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- -मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर वन-विभाग कर रहा है तैयारी-वन विभाग के कार्यालयों और सी-मार्ट के जरिये की जाएगी बिक्री-स्थानीय स्तर पर इच्छुक लोग बसोड़ों से भी खरीद सकेंगे गेड़ियांरायपुर // इस बार हरेली त्यौहार पर शासन द्वारा आम-नागरिकों के लिए गेड़ी की सशुल्क व्यवस्था की जाएगी। वन-विभाग के कार्यालयों और सी-मार्ट में गेड़ियां उपलब्ध रहेंगी, जिन्हें आम लोग निर्धारित शुल्क देकर खरीद पाएंगे। स्थानीय स्तर पर इच्छुक लोगों को बसोड़ों के जरिये भी गेड़ी सशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। इससे बसोड़ों को भी आय प्राप्त होगी।प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री श्रीनिवास राव ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर वन-विभाग द्वारा गेड़ियों का निर्माण करके विक्रय किया जाएगा। हरेली तिहार के साथ गेड़ी चढ़ने की परंपरा अभिन्न रूप से जुड़ी हुई है। त्यौहार के दिन ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग सभी परिवारों द्वारा गेड़ी का निर्माण किया जाता है, परिवार के बच्चे और युवा गेड़ी का जमकर आनंद लेते हैं। गेड़ी चढ़कर ग्रामीण-जन और कृषक-समाज वर्षा ऋतु का स्वागत करता है। वर्षा ऋतु में के दौरान गांवों में सभी तरफ कीचड़ होता है, लेकिन गेड़ी चढ़कर कहीं भी आसानी से आया-जाया जा सकता है। गेड़ियां बांस से बनाई जाती है। दो बांस में बराबरी दूरी पर कील लगाई जाती है। एक और बांस के टुकड़ों को बीच से फाड़कर उसे दो भागों में बांटा जाता है, उसे रस्सी से फिर से जोड़कर दो पउवा बनाया जाता है। यह पउवा असल में पैरदान होता है, जिसे लंबाई में पहले काटे गए दो बांसों में लगाई गई कीलों के ऊपर बांध दिया जाता है। गेड़ी पर चलते समय रच-रच की ध्वनि निकलती है, जो वातावरण को और आनंददायक बना देती है।
- रायपुर /इस बार रायपुर जिले के कोसरंगी ग्राम के रीपा में हरेली तिहार को पारंपरिक रूप से मनाने के लिए एक अनूठी पहल की जा रही है। रीपा में गेड़ी एवं पूजा थाली का निर्माण किया जा रहा है। जिसे आमजन बाजार में खरीद सकेंगे और हरेली तिहार का उत्सव मना सकेंगे। इस थाली में स्व-सहायता समूह की महिलाओं एवं बंसोड़ जाति लोगों द्वारा पूजा में उपयोग होने वाले सामग्री जैसे काला तिल, हल्दी, सुपाड़ी, रुई-बाती, कपूर-कुवारी धागा, मौली धागा, चुनरी, उड़द दाल, जवा, दशांग, रोली, कुमकुम, गुलाल, चंदन, अगरबत्ती, हवन सामग्री, लकड़ी (पलास मदार, पीपल, बेल, फुड़हर, आम, गुलर, कुशा, खैर) एवं गेड़ी का निर्माण किया जा रहा है। पूजा थाली 85 रूपए एवं गेड़ी 120 रूपए प्रति नग की दर से खरीदा जा सकता है।हरेली तिहार छत्तीसगढ़ का सबसे पहला त्यौहार है, जो लोगों को छत्तीसगढ़ की संस्कृति और आस्था से परिचित कराता है। हरेली का मतलब हरियाली होता है, जो हर वर्ष सावन महीने के अमावस्या में मनाया जाता है। हरेली मुख्यतः खेती-किसानी से जुड़ा पर्व है। इस त्यौहार के पहले तक किसान अपनी फसलों की बोआई या रोपाई कर लेते हैं और इस दिन कृषि संबंधी सभी यंत्रों नागर, गैंती, कुदाली, फावड़ा समेत कृषि के काम आने वाले सभी तरह के औजारों की साफ-सफाई कर उन्हें एक स्थान पर रखकर उसकी पूजा-अर्चना करते हैं। घर में महिलाएं तरह-तरह के छत्तीसगढ़ी व्यंजन खासकर गुड़ का चीला बनाती हैं। हरेली में जहां किसान कृषि उपकरणों की पूजा कर पकवानों का आनंद लेते हैं, आपस में नारियल फेंक प्रतियोगिता करते हैं, वहीं युवा और बच्चे गेड़ी चढ़ने का मजा लेते हैं।छत्तीसगढ़ की संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए शासन द्वारा बीते साढ़े चार वर्षों के दौरान उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों के क्रम में स्थानीय तीज-त्यौहारों पर भी अब सार्वजनिक अवकाश दिए जाते हैं। इनमें हरेली तिहार भी शामिल है। जिन अन्य लोक पर्वों पर सार्वजनिक अवकाश दिए जाते हैं - तीजा, मां कर्मा जयंती, मां शाकंभरी जयंती (छेरछेरा), विश्व आदिवासी दिवस और छठ। अब राज्य में इन तीज-त्यौहारों को व्यापक स्तर पर मनाया जाता है, जिसमें शासन भी भागीदारी बनता है। इन पर्वों के दौरान महत्वपूर्ण शासकीय आयोजन होते है तथा महत्वपूर्ण शासकीय घोषणाएं भी की जाती है। वर्ष 2020 में हरेली पर्व के ही दिन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना की शुरूआत की थी जो केवल 03 वर्षों में अपनी सफलता को लेकर अन्य राज्यों के लिए नजीर बन गई है।
- -दूरस्थ अंचलों के मरीजों की भी उनके जिले में ही डायलिसिस, मरीजों व उनके परिजनों के श्रम, धन और समय की बचत-सभी जिला अस्पतालों में होगा डायलिसिस सुविधा का विस्ताररायपुर। स्वास्थ्य सेवाओं के लगातार विस्तार से अब राज्य के 27 जिला चिकित्सालयों में डायलिसिस की सुविधा विकसित कर ली गई है। इससे किडनी रोगों से पीड़ितों को अब उनके जिला मुख्यालय में ही निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा मिल रही है। प्रदेश के दूरस्थ अंचलों के मरीजों को अब डायलिसिस के लिए बड़े शहरों का रूख नहीं करना पड़ रहा है। किडनी संबंधी रोग से ग्रस्त मरीज को लंबे समय तक बार-बार डायलिसिस कराना पड़ता है। इससे उन पर बड़ा आर्थिक बोझ पड़ता है। स्थानीय स्तर पर ही निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा मिलने से अब इसके मरीजों को बड़ी राहत मिली है।