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*नवागांव में हरेली के अवसर पर रीपा, दर्री तरिया सौंदर्यीकरण तथा सामुदायिक भवन निर्माण की घोषणा भी की*
*अच्छी बारिश से अच्छी फसल की उम्मीद, इस बार किसानों से खरीदेंगे प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान*रायपुर /हरेली छत्तीसगढ़ी समृद्धि का उत्सव है। आज से तीन साल पहले इसी दिन से हमने गोधन न्याय योजना की शुरूआत की थी। खेती किसानी से जुड़ी हमारी योजनाओं से प्रदेश में समृद्धि आई है और पूरे प्रदेश में लोग बहुत उल्लास के साथ हरेली पर्व मना रहे हैं। यह बात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने रायपुर जिले के नवागांव में आयोजित हरेली के कार्यक्रम में कही। इस मौके पर उन्होंने नवागांव में रीपा की स्वीकृति, सामुदायिक भवन के लिए 20 लाख रुपए और दर्री तरिया सौंदर्यीकरण के लिए 25 लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार बारिश अच्छी हुई है। अब रोपा लगना आरंभ हो जाएगा। इस बार अच्छी फसल होने की उम्मीद है। हम 20 क्विंटल प्रति एकड़ किसानों का धान खरीदेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी हमने किसी को नुकसान नहीं होने दिया है। संकट की घड़ी में सबको राशन भिजवाया। किसान और व्यापारी सब संतुष्ट रहे।मुख्यमंत्री ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में किसानों के पास कर्ज की चिंता नहीं है। गोधन न्याय जैसी योजनाओं से लोगों की आय बढ़ी है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में हम सबको इलाज की सुविधा मिल रही है। बच्चों को पढ़ाने के लिए 10 इंग्लिश मीडियम कॉलेज आरंभ किये हैं। आज हमारी बोली-भाषा और संस्कृति को लेकर हमारा गौरव बढ़ा है। जो लोग बासी खाने में शर्माते थे वे आज फोटो खींच कर भेजते हैं और कहते हैं कि आई एम आल्सो इटिंग बोरे बासी।मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक आस्था के केंद्रों का हम संरक्षण-संवर्धन कर रहे हैं। राजिम मेले में हमने बुनियादी सुविधाएं विकसित की हैं। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव और राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के आयोजन के माध्यम से संस्कृति के संवर्धन का काम किया है। हर ब्लाक में हम मॉडल जैतखंभ बनेंगे। इसकी डिजाइन भी चयनित हो गई है। हमारे पुरखों ने शांति का जो संदेश दिया है उससे छत्तीसगढ़ शांति का टापू बना है इसीलिए कहा जाता है छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया।इस मौके पर नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री जो वादा करते हैं उसे पूरा करते हैं। छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़िया को आगे बढ़ाने का काम उन्होंने किया है। स्थानीय त्योहारों को लोग उमंग से मना सकें, इसके लिए अवकाश दिया गया है। विधायक श्री धनेंद्र साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में सांस्कृतिक परंपराओं के संरक्षण के लिए बड़ा काम किया है। आज तक ऐसा कोई मुख्यमंत्री नहीं आया, जिसने किसानों के लिए इतना काम किया हो।*युवाओं से किया संवाद-* इस मौके पर मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के थीम वीडियो को रिलीज किया, साथ ही युवाओं से संवाद भी किया। मुख्यमंत्री ने राजीव युवा मितान क्लब के सदस्यों को कहा कि आप सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम करें, साथ ही शासकीय योजनाओं का प्रचार प्रसार भी करें ताकि अधिकतम लोगों तक इसकी जागरूकता हो और वे इसका लाभ ले सकें। चर्चा के दौरान एक युवा चौतन्य तारक ने कहा कि छत्तीसगढ़ी ओलंपिक खेलों से उन्हें परंपरागत खेलों के बारे में जानकारी मिली। वे सांखली नहीं जानते थे। इसके बारे में जानकर अच्छा लगा। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर यूट्यूबर निपुण वर्मा को कैमरा माइक के लिए दो लाख रुपए की राशि प्रदान की। मुख्यमंत्री से आशाओं की किरण संस्था के सदस्यों ने भी चर्चा की। आशाओं की किरण संस्था लाइब्रेरी चलाती है। गरीब बच्चों को पढ़ाने का काम करती है। हसदा गांव में इनकी लाइब्रेरी है। मुख्यमंत्री ने इन्हें सहयोग करने कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये।*हितग्राहियों को भेंट की सौगात-* इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रीपा केंद्र में सेवागुड़ी एप्लीकेशन का उद्घाटन किया। रीपा के कैटलाग का विमोचन भी किया। साथ ही उन्होंने प्लेसमेंट कैंप के माध्यम से चयनित 10 लोगों को सांकेतिक जाब आफर लेटर दिया। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के हितग्राहियों को मार्जिन मनी अनुदान सौंपा। साथ ही मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग के स्टाल में हितग्राहियों को किट वितरण और महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टाल में सुपोषण टोकरी का वितरण किया। साथ ही स्कूली बच्चों को भी किया यूनिफार्म का वितरण किया। -
*हरेली तिहार की धूम:*
रायपुर /छत्तीसगढ़ के पहिली तिहार हरेली में लोगों का जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। हरेली तिहार का ऐसा उत्साह पहली बार देखने को मिला जब गेड़ी चढ़ने को लोग इस कदर आतुर हो उठे की तिहार के एक दिन पहले ही सी मार्ट और संजीवनी से पूरी की पूरी गेड़ी देखते ही देखते गायब हो गए। पंचायत और वन विभाग द्वारा गेड़ी निर्माण करवा कर आम जनों के लिए उचित मूल्य में गेड़ी सी मार्ट और संजीवनी में बेची जा रही थी। जिसका प्रतिसाद देखने को मिला कि हाथों हाथ सारे गेड़ी की बिक्री हो गई और आउट ऑफ स्टॉक हो गई । विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हमें इस बात का अंदाजा नहीं था कि गेड़ी को लेकर लोगों में इतना उत्साह देखने को मिलेगा। अब अगली बार हम दोगुने मात्रा में गेड़ी का निर्माण करेंगे, ताकि कोई भी स्टोर से निराश होकर ना लौटे सभी के हाथ में गेड़ी हो और वे धूमधाम से अपने पहिली तिहार हरेली मना सकें। -
*मुख्यमंत्री ने बछरू के साथ ली सेल्फी*
लोगों को पसंद आया बछरू का अंदाज**हरेली तिहार से छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की हुई शुरूआत**30 लाख से अधिक लोग छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में लेंगे हिस्सा**एकल और दलीय श्रेणी की 16 खेलों में होगी स्पर्धा*रायपुर,/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज से शुरू हो रहे छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के शुभंकर बछरू को लाँच किया। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के गाने पर बछरू की शानदार एंट्री ने दर्शकों का ध्यान खींचा। राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री निवास में आयोजित हरेली कार्यक्रम के दौरान बछरू को लाँच किया गया, जहां मुख्यमंत्री सहित जनप्रतिनिधियों और अन्य लोगों ने बछरू के साथ सेल्फी ली। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के गानों को भी लोगों ने खूब सराहा और इस गाने पर थिरकते बछरू का अंदाज भी लोगों को पसंद आया। 36 नंबर की जर्सी और गले में सोहई की माला पहना बछरू छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की पहचान बनने के साथ-साथ छत्तीसगढ़िया संस्कृति को भी प्रदर्शित कर रहा है।*छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का हुआ शानदार आगाज*हरेली लोगों के लिए इस बार दोगुनी खुशी लेकर आया, क्योंकि आज से ही छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का शानदार आगाज हुआ। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में लोग बडे़ उत्साह से भाग लेते हैं। खासकर गांवों में इसका अलग ही रौनक देखने को मिलता है। पिछले बार के ओलंपिक में पूरे प्रदेश में अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला। बच्चों से लेकर बुजुर्गों, महिलाआंे एवं बच्चों ने इस प्रतियोगिता में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। गांव-गांव मंे पारंपरिक खेलों के प्रति एक अच्छा वातावरण निर्मित हुआ। इस प्रतियोगिता के कई ऐसे क्षण देखने को मिले जो लोगों के लिए एक प्रेरणादायी बनी।*छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2023-24 में 16 खेल प्रतियोगिताएं*छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेल प्रतियोगिता दलीय व एकल दो श्रेणी में आयोजित होगी। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद एवं कुश्ती शामिल हैं।*राजीव युवा मितान क्लब से शुरू होगी प्रतियोगिता*छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का आयोजन ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में सबसे पहले राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर प्रतियोगिता 17 जुलाई से 22 जुलाई तक नॉकआउट पद्धति से होगा। वहीं दूसरा स्तर जोन है, जिसमें 8 राजीव युवा मितान क्लब को मिलाकर एक क्लब होगा। इसका आयोजन 26 जुलाई से 31 जुलाई तक होगा। विकासखंड एवं नगरीय क्लस्टर स्तर पर आयोजन 7 अगस्त से 21 अगस्त तक होगा। जिला स्तर पर आयोजन 25 अगस्त से 04 सितंबर तक होगा। संभाग स्तर पर आयोजन 10 सितंबर से 20 सितंबर तक होगा और अंतिम में राज्य स्तर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। जिसका की आयोजन 25 सितंबर से 27 सितंबर तक होगा।*प्रत्येक आयु वर्ग के प्रतिभागी ले सकेंगे हिस्सा*छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में आयु वर्ग को तीन वर्गों में बांटा गया है। इसमें प्रथम वर्ग 18 वर्ष की आयु तक, दूसरा वर्ग 18-40 वर्ष आयु सीमा तक और तीसरा वर्ग में 40 वर्ष से अधिक उम्र के प्रतिभागी शामिल होंगे। इस प्रतियोगिता में महिला एवं पुरुष दोनों वर्ग में प्रतिभागी भाग ले सकेंगे। -
