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- महासमुंद / जवाहर नवोदय विद्यालय समिति द्वारा सत्र 2026-27 हेतु कक्षा 9वीं एवं 11वीं में रिक्त सीटों पर प्रवेश के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 07 अक्टूबर 2025 तय की गई है। चयन परीक्षा का आयोजन 07 फरवरी 2026 को किया जाएगा। समिति ने अभ्यर्थियों से समय पर आवेदन करने की अपील की है।जवाहर नवोदय विद्यालय समिति से मिली जानकारी अनुसार कक्षा 9वीं में प्रवेश हेतु के लिए अभ्यर्थी वर्ष 2025-26 में कक्षा 8वीं में अध्ययनरत होना चाहिए तथा जन्मतिथि 01 मई 2011 के बीच होनी चाहिए। इसी तरह कक्षा 11वीं में प्रवेश के लिए अभ्यर्थी सत्र 2025-26 में कक्षा 10वीं उत्तीर्ण की हो तथा जन्मतिथि 01 जून 2009 के बीच होनी चाहिए। चयन परीक्षा ओएमआर आधारित होगी। प्रश्नपत्र हिंदी एवं अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध रहेगा। कक्षा 9वीं हेतु आवेदन लिंक https://cbseitms.nic.in/2025/nvsix_9/ तथा कक्षा 11 वीं हेतु आवेदन लिंक https://cbseitms.nic.in/2025/nvsxi_11/ है। इस सम्बंध में अधिक जानकारी के लिए मोबाइल नंबर 93405- 03117 पर संपर्क कर सकते हैं।
- महासमुंद / राज्य शासन के निर्देशानुसार मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के अंतर्गत जिले की सभी शासकीय शालाओं में 06 से 08 अक्टूबर 2025 तक सामाजिक अंकेक्षण का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया है, जिसमें मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत अध्यक्ष होंगे। जिला शिक्षा अधिकारी सदस्य सचिव तथा अन्य विभागीय अधिकारियों को सदस्य बनाया गया है।जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा श्री रेखराज शर्मा ने बताया कि शाला स्तर पर भी समितियों का गठन किया गया है, जिसमें संकुल क्षेत्र की दूरस्थ शाला के प्रधानपाठक/प्राचार्य को अंकेक्षण प्रमुख नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधि, शाला प्रबंधन समिति के सक्रिय सदस्य तथा सामाजिक अंकेक्षण का अनुभव रखने वाले सदस्य भी समिति में शामिल किए गए हैं। समिति की मुख्य भूमिका समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित करना, अंकेक्षण टूल के उपयोग में दक्षता विकसित करना तथा अभियान की पारदर्शिता और गुणवत्ता सुधार की निगरानी करना होगी। इस प्रक्रिया में स्थानीय समुदाय, पालक, शिक्षक एवं विद्यार्थी सक्रिय रूप से भाग लेंगे।अभियान की तैयारी चरणबद्ध ढंग से की गई है। जिसमें जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स का चयन, डीआरजी प्रशिक्षण, जिला स्तरीय समिति का गठन, सीएसी ऑनलाइन प्रशिक्षण, संकुल प्राचार्य एवं शिक्षकों का प्रशिक्षण, प्रत्येक ब्लॉक से 5-5 डाटा एंट्री ऑपरेटर नामित करना, बीआरजी बैठक एवं रुब्रिक्स तैयार करना, राज्य स्तरीय वेबिनार का आयोजन शामिल है तथा 02 अक्टूबर की ग्रामसभा में भी अंकेक्षण एजेंडा में शामिल किया गया।
- - जन सहभागिता से तैयार हो रहा ग्राम विजन प्लान 2030मोहला । भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा संचालित आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत ग्राम पंचायत माहुद मचान्दुर में ग्राम सभा का आयोजन किया गया। ग्राम सभा की अध्यक्षता सरपंच श्रीमती पद्माबाई नेताम ने की।ग्राम सभा में पंचायत सचिव द्वारा अभियान की रूपरेखा एवं उद्देश्यों की जानकारी दी गई। साथ ही ग्रामीणों से गांव के समग्र विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, सिंचाई, स्वच्छता, पोषण, सड़क, बिजली, पेयजल जैसी बुनियादी आवश्यकताओं पर चर्चा की गई। इस अवसर पर गांव की वर्तमान स्थिति, प्राथमिक समस्याओं एवं उनके समाधान हेतु सुझाव लिए गए। ग्रामीणों द्वारा रोजगार के अवसर बढ़ाने युवा-युवतियों को कौशल विकास प्रशिक्षण दिलाने, महिलाओं के लिए आजीविका संबंधी योजनाओं का लाभ दिलाने और गांव में मूलभूत सुविधाओं का विस्तार करने की मांग रखी गई। ग्राम सभा में उपस्थित ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से गांव के विजन प्लान 2030 हेतु प्राथमिकताएं तय की गई । बैठक में सरपंच श्रीमती पद्माबाई नेताम, उप सरपंच, पंचगण सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित रहे।
- - मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के सभी 185 ग्राम पंचायतों एवं एक नगर पंचायत से बाल विवाह मुक्त के प्रस्ताव प्राप्तमोहला । कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति के मार्गदर्शन में जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी बाल विवाह मुक्त घोषित होने की दिशा में अग्रसर है। जिले के सभी 185 ग्राम पंचायतों एवं एक नगर पंचायत अंबागढ़ चौकी से बाल विवाह मुक्त के प्रस्ताव ग्राम सभा एवं एमआईसी बैठक के माध्यम से प्राप्त हो चुके हैं।बीते एक वर्ष से महिला एवं बाल विकास विभाग तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ एवं भारत के परिप्रेक्ष्य में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें जिले में रैली, पोस्टर, दीवार लेखन, बैठकें, शिविर एवं पुलिस विभाग के माध्यम से जन जागरूकता के प्रयास किए जा रहे है। शासन के निर्देशानुसार 01 अक्टूबर 2025 को आयोजित ग्राम सभाओं में बाल विवाह मुक्ति को विशेष एजेंडे के रूप में शामिल किया गया तथा जिन ग्राम पंचायतों में विगत दो वर्षों में कोई बाल विवाह नहीं हुआ है। ऐसे ग्राम पंचायतों को कलेक्टर द्वारा ग्राम सभा की अनुशंसा के पश्चात बाल विवाह मुक्त घोषित कर प्रमाण-पत्र प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। शीघ्र ही विशेष समारोह आयोजित कर सभी पंचायतों एवं नगर पंचायत को माननीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में बाल विवाह मुक्त घोषित किया जाएगा।बाल विवाह की रोकथाम हेतु शासन द्वारा सभी ग्राम पंचायत सचिवों को प्रतिषेध अधिकारी घोषित किया गया है। वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग को नोडल विभाग बनाकर सभी विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी को बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई है। जो भविष्य में बाल विवाह के रोकथाम में सहयोग करेंगे। समाज कल्याण विभाग ने अपील करते हुए कहा है कि इस सामाजिक बुराई के उन्मूलन में जन-सामान्य की भागीदारी भी अत्यंत आवश्यक है।