स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव की पहल पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम ‘जीवन धारा’ और जिला खनिज न्यास निधि (DMF) से राज्य के 27 जिला मुख्यालयों तथा देवभोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डायलिसिस की सुविधा प्रारंभ की जा चुकी है। ‘जीवन धारा’ के अंतर्गत दुर्ग, कांकेर, बिलासपुर, महासमुंद, कोरबा, सरगुजा, जशपुर, बीजापुर, रायपुर, जांजगीर, जगदलपुर, गरियाबंद, मुंगेली, धमतरी, बलौदाबाजार, बैकुंठपुर, सूरजपुर, कवर्धा, राजनांदगांव, बालोद, बेमेतरा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही एवं सुकमा जिला चिकित्सालय तथा देवभोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है।इन 24 अस्पतालों में कुल 106 डायलिसिस मशीनें स्थापित की गई हैं जहां अब तक 87 हजार 321 डायलिसिस सेशन किए जा चुके हैं। पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में इन अस्पतालों में किडनी रोगों से जूझ रहे मरीजों के कुल 46 हजार 679 डायलिसिस सेशन किए गए हैं। प्रदेश के चार अन्य जिला अस्पतालों दंतेवाड़ा, बलरामपुर, रायगढ़ और कोंडागांव में जिला खनिज न्यास निधि से डायलिसिस की मशीनें स्थापित कर यह सुविधा प्रदान की जा रही है। दंतेवाड़ा में चार, बलरामपुर और रायगढ़ में तीन-तीन तथा कोण्डागांव में एक डायलिसिस मशीन संचालित है।
- रायपुर। आज अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस के अवसर पर राज्यपाल श्री विश्व भूषण हरिचंदन ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राजभवन में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाए ।राजभवन में उपयोग होने वाली किसी भी सामग्री के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक के स्थान पर कपड़े के थैले या जूट के थैले इस्तेमाल किए जाएं।उन्होंने कहा कि आज विश्व के सामने प्लास्टिक से हो रहा प्रदूषण सबसे बड़ी चुनौती है ।हम सबको सक्रिय रूप से इस इसका उपयोग कम करने और प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने के लिए हम सबको अपना माइंड सेट बदलना होगा और जब भी बाजार जाएं तो अपने साथ कपड़े का या जूट का थैला अवश्य ले जाएं । प्रकृति हम सबका संरक्षण करती है अतः प्रकृति को बचाए रखने के लिए छोटे_ छोटे कदम आवश्यक हैं।राज्यपाल ने प्रदेश वासियों सहित देशवासियों से अपील की है कि आज से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का प्रण लें और इस धरती को और बेहतर बनाने के लिए एकजुट होकर प्रयास करें। हरिचंदन ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राजभवन में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाए ।राजभवन में उपयोग होने वाली किसी भी सामग्री के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक के स्थान पर कपड़े के थैले या जूट के थैले इस्तेमाल किए जाएं।उन्होंने कहा कि आज विश्व के सामने प्लास्टिक से हो रहा प्रदूषण सबसे बड़ी चुनौती है ।हम सबको सक्रिय रूप से इस इसका उपयोग कम करने और प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने के लिए हम सबको अपना माइंड सेट बदलना होगा और जब भी बाजार जाएं तो अपने साथ कपड़े का या जूट का थैला अवश्य ले जाएं । प्रकृति हम सबका संरक्षण करती है अतः प्रकृति को बचाए रखने के लिए छोटे_ छोटे कदम आवश्यक हैं।राज्यपाल ने प्रदेश वासियों सहित देशवासियों से अपील की है कि आज से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का प्रण लें और इस धरती को और बेहतर बनाने के लिए एकजुट होकर प्रयास करें।
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रायपुर/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर बड़ी संख्या में शासकीय नौकरियों में युवाओं की भर्ती की जा रही हैं। इसी कड़ी में राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पर्यवेक्षक (सुपरवाईजर) के 440 रिक्त पदों पर भर्ती हेतु आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इन रिक्त पदों पर नियुक्ति छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल, रायपुर द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से की जाएगी।
पर्यवेक्षक भर्ती परीक्षा के लिए केवल छत्तीसगढ़ की मूल निवासी महिला उम्मीदवार ही पात्र होंगी। परीक्षा खुली सीधी भर्ती और परिसीमित सीधी भर्ती के माध्यम से ली जाएगी। खुली सीधी भर्ती के लिए कुल 220 पद हैं, जिसमें सभी वर्गों की महिलाएं आवेदन कर सकती है। इसी तरह परिसीमित सीधी भर्ती में भी 220 पद हैं, जिसमें कार्यरत पात्र आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आवेदन कर सकेंगी। -
सफल आयोजन के लिए समिति का किया गया गठन और जिला पंचायत सीईओ को बनाया गया नोडल अधिकारी
जगदलपुर। शासन के निर्देशानुसार ग्राम पंचायत स्तर से राज्य स्तर तक छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक 2023-24 का आयोजन किया जाना है। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक आयोजन का दायित्व ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग एवं नगरीय क्षेत्र में नगरीय प्रशासन विभाग को सौंपा गया है। आयोजन हेतु विकासखण्डों, नगरीय क्षेत्र के प्रत्येक राजीव युवा मिता क्लब (ग्राम पंचायत-वार्ड) में जोन व विकासखण्ड स्तर, नगरीय एवं जिला स्तर पर निर्धारित तिथियों में छत्तीसगढ़िया ऑलम्पिक 2023-24 का आयोजन किया जाएगा। जिसमें ग्राम पंचायत स्तर पर 17 से 22 जुलाई तक, जोन स्तर पर 26 जुलाई से 31 जुलाई तक, विकासखंड व नगरीय क्लस्टर स्तर पर 07 अगस्त से 21 अगस्त, जिला स्तर पर 25 अगस्त से 04 सितंबर और संभाग स्तर पर 10 सितंबर से 20 सितंबर 2023 तक आयोजन किया जाएगा।