पर्यावरण संतुलन हेतु अधिक से अधिक वृक्षारोपण के लिए की अपील
दुर्ग /संभागायुक्त एवं कुलपति श्री महादेव कावरे ने 17 जुलाई 2023 को कामधेनु विश्वविद्यालय अंजोरा परिसर में वृक्षारोपण कर हरेली के पावन पर्व पर सभी को हरेली तिहार की बधाई दी। इसके साथ ही श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय परिसर में उनके मार्गदर्शन पर उनके द्वारा एवं विश्वविद्यालय के सदस्यों द्वारा वृक्षारोपण का कार्य किया गया। जहां बास, जामुन, महुआ, साल, पीपल एवं बरगद आदि पौधों का रोपण किया गया।
इस अवसर पर संभागायुक्त एवं विश्वविद्यालय के कुलपति श्री कावरे ने अधिकारियों कर्मचारियों को आह्वान किया कि परिसर को हरा-भरा एवं स्वच्छ बनाने में सभी लोगों का सहयोग अपेक्षित है वर्तमान समय में बढ़ते प्रदूषण की वजह से वृक्षारोपण की आवश्यकता अधिक हो गई है, पर्यावरण में परिस्थितिक तंत्र को नियंत्रित करने के लिए पौधारोपण आवश्यक है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री सोनवने ने वृक्षारोपण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पेड़ पौधे हमारे अन्य जातियों का अस्तित्व संभव नहीं है। इस कार्यक्रम के अवसर विशेष अतिथि के रूप में अंजोरा सरपंच श्रीमती संगीता साहू, कुलसचिव डाँ. आर .के. सोनवने, वित्त अधिकारी श्री एस बी काले, निदेशक डॉ संजय शाक्य, डॉ जी के दत्ता, डॉ आर .सी .घोष, डॉ एम .के .अवस्थी, अधिष्ठाता डाँ.किशोर मुखर्जी, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. विकास खुने, विश्वविद्यालय जनसंपर्क अधिकारी डॉ दिलीप चौधरी, डॉ अमित गुप्ता, डॉ एस के थापक एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित थे। -
किसानों ने कृषि औजारों की पूजा अर्चना कर अच्छी फसल एवं खुशहाली की कामना की
गांवों में हुई छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत, खेलों को लेकर लोगों में खासा उत्साह
गोठानों में गौ-माता को चारा खिलाकर मनाया तिहार
बिलासपुर/जिले में उत्साह एवं उल्लास के साथ हरेली तिहार धूमधाम से मनाया गया। ग्रामीण इलाकों में भी जनप्रतिनिधियों, बच्चे, युवा, बजुर्ग सहित सभी हरेली तिहार में शामिल हुए। छत्तीसगढ़ की समृद्ध लोक संस्कृति, खेती-किसानी, रहन सहन, खान-पान, उत्सवधर्मिता हरेली के रूप में प्रकट होती है। इस दौरान जिले भर में हरेली तिहार के रंग में लोग रमे रहे। हरेली के साथ ही जिले के विकासखंडों में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत हो गई है, जिसमें बड़ी संख्या में गांवों के हर वर्ग के लोगों ने हिस्सा लिया। गांवों में गेड़ी दौड़, कंचा, लट्टू, फुगड़ी, गिल्ली डंडा जैसे पारंपरिक खेलों का आयोजन किया गया। मस्तूरी ब्लॉक के नीरतू, नवागांव, वेदपरसदा, मनवा सहित जिले के विभिन्न गांवों में हरेली और छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के तहत् कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिलेवासियों ने हरेली तिहार एकजुट होकर सोहार्दपूर्वक मनाया। गोठानों में गौ-माता को चारा खिलाकर, कृषि औजारों की पूजा की गई। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देने से जन-जन में अपनी संस्कृति के प्रति लगाव बढ़ा है। वहीं छत्तीसगढ़ी व्यंजनों चीला, फरा, ठेठरी खुरमी और अरसा का जमकर आनंद लिया। किसानों ने कृषि औजारों की पूजा अर्चना कर अच्छी फसल और खुशहाली की कामना की। हरेली तिहार की उमंग ग्रामीण अंचल से लेकर शहरों तक व्याप्त रहीं। जिले के सभी गोठानों में गौ-माता की पूजा कर उन्हें चारा खिलाया गया।
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संसदीय सचिव उपाध्याय ने किया छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेलों का शुभारंभ
संसदीय सचिव ने कृषि यंत्रों एवं गेड़ी की पूजा अर्चना कर की अच्छी फसल एवं खुशहाली की कामना
हरेली तिहार के रंग में साराबोर हुआ बहतराई इंडोर स्टेडियम
बिलासपुर/छत्तीसगढ़ के सभी परम्परागत खेलों को राज्य स्तर पर मंच उपलब्ध कराने और युवाओं में खेलों के प्रति रूचि बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का आज शानदार आगाज हरेली तिहार से हुआ। ससंदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय के मुख्य आतिथ्य में जिला स्तरीय कार्यक्रम स्व. बी.आर. यादव इंडोर स्टेडियम बहतराई में हुआ। इस अवसर पर संसदीय सचिव श्री उपाध्याय ने कृषि यंत्रों एवं गेड़ी की पूजा अर्चना कर गौ-माता को चारा खिलाया। हरेली तिहार के रंग में इंडोर स्टेडियम साराबोर हो गया। श्री उपाध्याय ने सभी को छत्तीसगढ़ के पहली तिहार हरेली की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति, परम्पराओं और खेलों को पूरे भारत में एक अलग पहचान दिलाई है। कार्यक्रम में बिलासपुर विधायक श्री शैलेष पाण्डेय, छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरूण सिंह चौहान, जिला पंचायत सदस्य श्री जितेन्द्र पाण्डेय, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री प्रमोद नायक, नगर निगम सभापति श्री शेख नजरूद्दीन, अरपा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री अभय नारायण राय, श्री विजय केशरवानी, श्री विजय पाण्डेय, कलेक्टर श्री सौरभ कुमार, नगर निगम आयुक्त श्री कुणाल दुदावत, जिला पंचायत सीईओ श्री अजय अग्रवाल, खिलाड़ी एवं खेल प्रेमी बड़ी संख्या में मौजूद थे।
मुख्य अतिथि के आसंदी से संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परम्पराओं को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में पारम्परिक खेलों के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक की शुरूआत की गई है। पूरे देश में छत्तीसगढ़ एक ऐसा मात्र राज्य है जहां पारम्परिक खेलों का विश्व स्तर पर प्रचार किया जा रहा है। आधुनिकता के इस समय में जहां शारीरिक खेल पीछे छूट गए है वहां इस प्रकार के आयोजनों से लोगों में अभूतपूर्व उत्साह देखा जा रहा है। इससे लोेगों के स्वास्थ्य में भी सकरात्मक परिवर्तन आया है। विधायक श्री पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किसानों के कल्याण के लिए कई योजनाएं शुरू की है और किसान भाईयों को सम्मान दिलाया। किसान हमारे अन्नदाता है और अन्न से हम है। सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं का लाभ उठाकर किसानों के जीवन में खुशहाली आई है। पर्यटन मण्डल के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हरेली से होली तक लगातार त्यौहारों का सिलसिला चलता है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रयासों से छत्तीसगढ़ की लोक कला और संस्कृति को भारत के मानचित्र में अलग पहचान मिली है।
संसदीय सचिव श्री उपाध्याय ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के शुभारंभ अवसर पर उन्होंने टॉस कर कबड्डी प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में स्वागत भाषण नगर निगम कमिश्नर श्री कुणाल दुदावत ने दिया। गौरतलब है कि एकल एवं दलीय श्रेणी को मिलाकर 16 खेलों में स्पर्धा होगी। खेलों को और रोमांचक बनाने के लिए इस बार कुश्ती और रस्सी कूद को भी शामिल किया गया है।
मुख्य अतिथि सहित जनप्रतिनिधियों ने भी खेलों में आजमाया हाथ - ओलम्पिक खेलों के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय सहित सभी जनप्रतिनिधियों ने खेलों में अपना हाथ आजमाया। उन्होंने रस्सा कस्सी और पिट्ठूल खेल का आनंद लिया।
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*मुख्यमंत्री ने सपरिवार हरेली तिहार में की पूजा-अर्चना*
