवाजाही कराई जाती है।आईईवीपी 2024 के जमीनी स्तर से प्राप्त अनुभव
कर्नाटककंबोडिया, ट्यूनीशिया, मोल्दोवा, सेशेल्स और नेपाल के प्रतिनिधियों ने कर्नाटक में बेलगाम संसदीय क्षेत्र का दौरा किया और मतदान केंद्र के अंदर अधिकारियों व पीठासीन अधिकारियों से बातचीत की, मॉक पोल का अवलोकन किया, कमांड कंट्रोल सेंटर और मीडिया निगरानी केन्द्रों का दौरा किया। इन प्रतिनिधियों ने मॉक पोल, मतदान केंद्र के अंदर उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति तथा भागीदारी द्वारा दर्शायी गई पारदर्शिता की सराहना की।गोवाभूटान तथा मंगोलिया के प्रतिनिधियों और इज़राइल की एक मीडिया टीम ने गोवा में दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान और संबंधित व्यवस्थाएं देखी। वे भी मॉक पोल में शामिल हुए और उन्हें कमांड कंट्रोल सेंटर, मीडिया निगरानी केंद्रों, प्रेषण केंद्र आदि से अवगत कराया गया। भूटान के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) और भूटान तथा मंगोलिया के चुनाव अधिकारियों ने चुनाव के संचालन में मतदान केंद्र के अंदर राजनीतिक दलों, मीडिया, उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों को शामिल करने में पारदर्शिता की सराहना की। विदेश से आए इन प्रतिनिधियों ने दिव्यांग के लिए तैयार किए गए मतदान केंद्रों और पिंक मतदान को देखकर प्रशंसा और आश्चर्य व्यक्त किया। प्रतिनिधियों ने ईवीएम-वीवीपैट के वितरण में सॉफ्टवेयर के उपयोग की सराहना की।मध्य प्रदेशमध्य प्रदेश गए 11 सदस्यीय अंतर्राष्ट्रीय टीम में श्रीलंका और फिलीपींस के प्रतिनिधि शामिल रहे। इन प्रतिनिधियों ने भोपाल, विदिशा, सीहोर और रायसेन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान केंद्रों का दौरा किया और लोक सभा चुनाव की चुनावी प्रक्रिया को प्रत्यक्ष रूप से देखा। इन्होंने मतदाताओं से बातचीत कर उनमें उत्साह और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भारतीय नागरिकों की भागीदारी की सक्रियता देखी। इस दौरान मिले अपने अनुभवों को साझा करते हुए इन प्रतिनिधियों ने भारत में देखे गए जीवंत लोकतंत्र की खुलकर प्रशंसा की। वे विशेष रूप से अटूट विश्वास और लोकतांत्रिक आदर्शों को मजबूत करने के प्रति भारतीय मतदाताओं की प्रतिबद्धता से प्रभावित थे।उत्तर प्रदेशचिली, जॉर्जिया, मालदीव, नामीबिया, पापुआ न्यू गिनी और उज़्बेकिस्तान से आए प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश में 7 मई, 2024 को फ़तेहपुर सीकरी और आगरा संसदीय क्षेत्र में मतदान को देखा। विदेशों से आए गणमान्य व्यक्तियों को इन दोनों संसदीय क्षेत्र में पड़ने वाले ताज महल और फ़तेहपुर सीकरी के अद्भुत वास्तुशिल्प को दिखाया गया। उन्हें मतदान दिवस और मतदान दिवस से एक दिन पहले चुनाव संबंधी विभिन्न व्यवस्थाओं/गतिविधियों से अवगत कराया गया। दौरे पर आए इन देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के सदस्यों के बीच इस बात पर सर्वसम्मति थी कि भारत में चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण, समावेशी और सुलभ थी।गुजरातफिजी, ऑस्ट्रेलिया, रूस, मेडागास्कर, किर्गिज़ गणराज्य के प्रतिनिधियों ने अहमदाबाद में लोकसभा आम चुनाव, 2024 के लिए मतदान से पूर्व की व्यवस्था और मतदान प्रक्रिया देखी। प्रतिनिधिमंडल डबल लॉक सिस्टम वाले स्ट्रांग रूम और ईवीएम की प्रभावी सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले सशस्त्र पुलिस कर्मियों की तैनाती से प्रभावित हुआ। अहमदाबाद पूर्वी संसदीय क्षेत्र के साणंद विधानसभा क्षेत्र में महिला प्रबंधित मतदान केंद्रों की भी सराहना की गई। उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ता है और उनकी भागीदारी बढ़ती है। बुजुर्ग मतदाताओं की मदद के लिए स्वयंसेवकों के साथ-साथ सभी स्थानों पर रैंप और व्हीलचेयर की सुविधा की भी काफी सराहना की गई। दृष्टिबाधित दिव्यांग मतदाताओं के लिए ब्रेल बैलेट पेपर की अवधारणा को भी दृष्टिबाधित लोगों की मदद के लिए एक अच्छी पहल के रूप में पसंद किया गया।महाराष्ट्रबांग्लादेश, श्रीलंका, कजाकिस्तान और जिम्बाब्वे के चुनाव प्रबंधन निकायों के प्रतिनिधियों ने महाराष्ट्र में रायगढ़ संसदीय क्षेत्र का दौरा किया और चुनाव पूर्व व्यवस्था, मतदान दलों के फैलाव और अन्य लाजिस्टिक्स को नजदीक से देखा। इन प्रतिनिधियों ने भारतीय चुनावों के विभिन्न पहलुओं के बारे में जिला चुनाव अधिकारी, रिटर्निंग अधिकारी, पीठासीन अधिकारियों और चुनाव संबंधित अन्य अधिकारियों के साथ बातचीत की। ये प्रतिनिधि मतदान केंद्रों पर पारदर्शिता उपायों से प्रभावित हुए।