- -महतारी वंदन योजना से लाभान्वित हो रही बूंदकुंवर ने उठाया मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का भी लाभरायपुर। उनहत्तर वर्षीय श्रीमती बूँदकुंवर का जीवन संघर्षों और उम्मीदों से भरा रहा है। पति के निधन के बाद उन्होंने अपने जीवन की डोर मजबूती से संभाली और अपने बेटे तथा बहू के साथ सादगीपूर्ण जीवन जीती रहीं। बूँदकुंवर हमेशा से यह इच्छा रखती थीं कि वे जीवन में एक बार भगवान श्रीराम के जन्मस्थली अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन करें। लेकिन सीमित साधन और बुजुर्ग होने के कारण यह सपना अधूरा रह गया था। जब छत्तीसगढ़ सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की जानकारी उनके गांव तक पहुँची, तो उनके भीतर एक नई आशा जगी।श्रीमती बूंदकुंवर ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए आवेदन किया और योजना के तहत उनका चयन हुआ। उनके साथ सहयोगी पल्लवी और गीता भी यात्रा में थीं, जिन्होंने उनका पूरा सहयोग किया। सरकार की इस पहल के माध्यम से बूँदकुंवर ने गांव से बिलासपुर तक बस की, फिर बिलासपुर से अयोध्या तक रेल यात्रा की और अयोध्या धाम पहुंचीं। अयोध्या में भगवान श्री रामलला के दर्शन कर लौटने के बाद वह गांव में अपनी यात्रा और सरकार की इस योजना की तारीफें करते नहीं थकती।जटगा गांव की श्रीमती बूंदकुंवर ने बताया कि जब उन्होंने रामलला के दर्शन किए, तो उनकी आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। उन्होंने कहा मैंने कभी नहीं सोचा था कि अपने जीवन में भगवान श्री रामलला के दर्शन कर पाऊंगी। सरकार ने जो अवसर दिया, उसके लिए मैं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का हृदय से आभारी हूं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अपना खुद का घर भी बनवाया है। अब उनके पास सर पर पक्की छत है और मन में संतोष है कि सरकार की योजनाओं ने उनके जीवन को नई दिशा दी है। उन्होंने बताया कि अभी बेटा-बहू के साथ गांव में रहती है। उन्हें महतारी वंदन योजना से भी हर माह एक हजार रूपए मिलते हैं। इस राशि का उपयोग वह अपने आवश्यक घरेलू कार्यों में खर्च करती है। गांव में अब श्रीमती बूँदकुंवर की कहानी गांव की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई है। वह अपनी यादगार यात्रा के रोचक किस्सों को अक्सर किसी न किसी को बताती है।
- रायपुर । स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्पेशल एजुकेटर के रिक्त पदों पर सीधी भर्ती के लिए 07 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक आवेदन जमा किए जा सकते है। इस संबंध में शैक्षणिक अर्हताएँ, आयु सीमा, आरक्षण, चयन प्रक्रिया, आवेदन पत्र का प्रारूप आदि की जानकारी के लिए विभागीय वेबसाइट http://eduportal.cg.nic.in पर संपर्क किया जा सकता है।अभ्यर्थियों को आवेदन पत्र छत्तीसगढ़ राज्य के समस्त जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) कार्यालयों में जमा करना होगा। आवेदन जमा करने की प्रारंभिक तिथि 07 अक्टूबर 2025 तथा अंतिम तिथि 13 अक्टूबर 2025 निर्धारित की गई है। आवेदन केवल पंजीकृत डाक अथवा व्यक्तिगत रूप से ही स्वीकार किए जाएंगे। इच्छुक अभ्यर्थियों से अनुरोध है कि वे निर्धारित समय सीमा के भीतर नियमानुसार आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं।
- - प्रदेश की प्रगति की रीढ़ है सड़क अधोसंरचना, 2.79 किमी लंबी सुरंग बनेगी विकास की नई राह – मुख्यमंत्री विष्णु देव सायरायपुर।, छत्तीसगढ़ ने शनिवार को बुनियादी ढाँचे के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने सिर्फ 12 महीनों में राज्य की पहली राष्ट्रीय राजमार्ग सुरंग (लेफ्ट हैंड साइड) का निर्माण कर लिया है। यह ब्रेकथ्रू इंजीनियरिंग की दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ आमजन के जीवन और राज्य के आर्थिक विकास को नई दिशा देने वाला है।2.79 किलोमीटर लंबी यह टनल रायपुर–विशाखापट्टनम आर्थिक गलियारे (NH-130CD) का हिस्सा है, जिसे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अभनपुर परियोजना कार्यान्वयन इकाई द्वारा निर्मित किया जा रहा है। यह ट्विन ट्यूब टनल जब पूरी तरह तैयार होगी, तो रायपुर से विशाखापट्टनम तक यात्रा का समय काफी कम होगा, व्यापार एवं उद्योग को गति मिलेगी और छत्तीसगढ़, ओडिशा तथा आंध्र प्रदेश के बीच संपर्क और मजबूत होगा।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह टनल समृद्ध और सशक्त छत्तीसगढ़ की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क एवं परिवहन अधोसंरचना का विकास प्रदेश की प्रगति की रीढ़ है। इस टनल से छत्तीसगढ़ में पर्यटन और सामाजिक–आर्थिक जुड़ाव के नए अवसर भी खुलेंगे। उन्होंने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी तथा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की टीम को इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत विजन के अनुरूप यह परियोजना आने वाली पीढ़ियों के लिए भी विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी।
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दो को बचाया गया, अन्य की तलाश जारी
रायपुर। जांजगीर-चांपा जिले में पिकनिक मनाने गए पांच लोग हसदेव नदी में डूब गए जिनमें से दो को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि एक युवती समेत तीन अन्य की तलाश जारी है। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बिलासपुर और जांजगीर-चांपा जिलों के निवासी लक्ष्मी शंकर, मोनिका सिन्हा, अंकुर कुशवाहा, स्वर्ण रेखा और आशीष भोई शनिवार शाम जिले के पंतोरा चौकी क्षेत्र के देवरी गांव के पास हसदेव नदी किनारे पिकनिक मनाने पहुंचे थे। अधिकारियों के अनुसार, सभी युवक-युवतियां जब नदी में उतरे तो अचानक गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। उनकी चीख-पुकार सुनकर आसपास मौजूद ग्रामीणों ने लक्ष्मी शंकर और मोनिका सिन्हा को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन अंकुर कुशवाहा, स्वर्ण रेखा और आशीष भोई तेज बहाव में बह गए। घटना की सूचना मिलने पर एक दल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया। जिला प्रशासन और नगर सेना के गोताखोरों की टीम भी मौके पर पहुंची। लापता लोगों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि लापता लोगों की तलाश के लिए गोताखोरों द्वारा देर शाम तक प्रयास किया गया, लेकिन पानी की गहराई और कम रोशनी के कारण सफलता नहीं मिल सकी। उन्होंने बताया कि रविवार सुबह बचाव अभियान दोबारा शुरू किया जाएगा। स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है। ग्रामीणों ने बताया कि देवरी गांव के पास हसदेव नदी का यह हिस्सा पिकनिक मनाने के लिए युवाओं के बीच लोकप्रिय है। लेकिन नदी की गहराई और तेज बहाव का अंदाजा अक्सर बाहर से आने वाले लोगों को नहीं हो पाता, जिससे हादसे होते हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस क्षेत्र को असुरक्षित घोषित करने और चेतावनी बोर्ड लगाने की मांग की है।
