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- अहमदाबाद,।नयी आईपीएल चैम्पियन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू को ट्रॉफी के साथ इनाम के तौर पर 20 करोड़ रूपये मिले जबकि उपविजेता पंजाब किंग्स की झोली में 12 करोड़ 50 लाख रूपये आये । आरसीबी ने पंजाब किंग्स को छह रन से हराकर पहली बार आईपीएल खिताब जीता ।तीसरे स्थान पर रही मुंबई इंडियंस को सात करोड़ रूपये और चौथे स्थान पर रही गुजरात टाइटंस को साढे छह करोड़ रूपये मिले । आईपीएल के पहले सत्र 2008 में विजेता टीम को चार करोड़ 80 लाख और उपविजेता को दो करोड़ 40 लाख रूपये मिले थे । दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ को अरूण जेटली स्टेडियम के लिये सर्वश्रेष्ठ पिच और मैदान का पुरस्कार मिला । इनाम के तौर पर उसे 50 लाख रूपये दिये गए । इस स्टेडियम में इस सत्र में सात मैच हुए । डीडीसीए अध्यक्ष रोहन जेटली ने कहा ,‘‘ यह पुरस्कार हमारे क्यूरेटरों, स्टाफ और प्रबंधन के अथक परिश्रम की वजह से मिला है । हम आगे भी क्रिकेट के बुनियादी ढांचे का उच्चतम स्तर बनाये रखने के लिये काम करते रहेंगे ।''पुरस्कार की सूची इस प्रकार है ।विजेता आरसीबी : 20 करोड़ रूपयेउपविजेता पंजाब किंग्स : 12 करोड़ 50 लाख रूपयेतीसरे स्थान पर रही मुंबई इंडियंस : सात करोड़ रूपयेचौथा स्थान गुजरात टाइटंस : साढे छह करोड़आरेंज कैप विजेता(साइ सुदर्शन) : 10 लाख रूपयेपरपल कैप विजेता (प्रसिद्ध कृष्णा) : 10 लाख रूपयेउदीयमान खिलाड़ी (साइ सुदर्शन) : 10 लाख रूपयेसबसे बेशकीमती खिलाड़ी (सूर्यकुमार यादव) : 15 लाख रूपयेसुपर स्ट्राइकर (वैभव सूर्यवंशी): 10 लाख रूपये और एक टाटा कर्व कारफैंटेसी किंग (साइ सुदर्शन) : 10 लाख रूपयेसर्वश्रेष्ठ कैच (कामिंडु मेंडिस): 10 लाख रूपयेसर्वाधिक डॉट गेंद (मोहम्मद सिराज) : 10 लाख रूपयेसुपर सिक्सेस (निकोलस पूरन) : 10 लाख रूपयेसबसे ज्यादा चौके (साइ सुदर्शन) : 10 लाख रूपयेफेयरप्ले पुरस्कार (चेन्नई सुपर किंग्स) : 10 लाख रूपयेपिच और मैदान (डीडीसीए) : 50 लाख रूपयेआरसीबी और पंजाब के फाइनल में पुरस्कार विजेता :प्लेयर आफ द मैच : कृणाल पंड्या , पांच लाख रूपयेसुपर स्ट्राइकर : जितेश शर्मा, एक लाख रूपयेसर्वाधिक डॉट गेंद : कृणाल पंड्या , एक लाख रूपयेसर्वाधिक चौके : प्रियांश आर्य, एक लाख रूपयेफैंटेसी किंग : शशांक सिंह, एक लाख रूपयेसर्वाधिक छक्के : शशांक सिंह, एक लाख रूपये ।
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अहमदाबाद, । जोश हेजलवुड ने 20वें ओवर की दूसरी गेंद डाली और कोहली की आंखें भर आई । मोटेरा की पिच को चूमते हुए कोहली को देखकर उनके प्रशंसक भी खुशी के आंसू रोक नहीं सके होंगे । आईपीएल इस साल 18 बरस का हो गया और इस खिताब के साथ कोहली का कद कुछ और बढ गया । जीत के बाद कोहली ने कहा ,‘‘ यह टीम उतनी ही प्रशंसकों की है, जितनी की टीम की । 18 साल का लंबा समय । मैने अपनी जवानी, प्राइम और अनुभव सब कुछ इस टीम को दिया । मैने हर सत्र में जीतने की कोशिश की । जो भी मेरे पास था, दिया ।'' फाइनल के बाद कोहली ने अपनी पत्नी अनुष्का को गले लगाया ।
उन्होंने कहा ,‘‘ आखिरकार खिताब जीतना अविश्वसनीय अनुभव है । कभी सोचा नहीं था कि यह दिन आयेगा । आखिरी गेंद डाले जाने के समय मैं बहुत भावुक हो गया था । मैने अपनी पूरी ऊर्जा झोंक दी थी और यह अद्भुत अहसास है ।'' उनके जिगरी दोस्त उस समय सीमा रेखा के पास खड़े थे।कोहली ने उनके बारे में कहा ,‘‘ एबीडी ने जो इस टीम के लिये किया, वह अद्भुत है । मैने उससे कहा कि यह जीत उतनी ही उसकी है , जितनी कि हमारी । मैं चाहता हूं कि तुम हमारे साथ जश्न में शामिल हो । वह चार साल पहले रिटायर होने के बाद भी सबसे ज्यादा बार प्लेयर आफ द मैच रहा । यह बताता है कि लीग पर, टीम पर और मुझ पर उसका क्या प्रभाव है । वह पोडियम पर रहने का हकदार है ।'' कमेंटेटर मैथ्यू हेडन ने जब उनसे पूछा कि वनडे विश्व कप, टी20 विश्व कप और चैम्पियंस ट्रॉफी जीतने के बाद इस खिताब को वह कहां रखते हैं, कोहली ने कहा ,‘‘ यह भी ऊपर है । मैने पिछले 18 साल में इस टीम को सब कुछ दिया । इस टीम के साथ ही रहा । मैं टीम के साथ रहा और टीम मेरे साथ । मैने हमेशा इस टीम के साथ जीतने का सपना उेखा था । मेरा दिल बेंगलुरू में है और आत्मा भी । मैं जब तक आईपीएल खेलूंगा , बेंगलुरू के लिये ही खेलूंगा ।'' - - नयी दिल्ली,है।' कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के 10 साल के खिताबी सूखे को पिछले बरस खत्म करने वाले श्रेयस अय्यर पंजाब किंग्स को पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग चैंपियन बनाने से बेहद मामूली अंतर से चूक गये लेकिन उन्होंने खुद को एक ऐसे कप्तान के रूप में स्थापित कर लिया है जिसकी भारत को शायद भविष्य में आवश्यकता हो सकती है । महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा के बाद अय्यर आईपीएल के तीन फाइनल में पहुंचाने वाले तीसरे कप्तान बन गए हैं। उनकी यह उपलब्धि बेहद ही खास है क्योंकि उन्होंने पिछले पांच सालों में तीन अलग-अलग फ्रेंचाइजी टीमों के साथ ऐसा किया है। यह एक ऐसे खिलाड़ी के लिए काफी बड़ी बात है, जिसे इस महीने इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली है। केकेआर ने पिछले साल उन्हें जाने दिया क्योंकि फ्रेंचाइजी को बड़ी रिटेंशन फीस (टीम में बनाये रखने की रकम) की उनकी मांग उचित नहीं लगी। केकेआर का यह नुकसान पंजाब किंग्स के लिए एक बड़ा फायदा साबित हुआ। पंजाब की टीम को 30 वर्षीय खिलाड़ी के रूप में एक समझदार और जज्बे वाला कप्तान मिला। ऐसा कप्तान जो करियर के उतार-चढ़ाव को शालीनता से संभालना जानता हो। शुभमन गिल की कप्तानी की परीक्षा अभी नहीं हुई है। उन्हें इंग्लैंड में कप्तान के रूप में कड़ी परीक्षा का सामना करना पड़ेगा। लेकिन तीन जून 2025 के बाद श्रेयस संतोष अय्यर को भारतीय क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक माना जाना चाहिए। अय्यर की कप्तान में अपनी समझदारी के साथ करिश्माई महेंद्र सिंह धोनी जैसा संयम और विराट कोहली जैसा आक्रामक रवैया के साथ मुंबई के उनके सीनियर रोहित शर्मा की तरह एक ‘बिंदास मुंबईकर' के मिश्रण का पुट दिखा। आईपीएल के फाइनल में मंगलवार को आरसीबी के खिलाफ छह रन की हार के बावजूद अय्यर के आत्मविश्वास में कोई कमी नहीं दिखी। उन्होंने निराशा को पीछे छोड़ते हुए कहा, ‘‘अभी काम आधा बाकी है, हमें अगले साल जीतना है।''इंग्लैंड के लिए टीम में उनका न होना पंजाब किंग्स के कोच रिकी पोंटिंग के लिए भी काफी हैरानी भरा रहा। पोंटिंग ने आईपीएल प्लेऑफ से पहले ‘आईसीसी रिव्यू' में कहा था, ‘‘मैं वास्तव में बहुत दुखी था लेकिन उसने इसे बहुत अच्छे से स्वीकार कर लिया है और वह आगे बढ़ गया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘उनकी आंखों में हर बार अच्छा प्रदर्शन करने की ललक रहती है। वह हर मैच को जीतना चाहता है और एक सर्वश्रेष्ठ कप्तान के रूप में विकसित होना चाहता है।'' दो बार के विश्व कप विजेता कप्तान का यह बयान काफी मायने रखता है। पोंटिंग ने यह बात सिर्फ अपने फ्रैंचाइजी कप्तान का समर्थन करने के लिए नहीं कही। इन दोनों के बीच काफी पुराना रिश्ता है। साल 2017 में जब गौतम गंभीर ने बीच सत्र में कप्तानी छोड़ने का फैसला किया, तो पोंटिंग की सलाह पर ही अय्यर दिल्ली आईपीएल फ्रैंचाइजी के कप्तान बने। दिल्ली की फ्रेंचाइजी 2020 में आईपीएल फाइनल में पहुंची जो इस टीम की इस लीग की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है। चोट के कारण ब्रेक लेने के बाद कैपिटल्स ने फैसला किया कि वे उन्हें टीम में बरकरार रख ऋषभ पंत को खोने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं। पंत उस समय के उभरते सितारे थे और कप्तानी की महत्वाकांक्षा रखते थे। अय्यर