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नयी दिल्ली। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में अध्ययन के लिए छात्रवृत्ति प्रदान करने वाले रोड्स स्कॉलरशिप ट्रस्ट ने 2028 से भारतीयों के लिए छात्रवृत्तियों की संख्या को देश की जनसंख्या के अनुरूप बढ़ाने की योजना बनाई है। यह जानकारी ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सर रिचर्ड ट्रेनर ने दी। अगले साल से शुरू हो रहे शैक्षणिक सत्र के लिए आवेदनों की घोषणा से पहले, भारत आए ट्रेनर ने ‘ बताया कि वर्तमान में भारतीय अभ्यर्थियों को सालाना छह छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। ट्रेनर ने कहा, ‘‘अब प्राथमिकता उन स्थानों के लिए कुछ अतिरिक्त छात्रवृत्तियां प्रदान करने की है, जहां जनसंख्या के अनुपात में विद्वानों की संख्या अधिक हो सकती है और भारत उन देशों में से एक है। इसलिए, हमारे पास भारत के लिए प्रति वर्ष छह छात्रवृत्तियां हैं, जो अच्छी बात है, लेकिन जैसा कि आप जानते हैं, इस देश में डेढ़ अरब लोग हैं, इसलिए अधिक छात्रवृत्तियां होनी चाहिए।''
रोड्स हाउस के अंतरिम ‘वॉर्डन' ने कहा, ‘‘हम अतिरिक्त छात्रवृत्तियों के लिए धन जुटाने का प्रयास कर रहे हैं, क्योंकि ट्रस्ट को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की फीस का भुगतान करने तथा छात्रों के जीवन-यापन के व्यय का भुगतान करने के लिए निधि में धन की आवश्यकता है।'' छात्रवृत्ति की संख्या बढ़ाने के लिए चीन और अफ्रीका जैसे अन्य देश भी प्राथमिकता में हैं। वर्तमान में चीन से चार और अफ्रीका से 21 अभ्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाती है। ट्रेनर ने कहा, ‘‘हम छात्रवृत्ति योजना की 125वीं वर्षगांठ, जो कि 2028 है, तक इन तीनों क्षेत्रों में कुछ अतिरिक्त विद्वानों को शामिल करना चाहेंगे। हम अभी से लेकर 125वीं वर्षगांठ तक धन जुटाने पर बड़ा जोर देने जा रहे हैं।'' ट्रेनर स्वयं 1970 में रोड्स छात्रवृत्ति के लाभार्थी हैं। उन्होंने कहा कि लोग अक्सर रोड्स छात्रवृत्ति से अपने जीवन में आए बदलाव के बारे में बताते हैं। रोड्स छात्रवृत्ति उन प्रतिभाशाली छात्रों को दी जाती है, जिन्हें ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में दो से तीन साल की पढ़ाई करनी होती है। 18-23 वर्ष (विशेष परिस्थितियों में 27 वर्ष तक) के छात्र आवेदन करने के पात्र हैं। रोड्स छात्रवृत्ति विश्व की सबसे प्रतिष्ठित और सबसे पुरानी स्नातक पाठ्यक्रम के लिए दी जाने वाल छात्रवृत्तियों में से एक है, जिसकी स्थापना 1903 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में की गई थी। अगले साल के शैक्षणिक सत्र के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया तीन जून को शुरू हुई और अभ्यर्थी 23 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। इस प्रतिष्ठित छात्रवृत्ति के प्रमुख भारतीय लाभार्थियों में अर्थशास्त्री मोंटेक सिंह अहलूवालिया, लेखक गिरीश कर्नार्ड, पर्यावरण कानून विशेषज्ञ लावण्या राजमणि, राजनीतिक टिप्पणीकार और चुनाव विश्लेषक महेश रंगराजन और ओलंपियन रंजीत भाटिया शामिल हैं। -
नयी दिल्ली,। देश में पिछले 48 घंटे में कोविड-19 के 769 नये मामले सामने आए, जिसके साथ ही उपचाराधीन मरीजों की संख्या छह हजार के पार पहुंच गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली। मंत्रालय के अनुसार, केरल सबसे अधिक प्रभावित राज्य है, उसके बाद गुजरात, पश्चिम बंगाल और दिल्ली का स्थान है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोविड के बढ़ते मामलों के मद्देनजर, तैयारियों का जायजा लेने के लिए केंद्र ‘मॉक ड्रिल' आयोजित कर रहा है और सभी राज्यों को ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। मंत्रालय ने कहा कि भारत में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 6,133 है और पिछले 24 घंटों में छह और संक्रमितों की मौतें हुई हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अधिकतर मरीजों में हल्के लक्षण थे और वे घर पर ही उपचार के बाद ठीक हो गए। इस साल जनवरी के बाद से देश में कोविड-19 से 65 लोगों की मौत होने की सूचना है। 22 मई तक देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 257 थी। कोविड-19 की मौजूदा स्थिति और तैयारी के उपायों का आकलन करने के लिए आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, आपात प्रबंधन प्रतिक्रिया (ईएमआर) प्रकोष्ठ, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) तथा सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों की समीक्षा बैठकें स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. सुनीता शर्मा की अध्यक्षता में दो जून और तीन जून को हुईं। आधिकारिक सूत्रों ने चार जून को बताया कि आईडीएसपी के तहत राज्य एवं जिला निगरानी इकाइयां इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियों (आईएलआई) और गंभीर श्वसन संबंधी बीमारियों (एसएआरआई) की करीबी निगरानी कर रही हैं। एक आधिकारिक सूत्र ने बताया, ‘‘एसएआरआई की पुष्टि वाले नमूनों को आईसीएमआर वीआरडीएल नेटवर्क के माध्यम से संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा जा रहा है।''
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नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि सशक्त महिलाएं आत्मनिर्भर भारत की मजबूत नींव हैं और पिछले 11 वर्षों में एनडीए सरकार ने महिला-नेतृत्व वाले विकास को एक नई दिशा दी है। गृहमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “मोदी सरकार के लिए मां और मातृभूमि से बढ़कर कुछ नहीं।#11YearsOfSashaktNari’ में सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर उनके मनोबल को नई उड़ान दी है।”
अमित शाह ने बताया कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान से लेकर स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण, उज्ज्वला योजना से रसोई में धुएं से मुक्ति, तीन तलाक पर प्रतिबंध, नारी शक्ति वंदन अधिनियम, और सशस्त्र बलों में महिलाओं की भर्ती जैसे कदमों ने महिलाओं को राष्ट्र निर्माण में ऐतिहासिक भागीदारी दिलाई है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी महिला सशक्तिकरण को लेकर सोशल मीडिया पर कहा कि “महिलाएं आज विज्ञान, शिक्षा, खेल, स्टार्टअप और सशस्त्र बलों जैसे सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं और दूसरों को प्रेरित भी कर रही हैं।” उन्होंने कहा कि “एनडीए सरकार ने महिला-नेतृत्व वाले विकास की परिभाषा ही बदल दी है।”प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि इससे लाखों परिवारों को धुएं से मुक्त रसोई मिली है। मुद्रा योजना के जरिए लाखों महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर मिले हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत महिलाओं के नाम से घर देने का भी उल्लेख किया गया, जिससे उनका सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान ने देशभर में बेटियों को सुरक्षित और शिक्षित करने के लिए एक जन आंदोलन की शुरुआत की।- - गढ़चिरौली । महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली जिले के कटेजरी गांव में आजादी के 77 वर्षों बाद पहली बार 26 अप्रैल 2025 को राज्य परिवहन (ST) की बस सेवा शुरू हुई। यह ऐतिहासिक कदम सिर्फ एक परिवहन सुविधा नहीं, बल्कि बदलाव, विकास और विश्वास की एक नई शुरुआत का प्रतीक बन गया है। कटेजरी गांव के साथ-साथ यह बस सेवा चांदगांव, धनौरा, पेंडरी, मरूमगांव और धरेखेड़ा जैसे लगभग 30 गांवों को गढ़चिरौली से जोड़ती है। अब यह बस प्रतिदिन दो बार गढ़चिरौली और कटेजरी के बीच चलेगी। छत्तीसगढ़ सीमा से सटे इस आदिवासी बहुल इलाके को पहले नक्सल प्रभावित और पिछड़े क्षेत्रों में गिना जाता था, लेकिन अब यहां विकास की रफ्तार दिखाई दे रही है।गांव के लोगों के मुताबिक पहले बच्चों को स्कूल जाने के लिए कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था और किसानों व महिलाओं को बाहर आने-जाने में काफी कठिनाई होती थी। अब बस सेवा के शुरू होने से उनके जीवन में एक बड़ा बदलाव आया है। ग्रामीणों ने इसे “सपने के सच होने” जैसा बताया। कटेजरी थाना क्षेत्र के अनुसार, पहले यह पूरा इलाका नक्सल गतिविधियों के लिए कुख्यात था, लेकिन अब सुरक्षा बलों और प्रशासन की साझा कोशिशों से हालात बदल चुके हैं। पुलिस स्टेशन की मांग पर शासन ने सर्वे कराया और फिर 26 अप्रैल से यह बस सेवा शुरू की गई। बता दें कि कटेजरी गांव की जनसंख्या लगभग 500 है और पहले यह क्षेत्र नक्शे पर ” रेड जोन” के रूप में पहचाना जाता था। अब यहां नक्सल गतिविधियों की जगह बसों के हॉर्न की आवाज सुनाई देती है। यह पहल ना केवल एक परिवहन सुविधा का विस्तार है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि अब यह क्षेत्र नक्सलवाद की छाया से उबरकर विकास की मुख्यधारा में शामिल हो चुका है।
- लखनऊ/ भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह और सपा सांसद प्रिया सरोज की आज लखनऊ में रिंग सेरेमनी हुई. शहर के 5 स्टार होटल द सेंट्रम में इंगेजमेंट का कार्यक्रम आयोजित हुआ. पूर्व क्रिकेटर प्रवीण कुमार, पीयूष चावला और यूपी रणजी टीम के कप्तान आर्यन जुयाल भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए. रिंकू सिंह अपने परिवार के साथ देर रात होटल पहुंचे. यहां उन्होंने घर और रिश्तेदारों के बच्चों को दुलारा, उन्हें केक खिलाया. रिंग सेरेमनी में अखिलेश, डिंपल यादव, प्रिया की सांसद फ्रेंड इकरा हसन भी शामिल हुई. रिंग सेरेमनी में सिक्योरिटी का खास इंतजाम किया गया था. 300 मेहमानों को स्पेशल पास से एंट्री दी गई. पास में बारकोड स्कैनिंग सिस्टम भी लगाया गया था.