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जगदलपुर. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को माओवादियों से किसी भी तरह से बातचीत की संभावना से इंकार करते हुए कहा कि वे आत्मसमर्पण करें और बस्तर के विकास में सहभागी बनें। शाह ने जगदलपुर के लालबाग परेड मैदान में आयोजित बस्तर दशहरा लोकोत्सव, 2025 और ‘स्वदेशी मेला' के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एक बार फिर 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद के खात्मे के संकल्प को दोहराया। गृह मंत्री ने कहा कि हथियारों के बल पर बस्तर की शांति भंग करने वालों को सुरक्षा बल मुंहतोड़ जवाब देंगे। शाह ने बस्तर क्षेत्र की जनता को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं सभी आदिवासी भाइयों बहनों को कहना चाहता हूं कि आपके ग्राम के युवाओं को हथियार डालने के लिए समझाइए। वह हथियार डाल दें, मुख्यधारा में आएं तथा बस्तर के विकास में सहभागी बनें।'' उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग वार्ता की बात करते हैं, मैं फिर से एक बार स्पष्ट कर देता हूं, हमारी दोनों सरकारें - छत्तीसगढ़ और केंद्र सरकार - बस्तर और नक्सल प्रभावित हर क्षेत्र के विकास को समर्पित है, किस चीज की वार्ता करनी है, बहुत मोहक आत्मसमर्पण नीति हमने बनाई है, आइए हथियार डाल दीजिए। हथियार के बल पर बस्तर की शांति को अगर आपने छिन्न-भिन्न करने का काम किया तो हमारे सशस्त्र बल इसका जवाब देंगे। 31 मार्च 2026 की तिथि नक्सलवाद को इस देश की भूमि पर से विदाई देने के लिए तय है।'' केंद्रीय गृह मंत्री ने नक्सलवाद को बस्तर के विकास के लिए सबसे बड़ा रोड़ा बताया और विश्वास जताया कि अगले वर्ष तक यह समस्या समाप्त हो जाएगी। शाह ने कहा, ‘‘आज सुबह मैंने दंतेश्वरी माई का दर्शन और पूजन किया। मां के चरणों में प्रार्थना की है कि 31 मार्च, 2026 को पूरे बस्तर क्षेत्र को लाल आतंक से मुक्त करने की हमारी सुरक्षा बलों को शक्ति दे।'' उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में कुछ लोगों ने वर्षों तक भ्रांति फैलाई कि नक्सलवाद का जन्म विकास की लड़ाई है, पर मैं आदिवासी भाइयों को बताने आया हूं कि पूरा बस्तर विकास से महरूम रहा, विकास आप तक नहीं पहुंचा है इसका मूल कारण नक्सलवाद है। आज देश के हर गांव में बिजली, पीने का पानी, रोड, हर घर में शौचालय, पांच लाख तक का स्वास्थ्य का बीमा, पांच किलो मुफ्त चावल और आपके धान को 3100 रूपए (प्रति क्विंटल) तक पहुंचाने की व्यवस्था हुई है। लेकिन बस्तर इसमें पीछे रह गया है।'' शाह ने कहा, ‘‘मैं आज (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी जी की ओर से आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि 31 मार्च 2026 के बाद नक्सलवादी आपके विकास को नहीं रोक पाएंगे। आपके अधिकार को नहीं रोक पाएंगे। काफी कुछ काम हुआ है काफी कुछ काम बाकी है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं आप सभी से अपील करने भी आया हूं कि जो बच्चे गुमराह होकर नक्सलवाद से जुड़े हैं, आप ही के गांव के हैं, उनको समझाइए कि शस्त्र डाल दें और मुख्य धारा में आ जाएं। छत्तीसगढ़ शासन ने भारत में सबसे अच्छी आत्मसमर्पण नीति बनाई है। एक ही माह में 500 से ज्यादा लोगों ने हथियार डाले हैं। सभी लोग हथियार डालें। आपका गांव नक्सली मुक्त होते ही गांव के विकास के लिए एक करोड़ रुपए छत्तीसगढ़ शासन आपको देगा। नक्सलवाद से किसी का भला नहीं होगा।'' शाह ने इस दौरान सभी से स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने का अनुरोध करते हुए कहा, ‘‘आज यहां पर स्वदेशी जागरण मंच ने स्वदेशी मेला भी लगाया है। हमारे प्रधानमंत्री ने भी स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग पर बल दिया है। स्वदेशी जागरण मंच अनेक सालों से स्वदेशी का जन आंदोलन चला रहा है। अब मोदी जी ने सभी को कहा है, हर घर में संकल्प लेना है कि मेरे घर में देश में बनी हुई चीजों का ही उपयोग होगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘हर व्यापारी को यह संकल्प लेना है कि मेरी दुकान में, मेरे शॉपिंग मॉल के अंदर विदेश से बनी हुई कोई चीज उपलब्ध नहीं होगी। आज मैं बताने आया हूं 140 करोड़ की आबादी स्वदेशी के संकल्प को आत्मसात करे तो हमारे भारत को दुनिया की सर्वोच्च आर्थिक व्यवस्था बनने से कोई नहीं रोक सकेगा।'' शाह ने कहा, ‘‘मोदी जी ने देशभर की माता बहनों को 395 वस्तुओं में कर (जीएसटी) घटाकर बहुत बड़ी राहत देने का काम किया है। रोजाना उपयोग की चीजों में पांच प्रतिशत ही जीएस्रटी रखा गया है।'' केंद्रीय गृह मंत्री ने इस दौरान केंद्र सरकार द्वारा आदिवासियों के उत्थान के लिए किए जा रहे कार्यों की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने आदिवासियों के सम्मान में ढेर सारी योजनाएं शुरू की है। सबसे बड़ी बात है कि हमारे नेता नरेन्द्र मोदी जी ने राष्ट्रपति के पद पर पहली बार आदिवासी की बेटी, बहन द्रोपदी मुर्मू को बिठाने का काम किया है। जब महामहिम द्रोपदी मुर्मू जी दुनिया भर के राष्ट्राध्यक्षों से मिलती हैं तब न केवल आदिवासी समाज का बल्कि हम सब का हृदय गर्व से भर जाता है।'' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की 150 जयंती को जनजाति गौरव वर्ष के रूप में मनाने का काम किया। शाह ने कहा, ‘‘बस्तर संभाग के सात जिलों में जो नक्सली आत्मसमर्पण करते हैं उनके परिजनों के लिए तथा नक्सली हिंसा में जो लोग मारे गए हैं, उनके परिजनों के लिए 15 हजार प्रधानमंत्री आवास तय थे, उससे ज्यादा देने का काम हमारे नरेन्द्र मोदी जी ने किया है।'' उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने पिछले 10 वर्षों में छत्तीसगढ़ के विकास के लिए लगभग चार लाख 40 हजार करोड़ रुपए दिये हैं। केंद्रीय गृहमंत्री ने इससे पहले जगदलपुर में मां दंतेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना की तथा विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा उत्सव के तहत आयोजित होने वाले पारंपरिक आयोजन 'मुरिया दरबार' में हिस्सा लिया। मुरिया दरबार में शाह ने पुजारियों और आदिवासी समुदाय के नेताओं से बातचीत की। कार्यक्रम के दौरान शाह ने राज्य की महतारी वंदन योजना की 20वीं किस्त जारी करते हुए 65 लाख महिलाओं के बैंक खातों में 606.94 करोड़ रुपये की राशि का अंतरण किया। उन्होंने आदिवासी बहुल बस्तर और सरगुजा संभागों के लिए मुख्यमंत्री ग्रामीण बस सेवा योजना की भी शुरुआत की। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि इस बस सेवा योजना के तहत 250 गांवों को शामिल किया जाएगा तथा 34 मार्गों पर 34 बसें चलाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत बस संचालकों को होने वाले नुकसान की भरपाई राज्य सरकार करेगी।
