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- -विधायक श्री सिन्हा ने फूल माला पहनाकर तीर्थयात्रियों को दी शुभकामनामहासमुंद / मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत महासमुंद जिले के पांचों विकासखंडों से आज कुल 323 श्रद्धालु 18 बसों के माध्यम से पवित्र तीर्थस्थलों — प्रयागराज, हनुमानगढ़ एवं काशी विश्वनाथ — के दर्शन हेतु रवाना हुए। यह पांच दिवसीय यात्रा 27 से 31 अक्टूबर 2025 तक आयोजित की गई है। रवाना होने के पूर्व सभी श्रद्धालुओं का मेडिकल चेक अप कराया गया।इस अवसर पर महासमुंद विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा ने ध्वज दिखाकर श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए रवाना किया। कार्यक्रम में नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री देवी चंद राठी, श्री येतराम साहू, श्री पवन पटेल, श्री महेंद्र सिक्का, श्री राजू चंद्राकर, श्री माखन पटेल, श्री मीना वर्मा, श्री रिंकू चंद्राकर, श्री शरद मराठा, श्री राकेश चंद्राकर सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, समाज कल्याण विभाग, जनपद पंचायत एवं नगरीय निकायों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।विधायक श्री सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा आरंभ की गई थी, किंतु पूर्ववर्ती सरकार के पांच वर्ष के कार्यकाल में यह योजना बंद रही। वर्तमान में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में इस जनकल्याणकारी योजना को पुनः प्रारंभ किया गया है। उन्होंने श्रद्धालुओं को फूल माला पहनाकर और तिलक लगाकर शुभकामनाएं दी।ज्ञातव्य है कि योजना अंतर्गत 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के श्रद्धालु तीर्थ यात्रा के पात्र हैं। यदि पति-पत्नी साथ यात्रा करना चाहें तो उनमें से एक को आयु सीमा में छूट दी जाती है। योजना के तहत प्रत्येक माह पात्र श्रद्धालुओं को शासन द्वारा निर्धारित तीर्थस्थलों का निःशुल्क दर्शन कराया जाएगा। यह योजना पूर्णतः निःशुल्क है । यात्रा के दौरान आवागमन, ठहरने एवं भोजन की सभी व्यवस्थाओं का वहन राज्य शासन द्वारा किया जाता है। इससे वरिष्ठ नागरिकों को न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक अनुभव प्राप्त होगा, बल्कि समाज और संस्कृति से उनका आत्मिक जुड़ाव भी सुदृढ़ होगा।महासमुंद जनपद से 52, बागबाहरा से 47, पिथौरा से 50, बसना से 40, सरायपाली से 43, नगरपालिका महासमुंद से 50, बागबाहरा से 6, सरायपाली से 15, तुमगांव से 6, पिथौरा से 6 तथा नगर पंचायत बसना से 5 श्रद्धालु शामिल हैं। इनके साथ कुल 9 अनुरक्षक भी यात्रा पर गए हैं। इस तीर्थ यात्रा से श्रद्धालुओं में उत्साह एवं श्रद्धा का भाव देखा गया। श्रद्धालु सुखिया ध्रुव,मचेवा, दुलारी साहू, बागबाहरा से फौज सिंह और ठाकुर दीवान,पिथोरा की रेखा प्रधान सहित सभी श्रद्धालुओं ने राज्य सरकार का आभार व्यक्त करते हुए इस जनकल्याणकारी योजना को जीवन का एक महत्वपूर्ण पड़ाव बताया।
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- छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज ने दी विनम्र श्रद्धांजलि
बिलासपुर। साइंस कॉलेज, रायपुर के पूर्व प्राध्यापक और प्रतिष्ठित शिक्षाविद श्री सम्पत कुमार मिश्रा ('बसनी वाले') का आज 27 अक्टूबर को बिलासपुर में 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे अधिवक्ता अमिताभ मिश्रा, इंजी. अजिताभ, अनिमेष, और नमिता, यामिनी एवं कामिनी के पिता थे। श्री सम्पत कुमार मिश्रा के निधन पर छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज ने शोक व्यक्त करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है।
- बिलासपुर. कलेक्टर संजय अग्रवाल के निर्देशानुसार एंव उप संचालक खनिज प्रशासन के मार्गदर्शन मे जिला बिलासपुर में खनिज विभाग द्वारा खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन एंव भण्डारण पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। खनिज अमला द्वारा सिरगिट्टी,सरवानी, काठा कोनी, कपसिया कला क्षेत्र का निरीक्षण किया गया। जहाँ पिरय्या क्षेत्र से 01 ट्रेक्टर ट्राली,01 हाइवा व 01 जे सी बी मिट्टी का अवैध उत्खनन व परिवहन करते पाये जाने पर जब्त कर थाना सिरगिट्टी व जाँच चौकी लावर की अभिरक्षा मे रखा गया है।कपसिया कला क्षेत्र से 04 ट्रैक्टर ट्राली व 01 जे सी बी मुरुम का अवैध खनन व परिवहन करते पाये जाने पर जब्त कर थाना कोटा की अभिरक्षा मे रखा गया है। इस प्रकार कुल 08 वाहनों को अवैध खनन व परिवहन करते पाये जाने पर खनिज नियमों के तहत बरामद किया गया है। खनिजों के अवैध खनन,परिवहन,भण्डारण पर खनिज विभाग द्वारा निगरानी और लगातार कार्रवाई जारी है।
- दुर्ग. राज्यपाल श्री रमेन डेका ने 26 अक्टूबर को भिलाई के हुडको स्थित स्कंदाश्रम में विधिवत पूजा-अर्चना की और प्रदेश की समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। तीन दिवसीय चलने वाले इस 28वीं स्कंद षष्ठी महोत्सव के महायज्ञ में राज्यपाल श्री डेका धर्मपत्नी श्रीमती रानी डेका के साथ सम्मिलित हुए तथा संकल्प लेकर देवी सप्तसती का पहला अध्याय पूर्ण किया। यह महायज्ञ हर वर्ष दिवाली के बाद स्कंद षष्ठी तिथि को दक्षिण भारतीय वेदाचार्यों द्वारा विधिवत सम्पन्न कराया जाता है। कार्यक्रम में संभाग आयुक्त श्री एस.एन. राठौर, कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल, संयुक्त कलेक्टर श्री हरवंश मिरी, एसडीएम श्री हितेश पिस्दा सहित बड़ी संख्या में स्कंदाश्रम के पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
- रायपुर. दिवाली मिलन समारोह के आयोजन के साथ ही आंतरिक एवं बाह्य सुरक्षा के छेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले समाज के सैन्य एवं पुलिस अधिकारियों का आज सर्यूपारीण ब्राह्मण समाज छत्तीसगढ़ के द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं मेडल प्रदान किया गया । सर्यूपारीण ब्राह्मण समाज छत्तीसगढ़ द्वारा समाज को मजबूती प्रदान करने का उल्लेखनीय कार्य वर्तमान कार्यकारिणी के द्वारा किया जा रहा है , उनके द्वारा अभी तक किए गए कार्यों की कड़ी में आज 81 पुलिस सैन्य आधिकारियों का सम्मान किया जाना अन्यों के लिए भी अनुकरणीय उदाहरण है ।