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री विजय दयाराम के. द्वारा जिला स्तरीय ओलम्पिक आयोजन हेतु जिला स्तरीय समिति बनाई गई जिसके अध्यक्ष कलेक्टर है, समिति के सदस्यों में पुलिस अधीक्षक, सीईओ जिला पंचायत, नगर निगम आयुक्त, जिला शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य शासकीय काकतीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण के सहायक संचालक है। इसी प्रकार सभी विकासखंडों के लिए विकासखंड स्तरीय आयोजन समिति अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) की अध्यक्षता में गठित की गई है। साथ ही छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक 2023-24 के ग्राम पंचायत स्तर (राजीव युवा मितान क्लब), जोन स्तर विकासखण्ड स्तर, जिला स्तरीय एवं संभाग स्तरीय सफल आयोजन हेतु जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक आयोजन में महिला व पुरूष के लिए 3 वर्गों (18 वर्ष से कम, 18 से 40 वर्ष एवं 40 वर्ष से अधिक) में आयोजित किया जाना है। आयोजन सम्पादन के लिए स्थानीय व्यायाम शिक्षक, वरिष्ठ खिलाडियों का सहयोग लिया जाएगा, प्रत्येक स्तर पर चयनित खिलाड़ियों की चयन सूची विकासखण्ड स्तर एवं विकासखण्ड स्तर के आयोजन पश्चात जिला स्तर पर संकलित की जाएगी। -
कांकेर। जिले में प्रति सोमवार को ई-जनचौपाल का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला द्वारा नरहरपुर, चारामा, भानुप्रतापपुर, दुर्गूकोंदल, अंतागढ़ एवं पखांजूर जनपद कार्यालय के वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रामीणों की समस्या व शिकायत सुनी जा रही है तथा कांकेर विकासखण्ड के ग्रामीण कलेक्टर से प्रत्यक्ष मुलाकात कर अपनी समस्या व शिकायत से अवगत करा रहे हैं, जिसका त्वरित निराकरण भी किया जा रहा है। कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने आज सोमवार को ई-जनचौपाल में 74 लोगों की समस्या सुनी तथा उसके निराकरण के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। आज सोमवार को आयोजित ई-जनचौपाल में अंतागढ़ विकासखण्ड से 03, भानुप्रतापपुर विकासखण्ड से 08, चारामा विकासखण्ड से 07, दुर्गूकोंदल में 04 और नरहरपुर विकासखण्ड से 02 लोगों ने अपने जनपद कार्यालय में उपस्थित होकर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से तथा 50 व्यक्तियों द्वारा जिला कार्यालय में उपस्थित होकर कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला को अपनी समस्या से अवगत कराया, जिनका निराकरण करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। इस अवसर पर अपर कलेक्टर एस. अहिरवार, सहायक कलेक्टर प्रखर चंद्राकर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमीत अग्रवाल, संयुक्त कलेक्टर जी.एस. नाग, एस.डी.एम. मनीष साहू, डिप्टी कलेक्टर अशोक मारबल, सीएसईबी के कार्यपालन अभियंता सतीश कुमार किण्डो, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता एस.पी. मंडावी, समाज कल्याण विभाग के उप संचालक सिनीवाली गोयल एवं खाद्य अधिकारी जे. नायक भी मौजूद थे।
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दंतेवाडा। ग्राम पंचायत कुआकोंडा के निवासी श्री मोतीराम के पास कुछ जमीन थी जिसमें वो सब्जी उत्पादन का कार्य करना चाहते थे किंतु उनके पास पर्याप्त पूंजी का अभाव होने के कारण वे खेत में मेढ़ बंधान कार्य नहीं कर पा रहे थे। इस प्रकार मन में कुछ करने की चाह होने के बावजूद वे खुद को असहाय महसूस कर रहे थे। फिर उन्हे ग्राम पंचायत की ग्राम सभा में पता चला की एफ.आर.ए. (वनाधिकार पट्टाधारी) हितग्राहियों को प्रशासन की ओर से खेती बाड़ी से जुड़े कार्यों में लाभान्वित किया जा रहा है। इसकी जानकारी मिलते ही उन्होंने अपने आवश्यक दस्तावेज पंचायत के माध्यम से जनपद कार्यालय को उपलब्ध कराया एवं कुछ ही दिनों में उनका कार्य स्वीकृत हो गया एवं मनरेगा योजना से इस कार्य को पूर्ण कर लिया गया। खेती में मेढ़ बंधान कार्य होने से खेत में पानी एवं खाद बीज के बह जाने की चिंता मुक्त होकर अपनी भूमि में साग-सब्जी उत्पादन का कार्य शुरू किया और उनकी मेहनत रंग लायी। आज उनके खेत में विविध प्रकार की सब्जियों को देखा जा सकता है जिसमें बरबट्टी, सेमी, पालक भाजी, लाल भाजी, सरसों आदि है। इन सब्जियों को वे स्थानीय हाट-बाजार में बेचकर मोतीराम महीने के लगभग 4500 से 6000 तक की भी आमदनी कर पा रहे है। निश्चित तौर पर योजना का लाभ पाकर वे खुश है तथा इसी प्रकार अन्य लोगों को भी योजनाओं का लाभ लेने प्रेरित कर रहे हैं। महात्मा गांधी नरेगा ग्रामीण लोगों के लिए आजीविका तथा रोजगार का एक प्रमुख साधन तो है ही इसके साथ-साथ हितग्राही मूलक कार्यों जैसे डबरी निर्माण, भूमि समतलीकरण, मेढ़ बंधान, मुर्गी शेड, बकरी शेड, गाय शेड निर्माण तथा अन्य खेती-बाड़ी से जुड़े कार्य भी पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की ओर से किए जाते हैं इससे लाभ लेकर ग्रामीण भी विकास की ओर अग्रसर हो रहे है।
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रामलाल को मिला योजना का सहारा