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नई दिल्ली। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत मैन्युफैक्चरिंग से लेकर डिफेंस के क्षेत्र तक आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इकोनॉमिक टाइम्स में लिखे एक लेख में उन्होंने बताया कि 2014 के बाद देश के रक्षा क्षेत्र में आधुनिकरण और निर्यात में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। यह बदलाव अचानक नहीं आया, बल्कि ‘आत्मनिर्भर भारत मिशन’ के तहत किए गए सुधारों का परिणाम है। इसमें रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया में सुधार, रक्षा उत्पादन एवं निर्यात को प्रोत्साहित करने वाली नीतियां और कुछ क्षेत्रों में 100 प्रतिशत विदेशी निवेश (FDI) की अनुमति जैसे फैसले शामिल हैं, जिससे घरेलू कंपनियों को आगे बढ़ने का मौका मिला है।
पुरी ने बताया कि मोदी सरकार की नीति में मैन्युफैक्चरिंग हमेशा केंद्र में रही है। सरकार सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों को प्रोत्साहन देने के लिए विशेष इंसेंटिव्स दे रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स असम में 27,000 करोड़ रुपए की लागत से सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्टिंग प्लांट बना रही है, जो 2025 के मध्य तक शुरू हो जाएगा और इससे लगभग 27,000 नौकरियां पैदा होंगी। वहीं, एचसीएल और फॉक्सकॉन के बीच एक ज्वाइंट वेंचर के तहत 3,706 करोड़ रुपए की लागत से उत्तर प्रदेश के जेवर में सेमीकंडक्टर यूनिट बनाई जा रही है। यह यूनिट डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स पर केंद्रित होगी और इसका उत्पादन 2027 में शुरू होगा। पुरी ने जनकल्याणकारी योजनाओं पर भी जोर दिया और बताया कि सरकार ‘अंत्योदय के माध्यम से सर्वोदय’ के विजन पर काम कर रही है। इसके तहत अब तक 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में सफलता मिली है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के अंतर्गत लगभग 11 करोड़ किसानों को 3.68 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की सहायता दी जा चुकी है।वहीं ‘लखपति दीदी’ पहल के तहत एक करोड़ से अधिक ग्रामीण महिलाओं को सालाना एक लाख रुपए से अधिक की आमदनी कमाने में सहायता मिली है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लगभग 3 करोड़ घरों को मंजूरी दी जा चुकी है। स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB PM-JAY) का विस्तार किया है। इसके तहत 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी नागरिकों को, उनकी आय चाहे जो भी हो, हर साल 5 लाख रुपए का नि:शुल्क स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जा रहा है। इस योजना से लगभग 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को लाभ मिलने की उम्मीद है।- -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में अंजी ब्रिज और चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च चिनाब ब्रिज का उद्घाटन किया। इस खास मौके पर उनके साथ जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने कटरा-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई।
प्रधानमंत्री ने चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे पुल का निरीक्षण कियाप्रधानमंत्री की कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें वे चिनाब ब्रिज पर तिरंगा लेकर जाते हुए नजर आ रहे हैं। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे चिनाब पुल का निरीक्षण किया था। उन्होंने इस संबंध में अधिकारियों से बात भी की थी। निरीक्षण के बाद उन्होंने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उप राज्यपाल मनोज सिन्हा और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से भी मुलाकात की।साथ ही, प्रधानमंत्री ने यूएसबीआरएल परियोजना से जुड़े श्रमिकों से भी बात की थी।नदी से 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चिनाब रेल ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज हैनदी से 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चिनाब रेल ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है। यह 1,315 मीटर लंबा स्टील आर्च ब्रिज है जिसे भूकंप और हवा की स्थिति को झेलने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जम्मू और श्रीनगर के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए यह ब्रिज अहम है।ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जम्मू-कश्मीर का पहला दौरा है, जहां वे कश्मीर के लोगों को 46 हजार करोड़ की परियोजनाओं को देने जा रहे हैंचिनाब ब्रिज और अंजी पुल उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसके अंतर्गत निर्मित यह पुल कश्मीर घाटी को शेष भारत से जोड़ेगा, यात्रा का समय घटाकर लगभग 3 घंटे कर देगा और क्षेत्र में व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देगा। बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जम्मू-कश्मीर का पहला दौरा है, जहां वे कश्मीर के लोगों को 46 हजार करोड़ की परियोजनाओं देने जा रहे हैं।प्रधानमंत्री के जम्मू-कश्मीर के दौरे को देखते हुए पुलिस-प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैंप्रधानमंत्री के जम्मू-कश्मीर के दौरे को देखते हुए पुलिस-प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। सभी संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बलों की तैनाती की गई है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने खुद प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल का दौरा कर वहां की तैयारियों का निरीक्षण किया था, जिसकी जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया ‘एक्स’ हैंडल पर दी थी।( -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ आतंकी हमला सिर्फ निर्दोष लोगों पर नहीं, बल्कि इंसानियत और कश्मीरियत पर सीधा प्रहार था। पाकिस्तान की यह साजिश भारत में दंगे भड़काने और कश्मीर के मेहनतकश लोगों की आजीविका पर चोट करने की कोशिश थी, लेकिन जम्मू-कश्मीर के लोगों ने जिस एकता और साहस के साथ इसका जवाब दिया, वह पूरे देश और दुनिया के लिए एक स्पष्ट संदेश है। उन्होंने कहा कि यह वही आतंकवाद है जिसने घाटी के स्कूल जलाए, अस्पतालों को निशाना बनाया और दो पीढ़ियों का भविष्य तबाह किया। अब जम्मू-कश्मीर के युवाओं ने आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देने का संकल्प ले लिया है।
विकास की हर बाधा को पहले ‘मोदी’ का सामना करना पड़ेगाप्रधानमंत्री ने कटरा स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में 46 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहलगाम हमले से राज्य में विकास का वातावरण डिगने वाला नहीं है। विकास की हर बाधा को पहले ‘मोदी’ का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर के युवा बड़े सपने देख रहे हैं और उन्हें पूरा भी कर रहे हैं। बाजार, मॉल और सिनेमा हॉल फिर से जीवंत हो रहे हैं। लोग चाहते हैं कि कश्मीर एक बार फिर फिल्म शूटिंग और खेलों का केंद्र बने। पर्यटन न सिर्फ लोगों को जोड़ता है, बल्कि रोजगार भी पैदा करता है, लेकिन पाकिस्तान, जो मानवता और पर्यटन दोनों का विरोधी है, कश्मीर के पर्यटन और गरीबों की आजीविका को निशाना बना रहा है।एक महीने पहले, आज की ही रात पाकिस्तान के आतंकियों पर बरसी थी कयामतप्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा, “आज 6 जून है। संयोग से ठीक एक महीने पहले, आज की ही रात पाकिस्तान के आतंकियों पर कयामत बरसी थी। अब पाकिस्तान कभी भी ऑपरेशन सिंदूर का नाम सुनेगा तो उसे अपनी शर्मनाक शिकस्त याद आएगी। पाकिस्तानी फौज और आतंकियों ने कभी नहीं सोचा था कि भारत, पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों पर इस तरह वार करेगा। वर्षों की मेहनत से उन्होंने आतंक की जो इमारतें बनाई थीं, वो कुछ ही मिनटों में खंडहर बन गईं।”