उपभोग में सुस्ती से एफएमसीजी उद्योग की बिक्री जनवरी-मार्च में घटी: रिपोर्ट
नयी दिल्ली. कीमतों में बढ़ोतरी के चलते एफएमसीजी उद्योग की बिक्री (मात्रा के आधार पर) में जनवरी-मार्च के दौरान गिरावट हुई। डेटा विश्लेषण फर्म नील्सन आईक्यू ने कहा कि खासतौर से खाद्य और जरूरी वस्तुओं की कीमतों में तेजी के कारण ऐसा हुआ। नील्सन आईक्यू की रिटेल इंटेलिजेंस टीम द्वारा बुधवार को जारी रिपोर्ट 'एफएमसीजी स्नैपशॉट' में कहा गया कि समीक्षाधीन अवधि के दौरान ग्रामीण भारत में रोजमर्रा के उपभोग के सामान (एफएमसीजी) की बिक्री 5.3 प्रतिशत घटी। यह पिछली तीन तिमाहियों में खपत में हुई सबसे बड़ी गिरावट है। बढ़ती लागत के दबाव के कारण एफएमसीजी क्षेत्र में छोटे विनिर्माताओं के कारोबार बंद करने के रुझान में भी बढ़ोतरी हुई। ये विनिर्माता लागत का भार उपभोक्ताओं पर नहीं डाल सके। रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘खपत में गिरावट का रुझान सभी क्षेत्रों और कस्बों में देखा गया, लेकिन इसका असर ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक गहरा रहा, जहां 5.3 प्रतिशत की तेज गिरावट देखी गई। यह पिछली तीन तिमाहियों में सबसे कम है। दक्षिण और उत्तरी क्षेत्र में बिक्री पांच प्रतिशत से अधिक घटी।'' हालांकि, एफएमसीजी उद्योग ने इस अवधि में सालाना आधार पर आय में छह प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। ऐसा कीमतों में हुई दो अंकों की बढ़ोतरी के चलते हुआ।
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