दुनिया भर के 23 देशों ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, भूटान, कंबोडिया, चिली, फिजी, जॉर्जिया, कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, मेडागास्कर, मालदीव, मंगोलिया, मोल्दोवा, नामीबिया, नेपाल, न्यू गिनी, फिलीपींस, रूस, सेशेल्स, श्रीलंका, ट्यूनीशिया, उज्बेकिस्तान, और जिम्बाब्वे के प्रतिनिधि लोक सभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के मतदान का गवाह बनने के लिए 5 मई 2024 को नई दिल्ली पहुंचे। उनका उद्घाटन सत्र में भारत के निर्वाचन आयोग के साथ संवाद हुआ जिसकी अध्यक्षता मुख्य चुनाव आयुक्त श्री राजीव कुमार ने की। इसमें चुनाव आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार और डॉ. सुखबीर सिंह संधू भी उपस्थित थे। इसके बाद इन प्रतिनिधियों को विभिन्न राज्यों जैसे कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, गोवा और मध्य प्रदेश का दौरा करने के लिए 6 छोटे समूहों में विभाजित किया गया। इस उद्देश्य के लिए इन प्रतिनिधियों ने 13 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान केंद्रों का दौरा किया। इन राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारियों ने मतदान तैयारियों, लॉजिस्टिक्स और वेबकास्टिंग व्यवस्था को देखने के साथ-साथ मतदान से पूर्व मतदान अधिकारियों और पीठासीन अधिकारियों के साथ जुड़ने एवं मॉक पोल में शामिल होने, चुनाव के दिन यानि 7 मई 2024 को वास्तविक मतदान देखने और मतदाताओं के साथ बातचीत करने के लिए इन प्रतिनिधियों की यात्रा का आयोजन किया। -
नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और नौसेना अकादमी परीक्षा, (I) 2024 के लिखित परिणाम की घोषणा की ।संघ लोक सेवा आयोग द्वारा 21 अप्रैल, 2024 को आयोजित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी एवं नौसेना अकादमी परीक्षा, (I) 2024 के लिखित भाग के परिणाम के आधार पर 2 जनवरी, 2025 से आरंभ होने वाले राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के सेना, नौसेना तथा वायु सेना स्कंधों के 153वें पाठ्यक्रम तथा भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनएसी) के 115वें पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु निम्नलिखित अनुक्रमांक वाले उम्मीदवारों ने रक्षा मंत्रालय के सेवा चयन बोर्ड द्वारा साक्षात्कार के लिए अर्हता प्राप्त कर ली है। यह परिणाम आयोग की वेबसाइट www.upsc.gov.in पर भी उपलब्ध है।
2. इस सूची में जिन उम्मीदवारों के अनुक्रमांक दर्शाए गए हैं, उन सभी उम्मीदवारों की उम्मीदवारी अनंतिम है। परीक्षा में उम्मीदवारों के प्रवेश की शर्तों के अनुसार, 'उम्मीदवारों से अनुरोध है कि वे लिखित परिणाम की घोषणा के दो सप्ताह के भीतर भारतीय सेना की भर्ती संबंधी बेवसाइट joinindianarmy.nic.in पर स्वयं को ऑनलाइन पंजीकृत कर लें। इसके पश्चात् सफल उम्मीदवारों को सेवा चयन बोर्ड(एसएसबी) के चयन केंद्र और साक्षात्कार की तारीखें आबंटित की जाएंगी, जिसकी सूचना उन्हें उनके पंजीकृत ई-मेल आईडी के माध्यम से दी जाएगी। यदि किसी उम्मीदवार ने पहले ही स्वयं को वेबसाइट पर पंजीकृत कर लिया तो उसे यह करना आवश्यक नहीं है। किसी कठिनाई/लॉग-इन समस्या के मामले में dirrecruiting6-mod[at]nic[dot]in पर ई- मेल भेजा जा सकता है।”“उम्मीदवारों से यह भी अनुरोध है कि वे अपनी आयु तथा शैक्षणिक योग्यता के संबंध में अपने मूल प्रमाण-पत्र सेवा चयन बोर्ड द्वारा साक्षात्कार के समय संबंधित सेवा चयन बोर्ड (एसएसबी) के समक्ष प्रस्तुत करें।'उम्मीदवार अपने मूल प्रमाण-पत्र संघ लोक सेवा आयोग को कदापि ना भेंजे। किसी अन्य प्रकार कीजानकारी के लिए उम्मीदवार किसी भी कार्य दिवस में पूर्वाह्न 10.00 बजे से सायं 5.00 बजे के बीच आयोग केगेट ‘सी’ के पास सुविधा काउन्टर से स्वयं आकर या टेलीफोन नं. 011-23385271/ 011-23381125/ 011- 23098543 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, एसएसबी/ साक्षात्कार संबंधी मामलों में सेना को प्रथम विकल्प के तौर पर चुनने वाले उम्मीदवार टेलीफोन नं. 011-26175473 या joinindianarmy.nic.in पर, नौसेना/ नौसेना अकादमी को प्रथम विकल्प के तौर पर चुनने वाले उम्मीदवार टेलीफोन नं. 011-23010097/ Email: officer-navy[at]nic[dot]in या joinindiannavy.gov.in पर तथा वायुसेना को प्रथम विकल्प के तौर पर चुनने वाले उम्मीदवार टेलीफोन नं. 011-23010231, एक्सटेंशन 7645/7646/7610 या www.careerindianairforce.cdac.in पर संपर्क कर सकते हैं।3. उम्मीदवारों के अंक-पत्रक, अंतिम परिणाम के प्रकाशित होने की तारीख से पंद्रह (15) दिनों के भीतर (एसएसबी साक्षात्कारों के समाप्त होने के बाद) आयोग की वेबसाइ्ट पर प्रदर्शित कर दिए जाएंगे और तीस (30) दिनों की अवधि के लिए वेबसाइट पर उपलब्ध रहेंगे। -
नई दिल्ली। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित नागरिक अलंकरण समारोह-II में 2 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 56 पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किए।
इस अवसर पर उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह सहित भारत सरकार के अनेक मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।अलंकरण समारोह के बाद केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह और अन्य केन्द्रीय मंत्रियों ने पद्म पुरस्कार विजेताओं के साथ गृह मंत्री द्वारा उनके आवास पर दिए गए रात्रि भोज के दौरान संवाद किया।पद्म पुरस्कार विजेता कल सुबह (10 मई, 2024) को राष्ट्रीय समर स्मारक (National War Memorial) पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। वे राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री संग्रहालय का भी भ्रमण करेंगे। -