इस दौरान उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, साय मंत्रिमंडल के सदस्य और वरिष्ठ नेता मौजूद थे। - जगदलपुर। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के शनिवार को जगदलपुर पहुंचने पर मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं जगदलपुर विधायक किरण देव सिंह ने स्वागत और अभिनन्दन किया।हवाई अड्डे पर वन मंत्री केदार कश्यप, जनजाति कल्याण मंत्री राम विचार नेताम, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ,बस्तर सांसद महेश कश्यप, , कोंडागांव विधायक लता उसेंडी, चित्रकोट विधायक विनायक गोयल, दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अटामी, विधायक कांकेर आशाराम नेताम जगदलपुर के महापौर संजय पांडेय, ब्रेवरेज कार्पोरेशन के अध्यक्ष श्रीनिवास राव मद्दी, पूर्व विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और डीजीपी अरुण देव गौतम, प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ, कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी सुंदर राज पी., कलेक्टर हरिस एस, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने भी केंद्रीय मंत्री अमित शाह का स्वागत किया।
- - क्षत्रिय समाज की वीरांगनाओं के राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल हुए राज्यपालरायपुर । राज्यपाल श्री रमेन डेका आज सरोना में आयोजित विराट क्षत्रिय दशहरा मिलन समारोह एवं वीरांगना राष्ट्रीय अधिवेशन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने समाज में नारी शक्ति की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि मातृशक्ति परिवार को एक सूत्र में बांधने और समाज की नैतिक दिशा तय करने का कार्य करती है।राज्यपाल ने कहा कि नारी जीवन का वह आधार है, जिसके बिना मानव अस्तित्व की कल्पना असंभव है। उन्होंने नारी की तुलना जल से करते हुए कहा कि जिस प्रकार पानी के बिना जीवन असंभव है, उसी प्रकार नारी के बिना भी यह सृष्टि अधूरी है।अपने उद्बोधन में राज्यपाल ने जीवन को आनंदपूर्वक जीने के सूत्र साझा किए। उन्होंने कहा कि जीवन अनुपम है, इसे हर क्षण आनंद से जीना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि पैसा केवल जीवन की आवश्यक जरूरतों भोजन, शिक्षा और मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति का माध्यम है, लेकिन वास्तविक सुख शांति और संतोष में ही निहित है। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए ईमानदार प्रयास आवश्यक है, परंतु यदि प्राप्त न हो तो उसका अफसोस नहीं करना चाहिए।राज्यपाल ने कहा कि आज देश और समाज के सामने अनेक चुनौतियां हैं, जिन पर जागरूक होकर विचार और समाधान करना आवश्यक है। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ किए गए “मां के नाम एक पेड़” अभियान में सभी को सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए और प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए।राज्यपाल ने कहा कि माइक्रोप्लास्टिक आज पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन चुका है। इसका उपयोग कम से कम करने और आने वाली पीढ़ियों को इसके दुष्प्रभावों से बचाने की दिशा में काम करने की जरूरत है।राज्यपाल ने कहा कि जो व्यक्ति समय के पाबंद और अनुशासित होते हैं, वे जीवन में अवश्य सफल होते हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति और सेवा भावना की सराहना करते हुए कहा कि यहां के लोगों में समाज सेवा की अद्भुत प्रवृत्ति है।राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ के महिला स्व-सहायता समूहों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि क्षत्रीय समाज की महिलाओं को भी इस दिशा में आगे आना चाहिए।उन्होंने कहा कि क्षत्रिय समाज सदैव राष्ट्र रक्षा और जनसेवा के लिए पहचाना गया है। आज समाज की जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है।आप सब मिलकर समाज को संगठित करें, व्याप्त कुरीतियों को दूर करें और देश के विकास में भागीदार बनें।राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि इस अधिवेशन से जो संदेश जाएगा, वह समाज में एकता, संगठन और प्रेरणा का स्रोत बनेगा।कार्यक्रम में वीरांगना की मुख्य संरक्षिका वीणा रमन सिंह ने अपना प्रेरणादायी संबोधन दिया।वीरांगना की राष्ट्रीय अध्यक्ष नीलू सिंह ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर समाज के राष्ट्रीय महामंत्री राघवेंद्र सिंह राजू, राष्ट्रीय संगठन मंत्री अमित कुमार सिंह , तथा राजपूत निस्वार्थ सेवा संघ की अध्यक्ष श्रीमती इला कलचुरी ने भी अपने विचार रखे।राज्यपाल रमेन डेका ने समाज के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाली वीरांगनाओं को सम्मानित किया।समारोह में क्षत्रिय समाज के पदाधिकारी, सदस्यगण और बड़ी संख्या में महिलाएं एवं नागरिक उपस्थित थे।
- रायपुर /केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज जगदलपुर के लालबाग मैदान में बस्तर दशहरा पर्व से जुड़े मांझी-चालकी, मेम्बर एवं मेम्बरीन के सम्मान में आयोजित अभिनंदन भोज में शामिल हुए। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने अभिनंदन भोज में परोसे गए आदिवासी समाज के पारम्परिक व्यंजनों की सराहना करते हुए कहा कि ये पारम्परिक व्यंजन बस्तर की संस्कृति, परंपरा और आदिवासी जीवन मूल्यों का अनूठा स्वाद प्रस्तुत करते हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर की आदिवासी परंपरा में मांझी-चालकी, मेंबर और मेंबरीन के साथ अभिनंदन भोज केवल एक सत्कार नहीं है, बल्कि यह भाईचारे, सामुदायिक मेल-जोल और सांस्कृतिक समरसता का जीवंत प्रतीक है। यह अवसर न केवल बस्तर की समृद्ध और जीवंत आदिवासी संस्कृति का उत्सव है, बल्कि हमारी सामाजिक एकता और स्थानीय परंपराओं के प्रति सम्मान की भी अभिव्यक्ति है। अभिनंदन भोज में उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल, सांसद श्री महेश कश्यप एवं श्री भोजराज नाग, विधायक सर्वश्री किरण सिंह देव, विनायक गोयल, चैतराम अटामी, नीलकंठ टेकाम, आशाराम नेताम तथा सुश्री लता उसेंडी सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