*अच्छी फसल और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की*रायपुर,/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में आज परंपरागत रूप से छत्तीसगढ़ का पहला त्यौहार हरेली परिवार व आमजनों संग धूमधाम से मनाया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने धर्मपत्नी श्रीमती मुक्तेश्वरी बघेल एवं परिजनों के साथ विधिवत रूप से ग्राम देवी-देवताओं, तुलसी माता, नांगर, कृषि उपकरणों, गेड़ी और गौमाता की पूजा कर अच्छी फसल, किसानों और प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की।*हरेली के रंग में रंगा मुख्यमंत्री निवास-*हरेली तिहार के लिए मुख्यमंत्री निवास को पूरी तरह ग्रामीण परिवेश से सजाया गया था। जहां चारो-ओर छत्तीसगढ़ी संस्कृति की छटा दिख रही थी। छत्तीसगढ़ी संगीत, लोकनृत्य, पारंपरिक गड़वा बाजा, राउत नाचा, गेड़ी नृत्य, रहचुली और विभिन्न छत्तीसगढ़ी पकवानों और व्यंजनों के आनंद के साथ मुख्यमंत्री निवास में मौजूद लोग उत्साह के साथ हरेली में शामिल हुए। इसके साथ-साथ पशुधन विकास विभाग द्वारा विभिन्न डेयरी उत्पादों तथा पशु आहार पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई। परंपरागत कृषि उपकरणों का स्टॉल लोगों को खूब भाया और लोग खेती-किसानी के पुराने दिनों को याद करने लगे। इस अवसर पर लोक कलाकारों द्वारा राउत नाचा और गेड़ी चढ़कर नृत्य की प्रस्तति भी दी गई। राउत नाचा के कलाकारों के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ी पारंपरिक वेशभूषा पहनकर उनका उत्साह बढ़ाया।*नातिन के साथ मुख्यमंत्री ने रहचुली का लिया आनंद-*मुख्यमंत्री आवास आज हरेली ग्राउंड मेला जैसा लग रहा था। लोक संस्कृति की अनूठी झलक दिख रही थी। मुख्यमंत्री ने अपनी बेटी और नातिन के साथ रहचुली झूले का आनंद लिया। इस दौरान उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने भी रहचुली का आनंद लिया।*गेड़ी चढ़कर सरपट चले मुख्यमंत्री-*छत्तीसगढ़ में हरेली तिहार पर गेड़ी चढ़ने की पुरानी परंपरा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज गेड़ी चढ़कर सरपट चले और बरसों पुरानी यह परंपरा निभाई। मुख्यमंत्री उसी तरह से उत्साह और ऊर्जा से भरपूर नजर आ रहे थे। जैसे कोई किशोर हरेली के मौके पर गेड़ी चढ़कर अपनी खुशी जाहिर करता है।*मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों के स्टॉलों का किया अवलोकन*मुख्यमंत्री निवास में आयोजित हरेली तिहार में कृषि एवं पशुधन विभाग द्वारा डेयरी उत्पादों तथा परंपरागत कृषि उपकरणों पर आधारित स्टॉल लगाए गए। मुख्यमंत्री ने स्टॉलों का अवलोकन किया और किसानों की आय बढ़ाने के लिए पशुधन विभाग के नवाचारी प्रयासों की सराहना की। स्टॉल में मुख्य रूप से डेयरी उत्पाद और पशु आहार रखा गया था। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कृृषि उपकरणों के स्टॉल को देखा जहां परंपरागत रूप से कृषि व घरेलू कार्यों में उपयोग होने वाले रापा, दतारी, कोपर, ढेकी, टंगिया, सूपा, जाता, झउहा, परासी और हंसिया आदि प्रदर्शन के लिए रखे गए थे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि अच्छी पहल है। तकनीकी के इस दौर में आज के युवा भी पुरानी कृषि औजारों और उपकरणों को जान पाएंगे। उन्हें पता चलेगा कि यह केवल खेती से जुड़ा नहीं है बल्कि इसका संबंध हमारी संस्कृति और परंपरा से जुड़ी है।इस अवसर पर संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत राम सुंदर दास, विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा, श्री कुलदीप जुनेजा, श्री रामपुकार सिंह, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरिश देंवांगन, राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक, शाकम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष श्री रामकुमार पटेल, छत्तीसगढ़ राज्य उद्योग विकास निगम के अध्यक्ष श्री नंदकुमार साय, अल्प संख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री महेंद्र छाबड़ा, सिरपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री सतीश जग्गी, तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष श्री संदीप साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ कमलप्रीत सिंह सहित कृषि, संस्कृति व पशुधन विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे। -
बेमेतरा। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक जिला स्तरीय खेल का शुभारंभ रिमझिम फुहारों के बीच आज जवाहर लाल नेहरु कला एवं विज्ञान स्नातकोत्तर महाविद्यालय परिसर में संसदीय सचिव व विधायक नवागढ़ श्री गुरुदयाल सिंह बंजारे ने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने खेती-किसानी से जुड़े औजारों की पूजा-अर्चना की।
इस मौके पर अतिथियों द्वारा परिसर में वृक्षारोपण भी किया जाएगा। इस अवसर पर सीईओ ज़िला पंचायत श्रीमती लीना कमलेश मण्डावी, अपर कलेक्टर श्री अनिल कुमार वाजपेयी, छन्नुलाल मार्कण्डेय, एसडीएम सुश्री सुरुचि सिंह, डिप्टी कलक्टर, नगरपालिका अधिकारी सहित अन्य ज़िला अधिकारी,स्कूल, कॉलेज के छात्र-छात्रा सहित गणमान्य नागरिक व खेल प्रेमी उपस्थित थे।
संसदीय सचिव श्री गुरुदयाल सिंह बंजारे कहा कि हमारी लोककला और संस्कृति विलुप्त हो रही थी । वही पारंपरिक खेल भी आधुनिकता की दौड़ में पीछे छूट रहे। इस को मुख्यमंत्री ने महसूस किया और पारंपरिक छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक पिछले साल खेल का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि सफलता एक दिन में नहीं मिलती ।लक्ष्य बनाकर इसे पूरा करें।तभी आप लक्ष्य हासिल कर सकते है।
संसदीय सचिव ने कहा कि से आज से पूरे छत्तीसगढ़ के साथ बेमेतरा ज़िले में भी हरेली तिहार का आयोजन हो रहा साथ ही छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेलो का अगाज हो गया है। उन्होंने सभी को हरेली तिहार और छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक की बधाई और शुभकामनाएँ दी। उन्होंने नारियल फेंक और महिला रस्सा कस्सी का का आनंद लिया।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत व कार्यक्रम की नोडल अधिकारी श्रीमती लीना मण्डावी ने स्वागत भाषण में कहा कि आधुनिक परिवेश में काल के ग्रास बनते जा रहे छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेलों से नयी पीढ़ी को अवगत कराने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का शुभारम्भ सरकार द्वारा की गई। छत्तीसगढ़ में दूसरी बार हो रही पारम्परिक खेलों और खेल.कूद प्रतियोगिता का बेमेतरा ज़िले में जबरदस्त उत्साह है। खेल जिला, संभाग,और राज्य स्तर पर प्रतियोगिता होंगी। इस बार दो नये खेल जुड़े हैं । अभी राजीव मितान क्लब के माध्यम खेल खेला गया । -
नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के पहली तिहार हरेली के अवसर पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन जिले के ग्राम पंचायत गरांजी में विधायक एवं छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री चंदन कश्यप के द्वारा शुभारंभ किया गया। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के द्वारा छत्तीसगढ़ में तीज त्यौहार परंपराओं को सवारने एवं सहजने का कार्य शुरुआत किया गया है, उसे सहेज कर रखने की आवश्यकता हम सभी का होना चाहिए। छत्तीसगढ़ की भाषा, बोली, रहन सहन, वेशभूषा सहित परंपरा और संस्कृति को सवारने का जो कार्य किया जा रहा है, वह प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा की छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के माध्यम से 16 प्रकार के खेल विधाओं का शुभारंभ किया गया है, जिससे लोगों में एक दूसरे का पहचान बढ़ेगा। यह ओलंपिक सबसे पहले गांव से प्रारंभ होकर जिला स्तर से संभाग फिर राज्य स्तर पर खेल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आप लोग बढ़-चढ़कर भाग ले सकते हैं। श्री कश्यप ने कहा कि ग्रामीणजन सभी खेलों से परिचित होते हैं और जितने की मुझे पूरा विश्वास है। उन्होने राज्य स्तर पर पहुंचने के लिए जिले के खिलाड़ियों को खेल में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए शुभकामनाएं दी।। उन्होंने कहा कि जिले के अबूझमाड़ अब अबूझ नहीं रहा है, जिला प्रशासन द्वारा अबूझमाड़ का विकास करने के लिए शासकीय योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन किया जा रहा हैै। अबूझमाड़ के बच्चे मलखंब में देश और दुनिया में नारायणपुर का पहचान बना चुके हैं, इसके लिए मैं उन खिलाड़ियों को बधाई देता हूं। ऐसी ही छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में भी अच्छे प्रदर्शन कर राज्य स्तर में भी नारायणपुर जिले का नाम रोशन करने की शुभकामनाएं दी।
श्री चंदन कश्यप ने कहा कि हरेली त्यौहार के शुरुआत से किसानों में अच्छी फसल की पैदावार की कामना करते हुए इस त्यौहार को मनाया जाता है। इस दिन किसानो नें कृषि यंत्र का पूजा अर्चना कर फसल की अच्छी पैदावार के लिए प्रार्थना करते हैं। कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती श्यामबती नेताम, सांसद प्रतिनिधि अजय देशमुख, जय वट्टी, कलेक्टर अजीत वसंत और पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा ने भी संबोधित किया। हरेली तिहार के कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों के द्वारा नारियल फेंक प्रतियोगिता आयोजित किया गया तथा छत्तीसगढ़ी ओलंपिक का शुभारंभ महिलाओं के द्वारा रस्साकसी से शुभारंभ किया गया, जिसमें ठेकापारा गरांजी के महिलाओं ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। रस्साकसी में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले महिलाओं को विधायक द्वारा पुरस्कार भी दिया गया। छत्तीसगढ़ ओलंपिक विधा का 100 मीटर दौड़ का विधायक द्वारा हरी झंडी दिखाकर शुरूआत किया गया। कार्यक्रम के उपरांत श्री चंदन कश्यप द्वारा एजुकेशन हब गरांजी के मैदान में वृक्षारोपण कर पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती श्यामबती नेताम, कलेक्टर श्री वसंत, पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा, जिला पंचायत सीईओ देवेश कुमार द्वारा पौधे का रोपण किया। इस अवसर पर नगरपालिका उपाध्यक्ष प्रमोद नेलवाल, सरपंच गरांजी पिलसाय सलाम, रघु मानिकपुरी, जनप्रतिनिधिगण सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे। -
- छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का किया शुभारम्भ
दुर्ग / जिले के भिलाई सेक्टर 2 विद्यालय में आज जिला स्तरीय हरेली तिहार का आयोजन किया गया। प्रदेश के गृह, लोक निर्माण एवं कृषि मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस कार्यक्रम में मंत्री श्री साहू ने जिले में छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों ने कार्यक्रम स्थल पर खेती किसानी से जुड़े हल एवं कृषि यंत्रों का पूजा अर्चना व छत्तीसगढ़ महतारी के तैल चित्र पर माल्यापर्ण एवं दिप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किये । कार्यक्रम में विधायक श्री अरुण वोरा एवं श्री देवेंद्र यादव, महापौर नगर निगम भिलाई श्री नीरज पाल, महापौर दुर्ग श्री धीरज बाकलीवाल, महापौर नगर निगम रिसाली श्रीमती शशिकला सिन्हा, महापौर नगर निगम भिलाई 3 चरौदा श्री निर्मल कोसरे, जिला पंचायत के अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा भुवनेश्वर यादव, नगर निगम भिलाई की पूर्व महापौर सुश्री नीता लोधी जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र साहू भी मौजूद थे ।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि हरेली तिहार को किसानों का तिहार माना जाता है। छत्तीसगढ़ में आज से तिहार मनाने की शुरुवात होती है। विकास के साथ मानवता की विकास भी जरूरी है। छत्तीसगढ़ी संस्कृति को पहचान दिलाने सरकार पहल कर रही है। छत्तीसगढ़ी बोली भाखा तीज तिहार में बड़ी मिठास है। आज छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का भी शुभारम्भ होने जा रहा है। यहां के खेलों में भी अपनत्व की भावना है। आप सभी गर्व के साथ छत्तीसगढ़िया संस्कृति को अपनाएं। मंत्री जी ने सभी को हरेली तिहार की बधाई व शुभकामनाए दी।
कार्यक्रम के अध्यक्ष विधायक श्री अरुण वोरा ने कहा कि भूपेश है तो भरोसा है और भरोसा है तो प्रदेश का विकास है। हरेली छत्तीसगढ़ के पारंपरिक औऱ प्रथम त्यौहार है। आज इस शुभ अवसर पर पारम्परिक खेलो का जिसे छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का नाम दिया गया है, शुभारम्भ हो रहा है। उन्होंने शासन की योजनाओं से लाभान्वित होने आह्वान किया। विधायक श्री देवेंद्र यादव ने अपने सम्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ के संस्कृति को पुनर्जीवित करने सरकार का अभिनव पहल है। सही मायने में अब भिलाई की पहचान मिनी भारत के रूप में झलक रही है। उन्होंने सभी को हरेली तिहार की बधाई दी। महापौर नगर निगम भिलाई श्री नीरज पाल ने स्वागत भाषण में हरेली तिहार मनाने व छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी को हरेली तिहार की सभी को बधाई एवं शुभकामनाए दी।
कार्यकम के अंत मे नगर निगम भिलाई के आयुक्त श्री रोहित व्यास ने आभर प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि मंत्री श्री साहू सहित अन्य अतिथियों ने स्कूल परिसर में वृक्षारोपण किए।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, एसपी श्री शलभ सिन्हा, डीएफओ श्री शशि कुमार सहित सभी विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि ,गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेल में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद एवं कुश्ती शामिल हैं। -
महासमुंद। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2023-24 का आगाज आज हरेली त्यौहार 17 जुलाई,सोमवार को हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव एवं विधायक खल्लारी श्री द्वारिकाधीश यादव एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता संसदीय सचिव एवं महासमुन्द विधायक श्री विनोद चंद्राकर ने कृषि यंत्रों एवं गेड़ी का पूजा अर्चना कर किया।जिला स्तरीय कार्यक्रम महासमुन्द के टाउन हॉल में हुआ। शुभारंभ अवसर पर अतिथियों ने भौरा, कंचा, गेड़ी और फुगड़ी खेलकर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आगाज़ किया गया।
विदित है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के पारंपरिक खेल गतिविधियों को ग्रामीण क्षेत्र एवं नगरीय क्षेत्रों में प्रोत्साहित करने, प्रतिभागियों को मंच प्रदान करने व उनमें खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने एवं खेल भावना का विकास करने हेतु यह आयोजन किया जा रहा है।। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मण पटेल, सदय जागेश्वर चंद्राकर , डॉ श्रीमती रश्मि चंद्राकर ,श्री संजय शर्मा ,कलेक्टर प्रभात मलिक, जिला पंचायत सीईओ एस आलोक, वनमण्डलाधिकारी पंकज राजपूत,एसडीएम उमेश साहू एवं सम्बंधित अधिकारियों व खेल प्रेमी जनता की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि संसदीय सचिव श्री द्वारिकाधीश यादव ने कहा कि आज हम सबको एक साथ हरेली मनाने का अवसर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दिया है। उनकी सोच के कारण छतीसगढ़ की परम्परागत खेल, प्राचीन संस्कृति और लोक पर्व जीवित हो उठा है। खेलो का अपना महत्व है। हमे खेल से स्वस्थ जीवन मिलता है। शरीर स्वस्थ रहता है। मुख्यमंत्री ने किसानों का कर्ज महज 2 घण्टे के भीतर किया। सवेंदनशील मुखिया के कारण राज्य विकास की गति में तेजी से आगे हो रहा है। उन्होंने कहा कि समय का सदुपयोग करना है इसलिए ऐसे खेल खेलते रहने चाहिए।आज मुख्यमंत्री ने हमे छतीसगढिया ओलंपिक के माध्यम से ये अवसर दिया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री विनोद चंद्राकर ने कहा कि आज छतीसगढ़ में छतीसगढिया स्वाभिमान वापस लौट रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छतीसगढिया तीज त्योहार, संस्कृति को पुनर्जीवित करते हुए हम सबके मन मे गर्व का भाव जगा दिया है। मुख्यमंत्री ने किसानों का 20 क्विंटल धान खरीदी करने का ऐलान किया है। कोरोनकाल में देश मे मंदी का दौर जरूर चल रहा था लेकिन छतीसगढ में मंदी नही आर्थिक समृद्धि का दौर चल रहा था। उन्होंने सबको हरेली तिहार की सबको बधाई दी। कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मण पटेल ने कहा कि आज हम सबको फिर से पुराने दिन याद आ गए।हमने जो बचपन मे खेल खेला था वो आज फिर से तरोताजा हो गया एवं डॉ रश्मि चंद्राकर ने कहा कि जिस खेल को हम नाना नानी के घर खेलते थे उसे आज हमे फिर से खेलने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने इस सोच के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
कलेक्टर श्री प्रभात मलिक ने जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेल प्रतियोगिता दलीय व एकल दो श्रेणी में आयोजित होगी। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद एवं कुश्ती शामिल हैं।
राजीव युवा मितान क्लब से शुरू होगी प्रतियोगिता
छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का आयोजन ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में सबसे पहले राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर प्रतियोगिता 17 जुलाई से 22 जुलाई तक नॉकआउट पद्धति से होगा। वहीं दूसरा स्तर जोन है, जिसमें 8 राजीव युवा मितान क्लब को मिलाकर एक क्लब होगा। इसका आयोजन 26 जुलाई से 31 जुलाई तक होगा। विकासखंड एवं नगरीय क्लस्टर स्तर पर आयोजन 7 अगस्त से 21 अगस्त तक होगा। जिला स्तर पर आयोजन 25 अगस्त से 04 सितंबर तक होगा। संभाग स्तर पर आयोजन 10 सितंबर से 20 सितंबर तक होगा और अंतिम में राज्य स्तर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। जिसका की आयोजन 25 सितंबर से 27 सितंबर तक होगा।
प्रत्येक आयु वर्ग के प्रतिभागी ले सकेंगे हिस्सा
छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में आयु वर्ग को तीन वर्गों में बांटा गया है। इसमें प्रथम वर्ग 18 वर्ष की आयु तक, दूसरा वर्ग 18-40 वर्ष आयु सीमा तक और तीसरा वर्ग में 40 वर्ष से अधिक उम्र के प्रतिभागी शामिल होंगे। इस प्रतियोगिता में महिला एवं पुरुष दोनों वर्ग में प्रतिभागी भाग ले सकेंगे।
विजेता प्रतिभागियों को दिया जाएगा पुरस्कार
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में विकासखंड व नगरीय क्लस्टर स्तर पर विजेता प्रतिभागियों से लेकर राज्य स्तर के विजेता प्रतिभागियों को प्रभाणपत्र एवं पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। विकासखंड व नगरीय क्लस्टर स्तर प्रथम आने वाल विजेता खिलाड़ियों को 1000 रूपए, द्वितीय स्थान आने पर 750 रूपए एवं तीसरा स्थान आने पर 500 रूपए की पुरस्कार राशि एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। इसी तरह जिला स्तर पर प्रथम आने वाल विजेता प्रतिभागियों को 2000 रूपए की राशि, द्वितीय आने पर 1500 रूपए और तीसरे स्थान आने पर 1000 रूपए की राशि सहित प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। संभाग स्तर पर विजेता प्रतियोगियों को प्रथम आने पर 3000 रूपए, द्वितीय आने पर 2500 रूपए एवं तीसरे स्थान पाने वाले खिलाड़ियों को 2000 रूपए एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। राज्य स्तर पर ओलंपिक के अंतिम आयोजन में प्रथम आने वाले प्रतिभागियों को 5000 रूपए, द्वितीय आने पर 4500 रूपए एवं तीसरे स्थान आने वाले खिलाड़ियों को 4000 रूपए की राशि और प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। -