अयोध्या (उप्र). केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बुधवार को अयोध्या के राम मंदिर में गये और वहां भगवान राम के समक्ष शीश नवाया और प्रार्थना की । बुधवार दोपहर अयोध्या पहुंचे खान ने राम जन्मभूमि पर बने राम मंदिर में गये और विशेष प्रार्थना की तथा भगवान राम के सामने शीश नवाया । खान ने कहा, ‘‘मैं जनवरी में दो बार अयोध्या आ चुका हूं ।जो भावना उस समय थी, वही आज भी है। मैं कई बार अयोध्या आ चुका हूं । यह हमारे लिए सिर्फ खुशी की बात नहीं है, बल्कि अयोध्या आना और श्रीराम की पूजा करना गर्व की बात है।'' केरल राज्यपाल के आधिकारिक ‘एक्स' हैंडल पर एक वीडियो साझा किया गया है जिसमें खान 'जय श्री राम' के उद्घोष के बीच मंदिर के अंदर भगवान की प्रतिमा के सामने शीश नवाते और प्रार्थना करते नजर आ रहे हैं ।
-
नयी दिल्ली. कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने बुधवार को ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस' के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। पित्रोदा की उस टिप्पणी को लेकर बुधवार को विवाद खड़ा हो गया जिसमें उन्होंने कहा है कि ‘‘पूर्व के लोग चीनी और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी नागरिकों जैसे दिखते हैं''। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पित्रोदा की ‘‘नस्ली'' टिप्पणियों को लेकर उन पर निशाना साधते हुए दावा किया कि इससे विपक्षी दल की ‘‘विभाजनकारी'' राजनीति बेनकाब हो गई है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने पित्रोदा के निर्णय को स्वीकार कर लिया है। रमेश ने कहा, ‘‘श्री सैम पित्रोदा ने अपनी मर्जी से ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस' के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने उनका निर्णय स्वीकार कर लिया है।'' पित्रोदा ने एक पॉडकास्ट में कहा, ‘‘हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं। जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं।'' कांग्रेस ने हालांकि पित्रोदा की टिप्पणियों से खुद को अलग करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य बताया। पार्टी ने कहा कि वह इन टिप्पणियों से खुद को ‘‘पूरी तरह से अलग'' करती है। पित्रोदा की टिप्पणी से खुद को अलग करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स' पर कहा, ‘‘सैम पित्रोदा द्वारा भारत की विविधताओं को जो उपमाएं दी गई हैं, वह अत्यंत गलत और अस्वीकार्य हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इन उपमाओं से अपने आप को पूर्ण रूप से अलग करती है।'' इससे पहले पित्रोदा ने विरासत कर के बारे में बात करके विवाद खड़ा कर दिया था, जिसे भाजपा ने चुनावी मुद्दा बना लिया। पित्रोदा ने कांग्रेस के घोषणापत्र में ‘संपदा के पुन: वितरण' के मुद्दे पर बात करते हुए ‘अमेरिका में विरासत कर' का उल्लेख किया था। इसके बाद भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधना शुरू कर दिया था।
-
नयी दिल्ली. संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा बुधवार को घोषित नतीजों के मुताबिक भारतीय वन सेवा (आईएफएस) के लिए 147 उम्मीदवारों का चयन किया गया है। यूपीएससी द्वारा जारी बयान के मुताबिक चयनित अभ्यार्थियों में सामान्य श्रेणी के 43, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस)के 20, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के 51, अनुसूचित जाति (एससी) के 22 और अनुसूचित जनजाति के 11 उम्मीदवार शामिल हैं। केंद्र ने बताया था कि परीक्षा के जरिये 150 रिक्तियों को भरा जाएगा।
बयान में कहा गया कि भारतीय वन सेवा में चयन के लिए यूपीएससी ने 26 नवंबर से तीन दिसंबर 2023 के बीच लिखित परीक्षा कराई और 22 अप्रैल से एक मई 2024 के बीच साक्षात्कार लिया जिसके आधार पर 147 उम्मीदवारों को आईएफएस में नियुक्त करने की सिफारिश की गई है। यूपीएससी के मुताबिक ऋत्विका पांडे ने परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। इसी प्रकार काले प्रतीक्षा नानासाहेब और स्वास्तिक यदुवंशी ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया है। -
पलक्कड़ (केरल). केरल के पलक्कड़ जिले में बुधवार को जंगली हाथी के हमले में प्रतिष्ठित मलयाली समाचार चैनल के एक कैमरामैन की मौत हो गई। ‘मातृभूमि न्यूज' में कार्यरत ए.वी. मुकेश (34) जब संवाददाता के साथ मालाम्बुझा और कांजीकोड के बीच स्थित नदी पार कर रहे जंगली हाथियों के झुंड की वीडियो बना रहे थे तभी एक हाथी ने उन पर हमला कर दिया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। चैनल के सूत्रों ने यह जानकारी दी। स्थानीय लोगों ने कहा कि इस इलाके में जंगली हाथियों की आवाजाही होती रहती है।
