डीएलएफ के राजीव सिंह सबसे अमीर रियल एस्टेट कारोबारी
मुंबई. जमीन-जायदाद के विकास से जुड़ी प्रमुख कंपनी डीएलएफ के चेयरमैन राजीव सिंह 1.24 लाख करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के साथ भारत के रियल एस्टेट क्षेत्र के सबसे धनाढ्य कारोबारी हैं। वहीं मैक्रोटेक डेवलपर्स के संस्थापक मंगल प्रभात लोढ़ा दूसरे स्थान पर हैं। ग्रोहे-हुरुन की बृहस्पतिवार को जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। रियल एस्टेट क्षेत्र के धनवानों की सूची में गौतम अदाणी तीसरे स्थान पर है। वैसे अदाणी देश के दूसरे सबसे अमीर उद्यमी हैं। ‘ग्रोहे हुरुन 2024-इंडिया रियल एस्टेट 100' नाम की रिपोर्ट में देश के सबसे धनी रियल एस्टेट उद्यमियों की सूची दी गयी है। इसमें मूल्यांकन के आधार पर भारत की सबसे सफल रियल एस्टेट कंपनियों की रैंकिंग भी की गयी है। मैक्रोटेक डेवलपर्स के संस्थापक मंगल प्रभात लोढ़ा और परिवार 91,700 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर है। हुरुन ने बयान में कहा, ‘‘गौतम अदाणी और परिवार ने 56,500 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ तीसरा स्थान प्राप्त किया है। यह 2023 के बाद से 62 प्रतिशत अधिक है। अपने रणनीतिक कौशल और दूरदर्शिता के लिए मशहूर अदाणी ने इस साल की सूची में अदाणी रियल्टी को शीर्ष 10 में पहुंचा दिया है।'' ओबेरॉय रियल्टी के विकास ओबेरॉय 44,820 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ चौथे स्थान पर हैं। उसके बाद क्रमश: रहेजा ग्रुप के चंद्रू रहेजा और परिवार (43,710 करोड़ रुपये), द फीनिक्स मिल्स के अतुल रुइया (26,370 करोड़ रुपये), बागमाने डेवलपर्स के राजा बागमाने (19,650 करोड़ रुपये), एम्बैसी ऑफिस पार्क के जितेंद्र विरवानी (16,000 करोड़ रुपये) का स्थान है। प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स के इरफान रजाक, रिजवान रजाक और नोमान रजाक सूची में नौवें स्थान पर हैं। इनकी संपत्ति कुल मिलाकर 13,970 करोड़ रुपये है। इसमें 2023 के मुकाबले 230 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कंपनियों में डीएलएफ दो लाख करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ शीर्ष स्थान पर है। इसके मूल्यांकन में सालाना आधार पर 72 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं मैक्रोटेक डेवलपर्स 1.4 लाख करोड़ रुपये के मौजूदा मूल्यांकन के साथ दूसरे स्थान पर है। कंपनी के मूल्यांकन में पिछले साल की तुलना में 160 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ताज ग्रुप के नाम से चर्चित इंडियन होटल्स कंपनी (आईएचसीएल) 79,150 करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ सूची में तीसरे स्थान पर है। कंपनी की संपत्ति सालाना आधार पर 43 प्रतिशत बढ़ी है। जमशेदजी टाटा द्वारा 1902 स्थापित और पुनीत चटवाल के नेतृत्व में आईएचसीएल भारत समेंत विभिन्न देशों में लक्जरी होटल का प्रबंधन करती है। रिपोर्ट के अनुसार, 77,280 करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ गोदरेज समूह की सहायक कंपनी गोदरेज प्रॉपर्टीज चौथे स्थान पर है। विकास ओबेरॉय की ओबेरॉय रियल्टी ने 66,200 करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ पाचवां स्थान हासिल किया।
प्रेस्टीज एस्टेट प्रोजेक्ट्स 63,980 करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ छठे स्थान पर है, जबकि अदाणी समूह की इकाई अदाणी रियल्टी 56,500 करोड़ रुपये के साथ सातवें स्थान पर है। सूची में अदाणी रियल्टी सबसे मूल्यवान गैर-सूचीबद्ध कंपनी है। फीनिक्स मिल्स 55,740 करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ 8वें स्थान पर जबकि के रहेजा ग्रुप 55,300 करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ नौवें स्थान पर है। एंबैसी ऑफिस पार्क 33,150 करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ सूची में दसवें स्थान पर है।
Leave A Comment