कोरिया। स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल खरवत में अभूतपूर्व उत्साह के साथ छत्तीसगढ़ के पारंपरिक त्यौहार हरेली तिहार तथा छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2023-24 का जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बैकुंठपुर की विधायक श्रीमती अंबिका सिंहदेव एवं कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने छत्तीसगढ़ी महतारी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रजवलित तथा खेती किसानी से जुडे़ पारंपरिक आैंजारों की विधिवत पूजा अर्चना कर जनप्रतिनिधियों के साथ पौध रोपण किया।
इस अवसर बैकुंठपुर विधायक श्रीमती अंबिका सिंहदेव ने सभी को हरेली तिहार की बधाई एवं शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हरेली तिहार छत्तीसगढ़ के किसानों की पारंपरिक त्यौहार है, इस दिन किसान खेती-किसानी में काम आने वाले पारंपरिक औजार तथा गाय की पूजा करते हैै। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ की पारंपरिक खेल को बढावा देने के लिए छत्तीसगढ़ीया ओलंपिक की शुरूआत की है। श्रीमति सिंहदेव ने सभी को इन खेलों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने तथा जिले का नाम प्रदेश स्तर पर रोशन करने को कहा। इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री वेदांति तिवारी ने भी उपस्थित लोगो को हरेली त्यौाहार की बधाई एवं शुभकामनाएँ दी।
इस अवसर पर विधायक, कलेक्टर सहित समस्त उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने रस्सा कस्सी, नारियल फेंक और गेड़ी दौड़ में भाग लेकर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का लुप्त उठाया।
कार्यक्रम में सीईओ जिला पंचायत डॉ.आशुतोष चतुर्वेदी, जनपद अध्यक्ष सौभाग्यवती कुसरो, जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी, शिवपुर चरचा नगर पालिका अधयक्ष श्रीमति लालमुनी यादव, क्षेत्र के गणमान्य नागरिक श्री नजिर अजहर, सांसद प्रतिनिधि श्री प्रदिप गुप्ता, अन्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी, खरवत के सरपंच सहित स्कूली छात्र-छात्राएं एवं ग्रामीण जन के जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। -
* आंदोलन के महिला प्रमुख को अज्ञात नंबरों से अनर्गल काल
* कोचियो पर कार्यवाही व साइबर सेल से जांच कराने एस पी से मिलेंगे जनप्रतिनिधि
रायपुर। मुख्य सड़क मार्ग सहित ग्राम के गली कूचों में बिक रहे अवैध शराब के खिलाफ असौंदा के ग्रामीणों द्वारा खोले गये मोर्चा के बाद शराब न बेचने के कोचियो के आश्वासन के चलते उन पर निगरानी के निर्णय के साथ स्थगित आंदोलन के एक सप्ताह बीतते - बीतते बीते 17 जुलाई को समीक्षा बैठक संपन्न हुई । बैठक में ग्रामीणों ने खुले आम अवैध शराब बिक्री रुक जाने पर गुपचुप शराब बिकने की बात कही । इस शराब बिक्री के पीछे ग्राम के ही निवासी एक शराब सप्लायर व उसके एक रिश्तेदार की प्रमुख भूमिका होने की जानकारी दी । बैठक में आंदोलन में प्रमुख भूमिका निबाहने वाली एक महिला से इसी शराब सप्लायर द्वारा मोबाइल नंबर मांगने के बाद अलग-अलग नंबरों से अनर्गल काल आने की जानकारी इस महिला ने सार्वजनिक तौर पर दी । ग्रामीणों ने वादाखिलाफी करने वाले कोचियो के साथ महिला को अनर्गल काल करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने थाना प्रभारी से ले एस पी तक शिकायत करने व कुछ दिनों बाद पुनः समीक्षा बैठक कर रणनीति बनाने का निर्णय लिया ।
ज्ञातव्य हो कि अवैध शराब बिक्री से त्रस्त ग्रामीणों ने बीते 2 जुलाई को इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था जिसके चलते कोचियो द्वारा अवैध शराब बिक्री से तौबा कर लेने के आश्वासन के बाद बीते 11जुलाई को इन पर निगरानी रखने व कुछ समय बाद समीक्षा बैठक करने के निर्णय के साथ आंदोलन पर अस्थायी रुप से विराम लगा दिया था । बैठक में ग्राम के ही निवासी एक कथित बैठक शराब सप्लायर द्वारा आश्वासन के बाद भी अपने एक रिश्तेदार व कतिपय नाबालिगों के माध्यम से ग्राम में गुपचुप तरीके से शराब बिकवाने का आरोप लगाया गया । आंदोलन में महती भूमिका निबाहने वाली महिला ने इस शराब सप्लायर द्वारा मोबाइल नंबर लेने के बाद से लगातार अलग अलग नंबरों से अनर्गल काल आने की जानकारी दी व इस सप्लायर से पूछने पर इसमें उसका कोई भूमिका न होने व ग्रामीण बैठका में यह जानकारी न देने की धमकी दी । साथ ही इस शराब सप्लायर द्वारा सरपंच को भी यह मामला ग्रामीण बैठका में न रखवाने का आग्रह किये जाने की जानकारी स्वयं सरपंच ने बैठक में दी । इस बैठक में इस शराब सप्लायर व शराब बेचने वाले उसके रिश्तेदार को इसकी पुष्टि करने व समझाईश देने बुलाया गया पर वे ग्राम से बाहर होने की बात कह कन्नी काट गये । इसके चलते ग्रामीणों व खासकर महिलाओं में और अधिक आक्रोश व्याप्त हो गया । इस शराब सप्लायर व ग्राम के अवैध शराब विक्रेताओं की पूरी जानकारी आबकारी व थाना प्रशासन को होने व इन पर रोक लगाने में कोताही बरतने का आरोप लगाते हुये ग्रामीणों ने थाना प्रभारी से ले एस पी को ज्ञापन सौंपने व क्षेत्रीय विधायक श्रीमती अनिता शर्मा को भी इसकी जानकारी देने का निर्णय लिया । बैठक में प्रमुख रूप से कल्याणी विश्वकर्मा , दुखिया पाल , पूर्णिमा वर्मा , जानी पाल , उत्तरा वर्मा , सेवती ध्रुव , ललिता यादव , अनिता वर्मा , त्रिवेणी वर्मा , जानकी यादव , अनिता चौहान , रूपा वर्मा , सरपंच राजेश साहू , पूर्व सरपंच जितेन्द्र चंद्राकर , सिंचाई पंचायत के अध्यक्ष रहे मुरारी वर्मा , मेहत्तर ध्रुव , रामकुमार साहू , जितेन्द्र चेलक , बहादुर साहू , ओंकार वर्मा , बद्री वर्मा , कुमार यादव , त्रिलोकी चौहान , नारायण वर्मा , चिंताराम तुरकाने , रामकिशुन वर्मा , शत्रुघ्न यादव , देवनाथ वर्मा व किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा मौजूद थे । श्री शर्मा ने आंदोलन में महती भूमिका निबाहने वाली महिला को किये जाने वाले कथित अनर्गल काल पर कहा कि यह शराब बिक्री बंद होने से बौखलाये तत्वों का कारनामा हो सकता है और उनके इस बौखलाहट से पता चलता है कि आंदोलन सफलता की ओर है । उन्होंने इस बिना घबराये एकजुट हो इसके खिलाफ सतत् संघर्ष जारी रखने व हर संभव सक्रिय सहयोग देने का आश्वासन दिया व ग्रामवासियों के चाहने पर प्रतिनिधि मण्डल में शामिल होने की रजामंदी भी दी । - रायपुर। आगामी खरीफ विपणन वर्ष 2023-2024 में धान खरीदी और कस्टम मिलिंग की नीति की समीक्षा कर सुझाव देने हेतु गठित मंत्रिमंडलीय उप समिति की बैठक 18 जुलाई को होगी। यह बैठक छत्तीसगढ़ विधानसभा स्थित सभाकक्ष में दोपहर 1.30 बजे से आहूत की गई है।मंत्रिमंडलीय उप समिति की बैठक में मंत्रीगणों के अलावा कृषि, वित्त, राजस्व, सहकारिता, खाद्य विभाग के साथ ही छत्तीसगढ़ स्टेट सिविल सप्लाईज कॉर्पोरेशन, छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन, चिप्स, अपैक्स बैंक और एनआईसी के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा आगामी खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में प्रदेश के पंजीकृत किसानों से 125 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का अनुमानित लक्ष्य रखा गया है। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार की किसान हितैषी नीतियों एवं फैसलों के कारण विगत चार सालों में किसानों की संख्या और रकबा में लगातार वृद्धि हुई है। कृषि उत्पादन भी तेजी के साथ बढ़ा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर धान खरीदी के साथ-साथ धान का उठाव के कारण धान का निष्पादन आसानी से संपन्न हुआ है। इस वर्ष भी किसानों को सहुलियत प्रदान करने और धान विक्रय के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक तैयारियां की जा रही है।
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रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल नवागांव में कृषि सम्मेलन में पहुंचे
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया और विधायक श्री धनेन्द्र साहू भी हैं सम्मेलन में मौजूदमुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलित कर सम्मेलन का किया शुभारंभनवागांव पहुंचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किया विभिन्न विभागों के स्टाल का अवलोकन. रीपा केंद्र में सेवागुड़ी एप्लीकेशन का उद्घाटन किया। रीपा के कैटलाग का विमोचन भी किया।. प्लेसमेंट कैंप के माध्यम से चयनित 10 लोगों को सांकेतिक जाब आफर लेटर दिया, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के हितग्राहियों को सौंपा मार्जिन मनी अनुदान. कृषि विभाग के स्टाल में हितग्राहियों को किट वितरण और महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टाल में सुपोषण टोकरी का वितरण किया. स्कूली बच्चों को भी किया यूनिफार्म का वितरण -