संवाददाता और वाहन चालक तो जान बजाकर भागने में कामयाब रहे, लेकिन मुकेश पर एक हाथी ने हमला कर दिया जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। चैनल के सूत्रों ने बताया कि मुकेश को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
मलप्पुरम जिले के परप्पनंगडी के रहने वाले मुकेश पिछले एक साल से मातृभूमि न्यूज के पलक्कड़ ब्यूरो में काम कर रहे थे। वह कई वर्षों तक चैनल के नयी दिल्ली ब्यूरो का हिस्सा रहे थे। मुकेश ने मातृभूमि में 'अतिजीवनम' नामक कॉलम के तहत 100 से अधिक लेख लिखकर रिपोर्टिंग में भी अपने कौशल को भी साबित किया। इन लेखों में उन्होंने वंचित तबके के लोगों के जीवन पर रोशनी डाली। उनके सहयोगियों ने कहा कि मुकेश अपने वेतन से पैसे इकट्ठा करके उन जरुरतमंद लोगों को वित्तीय सहायता प्रदान करते थे जिनका उन्होंने अपने कॉलम में उल्लेख किया था। मुकेश के परिवार में उनकी पत्नी हैं।
इस बीच, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी डी सतीशन, मंत्रियों ए.के. शशिंद्रन, एम.बी. राजेश, साजी चेरियन समेत विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने कैमरामैन के निधन पर शोक व्यक्त किया। आरिफ मोहम्मद खान ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि मातृभूमि न्यूज के कैमरामैन श्री ए.वी. मुकेश की हाथी के हमले में दुखद मृत्यु पर हार्दिक संवेदना प्रकट करता हूं। उनके लेखन में गरीबों के उत्थान के प्रति गहरी प्रतिबद्धता झलकती थी। उनकी आत्मा को मुक्ति मिले। - नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश आने वाले पर्यटक जल्द ही हजार साल से भी ज्यादा पुराने चुनार किले और पेशवा बाजीराव की प्रेयसी मस्तानी के महल में ठहर सकेंगे।प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नई नीति के तहत पुराने महलों, किलों, हवेलियों व धरोहरों को हेरिटेज होटल के तौर पर विकसित किए जाने की शुरुआत की गई है। देश के नामी गिरामी होटल कंपनियां जैसे लीली होटल्स, ताज समूह की इंडियन होटल्स कंपनी, नीमराना ग्रुप, महिंद्रा होटल्स एंड रिसार्ट, ओबेरॉय होटल्स, हयात रीजेंसी और ललित होटल्स ने धरोहरों को होटल के तौर पर विकसित करने व संचालित करने में रुचि दिखाई है। पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इनके अलावा सरोवर होटल्स, टीएचएफ होटल्स, रॉयल आर्किड, रमाडा होटल व क्लार्क होटल्स समूह ने भी नयी पर्यटन नीति के तहत महलों व हवेलियों को विकसित करने की इच्छा जताई है।प्रदेश सरकारी की पर्यटन नीति के तहत धरोहरों को होटल में बदलने के लिए न्यूनतम निवेश की धनराशि 30 करोड़ रुपये, 50 करोड़ और 100 करोड रुपये होगी। निवेश के आधार पर धरोहर भवनों को श्रेणियों में बांटते हुए निवेशकों को सुविधाएं व रियायतें दी जाएंगी।पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में मिर्जापुर में स्थित चुनार फोर्ट, झांसी में बरुआ सागर फोर्ट, मथुरा के बरसाने का जल महल, लखनऊ की छतर मंजिल व कोठी रौशन-उद-दौला और कानपुर के शुक्ला तालाब हवेली को होटल में परिवर्तित किया जा रहा है। इन होटलों के लिए रिपोर्ट तैयार कर शासन के पास मंजूरी के लिए भेजी गई है। मंजूरी मिलने के बाद अगले चरण में महोबा के मस्तानी महल और लेक पैलेस, झांसी के तहरोली, ललितपुर के ताल बेहट किले, बांदा के रनगढ़ फोर्ट को होटल में बदलने की प्रक्रिया शुरु की जाएगी। प्रदेश में सबसे ज्यादा पर्यटकों का आमद वाले शहर आगरा में मौजूद मुगल सम्राट अकबर की शिकारगाह किरावली में मौजूद धरोहर भवन को भी होटल में परिवर्तित करने की योजना है। कानपुर में बिठूर की बारादरी, राजधानी लखनऊ में कोठी गुलिस्ता-ए-इरम, कोठी दर्शन विलास और गोंडा में वजीरगंज की बारादरी को भी हेरिटेज होटल में बदलने की योजना है।इन हैरिटेज होटलों में वेलनेस सेंटर, म्यूजियम, हेरिटेज रेस्टोरेंट, थीमैटिक पार्क जैसी कई सुविधाएं विकसित की जाएंगी। अधिकारियों का कहना है कि इस कवायद से प्रदेश में पर्यटकों को रुकने के लिए अधिक स्थान व शानदार कमरे मिलेंगे साथ ही रोजगार सृजन भी होगा।
- नोएडा. नोएडा में एक आवासीय सोसायटी की लिफ्ट के अंदर घुस गए एक पालतू कुत्ते ने एक नाबालिग लड़की को काट लिया। निवासियों ने सोसायटी के आम क्षेत्रों में कुत्ते को खुला घूमने देने के लिए मालिकों पर जुर्माना लगाने की मांग की है। घटना तीन मई को नोएडा में सेक्टर 10 की लोटस 300 सोसायटी में हुई और बुधवार को घटना का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर आया। वीडियो में लगभग 10 साल की लड़की लिफ्ट के अंदर अकेली दिखाई दे रही है, तभी दरवाजा खुलता है और एक पालतू कुत्ता लिफ्ट के अंदर घुस कर लड़की के दाहिने हाथ पर काट लेता है। बाद में, कुत्ते का मालिक आ कर कुत्ते को ले जाता है। दर्द से कराहती, भयभीत लड़की लिफ्ट का दरवाजा बंद करने के लिए बार बार बटन दबाती है। कुछ समय बाद, कुत्ता वापस आता है लेकिन लिफ्ट का दरवाजा समय पर बंद हो जाता है। सोशल मीडिया पर वीडियो को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं आईं और लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया।‘नोएडा फेडरेशन ऑफ अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन' (एनओएफएए) के अध्यक्ष राजीव सिंह ने वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘कड़े नियमों की सख्त आवश्यकता है। कुत्ते के मालिक अगर सोसायटी के आम क्षेत्रों में पालतू जानवरों को एक पट्टे से बांधकर नहीं रखते हैं तो उन पर भारी जुर्माना लगाया।'' एक अन्य ‘एक्स' उपयोगकर्ता ईशान जोशी ने पर लिखा, ‘‘सार्वजनिक स्थानों या ऐसे सामान्य क्षेत्रों में कुत्तों को घूमने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।'' कुछ सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने कुत्ते के मालिक को जेल में डालने की भी मांग की।इस साल जनवरी में, एक जर्मन शेफर्ड कुत्ते के मालिक पर पुलिस ने नोएडा एक्सटेंशन (ग्रेटर नोएडा पश्चिम) के गौर सिटी 2 क्षेत्र में गैलेक्सी रॉयल सोसाइटी में एक घरेलू नौकर को काटने के बाद मामला दर्ज किया था। पिछले साल अक्टूबर में, नोएडा के सेक्टर 108 की पार्क्स लॉरेट सोसाइटी में निवासियों के एक समूह ने एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी पर हमला किया था जब सेवानिवृत्त अधिकारी ने लिफ्ट में एक कुत्ते को ले जाने पर आपत्ति जताई थी। अक्टूबर में ही नोएडा पुलिस ने गिझोर गांव के एक निवासी के खिलाफ मामला दर्ज किया था जब उसके कुत्ते (डोगो अर्जेंटीना) ने एक आवारा कुत्ते को मार डाला था। सोशल मीडिया पर घटना का एक कथित वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने मामले में स्वतः संज्ञान लिया था।
-
नई दिल्ली। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने बुधवार को बताया कि भारत में 56.4 प्रतिशत बीमारियों का कारण अस्वास्थ्यकर आहार का सेवन करना है।
आईसीएमआर ने आवश्यक पोषक तत्वों की आवश्यकताओं को पूरा करने, मोटापा और मधुमेह जैसी बीमारियों से बचने के लिए 17 प्रकार के आहार के सेवन के संबंध में दिशानिर्देश जारी किए हैं। आईसीएमआर के तहत कार्यरत राष्ट्रीय पोषण संस्थान (एनआईएन) ने कहा कि पोषक तत्वों से भरपूर आहार खाने से हृदय संबधित बीमारियों और उच्च रक्तचाप को काफी हद तक कम किया जा सकता है और मधुमेह से भी बचा जा सकता है। इसने कहा, ”स्वस्थ जीवन शैली अपनाने से समय से पहले होने वाली मौत को रोका जा सकता है।”एनआईएन ने कम नमक खाने, तेल और वसा का कम मात्रा में उपयोग करने, उचित व्यायाम करने, चीनी और जंक फूड को कम खाने का आग्रह किया है। उसने मोटापे को रोकने के लिए स्वस्थ जीवन शैली अपनाने और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन का सेवन करने की सलाह दी है।आईसीएमआर-एनआईएन की निदेशक डॉ. हेमलता आर के नेतृत्व में विशेषज्ञों की एक बहु-विषयक समिति ने ‘भारतीयों के लिए आहार संबंधी दिशानिर्देश’ (डीजीआई) का मसौदा तैयार किया है और इसकी विभिन्न वैज्ञानिक समीक्षा भी की हैं। इसमें 17 तरह के आहारों को शामिल किया गया है।दिशानिर्देशों में बताया गया कि एक संतुलित आहार में अनाज और मिलेट (मोटे अनाज) से 45 प्रतिशत से अधिक कैलोरी नहीं होनी चाहिए। इसी तरह इसमें दालों, बीन्स और मांस से 15 प्रतिशत तक कैलोरी होनी चाहिए। उसने बाकी कैलोरी को प्राप्त करने के लिए सूखे मेवे, सब्जियों, फलों और दूध का सेवन करने की सलाह दी है। - बहज (डीग): भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण हिंदू देवता कृष्ण की जन्मस्थली ब्रज क्षेत्र के ऐतिहासिक धागों को सुलझाने के मिशन पर है. 50 वर्षों में पहली बार, एएसआई गोवर्धन हिल की खुदाई कर रहा है, जो ब्रज क्षेत्र का हिस्सा है जिसमें मथुरा, वृंदावन और हिंदू महाकाव्य महाभारत में वर्णित अन्य प्रमुख स्थल भी शामिल हैं. अब, पुरातत्वविदों और उनके छात्रों की टीमों ने उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे राजस्थान के डीग जिले के एक गांव बहज का दौरा किया है.यह जाट बहुल गांव गोवर्धन पहाड़ी के आधार पर स्थित है – जिसे, किंवदंती के अनुसार, कृष्ण ने ग्रामीणों को तूफान से बचाने के लिए अपनी छोटी उंगली से उठा लिया था.एएसआई के जयपुर सर्कल के पुरातत्वविद् अधीक्षक विनय कुमार गुप्ता, जो उत्खनन का नेतृत्व कर रहे हैं, ने कहा, “ब्रज भारतीय संस्कृति की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र है. हमारे सभी हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा प्रणाली और मूर्तिकला कला इसी क्षेत्र से विकसित हुई और शेष भारत में फैल गई. पुरातत्व को लेकर यहां बहुत कम काम हुआ है. इसलिए, यह उत्खनन उस प्राचीन समय को समझने का एक प्रयास है.”यह प्रयास भारत की प्राचीन संस्कृति की जड़ों और महाभारत काल के सम्मोहक साक्ष्य खोजने के नरेंद्र मोदी सरकार के अभियान का हिस्सा है. रामायण के बाद, नए इतिहासलेखन ने अपना ध्यान महाभारत की डेटिंग, हिंदू सभ्यता के इतिहास को गहरा करने और उन भौतिक स्थलों को खोजने पर केंद्रित कर दिया है जो सामूहिक रूप से ज्ञात और पूजनीय हैं. फरवरी में, मोदी प्राचीन शहर द्वारका में कृष्ण से प्रार्थना करने के लिए समुद्र के नीचे गए, और प्रार्थना के चढ़ावे के रूप में एक मोर पंख छोड़ आए.