- -बस्तर को नक्सलवाद से मुक्त करने किया सहयोग का आह्वानरायपुर / केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह और प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय बस्तर दशहरा पर्व के अवसर पर जगदलपुर के सिरहासार भवन में आयोजित मुरिया दरबार में शामिल हुए। बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी के चित्र पर दीप प्रज्वलित करने के पश्चात केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने मांझी-चालकी से सीधा संवाद करते हुए बस्तर से माओवाद को समाप्त करने में सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि माओवाद से जुड़कर हथियार उठा चुके बच्चों को समझाएं कि वे मुख्यधारा में लौटें और शासन की योजनाओं का लाभ लें।केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी बस्तर के विकास और नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए दृढ़संकल्पित हैं।केद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने मांझी-चालकी से संवाद करते हुए कहा कि मार्च 2026 तक बस्तर को नक्सलवाद से मुक्त कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि बस्तर के युवा डॉक्टर, इंजीनियर, डिप्टी कलेक्टर और कलेक्टर बनकर पूरे छत्तीसगढ़ की सेवा करें। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि युवा नक्सलवाद से न जुड़ें और जो जुड़ चुके हैं, वे आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटें। जहां-जहां नक्सलवाद समाप्त हुआ है, वहां छत्तीसगढ़ सरकार तेजी से विकास कार्य कर रही है और लोगों को शासकीय योजनाओं से लाभान्वित कर रही है।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मुरिया दरबार में मांझी-चालकी को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार बस्तर दशहरा पर्व को और भव्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। बस्तर दशहरा के लिए दी जाने वाली राशि 25 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये की जा रही है। साथ ही बस्तर दशहरा पर्व के परंपरागत स्थलों जिया डेरा, माडिया सराय इत्यादि के विकास और निर्माण कार्य भी सुनिश्चित किए जा रहे हैं।इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और अन्य अतिथियों का बस्तर दशहरा समिति के परंपरागत सदस्य मांझी-चालकी, मेम्बर-मेम्बरिन और नाईक-पाईक ने पारंपरिक पगड़ी एवं माला पहनाकर आत्मीय स्वागत किया।मुरिया दरबार को उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा और सांसद एवं बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष श्री महेश कश्यप ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर वन मंत्री श्री केदार कश्यप, आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम, पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद कांकेर श्री भोजराज नाग, विधायक जगदलपुर श्री किरण देव, विधायक कोण्डागांव सुश्री लता उसेण्डी, विधायक चित्रकोट श्री विनायक गोयल, विधायक दंतेवाड़ा श्री चैतराम अटामी, विधायक केशकाल श्री नीलकंठ टेकाम, विधायक कांकेर श्री आशाराम नेताम, बस्तर राजपरिवार के सदस्य श्री कमलचंद्र भंजदेव, बस्तर दशहरा समिति के उपाध्यक्ष श्री बलराम मांझी सहित बस्तर दशहरा समिति के पारंपरिक सदस्य मांझी-चालकी, मेम्बर-मेम्बरिन और नाईक-पाईक उपस्थित थे।
- -विकास से विश्वास तक की यात्रा में अब सहभागी बनेंगे बस्तर और सरगुजा के सुदूर अंचलवासी – केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह-जनसुविधाओं को बढ़ाने के लिए तेजी से कार्य कर रही है हमारी सरकार – मुख्यमंत्री श्री साय-प्रथम चरण में बस्तर और सरगुजा अंचल को किया गया शामिल : दोनों संभागों के 11 जिलों के 250 गांवों तक पहली बार पहुंचेगी यात्री बस सेवारायपुर / बस्तर से नक्सलवाद का अंत शीघ्र होगा और क्षेत्र में शांति स्थापित कर हम विकास के नए आयाम गढ़ेंगे। बस्तर और सरगुजा क्षेत्र के सुदूर अंचलवासी अब विकास से विश्वास तक की यात्रा में सहभागी बनकर विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएंगे। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने जगदलपुर से मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने यात्री बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और क्षेत्रवासियों को इस विशेष पहल के लिए शुभकामनाएं दीं।केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास के लिए डबल इंजन की सरकार प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। लाल आतंक की समाप्ति प्रदेश के सुदूर इलाकों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ेगी। आज प्रारंभ हुई यात्री बस सेवा हमारे नागरिकों के जीवन में नई ऊर्जा का संचार करेगी। उन्होंने कहा कि अब 250 गांवों के लोग अपने निकटवर्ती शासकीय कार्यालयों, स्कूलों और अस्पतालों तक आसानी से पहुंच पाएंगे।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने क्षेत्रवासियों को बधाई देते हुए कहा कि हमारी सरकार जनसुविधाओं को बढ़ाने के लिए तेजी से कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना का उद्देश्य यात्री बस सुविधा से वंचित गांवों में बसों का परिचालन सुनिश्चित करना है। इससे लोग कम लागत में अपने गंतव्य तक समय पर पहुंच सकेंगे। रोज़मर्रा के कामकाज, शासकीय कार्यों और अन्य गतिविधियों में भी सहूलियत बढ़ेगी।उल्लेखनीय है कि ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में परिवहन सुविधाओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना शुरू की गई है। इस महत्वाकांक्षी योजना का लक्ष्य उन गांवों तक बस सेवा पहुँचाना है, जहाँ अब तक सार्वजनिक परिवहन की सुविधा उपलब्ध नहीं थी। इस पहल से ग्रामीणों को सुरक्षित, समयबद्ध और सुविधाजनक यात्रा का अवसर मिलेगा, जो उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।योजना के पहले चरण में बस्तर और सरगुजा पर फोकसयोजना के पहले चरण में बस्तर और सरगुजा संभाग को प्राथमिकता दी गई है। इन क्षेत्रों में कुल 34 मार्गों पर 34 बसों का संचालन प्रारंभ होगा। इस पहल से 11 जिलों के 250 नए गांव बस सेवा से जुड़ेंगे। यह प्रयास विशेष रूप से उन ग्रामीण क्षेत्रों के लिए वरदान साबित होगा, जहां सड़क संपर्क सीमित है और लोग जिला मुख्यालय या अन्य महत्वपूर्ण स्थानों तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी पैदल तय करते हैं।ग्राम पंचायत से जिला मुख्यालय तक कनेक्टिविटीमुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्राम पंचायत से लेकर जिला मुख्यालय तक निर्बाध बस कनेक्टिविटी सुनिश्चित करना है। इससे ग्रामीणों को स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और बाजार जैसी आवश्यक सेवाओं तक पहुंचने में आसानी होगी। योजना के तहत संचालित बसें समयबद्ध और सुरक्षित यात्रा का भरोसा देंगी, जिससे ग्रामीणों का समय और संसाधन दोनों की बचत होगी।योजना की दीर्घकालिक सफलता सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने बस संचालकों को वायबिलिटी गैप फंडिंग प्रदान करने का प्रावधान किया है। यह वित्तीय सहयोग संचालकों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाएगा, ताकि वे इन दूरस्थ क्षेत्रों में निरंतर सेवा दे सकें। यह कदम न केवल परिवहन सुविधाओं को मजबूत करेगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन में भी योगदान देगा।250 गांवों को पहली बार बस सेवा से जोड़ने की उपलब्धिइस योजना के तहत लगभग 250 गांव पहली बार बस सेवा से जुड़ रहे हैं। यह ग्रामीण छत्तीसगढ़ के लिए एक ऐतिहासिक कदम है, जो सामाजिक और आर्थिक विकास को गति देगा। ग्रामीणों को अब अपनी आवश्यकताओं के लिए लंबी दूरी पैदल तय करने या निजी वाहनों पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं होगी।समावेशी विकास की दिशा में कदममुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस योजना की शुरुआत पर कहा कि हमारा लक्ष्य है कि छत्तीसगढ़ का कोई भी गांव विकास की मुख्यधारा से न छूटे। मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना ग्रामीणों के जीवन को आसान बनाने और उन्हें शहरों से जोड़ने का प्रयास है। यह योजना न केवल परिवहन की सुविधा देगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगी। यह योजना न केवल परिवहन की दृष्टि से, बल्कि सामाजिक और आर्थिक समानता की दिशा में भी एक मील का पत्थर साबित होगी।
