प्रदूषण में आंखों से पानी आने की हो रही है समस्या? राहत के लिए अपनाएं ये 5 घरेलू उपाय
हवा में मौजूद धूल के कण, कार्बन और अन्य विषैले तत्व आंखों में जलन, खुजली, रेडनेस और पानी आने जैसी समस्याओं का कारण बनते हैं। प्रदूषण भरी जगह में जाने पर ये कण आंखों की नाजुक सतह पर चिपक जाते हैं, जिससे आंखों में जलन और असुविधा का अनुभव होता है। अगर इस समस्या का समय पर इलाज न किया जाए, तो यह आंखों में इंफेक्शन या अन्य गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है। इसलिए, प्रदूषण के कारण होने वाली इस परेशानी को कम करने के लिए कुछ घरेलू उपायों का इस्तेमाल किया जा सकता है, जो न केवल आंखों को राहत देंगे बल्कि उन्हें प्रदूषण के असर से सेफ भी रखेंगे।
1. ठंडे पानी से आंखों को साफ करें
प्रदूषण के कॉन्टेक्ट में आने के बाद सबसे पहला और आसान उपाय है ठंडे पानी से आंखों को धोना। ठंडा पानी आंखों की जलन को कम करता है और गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है। सुबह उठने के बाद और बाहर से घर लौटने पर अपनी आंखों को 2-3 बार ठंडे पानी से धोएं। इससे तुरंत राहत मिलती है और आंखों में फ्रेशनेस महसूस होती है।
2. गुलाब जल का इस्तेमाल करें
गुलाब जल एक नेचुरल कूलिंग एजेंट है और आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसे आंखों के ऊपर या आसपास लगाएं। कॉटन पैड पर गुलाब जल लगाकर 10-15 मिनट तक आंखों पर रखने से जलन और पानी आने की समस्या में आराम मिलता है। गुलाब जल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो प्रदूषण के कारण होने वाली आंखों में सूजन और जलन को कम करने में मदद करते हैं।
3. खीरे का इस्तेमाल करें
खीरा आंखों को नेचुरल ठंडक देता है क्योंकि खीरे की तासीर ठंडी होती है। खीरे को पतले स्लाइस में काटकर कुछ देर के लिए फ्रिज में रख दें, फिर ठंडे खीरे के स्लाइस को आंखों पर 10-15 मिनट तक रखें। खीरे में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो आंखों की जलन, सूजन और आंखों से पानी आने की समस्या को कम करते हैं। यह आंखों की थकान दूर कर उन्हें राहत भी देता है।
4. ग्रीन टी बैग का इस्तेमाल करें
ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन्स और एंटीऑक्सीडेंट्स आंखों की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। ग्रीन टी बैग को गर्म पानी में भिगोकर ठंडा कर लें और फिर इसे 10-15 मिनट के लिए आंखों पर रखें। ग्रीन टी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो आंखों की जलन और आंखों की रेडनेस को कम करते हैं। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल आंखों को प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं।
5. ठंडे दूध का इस्तेमाल करें
ठंडा दूध आंखों की जलन को कम करने में मदद करता है। कॉटन बॉल को ठंडे दूध में भिगोएं और इसे हल्के से आंखों पर 10 मिनट के लिए रखें। ठंडा दूध जलन को शांत करता है और पानी आने की समस्या से राहत दिलाता है। इसके नियमित इस्तेमाल से आंखों में ताजगी महसूस होती है और प्रदूषण के कारण हुए नुकसान को कम किया जा सकता है।
ये सभी घरेलू उपाय प्रदूषण के कारण होने वाले आंखों से पानी आने की समस्या को कम करने में मदद करते हैं। इनका नियमित इस्तेमाल करने से आंखों को राहत मिलेगी और प्रदूषण से आंखों को सुरक्षित रखा जा सकेगा।
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