उक्त बाते मुख्य अतिथि की आसंदी से श्री पुरंदर मिश्रा विधायक उत्तर विधानसभा ने कहीं। सरयूपारीण समाज के अध्यक्ष डॉ सुरेश शुक्ला ने दिवाली की बधाई देते हुए कहा कि पुलिस अधिकारियों का सम्मान कर हम आने वाली पीढ़ी को इनके शौर्य , वीर्यता एवं कार्यकुशलता से परिचय कराते हैं, जिससे ये बच्चे आगे चलकर इन्हीं गुणों से लवरेज हो देश एवं समाज की सेवा कर सकें । विशेष अतिथि श्री हितेंद्र तिवारी जी अध्यक्ष अधिवक्ता संघ रायपुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान में समाज की प्रगति के लिए समाज को एकजुट होना और मिलजुल कर काम करना होगा तभी हमारा समाज आगे और उन्नति कर पाएगा ।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे एन. चतुर्वेदी संयुक्त संचालक लोक अभियोजक ने दिवाली की शुभकामनाएं दी । इस सम्मान समारोह में 81 पुलिस अधिकारियों में प्रमुखतया सर्वश्री उमेश मिश्रा, निलेश द्विवेदी, आर . के. दुबे, के. बी. द्विवेदी, एच. पी. शुक्ला, विजय शंकर पांडेय, एन. पी. उपाध्याय सभी डी. एस. पी. एवं अवधेश कुमार मिश्रा, के. एन. तिवारी, उमाकांत तिवारी, महेंद्र मिश्रा आदि 81 सैन्य पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया गया ।आज के कार्यक्रम में श्री राम मूरत तिवारी जी संरक्षक, अध्यक्ष डॉ सुरेश शुक्ला, मिथिलेश दुबे उपाध्यक्ष, श्री कल्याण प्रसाद पांडेय उपाध्यक्ष, श्री राजेंद्र शर्मा कोषाध्यक्ष।श्री डी. एस. परोहा, आर. एल. द्विवेदी, कैलाश तिवारी , प्रमोद शर्मा, संगम लाल त्रिपाठी, बैजनाथ मिश्रा, नागेंद्र तिवारी, प्रवीण चौबे , शिवम् त्रिपाठी , संजय मिश्रा, अंकुश शुक्ला, उमाकांत तिवारी, चंद्रशेखर द्विवेदी, आशीष मिश्रा , आशीष तिवारी, शैलेश शर्मा, अवधेश मिश्रा , के. एन. तिवारी, प्रमोद शर्मा , कुसुम त्रिपाठी, शशि मिश्रा,सुसुम शुक्ला बृजेश त्रिपाठी, राजेंद्र मिश्रा आदि समाज के कार्यकर्ता उपस्थिति हुए और कार्यक्रम को सफल बनाया ।
- -मुख्यमंत्री ने दिव्यांग बच्चों के संग बांटी दीपावली की खुशियांरायपुर, / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर स्थित एक निजी होटल में छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित दीपावली मिलन समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर जरूरतमंद दिव्यांग बच्चों के साथ दीपावली की खुशियां साझा कीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए पूर्णतः संकल्पित है। उन्होंने कहा कि रायपुर में 5 एकड़ भूमि में दिव्यांगजनों के लिए सर्व-सुविधायुक्त पार्क का निर्माण किया जाएगा।मुख्यमंत्री श्री साय ने दिव्यांग बच्चों से बड़ी आत्मीयता के साथ भेंट की और उन्हें दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। कोंपलवाणी और अर्पण दिव्यांग संस्था में अध्ययनरत बच्चों ने मुख्यमंत्री सहित उपस्थित अतिथियों के समक्ष साइन लैंग्वेज का सुंदर प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने बच्चों के इशारों को दोहराते हुए उनसे साइन लैंग्वेज में गुड मॉर्निंग और गुड आफ्टरनून जैसे शब्द सीखे।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में दिव्यांगजनों के विकास के लिए सराहनीय कार्य हो रहा है। दिव्यांगजनों को निःशुल्क कृत्रिम अंग उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्हें स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए ऋण की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र खटीक ने रायपुर में दिव्यांग पार्क बनाए जाने की घोषणा की थी, और अब रायपुर में 5 एकड़ भूमि पर यह सर्व-सुविधायुक्त दिव्यांग पार्क विकसित किया जाएगा।मुख्यमंत्री श्री साय ने दिव्यांग बच्चों के साथ दीपावली मिलन कार्यक्रम के आयोजन हेतु छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन की सराहना की। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन द्वारा जनसेवा के कार्यों के माध्यम से सामाजिक जिम्मेदारी का उत्कृष्ट निर्वहन किया जा रहा है। पूर्व में एसोसिएशन द्वारा मरीजों के लिए एम्बुलेंस भी प्रदान की गई थी, जिसका लाभ अनेक जरूरतमंद लोगों को प्राप्त हो रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वर्ष छत्तीसगढ़ निर्माण का 25वां वर्ष है, जिसे हम रजत जयंती वर्ष के रूप में मना रहे हैं। यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि इस वर्ष प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी राज्योत्सव का शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य निर्धारित किया है। उसी दिशा में हमें विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण का संकल्प लेकर आगे बढ़ना है। इस हेतु राज्य सरकार ने विकसित छत्तीसगढ़ विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है। सभी के सहयोग से इस लक्ष्य को हम अवश्य प्राप्त करेंगे।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य में सड़कों का निरंतर विस्तार किया जा रहा है, जिससे प्रदेश की कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। भारतमाला परियोजना के अंतर्गत रायपुर–विशाखापत्तनम तथा रायपुर–धनबाद मार्गों का निर्माण कार्य प्रगति पर है।महाराष्ट्र और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल श्री रमेश बैस ने कहा कि मैं सांसद के रूप में दिव्यांगजनों के लिए गठित सोशल जस्टिस स्टैंडिंग कमेटी का सदस्य रहा हूँ। संसद में दिव्यांग बिल के लिए हमने व्यापक अध्ययन किया था। बिल पारित होने के पश्चात दिव्यांगजनों को मिलने वाली सुविधाओं में तीन गुना वृद्धि हुई। राज्यपाल रहते हुए मुझे दिव्यांगजनों के लिए कार्य कर रही संस्थाओं में जाने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों की चुनौतियों को सामान्यजन अक्सर समझ नहीं पाते।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वनमंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि इस बार जीएसटी दरों में कमी के कारण दीपावली का उत्सव और अधिक भव्य रूप में मनाया गया। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया, जिसकी हम आज रजत जयंती मना रहे हैं।राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत छत्तीसगढ़ का योजनाबद्ध विकास निरंतर हो रहा है। सभी के सहयोग से विकसित छत्तीसगढ़ का सपना साकार होगा।कौशल विकास मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने कहा कि दिव्यांगजनों के साथ दीपावली मिलन का आयोजन उत्तम सोच का प्रतीक है। खुशियां बांटने से बढ़ती हैं, और यह देखकर प्रसन्नता होती है कि एसोसिएशन जनसेवा में सक्रिय है तथा समाज के अन्य लोगों को भी इससे जोड़ रही है।मुख्यमंत्री के समक्ष पैरों से पेंटिंग करने वाले दिव्यांग चित्रकार श्री गोकर्ण पाटिल ने अपनी अद्भुत कला का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री ने उनकी कला की सराहना करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों को गर्म कपड़ों का वितरण भी किया।इस अवसर पर विधायक श्री इंद्र कुमार साहू, रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे, छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अंजय शुक्ला सहित अन्य पदाधिकारीगण, कोंपलवाणी और अर्पण दिव्यांग संस्था के बच्चे तथा गणमान्यजन उपस्थित थे।