गर्म, शुष्क क्षेत्र में खोदी गई तीन खाइयों का सर्वेक्षण कर रहे गुप्ता कहते हैं, “भारत सरकार प्राचीन संस्कृति को समझने के लिए अधिक से अधिक खुदाई पर जोर दे रही है,”2022-23 के लिए, एएसआई ने पुरानी संस्कृतियों की खोज के लिए भारत भर में 51 स्थलों के लिए नई खुदाई को मंजूरी दी. वे राजस्थान के सीकर के बेनवा गांव में हो रहे हैं, जहां एएसआई को मिट्टी के बर्तनों के टुकड़े मिले जो यदि पुराने नहीं तो शुरुआती हड़प्पा सभ्यता (3300 ईसा पूर्व से 1300 ईसा पूर्व) जितने पुराने हो सकते हैं. अनुभवी पुरातत्वविद् बीबी लाल के अनुसार, दिल्ली में पुराना किला परिसर की खुदाई ‘महाभारत काल’ के साक्ष्य खोजने के लिए की जा रही है, जो 900 ईसा पूर्व से 1000 ईसा पूर्व तक का माना जाता है.पुरातत्वविदों ने मिट्टी के बर्तनों के टुकड़े, एक मौर्यकालीन कुआं, मिट्टी की सीलिंग, भंडारण जार और बहुत कुछ की खुदाई की है | गुप्ता कहते हैं, लेकिन ब्रज-बहज की खुदाई इस मायने में अनूठी है कि यह मथुरा की प्राचीन संस्कृति पर प्रकाश डालेगी जिसके बारे में बहुत कम जानकारी है. और अन्य परित्यक्त टीलों के विपरीत, यह एक भरे-पूरे गांव वाला स्थल है.जनवरी में खुदाई शुरू होने के बाद से, उन्हें और उनकी टीम को शुंग काल के हड्डी के उपकरण, हाथियों पर सवार देवताओं के चित्रों वाली मिट्टी की मुहरें, चित्रित ग्रे वेयर संस्कृति (1,100 और 800 ईसा पूर्व) से एक दुर्लभ टेराकोटा पाइप और एक मौर्य काल (322-185 ईसा पूर्व) की टेराकोटा की मातृ देवी मिली है. दीवार के किनारे 45 डिग्री के कोण पर जली हुई ईंटें, जो मौर्य काल की हो सकती हैं, ने टीम में उत्साह की लहर दौड़ा दी है. गुप्ता कहते हैं, ”ये गतिविधियां कुछ अनोखी हैं और ज्ञात रिपोर्टों के अनुसार पहले कभी नहीं देखी गईं.”इस शांत गांव में एएसआई के आने से लोगों के अंदर थोड़ी सी हलचल दिखी, खासकर जब टीम अपना बेस बनाने के लिए फावड़े, ट्रॉवेल और टेंट के साथ उतरी.एक प्रशिक्षु ने कहा, “सौ से अधिक लोग देखने के लिए इकट्ठा होते थे, जिससे काम मुश्किल हो जाता था.” लेकिन अप्रैल और मई की चिलचिलाती गर्मी में, ग्रामीण खुदाई करने वालों को अपना काम करने के लिए अकेला छोड़ देते हैं. गुप्ता कहते हैं, “यह साइट पूरे क्षेत्र की संस्कृति यानी मथुरा संस्कृति का प्रतिनिधित्व करती है. इस साइट से, हम इस पूरे क्षेत्र के कालक्रम को समझ सकते हैं.”
-
नई दिल्ली। केरल में खाड़ी देशों के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानें आज भी रद्द रहने से लोगों को काफी दिक्कत हुई। एयर इंडिया ने कुवैत, दोहा, मस्कट और शारजाह से कन्नूर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ानें रद्द कर दी। कन्नूर से शारजाह, मस्कट, दमन और अबूधाबी जाने वाली उड़ानें भी रद्द हैं। हवाई अड्डा प्राधिकरण ने यात्रा शुरू करने से पहले उड़ान स्थिति के बारे में जानकारी लेने का परामर्श दिया है।
तिरुवनंतपुरम से अबूधाबी जाने वाली उड़ान भी आज रद्द रही। अबूधाबी और दोहा से आने वाला एयर इंडिया का विमान आज सुबह कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। हैदराबाद और कोलकाता के लिए एयर इंडिया की घरेलू उड़ानें भी आज के लिए रद्द कर दी गई हैं। - जयपुर। राजस्थान के पाली जिले में एक व्यक्ति ने पारिवारिक विवाद के चलते अपने पिता की हत्या कर दी और फिर अपने पांच वर्षीय बेटे के साथ कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी। पाली के पुलिस उपाधीक्षक रतनाराम देवासी ने बताया कि यह घटना बुधवार रात को कुलथाना गांव में हुई। आरोपी प्रकाश पटेल (30) की अपने तलाक को लेकर पिता दुर्गाराम पटेल (65) से बहस हो गई। उसने दुर्गाराम की गला घोंटकर हत्या कर दी। (सांकेतिक फोटो)
-
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शुक्रवार को अयोध्या जाएंगे। एक दिन की यात्रा के दौरान वे श्री रामलला मंदिर और हनुमानगढ़ी मंदिर का दर्शन करेंगे तथा कबीर टीला जाएंगे। इसके अतिरिक्त उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ सरयू घाट पर आरती में भी शामिल होंगे।
-
मुंबई। लोकसभा चुनावों की सरगर्मी के बीच निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र विधान परिषद की चार सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव कराने की घोषणा कर दी। राज्य की चार विधान परिषद सीटों पर 10 जून को मतदान होगा और मतगणना 13 जून को होगी।
