शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी का दौर थमा, सेंसेक्स 242 अंक फिसला
मुंबई। वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच निवेशकों के सतर्क रहने से स्थानीय शेयर बाजार में जारी रिकॉर्ड तेजी का सिलसिला सोमवार को थम गया और दोनों प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 241.79 अंक यानी 0.36 प्रतिशत कमजोर होकर 67,596.84 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 305.8 अंक तक गिरकर 67,532.83 अंक पर आ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 59.05 अंक यानी 0.29 प्रतिशत घटकर 20,133.30 अंक पर बंद हुआ।
इसके साथ ही बीएसई में पिछले 11 कारोबारी सत्रों से जारी तेजी का सिलसिला थम गया। यह अक्टूबर, 2007 के बाद इसमें तेजी का सबसे लंबा दौर है। इस दौरान सेंसेक्स बीते शुकवार को अपने उच्चतम स्तर 67,838.63 अंक पर बंद हुआ था। निफ्टी ने भी पिछले कारोबारी सत्र में 20,192.35 का अपना नया शिखर हासिल किया था।
सेंसेक्स की कंपनियों में एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, इन्फोसिस, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील, विप्रो, कोटक महिंद्रा बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टेक महिंद्रा और जेएसडब्ल्यू स्टील में प्रमुख रूप से गिरावट रहीं। दूसरी तरफ पावर ग्रिड, टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एनटीपीसी के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।
कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के शोध (खुदरा) प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘बैंकिंग, रियल्टी, आईटी एवं दूरसंचार शेयरों में मुनाफावसूली का दौर शुरू होने से 11 सत्रों से जारी तेजी का सिलसिला आखिरकार थम गया। वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और डॉलर सूचकांक में बढ़ोतरी से उत्पन्न चिंताओं के बीच निवेशकों ने अमेरिकी मौद्रिक समिति की बैठक के पहले अपने निवेश में कटौती की।'' व्यापक बाजार में बीएसई स्मालकैप सूचकांक में 0.60 प्रतिशत की गिरावट रही जबकि मिडकैप सूचकांक 0.27 प्रतिशत गिर गया। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजारों ने अपनी रफ्तार गंवा दी क्योंकि इस सप्ताह कई देशों के केंद्रीय बैंक नीतिगत दरों पर फैसला करेंगे। निवेशकों का भरोसा कच्चे तेल की आपूर्ति में कटौती के साथ चीन में मांग फिर से बढ़ने की उम्मीदों से भी प्रभावित हुआ।'' एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए जबकि चीन के शंघाई कम्पोजिट में तेजी रही। यूरोपीय बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार नकारात्मक दायरे में बंद हुए थे। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.39 प्रतिशत चढ़कर 94.30 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुक्रवार को शुद्ध लिवाल रहे थे और उन्होंने 164.42 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की खरीद की थी।
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