दंतेवाड़ा। प्रधानमंत्री आवास योजना ने कई लोगों के सपने को सच कर दिखाया है। इसी तरह रामलाल को भी कच्चे मकान से मिला छुटकारा योजना का मिला सहारा। विकासखंड गीदम अंतर्गत ग्राम पंचायत हिरानार के गागरूपारा के निवासी श्री रामलाल एक निम्नवर्गीय परिवार से है। अपने परिवार के जीवन यापन के लिए कृषि एवं मजदूरी पर निर्भर रहता है। घर के एकमात्र कमाऊ पुरुष सदस्य होने के कारण घर की सारी जिम्मेदारी रामलाल के कंधे पर थी। मजदूरी एवं खेती की आय से जीवन यापन पर्याप्त नहीं होने के कारण रामलाल के परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय थी, जिससे उसकी अपने परिवार के लिये सर्व सुविधा युक्त पक्के आवास का सपना पूर्ण करना असंभव सा प्रतीत हो रहा था तथा वह जर्जर, कच्चा एवं घास फूस से बने घर में निवास करना अपनी नियति मान बैठा था। मिट्टी के घर में रहने वाले रामलाल का भी सपना रहा है कि पक्के मकान की छत हो कहीं न कहीं आर्थिक परिस्थिति उसका बाधा बनी हुई थीं लेकिन कहते है वक्त सबका बदलता है और देर से ही सही, बुरे वक्त के बाद अच्छे दिन की शुरुआत जरूर होती है ऐसा ही रामलाल के साथ हुआ उसे पता चला कि भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत 2019-20 में रामलाल को आवास की स्वीकृति प्राप्त होने के उपरान्त रामलाल को पक्के मकान का सपना साकार होने का मार्ग मिल गया। आवास के सपने को पूर्ण करने में रामलाल के बुजुर्ग पिता एवं पत्नि नें भी हर संभव सहायता प्रदान की। योजना के तहत रामलाल को मकान निर्माण के लिए रू.1 लाख 30 हजार, शौचालय के लिए रू. 12 हजार तथा मनरेगा के तहत 95 दिवस की मजदूरी की राशि रू. 16 हजार 720 भी शासन द्वारा रामलाल के बैंक खाते में स्थानांतरित की गयी साथ ही उज्जवला योजना अंतर्गत रसोई गैस भी प्रदान किया गया। प्रधानमंत्री आवास के बन जाने के बाद अब रामलाल अपने परिवार की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के प्रति आश्वस्त है। अब रामलाल बहुत खुश है तथा इसके लिए रामलाल ने शासन के प्रति अपनी कृतज्ञता जाहीर की। -
महासमुंद। जिले में अब तक जिले में 126 कटे-फटे होंठ एवं तालु, 195 क्लब फुट, 82 कंजेनाईटल केटेरेक्ट, 21 न्युरल ट्यूब डिफेक्ट, 450 जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का सफल उपचार
महासमुंद बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (चिरायु) से जन्म से ही स्वास्थ्य गत समस्याओं से पीड़ित बच्चों के लिए जीवन दायिनी साबित हो रही है। जिले में अब तक 874 बच्चों के लिए वरदान साबित हुआ है। इसमें 126 कटे-फटे होंठ एवं तालु, 195 क्लब फुट, 82 कंजेनाईटल केटेरेक्ट 21 न्युरल ट्यूब डिफेक्ट, 450 जन्मजात हृदय रोग (कंजेनाईटल हार्ट डीसिस) से पीड़ित बच्चों का सफल उपचार किया गया है।
योजना का उद्देश्य बच्चों में 04 प्रकार की परेशानियाँ जैसे डीफेक्ट एट बर्थ, डिसएबिलिटी डेवलेपमेन्टल डिलेस, डेफिसिएन्सी की जाँच एवं उपचार कर रोगों को आगे बढ़ने से रोका जा सके। कार्यक्रम अंतर्गत 0 से 18 वर्ष तक की आयु के बच्चों जो कि आंगनबाड़ी व सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में अध्ययनरत है उन्हें शामिल किया गया है। कार्यक्रम अंतर्गत साल में 02 बार समस्त ऑगनबाडियों में दर्ज बच्चे एवं साल में 01 बार समस्त शासकीय विद्यालयों का भ्रमण कर समस्त बच्चों का प्रारंभिक स्वाथ्य जाँच किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पी. कुदेशिया ने बताया कि जाँच हेतु जिले में 09 समर्पित मोबाईल स्वास्थ्य टीम जिसमें 02 चिकित्सक, 01 फार्मासिस्ट, 01 लैब टेकनिशियन, 01 ए.एन.एम. की पदस्थापना की गई है जो कि कार्यक्रम अंतर्गत आने वाले 40 विभिन्न प्रकार की बीमारियों की जाँच कर धनात्मक प्रकरणों को जिला स्तरीय एवं सर्जिकल प्रकरणों को उच्च चिकित्सकीय सुविधाएं मुहैय्या करायी जाती है।
ऐसे ही बालक नीलकंठ निषाद थैलेसीमिया व स्प्लेनोमेगाली नामक बीमारी से ग्रसित था जो कि ग्राम तमोरा विकासखण्ड अंतर्गत बागबाहरा शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में अध्ययन कर रहा था। चिरायु टीम द्वारा शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला ग्राम तमोरा के समस्त बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान कक्षा 7 वीं के विद्यार्थी श्री नीलकंठ निषाद के स्वास्थ्य परीक्षण में पाया गया जिसमें हाथ पैर सामान्य के अपेक्षा पतले पाये गये व मरीज का पेट फुले होने के साथ आँखे थोड़ी बाहर की तरफ पायी गई। बालक के स्वास्थ्य संदेहास्पद स्थिति के देखकर चिरायु टीम कुछ विशेष द्वारा जिला अस्पताल में लाकर विशेष चिकित्सकीय दल द्वारा परामर्श व अन्य पैथोलॉजिकल जाँच करायी गई, जिसमें बालक के स्प्लीन बढ़े होने के साथ कठोर पायी गई व हीमोग्लोबिन की मात्रा भी कम पायी गई। सोनोग्राफी व अन्य सुक्ष्म परीक्षण के बाद बालक को थैलिसिमिया व स्प्लीनोमेगाली नामक रोग से ग्रसित पाया गया।
थैलेसीमिया व स्प्लेनोमेगाली एक गंभीर चुनौतीपूर्ण बीमारी है जिसे एक साधारण बी.पी. एल. परिवार को उच्च चिकित्सकीय संस्थान में इलाज कराया जाने के लिए एक विशेष मनोबल व शासन की तरफ से मिलने वाली विशेष सहायता दोनो ही आवश्यक है, ऐसे में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चिरायु योजना के अंतर्गत चिरायु टीम द्वारा समय-समय पर श्री नीलकंठ को जिला स्तर व राज्य स्तरीय चिकित्सकीय संस्थान ले जाया जाता था जहाँ टीम के धैर्य एवं लगन के साथ कोरोना काल में भी नियमित राज्य के डी.के. एस. अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में उपचार कराये जाने में कभी भी बाधा उत्पन्न नहीं होने दिया। जिसके चलते 18 जनवरी 2023 में बालक का सफलतापूर्वक सर्जरी करायी गई जिसे कुछ दिनों आईसीयू में रहने के पश्चात् डिस्चार्ज कर दिया गया। अब नीलकंठ अपनी सामान्य सभी बालकों की तरह कक्षा 7 वीं में अध्ययनरत है व दिनचर्या के सभी काम खेल-कुद करने में सक्षम व खुश है। -
