मौसमी बीमारियों से सतर्कता बरतने गांव -गांव में चलेगा जागरूकता अभियान
-पीएचई द्वारा एफटीके किट से जल परीक्षण की दी जाएगी जानकारी
-सभी शासकीय व निजी स्कूल भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनवाने के निर्देश
बलौदाबाजार / बरसात के मौसम में जलजनित एवं दूषित खाद्य पदार्थों के कारण फैलने वाली बीमारियों से सतर्क रहने व स्वच्छता के प्रति लोगों क़ो जागरूक करने गांव -गांव में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस सम्बन्ध में कलेक्टर दीपक सोनी ने गुरुवार क़ो लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मैदानी अमलों व सरपंच -सचिव की सम्पर्क केंद्र से ऑनलाइन बैठक लेकर जरुरी दिशा निर्देश दिये। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत सुश्री दिव्या अग्रवाल एवं सीएमएचओ डॉ.राजेश कुमार अवस्थी भी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री सोनी ने कहा कि सरपंच -सचिव अपने पंचायतों क़ो मौसमी बीमारियों से सुरक्षित रखने में लोगों क़ो जागरूक करें। लोगों क़ो आगामी 2 से 3 माह पानी क़ो उबालकर उपयोग करने,पानी रखने वाले बर्तन में कलोरिन की गोली डालने,गरम व ताजा भोजन ग्रहण करने, जल स्रोतों के पास साफ- सफाई रखने के लिए प्रेरित करें। उन्होने कहा कि हर पंचायत में पीएचई द्वारा नामित जल वाहिनी हैं। जल वाहिनी एवं तकनिशियन के नाम व मोबाइल नंबर का दीवाल लेखन कराएं।गांव में किसी क़ो पेट दर्द या उल्टी की शिकायत हो तो तत्काल मितानिन से मिलें और उससे दवाई लें। जरुरी हो तो ईलाज के लिए मितानिन के साथ नजदीकी अस्पताल जाएं। जल वाहिनी व तकनिशियन क़ो तत्काल जल परीक्षण के लिए सूचित करें। जल जीवन मिशन के तहत हर -घर जल के पानी का उपयोग करने पर बोर का पानी, टंकी एवं नल इन तीन स्रोत से पानी क़ा परीक्षण कराएं। पानी में बैक्टिरिया की पुष्टि होने पर तत्काल पानी का उपयोग बंद कर दें और स्रोत क़ो भी बंद कर दें। पानी के उच्च स्तरीय परीक्षण के लिए पीएचई लैब क़ो सैंपल भेजें। पीएचई द्वारा पानी का परीक्षण कर पॉजिटीव पाए जाने पर गांव में उपयोग में लाने वाले पानी का आवश्यक उपचार किया जाएगा जिसमें टंकी की सफाई,जल स्रोतो का क्लोरीनिकरण, पाइप की जांच आदि शामिल है। इसीतरह मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग, घर के आस -पास के गड्ढों में जल भराव न होने दें , कूलर के पानी क़ो खाली करने की समझाईश दें।
कलेक्टर ने ग्रामीणों क़ो जल वाहिनी के माध्यम से एफटीके किट जांच परीक्षणअभियान चलाने हेतु पीएचई के अधिकारियों क़ो निर्देश दिये। उन्होने कहा की पीएचई अपने मैदानी अमलों क़ो एक्टिव करे और एसडीओ व सब इंजिनीयर क़ो भी वाटर टेस्टिंग की जानकारी हो। उन्होंने वर्षा जल संचयन पर जोर देते हुए अगले एक माह में जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूल भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनवाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा की छत में जिस स्थान पर पानी क़ा जमाव होता हो वहीं से वाटर हार्वेस्टिंग के लिए पाइप लगवाएं।
कलेक्टर श्री सोनी ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 ग्रामीण अंतर्गत बेहतर स्वछता रैकिंग के लिए ग्रामीणों क़ो शौचालय का उपयोग, स्वच्छता तथा सामुदायिक शौचालयों का निरंतर उपयोग सुनिश्चित करने कहा। उन्होने बताया कि इस बार ग्रामीण क्षेत्रों में भी सर्वेक्षण होगा। जिले में मोर गांव मोर पानी महाअभियान के तहत सोखता गड्ढा, वाटर हार्वेस्टिंग, जलशयों का सफाई के कार्य हुए हुए है जिसे आगे भी जारी रखें।
बताया गया कि मोर गांव मोर पानी महाअभियान के तहत अब तक 8600 सोखता गड्ढा का निर्माण तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियो के द्वारा 8813 आवासो में रैन वाटर हार्वेस्टिंग बनवाया है।
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