- -मुख्यमंत्री - विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ प्रदेश मानिकपुरी पनिका समाज के शपथ ग्रहण एवं दीपावली मिलन समारोह में हुए शामिलरायपुर /शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। शिक्षा केवल नौकरी प्राप्त करने का साधन नहीं, बल्कि सफल जीवन का मार्ग है। सामाजिक विकास का मूलमंत्र शिक्षा है। चाहे जीवन जीने की कला हो, व्यापार, कृषि या कोई अन्य क्षेत्र — प्रत्येक क्षेत्र में सफलता के लिए शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित छत्तीसगढ़ प्रदेश मानिकपुरी पनिका समाज के शपथ ग्रहण एवं दीपावली मिलन समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी नव-निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई और उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रारंभ से ही शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर कार्य कर रही है। राज्य गठन के समय जहाँ केवल एक मेडिकल कॉलेज था, वहीं आज प्रदेश में लगभग 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं। इसी प्रकार राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान — जैसे आईआईटी, ट्रिपल-आईटी, आईआईएम, लॉ यूनिवर्सिटी, एम्स और सिपेट — छत्तीसगढ़ में स्थापित किए गए हैं, जिनसे राज्य के स्थानीय विद्यार्थियों को शिक्षा और अवसर दोनों प्राप्त हो रहे हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि आज समाज को संगठित होने की आवश्यकता है, क्योंकि संगठित समाज से ही राष्ट्र मजबूत बनता है। उन्होंने कहा कि आपके समाज का कला और साहित्य के क्षेत्र में भी आदिकाल से अतुलनीय योगदान रहा है। विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा के दौरान काछनदेवी रस्म में देवी माँ जिस कन्या पर अवतरित होती हैं, वह भी पनिका समाज की होती है — यह निश्चित ही पूरे समाज के लिए गर्व की बात है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का मूलमंत्र है — सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास। उनके मार्गदर्शन में हमारी सरकार पिछले 22 महीनों से सभी वर्गों के कल्याण के लिए सतत रूप से कार्य कर रही है। हमने अन्नदाताओं के हित में कृषक उन्नति योजना, पक्का मकान देने हेतु प्रधानमंत्री आवास योजना, माताओं और बहनों को सशक्त बनाने के लिए महतारी वंदन योजना, तथा दूरस्थ अंचलों के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए शिक्षक युक्तियुक्तकरण जैसे कदम उठाए हैं।इस अवसर पर छत्तीसगढ़ माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष श्री शम्भु नाथ चक्रवर्ती ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी नव-निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई दी।कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ प्रदेश मानिकपुरी पनिका समाज के अध्यक्ष श्री भरत दास मानिकपुरी सहित समाज के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
- -छठ मइया की उपासना सूर्य आराधना और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक : मुख्यमंत्री श्री सायरायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने कहा कि छठ पूजा आस्था, पवित्रता और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का पर्व है, जो सूर्यदेव और छठ मइया की उपासना के माध्यम से मानव और प्रकृति के मधुर संबंध का संदेश देता है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छठ पर्व का प्रत्येक अनुष्ठान – अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने से लेकर उदीयमान सूर्य की आराधना तक – जीवन में अनुशासन, संयम और स्वच्छता के महत्व को दर्शाता है। यह पर्व समाज में सामूहिकता, पवित्रता और पारिवारिक एकता की भावना को सशक्त बनाता है। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की है कि इस अवसर पर सूर्योपासना के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण, जलस्रोतों की स्वच्छता और समाज में सद्भाव बनाए रखने का संकल्प लें।
- -एयर-शो एवं राज्योत्सव स्थल का निरीक्षण कर समय पर सभी तैयारियां पूर्ण करने के दिये निर्देशरायपुर /राज्योत्सव-2025 के अवसर पर होने वाले एयर-शो एवं राज्योत्सव स्थल की तैयारियों को लेकर आज कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने अधिकारियों की बैठक ली और आयोजन स्थल पर सभी आवश्यक व्यवस्थाओं की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव डॉ रवि मित्तल भी मौजूद थे।कलेक्टर डॉ सिंह ने निर्देश दिए कि सुरक्षा, यातायात, पार्किंग, पेयजल, विद्युत आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवाएँ, स्वच्छता तथा आपातकालीन प्रबंधन की तैयारियाँ समय पर पूरी की जाएँ। उन्होंने कहा कि इस बार राज्योत्सव में आने वाले नागरिकों को बेहतर सुविधा और आकर्षक अनुभव मिले, इसके लिए सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें।एयर-शो के लिए विशेष दर्शक दीर्घा, फायर एवं मेडिकल टीम और आपातकालीन प्रतिक्रिया दल स्थापित करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा राज्योत्सव स्थल पर VIP एवं मीडिया जोन, पार्किंग स्थल, मुख्य मंच, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए बैकस्टेज व्यवस्था का भी निरीक्षण किया गया।डॉ गौरव सिंह ने कार्यक्रम स्थल का मैदान निरीक्षण कर निर्माण कार्य, सजावट, प्रकाश व्यवस्था और मंच की रूपरेखा का जायजा लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि सभी कार्य निर्धारित समयसीमा में पूर्ण किए जाएँ ताकि राज्योत्सव के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो। इस अवसर पर एसएसपी डॉ लाल उम्मेद सिंह, निगम आयुक्त श्री विश्वदीप, अपर कलेक्टर श्रीमती नम्रता जैन,जिला पंचायत सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे |
- -35 वर्षो से दीपावली एवं होली में शिविर का आयोजन- 69 शिविरों में अब तक दीपावली में 4500 और होली में 1500 से अधिक मरीजों का निशुल्क उपचार.रायपुर। नगर के वरिष्ठ नेत्र एवं कॉन्टेक्ट लेंस विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मिश्र द्वारा इस वर्ष भी दीवाली में पटाखों से आंखों में लगी चोटों के नि:शुल्क परीक्षण एवं उपचार के लिए दो दिवसीय नि:शुल्क नेत्र शिविर आयोजित किया गया।यह शिविर डॉ. दिनेश मिश्र के फूल चौक स्थित रायपुर नेत्र चिकित्सालय में 20 अक्टूबर की शाम से 22 अक्टूबर की रात्रि तक संचालित किया गया। इस वर्ष शिविर की अवधि एक दिन और बढ़ाई गई और शिविर 3 दिनो तक आयोजित किया गया ।पिछले पैंतीस वर्षों से दीवाली और होली में भी खुला रहता है यह अस्पतालसन 1991 से अब तक प्रति वर्ष दीपावली और होली में चिकित्सकों की अनुपलब्धता व मरीजों को होने वाली कठिनाईयों को देखते हुए यह शिविर लगातार 35 वें वर्ष आयोजित किया गया . पटाखों से होने वाली दुर्घटनाओं को ध्यान में रखकर सन् 1991 में इस प्रकार के शिविर की शुरूआत की गई थी, ताकि पटाखों के कारण जलने व आंख को होने वाली चोटों के त्वरित एवं नि:शुल्क उपचार की सुविधा मरीजों को प्राप्त हो सके। उसी प्रकार होली में रंगों के आँखों मे चले जाने, दुर्घटनाओं में मरीजों को होने वाली परेशानियों को देखते हुए होली में भी इसी प्रकार शिविर आयोजित करने आरम्भ किया गया । पिछले 35 वर्षो में दीवाली में ही करीब 4500 से अधिक ऐसे मरीजों का उपचार एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी गई । उसी प्रकार होली में 1500 से अधिक मरीजों को परीक्षण और उपचार उपलब्ध कराया गया । इन शिविरों की अंचल में एक विशिष्ट पहचान बन चुकी है जिसमें रायपुर के अलावा बाहर से भी मरीज आते हैं । इस वर्ष भी रायपुर के अलावा, राजनांदगांव ,पाटन, महासमुंद बालोद से भी दुर्घनाग्रस्त लोग अपने इलाज कराने पहुंचे।डॉ. दिनेश मिश्र द्वारा मरीजों के उपचार के लिए डॉ. मिश्र फाउंडेशन की भी स्थापना की गई है ,जो पिछले अनेक वर्षों से इस प्रकार मानवहित के कार्य में संलग्न है.तथा इस कार्य को विस्तारित किये जाने की योजना है।
- - छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार से प्रेरित जनकल्याणकारी मॉडल को बिहार में साझा कियेदुर्ग। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की विजय सुनिश्चित करने छत्तीसगढ़ से शिक्षा, ग्रामोद्योग एवं विधि-विधायी मंत्री गजेन्द्र यादव बिहार में सक्रिय रूप से जनसंपर्क अभियान में जुटे हैं। वे छपरा और बनियापुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में विभिन्न गांव, बाजार, समाज के बीच पहुंचकर जनता से संवाद कर रहे हैं।मंत्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और बिहार में डबल इंजन की सरकार के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार का सुशासन मॉडल, दोनों ही प्रदेशों में विकास की नई मिसाल बन रहे हैं। बिहार की जनता को भी उसी पारदर्शी, जनसेवी और परिणाममुखी शासन का लाभ मिलेगा।उन्होंने आज छपरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी श्रीमती छोटी कुमारी के समर्थन में व्यापारियों, युवाओं और आम नागरिकों से मुलाकात कर छठ पर्व की शुभकामनायें दी तथा क्षेत्र के समग्र विकास के लिए एनडीए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।जनसम्पर्क के दौरान मंत्री यादव ने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार में सड़क, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य बुनियादी ढांचे में अभूतपूर्व सुधार किए हैं, जो अब हर घर तक पहुँच चुके हैं।उन्होंने गांव गांव में प्रचार के दौरान मतदाताओं से अपील की कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पुनः एनडीए सरकार बनाकर बिहार को विकास की नई ऊँचाइयों पर पहुँचाने में सहयोग करें। एक दिन पूर्व मंत्री गजेन्द्र यादव सारण और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र की संगठनात्मक बैठक में शामिल हुए, जहाँ आगामी 30 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के छपरा आगमन को लेकर जनसभा की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा किये।इस अवसर पर राष्ट्रीय सचिव अरविंद मेनन, महाराजगंज लोकसभा प्रभारी और मध्यप्रदेश केबिनेट मंत्री विश्वास सारंग, महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिगरीवाल, छत्तीसगढ़ से केबिनेट मंत्री लखन लाल देवांगन, विधायक रिकेश सेन, विधायक भावना बोहरा, क्षेत्र के विधायक, सांसद, मोर्चा प्रभारी, संयोजक, विस्तारक एवं जिलाध्यक्षगण उपस्थित रहे।
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भिलाई नगर। आस्था के महापर्व छठ पूजा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज दुर्ग कलेक्टर अभिजीत सिंह, पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल एवं आयुक्त राजीव कुमार पांडेय ने संयुक्त रूप से शहर के प्रमुख छठ घाटों और तालाबों का व्यापक भ्रमण किये। इस दौरान अधिकारियों ने सुरक्षा, साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन की तैयारियों का बारीकी से निरीक्षण किया और सम्बंधित पूजा समितियों तथा विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
भ्रमण दल ने सबसे पहले सेक्टर 7 तालाब का दौरा किया। यहाँ की गई आकर्षक हरियाली, उत्कृष्ट साफ-सफाई, घाटों की व्यवस्था और प्रकाश प्रबंधन को देखकर कलेक्टर अभिजीत सिंह एवं पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने विशेष रूप से प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने आयोजन समिति द्वारा किए गए व्यवस्थित कार्यों की सराहना की ।इसके पश्चात, अधिकारियों ने सेक्टर 2 तालाब का अवलोकन किया। महत्वपूर्ण स्थलों में बाबू नगर तालाब खुर्सीपार, खुर्सीपार सूर्यकुण्ड तालाब, बैकुंड धाम कैंप 1 तालाब एवं कैंप 1 मुक्तिधाम तालाब का गहन निरीक्षण किया गया।चूंकि सभी स्थानों पर श्रद्धालुओं की संख्या अत्यधिक रहती है, इसलिए कलेक्टर और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने विशेष रूप से पार्किंग एवं सुरक्षा व्यवस्थाओं पर ध्यान केंद्रित किया।सभी स्थलों में भीड़ को दृष्टिगत रखते हुए, अधिकारियों ने व्यवस्थित पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए उपस्थित समिति के सदस्यों से विस्तार से चर्चा की। उन्होंने वाहनों की सुगम आवाजाही और किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक उपाय सुझाए।घाटों की सुरक्षा हेतु तालाबों के किनारों पर बैरिकेडिंग और गहरे पानी से बचाव के लिए गोताखोरों की तैनाती के संबंध में निर्देश दिए गए। अंतिम चरण में हाऊसिंग बोर्ड सूर्यकुण्ड तालाब का भी निरीक्षण किया गया। अधिकारियों ने घाटों की सफाई और पहुंच मार्गों की स्थिति का जायजा लिया।कलेक्टर अभिजीत सिंह ने निर्देश दिए कि छठ पूजा के दौरान किसी भी श्रद्धालु को असुविधा न हो। उन्होंने विशेष रूप से नगर निगम को सफाई और प्रकाश व्यवस्था को सक्रिय रखने तथा पुलिस प्रशासन को सुरक्षा गश्त और यातायात प्रबंधन को सुचारू बनाए रखने का निर्देश दिया।पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने पर्व के दौरान शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूजा समितियों के साथ समन्वय स्थापित करने और हर घाट पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात करने का आश्वासन दिया।प्रशासनिक टीम ने सभी प्रमुख घाटों की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि छठ महापर्व इस वर्ष भी पूरी आस्था, शांति और सुरक्षित वातावरण में संपन्न होगा।निरीक्षण के दौरान ट्रैफिक नगर पुलिस अधीक्षक रिचा मिश्रा, सत्य प्रकाश तिवारी, जोन आयुक्त अमरनाथ दुबे, कुलदीप गुप्ता, ऐशा लहरे, कार्यपालन अभियंता अनिल सिंह, अरविंद शर्मा, स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली, ट्रैफिक पी डी चंद्रा सहित थाना प्रभारी गण एवं अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे । - रायपुर -छत्तीसगढ़ राज्य के 25वें स्थापना दिवस समारोह 'रजत महोत्सव' (राज्योत्सव-2025) के अवसर पर विशेष स्वच्छता पखवाड़ा-2025 आयोजित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत रविवार को रायपुर नगर पालिक निगम द्वारा घर-घर स्वच्छता जागरूकता गतिविधि आयोजित की गई। ज़ोन-10 स्थित डॉ राजेंद्र प्रसाद वार्ड-52 में आयोजित इस गतिविधि में द्वार-द्वार जाकर नागरिकों को गीला एवं सूखा कूड़ा पृथक्करण के बारे में जागरूक किया गया।स्वच्छ भारत अभियान-शहरी 2.0 अंतर्गत राज्य शहरी विकास अभिकरण छत्तीसगढ़ द्वारा राज्य स्तरीय "विशेष स्वच्छता पखवाड़ा-2025" का आयोजन 25 अक्टूबर से 9 नवम्बर 2025 तक किया जा रहा है।
- -रजत जयंती पर तिलहन कृषक मेला सह सम्मेलन का आयोजनरायपुर ।छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में सारंगढ़ कृषि उपज मंडी प्रांगण में ‘‘तिलहन कृषक मेला सह सम्मेलन’’ का आयोजन किया गया। नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल के अंतर्गत कृषि कार्यालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजस्व, आपदा प्रबंधन, पुनर्वास एवं उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंकराम वर्मा शामिल हुए।रजत जयंती पर तिलहन कृषक मेला सह सम्मेलन का आयोजनमंत्री श्री वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य पर अग्रसर हैं। इस दिशा में दलहन-तिलहन का अधिक उत्पादन देश को खाद्य तेल के आयात से मुक्ति दिलाएगा और आर्थिक आत्मनिर्भरता मजबूत करेगा। इस अवसर पर मंत्री श्री वर्मा ने कृषि, पशुपालन, उद्यानिकी एवं मत्स्य विभाग द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी स्टॉलों का अवलोकन करते हुए हितग्राहियों, महिला स्व-सहायता समूहों और विभागीय अधिकारियों से उत्पादों एवं तकनीकों की जानकारी ली। उन्होंने किसानों को नई कृषि तकनीकें अपनाने, मृदा परीक्षण शिविरों में भाग लेने तथा कीटनाशकों के सुरक्षित उपयोग की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि सारंगढ़ क्षेत्र की मिट्टी तिलहन उत्पादन के लिए विशेष रूप से उपयुक्त है। तिलहन नगदी फसल है, जिससे किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि संभव है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में सरकार किसानों के लिए घोषित अधिकांश वादों को पूरा कर चुकी है, जिनमें भूमिहीन कृषकों को 10 हजार रुपये की सहायता राशि एक प्रमुख उपलब्धि है।कार्यक्रम में जांजगीर-चांपा सांसद श्री कमलेश जांगड़े, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संजय भूषण पांडेय एवं कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी किसानों को संबोधित किया। समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों और हितग्राहियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया तथा अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट किए गए। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री आंजनेय वार्ष्णेय, अपर कलेक्टर श्री प्रकाश सर्वे, पूर्व विधायक श्रीमती केराबाई मनहर तथा कृषि, मत्स्य, उद्यानिकी एवं पशुधन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
- रायपुर ।बलौदाबाजार वनमण्डल के अर्जुनी परिक्षेत्र अंतर्गत वन्यप्राणी गौर (बायसन) की करेंट लगाकर शिकार करने की घटना में लापरवाही बरतने क़े कारण वनमंडलाधिकारी द्वारा वनरक्षक को निलंबित कर दिया गया है।प्राप्त जानकारी क़े अनुसार अर्जुनी परिक्षेत्र अंतर्गत बिलाड़ी परिसर के संरक्षित वन कक्ष क्रमांक 324 में 25 अक्टूबर को वन्यप्राणी गौर (बायसन) की करेंट लगाकर शिकार करने की घटना के संबंध में वन विभाग द्वारा संदिग्ध आरोपियों से पूछताछ कर जांच प्रारंभ कर दी गई है। अवैध गतिविधि को रोकने हेतु अपेक्षित सतर्कता एवं निगरानी में लापरवाही बरतने के कारण वनरक्षक प्रेमचंद धृतलहरे को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम-9 के अंतर्गत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।वनमण्डलाधिकारी गणवीर धम्मशील ने बताया कि वन विभाग द्वारा इस प्रकरण की गहन जांच की जा रही है तथा शिकार में संलिप्त अन्य व्यक्तियों की पहचान कर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।आसपास के सभी परिसरों में गश्त और निगरानी बढ़ा दी गई है।साथ ही स्थानीय ग्रामवासियों से भी वन्यजीवों की सुरक्षा हेतु सतर्क रहने एवं विभाग को तत्काल सूचना देने की अपील की गई है।
- रायपुर। राज्यपाल श्री रमेन डेका ने छठ महापर्व के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। राज्यपाल ने कहा है कि छठ पूजा लोक आस्था, पवित्रता और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का पर्व है। यह पर्व हमें सूर्य उपासना के माध्यम से जीवन में अनुशासन, आत्मसंयम और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है। छठी मईया की आराधना हमारे जीवन में ऊर्जा, स्वास्थ्य और समृद्धि का संचार करती है। इस अवसर पर उन्होंने कामना की है कि यह पर्व प्रदेशवासियों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लेकर आए। सूर्य देव की कृपा से सभी का जीवन स्वस्थ और खुशहाल हो।