दुर्ग. जिले में रविवार को एक ट्रक ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी, जिससे मोटरसाइकिल पर सवार 40 वर्षीय एक व्यक्ति और उसके नाबालिग बेटे की मौत हो गयी, जबकि उसकी पत्नी और बेटी घायल हो गयी। पुलिस ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया और मृतक के परिजन को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। इसके अलावा, जिस खनन ठेकेदार का ट्रक था, वह भी प्रत्येक मृतक के परिजन को दो-दो लाख रुपये की मुआवजा राशि देगा। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अनंत साहू ने बताया कि दुर्घटना जिले के पाटन क्षेत्र के मोतीपुर गांव में अपराह्न करीब 12 बजे हुई, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने रायपुर को दुर्ग से जोड़ने वाली सड़क को जाम कर दिया । उन्होंने बताया कि एक कैप्सूल ट्रक ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी, जिससे मोटरसाइकिल सवार राजेंद्र बारले और उनके छह वर्षीय बेटे प्रभात बारले की मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद बारले की पत्नी लक्ष्मी और बेटी पुष्पा को भी चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। साहू ने बताया कि ट्रक चालक को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 ए (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोगों ने पर्याप्त मुआवजा, घायलों को मुफ्त इलाज, मृतक की बेटी के लिये मुफ्त शिक्षा और घटनास्थल पर स्पीड ब्रेकर के निर्माण की मांग करते हुए सड़क जाम किया था।
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विकास के नए रास्ते खोलेंगी छत्तीसगढ़ की सड़के : मुख्यमंत्री
बीते साढ़े चार वर्षों में सड़कें एवं पुलों के 7 हजार 406 कार्यों के लिए 16 हजार 670 करोड़ रूपए की स्वीकृति
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में विश्वास और विकास का जो रोडमैप तैयार किया है, वह अब आकार ले रहा है। छत्तीसगढ़ की सड़कें यहां की लाइफ लाइन हैं जो आने वाले समय में विकास के नए रास्तें खोलेंगी, व्यापार बढ़ेगा , पर्यटन और ऐतिहासिक स्थलों के विकसित होने के साथ आर्थिक तौर पर छत्तीसगढ़ के अंदरूनी इलाके समृद्धि की ओर बढ़ेंगे। यह सब कुछ संभव होगा सड़कों के उन कारिडोर से जिसे बढ़ाने का काम जारी है।
राज्य में बीते साढ़े चार साल में राज्य में विभिन्न योजनाओं में सड़क एवं पुल के 7406 कार्यों हेतु लगभग 16 हजार 670 करोड़ रूपए तथा इस दौरान भवनों के 419 कार्यों हेतु लगभग 908 करोड़ रूपए की स्वीकृति मिल चुकी है । विगत 4 वर्षों में राज्य मद के अंतर्गत 9884 कि.मी. सड़कों का उन्नयन किया जा चुका है। इनमें 4 हजार 41 कि.मी. सड़कों का नया डामरीकरण , 3 हजार 244 कि.मी. सड़कों का डामरीकृत नवीनीकरण, 1 हजार 113 कि.मी. सड़कों का चौडीकरण, 588 कि.मी. सड़कों का मजबूतीकरण तथा 898 कि.मी. सड़कों का सीमेंट कांक्रीटीकरण किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के अनुसार विश्वास, विकास एवं सुरक्षा ही सरकार का मूलमंत्र है। मुख्यमंत्री के अनुसार छत्तीसगढ़ के अंदरूनी इलाकों में बुनियादी सुविधाएं पहुंचाना सबसे जरूरी है। सरकार का लक्ष्य ग्रामीणों तक राशन, शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार माध्यम, रोजमर्रा की चीजें, रोजगार व आजीविका के साधन उपलब्ध कराना है, जिसके लिए सड़क एक महत्वपूर्ण साधन है।
मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं बस्तर के अंदरूनी इलाके
बस्तर संभाग के सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बस्तर जैसे जिलों के दुर्गम इलाके धीरे धीरे मुख्य धारा में शामिल होते जा रहे हैं। सड़कों के निर्माण और मरम्मत से किसानों की पंजीयन संख्या बढ़ी है, इन क्षेत्रों में धान की बिक्री बढ़ी है, वनोपज संग्रहण एवं विक्रय कार्यों में तेजी आई है और छत्तीसगढ़ में रोजगार के साधन भी उपलब्ध हुए हैं। -
कोरबा. जिले में दो सड़क दुर्घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गयी। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि पहला हादसा दर्री पुलिस थाना क्षेत्र के तहत एक नवनिर्मित पुल पर शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि हुआ। उन्होंने बताया कि पुल पर तेज गति से आ रही एक कार एक गाय से टकराने और एक भारी वाहन से भिड़ंत के बाद पलट गयी, जिससे तीन लोगों की मौत हो गयी। अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान यश गोयल (28), रुपेश गोयल (28) और दीपक सिंह के रूप में हुई है। उन्होंने कहा कि ये सभी कोरबा शहर से दर्री जा रहे थे। उन्होंने बताया कि इनमें से दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि तीसरे व्यक्ति की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गयी। अधिकारी ने कहा कि इस हादसे में गाय की भी मौत हो गयी। वहीं, एक अन्य अधिकारी ने बताया कि रविवार सुबह पाली-बिलासपुर रोड पर भारी वाहनों के बीच भिड़ंत में दो लोगों की मौत हो गयी जिनकी अभी पहचान नहीं हो पाई है। दोनों दुर्घटनाओं के संबंध में भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।. - -मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने को कहारायपुर । पाटन ब्लाक में मोतीपुर में हुए सड़क दुर्घटना में दो लोगों की मृत्यु पर मुख्यमंत्री ने गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने हादसे में मृतक श्री राजेंद्र बारले और उनके पुत्र प्रभात बारले के प्रति शोक जताते हुए परिजनों को चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी देने की घोषणा की है। उन्होंने हादसे में घायल मृतक श्री राजेंद्र की पत्नी और पुत्री के बेहतर इलाज के निर्देश देते हुए उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
- रायपुर /व्यावसायिक परीक्षा मण्डल द्वारा शिक्षक, सहायक शिक्षक एवं व्याख्याता के लिए आयोजित भर्ती परीक्षा के परिणाम जारी कर दिए गए हैं। अभ्यर्थी व्यापम की वेबसाइट https://vypam.cgstate.gov.in में अपनी प्रोफाईल में लॉगिन कर परिणाम देख सकते हैं। व्यापम द्वारा ली लिखित परीक्षा में प्राप्त कुल अंकों में अतिथि शिक्षकों के बोनस अंक जोड़कर परीक्षा परिणाम घोषित किए गए हैं।