चिनाब और अंजी पुल भारत की इंजीनियरिंग शक्ति का प्रतीकउन्होंने कहा कि चिनाब और अंजी पुल भारत की इंजीनियरिंग शक्ति का प्रतीक हैं। ये दुर्गम पहाड़ियों में बने हैं और अब पर्यटन, व्यापार और स्थानीय उद्योगों के लिए रीढ़ साबित होंगे। उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल परियोजना जम्मू-कश्मीर की नई पहचान और भारत की नई शक्ति का प्रतीक बन गई है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर को दो नई वंदे भारत ट्रेनें और 46 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं प्राप्त हुई हैं, जो क्षेत्र को नई गति देंगी।रियासी जिले को शीघ्र ही एक नया मेडिकल कॉलेज मिलेगा, जिससे स्वास्थ्य सुविधाएं और बेहतर होंगीप्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू और श्रीनगर में अब आईआईटी, आईआईएम, एम्स और एनआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान मौजूद हैं। पिछले पाँच वर्षों में सात नए मेडिकल कॉलेज शुरू किए गए हैं और एमबीबीएस सीटों की संख्या 500 से बढ़कर 1300 हो गई है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि रियासी जिले को शीघ्र ही एक नया मेडिकल कॉलेज मिलेगा, जिससे स्वास्थ्य सुविधाएं और बेहतर होंगी।भाजपा-नीत राजग सरकार के 11 वर्ष गरीबों के कल्याण को रहे समर्पितप्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा-नीत राजग सरकार के 11 वर्ष गरीबों के कल्याण को समर्पित रहे हैं। इन वर्षों में 25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से चार करोड़ गरीब परिवारों को पक्के मकान मिले हैं। जो लोग दलितों और पिछड़ों के नाम पर राजनीति करते हैं, उन्हें उनकी सरकार की योजनाओं में लाभ पाने वालों को देखना चाहिए- ये वही दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग हैं, जो पहले झोपड़ियों और जंगलों में जीवन बिताते थे।इसके पहले प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज का उद्घाटन किया। उन्होंने अंजी पुल का भी उद्घाटन किया। इसके साथ-साथ प्रधानमंत्री ने कटरा रेलवे स्टेशन से कटरा और श्रीनगर को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाई। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल चिनाब ब्रिज का उद्घाटन किया और इस अभूतपूर्व परियोजना को संभव बनाने वाले इंजीनियरों और निर्माण श्रमिकों की पीठ थपथपाई। 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी 48,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का शुभारंभ करने वाले हैं। हालांकि, परियोजनाओं के शुभारंभ के बीच जिस पल ने सभी का ध्यान खींचा, वह था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दुनिया के सबसे ऊंचे पुल पर राष्ट्रीय ध्वज लहराना।
पहलगाम में कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले के बाद घाटी में पर्यटन को भी झटका लगा थाइंजीनियरिंग के इस चमत्कार का उद्घाटन करने के तुरंत बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने चिनाब नदी के ऊपर बने पुल पर सैर की और देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत होकर गर्व से तिरंगा लहराया। प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम पहलगाम हमले के षड्यंत्रकारियों को करारा जवाब देने के साथ-साथ पाकिस्तान के लिए भी कड़ा संदेश था। साथ ही घाटी में पर्यटन को पुनर्जीवित करने के लिए सरकार के दृढ़ संकल्प को भी इससे बल मिलेगा। पहलगाम में कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले के बाद घाटी में पर्यटन को भी झटका लगा था।चिनाब पुल दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है, जो कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ेगा और सभी मौसम में संपर्क सुनिश्चित करेगाचिनाब पुल दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है, जो कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ेगा और सभी मौसम में संपर्क सुनिश्चित करेगा। यह भूकंप और सर्दियों के दौरान सबसे न्यूनतम तापमान को भी झेल सकता है, जब पारा शून्य से नीचे चला जाता है।चिनाब ब्रिज को एक वास्तुशिल्प चमत्कार के रूप में सराहा जाता है, जो नदी से 359 मीटर ऊपर खड़ा हैचिनाब रेलवे पुल के उद्घाटन के बाद, पीएम मोदी ने एक फोटो प्रदर्शनी भी देखी, जिसमें पुल के निर्माण के दौरान आने वाली तकनीकी कठिनाइयों को प्रदर्शित किया गया था। उन्होंने इंजीनियरों और श्रमिकों के साथ भी बातचीत की, जिन्होंने मौसम और स्थानीय बाधाओं को पार करते हुए 359 मीटर ऊंचे दुनिया के सबसे ऊंचे पुल के काम को पूरा किया, जो पेरिस के एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा है। चिनाब ब्रिज को एक वास्तुशिल्प चमत्कार के रूप में सराहा जाता है, जो नदी से 359 मीटर ऊपर खड़ा है। -
नयी दिल्ली. अखिल भारतीय किसान संघों के महासंघ (एफएआईएफए) ने बृहस्पतिवार को कहा कि टिकाऊ कृषि गतिविधियों को व्यापक रूप से अपनाने में उच्च प्रारंभिक लागत, खंडित बुनियादी ढांचे और किसानों के बीच कम जागरूकता प्रमुख बाधाएं हैं। संगठन ने जलवायु-सहिष्णु कृषि प्रौद्योगिकियों में निवेश बढ़ाने का आह्वान किया। एफएआईएफए ने नयी दिल्ली में एक राष्ट्रीय संगोष्ठी के दौरान ‘भविष्य का पोषण: जलवायु-सहिष्णु कृषि पर एक रिपोर्ट' शीर्षक से एक श्वेत पत्र जारी किया, जिसमें जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का मुकाबला करने के लिए टिकाऊ यानी पर्यावरण अनुकूल कृषि गतिविधियों की तत्काल जरूरत बतायी गयी है। रिपोर्ट में अनियमित वर्षा, बेमौसम सूखा, तापमान में उछाल और कीटों के बढ़ते प्रकोप को उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक सहित प्रमुख कृषि राज्यों में फसल चक्र को बाधित करने वाले प्रमुख खतरों के रूप में चिन्हित किया गया है। आंध्र प्रदेश के सांसद पुट्टा महेश कुमार इस कार्यक्रम में मौजूद थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के कृषि समुदाय में 80 प्रतिशत से अधिक छोटे और सीमांत किसान सीमित अनुकूलन क्षमता के कारण काफी प्रभावित हैं। एफएआईएफए के महासचिव मुरली बाबू ने कहा, ‘‘मिट्टी का क्षरण, खेती की बढ़ती लागत और गिरते जल स्तर कृषि उत्पादकता और आय पर महत्वपूर्ण दबाव डाल रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमें 'अधिक उत्पादन' दृष्टिकोण से 'बेहतर उत्पादन' मानसिकता में बदलाव करना चाहिए।''
फसल बीमा कार्यक्रम प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और सूक्ष्म सिंचाई पहल जैसी मौजूदा सरकारी योजनाओं को स्वीकार करते हुए, एफएआईएफए ने उच्च प्रारंभिक लागत, खंडित बुनियादी ढांचे और किसानों के बीच कम जागरूकता सहित कार्यान्वयन अंतराल की पहचान की। संगठन ने जलवायु-सहिष्णु बीज किस्मों के लिए अनुसंधान और विकास में सार्वजनिक निवेश बढ़ाने, किसान प्रशिक्षण कार्यक्रमों का विस्तार करने और सटीक कृषि उपकरणों को बढ़ावा देने की सिफारिश की। रिपोर्ट में भारत के विविध कृषि परिदृश्य में जलवायु-अनुकूल कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए नीति निर्माताओं, शोध संस्थानों और निजी पक्षों के बीच सहयोग की आवश्यकता भी बतायी गयी है। -
नई दिल्ली। पिछले ग्यारह वर्षों में, भारत के शहरी परिदृश्य में उल्लेखनीय बदलाव आया है। किफायती आवास उन लोगों तक पहुंच गया है जिन्हें इसकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी। बेहतर सड़कें, स्वच्छ हवा, बेहतर सार्वजनिक सेवाएं और आधुनिक परिवहन व्यवस्था के साथ शहर ज्यादा रहने लायक बन गए हैं। मध्यम वर्ग के लिए, ये गरिमा और सुविधा लाए हैं। ये लाभ दीर्घकालिक दृष्टि, निरंतर वित्तपोषण और प्रभावी क्रियान्वयन का परिणाम हैं। पहली बार घर खरीदने वालों से लेकर रोज़ाना मेट्रो से यात्रा करने वालों तक, करोड़ों नागरिकों ने अपने घरों, अपनी सड़कों और अपने आस-पड़ोस में बदलाव महसूस किया है।
