सोमवार को हरिहर स्वरूप में नजर आएंगे श्री बुढ़ेश्वर महादेव
- देवी देवताओं के अस्त्र-शस्त्र और प्रतीक चिन्हों से सुसज्जित होगा महादेव का दरबार- मनीष वोरा
रायपुर/ पुरुषोत्तम मास के पहले सोमवार को लेकर राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के शिव मंदिरों में विशेष इंतजाम किए गए हैं। इनमें से एक रायपुर का प्राचीन बुढ़ेश्वर महादेव मंदिर भी हैं, जहां सोमवार को भोलेनाथ का हरिहर स्वरूप देखने को मिलेगा। साथ ही भगवान भोलेनाथ का दरबार देवी देवताओं के अस्त्र-शस्त्र और प्रतीक चिन्हों से सुसज्जित किया जाएगा। इसके लिए तैयारियां चल रही हैं।
श्री रायपुर पुष्टिकर समाज ट्रस्टी मनीष वोरा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को श्री बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में भगवान भोलेनाथ के हरिहर स्वरूप का श्रृंगार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सावन का महीना भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना वंदन का पवित्र महीना होता है। इस वर्ष सावन माह में अधिक मास की युति है और इस माह को पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। पुरुषोत्तम यानी भगवान विष्णु, अर्थात पुरुषोत्तम मास, सावन माह में होने की वजह से इस बार शिव और विष्णु दोनों की ही पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। भगवान विष्णु का एक नाम हरि है और भगवान शिव का एक नाम हर है। साथ ही सम्पूर्ण ब्रह्मांड के सभी देवी देवताओं के अस्त्र शस्त्र जो उन देवों के प्रतीक भी हैं और उन्हें धारण किये हुए हैं। उन सभी वैदिक अस्त्र- शस्त्रों का निर्माण कर बुढ़ेश्वर मंदिर में भगवान भोलेनाथ का दरबार सुसज्जित किया जाएगा।
श्री वोरा ने बताया कि शास्त्रों में कुल 21 अस्त्रों के बारे में उल्लेख मिलता है, जिनमे कुछ अस्त्र रचना का कुछ अस्त्र संहार का कुछ अस्त्र शांति और मोक्ष का प्रतीक हैं। इन्हीं 21 शस्त्रों का का निर्माण कर भगवान भोलेनाथ का मंदिर सजाया जाएगा। ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार इन सभी शस्त्रों की रचना शिव द्वारा ही विभिन्न विशिष्ट प्रयोजनों और जनकल्याण हेतु की गई थी। file photo
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