विधान परिषद के मौजूदा सदस्यों (MLC) का छह साल का कार्यकाल सात जुलाई को समाप्त हो जाएगा। राज्य में जिन सीटों के लिए चुनाव होगा, उनमें मुंबई शिक्षक और मुंबई स्नातक निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं।इनका प्रतिनिधित्व वर्तमान में कपिल पाटिल (लोक भारती)-मुंबई शिक्षक और विलास पोटनीस (शिवसेना (यूबीटी)-मुंबई स्नातक द्वारा किया जाता है।इसके अलावा कोंकण संभाग स्नातक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भारतीय जनता पार्टी (BJP) के निरंजन डावखरे करते हैं, जबकि नाशिक संभाग शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किशोर दराडे करते हैं । निर्वाचन आयोग की ओर से जारी आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 22 मई है। नामांकन पत्र की जांच 24 मई को होगी, जबकि नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 27 मई है। 10 जून को मतदान और 13 जून को मतगणना होगी । - मुंबई। ।महाराष्ट्र के दो जिलों औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम बदलने के विरोध में दायर की गई याचिका पर बंबई उच्च न्यायालय का फैसला राज्य सरकार को बड़ी राहत दी है । बंबई उच्च न्यायालय ने औरंगाबाद जिले का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम बदलकर धाराशिव करने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाएं बुधवार को खारिज कर दीं।केंद्र सरकार और राज्य सरकार के निर्णय के खिलाफ स्थानिक नागरिकों ने याचिका के माध्यम से चुनौती दी थी जिसे बंबई उच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया । अदालत ने कहा कि राज्य सरकार ने शहरों के नाम बदलने का जो निर्णय लिया है उससे किसी को कोई नुकसान नहीं है ।मुख्य न्यायाधीश डी के उपाध्याय और न्यायमूर्ति आरिफ डॉक्टर की खंडपीठ ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जारी की गई अधिसूचना में किसी हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है। पीठ ने कहा कि हमें यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी की गयी अधिसूचना में कुछ भी गैरकानूनी या कानूनी खामी नहीं है। उच्च न्यायालय ने कहा कि याचिकाओं में दम नहीं है इसलिए उन्हें खारिज किया जाता है।मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाले महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने 2022 में औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलकर क्रमश: छत्रपति संभाजीनगर और धाराशिव करने को मंजूरी दी थी। 16 जुलाई 2022 को दो सदस्यीय मंत्रिमंडल ने नामों को बदलने का एक सरकारी प्रस्ताव पारित किया था और उसे केंद्र सरकार के पास भेजा था।फरवरी, 2023 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शहरों एवं जिलों के नामों को बदलने लिए अनापत्ति पत्र दिया था जिसके बाद राज्य सरकार ने औरंगाबाद एवं उस्मानाबाद के नामों को बदलते हुए गजट अधिसूचना जारी की थी। तब औरंगाबाद के निवासियों ने इस जगह का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर करने के सरकार के फैसले को चुनौती देते हुए उच्च न्यायालय में कई याचिकाएं दायर की थीं।उस्मानाबाद के 17 लोगों ने इस स्थान का नाम बदलकर धाराशिव करने के सरकार के निर्णय के खिलाफ अन्य जनहित याचिका दायर की थी। इन याचिकाओं में सरकार के फैसले को राजनीति से प्रेरित बताया गया था। महाराष्ट्र सरकार ने यह दावा करते हुए इन अर्जियों का विरोध किया था कि इन स्थानों के नाम किसी राजनीतिक वजह से नहीं बल्कि उनके इतिहास के कारण बदले गए हैं।महाराष्ट्र के मामले में औरंगाबाद का नाम छत्रपति संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने के लिए महाराष्ट्र भूमि राजस्व संहिता 1966 की धारा 4 का उपयोग किया गया। यह एक्ट राज्य सरकार को राजस्व क्षेत्र की सीमा को बदलने या ऐसे किसी भी राजस्व क्षेत्र को समाप्त करने और उसका नामकरण करने की अनुमति देता है।
-
अहमदाबाद. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात की गांधीनगर लोकसभा सीट के एक मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। गुजरात की 25 सीट पर मतदान एक ही चरण में होना है। मोदी सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के कुछ ही देर बाद अहमदाबाद शहर के रानिप इलाके में स्थित निशान पब्लिक स्कूल में बनाए गए मतदान केंद्र पर पहुंचे और अपना वोट डाला। जब प्रधानमंत्री मोदी मतदान केंद्र पर पहुंचे तो केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमित शाह वहां मौजूद थे। शाह गांधीनगर सीट से ही चुनाव लड़ रहे हैं। मतदान केंद्र तक जाते समय मोदी ने लोगों का अभिवादन किया और ऑटोग्राफ दिए। मतदान केंद्र में प्रवेश करने से पहले उन्होंने अपने बड़े भाई सोमाभाई पटेल को झुककर प्रणाम किया। प्रधानमंत्री सोमवार रात अहमदाबाद पहुंचे थे। उन्होंने अपनी उंगली पर स्याही लगवाने के बाद मतदान केंद्र में वोट डाला। मतदान केंद्र से बाहर आने के बाद मोदी ने भीड़ की ओर हाथ हिलाया और स्याही लगी अपनी उंगली दिखाई।
गुजरात की कुल 26 में से 25 लोकसभा सीट पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ। प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में अनियमितता के कारण कांग्रेस के नीलेश कुंभानी का नामांकन खारिज होने और अन्य उम्मीदवारों के नामांकन वापस लेने के बाद सूरत लोकसभा सीट पर मुकेश दलाल के निर्विरोध जीतने के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पहले ही इस सीट पर जीत हासिल कर ली है। मोदी रानिप क्षेत्र के पंजीकृत मतदाता हैं। सोमाभाई पटेल का निवास निशान स्कूल के पास ही है। यह इलाका गांधीनगर लोकसभा के साबरमती विधानसभा क्षेत्र में आता है। -