- -माई दंतेश्वरी की धरती से केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने दी महतारी वंदन की सौगात-महतारी वंदन योजना से छत्तीसगढ़ की बहनें बन रही हैं आत्मनिर्भर – मुख्यमंत्री श्री साय- महतारी वंदन योजना की 20वीं किस्त जारी : 65 लाख महिलाओं के बैंक खातों में पहुँचे 606.94 करोड़ रुपयेरायपुर। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की ‘मोदी की गारंटी’ के तहत शुरू की गई महतारी वंदन योजना छत्तीसगढ़ की बहनों के जीवन में नई रोशनी लाई है। यह योजना केवल आर्थिक सहयोग नहीं, बल्कि महिलाओं के आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता को बढ़ाने वाला ऐतिहासिक कदम है। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने आज जगदलपुर में बस्तर दशहरा एवं मुरिया दरबार के अवसर पर माई दंतेश्वरी की धरती से राज्य की 64 लाख 94 हजार 768 हितग्राही महिलाओं को महतारी वंदन योजना की 20वीं किस्त के रूप में 606 करोड़ 94 लाख रुपये की राशि अंतरित करते हुए यह बात कही।केंद्रीय मंत्री श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी का सपना है कि हर महिला सशक्त और आत्मनिर्भर बने तथा देश के सामाजिक और आर्थिक विकास में बराबरी की भागीदारी निभाए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने जिस पारदर्शिता और प्रतिबद्धता से इस योजना को लागू किया है, वह पूरे देश के लिए एक आदर्श है। यह योजना आने वाले वर्षों में प्रदेश के सतत विकास और महिला सशक्तिकरण की मजबूत नींव साबित होगी।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि महतारी वंदन योजना छत्तीसगढ़ की बहनों के जीवन में आत्मविश्वास और सम्मान की नई ऊर्जा का संचार कर रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की ‘मोदी की गारंटी’ के रूप में मिली यह सौगात हमारे प्रदेश की महिलाओं को न केवल आर्थिक सहयोग दे रही है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाकर समाज और परिवार में एक नई पहचान भी दिला रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की प्राथमिकता है कि छत्तीसगढ़ की हर महिला सशक्त बने और विकास की यात्रा में बराबरी की भागीदार बने। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ सरकार की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और स्वावलंबी बनाने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। महतारी वंदन योजना ने प्रदेश की महिलाओं को न केवल घरेलू जरूरतों को पूरा करने का साधन दिया है, बल्कि उन्हें समाज में आत्मसम्मान और आर्थिक स्वतंत्रता के साथ जीने का अवसर भी प्रदान किया है।उल्लेखनीय है कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में क्रांतिकारी पहल कही जाने वाली महतारी वंदन योजना की शुरुआत 1 मार्च 2024 को हुई थी। इस योजना का उद्देश्य 21 वर्ष से अधिक आयु की विवाहित महिलाओं को प्रतिमाह 1,000 रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। अब तक योजना की 19 किस्तों में लाभार्थी महिलाओं को कुल 12376 करोड़ 19 लाख रुपये की राशि दी जा चुकी थी। आज 20वीं किस्त जारी होने के साथ यह आंकड़ा बढ़कर 12983 करोड़ 13 लाख रुपये से अधिक हो गया है।
- रायपुर। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जगदलपुर स्थित बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी के मंदिर में विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। उन्होंने मां दंतेश्वरी से देश और प्रदेश की सुख-शांति, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, बस्तर सांसद एवं बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष श्री महेश कश्यप, कांकेर सांसद श्री भोजराज नाग, जगदलपुर विधायक श्री किरण सिंह देव, चित्रकोट विधायक श्री विनायक गोयल, कोंडागांव विधायक सुश्री लता उसेंडी, दंतेवाड़ा विधायक श्री चैतराम अटामी, केशकाल विधायक श्री नीलकंठ टेकाम, कांकेर विधायक श्री आशाराम नेताम सहित जनप्रतिनिधिगण एवं वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
- रायपुर। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के बस्तर दशहरा कार्यक्रम में शामिल होने हेतु जगदलपुर प्रस्थान से पूर्व रायपुर आगमन पर राज्य के शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने एयरपोर्ट पर सौजन्य भेंट कर उनका आत्मीय स्वागत किया।मंत्री श्री यादव ने पुष्पगुच्छ भेंट कर केंद्रीय गृहमंत्री का अभिनंदन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि श्री अमित शाह का बस्तर प्रवास समस्त प्रदेशवासियों के लिए गर्व और प्रेरणा का विषय है। बस्तर दशहरा केवल एक पर्व नहीं, बल्कि लोक आस्था, परंपरा और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। इस आयोजन में केंद्रीय गृहमंत्री की उपस्थिति प्रदेश की संस्कृति के प्रति केंद्र सरकार की संवेदनशीलता और सम्मान को दर्शाती है। मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने यह भी कहा कि केंद्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ में सहकारिता क्षेत्र नए आयाम स्थापित कर रहा है। सहकारिता के माध्यम से ग्रामीण अंचलों में आत्मनिर्भरता की दिशा में राज्य निरंतर प्रगति कर रहा है।