- -बस्तर की जनता के मनोअनुकूल निर्णय लेने वाले सभी का है स्वागत- उपमुख्यमंत्री श्री शर्मारायपुर / उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने आज अपने निवास कार्यालय में पत्रकारों से विभिन्न विषयों पर चर्चा की। जिसमें उन्होंने बताया कि बस्तर रेंज में आने वाले केशकल डिवीजन (नॉर्थ सब ज़ोनल ब्यूरो) के कुंएमारी एवं किसकोडो एरिया कमेटी से संबंधित 21 सशस्त्र नक्सलियों ने आज हथियार और हिंसा का मार्ग छोड़कर सम्मानपूर्वक पुनर्वास कर मुख्यधारा में जुड़ने का मार्ग चुना है, जो बहुत हर्ष का विषय है। जिनमें डिवीजन कमेटी सेक्रेटरी मुकेश भी शामिल हैं। पुनर्वास करने वाले 21 माओवादी कैडर में 13 महिला कैडर और 08 पुरुष कैडर शामिल हैं। इन माओवादी कैडरों द्वारा 18 हथियारों को समर्पित किया गया है, जिसमें 03 एके-47 रायफल, 04 एसएलआर रायफल, 02 इंसास रायफल, 06 संख्या में .303 रायफल, 02 सिंगल शॉट रायफल और 01 बीजीएल हथियार शामिल हैं।पुनर्वास करने वालों में 04 डीवीसीएम (डिवीजन वाइस कमेटी मेंबर), 09 एसीएम (एरिया कमेटी मेंबर) और 08 पार्टी सदस्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में बनाई गई रणनीति एवं संवेदनशील पुर्नवास नीति का परिणाम है कि हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में जुड़ रहे हैं, पूर्व में 210 माओवादियों ने पुनर्वास का मार्ग चुना था और लगातार आज 21 ने शस्त्र त्यागे हैं। सम्मानपूर्वक शस्त्र त्यागकर पुनर्वास करने वालों का शासन लाल कालीन बिछाकर स्वागत करने को तैयार है, पर इसके साथ जो हिंसा का मार्ग नहीं त्यागते हैं उनके लिए नक्सल ऑपरेशन लगातार जारी रहेंगे। बस्तर के लाल आतंक से मुक्त कराना हमारी प्राथमिकता है। बस्तर की जनता के मनोअनुकूल निर्णय लेने वाले इन सभी का स्वागत है।उन्होंने कहा कि अब पश्चिम्ब बस्तर एवं उत्तर बस्तर में स्थिति साफ हो रही है और लोगों को लाल आतंक से मुक्ति मिल गयी है दक्षिण बस्तर में लगातार प्रयास किये जा रहे हैं ताकि सभी का सम्मानपूर्वक पुनर्वास करवाया जाए और वे शस्त्र त्यागकर मुख्यधारा में शामिल हों और समाज के निर्माण में लोकतांत्रिक तरीके से अपना योगदान दें।उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 'मन की बात' के 127वें संस्करण में भारतीय नस्ल के श्वानों की उपलब्धि का विशेष उल्लेख किए जाने पर हर्ष जताया और कहा कि यह प्रधानमंत्री श्री मोदी के 'वोकल फ़ॉर लोकल' के लिए एक मिशाल है जो सुरक्षा एजेंसियों द्वारा नक्सल मोर्चे में भारतीय नस्ल के श्वानों को शामिल किया जा रहा है। इन प्रशिक्षण प्राप्त देशी श्वानों ने नक्सल मोर्चे पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, एक देशी श्वान ने 8 किलो के आईईडी विस्फोटकों का पता लगाने का भी कार्य किया है जो सराहनीय है। उन्होंने सुरक्षा बलों के जवानों को जिन्होंने भारतीय नस्ल के श्वानों को प्रशिक्षण देकर दक्ष बनाने का कार्य किया है उन्हें भी शुभकामनाएं दी और कहा कि भारतीय श्वान अधिक विश्वसनीय और भारतीय पर्यावरण के प्रति अनुकूल होते हैं इनके प्रयोग से सुरक्षा बलों को भी सहयोग प्राप्त होगा। इसके साथ ही अम्बिकापुर में प्लास्टिक मुक्त शहर के रूप में बनाये जाने के लिए 'गार्बेज कैफे' के रूप में किए जा रहे अनूठे पहल की सराहना प्राप्त होना छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का विषय है।
- - 18 हथियारों के साथ किया सरेंडर-इन नक्सलियों ने पूना मार्गम पहल के तहत आत्मसमर्पण कियाकांकेर। जिले के अंतागढ़ में 21 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इन नक्सलियों ने 18 हथियारों के साथ समर्पण किया है।इन नक्सलियों में 4 डीवीसीएम (डिवीजन वाइस कमेटी मेंबर), 09 एसीएम (एरिया कमेटी मेंबर) और 08 पार्टी सदस्य शामिल हैं। आत्मसमर्पण करने वालों में 13 महिला कैडर और 8 पुरुष कैडर हैं। सरेंडर करने वालो में डिवीजन कमेटी सेक्रेटरी मुकेश भी शामिल है। ये सभी नक्सली लंबे समय से अंतागढ़ इलाके में सक्रिय थे। इन 21 नक्सलियों ने पूना मार्गम पहल के तहत आत्मसमर्पण किया है। ये सभी नक्सली आज सुबह अंतागढ़ के बर्रेबेड़ा गांव से आत्मसमर्पण करने निकले थे। वहीं नक्सलियों को लेने पुलिस की टीम भी पहुंची.18 हथियारों के साथ किया सरेंडरनक्सलियों ने 18 हथियारों के साथ आत्मसमर्पण किया है। इनमेंं- 3 एके-47 रायफल, 4 एसएलआर रायफल, 2 इंसास रायफल, 6 संख्या में .303 रायफल, 2 सिंगल शॉट रायफल और 01 बीजीएल हथियार शामिल हैं।
- -कांकेर जिले में 21 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर किया आत्मसमर्पणरायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में माओवाद की समाप्ति अब वास्तविकता बनने की ओर अग्रसर है। “पूना मारगेम - पुनर्वास से पुनर्जीवन” जैसी जनोन्मुख पहल ने बस्तर में शांति और विश्वास की नई बयार बहा दी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज कांकेर जिले में 21 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण किया, जो प्रदेश में चल रही “आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति - 2025” तथा “नियद नेल्ला नार योजना” की सफलता का सशक्त प्रमाण है।मुख्यमंत्री ने कहा कि माओवाद की झूठी और भ्रामक विचारधारा से भटके युवा अब समझने लगे हैं कि बंदूक नहीं, विकास की राह ही भविष्य का सही विकल्प है। सरकार इन आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनर्वास, पुनर्प्रशिक्षण और सामाजिक पुनर्संस्थापन के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है, ताकि वे मुख्यधारा से जुड़कर समाज में सम्मानजनक जीवन जी सकें।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन और केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने बस्तर के लोगों का विश्वास जीता है। यही कारण है कि अब माओवादी संगठन तेजी से कमजोर पड़ रहे हैं और बड़ी संख्या में हिंसा का रास्ता छोड़कर शांति को स्वीकार कर रहे हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर अंचल में अब नक्सलवाद की कमर टूट चुकी है और क्षेत्र तेजी से शांति, विकास और सशक्तिकरण की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार का लक्ष्य 31 मार्च 2026 तक भारत को नक्सलमुक्त बनाना है और छत्तीसगढ़ इस दिशा में तेजी से अग्रसर है।