नयी दिल्ली. करण जौहर, रणबीर कपूर, सिद्धार्थ मल्होत्रा और विक्रांत मेस्सी समेत मशहूर हस्तियों ने अपने प्रशंसकों से लोकसभा चुनाव में मतदान के लिए प्रेरित किया है। जौहर ने सोमवार को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो जारी किया जिसमें मशहूर हस्तियों ने अपने प्रशंसकों को मतदान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने को कहा। वीडियो में बोमन ईरानी, राशि खन्ना, अहसास चन्ना, संगीतकार शंकर महादेवन, प्रीतम चक्रवर्ती, गायक नेहा कक्कड़ और क्रिकेटर ऋषभ पंत भी नजर आये। वर्तमान लोकसभा चुनाव सात चरणों में हो रहा जिसकी शुरुआत 19 अप्रैल से हुई। मतों की गिनती चार जून को होगी।
-
नयी दिल्ली. देश में परिवारों की शुद्ध बचत तीन वर्षों में नौ लाख करोड़ रुपये से अधिक घटकर वित्त वर्ष 2022-23 में 14.16 लाख करोड़ रुपये रह गयी। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। मंत्रालय की तरफ से जारी ताजा राष्ट्रीय खाता सांख्यिकी-2024 के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020-21 में परिवारों की शुद्ध बचत 23.29 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई थी लेकिन उसके बाद से इसमें लगातार गिरावट आ रही है। वित्त वर्ष 2021-22 में परिवारों की शुद्ध बचत घटकर 17.12 लाख करोड़ रुपये रह गई। यह वित्त वर्ष 2022-23 में और भी कम होकर 14.16 लाख करोड़ रुपये पर आ गई जो पिछले पांच वर्षों का सबसे निचला स्तर है। इससे पहले शुद्ध घरेलू बचत का निचला स्तर वर्ष 2017-18 में 13.05 लाख करोड़ रुपये था। लेकिन यह 2018-19 में बढ़कर 14.92 लाख करोड़ रुपये और 2019-20 में 15.49 लाख करोड़ रुपये हो गया था। सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि 2020-21 से लेकर 2022-23 के दौरान म्यूचुअल फंड में निवेश लगभग तिगुना होकर 1.79 लाख करोड़ रुपये हो गया जो 2020-21 में 64,084 करोड़ रुपये था। शेयरों और डिबेंचर में परिवारों का निवेश इस अवधि में 1.07 लाख करोड़ रुपये से लगभग दोगुना होकर 2022-23 में 2.06 लाख करोड़ रुपये हो गया। आंकड़े बताते हैं कि परिवारों को बैंक ऋण भी इन तीन वर्षों में दोगुना होकर 2022-23 में 11.88 लाख करोड़ रुपये हो गया। यह 2020-21 में 6.05 लाख करोड़ रुपये और 2021-22 में 7.69 लाख करोड़ रुपये था। वित्तीय संस्थानों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की तरफ से परिवारों को दिया जाने वाला ऋण भी वित्त वर्ष 2020-21 में 93,723 करोड़ रुपये से चार गुना बढ़कर 2022-23 में 3.33 लाख करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2021-22 में यह 1.92 लाख करोड़ था।
-
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये। अधिकारियों ने मंगलवार को यहां यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि कुलगाम के रेडवानी इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने सोमवार देर रात इलाके में घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया था। उन्होंने कहा कि बाद में मुठभेड़ शुरू हो गई, जो अंतिम खबर आने तक जारी थी।
उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच जारी गोलीबारी के दौरान उस घर में आग लग गई, जिसमें आंतकी छिपे थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मुठभेड़ स्थल पर कम से कम दो शव देखे गए हैं और उन्हें निकालने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि शव बरामद होने के बाद ही मारे गए आतंकवादियों की पहचान हो सकेगी तथा वे किस आतंकी समूह से जुड़े हुए थे, इसका पता चल सकेगा। -
नई टिहरी। टिहरी राजवंश ने नरेंद्रनगर राजमहल में श्री बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी का सोमवार को पट्टाभिषेक करके इस ऐतिहसिक परंपरा को 47 साल बाद पुनर्जीवित किया। जानकारी के अनुसार, इससे पूर्व आखिरी बार बदरीनाथ धाम के रावल टी केशवन नंबूदरी का 1977 में पट्टाभिषेक किया गया था। बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले जा रहे हैं।श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की पहल पर टिहरी राजदरबार में राज पुरोहित कृष्ण प्रसाद उनियाल के विधि-विधान से पूजा करने के बाद बदरीनाथ के मुख्य पुजारी रावल नंबूदरी का महाराजा मन्युजेंद्र शाह, महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह और राजकुमारी श्रीजा ने पट्टाभिषेक किया। इस दौरान राज परिवार ने रावल को हाथ में सोने का कड़ा धारण कराया और अंग वस्त्र भी भेंट किए। इस मौके पर मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय भी मौजूद थे ।मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि पूर्व में महाराजा टिहरी द्वारा रावल की नियुक्ति करके यह परंपरा निभाई जाती थी। पट्टाभिषेक और सोने का कड़ा रावल को धारण करवाना उसी परंपरा का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक प्रतीक है। उन्होंने बताया कि 1977 तक यह परंपरा निभाई जाती रही और आखिरी बार धाम के रावल टी केशवन नंबूदरी का पट्टाभिषेक हुआ था। इसके बाद यह परंपरा रुक गई थी ।