- प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना आम उपभोक्ताओं के लिए वरदानरायपुर/ प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना आम उपभोक्ताओं के लिए वरदान साबित हो रही है। राजनांदगांव शहर के गौरी नगर निवासी श्री गिरधर लाल देवांगन इसका जीवंत उदाहरण हैं। श्री गिरधर देवांगन बताते हैं कि उन्हें जब समाचार पत्र के माध्यम से इस योजना की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत इस योजना के तहत आवेदन कर अपने घर की छत पर 5.5 किलोवाट क्षमता का सोलर रूफटॉप सिस्टम स्थापित कराया। इस पर कुल लागत 3 लाख 40 हजार रूपए आयी। योजना के तहत केंद्र सरकार की ओर से उन्हें 78 हजार रूपए की सब्सिडी प्राप्त हुई है, वहीं राज्य शासन की ओर से 30 हजार रूपए की अतिरिक्त सब्सिडी मिलने वाली है। इस प्रकार 1 लाख 8 हजार रुपए की सब्सिडी से सोलर सिस्टम की वास्तविक लागत आधी हो जाएगी।*बिजली बिल हुआ शून्य और मैं उपभोक्ता से ऊर्जा उत्पादक बना*श्री गिरधर देवांगन ने बताया कि सोलर सिस्टम लगने के बाद पहले ही महीने से सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। उनके घर की मासिक औसत बिजली खपत लगभग 510 यूनिट है, जबकि सोलर पैनल से पहले महीने में 615 यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ। यह उनकी खपत से 105 यूनिट अधिक है। अतिरिक्त बिजली ग्रिड में जमा हो रही है, जिसका उपयोग आवश्यकता पडऩे पर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मेरे घर में सोलर सिस्टम से घर बन गया है मिनी पावरहाऊस। सूर्यघर योजना से मेरे घर का बिजली बिल शून्य हुआ और मैं उपभोक्ता से ऊर्जा उत्पादक बन गया हूं।*कार्बन उत्सर्जन को नियंत्रित करने में मिलेगी मदद*श्री देवांगन ने कहा आगामी 4 से 5 वर्षों में ही सोलर पैनल की लागत निकल जाएगी जबकि सोलर पैनल 20-25 साल तक काम करता है, जिससे वर्षों तक मुफ्त बिजली का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि पहले हम सिर्फ बिजली खर्च करते थे, अब हम बिजली का उत्पादन भी कर रहे हैं। यह योजना हमारे लिए सचमुच वरदान साबित हुई है। उन्होंने बताया कि अब उनके घर का बिजली बिल शून्य हो गया है। इस बची हुए राशि को वे अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और अन्य घरेलू आवश्यकताओं में खर्च कर पा रहे हैं। अक्षय ऊर्जा के रूप में सौर ऊर्जा के उपयोग से कोयला, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस जैसे सीमित संसाधनों पर निर्भरता कम होती साथ ही प्रदूषण, कार्बन उत्सर्जन और जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए श्री गिरधर देवांगन ने नागरिकों से प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का लाभ लेकर बिजली खर्च में बचत करने और देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करने की अपील की है।
- पिंकी मुद्रा लोन से बनी आत्मनिर्भररायपुर/ पिंकी ने अपने किराना व्यवसाय को आगे बढ़ाने का सपना देखा। इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने पीएम मुद्रा लोन के तहत 70 हजार रुपये का स्वयंसिद्धा लोन लिया और अपनी दुकान का विस्तार किया। दुकान बड़ी होने से न केवल उनकी आय बढ़ी, बल्कि ग्राहकों का विश्वास और पहुँच भी मजबूत हुई और वह आर्थिक विकास करने साथ ही आत्मनिर्भर बन गई।प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए एक नई उम्मीद जगाई है। इस योजना के जरिए महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है, जिससे वे अपने व्यवसाय की शुरुआत कर अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं। जशपुर जिले के मनोरा विकासखंड की ग्राम पंचायत मनोरा की रहने वाली श्रीमती पिंकी सोनी बिहान महिला स्व-सहायता समूह से जुड़ी हुई हैं। समूह से जुड़ने के बाद उन्हें शासन की योजनाओं की जानकारी मिली और आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाने का अवसर प्राप्त हुआ।*कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध*पिंकी सोनी कहती हैं “समूह से जुड़ने के बाद मेरे जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं की जानकारी मिली और आत्मनिर्भर बनने का आत्मविश्वास भी हासिल हुआ।” प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना का उद्देश्य स्वयं .सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। यह योजना स्वयं .सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराकर सक्षम बनाना है।*बिहान महिला स्व सहायता समूह से मिली मदद*प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का लक्ष्य छोटे व्यवसायों और उद्यमियों के बीच उद्यमशीलता गतिविधियों को बढ़ावा देना है। यह योजना विभिन्न चरणों में व्यवसायों को पूरा करने और उनकी आवश्यकताओं के अनुसार वित्तीय सहायता प्रदान करता है। इस योजना का लाभ लेकर आज पिंकी जी अपने परिवार की मजबूत आर्थिक सहारा बनी हैं। उनकी मेहनत और बिहान महिला स्व-सहायता समूह से मिली मदद ने उन्हें आत्मनिर्भरता का मार्ग दिखाया है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को धन्यवाद भी दिया हैं।
- - 8 अक्टूबर तक जेल उत्पादों की प्रदर्शनीरायपुर, / राज्य शासन के निर्देशानुसार जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं विभाग, छत्तीसगढ़ द्वारा 3 से 10 अक्टूबर 2025 तक छत्तीसगढ़ स्थापना के रजत महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। रजत जयंती महोत्सव का शुभारंभ आज केंद्रीय जेल रायपुर में रक्तदान शिविर से किया गया।शिविर के शुभारंभ अवसर पर डीजी जेल श्री हिमांशु गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की प्रगति में जेल विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है और प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को वर्ष में कम से कम एक बार स्वेच्छा से रक्तदान अवश्य करना चाहिए।रक्तदान शिविर में श्री हिमांशु गुप्ता (डीजी, जेल), श्री योगेश सिंह क्षत्री (जेल अधीक्षक) सहित कुल 28 व्यक्तियों ने रक्तदान किया। इनमें जेल विभाग के 22 कर्मी एवं छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के 4 कर्मी शामिल हुए।रजत जयंती महोत्सव के अंतर्गत राज्य के पांचों केंद्रीय जेलों — रायपुर, दुर्ग, जगदलपुर, बिलासपुर एवं अंबिकापुर में जेल उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है। यहां आम नागरिक इन उत्पादों को किफायती दरों पर खरीद सकते हैं। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य की सभी 33 जेलों में रक्तदान शिविरों के साथ ही निरूद्ध बंदियों के लिए विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
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-तीन आरोपी गिरफ्तार, 23.64 बल्क लीटर शराब एवं 90 किलो महुआ लाहन जब्त