- रायपुर ।रानीदाह जलप्रपात का सबसे आकर्षक रूप मानसून के दौरान देखने को मिलता है, जब पानी का बहाव चरम पर होता है और चारों ओर हरियाली व वादियां निखर उठती हैं। एडवेंचर, फोटोग्राफी, और प्रकृति प्रेमियों के लिए यह स्थान अद्भुत अनुभव देता है। यहाँ की स्वच्छ बूंदें, हरियाली भरी घाटियाँ और झरने की गूंज हर आगंतुक को मंत्रमुग्ध कर देती है।रानीदाह जलप्रपात छत्तीसगढ़ राज्य के जशपुर जिला मुख्यालय से लगभग 15 से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह झरना घने जंगलों और पहाड़ी इलाकों के मध्य स्थित है और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। बरसात के मौसम में यहाँ का नजारा अत्यंत मनोहारी होता है, झरने की धाराएं विशाल चट्टानों से गिरती हैं और एक विशाल जलकुंड में मिल जाती हैं। आसपास जंगल, टेढ़े-मेढ़े रास्ते, और ऊँची-नीची पहाड़ियाँ इस जगह को रोमांचक बनाते हैं। यहाँ के माहौल में शांति, ताजगी और हरियाली छायी रहती है, जिससे यह पिकनिक और प्रकृति प्रेमियों का आदर्श स्थल है। रानीदाह जलप्रपात से जुड़ी एक रोचक किंवदंती भी है। कहा जाता है कि उड़ीसा की रानी शिरोमणि अपने प्रेमी के साथ भागकर जशपुर आई थीं, जहाँ उन्होंने अपने भाईयों से छिपते हुए इसी झरने के समीप आत्मसमर्पण किया। इसी वजह से इस स्थल का नाम रानीदाह पड़ा। आज भी यहाँ रानी की समाधि और पंचमैया नामक स्थल देखने को मिलता है, जो रानी के पाँच भाईयों को प्रतीकात्मक रूप में दर्शाता है। जलप्रपात के निकट एक शिव मंदिर भी है, जिससे इसका धार्मिक महत्त्व बढ़ जाता है।यह जलप्रपात वर्ष पर्यन्त विशेष रूप से जून से फरवरी तक चालू रहता है। जशपुर से आरा मार्ग पर लगभग 18 किमी दूरी और मुख्य सड़क से 5 किमी अंदर की ओर स्थित इस स्थल तक सड़क मार्ग, ट्रेन (रांची व अंबिकापुर रेलवे स्टेशन), और हवाई यात्रा (रांची व रायपुर एयरपोर्ट) से पहुँचा जा सकता है। यहाँ जिला प्रशासन ने व्यू प्वाइंट, सीढ़ियाँ, एवं पिकनिक के लिए सुरक्षित व्यवस्था की है ताकि पर्यटक पूर्ण रूप से प्रकृति का आनंद उठा सकें।रानीदाह जलप्रपात न केवल छत्तीसगढ़ के पर्यटन मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण बिंदु है, बल्कि प्रकृति, इतिहास और रोमांच से भरपूर एक अविस्मरणीय स्थल भी है। यहाँ आकर मनुष्य को प्रकृति के शांत, पवित्र एवं रमणीय स्वरूप का गहरा अहसास होता है।
- 0- जर्मन मेहमानों को जशपुर की जनजातीय संस्कृति ने किया मंत्रमुग्धरायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की प्रेरणा और राज्य सरकार की पर्यटन संवर्धन नीतियों के अंतर्गत जशपुर अब विश्व पर्यटन मानचित्र पर अपनी जगह बना रहा है। इसकी झलक हाल ही में तब देखने को मिली जब जर्मनी से आए पर्यटक श्री बर्नहार्ड और श्रीमती फ्रांजिस्का जशपुर की जनजातीय संस्कृति, कला और आत्मीयता से गहराई से प्रभावित हुए।दोनों पर्यटकों ने क्षेत्रीय स्टार्टअप “ट्रिप्पी हिल्स” के अनुभवात्मक पर्यटन कार्यक्रम के तहत जनजातीय जीवन की बारीकियों को समझा। यात्रा की शुरुआत मलर समुदाय से हुई, जो अपने उत्कृष्ट हस्तनिर्मित आभूषणों और शिल्पकला के लिए प्रसिद्ध है। इन कारीगरों की रचनात्मकता ने विदेशी मेहमानों को मंत्रमुग्ध कर दिया।विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा के गांव में उन्होंने पारंपरिक जीवनशैली और प्रकृति के साथ गहरे संबंध को महसूस किया।वहीं अगरिया समुदाय के दौरे में लौह गलाने की पारंपरिक तकनीक का जीवंत प्रदर्शन हुआ, जिसने दोनों अतिथियों को आश्चर्यचकित कर दिया। यात्रा का समापन स्थानीय हाट-बाजार में हुआ, जहाँ रंगीन वस्त्र, मिट्टी की खुशबू और पारंपरिक जनजातीय संगीत ने जशपुर की जीवंत सांस्कृतिक धड़कन को अभिव्यक्त किया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हमेशा इस बात पर बल दिया है कि जशपुर की जनजातीय संस्कृति केवल धरोहर नहीं, बल्कि पर्यटन विकास का सशक्त माध्यम भी है। उनके नेतृत्व में जशपुर में सड़क, संचार और सुविधाओं के प्रसार से नए पर्यटन मार्ग तैयार हो रहे हैं। “कल्चर देवी” और “अनएक्सप्लॉरड बस्तर” जैसे संगठनों के सहयोग से स्थानीय समुदायों को भी अपने हुनर को दुनिया के सामने लाने का अवसर मिला है। यह अनूठा सांस्कृतिक अनुभव इस बात का प्रमाण है कि छत्तीसगढ़ की जनजातीय संस्कृति अब वैश्विक आकर्षण का केंद्र बन रही है, जहाँ परंपरा, प्रकृति और आधुनिकता का सुंदर संगम नजर आता है।
- 0- लांजित, रैसरा और सम्बलपुर में जलाशय जीर्णोद्धार कार्यों का किया भूमिपूजनरायपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने शनिवार को सूरजपुर जिले के ग्राम लांजित, रैसरा और सम्बलपुर (सेमरा) में आयोजित जलाशय जीर्णोद्धार कार्यों के भूमिपूजन कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होकर विकास कार्यों की शुरुआत की। लांजित में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की खुशहाली और सिंचाई संसाधनों के विस्तार के लिए सतत कार्य कर रही है। जलाशयों के जीर्णोद्धार से किसानों को स्थायी जल उपलब्धता सुनिश्चित होगी, जिससे कृषि उत्पादन को नई दिशा और गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ग्रामीण अंचलों के सर्वांगीण विकास के लिए कृतसंकल्प है।किसानों की आय में वृद्धि और सिंचाई सुविधा का विस्तार सरकार की प्राथमिकता है।सन् 1986 में निर्मित लांजित जलाशय लगभग 39 वर्ष पुराना है, जो लंबे समय से क्षेत्र के किसानों को खरीफ फसलों के लिए सिंचाई सुविधा प्रदान करता रहा है। बांध की कुल लंबाई 435 मीटर तथा जल भराव क्षमता 24.95 मिलियन क्यू बिक फीट है। इस जलाशय से दो नहरें निकलती हैं — बाईं नहर 1650 मीटर एवं दाईं नहर 3390 मीटर लंबी है। जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण होने पर जलाशय अपनी रूपांकित सिंचाई क्षमता 240 हेक्टेयर प्राप्त करेगा, जिससे अधिक किसानों को लाभ मिलेगा।प्रदेश सरकार द्वारा इस जलाशय के जीर्णोद्धार एवं मरम्मत कार्य हेतु 258.55 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई है।कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि, पंचायत पदाधिकारी, जल संसाधन विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने भैयाथान में जीवनदीप समिति की बैठक में भी सहभागिता की और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधार पर चर्चा की।
- अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग के तत्वावधान में 25वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 2025 का शुभारंभ समारोह आगामी 28 अक्टूबर 2025, मंगलवार को प्रातः 11 बजे शासकीय बहु उद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, अम्बिकापुर के खेल परिसर में आयोजित किया जाएगा।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पर्यटन, संस्कृति, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्री राजेश अग्रवाल शामिल होंगे, वहीं समारोह की अध्यक्षता सरगुजा सांसद श्री चिंतामणी महाराज द्वारा की जाएगी।इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक, लुण्ड्रा श्री प्रबोध मिन्ज, विधायक सीतापुर श्री राम कुमार टोप्पो, छ.ग. गृह निर्माण मंडल अध्यक्ष श्री अनुराग सिंहदेव, छ.ग. राज्य युवा आयोग अध्यक्ष श्री विश्वविजय सिंह तोमर, नगर पालिक निगम अम्बिकापुर महापौर श्रीमती मंजूषा भगत, जिला पंचायत सरगुजा अध्यक्ष श्रीमती निरूपा सिंह, नगर पालिक निगम अम्बिकापुर सभापति श्री हरमिंदर सिंह, एवं जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री देव नारायण यादव उपस्थित रहेंगे।कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन एवं जिला आयोजन समिति, अम्बिकापुर द्वारा किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में राज्य के विभिन्न जिलों से आए छात्र-प्रतिभागी भाग लेंगे। खेल प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों में खेल भावना, अनुशासन, नेतृत्व क्षमता एवं टीम भावना को प्रोत्साहन मिलेगा।जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि समारोह में खिलाड़ियों द्वारा आकर्षक मार्च पास्ट और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी। प्रतियोगिता के दौरान एथलेटिक्स, कबड्डी, वॉलीबॉल, फुटबॉल, बास्केटबॉल, खो-खो सहित विभिन्न खेलों की प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया जाएगा।वहीं 31 अक्टूबर शासकीय बहु उद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के क्रीडा़ंगन में समापन समारोह आयोजित किया जाएगा जिससे मुख्य अतिथि स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेंद्र यादव एवं वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी शामिल होंगे, कार्यक्रम की अध्यक्षता पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल करेंगे।
- 0- किसानों से समय पर बीज प्राप्त करने की अपीलमहासमुंद. कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार कृषि विभाग द्वारा जिले में रबी वर्ष 2025-26 के लिए बीज वितरण की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उप संचालक कृषि श्री एफ आर कश्यप ने बताया कि जिले के विभिन्न विकासखंडों एवं बीज प्रक्रिया केन्द्रों में विभिन्न फसलों के बीज का भंडारण किया गया है, ताकि किसानों को समय पर गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराया जा सके।उन्होंने बताया कि विकासखंड महासमुंद अंतर्गत वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय में तिवड़ा फसल के 9.60 क्विंटल, गेहूँ 12.00 क्विंटल भंडारित किया गया है। इसी तरह विकासखंड बसना में तिवड़ा 5.60 क्विंटल तथा विकासखंड सरायपाली में तिवड़ा 13.00 क्विंटल, सरसों 5.00 क्विंटल और गेहूँ 15.00 क्विंटल बीज भंडारित किए गए हैं।इसी प्रकार जिले के तीनों बीज प्रक्रिया केन्द्रों में भी पर्याप्त मात्रा में बीज उपलब्ध हैं। जिसमें बीज प्रक्रिया केन्द्र लभराखुर्द महासमुंद में गेहूँ 12.00 क्विंटल, सरसों 10.00 क्विंटल, तिवड़ा 15.20 क्विंटल, बीज प्रक्रिया केन्द्र बसना में गेहूँ 22.40 क्विंटल, सरसों 2.70 क्विंटल, तिवड़ा 5.60 क्विंटल तथा बीज प्रक्रिया केन्द्र सरायपाली में गेहूँ 60.80 क्विंटल, सरसों 10.28 क्विंटल, तिवड़ा 21.60 क्विंटल तथा मूंगफली 118.40 क्विंटल उपलब्ध हैं। कृषि विभाग ने जिले के सभी कृषकों से अपील की है कि वे अपने नजदीकी वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय या बीज प्रक्रिया केन्द्र में जाकर शीघ्र बीज प्राप्त करें, ताकि रबी फसलों की बुवाई समय पर प्रारंभ की जा सके।
- 0- कलेक्टर ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए गैस एजेंसी संचालकों की बैठक ली0- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से सभी पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने के दिए निर्देश0- पात्र हितग्राहियों को शीघ्रता से गैस कनेक्शन प्रदाय करने कहा0- जिले को 5618 नग गैस कनेक्शन जारी करने का लक्ष्य प्राप्तराजनांदगांव। कलेक्टर श्री जितेन्द्र यादव ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कलेक्टोरेट सभाकक्ष में गैस एजेंसी संचालकों की बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार, स्वास्थ्य, सुरक्षा और स्वच्छ ईंधन के उपयोग को प्रोत्साहित करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से सभी पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने तथा योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने कहा। उन्होंने पात्र हितग्राहियों को शीघ्रता से गैस कनेक्शन प्रदाय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोई भी पात्र परिवार प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभ से वंचित न हो, इसके लिए गैस कनेक्शन वितरण की जानकारी पंचायतों में सूचना पटल एवं स्थानीय माध्यमों से सार्वजनिक करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों को प्राथमिकता के आधार पर निराकरण करते हुए पात्र हितग्रहियों को गैस कनेक्शन प्रदाय करने कहा। कलेक्टर ने खाद्य विभाग के अधिकारियों को फालोअप लेने के निर्देश दिए।खाद्य अधिकारी श्री रविन्द्र सोनी ने बताया कि जिले में 1 लाख 73 हजार परिवारों को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से लाभान्वित किया गया है। शासन द्वारा प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 3.0 अंतर्गत राजनांदगांव जिले को 5618 नग गैस कनेक्शन जारी करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। योजना के तहत पात्र महिला हितग्राही को नि:शुल्क एलपीजी कनेक्शन, गैस चूल्हा और पहली रिफिल प्रदाय की जाएगी। बैठक में खाद्य विभाग के अधिकारी एवं गैस एजेंसी संचालक उपस्थित थे।प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ लेने के लिए पात्र महिला हितग्राही को आवेदन पत्र के साथ उपलब्ध कराना होगा आवश्यक दस्तावेजप्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ लेने के लिए पात्र महिला हितग्राही को आवेदन पत्र के साथ परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड की छायाप्रति, महिला मुखिया के बैंक खाता की छायाप्रति एवं राशन कार्ड की छायाप्रति की आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराना होगा। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना अंतर्गत हितग्राहियों से ऑफलाईन आवेदन एवं घोषणा पत्र प्राप्त किया जाएगा। प्राप्त आवेदन को गैस एजेंसी को प्रदान किया जाएगा। गैस एजेंसी द्वारा आवेदन ऑनलाईन दर्ज किया जाएगा एवं आधार सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन उपरांत पात्र हितग्राहियों की सूची प्रदर्शित की जाएगी। पात्र हितग्राहियों का ई-केवायसी किया जाएगा। ई-केवायसी उपरांत पात्र हितग्राहियों का सब्क्रिशन वाउचर जारी किया जाएगा और गैस कनेक्शन इंस्टालेशन किया जाएगा।








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