- रायपुर, / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में सिरपुर विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री सतीश जग्गी ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री को श्री जग्गी ने बौद्ध धर्म गुरु श्री दलाई लामा से हुई उनकी मुलाकात के संबंध में जानकारी दी। श्री जग्गी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में दलाई लामा से पिछले दिनों हुई भेंट के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री श्री बघेल की बौद्ध विरासत सिरपुर को विकसित करने के साथ वर्ल्ड हेरिटेज में स्थापित करने की मंशा से दलाई लामा को अवगत कराया और मुख्यमंत्री द्वारा प्रेषित गुरूग्राम सिरपुर में 6 से 9 सितंबर 2023 को आयोजित होने वाले वर्ल्ड बुद्धिस्ट मीटिंग में शामिल होने का आमंत्रण पत्र उन्हें सौंपा। श्री जग्गी ने इस मौके पर दलाईलामा को छत्तीसगढ़ राज्य का राज्यकीय गमछा और स्मृति चिन्ह भेंट किया। मुख्यमंत्री को उन्होंने बताया कि दलाई लामा ने छत्तीसगढ़ में बौद्ध धर्म से जुड़ी विरासत को सहेजने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा किये जा रहे प्रयासों के लिए उन्हें धन्यवाद दिया और आशीर्वाद स्वरूप बौद्ध धर्म का पारंपरिक गमछा और उनका छायाचित्र मुख्यमंत्री श्री बघेल के लिए भेंटस्वरूप भेजा है।
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रायपुर / छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी मुख्य परीक्षा 2023 के पुनर्गणना/ पुनर्मूल्यांकन परीक्षा परिणाम जारी कर दिए गए है। माध्यमिक शिक्षा मंडल की वेबसाइट www.cgbse.nic.in में परीक्षार्थी अपना अनुक्रमाक प्रविष्ट कर परीक्षा परिणाम देख सकते हैं।
जिन विद्यार्थियों ने पुनर्गणना/पुनर्मूल्यांकन के लिये आवेदन किया था, वेे विद्यार्थी पूरक/अवसर परीक्षा 2023 के लिये आवेदन करना चाहते है, तो जिला मुख्यालय में समन्वय संस्था या विकासखण्ड के शासकीय स्कूल के माध्यम से दिनांक 04 जुलाई 2023 तक ऑनलाईन आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं। -
कवर्धा। परिवहन मंत्री एवं कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर के निर्देश पर 03 जुलाई को नया बस स्टैंड कवर्धा में लर्निंग लाइसेंस शिविर का आयोजन किया गया है।
जिला परिवहन अधिकारी मोहन साहू ने बताया की जिले के इच्छुक चालक अपना आवश्यक दस्तावेज जैसे निवास पता प्रमाण के लिए आधार कार्ड की प्रति, जन्मतिथि प्रमाण के लिए पैन कार्ड अथवा कोई कक्षा की अंकसूची की प्रति और 2 पासपोर्ट साइज फोटो के साथ सुबह 11 बजे से उपस्थित होकर लर्निंग लाइसेंस आवेदन कर बनवा सकते है। शासन द्वारा निर्धारित शुल्क दो पहिया वाहन के लिए 205 रुपए, 2+4 व्हीलर के लिए 355 रुपए साथ ही परिवहन सुविधा केंद्र का अतिरिक्त शुल्क 150 रुपए देय होगा। उन्होंने बताया की 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लिए मेडिकल प्रमाणपत्र की आवश्यकता होगी। file photo - -सम्मेलन में शामिल हुए मुख्यमंत्री श्री बधेलदुर्ग /जिले के तहसील मुख्यालय पाटन में आज छत्तीसगढ़ झेरिया यादव समाज का एक दिवसीय समाजिक सम्मेलन आयोजित किया गया। देवांगन समाज भवन में आयोजित इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुए । विशिष्ट अथिति विधायक चंद्रपुर श्री रामकुमार यादव भी सम्मेलन सम्मिलित हुए।सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने यादव समाज के सभी जिलों से पहुचे यादव समाज के पदाधिकारियों का अभिवादन करते हुए उन्होंने कहा कि यादव समाज पीढ़ी दर पीढ़ी गौ सेवा करते आ रहा है। गौ सेवक के रूप में समाज की पहचान बनी है। आज पशुपालक किसानो की संख्या कम होने से गांव में गौठान विलुप्त होने लगी है। सरकार इस पर ध्यान रखते हुए गौ माता की सेवा हेतु गावो में पुनः गौठान को विकसित किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने गोबर को महत्व देने गोठनो में गोबर खरीदी कर रही है। आज गोबर बेच कर आदमी अपने सपने को साकार कर रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा की प्रदेश में हरित कांति की भांति स्वेत क्रांति के माध्यम से दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देना है। सरकार गांव और शहरों में हरियाली के लिए कृष्ण कुंज बना रही है। उन्होंने कहा की भेट मुलाकात के दौरान सभी सामाजिक संस्थाओं को जमीन व राशि उपलब्ध कराई गई है। मुख्यमंत्री जी ने समाज की मांगो का जिक्र करते हुए पाटन में सामाजिक भवन आहता निर्माण हेतु एस्टिमेन्ट पश्चात राशि की व्यवस्था करने की बाते कहि।विशिष्ट अथिति चंद्रपुर विधायक श्री रामकुमार यादव ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी नरवा, गरुवा, घुरवा ,बारी योजना के उद्देस्यो पर प्रकाश डाला। समाज के अध्यक्ष श्री जगनिक यादव ने अपने स्वागत भाषण मे विभिन्न मांगो की ओर मुख्यमंत्री जी का ध्यान आकृष्ट किया। इस अवसर पर समाज के समस्त पदाधिकारी, स्थानिय जनप्रतिनिधि औऱ बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।
- रायपुर, / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को गुरु पूर्णिमा की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में कहा है कि भारतीय संस्कृति में गुरू को सर्वाेच्च स्थान दिया गया है। आषाढ़ पूर्णिमा के दिन भारत में गुरु पूर्णिमा मनाने की परम्परा रही है। इस दिन गुरुओं के अमूल्य ज्ञान और मार्गदर्शन के प्रति सम्मान और आभार प्रकट किया जाता है। गुरु जीवन में अज्ञानता के अंधकार को मिटाकर ज्ञान की रोशनी लेकर आते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुओं द्वारा दी गई अमूल्य शिक्षा को जीवन में आत्मसात कर हमें आगे बढ़ना चाहिए।