रायपुर, / सचिव सह आबकारी आयुक्त सुश्री आर. संगीता एवं कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के निर्देश तथा प्रभारी उपायुक्त आबकारी रायपुर श्री राजेश शर्मा के मार्गदर्शन में आबकारी विभाग रायपुर द्वारा कल 2 अक्टूबर ड्राई-डे पर अवैध मदिरा परिवहन, निर्माण एवं विक्रय के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई की गई।प्राप्त सूचना के आधार पर तिल्दा-नेवरा क्षेत्र में दबिश देकर अवैध रूप से परिवहन की जा रही 49 नग पाव (8.84 बल्क लीटर) देशी मदिरा मसाला बरामद की गई। मौके पर आरोपी सुनिल निषाद को एक दुपहिया वाहन सहित गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की धारा 34(2) के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। यह कार्रवाई तिल्दा वृत प्रभारी आबकारी उप निरीक्षक सुश्री मेधा मिश्रा के मार्गदर्शन में की गई, जिसमें आबकारी आरक्षक दिगंबर भूरा का विशेष सहयोग रहा। इसी क्रम में आरंग के ग्राम चिखली में सुबह 5 बजे मुखबिर के सूचना के आधार पर आबकारी विभाग ने दबिश दी। मौके पर अवैध रूप से हाथ भट्टी निर्मित महुआ शराब का विक्रय कर रही दो आरोपी को गिरफ्तार किया गया। कार्रवाई के दौरान 14.8 बल्क लीटर हाथ भट्टी निर्मित महुआ शराब एवं 90 किलोग्राम महुआ लाहन जब्त किया गया। आरोपियों के विरुद्ध आबकारी अधिनियम की गैरजमानतीय धारा 34(1)(च), 34(2) एवं 59(क) के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचक प्रीति कुशवाहा द्वारा जेल दाखिल किया गया। इस कार्रवाई में आबकारी उप निरीक्षक सुश्री नीलम स्वर्णकार एवं आबकारी आरक्षक श्री विवेक श्रीवास्तव का विशेष योगदान रहा। - -कलेक्टर डॉ सिंह ने कहा कि कार्यों की प्रगति समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण और पारदर्शिता के साथ सुनिश्चित करेंरायपुर, / कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने शुक्रवार को नगर निगम के सभी जोन कमिश्नरों एवं नगर परिषद/नगर पालिका सीएमओ की समीक्षा बैठक ली। बैठक में अधोसंरचना विकास, पंद्रहवीं वित्त आयोग अंतर्गत स्वीकृत कार्यों की प्रगति, प्रधानमंत्री आवास योजना (1.0 एवं 2.0), अमृत मिशन, नालंदा परिसर की प्रगति, स्वच्छता रैंकिंग, सहित अन्य योजनाओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।कलेक्टर डॉ. सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी कार्यों की प्रगति समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण और पारदर्शिता के साथ सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ जिले के प्रत्येक नागरिक तक पहुँचना प्राथमिकता है। इस अवसर पर रायपुर निगम आयुक्त श्री विश्वदीप सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
- रायपुर, / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रतिबद्धता के अनुरूप रायपुर जिला प्रशासन द्वारा “प्रोजेक्ट ग्रीन पालना” अभियान को प्रभावशाली ढंग से आगे बढ़ाया जा रहा है। इस अभिनव पहल के तहत शासकीय अस्पतालों में प्रसव उपरांत माताओं को फलदार पौधे भेंट स्वरूप दिए जा रहे हैं, ताकि एक नई ज़िंदगी के आगमन के साथ एक नया वृक्ष भी धरती पर जन्म ले।कलेक्टर डॉ गौरव सिंह के मार्गदर्शन में इस अभियान के तहत आज सिलयारी 01, मंदिर हंसोद आरंग 04, एम सी एच अस्पताल कालीबाड़ी 11, तिल्दा ब्लॉक 03,आज कुल 16, आज कुल 35 प्रसूति महिला को 175 पौधे भेंट किए गए।यह प्रयास मातृत्व के साथ प्रकृति से जुड़ाव को भी बढ़ावा देता है। प्रोजेक्ट ग्रीन पालना न सिर्फ नवजात के जीवन की शुरुआत को यादगार बनाता है, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए हरियाली और शुद्ध वातावरण की नींव भी रखता है।
- - दीदियां अब पूरे देश में बेच सकेंगी अपने उत्पादरायपुर, / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन एवं प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्रीमती निहारिका बारीक के निर्देशन में शुक्रवार को शहीद स्मारक भवन, रायपुर में आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं के लिए राज्य स्तरीय ओरिएंटेशन/ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम फ्लिपकार्ट के सहयोग से आयोजित हुआ, जिसमें महिलाओं को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर कारोबार से जुड़ने की विस्तृत जानकारी दी गई।फ्लिपकार्ट के डायरेक्टर (कॉरपोरेट अफेयर्स, फ्लिपकार्ट समर्थ) श्री गिरीश नायर ने महिलाओं को मार्केटप्लेस पर उत्पाद लिस्टिंग, पैकेजिंग, पिकअप एवं रिटर्न प्रक्रिया सहित ऑनलाइन व्यवसाय की संपूर्ण कार्यप्रणाली समझाई।कार्यक्रम की विशेष उपलब्धि यह रही कि रायपुर की बिहान समूह जोरन की महिला उद्यमी श्रीमती विनीता पाठक को फ्लिपकार्ट के COO श्री रजनीश कुमार की उपस्थिति में आधिकारिक रूप से फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस से जोड़ा गया। अब स्थानीय बाजार से आगे बढ़कर राष्ट्रीय स्तर पर अपने उत्पाद बेच सकेंगी। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने बताया कि रायपुर जिले की महिलाओं को देश और विदेश में व्यापार करने तथा मेड इन इंडिया एवं मेड इन छत्तीसगढ़ उत्पादों को वैश्विक बाजार तक पहुँचाने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए विभिन्न योजनाएँ और कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जा रहे हैं।
- रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. विजयशंकर मिश्रा ने छत्तीसगढ़ के लिए राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस नेताओं को नसीहत दी है कि इस रिपोर्ट को लेकर प्रदेश को गुमराह करने के बजाय उन्हें आत्ममंथन करने पर ध्यान देना चाहिए। डॉ. मिश्रा ने कहा कि अपनी तत्कालीन सरकार के नाकारापन को रेखांकित करती इस रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस नेता झूठ फैलाकर अपने अराजकतावादी एजेंडे को आगे बढ़ाने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेसियों को भूलना नहीं चाहिए कि यह रिपोर्ट सन 2023 की है और तब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी।भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मिश्रा ने कहा कि एनसीआरबी की नवीनतम रिपोर्ट 2023 के आँकड़ों पर आधारित है, जो हाल ही में जारी की गई है। रिपोर्ट में कई महत्वपूर्ण और चिंताजनक बिंदु सामने आए हैं, जिनमें विभिन्न अपराधों और आकस्मिक घटनाओं में राज्य की स्थिति शामिल है। कांग्रेस को इसके लिए शर्म महसूस करनी चाहिए कि उसके शासनकाल में कानून-व्यवस्था की कैसी भयावह स्थिति बनी हुई थी! प्रदेश में जंगलराज चल रहा था। तत्कालीन कांग्रेस सरकार के शासनकाल में जैसी परिस्थितियाँ बनी हुई थीं, उसमें अपराध की हर विधा ने छत्तीसगढ़ को अपराध और भ्रष्टाचार का गढ़ बनाने का काम किया। लॉ एण्ड ऑर्डर पर न तो सरकार का ध्यान रहा और न ही पुलिस प्रशासन सत्तावादी संरक्षण के चलते अपराधियों पर कोई सख्त कार्रवाई कर पाया। डॉ. मिश्रा ने कहा कि तत्कालीन भूपेश सरकार का पूरा ध्यान तो केवल पैसों की उगाही पर ही केंद्रित रह गया था और इस काम में समूचा पुलिस प्रशासन झोंक दिया गया था। आज भी कई आईपीएस अधिकारी और पुलिस जवान इसके चलते कानूनी कार्रवाई के शिकंजे में हैं। अपने शासनकाल में कांग्रेस के सत्ताधीशों ने पुलिस को कानून-व्यवस्था के काम से हटाकर दीगर ऐसी करतूतों को अंजाम देने में लगा दिया था, जिसके कारण प्रदेश में हर तरह के अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ा। एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट इस बात की तस्दीक कर रही है।



























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