रायपुर। हरेली तिहार के लिए मुख्यमंत्री निवास को पूरी तरह ग्रामीण परिवेश से सजाया गया था। जहां चारो-ओर छत्तीसगढ़ी संस्कृति की छटा दिख रही थी। छत्तीसगढ़ी संगीत, लोकनृत्य, पारंपरिक गड़बा बाजा, राउत नाचा, गेड़ी नृत्य, रहचुली और विभिन्न छत्तीसगढ़ी पकवानों और व्यंजनों के आनंद के साथ मुख्यमंत्री निवास में मौजूद लोग उत्साह के साथ हरेली में शामिल हुए। इसके साथ-साथ पशुधन विकास विभाग द्वारा विभिन्न डेयरी उत्पादों तथा पशु आहार पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई। परंपरागत कृषि उपकरणों का स्टॉल लोगों को खूब भाया और लोग खेती-किसानी के पुराने दिनों को याद करने लगे। इस अवसर पर लोक कलाकारों द्वारा राउत नाचा और गेड़ी चढ़कर नृत्य की प्रस्तति भी दी गई। इसे लोगों ने खूब सराहा।
- - मंदिर में शिव स्कंद विहार का निर्माण कर आकर्षक सज्जा की जाएगी- मनीष वोरारायपुर। श्रावण मास के दूसरे सोमवार को रायपुर के प्राचीन बुढ़ेश्वर महादेव मंदिर में भगवान भोलेनाथ का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। इस सोमवार को विशेष संयोग बना है। इस दिन हरियाली अमावस्या है। सोमवार को अमावस्या का संयोग बनने के कारण इसे सोमवती अमावस्या भी कहते हैं। इस दिन का खास महत्व है।सावन माह के दूसरे सोमवार को श्री बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में चारों ओर हरियाली का दृश्य प्रस्तुत कर भगवान भोलेनाथ का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। भगवान शिव, प्रकृति के देव हैं इसलिए मंदिर में चारों ओर अशोक, कदम, आम, पीपल, जामुन आदि के पत्तों से पूरे सभामण्डप को आच्छादित करते हुए, शिव बाग का निर्माण किया जाएगा। साथ ही गर्भगृह में शिवलिंग का विशेष श्रृंगार किया जाएगा।श्री रायपुर पुष्टिकर समाज के ट्रस्टी मनीष वोरा ने बताया कि बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर के गर्भ गृह में सोमवार को विशेष साज- श्रृंगार के साथ ऐसा दृश्य प्रस्तुत किया जाएगा, मानो भगवान शिव अपने पुत्र कार्तिकेय जिनका एक नाम स्कंद कुमार भी है, मयूर पर विराजमान होकर पृथ्वी का भ्रमण कर रहे हैं। परिक्रमा पथ में विभिन्न प्रकार के पत्तों से शिव बाग का निर्माण किया जाएगा। जिसमे प्रवेश करते ही भक्तों को वन में भ्रमण की अनुभूति होगी। चारों ओर मयूर की आवाज़ और विभिन्न पक्षियों का कलरव सुनाई देगा। मंदिर में भक्तों केे सुलभ दर्शन के लिए पूरी व्यवस्था की जाएगी।श्री वोरा ने बताया कि मंदिर में प्रात: 4.00 बजे भगवान शिव का भस्म से अभिषेक किया जाएगा , उसके बाद भक्तों के लिए मंदिर के पट खोल दिए जाएंगे। दोपहर 12 बजे भगवान भोलेनाथ को भोग लगाया जाएगा। ततपश्चात श्रृंगार हेतु मंदिर के पट बन्द कर दिए जाएंगे और संध्या 4.30, मिनट पर एक बार फिर भक्तों के लिए मंदिर के द्वार खोले जाएंगे।
- -तेन्दूपत्ता प्रोत्साहन पारिश्रमिक तथा संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के लाभांश की 466 करोड़ रूपए की राशि का होगा वितरण-नरवा विकास अंतर्गत वनांचल के 6 हजार 755 नालों में 25 लाख हेक्टेयर से अधिक रकबा में भू-उपचार का कार्य जारी-मुख्यमंत्री ने वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के विभागीय काम-काज की समीक्षा कीरायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज शाम यहां राजधानी स्थित अपने निवास कार्यालय में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के काम-काज की गहन समीक्षा की। उन्होंने इस दौरान विभागीय अधिकारियों की छत्तीसगढ़ में वनों के सरंक्षण-संवर्धन सहित वनवासियों के उत्थान हेतु समन्वित होकर कार्य करने के लिए विशेष जोर दिया। इस अवसर पर वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर उपस्थित थे।बैठक में बताया गया कि राज्य में 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आयोजित वृहद स्तरीय कार्यक्रम में तेन्दूपत्ता प्रोत्साहन पारिश्रमिक तथा संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के लाभांश लगभग 466 करोड़ रूपए की राशि का जिलों में हितग्राहियों को वितरण किया जाएगा। इनमें वन प्रबंधन समितियों के वर्ष 2018-19 से 2023-24 तक की अवधि के 44 करोड़ रूपए की लाभांश राशि शामिल है। इसी तरह तेन्दूपत्ता प्रोत्साहन पारिश्रमिक अंतर्गत 422 करोड़ रूपए की राशि में से वर्ष 2021 के 163 करोड़ 59 लाख रूपए तथा वर्ष 2022 के अंतर्गत 258 करोड़ 17 लाख रूपए की राशि शामिल है।बैठक में समीक्षा के दौरान जानकारी दी गई कि वन विभाग द्वारा राज्य में वनों संरक्षण तथा संवर्धन की दिशा में निरंतर कार्य हो रहे हैं। वर्तमान में मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप वृक्षारोपण का कार्य तेजी से चल रहा है और इसमें फलदार पौधों के रोपण को प्राथमिकता से लिया गया है। राज्य में वर्ष 2023-24 में विभागीय वृक्षारोपण अंतर्गत समस्त योजनाओं में 7 हजार 695 हेक्टेयर रकबा में 70 लाख से अधिक पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया है। इनमें कैम्पा मद के वृक्षारोपण के अंतर्गत 3 हजार 68 हेक्टेयर क्षेत्र में लगभग 18 लाख पौधरोपण का लक्ष्य शामिल है। गौरतलब है कि इनमें चालू वर्षा ऋतु के दौरान 2 हजार 121 हेक्टेयर रकबा में 6 लाख 47 हजार फलदार पौधों का रोपण किया जाएगा।बैठक में राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ‘‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना’’ की प्रगति के संबंध में समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना अंतर्गत वर्ष 2023-24 में 23 हजार 603 कृषकों द्वारा 36 हजार 140 एकड़ रकबा में पौधरोपण किया जाएगा। इनमें प्रजातिवार सागौन, बांस, नीलगिरी, चंदन तथा मिलिया डूबिया के 2 करोड़ 25 लाख 52 हजार 941 पौधों का रोपण होगा। इसी तरह नरवा विकास के महत्वपूर्ण कार्यक्रम के बारे में भी विस्तार से समीक्षा की गई। नरवा विकास अंतर्गत राज्य में वर्तमान में वनांचल के 6 हजार 755 नालों में 25 लाख हेक्टेयर से अधिक रकबा में भू-उपचार का कार्य प्रगति पर है। इसके लिए 1 करोड़ 80 लाख भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का निर्माण जारी है।बैठक में आगे छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ, वन्यप्राणी, संयुक्त वन प्रबंधन समिति, औषधि पादक बोर्ड और राज्य जैव विविधता बोर्ड के कार्यों तथा प्रगति के बारे में गहन समीक्षा की गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, वन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री व्ही. श्रीनिवास राव, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी तथा श्री अंकित आनंद, प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज संघ श्री अनिल राय, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) श्री सुधीर अग्रवाल, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री अरूण पांडेय तथा श्री सुनील कुमार मिश्रा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री ओपी यादव तथा श्री जे. ए. सी. एस. राव सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
- रायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज शाम उनके निवास कार्यालय में राजीव युवा मितान क्लब के शासी निकाय की बैठक आयोजित हुई। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बैठक में निर्धारित एजेंडे के अनुरूप खेल एवं युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों से विस्तृत चर्चा कर योजना के क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी ली और महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए। इस दौरान राजीव युवा मितान क्लब के कार्यकारिणी समिति द्वारा पारित संशोधन प्रस्तावों और अन्य शासी परिषद द्वारा अनुमोदन किया गया। जिसमें योजनांतर्गत जिला स्तरीय समितियों को अंतरित 63 करोड़ 77 लाख रुपये का कार्याेत्तर अनुमोदन और राजीव युवा मितान क्लब के नियमावली में संशोधन हेतु कार्यकारिणी समिति द्वारा पारित 05 प्रस्ताव का अनुमोदन शामिल है।बैठक में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राजीव युवा मितान क्लब के लिए आबंटित बजट से प्रशासनिक व्यय न कर अतिरिक्त राशि उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों दिए। साथ ही जिला स्तरीय समितियों को चार किश्तों में जारी होने वाली राशि के लिए वर्तमान प्रावधानों को संशोधित करते हुए पहले किश्त के रूप में प्राप्त राशि में से समिति द्वारा 15 हजार रूपए खर्च करने के संबंध में ब्यौरा प्रस्तुत करने पर अगले किश्त की राशि जारी कर दी जाएगी। वर्तमान में पहले किश्त की राशि का शत-प्रतिशत खर्च न करने पर अगले किश्त की राशि जारी नहीं की जाती थी, जिसे अब संशोधित करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही बैठक में मुख्यमंत्री श्री बघेल के निर्देश पर राजीव युवा मितान क्लब के गतिविधियों का क्रियान्वयन एवं संचालन हेतु राज्य स्तरीय समन्वय नामांकित करने का निर्णय भी लिया गया है। बैठक में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अधिकारियों से कहा कि आगामी त्योहार परब को देखते हुए सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन मितान क्लबों को जारी होने वाली आगामी किश्त की राशि समय पर अंतरित की जाए।