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रायगढ़। जिला रोजगार अधिकारी श्री रामजीत राम ने बताया कि निजी क्षेत्र की रिक्तियों में 3 जुलाई 2023 को प्रात: 10 बजे से जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र, रायगढ़ में रोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा। रोजगार मेला के माध्यम से मेसर्स चैतन्य इंडिया फिन क्रेडिट प्रा.लि.रायगढ़ में कस्टमर रिलेशनशिप ऑफिसर के लिए 50 पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके लिए न्यूनतम 12 वीं पास होना अनिवार्य है। इसी तरह मे.एसआईएस सिक्यूरिटी कंपनी लि.रायगढ़ में सिक्यूरिटी गार्ड के 50 पद एवं मे.एसआईएस सिक्यूरिटी कंपनी लि.जशपुर में सिक्यूरिटी गार्ड के 200 पदों में भर्ती की जाएगी। इसके लिए न्यूनतम 10 वीं पास होना अनिवार्य है। इसी प्रकार मे.एसआईएस सिक्यूरिटी कंपनी लि.जशपुर में ही ग्रेजुएड ट्रेनी ऑफिसर के 100 पदों पर भर्ती ली जाएगी। जिसके लिए शैक्षणिक योग्यता स्नातक मांगी गयी है। इसके साथ ही रायगढ़ ऑटोमोबाइल प्रा.लिमिटेड, जगतपुर रायगढ़ में 10 सेल्स एक्जेक्टिव एवं 2 मैकेनिक के पद पर भर्ती की जाएगी। जिसके लिए योग्यता 10 वीं एवं 12 वीं उत्तीर्ण होना जरूरी है।
- - 6 जुलाई तक ऑनलाईन आवेदन आमंत्रितराजनांदगांव। प्रयास आवासीय विद्यालयों के कक्षा 11 में प्रवेश के लिए प्राक्चयन परीक्षा रविवार 16 जुलाई 2023 को प्रात: 11 बजे से 1.30 बजे तक विभिन्न परीक्षा केन्द्रों में आयोजित की जाएगी। जिसके लिए ऑनलाईन आवेदन 6 जुलाई 2023 तक आमंत्रित की गई है। परीक्षा में शामिल होने के लिए परीक्षार्थी को कक्षा 10वीं में न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक या समकक्ष ग्रेड से उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग या विभागीय वेबसाईट से प्राप्त की जा सकती है।
- -मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ द्वारा आयोजित अर्जुन सदन के लोकार्पण समारोह में शामिल हुएरायपुर, /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज राजधानी में छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के द्वारा आयोजित अर्जुन सदन के लोकार्पण समारोह में शामिल हुए। उन्होंने समाज के नवनिर्मित भवन अर्जुन सदन का लोकार्पण किया और साहू समाज को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि साहू समाज सदैव मेहनतकश और उद्यमी रहा है। साथ ही दान के मामले मे अग्रणी रहता है। इस समाज का छत्तीसगढ़ के निर्माण और प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि जो सपना हमारे पुरखों ने देखा था आज पूरा होता नजर आ रहा है। आज हमारे स्वाभिमान और आत्म गौरव की झलक सभी के चेहरों में दिखाई दे रही है। आज समाज का जो वर्तमान स्वरूप दिख रहा है। इसके निर्माण में हमारे बड़े पुरखों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, इसलिए हमारे पुरखों को सदैव स्मरण करना चाहिए।मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री बघेल ने कहा कि प्रत्येक समाज में विवाह आयोजनों के लिए भवन और जमीन की आवश्यकता होती है। होटल या विवाह भवन में आयोजन करने पर खर्च होता है। समाज द्वारा अपनी तरफ से हर संभव योगदान दिया जाता है। इसलिए समाज के आवश्यकता को देखते हुए हमारी सरकार ने प्रत्येक समाज को 10 प्रतिशत राशि पर जमीन आबंटित करना शुरू किया। उन्होंने कहा कि भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान हर जगह विभिन्न समाजों द्वारा जमीन भवन के लिए सहयोग के लिए मांग की गई तब उसी परिपेक्ष्य में उनके लिए सहयोग करने की घोषणा की गई। अब उनमें से कुछ समाजों को जमीन आबंटित हो रहा है, तो कुछ का भवन बनने की प्रक्रिया भी आरंभ हो गई है। किन्ही-किन्ही समाज का भवन पूर्णता की ओर भी होगा। सामाजिक भवन बन जाने से सभी समाजों को विवाह तथा अन्य सामाजिक आयोजनों के लिए सहयोग मिलेगा।श्री बघेल ने कहा कि हमारी सरकार ने चाहे गौठान हो या समाज के लिए जमीन आरक्षित करने की शुरूआत की। अन्य राज्यों में जनसंख्या के अनुपात में जमीन कम है मगर छत्तीसगढ़ में यह स्थिति नही है। हमारे प्रदेश में आनुपातिक रूप से जमीन की उपलब्धता अच्छी है। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ पहला राज्य हैं, जिसने इतनी वृहद रूप में सभी समाज के लिए भवन और जमीन के लिए सहयोग देने की शुरूआत की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने अपने गांव किसानों और शिल्पियों को आर्थिक रूप से समृद्ध किया है। और साथ ही परंपरागत व्यवसायों को जीवित और मजबूत करने का काम किया है। इस अवसर पर लोकनिर्माण एवं गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू और नगरीय प्रशासन मंत्री श्री शिव डहरिया ने भी संबोधन दिया। इस अवसर पर विभिन्न प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में सांसद श्री चुन्नीलाल साहू, छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरिश देवांगन, छत्तीसगढ़ तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष श्री संदीप साहू, नगर निगम रायपुर के सभापति श्री प्रमोद दूबे सहित साहू समाज के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
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मोबाईल मेडिकल यूनिट एवं मुख्यमंत्री मितान योजना की सेवा के विस्तार के साथ-साथ अर्बन इंडस्ट्रियल पार्क का किया वर्चुअल शुभारंभ
बालोद जिले को मिला एक अतिरिक्त मोबाईल मेडिकल यूनिट की सौगात