इसके बाद केकेआर के कप्तान बने और टीम 2024 में चैंपियन बनी। अय्यर को हालांकि इस खिताब का ज्यादा श्रेय नहीं मिला क्योंकि उन्होंने टीम की जरूरतों के हिसाब से निचले क्रम में बल्लेबाजी की। टीम के तत्कालीन मेंटोंर और भारतीय टीम के मौजूदा कोच गंभीर को रणनीतिक सूझबूझ के लिए ज्यादा श्रेय मिला। कप्तान के सहज निर्णय और समझदारी की गयी तैयारियों पर किसी का ज्यादा ध्यान नहीं गया। कोई खिलाड़ी हालांकि दो अलग-अलग फ्रेंचाइजी टीमों का नेतृत्व करते हुए अलग-अलग प्रबंधन, अलग-अलग विचारधारा और खिलाड़ियों की बदलती सूची के साथ लगातार दो सत्र में फाइनल तक पहुंचता है तो उसकी रणनीतिक प्रतिभा को लंबे समय तक अनदेखा नहीं किया जा सकता है। अय्यर को आखिरकार इस सत्र में उसका हक मिल गया। इससे यह भी साफ हो गया कि मैच की परिस्थितियों की समझ और रणनीति पर उसकी पकड़ बेजोड़ थी। उन्हें पता था कि जिन पिचों पर उछाल की कमी है, वहां काइल जैमीसन की ‘बैक ऑफ द लेंथ' गेंदें कारगर साबित होंगी और यह मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ। गुजरात टाइटन्स के खिलाफ उन्होंने विजयकुमार विशाख से बार-बार वाइड यॉर्कर डालने को कहा और यह कारगर साबित हुआ। क्वालीफायर दो में मुंबई इंडियंस के खिलाफ उन्होंने उनसे नकल बॉल से अपनी गेंदों की गति कम करने को कहा और यह कारगर भी रहा। उन्होंने दिखाया है कि रोहित शर्मा के वनडे से संन्यास लेने के बाद उन्हें टीम की कप्तानी के लिए मजबूत उम्मीदवार माना जा सकता है। वह 50 ओवर के प्रारूप में बेहतरीन बल्लेबाज हैं और जब टी20 या टेस्ट की बात आती है तो वह जल्द ही दोनों प्रारूपों की टीम में जगह बनाने का माद्दा रखते है। ''
- बेंगलूरु । रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरु का पहला आईपीएल खिताब जीतने का जश्न बुधवार को मातम में बदल गया जब जश्न में शामिल होने के लिए चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हजारों की संख्या में प्रशंसकों के उमड़ने से मची भगदड़ में 11 लोग मारे गए और लगभग 30 लोग घायल हो गए । खिलाड़ियों का सम्मान समारोह हालांकि स्टेडियम के भीतर जारी रहा। टीम की एक झलक पाने के लिये स्टेडियम के बाहर हजारों की संख्या में प्रशंसक उमड़ पड़े जिन पर पुलिस नियंत्रण नहीं रख सकी। इसके लिए हल्का बलप्रयोग भी करना पड़ा। ये प्रशंसक स्टेडियम के भीतर घुसने की कोशिश में प्रवेश द्वार के बाहर ही भगदड़ का शिकार हो गए।मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बताया कि चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भगदड़ के कारण 11 लोगों की मौत हो गई और 30 लोग घायल हो गए। सिद्धरमैया ने कहा, ‘चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास 2 से 3 लाख से अधिक लोग आए थे, किसी को भी इतनी भीड़ की उम्मीद नहीं थी।’ उन्होंने कहा, ‘आरसीबी के जश्न में मरने वालों में से अधिकांश युवा हैं। सरकार मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देगी।’ उन्होंने घोषणा की कि घटना की मजिस्ट्रेट जांच की जाएगी। गंभीर रूप से घायलों का इलाज वैदेही अस्पताल और बोवरिंग अस्पताल में चल रहा है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।उप मुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने कहा, ‘भीड़ अनियंत्रित हो गई और पुलिस के लिए मुश्किल हो गया था जिससे हमें जुलूस रोकना पड़ा।’ भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने कहा कि आरसीबी की आईपीएल जीत के जश्न की बेहतर योजना बनाई जानी चाहिए थी। बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा, ‘इस स्तर के जीत के जश्न के आयोजन के लिए पर्याप्त एहतियात बरती जानी चाहिए थी और सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखना था। कहीं न कहीं तो कोई चूक हुई है।’ सैकिया ने कहा, ‘यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। यह लोकप्रियता का नकारात्मक पहलू है। लोग अपने क्रिकेटरों के लिए जज्बाती हैं। आयोजकों को इसकी बेहतर योजना बनानी चाहिए थी। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं घायलों के जल्दी ठीक होने की कामना करता हूं।’उन्होंने कहा, ‘इस स्तर के जीत के जश्न के आयोजन के लिए पर्याप्त एहतियात बरती जानी चाहिए थी और सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखना था। कहीं न कहीं तो कोई चूक हुई है।’ उन्होंने कहा, ‘आईपीएल के इतने शानदार अंत के बाद यह रंग में भंग हो गया। पहले भी आईपीएल जीत के जश्न हुए हैं जैसे पिछले साल केकेआर के जीतने पर कोलकाता में हुआ था लेकिन वहां कुछ नहीं हुआ।’ आईपीएल के चेयरमैन अरुण धूमल ने भी इसी तरह की भावना व्यक्त करते हुए कहा, ‘जो भी जांच की जानी है, संबंधित अधिकारी करेंगे। यह बीसीसीआई का कार्यक्रम नहीं था। यह दुखद है।’राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने स्थिति को ठीक से न संभालने के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए जल्द ही राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू कर दी। चिन्नास्वामी स्टेडियम के भीतर हालांकि खिलाड़ियों का सम्मान समारोह जारी रहा जिसमें खिलाड़ियों ने भाषण दिए, संगीत बजा और आतिशबाजी भी हुई। कोहली ने कहा, ‘यह आप सभी के लिए है, प्रशंसकों के लिए और इस शानदार शहर के लिए, उन लोगों के लिए जिन्होंने कठिन समय में भी आरसीबी का साथ दिया। मैंने दुनिया में किसी भी टीम के ऐसे प्रशंसक नहीं देखे हैं।’
- बेंगलुरु। 18 साल के लंबे इंतजार के बाद पहली बार आईपीएल ट्रॉफी जीतने वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत के जश्न में भाग लेने के लिए बुधवार को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास बड़ी संख्या में क्रिकेटप्रेमियों के जुटने के उपरांत मची अफरातफरी में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हुए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।भगदड़ में 4 लोगों की हुई मौतअस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि इस भगदड़ में चार लोग मारे गये हैं। हालांकि, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने कहा कि बेंगलुरु में RCB के जश्न में हुई मौतों की उन्हें कोई जानकारी नहीं है, ब्योरा मिलने पर इस बारे में जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘यह युवा और जोश से भरी भीड़ थी, हम लाठी का इस्तेमाल नहीं कर सकते थे।’’ वैसे, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) द्वारा RCB टीम के लिए स्टेडियम में आयोजित विशेष सम्मान समारोह से पहले पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने और स्थिति पर काबू पाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया।प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कैसे मची अफरातफरी?प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब प्रशंसक सम्मान समारोह स्थल पर उमड़ पड़े तो भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। सामने आये वीडियो/तस्वीरों में पुलिस घायलों और बेहोश हुए लोगों को एंबुलेंस से पास के अस्पतालों में ले जाती दिख रही है। इन वीडियो/तस्वीरों में कुछ ऐसे लोग नजर आ रहे हैं जो बेहोशी की हालत में थे और आसपास के लोगों द्वारा उन्हें ‘कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) दिया जा रहा था।भीड़ संभालने में जूझती रही पुलिसपुलिस को भीड़ नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी, क्योंकि एक ही समय पर बड़ी संख्या में क्रिकेट प्रेमी स्टेडियम में घुसने की कोशिश कर रहे थे। बेंगलुरु पुलिस ने परामर्श जारी करके कहा था कि चिन्नास्वामी स्टेडियम में केवल वैध टिकट और पास (प्रवेश पत्र) वाले लोगों को ही प्रवेश की अनुमति होगी। इसमें कहा गया था, ‘‘चूंकि चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास सीमित पार्किंग सुविधा उपलब्ध है, इसलिए कार्यक्रम में भाग लेने वालों को सार्वजनिक परिवहन और मेट्रो का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। जनता से सहयोग करने का अनुरोध किया जाता है।’’