भारत के शहरी परिदृश्य में उल्लेखनीय बदलाव25 जून 2015 को शुरू किए गए स्मार्ट सिटीज मिशन ने भारतीय शहरों को एक नया जीवन दिया। इसने लोगों के रहने, घूमने, काम करने और अपना समय बिताने के तरीके को फिर से परिभाषित किया। 2025 तक, 7545 स्वीकृत परियोजनाओं में से 93 प्रतिशत पूरी हो गई थीं, जिनका कुल निवेश 1.51 लाख करोड़ रुपये से अधिक था। 100 स्मार्ट शहरों में से प्रत्येक अब एक एकीकृत कमांड और नियंत्रण केंद्र चलाता है। ये केंद्र बेहतर सुरक्षा, यातायात नियंत्रण, अपशिष्ट संग्रह और जल प्रबंधन में सहयोग करते हैं।आवास के मामले में 23 स्मार्ट शहरों में 35,000 किफायती घर बनाए83,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे, 1,884 आपातकालीन कॉल बॉक्स और 3,000 सार्वजनिक पता प्रणाली अब शहरों को सतर्क और उत्तरदायी रहने में मदद करती हैं। 1,200 से अधिक सार्वजनिक स्थान परियोजनाओं ने शहर के पार्कों, झील के किनारों और बाजारों में जीवन वापस ला दिया है। 2,300 सरकारी स्कूलों में 9,400 स्मार्ट कक्षाओं और 41 नई डिजिटल लाइब्रेरी के साथ शिक्षा में सुधार हुआ है। 15 शहरों में 3,100 अस्पताल के बिस्तरों और डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड पेश करने के साथ स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को भी बढ़ावा मिला। आवास के मामले में, 23 स्मार्ट शहरों में 35,000 किफायती घर बनाए। स्मार्ट तकनीक का उपयोग करके जल आपूर्ति, ठोस अपशिष्ट और सीवरेज सिस्टम को उन्नत किया गया। 1,700 किलोमीटर स्मार्ट सड़कों, 713 किलोमीटर साइकिल लेन, 23,000 साइकिल और 1,500 से अधिक बसों को सार्वजनिक बेड़े में शामिल करने से परिवहन सुगम हो गया। 50 से अधिक शहरों ने 200 से अधिक उच्च-प्रभाव वाली परियोजनाओं को पूरा करने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी की ओर रुख किया।प्रधानमंत्री आवास योजना बनी उम्मीदप्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) लाखों मध्यम-वर्ग और निम्न-आय वाले परिवारों के लिए एक मजबूत आशा बन गई है। 2015 में शुरू की गई यह योजना हर भारतीय के लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक घर के लक्ष्य की ओर लगातार आगे बढ़ी है। यह योजना सिर्फ़ घर बनाने तक ही सीमित नहीं है। इसने शहरों के परिवारों को गर्व, स्थिरता और सशक्तिकरण दिया है। इसका विस्तार, पहुँच और निष्पक्षता पर जोर ने इसे स्वतंत्र भारत में सबसे प्रभावशाली शहरी कल्याण योजनाओं में से एक बनाया है।केंद्र ने सहायता के रूप में 1.97 लाख करोड़ रुपये देने का वादा कियाकेंद्र ने सहायता के रूप में 1.97 लाख करोड़ रुपये देने का वादा किया है। इसमें से 1.69 लाख करोड़ रुपये पहले ही जारी किए जा चुके हैं। 2014 से 2025 तक, 19 मई तक, 1.16 करोड़ से ज़्यादा घरों को मंज़ूरी दी गई। 1.12 करोड़ से ज़्यादा घरों का निर्माण शुरू हो चुका है। 92.72 लाख से ज़्यादा घर बनकर तैयार हो चुके हैं या सौंपे जा चुके है। ये सिर्फ़ आंकड़े नहीं हैं, ये प्रगति की ठोस कहानियां हैं।मेट्रो रेल विस्तारदशकों में शहरी परिवहन में सबसे बड़ी तेज़ी देखी गई। अब 29 शहरों में मेट्रो रेल चल रही है या बन रही है। मई 2025 तक, भारत में 1,013 किलोमीटर मेट्रो लाइन परिचालन में थी, जो 2014 में सिर्फ़ 248 किलोमीटर थी। यानी सिर्फ़ ग्यारह साल में 763 किलोमीटर का इज़ाफ़ा। कुल मेट्रो रेल नेटवर्क के मामले में भारत अब दुनिया भर में तीसरे स्थान पर है। इस अवधि में 992 किलोमीटर की 34 मेट्रो परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। 2013-14 में प्रतिदिन 28 लाख यात्रियों की संख्या अब 1.12 करोड़ को पार कर गई है। नई लाइनें चालू करने की गति नौ गुना बढ़ गई है। औसतन अब हर महीने 6 किलोमीटर मेट्रो लाइनें चालू हो रही हैं, जबकि 2014 से पहले यह आंकड़ा सिर्फ 0.68 किलोमीटर प्रति महीने था। मेट्रो रेल के लिए वार्षिक बजट भी छह गुना से अधिक बढ़ गया है, जो 2013-14 में 5,798 करोड़ से बढ़कर 2025-26 में 34,807 करोड़ रुपये हो गया है।उड़ान योजना21 अक्टूबर 2016 को शुरू की गई उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) योजना ने आम नागरिकों के लिए हवाई यात्रा को सस्ता और सुलभ बना दिया है। अपने छठे वर्ष में, उड़ान ने 625 मार्गों के माध्यम से 2 जल हवाई अड्डों और 15 हेलीपोर्ट सहित 90 हवाई अड्डों को जोड़ा है। 27 अप्रैल 2017 को शिमला से दिल्ली के लिए पहली उड़ान भरी गई। तब से, 1.49 करोड़ से अधिक यात्रियों को कम लागत वाली क्षेत्रीय हवाई यात्रा का लाभ मिला है। भारत का हवाई अड्डा नेटवर्क 2014 में 74 हवाई अड्डों से बढ़कर 2024 में 159 हो गया है। वंचित क्षेत्रों में हवाई संपर्क का समर्थन करने के लिए व्यवहार्यता अंतर निधि के रूप में 4,023.37 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं। इस योजना ने पर्यटन को बढ़ावा दिया है, स्वास्थ्य सेवा तक पहुँच में सुधार किया है और टियर 2 और टियर 3 शहरों में व्यापार को बढ़ावा दिया है, जिससे समावेशी क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिला है।रियल एस्टेट विनियमनघर खरीदने वालों के हितों की रक्षा करने और आवास क्षेत्र में पारदर्शिता लाने के लिए, संसद ने 2016 में रियल एस्टेट (विनियमन और विकास) अधिनियम पारित किया। यह रियल एस्टेट लेनदेन में जवाबदेही की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। आरईआरए के तहत, प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ने एक नियामक प्राधिकरण स्थापित किया, जिसे पंजीकृत विकास के लिए परियोजना विवरण सूचीबद्ध करने वाले सार्वजनिक पोर्टल को बनाए रखने का काम सौंपा गया।17 मार्च, 2025 तक, पूरे भारत में रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरणों द्वारा 1.4 लाख से अधिक उपभोक्ता शिकायतों का समाधान किया गया है। यह दर्शाता है कि कैसे कानून ने रियल एस्टेट बाजार में विश्वास बहाल करने और निष्पक्ष व्यवहार सुनिश्चित करने में मदद की है। -
नई दिल्ली। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को यूरोपीय संसद की उपाध्यक्ष क्रिस्टेल शाल्डेमोज के साथ एक बैठक की, जिसमें उन्हें पाकिस्तान प्रायोजित सीमापार आतंकवाद और 22 अप्रैल के पहलगाम हमले के बारे में जानकारी दी गई।
बेल्जियम में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “यह कश्मीर में प्रगति को बाधित करने और स्थिति को सांप्रदायिक बनाने के लिए राष्ट्रीय नीति के एक साधन के रूप में सीमा पार आतंकवाद के उपयोग के बारे में वरिष्ठ संसदीय स्तर पर जानकारी देने का एक अच्छा अवसर था। (क्रिस्टेल शाल्डेमोज ने) पहलगाम में जघन्य आतंकवादी हमले की निंदा और आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की भारत की दृढ़ नीति की सराहना की।”रविशंकर प्रसाद ने सोशल मीडिया पर लिखा कि इस बैठक ने कश्मीर में विकास को कमजोर करने और सांप्रदायिक तनाव भड़काने के लिए राष्ट्रीय नीति के रूप में आतंकवाद के पाकिस्तान के इस्तेमाल को उजागर करने का अवसर दिया।उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “हमने यूरोपीय संसद की उपाध्यक्ष को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के संबंध में भारत की स्थिति से अवगत कराया। हमने अनुरोध किया कि वह पाकिस्तान में आतंकवादी तंत्र को समर्थन देने की लागत, विशेष रूप से अंतर्राष्ट्रीय सहायता के संदर्भ में, को उजागर करने पर विचार करें। हम भारत के प्रति उनके स्पष्ट स्नेह और मानवता और लोकतंत्र को बनाए रखने की उनकी प्रतिबद्धता से बहुत प्रभावित हुए।”बाद में ब्रसेल्स में मीडिया के साथ बातचीत में प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद के प्रति भारत की निर्णायक प्रतिक्रिया, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लक्ष्यों तथा आतंकवाद से निपटने सहित भारत-यूरोपीय संघ की मजबूत साझेदारी के लिए रोडमैप पर प्रकाश डाला।