पीएम मोदी ने IBSA नेताओं की बैठक में आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया, कहा- दोहरे मापदंड की कोई जगह नहीं
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रविवार को जी20 समिट के दौरान IBSA (भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका) नेताओं की बैठक में आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद जैसी गंभीर चुनौती पर किसी भी तरह के दोहरे मापदंड की कोई जगह नहीं है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने तीन देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) स्तर पर नियमित बैठकों की स्थापना का सुझाव भी दिया, ताकि सुरक्षा सहयोग को और मजबूत किया जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि IBSA तीन महाद्वीपों और तीन प्रमुख लोकतांत्रिक अर्थव्यवस्थाओं को जोड़ता है और यह एक महत्वपूर्ण मंच है जो एकजुटता, सहयोग और मानवता का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान वैश्विक संस्थाएं 21वीं सदी की वास्तविकताओं को पूरी तरह नहीं दर्शाती हैं। इस संदर्भ में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि IBSA को इस मुद्दे पर एकजुट संदेश देना चाहिए।
पीएम मोदी ने कई नए प्रस्ताव भी रखे। इनमें “IBSA डिजिटल इनोवेशन अलायंस” और “IBSA फंड फॉर क्लाइमेट-रेसिलिएंट एग्रीकल्चर” शामिल हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्वास्थ्य प्लेटफॉर्म और महिला नेतृत्व वाली तकनीकी पहल को साझा करने के लिए IBSA एक अग्रणी भूमिका निभा सकता है। इससे डिजिटल अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा मिलेगा और वैश्विक दक्षिण के लिए स्केलेबल समाधान तैयार होंगे।
प्रधानमंत्री ने IBSA के विकास और वैश्विक कल्याण में योगदान की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि मिलेट्स, प्राकृतिक कृषि, हरित ऊर्जा और पारंपरिक चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में सहयोग करके IBSA वैश्विक स्तर पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। पीएम मोदी ने बताया कि IBSA फंड ने 40 देशों में 50 परियोजनाओं को लागू किया, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और सौर ऊर्जा शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज की दुनिया कई मोर्चों पर विभाजित प्रतीत होती है, ऐसे समय में IBSA एकजुटता, सहयोग और मानवता का संदेश दे सकता है। उन्होंने इसे तीन लोकतांत्रिक देशों की जिम्मेदारी और ताकत बताया।










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