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बेंगलुरू/ जोश हेजलवुड ने जैसे ही मैच की आखिरी गेंद फेंकी , बेंगलुरू की सड़कों पर लाल जर्सी पहने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के समर्थकों का मानो सैलाब उमड़ पड़ा और ‘आरसीबी और कोहली ' के शोर से आसमान गूंज गया । बड़े बड़े सितारों से सजी आरसीबी की टीम को पिछले 18 साल में यह मौका नहीं मिला था । कभी चेन्नई में जश्न मना तो कभी मुंबई में । कोलकाता, हैदराबाद और जयपुर में भी जीत का यह जश्न मनता आया लेकिन बेंगलुरू में निराशा छाई रही । तीन जून को पहली बार बेंगलुरू के लोगों ने इसे अनुभव किया । ‘ई साला कप नामडे (इस साल कप हमारा होगा) का नारा ‘ई साला कप नामुडु (इस साल कप हमारा है) में बदल गया ।
कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने एक्स पर लिखा, आपने कर्नाटक के हर व्यक्ति का सपना इस जीत से साकार कर दिया है । पूरी आरसीबी आर्मी के लिये यह भावुक पल । कर्नाटक को गर्व है ।'' आरसीबी के पूर्व कप्तान और भारत के महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने लिखा ,‘‘ आरसीबी को बधाई । इतने लंबे इंतजार के बाद शानदार जीत ।' सड़कों पर बाइक और कार पर लोग आरसीबी के बैनर और झंडे लेकर निकल पड़े । -
अहमदाबाद। आईपीएल खिताब जीतने के लिये 18 साल का इंतजार खत्म होने पर विराट कोहली अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख सके लेकिन टेस्ट क्रिकेट के प्रति अपना प्यार एक बार फिर जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि पारंपरिक क्रिकेट को अभी भी वह टी20 से पांच पायदान ऊपर रखते हैं ।
पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके कोहली ने युवाओं को सलाह देते हुए कहा कि अगर सम्मान पाना है तो पारंपरिक प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन करें । उन्होंने आरसीबी के खिताब जीतने के बाद मैथ्यू हेडन से कहा ,मेरे कैरियर के सर्वश्रेष्ठ पलों में से यह एक है । लेकिन फिर भी यह टेस्ट क्रिकेट से पांच पायदान नीचे है । मेरी नजर में टेस्ट क्रिकेट की इतनी इज्जत है । उन्होंने कहा, मैं युवाओं से इतना ही आग्रह करूंगा कि टेस्ट क्रिकेट का सम्मान करें । अगर आप टेस्ट क्रिकेट में अच्छा खेलोगो तो दुनिया में कहीं भी जाओगे तो लोग तुम्हारा सम्मान करेंगे । उन्होंने कहा , अगर दुनिया में क्रिकेट में सम्मान पाना है तो टेस्ट क्रिकेट खेलो और अपना सब कुछ उसे दे दो । -
अहमदाबाद/ 11 बजकर 20 मिनट : पसीने से सराबोर विराट कोहली थोड़े अधीर दिखते हैं । आखिर हो भी क्यों नहीं , उनका और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू का पहला आईपीएल खिताब बस एक ओवर दूर था । 11 बजकर 25 मिनट : जोश हेजलवुड ने 20वें ओवर में आरसीबी की जीत सुनिश्चित कर दी ।कोहली की आंखें भर आई और आंसू कपालों पर आ गिरे । अपना चेहरा उन्होंने हथेली में छिपा लिया । आरसीबी के खिलाड़ी उन्हें घेरकर कूदने लगे । आखिर 18 नंबर की जर्सी का 18 साल का इंतजार खत्म हुआ । एक महान खिलाड़ी और उस पर अटूट भरोसा करने वाली एक टीम के लिये यह सबसे भावनात्मक पल था । पिछले 18 साल की नाकामियां और निराशा इस पल में पीछे छूट गई । एकमात्र खिताब जो इस पीढी के महानतम क्रिकेटर की झोली में अभी तक नहीं गिरा था, आखिरकार उसे मिला । कोहली और आरसीबी का सफर तभी शुरू हुआ जब आईपीएल ने क्रिकेट की दुनिया में पहला कदम रखा था । अठारह साल पहले बेचैन और युवा कोहली पश्चिम दिल्ली का वह गोल मटोल सा लड़का था जो जीत का जुनून लेकर उतरा था । उस समय आरसीबी के ड्रेसिंग रूम में राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले और जाक कैलिस हुआ करते थे ।
आरसीबी ने कोहली पर भरोसा किया और उसके पूर्व मालिक विजय माल्या ने कोहली को अपने अंदाज में खेलने की छूट दी । फिर 2011 में कोहली आरसीबी के कप्तान बने । बाईस साल की उम्र में इतनी बड़ी जिम्मेदारी और इतना दबाव से भरा माहौल भी उन्हें विचलित नहीं कर सका । बारह साल और 143 मैचों तक कमान संभालने वाले कोहली डटे रहे । बेंगलुरू के क्रिकेटप्रेमियों से उनका दिल का रिश्ता गहरा होता गया । यह कोहली का करिश्मा ही था कि बेंगलुरू का हर क्रिकेटप्रेमी आरसीबी का वफादार प्रशंसक बन गया । महेंद्र सिंह धोनी जब चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान बने तब विश्व कप विजेता भारत के कप्तान बन चुके थे लेकिन कोहली और आरसीबी का रिश्ता धीरे धीरे गहरा होता गया । चेन्नई ने पांच बार आईपीएल जीता और रोहित शर्मा की मुंबई इंडियंस ने भी । सनराइजर्स हैदराबाद और डेक्कन चार्जर्स ने भी खिताब जीते । कोहली ने लेकिन कभी आरसीबी से नाता तोड़ने की नहीं सोची । दर्शकों का प्यार उनकी प्रेरणा रहा और जुनून भी । एक सपना हमेशा उनकी आंखों में पलता रहा , आरसीबी के लिये आईपीएल जीतने का । इस दशक के क्रिकेट के सबसे बड़े ‘शो मैन' को आखिरकार आईपीएल का ताज मिला । क्रिकेट के अनगिनत रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके कोहली के साथ ही दुनिया भर के आरसीबी प्रशंसक इस पल को शायद ही कभी भुला सकेंगे । -
नई दिल्ली। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पंजाब किंग्स के बीच आज मंगलवार, 3 जून को अहमदाबाद में आईपीएल-2025 का खिताबी मैच खेला जाएगा। इससे एक बात तो साफ है कि इस बार फैंस को एक नया आईपीएल विजेता मिलना निश्चित है।
कौन रहा किस पर भारी ?बताना चाहेंगे, क्वालीफायर-1 में पंजाब किंग्स को 8 विकेट से मात देकर आरसीबी ने खिताबी मैच में अपनी जगह बनाई है। इस अहम मुकाबले में पंजाब की टीम 14.1 ओवरों में महज 101 रन पर सिमट गई थी।क्वालीफायर-1 में पंजाब किंग्स को मिली थी 8 विकेट से हारपंजाब किंग्स के लिए मार्कस स्टोइनिस ने 17 गेंदों में सर्वाधिक 26 रन की पारी खेली थी। पंजाब की बल्लेबाजी इस मुकाबले में एकदम फ्लॉप रही। आलम ये रहा कि सिर्फ तीन ही बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छू सके। विपक्षी टीम की ओर से जोश हेजलवुड और सुयश शर्मा को सर्वाधिक 3-3 सफलता हाथ लगी। इसके जवाब में आरसीबी ने महज 10 ओवरों में ही मुकाबला अपने नाम कर लिया था। टीम के लिए फिलिप सॉल्ट ने 27 बॉल में 56 रन की नाबाद पारी खेली।क्वालीफायर-2 पंजाब किंग्स ने मुंबई इंडियंस को पांच विकेट से शिकस्त दीभले ही पंजाब की टीम आरसीबी के लिए क्वालीफायर-1 मैच गंवा चुकी थी, लेकिन उसने क्वालीफायर-2 में मुंबई इंडियंस को पांच विकेट से शिकस्त दी है। ऐसे में उसे कमजोर नहीं आंका जा सकता।क्वालीफायर-2 में मुंबई इंडियंस ने 6 विकेट खोकर 203 रन बनाए थे। इसके जवाब में पंजाब किंग्स ने एक ओवर शेष रहते जीत दर्ज कर ली थी। पंजाब के लिए कप्तान श्रेयस अय्यर ने 41 बॉल में नाबाद 87 रन बनाए थे, जिसमें 8 छक्के और 5 चौके शामिल थे।आरसीबी और पंजाब किंग्स के बीच अब तक खेले गए कुल 36 मैचहेड टू हेड रिकॉर्ड की बात करें तो आरसीबी और पंजाब किंग्स के बीच अब तक कुल 36 मैच खेले गए हैं, जिसमें दोनों ही टीमों ने 18-18 मुकाबले अपने नाम किए। ऐसे में आंकड़ों के लिहाज से दोनों ही टीमें बराबरी पर हैं।आरसीबी और पंजाब किंग्स के बीच पिछली 10 भिड़ंत को देखें, तो पंजाब किंग्स ने चार, जबकि आरसीबी ने छह मुकाबलों में जीत दर्ज की है।दोनों टीमें इस प्रकार हैं –रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु: विराट कोहली, रजत पाटीदार (कप्तान), स्वास्तिक चिकारा, जितेश शर्मा, फिलिप साल्ट, मनोज भंडागे, टिम डेविड, क्रुणाल पंड्या, लियाम लिविंगस्टोन, रोमारियो शेफर्ड, स्वप्निल सिंह, भुवनेश्वर कुमार, जोश हेजलवुड, नुवान तुषारा, यश दयाल, रसिख दार सलाम, सुयश शर्मा, मोहित राठी, अभिनंदन सिंह, मयंक अग्रवाल, ब्लेसिंग मुजरबानी, टिम सीफर्ट।पंजाब किंग्स: नेहल वढेरा, हरनूर सिंह, श्रेयस अय्यर, मुशीर खान, पायला अविनाश, प्रभसिमरन सिंह, विष्णु विनोद, जोश इंग्लिस, मार्कस स्टोइनिस, प्रवीण दुबे, प्रियांश आर्य, अजमतुल्ला उमरजई, आरोन हार्डी, हरप्रीत बराड़, सूर्यांश शेडगे, शशांक सिंह, युजवेंद्र चहल, अर्शदीप सिंह, जेवियर बार्टलेट, कुलदीप सेन, विजयकुमार विशाक, यश ठाकुर, मिशेल ओवेन, काइल जैमीसन। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को किशोर शतरंज खिलाड़ी गुकेश डोमराजू की प्रतिष्ठित नॉर्वे शतरंज 2025 टूर्नामेंट के छठे दौर में नॉर्वे के विश्व नंबर एक और पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन पर शानदार जीत की सराहना की।