प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को यूरोपीय संसद के सदस्यों (एमईपी) से मुलाकात की और सीमा पार आतंकवाद, वैश्विक शांति और भारत-यूरोपीय संघ के संबंधों को मजबूत करने सहित आतंकवाद से निपटने पर चर्चा की। यूरोपीय संघ के पक्ष को 22 अप्रैल के घातक पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से भारत की सुनियोजित और लक्षित प्रतिक्रिया के बारे में जानकारी और आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस का संदेश दिया गया।बैठक के दौरान, यूरोपीय संसद के सदस्यों ने पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की। प्रतिनिधियों ने आतंकवाद के खतरे, जिसमें भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद भी शामिल है, पर ब्रसेल्स स्थित प्रमुख थिंक टैंकों के साथ गहन विचार-विमर्श भी किया।भारतीय सांसदों ने ब्रसेल्स में थिंक टैंक समुदाय के सदस्यों के साथ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सहित देश के आतंकवाद विरोधी प्रयासों पर चर्चा की। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के भारत के एकीकृत और स्पष्ट संदेश को भी व्यक्त किया।इसके अलावा, प्रतिनिधियों ने भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत की, जिन्होंने हाल के आतंकवादी हमलों के पीड़ितों के साथ अपनी गहरी एकजुटता व्यक्त की और आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत और सैद्धांतिक रुख तथा इसकी जीरो टॉलरेंस नीति का समर्थन किया।उन्होंने वैश्विक मंच पर भारत की आवाज को बुलंद करने में प्रवासी समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में रविशंकर प्रसाद (भाजपा), दग्गुबाती पुरंदेश्वरी (भाजपा), प्रियंका चतुर्वेदी (शिवसेना-यूबीटी), गुलाम अली खटाना (भाजपा), अमर सिंह (कांग्रेस), समिक भट्टाचार्य (भाजपा), एम. थंबीदुरई (एआईएडीएमके), पूर्व केंद्रीय मंत्री एम.जे. अकबर और पूर्व राजदूत पंकज सरन सहित विविध राजनीतिक प्रतिनिधित्व शामिल हैं।फ्रांस, इटली, डेनमार्क और ब्रिटेन की यात्राएं संपन्न करने के बाद भारतीय प्रतिनिधिमंडल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के महत्व और पाकिस्तान प्रायोजित सीमापार आतंकवाद के खिलाफ जारी लड़ाई को उजागर करने के लिए भारत के वैश्विक कूटनीतिक संपर्क अभियान के एक हिस्से के रूप में बेल्जियम में है। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अयोध्या में दिव्य राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या एक और गौरवशाली क्षण की साक्षी बनी है। दिव्य राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा सभी राम भक्तों को श्रद्धा और आनंद से भर देने वाली है।
पीएम मोदी ने कामना की कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम सभी देशवासियों को सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य प्रदान करें।उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “प्रभु श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या एक और गौरवशाली और ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनी है। भव्य-दिव्य राम दरबार की प्राण-प्रतिष्ठा का यह पावन अवसर समस्त रामभक्तों को श्रद्धा और आनंद से भावविभोर करने वाला है। मेरी कामना है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम सभी देशवासियों को सुख-समृद्धि और आरोग्य का आशीर्वाद दें। जय सियाराम!”अयोध्या के लिए गुरुवार को एक और ऐतिहासिक दिन रहा। पहली बार पूरी दुनिया के सामने राजा राम दरबार की झलक दिखाई गई। भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान समेत संपूर्ण राम दरबार की भव्य प्रतिमा मंदिर के प्रथम तल विराजमान हो गई।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भव्य मंदिर में राजा राम की प्राण प्रतिष्ठा की। इस मौके पर वैदिक मंत्रों की ध्वनि चारों दिशाओं में गुंजायमान रही। अभिजीत मुहूर्त, वेदघोष और मंत्रोच्चार की ध्वनि के बीच अयोध्या में गंगा दशहरा के अवसर पर श्रीराम दरबार सहित समस्त नवनिर्मित देवालयों में प्राण प्रतिष्ठा का भव्य समारोह सम्पन्न हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में हुए इस त्रिदिवसीय अनुष्ठान का यह अंतिम दिन था, जिसमें वैदिक परंपरा और आधुनिक तकनीक का दुर्लभ संगम देखने को मिला। सुबह 6:30 बजे यज्ञमंडप में आवाह्नित देवताओं के पूजन के साथ अनुष्ठान की विधिवत शुरुआत हुई। दो घंटे चले इस पूजन के बाद सुबह 9 बजे से हवन प्रारंभ हुआ, जो लगभग एक घंटे तक चला। इसके बाद सभी नवनिर्मित देवालयों में केंद्रीयकृत दृश्य और श्रव्य माध्यमों की सहायता से एक साथ प्राण प्रतिष्ठा का पावन कार्य सम्पन्न हुआ। -
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने बताया कि 22 मई को प्रति मिनट 31,814 टिकट बुक की गई हैं। रेलवे के इतिहास में टिकट बुकिंग का यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
यह आंकड़ा रेलवे के टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म की क्षमता को भी दिखाता है।इसके अलावा रेलवे ने बताया कि अनधिकृत ऑटोमेटेड बुकिंग पर कार्रवाई करते हुए उसके एआई संचालित सिस्टम ने टिकट बुकिंग के लिए 2.5 करोड़ संदिग्ध यूजर र्आईडी को निष्क्रिय कर दिया है।वहीं, आईआरसीटीसी के माध्यम से भारतीय रेलवे एक सहज, सुरक्षित और उपयोगकर्ता अनुकूल टिकटिंग अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। देश भर में लाखों यात्रियों के हितों की रक्षा करने और समान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए नवाचार और आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।रेल मंत्रालय बुधवार को एक बयान जारी कर बताया कि निष्पक्षता और दक्षता को और बढ़ाने के लिए नए यूजर प्रोटोकॉल जारी किए जाएंगे। रेलवे ने कहा, “जिन यूजर्स ने आधार के जरिए ऑथेंटिकेशन नहीं किया होगा, वे एडवांस रिजर्वेशन पीरियड (एआरपी), तत्काल और प्रीमियम तत्काल की टिकट पंजीकरण के तीन दिन बाद बुक कर पाएंगे। वहीं, आधार-वेरिफाइड यूजर्स बिना किसी देरी के टिकट की बुकिंग कर सकते हैं।”मंत्रालय ने कहा कि एवरेज डेली यूजर लॉगिन वित्त वर्ष 2023-24 में 69.08 लाख से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 में 82.57 लाख हो गया है, जो 19.53 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है, जबकि इसी अवधि में एवरेज डेली टिकट बुकिंग में 11.85 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसके अतिरिक्त ई-टिकटिंग की हिस्सेदारी अब कुल रिजर्व टिकट बुकिंग में 86.38 प्रतिशत हो गई है।आपको बता दें, भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग प्रणाली में सुधार किए, जो इस प्रकार है--87 प्रतिशत सामग्री को तेज़ लोड समय और कम सर्वर लोड के लिए सीडीएन के माध्यम से उपलब्ध कराया जा रहा है।-परिष्कृत एआई एल्गोरिदम का उपयोग करके बॉट ट्रैफ़िक का सक्रिय पता लगाना और उसे कम करना।-संदिग्ध उपयोगकर्ता आईडी को सक्रिय रूप से निष्क्रिय करना और साइबर अपराध पोर्टल के माध्यम से शिकायत दर्ज करना। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत दिल्ली के भगवान महावीर वनस्थली पार्क में पौधारोपण किया। यह प्रयास अरावली श्रृंखला को फिर से हरित बनाने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है, जो ‘अरावली ग्रीन वॉल परियोजना’ का हिस्सा है।