बालोद। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से राज्य में शहरी सेवाओं का विस्तार करते हुए अर्बन इंडस्ट्रियल पार्क (यूआईपीए), मोबाईल मेडिकल यूनिट एवं मुख्यमंत्री मितान योजना के सेवाओं केे विस्तार का वर्चुअल शुभारंभ किया। कार्यक्रम के वर्चुअल शुभारंभ अवसर पर आज जिला पंचायत बालोद के सभाकक्ष में आयोजित समारोह में संजारी बालोद के विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा, नगर पालिका बालोद के अध्यक्ष श्री विकास चोपड़ा एवं नगर पालिका दल्लीराजहरा के अध्यक्ष श्री शीबू नायर, नगर पालिका बालोद के उपाध्यक्ष श्री अनिल यादव सहित कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ रेणुका श्रीवास्तव एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि आज आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से राज्य के नगरीय निकायों को 30 नई मोबाईल मेडिकल यूनिट की सौगात मिलने के साथ-साथ राज्य के 44 नगरपालिकाओं एवं 02 नगर पंचायतों को मुख्यमंत्री मितान योजना के विस्तार का लाभ मिलेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने पूरे प्रदेश के साथ-साथ बालोद जिले को भी एक मोबाईल मेडिकल यूनिट की सौगात दी है। ज्ञातव्य हो कि बालोद जिले में 03 मेडिकल मोबाईल यूनिट संचालित है। जिले को 01 और अतिरिक्त मोबाईल मेडिकल यूनिट मिलने से जिले में मोबाईल मेडिकल यूनिट की संख्या कुल 04 हो जाएगी। इस अवसर पर विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा, नगर पालिका अध्यक्ष श्री विकास चोपड़ा एवं कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने जिला पंचायत परिसर में खड़ी मोबाईल मेडिकल यूनिट में पहुंचकर अपना स्वास्थ्य जाँच कराया।
बालोद जिले में स्थापित किया जाएगा 02 अर्बन इंडस्ट्रियल पार्क
मुख्यमंत्री श्री भूपेेश बघेल द्वारा आज अर्बन इंडस्ट्रियल पार्क (यूआईपीए) के शुभारंभ करने के पश्चात् बालोद जिले के नगर पालिका परिषद बालोद एवं दल्लीराजहरा में 01-01 अर्बन इंडस्ट्रियल पार्कों की स्थापना की जाएगी। इसके लिए बालोद नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत दल्ली रोड में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था के पास एवं नगर पालिका दल्लीराजरा में ट्रांसपोर्ट नगर में भूमि चिन्हांकित कर लिया गया है।
विधायक, नपा अध्यक्ष एवं कलेक्टर ने मितान बन हितग्राहियों के घर में पहुंचकर विवाह प्रमाण पत्र प्रदान किया
आज के आयोजन की खास बात यह रही कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के द्वारा मुख्यमंत्री मितान योजना के विस्तार के शुभारंभ के तत्काल बाद विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा, नगर पालिका अध्यक्ष श्री विकास चोपड़ा एवं कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने मितान की भूमिका निभाते हुए हितग्राही श्री गौरव पटेल और उसकी धर्मपत्नी श्रीमती डिंपल पटेल के घर में पहुंचकर उन्हें विवाह प्रमाण पत्र भेंट किया। राज्य के मुखिया के द्वारा मुख्यमंत्री मितान योजना के सेवा के विस्तार के शुभारंभ के तत्काल बाद उनके घर में विवाह प्रमाण पत्र प्रदान करने के लिए अपने विधायक, कलेक्टर एवं नगर के प्रथम नागरिक को देखकर जिला मुख्यालय बालोद के वार्ड नंबर 10 जवाहर पारा निवासी श्री गौरव पटेल एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती डिंपल पटेल बहुत ही प्रसन्नचित नजर आ रहे थे। उन्होंने इस योजना के फलस्वरूप उन्हें घर पहुंच विवाह प्रमाण पत्र मिलने पर प्रसन्न्ता व्यक्त करते हुए राज्य शासन की इस योजना की सराहना की। विदित हो कि समय बद्ध तरीके से नागरिकों को सेवा प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री मितान योजना के माध्यम से हितग्राहियों को घर पहुंच सरकारी सेवा प्रदान किया जाएगी। इसके अंतर्गत टोल फ्री नंबर 14545 में काॅल करके विभिन्न दस्तावेजों एवं सेवाओं को घर बैठे मंगाया जा सकेगा। मुख्यमंत्री मितान योजना में जन्म-मृत्यु, विवाह प्रमाण पत्र के अलावा राशन कार्ड, गुमास्ता, आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र सहित कुल 23 सेवाओं को शामिल किया गया है।
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दुर्ग / मुख्यमंत्री श्री भुपेश बघेल ने रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शहरी योजनाओं का विस्तार किया। वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने नगरीय निकायों में अर्बन इंडिस्ट्रीयल पार्क का शिलान्यास किया। इस दौरान मुख्यमंत्री मितान योजना का 44 नगर पालिका व 2 नगर पंचायत सहित 46 निकायों में विस्तार, मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजनांतर्गत 30 नई मोबाईल मेडिकल यूनिट के साथ ही अब 60 शहरों की सुविधाओं में और अधिक सुधार तथा रीपा की तर्ज पर शहरी क्षेत्रों में भी इसका विस्तार करते हुए 14 नगर निगम व 44 नगर पालिका सहित 58 नगरीय निकायों में अर्बन इंस्ट्रीयल पार्क का शिलान्यास शामिल है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम के दौरान नगरीय निकायों के जन प्रतिनिधियों से योजनाओं के विस्तार व इसके क्रियान्वयन के संबंध में चर्चा की। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में विधायक श्री अरूण वोरा, नगर निगम दुर्ग के महापौर श्री धीरज बाकलीवाल, नगर निगम भिलाई के महापौर श्री नीरज पाल, नगर पालिका कुम्हारी के अध्यक्ष श्री राजेश्वर सोनकर, अपर कलेक्टर श्री अरविंद एक्का, नगर निगम भिलाई के आयुक्त श्री रोहित व्यास, नगर निगम दुर्ग के आयुक्त श्री लोकेश चंद्राकर सहित अन्य अधिकारीगण और नगरीय निकायों के पार्षदगण उपस्थित थे।