बैठक में स्कूल शिक्षा मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया, भिलाई विधायक श्री देवेंद्र यादव, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अंकित आनंद तथा श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव श्री नीलम नामदेव एक्का, संचालक खेल एवं युवा कल्याण श्रीमती श्वेता सिन्हा उपस्थित रहे।शासी परिषद की बैठक में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल वर्चुअली शामिल हुए।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के राजधानी रायपुर स्थित निवास में हर बार की तरह इस बार भी हरेली का पर्व पारंपरिक रूप में धूमधाम से मनाया जाएगा। हरेली पर्व को धूमधाम से मनाने के लिए मुख्यमंत्री निवास में तैयारियां जोर-शोर से चल रही है।मुख्यमंत्री श्री बघेल हरेली तिहार पर तुलसी पूजा कृषि यंत्रों की पूजा में शामिल होने के बाद भंवरा, बांटी, गिल्ली डंडा, मटकी फोड़ और गेड़ी नृत्य जैसे आयोजन में शामिल होंगे। वे इस मौके पर गौ पूजन कर हरेली के अवसर पर तैयार किए गए लोंदी खिलाएंगे। मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी लोक कलाकारों द्वारा राउत नाचा, गेड़ी नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी तथा हरेली गीत भी गाए जाएंगे। इस मौके पर पशुधन विकास और पारंपरिक कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। मुख्यमंत्री निवास पर ग्रामीण परिवेश के अनुरूप सजाया जा रहा है। यहां रहचुली भी लगाई जा रही है।हरेली तिहार में राउत नाचा का कार्यक्रम दयालू राम यादव और उनकी टीम द्वारा प्रस्तुित किया जाएगा। गेड़ी नृत्य प्रेम यादव तथा लोककला संस्कृति की प्रस्तुति अनुराग शर्मा की टीम द्वारा दी जाएगी। हरेली खेती का त्योहार है और साथ ही छत्तीसगढ़ में खेलों का सबसे बड़ा दिन। मुख्यमंत्री इस दिन छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का शुभारंभ रायपुर जिले के ग्राम नवागांव (ल) में करेंगे और वहां आयोजित किसान सम्मेलन में शामिल होंगे। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के प्रमुख 6 पर्वों पर सार्वजनिक अवकाशों की घोषणा की है, उनमें हरेली त्यौहार भी शामिल है।
- -छत्तीसढ़िया ओलंपिक में इस बार 30 लाख से अधिक लोग बिखेरेंगे अपना जलवा-एकल और दलीय श्रेणी को मिलाकर 16 खेलों में होगी स्पर्धा-खेलों को और भी रोमांचक बनाने इस बार कुश्ती और रस्सीकूद भीरायपुर /लोक संस्कृति से जुड़े छत्तीसगढ़ के पहला तिहार हरेली को बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दिन किसान खेती-किसानी में उपयोग आने वाली कृषि उपकरणों की पूजा करते हैं। हरेली में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक गेड़ी का आनंद लेते हैं। लोगों के लिए इस बार यह दोगुनी खुशी की बात है की हरेली के दिन से ही छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की भी शुरूआत हो रही है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशन एवं खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल के मार्गदर्शन में शुरू की गई छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में लोग बडे़ उत्साह से भाग लेते हैं। खासकर गांवों में इसका अलग ही रौनक देखने को मिलता है।पिछले बार के ओलंपिक में पूरे प्रदेश में अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला। बच्चों से लेकर बुजुर्गों, महिलाआंे एवं बच्चों ने इस प्रतियोगिता में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। गांव-गांव मंे पारंपरिक खेलों के प्रति एक अच्छा वातावरण निर्मित हुआ। इस प्रतियोगिता के कई ऐसे क्षण देखने को मिले जो लोगों के लिए एक प्रेरणादायी बनी। शादी के बाद जो महिलाएं ससुराल चली गई थी, उनकी भी इन खेलों में बड़ी संख्या में भागीदारी रही। घरेलु काम में उलझी महिलाएं जब गेंड़ी, लंगड़ी दौड़, फुगड़ी, रस्साकसी और अन्य खेल प्रतियोगिताओं में खेलते हुए नजर आई तो लोगों ने भी उनकी खूब हौसला अफजाई की। मुख्यमंत्री की भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान भी कई ऐसे प्रतिभागी मिले जिन्होंने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरूआत के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल का आभार व्यक्त किया और इसे जारी रखने का आग्रह किया। इस साल छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2023-24 में एकल श्रेणी में रस्सीकूद एवं कुश्ती को भी शामिल किया गया है। इस तरह एकल एवं दलीय श्रेणी को मिलाकर कुल 16 तरह के खेल प्रतियोगिता आयोजित होंगी।शारीरिक कमियां और उम्र की सीमा भी डिगा नहीं पाई हौसलों कोपिछले वर्ष अयोजित छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। ग्रामीण क्षेत्रों में 25 लाख से ज्यादा एवं नगरों में 01 लाख 30 हजार से ज्यादा लोगों की भागीदारी रही। इस ओलंपिक में कई ऐसे क्षण भी आए जब उम्र की बाधा भी प्रतिभागियों के उत्साह के सामने फिकी पड़ गई तो किसी की शारीरिक अक्षमता भी उनके हौसलों को डिगा नहीं पाई। फुगड़ी में रायपुर संभाग के हरदी ग्राम पंचायत की 65 वर्षीय श्रीमती आशोबाई ने 01 घण्टा 31 मिनट 58 सेकेण्ड तक फुगड़ी खेलकर 40 वर्ष से अधिक आयुवर्ग में जीत हासिल की। यह उनके जज्बे को दर्शाता है। हौसलों से भरपूर एक ऐसे ही कहानी है बस्तर जिला के ग्राम सरगीपाली की रहने वाली गुब्बारी की। जिन्होंने शारीरिक कमियों और विपरित परिस्थितियों के बावजूद पूरे दमखम के साथ इस ओलंपिक मेें शामिल होकर अपने आप को साबित किया। गुब्बारी की बाएं हाथ की हथेली नहीं है, इसके बावजूद उन्होंने राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर कई खेलों में भाग लिया और सामूहिक खेल कबड्डी और खो-खो में जीत भी हासिल की। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक प्रतियोगिता खिलाड़ियों के लिए खेलों में आगे कैरियर बनाने के रास्ते भी बना रहा है। इस ओलंपिक प्रतियोगिता के माध्यम से रायपुर की नबोनिता बैरा को बिलासपुर खेल अकादमी में प्रशिक्षण का सुनहरा अवसर भी प्राप्त हुआ है।छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2023-24 में 16 खेल प्रतियोगिताएंछत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेल प्रतियोगिता दलीय व एकल दो श्रेणी में आयोजित होगी। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद एवं कुश्ती शामिल हैं।राजीव युवा मितान क्लब से शुरू होगी प्रतियोगिताछत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का आयोजन ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में सबसे पहले राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर प्रतियोगिता 17 जुलाई से 22 जुलाई तक नॉकआउट पद्धति से होगा। वहीं दूसरा स्तर जोन है, जिसमें 8 राजीव युवा मितान क्लब को मिलाकर एक क्लब होगा। इसका आयोजन 26 जुलाई से 31 जुलाई तक होगा। विकासखंड एवं नगरीय क्लस्टर स्तर पर आयोजन 7 अगस्त से 21 अगस्त तक होगा। जिला स्तर पर आयोजन 25 अगस्त से 04 सितंबर तक होगा। संभाग स्तर पर आयोजन 10 सितंबर से 20 सितंबर तक होगा और अंतिम में राज्य स्तर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। जिसका की आयोजन 25 सितंबर से 27 सितंबर तक होगा।प्रत्येक आयु वर्ग के प्रतिभागी ले सकेंगे हिस्साछत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में आयु वर्ग को तीन वर्गों में बांटा गया है। इसमें प्रथम वर्ग 18 वर्ष की आयु तक, दूसरा वर्ग 18-40 वर्ष आयु सीमा तक और तीसरा वर्ग में 40 वर्ष से अधिक उम्र के प्रतिभागी शामिल होंगे। इस प्रतियोगिता में महिला एवं पुरुष दोनों वर्ग में प्रतिभागी भाग ले सकेंगे।विजेता प्रतिभागियों को दिया जाएगा पुरस्कारछत्तीसगढ़िया ओलंपिक में विकासखंड व नगरीय क्लस्टर स्तर पर विजेता प्रतिभागियों से लेकर राज्य स्तर के विजेता प्रतिभागियों को प्रभाणपत्र एवं पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। विकासखंड व नगरीय क्लस्टर स्तर प्रथम आने वाल विजेता खिलाड़ियों को 1000 रूपए, द्वितीय स्थान आने पर 750 रूपए एवं तीसरा स्थान आने पर 500 रूपए की पुरस्कार राशि एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। इसी तरह जिला स्तर पर प्रथम आने वाल विजेता प्रतिभागियों को 2000 रूपए की राशि, द्वितीय आने पर 1500 रूपए और तीसरे स्थान आने पर 1000 रूपए की राशि सहित प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। संभाग स्तर पर विजेता प्रतियोगियों को प्रथम आने पर 3000 रूपए, द्वितीय आने पर 2500 रूपए एवं तीसरे स्थान पाने वाले खिलाड़ियों को 2000 रूपए एवं प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। राज्य स्तर पर ओलंपिक के अंतिम आयोजन में प्रथम आने वाले प्रतिभागियों को 5000 रूपए, द्वितीय आने पर 4500 रूपए एवं तीसरे स्थान आने वाले खिलाड़ियों को 4000 रूपए की राशि और प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे।प्राथमिक चिकित्सा सुविधा रहेगी उपलब्धप्रत्येक आयोजन स्तर पर फर्स्ट एड किट की व्यवस्था एवं स्थानीय स्तर पर यथासंभव आपातकालीन चिकित्सा सुविधा की उपलब्धता आयोजन समिति द्वारा की जाएगी। आयोजन स्थल पर एंबुलेंस व्यवस्था सुनिश्चित करने की भी जिम्मेदारी आयोजन समिति पर होगी। खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा जारी निर्देशानुसार महिला खिलाड़ियों के लिए रेफरी एवं निर्णायक महिलाएं ही रखी जाएंगी। इसके अलावा विभाग द्वारा आयोजन के सभी स्तर पर खिलाड़ियों से मान्य पहचान प्रमाण पत्र लिया जाना अनिवार्य किया गया है।