गुकेश ने अपने करियर में पहली बार क्लासिकल प्रारूप में कार्लसन को हरायाभारत के 19 वर्षीय शतरंज स्टार गुकेश, जो मौजूदा विश्व चैंपियन भी हैं, ने अपने करियर में पहली बार क्लासिकल प्रारूप में कार्लसन को हराया। उन्हें इस उपलब्धि के लिए भारतीय खेल जगत की सराहना मिल रही है।पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर गुकेश की असाधारण उपलब्धि पर दी बधाईप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “गुकेश की असाधारण उपलब्धि! सर्वश्रेष्ठ पर विजय पाने के लिए उन्हें बधाई। नॉर्वे शतरंज 2025 के राउंड 6 में मैग्नस कार्लसन के खिलाफ उनकी पहली जीत उनकी प्रतिभा और समर्पण को दर्शाती है। आगे की यात्रा में उनकी निरंतर सफलता की कामना करता हूं।”कार्लसन ने समय की कमी के कारण एक बड़ी गलती की जिसका फायदा गुकेश ने उठायास्टावेंजर (नॉर्वे) में स्थानीय हीरो कार्लसन के खिलाफ खेलते हुए, गुकेश ने खुद को अंतिम गेम के दौरान मुश्किल में पाया। कार्लसन भारतीय प्रतिभाशाली खिलाड़ी पर लगातार दूसरी क्लासिकल जीत के साथ टूर्नामेंट में अपनी बढ़त को बढ़ाने के लिए तैयार थे। लेकिन, एक नाटकीय मोड़ में, कार्लसन ने समय की कमी के कारण एक बड़ी गलती की जिसका फायदा गुकेश ने उठाया।गुकेश ने खेल के बाद क्या कहा ?गुकेश ने खेल के बाद कहा, “मैं ज्यादा कुछ नहीं कर सकता था, मुझे बस इसका पूरा फायदा उठाना था। मैं ऐसे मूव बना रहा था, जो उसके लिए मुश्किल थे, और सौभाग्य से, वह समय की कमी में फंस गया।”उन्होंने कहा, “इस टूर्नामेंट से मैंने एक बात सीखी है कि समय की कमी नियंत्रण से बाहर हो सकती है।”कार्लसन हार के बाद हुए हताशहार से परेशान कार्लसन ने बोर्ड पटक दिया और हताश होकर आयोजन स्थल से बाहर चले गए। वहीं गुकेश ने अपने कोच ग्रेजगोरज गजेवस्की के साथ शांति से जीत का जश्न मनाया।कार्लसन के टेबल पर मुक्का मारने पर प्रतिक्रिया देते हुए गुकेश ने कहा, “यह समझ में आता है। मैंने भी अपने करियर में बहुत सी टेबलों पर मुक्का मारा है!”इससे पहले टूर्नामेंट में कार्लसन ने गुकेश को शुरुआती दौर में ही हरा दिया था। लेकिन इस बार, युवा भारतीय खिलाड़ी ने सबसे अहम समय पर अपना संयम बनाए रखा।नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट में छह खिलाड़ियों के बीच डबल राउंड-रॉबिन प्रारूप होता है। गुकेश की जीत उनके अभियान के लिए बड़ी बढ़त है। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को उलानबटोर ओपन 2025 में तीसरी रैंकिंग सीरीज में अपने अभूतपूर्व प्रदर्शन के लिए पहलवानों को बधाई दी है। उन्होंने कहा, “हमारी नारी शक्ति ने रैंकिंग सीरीज में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है, जिससे यह उपलब्धि और भी स्मरणीय बन गई है। यह खेल प्रदर्शन कई उभरते एथलीटों को प्रेरित करेगा।”
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “खेलों में भारत की उपलब्धियाँ जारी हैं! उलानबटोर ओपन 2025 में तीसरी रैंकिंग सीरीज में अपने अभूतपूर्व प्रदर्शन के लिए हमारे पहलवानों को बधाई, जिसमें 6 स्वर्ण सहित 21 पदक शामिल हैं। हमारी नारी शक्ति ने रैंकिंग सीरीज में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है, जिससे यह उपलब्धि और भी स्मरणीय बन गई है। यह खेल प्रदर्शन कई उभरते एथलीटों को प्रेरित करेगा।”आपको बता दें, प्रधानमंत्री मोदी ने आज सोशल मीडिया एक्स पर अलग-अलग खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन की तारीफ की है। इससे पहले उन्होंने एक्स पोस्ट में नॉर्वे शतरंज 2025 में मैग्नस कार्लसन पर पहली जीत के लिए डी गुकेश को बधाई दी। वहीं, एक अन्य एक्स पोस्ट में हाल ही में दक्षिण कोरिया में आयोजित एशियाई एथलेटिक्स प्रतियोगिता 2025 में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए भारतीय दल की सराहना की और कहा कि हर खिलाड़ी की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता पूरे टूर्नामेंट में नजर आई । - नयी दिल्ली भारत ने अर्जेंटीना के रोसारियो में चार देशों की जूनियर महिला हॉकी टूर्नामेंट के अपने पांचवें मुकाबले में उरुग्वे पर शूटआउट में 3-1 से जीत दर्ज की। इससे पहले निर्धारित समय में यह मुकाबला 2-2 की बराबरी पर छूटा था। भारत के लिए उप-कप्तान हिना (10वें मिनट) और लालरिनपुई (24वें मिनट) ने मैच के निर्धारित समय में गोल किये जबकि जबकि गीता, कनिका और लालथंतलुगी ने शूटआउट में अपने मौकों को भुनाकर टीम की जीत सुनिश्चित की। भारत ने मैच की आक्रामक शुरुआत के साथ दबदबा कायम किया। हिना ने 10वें मिनट में खाता खोला जबकि लालरिनपुई के गोल से मध्यांतर तक भारत ने 2-0 की बढ़त बना ली। उरुग्वे ने हालांकि आखिरी क्वार्टर में शानदार वापसी की। टीम ने तीन मिनट के अंदर दो गोल कर स्कोर बराबर कर लिया। इनेस डी पोसादास ने 54वें मिनट जबकि मिलाग्रोस सेगल ने 57वें मिनट गोल करके स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया। शूटआउट में भारत ने अपना संयम बनाए रखा और गीता, कनिका और लालथंतलुगी ने लगातार तीन गोल किए, जबकि उरुग्वे को केवल एक ही गोल करने का मौका मिला। भारत अब रविवार (भारतीय समयानुसार सोमवार) को मेजबान अर्जेंटीना के खिलाफ खेलेगा।
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नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग 2025 (आईपीएल 2025) को आठ साल बाद नया चैंपियन मिलने जा रहा है। रविवार रात अहमदाबाद में हुए क्वालिफायर-2 में पंजाब किंग्स ने मुंबई इंडियंस को हराकर फाइनल में जगह बना ली। अब 3 जून को फाइनल मुकाबले में पंजाब का सामना रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) से होगा। खास बात यह है कि आईपीएल के इतिहास में न तो आरसीबी और न ही पंजाब कभी खिताब जीत पाई हैं। ऐसे में इस बार ट्रॉफी किसी नई टीम के नाम होगी।
