अब ग्राम पंचायतों में लगेगा क्यूआर कोड, मनरेगा कार्यों की निगरानी सीधे ग्रामीणों के हाथों में
दंतेवाड़ा । जिले के सभी 169 ग्राम पंचायत भवनों और गांव के प्रमुख स्थलों पर अब क्यूआर कोड चस्पा किए जाएंगे। ग्रामीण जन इन क्यूआर कोड को अपने मोबाइल से स्कैन कर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत संपादित विकास कार्यों की पूरी जानकारी घर बैठे प्राप्त कर सकेंगे। इस पहल से पिछले पांच वर्षों में किए गए कार्यों की सूची, कार्य की स्थिति, लागत राशि, खर्च का विवरण, भुगतान की जानकारी, धनराशि का उपयोग कहां हुआ, जॉब कार्ड धारकों की संख्या और सृजित मानव दिवस जैसी सभी जानकारियां एक क्लिक में उपलब्ध होंगी।
कलेक्टर कुणाल दुदावत के मार्गदर्शन एवं निर्देशानुसार शुरू की गई यह व्यवस्था मनरेगा कार्यों में पारदर्शिता लाने की दिशा में अहम कदम साबित होगी। ग्रामीणों को अब दफ्तरों के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं होगी, बल्कि वे सीधे अपने मोबाइल से पंचायतवार और ग्रामवार पूरी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इससे न केवल भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी, बल्कि योजना पर जनता का भरोसा भी मजबूत होगा। जिला पंचायत सीईओ जयंत नाहटा ने बताया कि क्यूआर कोड प्रणाली से आम नागरिक योजना से जुड़ी प्रत्येक जानकारी तत्काल और पारदर्शी तरीके से देख पाएंगे। इसके माध्यम से ग्रामीण अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होंगे और अपने गांव के विकास कार्यों की वास्तविक निगरानी भी कर सकेंगे। जनपद पंचायत दंतेवाड़ा, गीदम, कटेकल्याण और कुआकोंडा अंतर्गत सभी ग्राम पंचायतों के लिए विशेष क्यूआर कोड तैयार कर लिए गए हैं, जिन्हें 10 सितम्बर तक हर पंचायत में चस्पा कर दिया जाएगा। यह नवाचार ग्रामीणों को केवल दर्शक नहीं, बल्कि विकास कार्यों की निगरानी करने वाला वास्तविक सहभागी बनाएगा। क्योंकि अब विकास का पूरा हिसाब सबके सामने होगा और हर किसी की जेब में रहेगा।
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