- रायपुर /छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम् द्वारा 18 जुलाई को संस्कृत विद्वानों का सम्मान वर्ष 2019 एवं 2020 तथा मेधावी छात्र सम्मान 2019 का आयोजन छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल सभागार पेंशनबाड़ा रायपुर में दोपहर 2 बजे किया जाएगा। सम्मान समारोह में संस्कृति सचिव श्री चिन्तामणी महाराज, छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत डॉ. रामसुंदर दास की उपस्थित में होगा।सम्मान समारोह में वर्ष 2019 के लिए जिन संस्कृत विद्वानों को सम्मानित किया जाएगा, उनमें राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार महर्षि वेदव्यास सम्मान डॉ. निलिम्प त्रिपाठी प्रोफेसर महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय भोपाल को प्रदान किया जाएगा। राज्य स्तरीय पुरस्कारों में महर्षि वाल्मीकि सम्मान डॉ. तोयनिधि वैष्णव रायपुर, लोमश ऋषि सम्मान श्री सुदीप्त किशोर पंडा प्राचार्य वासुदेव संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अडभार पेण्ड्रा, ऋषि ऋष्यश्रृंग सम्मान डॉ. संतोष कुमार तिवारी व्याख्याता शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिलासपुर और माता कौशल्या सम्मान डॉ. गरिमा ताम्रकार व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बटंग वर्तमान में छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम् रायपुर को प्रदान किया जाएगा।इसी प्रकार वर्ष 2020 के लिए जो संस्कृत विद्वान सम्मानित होंगे उनमें राज्य स्तरीय पुरस्कार में महर्षि वाल्मीकि सम्मान डॉ. बालकृष्ण तिवारी रायपुर, ऋषि ऋष्यश्रृंग सम्मान श्री चन्द्रभूषण शुक्ला श्री महामाया मंदिर देवी पुरानी बस्ती रायपुर और माता कौशल्या सम्मान श्रीमती गीता शर्मा रायपुर को प्रदान किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार में 51 हजार रूपए और राज्य स्तरीय पुरस्कार में 31-31 हजार रूपए की सम्मान राशि प्रदान की जाती है।सम्मान समारोह में वर्ष 2019 में कक्षा उत्तर मध्यमा द्वितीय वर्ष कक्षा 12वीं उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं में शीर्ष 10 विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा। सम्मानित होने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं में श्री रामेश्वर गहिरा गुरू संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सामरबार की छात्रा कुमारी अनुराधा यादव, एम. के. गांधी संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हालाहुली की श्रीमती अनिता राठौर, सावित्री फुले संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोसीर की कुमारी प्रतिमा, श्री रामेश्वर गहिरा गुरू संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय श्रीकोट के श्री चन्द्रेश पैकरा, श्री रामेश्वर गहिरा गुरू संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सामरबार की छात्रा कुमारी गायत्री बाई, कुमारी रूक्मणी, कुमारी लीलाबती, श्री रामेश्वर गहिरा गुरू संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय श्रीकोट के छात्र बुधेश्वर पैकरा, संस्कृत विद्यालय श्री दुर्गा सेवाश्रम जमड़ी के छात्र अविनाश कुमार और छात्रा कुमारी प्रिया जायसवाल शामिल हैं। इन सभी मेधावी छात्र-छात्राओं को 3001-3001 रूपए की सम्मान राशि प्रदान की जाएगी।
- -गौमूत्र से बन रहा है जैविक कीटनाशक एवं जीवामृतरायपुर /गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में गोबर खरीदी के साथ-साथ 4 रूपए लीटर की दर से गोमूत्र की खरीदी की जा रही है। गौठानों में अब तक 8 लाख 57 हजार 88 रूपए में 2 लाख 14 हजार 272 लीटर गौमूत्र क्रय किया जा चुका है, जिससे महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा 91,630 लीटर कीट नियंत्रक ब्रम्हास्त्र और 34,590 लीटर वृद्धिवर्धक जीवामृत का उत्पादन किया जा चुका है, जिसका विक्रय किया जा रहा है। इससे राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा मिल रहा है। राज्य के किसानों द्वारा अब तक 88,227 लीटर जैविक कीटनाशक ब्रम्हास्त्र और 32,765 लीटर वृद्धिवर्धक जीवामृत क्रय कर खेती में उपयोग किया गया है।
- -2.10 लाख लीटर प्राकृतिक पेंट के विक्रय से 4.34 करोड़ आयरायपुर, /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप राज्य में पशुधन के संरक्षण और संवर्धन के लिए स्थापित गौठान तेजी से ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित होने लगे हैं। गौठानों में विविध आयमूलक गतिविधियों के संचालन के साथ-साथ नवाचार के रूप में गोबर से प्राकृतिक पेंट का उत्पादन तेजी से होने लगा है। वर्तमान में गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने के लिए 51 यूनिटें स्थापित की जा चुकी है, जिसमें से 47 यूनिटों में गोबर से प्राकृतिक पेंट उत्पादन का काम शुरू हो गया है। क्रियाशील यूनिटों के माध्यम से अब तक 2,74,313 लीटर प्राकृतिक पेंट का उत्पादन किया गया है, जिसमें से 2,10,843 लीटर प्राकृतिक पेंट के विक्रय से 4 करोड़ 34 लाख 79 हजार रूपए की आय हुई है। राज्य में फिलहाल 64 प्राकृतिक पेंट की इकाईयों के निर्माण की स्वीकृति दी गई है, जिनमें से 51 यूनिट स्थापित हो चुकी है, जबकि 47 इकाईयों में पेंट उत्पादन किया जा रहा है। निर्माणाधीन 13 पेंट यूनिटों की स्थापना का कार्य अंतिम चरण में है। file photo
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को हरेली तिहार की बधाई और शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा है कि हरेली तिहार सभी के लिए खुशियां और समृद्धि लेकर आए। अपने शुभकामना संदेश में श्री बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति यहां के उत्सवों में प्रमुखता से दिखाई देती है। छत्तीसगढ़ का लोक तिहार हरेली छत्तीसगढ़ के जन-जीवन में रचा-बसा खेती-किसानी से जुड़ा पहला त्यौहार है। इसमें अच्छी फसल की कामना के साथ खेती-किसानी से जुड़े औजारों की पूजा की जाती है। इस दिन धरती माता की पूजा कर हम भरण पोषण के लिए उनका आभार व्यक्त करते हैं।श्री बघेल ने कहा कि हरेली तिहार को गांवों में बड़े उत्साह और उमंग से मनाया जाता है। नागर, गैंती, कुदाली, फावड़ा समेत कृषि के काम आने वाले सभी तरह के औजारों की साफ-सफाई और पूजा की जाती है। प्राचीन मान्यता के अनुसार सुरक्षा के लिए घरों के बाहर नीम की पत्तियां लगाई जाती हैं। पारंपरिक तरीके से लोग गेड़ी चढ़कर हरेली की खुशियां मनाते हैं। इस वर्ष वन विभाग के माध्यम से सी-मार्ट में गेड़ी बिक्री के लिए उपलब्ध कराई गई है। इससे अपनी पुरातत्व परंपराओं से शहरी लोग भी जुड़ सकेंगे और ग्रामीणों की आर्थिक उन्नति में सहभागी बनेंगे। श्री बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने हरेली त्यौहार के दिन सार्वजनिक अवकाश भी घोषित किया है। इसके पीछे राज्य सरकार की मंशा छत्तीसगढ़ के लोगों को अपनी परंपरा और संस्कृति से जोड़ना है। यह खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ के लोक पर्व हरेली का उत्साह और उमंग अब विदेशों में भी रंग जमाने लगा है। प्रवासी भारतीय हर साल इसे उत्साह से मनाकर अपनी संस्कृति को दूर-दूर तक पहुंचा रहे हैं।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने अपनी संस्कृति और परम्परा को सहेजने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं। हरेली के दिन ही तीन साल पहले प्रदेश की महत्वाकांक्षी और अनूठी ‘गोधन न्याय योजना’ का शुभारंभ हुआ है। पिछले साल 2022 में हरेली तिहार के दिन से प्रदेश में जैविक खेती और आर्थिक सशक्तिकरण के नए अध्याय की शुरूआत करते हुए ‘‘गो-मूत्र खरीदी’’ प्रारंभ की गई है। इसे आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष हरेली तिहार के दिन से छत्तीगढ़िया ओलंपिक शुरू किया जा रहा है।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि जब किसान खुशहाल और समृद्ध होता है, तो आम लोगों के जीवन मे भी खुशहाली और संपन्नता आती है। छत्तीसगढ़ में नरवा, गरवा, घुरवा, बारी योजना, गोधन न्याय योजना, और रोका-छेका अभियान के माध्यम से पारंपरिक संसाधनों को पुनर्जीवित कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जा रहा है। गौठानों को ग्रामीण आजीविका केंद्र के रूप में विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि विकास के साथ-साथ परंपराओं का भावी पीढ़ी तक प्रवाह सामूहिक उत्तरदायित्व का काम है। आशा है सभी प्रदेशवासी गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार रूप देने के लिए सहभागी बनेंगे।