चौथी बार फाइनल खेलेगी आरसीबी, अब तक तीन बार रनर-अप रही हैरॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का यह चौथा आईपीएल फाइनल होगा। इससे पहले टीम 2009, 2011 और 2016 में फाइनल में पहुंच चुकी है, लेकिन तीनों बार हार का सामना करना पड़ा। 2009 में डेक्कन चार्जर्स, 2011 में चेन्नई सुपर किंग्स और 2016 में सनराइजर्स हैदराबाद के हाथों उन्हें खिताब गंवाना पड़ा था।दूसरी बार फाइनल में पहुंची पंजाब किंग्स, बदली किस्मतपंजाब किंग्स (पूर्व नाम किंग्स इलेवन पंजाब) दूसरी बार आईपीएल फाइनल में पहुंची है। इससे पहले टीम 2014 में फाइनल में पहुंची थी, जहां उसे कोलकाता नाइट राइडर्स से हार का सामना करना पड़ा था। 2011 से प्लेऑफ की शुरुआत के बाद से 2024 तक पंजाब सिर्फ एक बार ही प्लेऑफ में पहुंची थी। इस बार टीम ने लीग स्टेज में दमदार प्रदर्शन कर नंबर-1 पर रहते हुए प्लेऑफ में एंट्री ली और अब फाइनल में पहुंची है।श्रेयस अय्यर ने रचा इतिहास, तीन टीमों को दिलाई फाइनल में जगहपंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने एक खास रिकॉर्ड अपने नाम किया है। वह आईपीएल इतिहास के पहले खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने तीन अलग-अलग टीमों को फाइनल तक पहुंचाया है। 2020 में उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स को फाइनल में पहुंचाया था, 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स को खिताब जिताया और अब 2025 में पंजाब को फाइनल तक लाने में सफल रहे हैं।लीग स्टेज में टॉप-2 रहीं दोनों टीमें, क्वालिफायर में भी कांटे की टक्करपंजाब और आरसीबी दोनों ने लीग स्टेज में शानदार प्रदर्शन किया। दोनों टीमों ने 14 में से 9 मैच जीते, 4 हारे और एक मैच बेनतीजा रहा। नेट रन रेट में भी दोनों में मामूली अंतर था। लीग स्टेज में पंजाब ने बेंगलुरु को उनके होम ग्राउंड पर हराया था, जबकि आरसीबी ने रिवर्स फिक्सचर में मुल्लांपुर में जीत दर्ज की थी।3 जून को अहमदाबाद में होगा खिताबी मुकाबलाक्वालिफायर-1 में दोनों टीमों की भिड़ंत हुई थी, जहां आरसीबी ने पंजाब को सिर्फ 101 रन पर समेटकर 10 ओवर शेष रहते मैच जीत लिया और सीधे फाइनल में पहुंच गई। वहीं पंजाब ने क्वालिफायर-2 में मुंबई को हराकर फाइनल का टिकट हासिल किया। अब सभी की निगाहें 3 जून को अहमदाबाद में होने वाले आईपीएल 2025 के फाइनल पर टिकी होंगी, जहां क्रिकेट प्रेमियों को एक नया चैंपियन देखने को मिलेगा। -
नयी दिल्ली. तोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन की अकादमी का उद्घाटन मंगलवार को गुवाहाटी में असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा करेंगे। लवलीना ने कहा, ‘‘यह अकादमी सिर्फ प्रशिक्षण सुविधा से कहीं बढ़कर है। यह एक सपना है जो मैंने खुद और असम के उन अनगिनत युवा लड़कों और लड़कियों के लिए देखा है जो रिंग में उतरना चाहते हैं।'' उन्होंने कहा, लवलीना मुक्केबाजी अकादमी' के साथ मैं ऐसा माहौल बनाना चाहती हूं जहां महत्वाकांक्षी खिलाड़ी न केवल मुक्केबाजी की कला सीखें बल्कि सफल होने के लिए जरूरी जज्बा, अनुशासन और मजबूत आत्मविश्वास भी हासिल करें।'' यह अकादमी युवा प्रतिभा को पोषित कर उन्हें विश्व स्तरीय प्रशिक्षण और बुनियादी ढांचा प्रदान करने की लवलीना की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में खेल और खेल से जुड़े बुनियादी ढांचे के विकास में एक ऐतिहासिक कदम भी है।
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मुल्लापुर. मुंबई इंडियंस के मुख्य कोच माहेला जयवर्धने का मानना है कि उनकी टीम ने अपने मुख्य खिलाड़ियों के साथ वर्षों से जो जीत की संस्कृति बनाई है, उससे उन्हें दबाव की परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलती है। पांच बार की चैंपियन मुंबई की टीम ने शुक्रवार को यहां आईपीएल के एलिमिनेटर में गुजरात टाइटंस को हराकर दूसरे क्वालीफायर में प्रवेश किया जहां उसका सामना रविवार को पंजाब किंग्स से होगा। जयवर्धने ने बड़े मैचों में टीम के अच्छे प्रदर्शन के संदर्भ में कहा कि जीत की संस्कृति बनाए रखने से उन्हें काफी मदद मिलती है। उन्होंने मैच के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘जब आपके पास जीतने की संस्कृति होती है, तो उसी चीज़ को आगे बढ़ाने की कोशिश करना आसान होता है। यहां तक कि जब आपको नई टीम मिलती है तब भी हमारे पास कुछ ऐसे खिलाड़ी होते हैं जो काफी अनुभव रखते हैं।'' जयवर्धने ने रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या और जसप्रीत बुमराह सहित टीम के मुख्य खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘इसलिए, हमारी बातचीत, रणनीति और सब कुछ इस बारे में है कि हम कैसे बेहतर हो सकते हैं, हम कैसे आगे बढ़ सकते हैं। ये खिलाड़ी वर्षों से टीम के विजयी अभियान का हिस्सा रहे हैं।'' उन्होंने कहा कि सीनियर खिलाड़ी जीत के बारे में सब कुछ जानते हैं और वे टीम में शामिल होने वाले युवाओं में भी यही भावना भरने की कोशिश करते हैं। जयवर्धने ने कहा, ‘जीत की मानसिकता सीनियर खिलाड़ियों और चैंपियन टीम का हिस्सा रहे खिलाड़ियों से आती है। इससे उन्हें मदद मिलती है और मेरा काम नए खिलाड़ियों को उस संस्कृति में ढालना होता है।'' श्रीलंका के पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘ नीलामी के बाद हमारी टीम में कुछ नए खिलाड़ी जुड़े थे। हमने उन्हें टीम संस्कृति से अवगत कराया और उन्हें बताया कि हम किस तरह से काम करते हैं और कैसे आगे बढ़ते हैं।'
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गुमी (दक्षिण कोरिया). पारुल चौधरी ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए दूसरा रजत पदक जीता और भाला फेंक खिलाड़ी सचिन यादव भी दूसरे स्थान पर रहे जबकि धावक अनिमेष कुजूर ने राष्ट्रीय रिकार्ड तोड़ते हुए कांस्य पदक जीता। इस तरह से 26वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के अंतिम दिन शनिवार को भारत का पदक अभियान जारी रहा। विथ्या रामराज और पूजा ने भी अपनी-अपनी स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीते।
इससे पहले 3000 मीटर स्टीपलचेज में रजत पदक जीतने वाली पारूल चौधरी महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ में 15 मिनट 15.33 सेकंड (15:15.33 सेकंड) का समय लेकर दूसरे स्थान पर रहीं। पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में उभरते सितारे 25 वर्षीय यादव ने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 85.16 मीटर तक भाला फेंका। वह मौजूदा ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम से पीछे रहे, जिन्होंने 86.40 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता। उत्तर प्रदेश में बागपत के निकट खेकड़ा गांव के एक किसान परिवार में जन्में यादव का इससे पहले व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 84.39 मीटर था। इस स्पर्धा में भाग ले रहे भारत के एक अन्य खिलाड़ी यशवीर सिंह ने भी प्रभावित किया तथा 82.57 मीटर का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पांचवां स्थान हासिल किया। इससे पहले कुजूर ने प्रतियोगिता के अंतिम दिन पुरुषों की 200 मीटर दौड़ में शानदार प्रदर्शन करते हुए 20.32 सेकंड का नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाते हुए कांस्य पदक जीता। इस 21 वर्षीय खिलाड़ी ने 20.40 सेकंड का अपना पिछला रिकॉर्ड बेहतर किया, जो उन्होंने इस वर्ष की शुरुआत में राष्ट्रीय फेडरेशन सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में बनाया था। जापान के तोवा उजावा ने 20.12 सेकंड के समय के साथ स्वर्ण पदक, जबकि सऊदी अरब के अब्दुलअजीज अताफी (20.31 सेकंड) ने रजत पदक जीता। महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में एशियाई खेलों की पदक विजेता विथ्या ने भारत को दिन का दूसरा कांस्य पदक दिलाया। तमिलनाडु की 26 वर्षीय एथलीट ने 56.46 सेकंड का समय लेकर पोडियम स्थान हासिल किया। चीन की मो जियादी ने 55.31 सेकंड में स्वर्ण पदक जीता, जबकि बहरीन की ओलुवाकेमी अडेकोया 55.32 सेकंड के साथ दूसरे स्थान पर रही। इस दौड़ में भाग लेने वाली दूसरी भारतीय खिलाड़ी अनु राघवन 57.46 सेकंड का समय लेकर सातवें स्थान पर रहीं। पूजा ने भारत के लिए दिन का तीसरा कांस्य पदक जीता। उन्होंने महिलाओं की 800 मीटर दौड़ 2:01.89 सेकंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ पूरी करके तीसरा स्थान हासिल किया। महिलाओं की 200 मीटर की दौड़ में ज्योति याराजी 23.47 सेकंड के समय के साथ पांचवें जबकि नित्या गंधे 23.90 सेकंड के समय के साथ सातवें स्थान पर रहीं। याराजी ने इस सप्ताह की शुरुआत में महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक जीता था। -