अरावली दुनिया की सबसे पुरानी पर्वतमाला में से एकइसकी जानकारी साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने एक्स पर कहा कि अरावली दुनिया की सबसे पुरानी पर्वतमाला में से एक है, जो गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली तक फैली हुई है। हाल के वर्षों में इस क्षेत्र से संबंधित कई पर्यावरणीय चुनौतियां सामने आई हैं, जिनसे निपटने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि सरकार का ध्यान इस पर्वतमाला से जुड़े क्षेत्रों के पुनर्जीवन पर है।स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर बनाएंगे योजनाएंउन्होंने कहा कि सरकार जल प्रणालियों को सुधारने, धूल भरी आंधियों पर नियंत्रण करने, थार रेगिस्तान के पूर्व की ओर विस्तार को रोकने और अन्य उपायों पर काम करेगी। इसके लिए स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर योजनाएं बनाई जाएंगी।नवीन पौधारोपण तकनीकों को भी अपनाया जाएगाप्रधानमंत्री ने कहा कि जहां स्थान की कमी है, जैसे शहरी और अर्धशहरी क्षेत्रों में, वहां परंपरागत के साथ-साथ नवीन पौधारोपण तकनीकों को भी अपनाया जाएगा। सभी गतिविधियां ‘मेरी लाइफ’ पोर्टल पर जियो-टैग करके मॉनिटर की जाएंगी।इसके साथ ही आज प्रधानमंत्री ने दिल्ली सरकार की एक पहल के तहत नई इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई। यह कदम स्वच्छ शहरी परिवहन और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ दिल्लीवासियों के जीवन को आसान बनाएगा।पीएम मोदी ने देश के युवाओं से आह्वान किया कि वे इस हरित अभियान में सक्रिय भागीदारी करेंविश्व पर्यावरण दिवस पर प्रधानमंत्री ने आज अपने 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर ‘सिंदूर’ पौधा भी रोपित किया। यह पौधा हाल ही में गुजरात यात्रा के दौरान 1971 के युद्ध में साहस और बलिदान का प्रतीक बनीं वीर महिलाओं ने प्रधानमंत्री को भेंट किया था।इस दौरान प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं से आह्वान किया कि वे इस हरित अभियान में सक्रिय भागीदारी करें। कार्यक्रम के दौरान उनके साथ पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, दिल्ली के उपराज्यपाल बीके सक्सेना, दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और राज्य के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा भी उपस्थित थे। - अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में बीते दिनों से चल रहा राम दरबार प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अंतिम दिन गुरूवार को गंगा दशहरा पर्व पर अभिजित मुहूर्त योगी आदित्यनाथ ने दर्शन के साथ ही कई विकास कार्यों का उद्घाटन व शिलान्यास भी किया। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय के मुताबिक गुरूवार को योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन भी था और उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा से पहले हनुमान गढ़ी में दर्शन किया। उनकी उपस्थिति में सुबह साढ़े छह बजे से देवताओं का यज्ञमंडप में पूजन प्रारम्भ हुआ जो दो घंटे चला। इसके बीद नौ बजे से हवन शुरू हुआ जो घंटे भर चला।बाद में केंद्रीयकृत व्यवस्था के अंतर्गत एक साथ सभी देवालयों में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान प्रारम्भ हुआ। सभी मंदिरों को कैमरा एवं स्क्रीन से एक साथ जोड़ा गया था। श्रीराम दरबार और शेषावतार के साथ जिन मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा हुई उनमें वे हैं परकोटा के ईशान कोण पर स्थित शिव मंदिर, अग्नि कोण में गणेशजी, दक्षिणी भुजा के मध्य में हनुमान जी, नैऋत्य कोण में सूर्य, वायव्य कोण में मां भगवती के साथ परकोटा की उत्तरी भुजा के मध्य में अन्नपूर्णा माता शामिल हैं।श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मौजूद रहीइस मौके पर राम जन्मभूमि परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मौजूद रही। हालांकि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस अवसर बाहर के लोगों से अयोध्या न आने का अनुरोध किया था और प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर राम दरबार वाले प्रथम तल पर आमंत्रितों के अतिरिक्त किसी अन्य को जाने की अनुमति नहीं दी गयी थी। मुख्यमंत्री योगी के दौरे के दौरान मंदिर परिसर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। भीड़ ने बड़े उत्साह के साथ जय श्री राम का नारा लगाया। मुख्यमंत्री ने भक्तों का गर्मजोशी से अभिवादन किया और उनके साथ अपने जन्मदिन की खुशी साझा की। कई लोगों ने उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दीं और उनके लंबे जीवन और लोगों की सेवा जारी रखने की प्रार्थना की।इस मौके पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, महासचिव चंपत राय, स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज और अन्य संत-महंत व विशिष्ठ अतिथि उपस्थित थे।गुरूवार को ही अयोध्या नगर निगम के गठन के दो साल पूरा होने के मौके पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए। उन्होंने रामकथा पार्क में 30.38 करोड़ रुपये के 50 विकास कार्यों का लोकार्पण किया और 35.08 करोड़ रुपये के 92 कार्यों का शिलान्यास किया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री आवास पर सिंदूर का पौधा लगाया। ये पौधा उन्हें 25-26 मई को गुजरात दौरे के दौरान कच्छ में 1971 के भारत-पाक युद्ध में बहादुरी दिखाने वाली महिलाओं के ग्रुप ने भेंट किया था।दरअसल, इस सिंदूर के पौधे को ऑपरेशन सिंदूर से जोड़कर देखा जा रहा है। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारत ने 7 मई को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और पाक में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। सेना ने 100 आतंकियों को मार गिराया था। इस ऑपरेशन का नाम सिंदूर रखा गया था।सिंदूर का पौधा एक खास पत्तेदार पौधा है, जो धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है। इसे शुभता और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। यह पौधा पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद होता है और अक्सर मंदिरों और घरों में लगाया जाता है। इसकी देखभाल आसान होती है।
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नयी दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए अपने रणनीतिक सहयोग का विस्तार करने पर सहमति व्यक्त की तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहलगाम आतंकवादी हमले पर नयी दिल्ली की जबर्दस्त जवाबी कार्रवाई के प्रति आस्ट्रेलियाई समर्थन की सराहना की। भारत की यात्रा पर आये आस्ट्रेलिया के उप प्रधानमंत्री रिचर्ड मार्लेस के साथ अपनी वार्ता में सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि भारत को पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ आत्मरक्षा में जवाब देने का अधिकार है तथा इस कायराना हमले के बाद भारत की कार्रवाई नपी-तुली, गैर-बढ़ावा देने वाली तथा जिम्मेदाराना थी।
बैठक में अपने संबोधन में ऑस्ट्रेलियाई नेता ने कहा कि भारत के साथ आस्ट्रेलिया के संबंध ‘सर्वोच्च प्राथमिकता' के हैं और यह ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय हित के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। मार्लेस की नयी दिल्ली यात्रा भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी की पांचवीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है। इस साझेदारी से दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने में मदद मिली है। सिंह और मार्लेस ने रक्षा-औद्योगिक सहयोग को बढ़ाने तथा उसमें विविधता लाने पर सहमति व्यक्त की। मार्लेस ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री भी हैं।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ एक अलग भेंटवार्ता में ऑस्ट्रेलियाई नेता ने सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के प्रति आस्ट्रेलिया के समर्थन को दोहराया। बयान के अनुसार मोदी ने आस्ट्रेलिया में हाल के चुनाव में ऑस्ट्रेलियाई लेबर पार्टी की ऐतिहासिक जीत पर मार्लेस को बधाई दी। दोनों नेताओं ने भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए विचारों का आदान-प्रदान किया, जिसने आज पांच साल पूरे कर लिए हैं। इसमें कहा गया कि मोदी और मार्लेस ने रक्षा औद्योगिक सहयोग, लचीली आपूर्ति श्रृंखला, महत्वपूर्ण खनिजों, नयी और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के महत्व को रेखांकित किया। पीएमओ के बयान में कहा गया, ‘‘उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि स्थिर, सुरक्षित और समृद्ध हिंद-प्रशांत का साझा दृष्टिकोण द्विपक्षीय सहयोग का मार्गदर्शन करता रहेगा।'' बयान के अनुसार मोदी ने प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज को इस साल के अंत में भारत में होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित भी किया। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भेंटवार्ता में सिंह और मार्लेस ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की तथा जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। टेलीविजन पर प्रसारित टिप्पणियों में सिंह ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों में ‘‘महत्वपूर्ण मील के पत्थर' हासिल करने का उल्लेख किया तथा उसे और आगे ले जाने के लिए ‘‘नये जोश'' के साथ काम करने की उम्मीद जताई। सिंह ने भारत की पश्चिमी सीमा पर ‘‘अत्यधिक चुनौतियां'' पेश आने का भी जिक्र किया। उनका इशारा पाकिस्तान समर्थित सीमा पार आतंकवाद की ओर था। मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष स्वतंत्र एवं खुले हिंद महासागर तथा प्रशांत द्वीप क्षेत्र की दिशा में मिलकर काम करने पर सहमत हुए। मंत्रालय ने कहा, ‘‘दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को लगातार मजबूत करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, समृद्धि, स्थिरता एवं प्रगति के अपने साझा उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता का आह्वान किया।'' उसने कहा कि सिंह और मार्लेस ने ऑस्ट्रेलिया-भारत संयुक्त अनुसंधान परियोजना पर हस्ताक्षर का स्वागत किया तथा रक्षा उद्योग में सहयोग बढ़ाने और विविधता लाने पर सहमति व्यक्त की। मंत्रालय ने कहा, ‘‘उन्होंने इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाली तीसरी भारत-ऑस्ट्रेलिया 2प्लस 2 मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान रक्षा विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया।'' मंत्रालय ने कहा कि सिंह-मार्लेस बैठक ने दोनों पक्षों को उभरते क्षेत्रीय और वैश्विक परिदृश्यों के संदर्भ में द्विपक्षीय संबंध की स्थिति की समीक्षा करने का अवसर प्रदान किया। उसने कहा, ‘‘चर्चा में रक्षा रणनीतिक सहयोग और सुरक्षा, उद्योग सहयोग, साइबर और नयी उभरती प्रौद्योगिकियां, आतंकवाद-निरोध, जल-सर्वेक्षण और समुद्री सुरक्षा जैसे व्यापक मुद्दों पर चर्चा हुई।''
- अयोध्या,। उत्तर प्रदेश के आयोध्या स्थित श्री राम जन्मभूमि परिसर में पांच जून को राजा राम और परकोटे में विराजमान अन्य देवी-देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का भव्य आयोजन किया जाएगा जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे। संयोग से, इस दिन मुख्यमंत्री का 53वां जन्मदिन भी है और वह इस अवसर पर भगवान श्रीराम का आशीर्वाद लेंगे। एक बयान के मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह पूर्वाह्न 11 बजे से शुरू होगा और विशेष पूजा-अर्चना, हवन और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच देव विग्रहों की स्थापना होगी। अयोध्या के संतों-महंतों का कहना है कि यह आयोजन ऐतिहासिक होगा।संत समुदाय का कहना है, ‘‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर निर्माण और अयोध्या के विकास के माध्यम से रामनगरी का खोया हुआ गौरव वापस लौटाया है। पिछले आठ वर्षों में अयोध्या में 32 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं ने शहर को वैश्विक स्तर पर नयी पहचान दी है।'' इसने कहा कि सड़क, रेल, हवाई अड्डा, सौंदर्यीकरण और पर्यटन से जुड़ी परियोजनाओं ने अयोध्या को दुनिया के मानचित्र पर चमकदार बनाया है। रामकथा पार्क, सरयू तट का सौंदर्यीकरण और आधुनिक सुविधाओं से युक्त मंदिर परिसर इसकी बानगी हैं। मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर अयोध्या में उत्साह का माहौल है। संत-महंतों ने योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में अयोध्या आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में उभरी है। सरयू त्रयोदशी जन्मोत्सव के अवसर पर नदी तट पर विशेष आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।प्रशासन ने इस भव्य आयोजन के लिए सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने अयोध्या पहुंचने लगे हैं। अंजनी सेवा संस्थान के अध्यक्ष शशिकांत महाराज ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराज ने ही प्रभु को टाट से निकाल भव्य मंदिर में विराजमान कराया है। पांच जून को एक बार फिर से राजा राम को प्रतिष्ठित करेंगे। योगी महाराज प्रभु राम का तिलक करेंगे।'' महंत मिथिलेश नंदिनी शरण ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री राजा राम समेत अन्य देवताओं की प्रतिमा की स्थापना करने आ रहे हैं। यह बहुत ही हर्ष का विषय है। खुशी की बात है कि एक संन्यासी ने प्रदेश के आध्यात्मिक मूल्यों को समझा और ऊर्जावान बना दिया। आज आजीविका के लिए अयोध्या के लोगों को बाहर जाना नहीं पड़ता।'' उन्होंने कहा, ‘‘लोग यहीं व्यवसाय कर रहे हैं। कोई प्रसाद का तो कोई फूल माला। बाहर से व्यापारी आकर होटल इत्यादि में निवेश कर रहे हैं। आज गूगल पर अयोध्या लिखा जाए तो सबसे पहले दिपोत्सव की छवि बनकर आती है।'' व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने कहा, ‘‘अयोध्या में ‘नित्य महोत्सव, नित्य सुमंगल' जैसा माहौल है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसी व्यवस्थाएं कर दी हैं कि व्यापार काफी बढ़ रहा है।''
- नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति चुने जाने पर ली जे-म्यांग को बुधवार को बधाई दी। मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर कहा, ‘‘श्री ली जे-म्यांग को कोरिया गणराज्य (आरओके) का राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई। हम भारत-कोरिया गणराज्य विशेष रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करने और इसे मजबूत करने के लिए एक साथ काम करने को लेकर तत्पर हैं।'' उदारवादी विचारधारा के विपक्षी उम्मीदवार ली जे-म्यांग को मंगलवार रात को राष्ट्रपति चुना गया था। उनकी इस जीत से दक्षिण कोरिया में कई महीनों से जारी राजनीतिक उथल-पुथल पर विराम लग जाएगा। रूढ़िवादी नेता यून सुक येओल द्वारा अचानक ‘मार्शल लॉ' लगाए जाने के बाद देश में राजनीतिक उथल-पुथल की शुरुआत हुई थी।
- नई दिल्ली। भारत में जातिगत जनगणना कब होगी, इसकी डेट अब सामने आ गई है। देश में जातीय जनगणना दो फेज में कराई जाएगी। इसका पहला चरण एक अक्टूबर 2026 से शुरू होगा। वहीं दूसरे चरण की शुरुआत एक मार्च 2027 से होगी। पहले फेज में जातिगत जनगणना चार राज्यों में कराई जाएगी। जिसमें पहाड़ी क्षेत्र उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं। बता दें कि देश में पिछली बार जनगणना साल 2011 में हुई थी।भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (PIB) ने बुधवार को एक बयान में बताया कि जातियों की गणना के साथ-साथ जनगणना-2027 को दो चरणों में कराने का निर्णय लिया गया है। जनगणना-2027 के लिए संदर्भ तिथि मार्च, 2027 के प्रथम दिन 00:00 बजे होगी। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों के असमकालिक बर्फीले क्षेत्रों के लिए संदर्भ तिथि अक्टूबर, 2026 को होगी। जनगणना अधिनियम, 1948 की धारा 3 के प्रावधान के अनुसार उपरोक्त संदर्भ तिथियों के साथ जनगणना कराने के आशय की अधिसूचना संभवतः 16.06.2025 को आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित की जाएगी।बयान में आगे बताया गया है कि भारत की जनगणना, जनगणना अधिनियम, 1948 और जनगणना नियम, 1990 के प्रावधानों के अंतर्गत की जाती है। भारत की पिछली जनगणना 2011 में दो चरणों में की गई थी, अर्थात् i) चरण I – मकान सूचीकरण (एचएलओ) (1 अप्रैल से 30 सितंबर 2010) और (ii) चरण II – जनगणना (पीई) (09 फरवरी से 28 फरवरी 2011) संदर्भ तिथि – मार्च 2011 के पहले दिन 00:00 बजे, तथा जम्मू -कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के बर्फ से ढके असमकालिक क्षेत्रों के लिए यह 11 से 30 सितंबर 2010 के दौरान आयोजित की गई थी और संदर्भ तिथि अक्टूबर 2010 के पहले दिन 00.00 बजे थी ।जनगणना 2021 को भी इसी तरह दो चरणों में आयोजित करने का प्रस्ताव था, पहला चरण अप्रैल-सितंबर 2020 के दौरान और दूसरा चरण फरवरी 2021 में आयोजित किया जाना था। 2021 में आयोजित की जाने वाली जनगणना के पहले चरण की सभी तैयारियां पूरी हो गई थीं और 1 अप्रैल, 2020 से कुछ राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में क्षेत्रीय कार्य शुरू होने वाला था। हालांकि, देश भर में कोविड-19 महामारी के प्रकोप के कारण जनगणना का काम स्थगित करना पड़ा।
