कब्ज, गैस की समस्या दूर करें ये सब्जी....
लौकी का इस्तेमाल सब्जी के रूप में किया जाता है। भारत में प्राय: सभी क्षेत्रों में लौकी का उत्पादन बड़ी मात्रा में किया जाता है। लौकी में दूध के सभी गुण मौजूद रहते हैं। वास्तव में यह वनस्पति-जन्य दूध ही है। लौकी करीब-करीब बार महीने उपलब्ध रहती है। लौकी की अनेक किस्में होती हैं- लंबी, तुमड़ी, चिपटी, तूमरा आदि। सामान्यत: लौकी मीठी होती है और तुमड़ी कड़वी। लौकी की एक किस्म में तुमड़ी के आकार के फल लगते हैं । उसे मीठी तुमड़ी कहा जाता है और उसका उपयोग साग बनाने में किया जाता है। वहीं कड़वी तुमड़ी लौकी का उपयोग नदी में तैरने के लिए होता है।
लौकी की एक किस्म मगिया लौकी के रूप में प्रसिद्ध है। इसका आकारा लंबी बोतल जैसा होता है इसलिए अंग्रेजी में इसे ड्ढशह्लह्लद्यद्ग द्दशह्वह्म्स्र कहते हैं। लौकी में चने की दाल मिलाकर बनाई हुई तरकारी स्वादिष्टï और गुणकारी होती है। लौकी का हलुआ खाने में स्वादिष्टï और शीतल होता है। लौकी गरिष्ठï , रेचक और बलप्रद है। अशक्त और रोगियों के लिए यह लाभकारी है। गर्म प्रकृति वालों के लिए लौकी का सेवन ठंडक और पोषण देने वाला होता है। सिर में डालने वाले तेल में लौकी का उपयोग ठंडक देने के लिए होता है। इसके बीज का उपयोग औषधि के रूप में होता है। कड़वी लौकी के फलों का उपयोग सख्त जुलाब देने के लिए होता है। लौकी हृदय के लिए लाभकारी, पित्त, कफ को नष्टï करने वाली, गरिष्ठï, वीर्यवर्धक, रुचि उत्पन्न करने वाली और धातुपुष्टिï को बढ़ाने वाली मानी जाती है। लौकी गर्भ की पोषक है। इसके सेवन से गर्भावस्था में कब्जियत दूर होती है
यूनानी मत के अनुसार लौकी के बीज मस्तिष्क की गर्मी को दूर करते हैं और मस्तिष्क को पुष्टï करते हैं। मस्तिष्क की गर्मी मिटाने के लिए और उसे तर करने के लिए हकीम लौकी के बीज के गर्भ का उपयोग करते हैं। इसके अलावा अन्य रोगों में भी लौकी का उपयोग प्रमुखता से किया जाता है।
पानी से भरपूर ठंडी लौकी खासकर गर्मियों के मौसम में सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित होती है। हरी सब्जियों में लौकी शायद सबसे जल्दी पकती है। लौकी में लगभग 96 प्रतिशत पानी होता है। यानी सलाद में जो काम खीरा करता है, सब्जी में वही काम लौकी करती है। लौकी ठंडी होती है। और यह हमारे लीवर को भी दुरुस्त रखती है। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है, जिस वजह से इसे आसानी से पचाया जा सकता है।
लौकी गर्मियों के मौसम में आपके पेट के लिए काफी अच्छी रहती है, और पेट में गैस बनने जैसी समस्या को दूर करती है। इसमें फाइबर होने की वजह से यह अल्सर, पाइल्स और गैस के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद सब्जी है। क्योंकि फाइबर होने के कारण लौकी जल्दी पच जाती है, और शरीर में गैस की समस्या नहीं होती। केवल पर्याप्त मात्रा में लौकी क़ी सब्जी का सेवन कब्ज को भी दूर कर देता है और इससे पेट में गैस नहीं बनती। पेशाब से जुड़ी अनियमितताओं के ईलाज में लौकी फायदा करती है। अगर पेशाब करते समय किसी को जलन महसूस होती है तो डॉक्टर उसे लौकी खाने या उसका सूप पीने की सलाह देते हैं। लौकी हमारे लीवर को भी दुरुस्त रखती है। अगर किसी का लीवर संक्रमित है और ठीक से काम नहीं कर रहा है तो लौकी खाना उसके लिए फायदेमंद होता है।
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