गुमी (दक्षिण कोरिया). भारत की फर्राटा धाविका ज्योति याराजी ने स्वीकार किया कि वह 100 मीटर बाधा दौड़ में अपना खिताब बचाने के लिए तनाव में थीं, लेकिन पदक के बजाय समय पर ध्यान देने से उन्हें शांत रहने में मदद मिली और उन्होंने गुरुवार को एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीता। आंध्र प्रदेश की 25 वर्षीय खिलाड़ी और एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता ज्योति ने 12.96 सेकंड का समय निकाला जो प्रतियोगिता का नया रिकॉर्ड है। पिछला रिकॉर्ड 13.04 सेकंड का था, जिसे 1998 में कजाकिस्तान की ओल्गा शिशिगिना और 2011 में चीन की सन यावेई ने बनाया था। एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता ज्योति एशियाई चैंपियनशिप की 100 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक का बचाव करने वाली पांच एथलीटों के चुनिंदा क्लब में शामिल हो गईं। उनसे पहले यह उपलब्धि जापान की एमी अकीमोटो (1979, 1981, 1983) तथा चीन की तीन खिलाड़ियों झांग यू (1991, 1993), सु यिनपिंग (2003, 2005) और सुन यावेई (2009, 2011) ने हासिल की थी। ज्योति ने बाद में कहा, ‘‘निश्चित तौर पर मेरा लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना था, लेकिन मैंने टाइमिंग पर ध्यान केंद्रित किया क्योंकि जब आप पदक पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं, तो आप दबाव महसूस करते हैं। इसलिए मैंने समय के बारे में सोचते हुए इसे सकारात्मक पक्ष में बदल दिया और यह वास्तव में काम आया।'' ज्योति ने 2023 में एशियाई चैंपियनशिप में 13.09 सेकंड के प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता। उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय 12.78 सेकंड है जो राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी है। उन्होंने कहा, ‘‘सच कहूं तो यहां एक और खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। मैं अच्छा प्रदर्शन करने को लेकर थोड़ा तनाव में थी।''
- मुंबई. स्टार भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली को बुधवार को विश्व बॉलिंग लीग (डब्ल्यूबीएल) में रणनीतिक निवेशक घोषित किया गया। विश्व बॉलिंग लीग ने हाल ही में एमएलबी सुपरस्टार और तीन बार की विश्व सीरीज चैंपियन मूकी बेट्स की टीम ओएमजी को लीग में पहली फ्रेंचाइजी के रूप में पेश किया। कोहली ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मैंने 11 साल की उम्र में बॉलिंग खेलना शुरू किया और 12 साल की उम्र तक गेंद को स्पिन करना सीख गया था।'' उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि यह खेल कितना लोकप्रिय है जबकि इसे व्यावसायिक रूप में कम सराहा जाता है। बॉलिंग को फिर से परिभाषित करने के लिए आदि के मिश्रा का दृष्टिकोण अद्वितीय है और ई1 सीरीज में टीम ब्लू राइजिंग के साथ हमारी सफलता के बाद मैं एक निवेशक और भागीदार के रूप में डब्ल्यूबीएल से जुड़कर रोमांचित हूं।''
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लखनऊ. लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान ऋषभ पंत पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ मंगलवार को यहां खेले गए मैच के दौरान धीमी ओवर गति के लिए 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। इम्पैक्ट प्लेयर सहित अंतिम एकादश में शामिल अन्य खिलाड़ियों पर 12 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
आईपीएल की मीडिया विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘यह धीमी ओवर गति से संबंधित आईपीएल की आचार संहिता के तहत उनकी टीम का सत्र का तीसरा अपराध था, इसलिए ऋषभ पंत पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।'' विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘इम्पैक्ट प्लेयर सहित अंतिम एकादश में शामिल अन्य खिलाड़ियों में से प्रत्येक पर 12 लाख रुपये या उनकी मैच फीस का 50 प्रतिशत (जो भी कम हो) जुर्माना लगाया गया है।'' पंत की 61 गेंदों पर नाबाद 118 रन की शानदार पारी के बावजूद मेजबान लखनऊ को इस मैच में छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। -
गुमी (दक्षिण कोरिया). भारतीय महिलाओं ने एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दूसरे दिन बुधवार को यहां शानदार प्रदर्शन किया जब रूपल चौधरी (400 मीटर) और पूजा (1500 मीटर) ने रजत पदक जीते। यूनुस शाह ने पुरुष 1500 मीटर में कांस्य पदक जीतकर भारत के कुल पदक की संख्या को पांच तक पहुंचाया। इसमें मंगलवार को जीता गुलवीर सिंह (10,000 मीटर) का स्वर्ण पदक भी शामिल है। रूपल ने महिलाओं के 400 मीटर फाइनल में 52.68 सेकेंड का समय निकालकर दूसरा स्थान हासिल किया और भारत के लिए दिन का पहला पदक जीता। इसी स्पर्धा में हमवतन विथ्या रामराज 53.00 सेकेंड के समय के साथ पांचवें स्थान पर रहीं। जापान की नानाको मात्सुमोतो (52.17 सेकेंड) ने स्वर्ण जबकि उज्बेकिस्तान की जोनबीबी हुकमोवा (52.79 सेकेंड) ने कांस्य पदक जीता। पूजा ने महिलाओं की 1500 मीटर स्पर्धा में चार मिनट 10.83 सेकेंड के समय के साथ भारत को दूसरा रजत पदक दिलाया। भारत की ही लिली दास चार मिनट 13.81 सेकेंड के समय के साथ चौथे स्थान पर रहते हुए पदक से चूक गईं। चीन की ली चुनहुई ने चार मिनट 10.58 सेकेंड के समय से स्वर्ण पदक जीता जबकि जापान की तोमाका किमुरा ने सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए चार मिनट 11.56 सेकेंड के समय से कांस्य पदक अपने नाम किया। रूपल ने 2022 में विश्व अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट बनकर इतिहास रच दिया था। उन्होंने उस समय चार गुणा 400 मीटर रिले में रजत और महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। यूनुस शाह ने पुरुषों की 1500 मीटर स्पर्धा में तीन मिनट 43.03 सेकेंड का समय लेकर तीसरा स्थान हासिल किया। जापान के काजुतो लिजावा ने तीन मिनट 42.56 सेकेंड के निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से स्वर्ण पदक जीता जबकि दक्षिण कोरिया के जेयुंग ली (तीन मिनट 42.79 सेकेंड) ने दूसरा स्थान हासिल किया। गुलवीर के स्वर्ण पदक के अलावा पहले दिन सर्विन सबेस्टियन ने भी 20 किमी पैदल चाल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। अन्य नतीजों में विशाल थेनारासु कयालविझी 45.57 सेकेंड के निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के बावजूद चौथे स्थान पर रहते हुए पदक से चूक गए। लंबी कूद में शैली सिंह और ऐंसी सोजन ने महिला वर्ग के फाइनल में जगह बनाई। शैली 6.17 मीटर के प्रयास से 20 खिलाड़ियों के बीच तीसरे स्थान पर रहीं। ऐंसी ने 6.14 मीटर के प्रयास से फाइनल में जगह सुनिश्चित की। बाधा दौड़ में ज्योति याराजी ने अपनी हीट (शुरुआती दौर की रेस) में 13.18 सेकेंड का समय लेकर तीसरे स्थान पर रहते हुए अगले दौर में जगह बनाई।
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मुंबई. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अब तक के सबसे महंगे खिलाड़ी ऋषभ पंत ने आखिरकार लखनऊ सुपर जायंट्स के अंतिम लीग में शतक जड़कर कमाल कर दिया लेकिन टीम जीत से चूक गई जबकि अक्षर पटेल की दिल्ली कैपिटल्स अच्छी शुरूआत के बाद राह से भटक गई। पूर्व विजेता चेन्नई सुपर किंग्स, राजस्थान रॉयल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स का निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा और सनराइजर्स हैदराबाद ने पूरे टूर्नामेंट में खराब प्रदर्शन किया। इस साल आईपीएल के 70 मैच के शुरुआती दौर को खत्म होने में 10 दिन के ब्रेक सहित कुल 67 दिन लगे और अभी तक टूर्नामेंट के दौरान काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिले। प्लेऑफ शुरू होने से पहले अब तक का उतार-चढ़ाव का सफर इस प्रकार है:
युवा खिलाड़ियों ने दमदार प्रदर्शन किया:
राजस्थान रॉयल्स के वैभव सूर्यवंशी जब पिछले दिसंबर में ‘मेगा नीलामी' में चुने गए थे तो उनकी उम्र 13 साल थी और मई में 14 साल की उम्र में वह गुजरात टाइटन्स के खिलाफ 35 गेंद पर आईपीएल में सबसे तेज शतक और अब तक दूसरा सबसे तेज शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय खिलाड़ी बन गए। उन्होंने अपने शानदार स्ट्रोक प्ले और जोश से खेल के दिग्गजों को मंत्रमुग्ध कर दिया था।
भारत के टी20 अंतरराष्ट्रीय सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा भी शतक लगाने वालों खिलाड़ियों में शामिल थे। इस सूची में पंजाब किंग्स के ‘अनकैप्ड' (जिसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला हो) प्रियांश आर्य भी शामिल थे जिन्होंने अपना पहला आईपीएल शतक जड़ा। प्रभसिमरन सिंह ने भी दिखाया कि उनमें दम है जबकि आयुष म्हात्रे ने अपने प्रदर्शन से चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को मुस्कुराने का मौका दिया। सनराइजर्स हैदराबाद की खराब फॉर्म :
पिछले साल की उपविजेता एसआरएच सबसे खतरनाक बल्लेबाजी लाइन-अप के साथ उतरी थी लेकिन उसका आक्रामक रवैया पूरी तरह विफल रहा। एसआरएच ने आईपीएल की शुरुआत राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ छह विकेट पर 286 रन से दूसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाकर की और समापन कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ तीन विकेट पर 278 रन से तीसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाकर किया। टीम के पास बल्लेबाजी के लिए कोई ‘प्लान बी' नहीं था जिसमें नितीश कुमार रेड्डी ने काफी हद तक निराश किया और पावरप्ले में गेंदबाजी करने के लिए एक बेहतरीन स्पिनर नहीं होने से उन्हें नुकसान हुआ। सीएसके ने सीखा सबक :
सीएसके ने इस साल सबक सीखा क्योंकि उसे युवा प्रतिभाओं को बेंच पर रखने और सिर्फ एमएस धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ियों पर निर्भर रहने की अपनी रणनीति को छोड़ना पड़ा। 17 वर्षीय मुंबई के बल्लेबाज म्हात्रे ने टीम की परेशानियों के बावजूद अच्छा प्रदर्शन किया जबकि दक्षिण अफ्रीका के डेवाल्ड ब्रेविस ने अंत में शानदार प्रदर्शन किया। अफगानिस्तान के 20 वर्षीय नूर अहमद सीएसके के सबसे सफल स्पिनर रहे जबकि आर अश्विन और रविंद्र जडेजा अन्य विकल्प थे।साई सुदर्शन ने दमदार बल्लेबाजी की :
युवा सुदर्शन ने दिखाया कि जोखिम लिए बिना भी रन जुटाए जा सकते हैं। वह अभी तक 670 से ज्यादा रन बनाकर सूची में शीर्ष पर है और इसका ईनाम उन्हें इंग्लैंड के टेस्ट दौरे के लिए राष्ट्रीय टीम में शामिल करने से मिला। गुजरात टाइटन्स का यह बल्लेबाज इस सत्र के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शामिल रहा।मुंबई इंडियंस ने हमेशा की तरह ही प्रदर्शन किया :
मुंबई इंडियंस ने हमेशा ही तरह धीमी शुरूआत करने के बाद प्लेऑफ में जगह बनाई। पहले पांच मैच में चार हार के साथ शुरूआत करने के बाद हार्दिक पंड्या की टीम अगले छह मैच जीतकर शीर्ष टीमों में पहुंच गई। रोहित शर्मा और तिलक वर्मा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए लेकिन सूर्यकुमार यादव ने दिखाया कि वह इसमें सर्वश्रेष्ठ क्यों है। जसप्रीत बुमराह ने 10 मैच में 17 विकेट चटकाए हैं।राजस्थान रॉयल्स के लिए खराब सत्र :
संजू सैमसन की फिटनेस और अन्य खिलाड़ियों में जज्बे की कमी के कारण टीम निचले स्थान पर रही सीएसके से ऊपर रही। जोस बटलर, अश्विन, युजवेंद्र चहल और ट्रेंट बोल्ट जैसे खिलाड़ियों से अलग होने से उसका संतुलना शायद कुछ ज्यादा ही बिगड़ गया।दिल्ली कैपिटल्स शानदार शुरूआत के बाद पटरी से उतरी:
आईपीएल की शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि टीम कोई गलती नहीं करेगी लेकिन लगातार निरंतर प्रदर्शन के मामले में टीम पिछड़ गई। पहले छह में से पांच जीत के साथ शुरुआत करने के बाद टीम तालिका में शीर्ष पर थी लेकिन अचानक गिरावट से अगले आठ में से पांच मैच गंवा बैठी। केकेआर का प्रदर्शन खराब रहा, लेकिन रहाणे डटे रहे:
कप्तान अजिंक्य रहाणे अकेले दम पर डटे रहे, लेकिन फ्रेंचाइजी के सबसे महंगे खिलाड़ी और उप-कप्तान वेंकटेश अय्यर के लिए सत्र काफी खराब रहा। पहले आठ मैच में पांच हार के साथ गत चैंपियन के लिए प्लेऑफ की दौड़ काफी पहले ही खत्म हो गई थी।मार्श और पूरन ने दबदबा कायम रखा:
पहले आठ मैच में पांच जीत ने लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) को अंतिम चार में जगह बनाने का मौका दिया, लेकिन पंत का बल्ले से खराब प्रदर्शन, मध्य क्रम में गहराई की कमी और गेंदबाजी में विविधता की कमी के कारण वे फिर से प्लेऑफ से चूक गए। लेकिन मिचेल मार्श, निकोलस पूरन और एडेन मारक्रम ने उन्हें मजबूती दी। पंजाब किंग्स का उदय :
पिछले एक साल में कप्तान श्रेयस अय्यर के प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है कि वह हमेशा संघर्ष करने वाली टीम के बदलाव के सूत्रधार रहे। दृढ़ अय्यर और ऑस्ट्रेलियाई रिकी पोंटिंग जैसे कोच के साथ इस बात में कोई संदेह नहीं था कि पीबीकेएस को हराना काफी मुश्किल होगा और केकेआर के खिलाफ सबसे कम स्कोर (111 रन) का बचाव करने जैसा प्रदर्शन इसका एक उदाहरण है।गिल की गुजरात टाइटन्स ने उड़ान भरी :
तीन साल पहले गुजरात टाइटन्स में शामिल होने के बाद से उन्होंने प्रत्येक सत्र में कम से कम 400 रन तो बनाए ही हैं लेकिन गिल ने सिर्फ उदाहरण ही पेश नहीं किया बल्कि यह सुनिश्चित किया कि उनकी टीम राशिद खान जैसे मुख्य गेंदबाज की खराब फॉर्म के बावजूद दौड़ में आगे रहे। -
बैंकॉक/ भारत के पांच मुक्केबाज बुधवार को यहां चौथे थाईलैंड ओपन अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे और सेमीफाइनल में जगह बनाने की कोशिश करेंगे। पुरुषों के ड्रॉ में जुगनू (85 किग्रा) का सामना कजाखस्तान के बेकजत तंगतर से होगा जबकि दीपक (75 किग्रा) का सामना दक्षिण कोरिया के किम ह्योन-ताए से होगा। महिला वर्ग में तमन्ना (51 किग्रा) का सामना चीनी ताइपे की लियू यू-शान से होगा जबकि प्रिया (57 किग्रा) की भिड़ंत दक्षिण कोरिया की पार्क आह-ह्यून से होगी और अंजलि (75 किग्रा) का सामना जापान की नाओका कसाहारा से होगा। भारत ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में 19 सदस्यीय मजबूत दल उतारा है जिसमें चीन, कजाखस्तान, उज्बेकिस्तान, दक्षिण कोरिया और मेजबान थाईलैंड जैसे देशों के प्रतिभाशाली मुक्केबाज शामिल हैं। मंगलवार को क्वार्टर फाइनल चरण में पांच भारतीय मुक्केबाजों का सफर समाप्त हो गया। महिलाओं के ड्रॉ में यसिका राय (48 किग्रा) और आभा सिंह (54 किग्रा) सर्वसम्मत निर्णय से अपने मुकाबले हार गईं। पुरुषों के वर्ग में पवन बर्तवाल का 55 किग्रा वर्ग में शानदार प्रदर्शन समाप्त हो गया जबकि नोथोई सिंह (50 किग्रा) और ध्रुव सिंह (80 किग्रा) को भी हार का सामना करना पड़ा।
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लखनऊ/ कार्यवाहक कप्तान जितेश शर्मा (नाबाद 85) की आक्रामक अर्धशतकीय पारी और मयंक अग्रवाल (नाबाद 41) के साथ पांचवें विकेट के लिए 45 गेंद में 107 रन की अटूट साझेदारी से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टी20 मैच में मंगलवार को यहां लखनऊ सुपर जायंट्स को आठ गेंद शेष रहते छह विकेट से हराकर प्लेऑफ में अपना दूसरा स्थान पक्का किया। इस जीत के साथ ही आरसीबी ने 14 मैचों में 19 अंक के साथ तालिका में दूसरे स्थान के साथ क्वालीफायर एक में अपनी जगह पक्की कर ली। टीम अब बृहस्पतिवार को शीर्ष पर काबिज पंजाब किंग्स का सामना करेगी जबकि इसके अगले दिन एलीमिनेटर एक में गुजरात टाइटंस का सामना मुंबई इंडियंस से होगा। सुपर जायंट्स ने कप्तान ऋषभ पंत की नाबाद 118 रन की पारी के बूते तीन विकेट पर 227 रन बनाये लेकिन आरसीबी ने 18.4 ओवर में चार विकेट पर 230 रन बना कर इस लीग में सफलतापूर्वक सबसे बड़े लक्ष्य का अपना रिकॉर्ड कायम किया। आरसीबी ने इसके साथ ही दूसरे टीम की घरेलू मैदान में लगातार सात मैच जीतने का रिकॉर्ड भी कायम किया।