- बेंगलुरू । मुझे नहीं पता कि मेरी गलती क्या है ? हमारे पास टिकट थे ' , आरसीबी के एक समर्थक ने चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर यह बात कही जो आईपीएल में टीम की जीत के जश्न को देखने आया था लेकिन भगदड़ में 11 प्रशंसकों की मौत के बाद का मातम देखकर स्तब्ध था । इसके अलावा 33 चोटिल प्रशंसकों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा ।आनन फानन में आयोजित इस कार्यक्रम के टिकट भी हड़बड़ी में बेचे गए । मुख्य द्वार नंबर 12 और 13 के अलावा क्लब हाउस प्रवेश द्वार नंबर 10 पर भी भारी भीड़ जमा हो गई जिन पर नियंत्रण के लिये पर्याप्त सुरक्षाबल नहीं था । दोपहर साढे तीन बजे तक प्रशंसकों की संख्या कई गुना बढ गई जिससे पुलिस और स्टेडियम के सुरक्षा अधिकारियों को सारे दरवाजे बंद करने पड़े ताकि वे लोग भीतर नहीं आ सकें जिनके पास टिकट नहीं था । अपने दोस्तों के साथ आये पोस्ट ग्रेजुएट छात्र प्रशांत शेट्टी ने कहा ,‘ हम अपने सितारों को देखने आये थे । मैने समारोह के टिकट लिये थे लेकिन भीतर नहीं जा सका । पुलिस ने अचानक सारे रास्ते और दरवाजे बंद कर दिये और मुख्य द्वार के पास लाठीचार्ज शुरू कर दिया ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे नहीं पता कि हमारी क्या गलती थी । हमें समारोह का न्यौता मिला था , हमने टिकट खरीदे थे लेकिन मार और गालियां खाई । हमारे जैसे प्रशंसकों के लिये भयावह दिन ।'' करीब साढे चार बजे कुबोन पार्क मेट्रो स्टेशन से और भीड़ आ गई जिससे पुलिस को हल्का बलप्रयोग करना पड़ा । गेट नंबर दस पर बच्चे और महिला भगदड़ का शिकार हुए । दूर से भी महिलाओं को बेहोश होकर गिरते देखना और प्रशंसकों को एक दूसरे को कुचलकर भागते देखना दुखद था । स्टेडियम के भीतर कार्यक्रम एक घंटे तक चला और टीम साढे छह बजे वापिस लौट गई लेकिन प्रशंसक स्टेडियम के पास ही रहे जिससे ट्राफिक जाम हो गया और अफरा तफरी फैलती रही ।
- नयी दिल्ली,। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की जीत का जश्न मनाए जाने के दौरान बेंगलुरु में बुधवार को हुई भगदड़ की घटना को “बेहद हृदयविदारक” बताया। मोदी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “बेंगलुरु में हुई दुर्घटना बहुत ही हृदयविदारक है। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।” रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी भगदड़ में जानमाल के नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया।कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बताया कि आईपीएल में आरसीबी की जीत का जश्न मनाने के लिए चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास बड़ी संख्या में क्रिकेट प्रेमियों के जुटने के बाद मची भगदड़ में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और 33 अन्य घायल हो गए।
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नई दिल्ली। केंद्र ने कोविड के वास्ते अस्पतालों में सुविधाओं की जांच के लिए 5 जून को मॉक ड्रिल आयोजित करने की योजना बनाई है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। देश में कोविड-19 मामलों में हाल ही में हुई वृद्धि के मद्देनजर इस सप्ताह के शुरू में स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक सुनीता शर्मा की अध्यक्षता में तकनीकी समीक्षा बैठकों के बाद यह निर्णय लिया गया है।
राज्यों को ऑक्सीजन, आइसोलेशन बेड, वेंटिलेटर और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि पीएसए प्लांट, एलएमओ टैंक, एमजीपीएस लाइनों जैसी ऑक्सीजन आपूर्ति प्रणालियों का आकलन करने वाली एक मॉक ड्रिल 2 जून को आयोजित की गई थी।देश में पिछले 24 घंटों में कोविड के 862 मामले दर्ज किए गए। कुल सक्रिय मामले 4,302 हो गए हैं। इनमें से केरल 1,373 मामलों के साथ राज्यों की सूची में सबसे ऊपर है, उसके बाद महाराष्ट्र और गुजरात क्रमशः 510 और 461 मामलों के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।मंगलवार को देश में सात मौतें भी दर्ज की गईं। इनमें महाराष्ट्र से चार और दिल्ली, गुजरात और तमिलनाडु से एक-एक शामिल है। इस साल 1 जनवरी से भारत में 44 मौतें हुई हैं, जिनमें मुख्य रूप से निमोनिया, कोरोनरी रोग और तपेदिक जैसी पहले से मौजूद बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति शामिल हैं। मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि अधिकांश मामले हल्के हैं और घर पर ही उनका इलाज किया जा रहा है।समीक्षा बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, आपातकालीन प्रबंधन प्रतिक्रिया (ईएमआर) प्रकोष्ठ, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। दिल्ली में केंद्र सरकार के अस्पतालों और सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के प्रतिनिधियों ने भी कोविड-19 की स्थिति और तैयारी के उपायों का आकलन करने के लिए बैठक में भाग लिया।आईडीएसपी के तहत राज्य और जिला निगरानी इकाइयां इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) की बारीकी से निगरानी कर रही हैं।इस मामले से अवगत एक अधिकारी ने कहा, ‘आईसीएमआर वीआरडीएल नेटवर्क के माध्यम से पूरे जीनोम अनुक्रमण के लिए सकारात्मक एसएआरआई नमूने भेजे जाते हैं।’ उन्होंने कहा कि मंत्रालय स्थिति की बारीकी से निगरानी करता रहता है और वह समय पर हस्तक्षेप और प्रभावी संचार के माध्यम से सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मध्य प्रदेश के झाबुआ में हुए दर्दनाक सड़क हादसे पर दुख व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने दुर्घटना में घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने पीएम मोदी के हवाले से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, “मध्य प्रदेश के झाबुआ में हुई दुर्घटना में लोगों की मृत्यु से गहरा दुख हुआ। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। पीएमएनआरएफ से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपए दिए जाएंगे।”इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हादसे पर दुख जाहिर करते हुए मृतकों के परिवारवालों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”झाबुआ जिले के सजेली रेलवे फाटक पर हुए हादसे में एक ही परिवार के 9 लोगों के काल-कवलित होने और दो लोगों के घायल होने के समाचार से हृदय अत्यंत व्यथित है। मृतकों के निकटतम वैध वारिसों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति व शोक संतप्त परिजनों को यह असहनीय दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।”बता दें कि मध्य प्रदेश के झाबुआ में मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात को एक कार के ऊपर ट्राला पलट गया। जिससे कार में सवार नौ लोगों की मौत हो गई है, वहीं तीन लोग घायल हुए हैं। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, रात को लगभग दो बजे झाबुआ जिले के थांदला मेघनगर के बीच में पड़ने वाले संजेली रेलवे फाटक के पास निर्माणाधीन ओवर ब्रिज के करीब एक ट्राले का संतुलन बिगड़ा और वह करीब से गुजर रही कार पर पलट गया। कार में सवार लोग एक शादी समारोह से लौट रहे थे।