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 क्या घर में प्लांट्स लगाने से इंडोर पॉल्यूशन कम होता है?
दिल्ली समेत देशभर के कई बड़े शहरों में इन दिनों प्रदूषण अपने चरम पर है। इस बढ़ते प्रदूषण के बीच लोग घरों के अंदर की हवा को साफ रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ लोग इसी के साथ-साथ इंडोर प्लांट्स पर भी भरोसा कर रहे हैं। अक्सर यह माना जाता है कि घर में पौधे लगाने से कमरे का वातावरण साफ रहता है और AQI में भी सुधार होता है। लेकिन शोध क्या कहते हैं इसके बारे में भी आपको जानना चाहिए। 
1989 में नासा (NASA) की एक प्रसिद्ध स्टडी ने बताया था कि स्नेक प्लांट, मनी प्लांट और पीस लिली जैसे पौधे हवा से बेंजीन और फॉर्मेल्डिहाइड जैसे जहरीले रसायनों को हटाने में सक्षम हैं। हालांकि, हालिया शोध यह स्पष्ट करते हैं कि एक सामान्य आकार के कमरे की हवा को पूरी तरह शुद्ध करने के लिए आपको जंगल की तरह बहुत सारे पौधों की आवश्यकता होगी।
वास्तव में पौधे हवा से प्रदूषकों को सोखते तो हैं, लेकिन उनकी गति एयर प्यूरीफायर के मुकाबले काफी धीमी होती है। हालांकि इंडोर प्लांट्स घर में नमी बनाए रखने, ऑक्सीजन का स्तर थोड़ा बढ़ाने और मानसिक तनाव को कम करने में अच्छी भूमिका निभाते हैं, जो अप्रत्यक्ष रूप से श्वसन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। मगर ये इंडोर प्लांट्स कमरे का प्रदूषण कम करने में उतने कारगर नहीं है, जितना लोग मानते हैं। आइए इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या कहते हैं आधुनिक शोध और नतीजे?
वैज्ञानिकों का मानना है कि छोटे कमरों में रखे दो-चार पौधे हवा के PM 2.5 कणों को पूरी तरह साफ नहीं कर सकते। एक स्टडी के मुताबिक, एक वर्ग मीटर हवा को शुद्ध करने के लिए कम से कम 10 से 1000 पौधों की जरूरत पड़ेगी। यानी 7 वर्ग मीटर के छोटे से कमरे की हवा साफ करने के लिए आपको 100 से अधिक पौधे लगाने होंगे, जो व्यावहारिक रूप से लगभग असंभव है। इसलिए, पौधों को एयर प्यूरीफायर का विकल्प मानना एक गलतफहमी है।
सुंदरता और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
इसका मतलब यह कतई नहीं है कि घर में पौधे नहीं लगाने चाहिए। इंडोर प्लांट्स के कई अन्य लाभ हैं, ये कुछ हद तक VOCs (वाष्पशील कार्बनिक यौगिक) और कार्बन डाइऑक्साइड को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, हरा-भरा वातावरण घर की सुंदरता बढ़ाता है और तनाव के स्तर को कम करने में सहायक होता है। मनोवैज्ञानिक रूप से, पौधों के सानिध्य में रहने से व्यक्ति अधिक शांत और केंद्रित महसूस करता है।
वेंटिलेशन और एयर प्यूरीफायर का महत्व
शुद्ध हवा के लिए केवल पौधों पर निर्भर रहना जोखिम भरा हो सकता है। शोध बताते हैं कि प्राकृतिक वेंटिलेशन (खिड़की-दरवाजे खोलना) पौधों की तुलना में हवा को कहीं अधिक तेजी से बदलता है। अगर बाहर प्रदूषण बहुत अधिक है, तो HEPA फिल्टर वाले एयर प्यूरीफायर ही सबसे प्रभावी समाधान हैं। पौधे इस प्रक्रिया में केवल 'संपूरक' की भूमिका निभा सकते हैं। वे हवा को तरोताजा महसूस कराते हैं, लेकिन वे धूल और सूक्ष्म कणों के फिल्टर नहीं हैं।
संतुलन बनाना है जरूरी
इंडोर प्लांट्स प्रकृति से जुड़ने और घर के भीतर की आर्द्रता को संतुलित रखने का एक शानदार तरीका हैं। वे जहरीली गैसों को बहुत धीमी गति से सोखते हैं, इसलिए उन्हें सजावट और मानसिक शांति के लिए लगाएं। गंभीर प्रदूषण से बचने के लिए तकनीकी समाधान और मास्क का ही उपयोग करें। ध्यान रखें, एक या दो पौधों से कमरे का AQI रातों-रात नहीं सुधरेगा, लेकिन आपका मूड जरूर बेहतर हो जाएगा।
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