प्लेयर ऑफ द मैच जितेश ने 33 गेंद की नाबाद पारी में आठ चौके और छह छक्के लगाकर बेखौफ बल्लेबाजी की। उन्हें मयंक का अच्छा साथ मिला जिन्होंने 23 गेंद की नाबाद पारी में पांच चौके जड़े। विराट कोहली ने 30 गेंद में 10 चौके की मदद से 54 रन बनाने के अलावा फिल सॉल्ट (30) के साथ पहले विकेट के लिए 34 गेंद में 61 रन की साझेदारी के साथ आरसीबी को शानदार शुरुआत दिलायी। सुपर जायंट्स के लिए विलियम ओरुर्के ने दो विकेट लिये लेकिन उन्होंने अपने चार ओवर में 74 रन खर्च किये। दिग्वेश राठी और आकाश सिंह को एक-एक सफलता मिली। पूरे सत्र में खराब लय के कारण आलोचना झेलने वाले पंत ने 61 गेंद की नाबाद पारी में 11 चौके और आठ छक्के लगाने के साथ दूसरे विकेट के लिए मिचेल मार्श के साथ 78 गेंद में 152 रन की साझेदारी कर के बड़े स्कोर की नींव रखी। मार्श ने 37 गेंद में चार चौके और पांच छक्के की मदद से 67 रन बनाये। आरसीबी के लिए नुवान तुषारा ने चार ओवर में 26 रन देकर एक विकेट लिया। भुवनेश्वर कुमार और रोमारियो शेफर्ड को भी एक-एक सफलता मिली लेकिन दोनों काफी महंगे साबित हुए। लक्ष्य का पीछा करते हुए सॉल्ट ने आकाश और ओरुर्के का स्वागत शुरुआती दो ओवरों में चौके साथ स्वागत किया। कोहली ने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज के खिलाफ लगातार चार चौके जड़ अपने तेवर दिखाये। आरसीबी ने इस ओवर से 22 रन बटोरे। सॉल्ट ने राठी और शाहबाज अहमद के खिलाफ चौके जड़े जिससे आरसीबी ने चार ओवर में बिना किसी नुकसान के 50 रन पूरे कर लिये। कोहली ने आवेश खान के खिलाफ चौके के साथ आरसीबी के लिए अपने करियर के 9000 रन पूरे किये।
सॉल्ट आकाश की धीमी शॉट पिच गेंद से सामंजस्य नहीं बैठ सके और एक्स्ट्रा कवर में राठी को आसान कैच देकर पवेलियन लौटे। रजत पाटीदार (14) ने कलाई के शानदार इस्तेमाल से ओरुर्के के खिलाफ छक्का जबकि कोहली ने इस गेंदबाज के खिलाफ चौका जड़ दिया। अब तक महंगे रहे ओरुर्के ओवर की आखिरी दो गेंदों पर पाटीदार और लियाम लिविगस्टोन (शून्य) को चलता कर सुपर जायंट्स को बड़ी सफलता दिलाई। कोहली ने आकाश के खिलाफ चौके से 27 गेंद में मौजूदा सत्र का आठवां अर्धशतक पूरा किया तो वहीं मयंक अग्रवाल ने लगातार तीन चौके लगाकर जरूरी रन गति को नियंत्रण में रखा। राठी ने किफायती ओवर डाला जिसका फायदा आवेश खान का कोहली के विकेट के तौर पर मिला। कोहली कवर क्षेत्र के ऊपर से खेलने की कोशिश में आयुष बडोनी को कैच दे बैठे। इस मैच में टीम की अगुवाई कर रहे जितेश शर्मा ने क्रीज पर आते ही चौका जड़ने के बाद ओरुर्के के खिलाफ लगातार गेंदों पर छक्का और फिर शानदार रिवर्स स्कूप पर चौका लगा कर ओवर से 17 रन बटोरे। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने शाहबाज अहमद के खिलाफ दो चौके और एक छक्का लगा कर मयंक के साथ 21 गेंद में अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की। मयंक ने भी ओवर की आखिरी गेंद पर चौका लगाया जिससे टीम ने 21 रन बटोर कर जरूरत रनगति को 10 के करीब कर दिया। जितेश ने आक्रामक तेवर जारी रखते हुए आवेश के खिलाफ लगातार दो चौके लगाये और फिर राठी की गेंद पर छक्के के साथ 22 गेंद में अपने आईपीएल करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने इसके बाद ओरुर्के के खिलाफ दो चौके और दो छक्के लगाने के बाद आयुष बड़ोनी के खिलाफ छक्के के साथ टीम को यादगार जीत दिला दी। इससे पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर मार्श ने तुषारा के खिलाफ शुरुआती ओवर में चौका लगाया तो वही सत्र का अपना पहला मैच खेल रहे मैथ्यू ब्रिट्जके (14) ने कृणाल पंड्या की गेंद पर छक्का जड़ दिया। वह हालांकि तुषारा की यॉर्कर गेंद पर बोल्ड हो गये। पूरे सत्र में खराब बल्लेबाजी के कारण आलोचना झेलने वाले पंत ने यश दयाल के खिलाफ छक्का और दो चौके के साथ चौथे ओवर से 18 रन बटोर कर अपने तेवर दिखाये। उन्होंने भुवनेश्वर कुमार के खिलाफ भी डीप मिडविकेट के ऊपर से शानदार छक्का और फिर चौका लगाकर लय में वापसी का संकेत दिया। पंत ने 10वें ओवर में सुयश शर्मा के खिलाफ छक्का और दो चौके लगाकर 30 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने इससे पहले मौजूदा सत्र का इकलौता अर्धशतक 14 अप्रैल को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ जड़ा था। पंत ने उस मैच में 63 रन बनाये थे। इस बीच मार्श ने शेफर्ड की गेंद को लांग ऑन के ऊपर से गेंद को दर्शकों के पास भेज कर मौजूदा सत्र में अपने 600 रन पूरे किये। मार्श ने अगले ओवर में सुयश के खिलाफ छक्के के साथ 31 गेंद में अपना पचासा पूरा किया। इसी ओवर में पंत ने लगातार गेंदों पर चौका और छक्का लगाया। मार्श ने 16वें ओवर में भुवनेश्वर की शुरुआती दो गेंदों पर छक्के जड़े लेकिन अगली गेंद पर विकेट के पीछे लपके गये। पंत ने भुवनेश्वर के अगले ओवर में चौके के साथ 54 गेंद में आईपीएल करियर का अपना दूसरा शतक पूरा करने के साथ टीम के स्कोर को 200 के पार पहुंचा दिया। निकोल्स पूरन (13) बड़े शॉट खेलने में संघर्ष कर रहे थे लेकिन पंत ने शतक पूरा करने के बाद आखिरी दो ओवरों में यश दयाल और शेफर्ड के खिलाफ छक्के लगाकर टीम के स्कोर को 225 रन के पार पहुंचाया। -
सुहल (जर्मनी) .भारतीय निशानेबाज तेजस्वनी ने सोमवार को यहां आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता जिससे चीन को पछाड़कर भारत तालिका में शीर्ष पर रहा । हरियाणा की 20 वर्ष की तेजस्विनी का यह विश्व कप में पहला पदक है । जूनियर निशानेबाजों के लिए दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत तीन स्वर्ण, चार रजत और चार कांस्य सहित कुल 11 पदकों के साथ तालिका में शीर्ष पर है। तेजस्विनी ने आठ महिलाओं के फाइनल में पांच शॉट लगाकर कुल 31 अंक बनाए।
व्यक्तिगत तटस्थ एथलीट के तौर पर भाग ले रही बेलारूस की एलिना नेस्टियारोविच ने 29 के साथ रजत पदक जीता जबकि हंगरी की मिरियम जाको ने 23 अंक बनाकर कांस्य पदक हासिल किया। तेजस्विनी इससे पहले क्वालिफिकेशन चरण में 575 अंक के साथ चौथे स्थान पर रही थी। चीन की ताओताओ झाओ इसमें 589 अंक के साथ शीर्ष पर थी। ताओताओ (18) हालांकि फाइनल में चीनी ताइपे की येन-चिंग चेंग (22) के बाद पांचवें स्थान पर रही।
महिलाओं की 25 मीटर स्पर्धा में अन्य भारतीय रिया शिरीष थट्टे, नाम्या कपूर और दिवांशी क्वालिफिकेशन में क्रमशः 15वें, 18वें और 24वें स्थान पर रहीं। भारत ने पिछले पांच में से चार आईएसएसएफ जूनियर स्पर्धाओं में शीर्ष स्थान हासिल किया है । इससे पहले भारत सुहल में 2023 विश्व कप और पिछले साल पेरू के लीमा में संयुक्त जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में शीर्ष पर रहा था । -
रोसारियो (अर्जेंटीना). भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने चिली को 2-1 से हराकर यहां चार देशों के टूर्नामेंट में अपने अभियान की शानदार शुरुआत की। भारत के लिए सुखवीर कौर (39वें मिनट) और कनिका सिवाच (58वें मिनट) ने गोल किए, जबकि चिली के लिए जावेरीया सैन्ज (20वें मिनट) ने एकमात्र गोल किया। जावेरीया ने 20वें मिनट में गोल करके चिली को बढ़त दिलाई जिससे दूसरे हाफ में भारतीय टीम दबाव में रही। भारत ने हालांकि तीसरे क्वार्टर में सुखवीर के 39वें मिनट के गोल से बराबरी हासिल की। फिर कनिका ने 58वें मिनट में गोल करके टीम की जीत सुनिश्चित कर दी। भारत का अगला मुकाबला अब रविवार (भारतीय समयानुसार सोमवार) को उरुग्वे से होगा।

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