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- - सभापति सूर्यकान्त राठौड़ ने तेलघानीनाका चौक के पास अंडर ग्राउंड नाला और अंडर ग्राउंड केबल चेम्बर को शराब भट्टी द्वारा फेंके गए डिस्पोजल गिलास और पाउच के फंसने के कारण जाम और सड़क पर जल भराव देखारायपुर/ रायपुर नगर पालिक निगम के सभापति श्री सूर्यकान्त राठौड़ ने दैनिक सफाई व्यवस्था के निरीक्षण के दौरान तेलघानीनाका चौक के पास बारिश में सड़क पर जल भराव की समस्या देखी. सभापति ने वहाँ सफाई का स्थल निरीक्षण तत्काल स्थल पर नगर निगम जोन 2 के जोन स्वास्थ्य अधिकारी श्री रवि लवनिया को बुलाकर किया.सभापति श्री सूर्यकान्त राठौड़ ने निरीक्षण के दौरान अंडर ग्राउंड नाला को पॉलीथिन की भारी मात्रा के कारण जाम पाया और नाले के ऊपर बनाये गए लगभग बड़े आकार के 5 पाटे सफाई के बाधक मिले, वहीं छग राज्य विद्युत पावर कम्पनो द्वारा सड़क के बीच में किये गए अंडर ग्राउंड केबलिंग कार्य में समीप स्थित शराब भट्टी द्वारा फेंके गए भारी मात्रा में पानी पाउच और डिस्पोजल गिलास तेज बारिश के कारण सड़क से बहकर अंडर ग्राउंड केबल में फंस जाने से सफाई में आई बाधा का निरीक्षण किया. सभापति ने तत्काल जेसीबी मशीन को बुलवाकर नाले के ऊपर बनाये गए पाटों को तुड़वाकर और अंडर ग्राउंड केबल के चेम्बर को तुड़वाकर सफाई करवाई और गन्दे पानी का निकास करवाकर जल भराव की समस्या दूर करवाई.
- रायपुर/नगर पालिक निगम रायपुर के सभापति श्री सूर्यकान्त राठौड़ ने नगर निगम जोन 8 जोन अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह ठाकुर की उपस्थिति मे कोटा में बैकुंठ धाम के सामने कोटा वृद्धाश्रम के समीप पुराने प्रस्तावित फायर स्टेशन क्षेत्र में जोन 7 क्षेत्र का कचरा भारी मात्रा में डाले जाने और उसका निष्पादन नहीं होने से वहाँ गन्दगी और कचरे की भारी मात्रा और बदबू को देखा. इसे लेकर सभापति से वृद्धाश्रम में आने वाले बुजुर्ग नागरिकों ने गन्दगी और बदबू फैलने से हो रही असुविधा से अवगत करवाया. सामने ही श्री हनुमान मन्दिर में विभिन्न अवसरों पर पूजा और भंडारा के आयोजन होते हैँ. इससे श्रद्धालुओं को हो रही असुविधा की जानकारी मिली.सभापति श्री सूर्यकान्त राठौड़ ने स्थल से ही नगर निगम जोन 7 जोन कमिश्नर श्री राकेश शर्मा और जोन स्वास्थ्य अधिकारी श्री आत्मानंद साहू से मोबाइल पर चर्चा की और लोगों को कचरा डाले जाने और भारी बदबू से हो रही असुविधा के चलते तत्काल वहाँ कचरा डाला जाना बन्द करने कहा. इसके पश्चात सभापति श्री सूर्यकान्त राठौड़ ने निगम आयुक्त श्री विश्वदीप को मोबाइल पर फोन करके उनसे चर्चा की और नागरिकों, बुजुर्ग नागरिकों, श्रद्धालुओं को कचरा डाले जाने और बदबू से हो रही जनअसुविधा को देखते हुए तत्काल सम्बंधित जोन 7 जोन कमिश्नर और जोन स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित कर कोटा वृद्धाश्रम के समीप और श्री हनुमान मन्दिर के सामने पुराने प्रस्तावित फायर स्टेशन क्षेत्र में कचरा डालना बन्द करने की व्यवस्था कायम कर नागरिकों को गन्दगी से त्वरित राहत दिलवाने कहा है.
- रायपुर/ राजधानी शहर में तेज बारिश के दौरान नगर निगम रायपुर के जोन 6 क्षेत्र के अंतर्गत संतोषी नगर तरुण बाजार के पास साईं डायगोनेस्टिक के समीप बड़ी नाली के भीतर एक गाय अचानक गिर गयी. यह देखकर नागरिकों ने इसकी जानकारी तत्काल नगर निगम में दी. नगर निगम जोन 6 जोन कमिश्नर श्री हितेन्द्र यादव ने तत्काल जोन स्वास्थ्य अधिकारी श्री अदिव्य हजारी को स्थल पर भेजा. सम्बंधित स्थल पर तत्काल पहुंचकर नगर निगम जोन 6 की टीम ने स्थानीय निवासियों की सक्रिय सहभागिता से तेज बारिश के दौरान बड़ी नाली में अचानक गिरी गाय को नाली से सुरक्षित बाहर निकाल लिया.
- दलदल के कारण बड़ी वाहन नहीं जा सकती तो छोटी गाड़ी में भेजें खादआयुष्मान कार्ड में बिलासपुर राज्य में निचले पायदान पर,स्थिति सुधारने कड़े निर्देशबिलासपुर/ कलेक्टर संजय अग्रवाल ने टीएल बैठक में शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने बैठक में खाद बीज सहित खेती किसानी से जुड़े गतिविधियों की जानकारी ली। पिछले दो - तीन दिनों में पर्याप्त बारिश होने के कारण किसान कृषि कार्यों में जोर - शोर से जुटे हुए हैं। उन्होंने किसानी का कोई काम ना रुके इसलिए दलदल मार्गों पर बड़े वाहनों आवाजाही बाधित होने पर छोटी गाड़ियों से खाद सोसाइटियों में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने अफसरों को दो टूक कहा कि किसानों को खाद की उपलब्धता में कोई भी हीलाहवाला स्वीकार नहीं किया जाएगा। किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने चाहिए।उन्होंने अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट जल्द प्रस्तुत करने के निर्देश सभी तहसीलदारों को दिए ताकि नियमानुसार तत्परता से राहत राशि स्वीकृत किया जा सके। भारी बारिश के कारण अस्पताल, स्कूल और आंगनबाड़ी के काम तो प्रभावित नहीं हुए है, उनकी स्थिति की भी जानकारी ली। कलेक्टर ने बैठक में डीम्ड की शासी निकाय में स्वीकृत कार्य योजना के अनुरूप कार्य प्रस्ताव भेजने के निर्देश सभी अधिकारियों को दिए। उन्होंने एग्रीस्टेक योजना में किसानों के पंजीयन में प्रगति नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की ।आयुष्मान कार्ड में भी जिला पिछड़ा हुआ है। अभी तक केवल 74% के आसपास प्रगति हुई है। वर्तमान शिथिलता पर स्वास्थ्य विभाग को फटकारते हुए प्रतिदिन लगभग 5000 का लक्ष्य देते हुए इसकी पूर्ति करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह जरूरी दस्तावेज है। हर आदमी के पास इसकी उपलब्धता होनी चाहिए । पहाड़ी व दूरस्थ एरिया वाले जिले में इसमें अच्छा काम हुआ है । बिलासपुर जिले में प्रगति नहीं होने का कोई सवाल ही नहीं पैदा नहीं होता। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केदो में बच्चों की कम उपस्थिति पर भी असंतोष जाहिर किया। विभागीय सुपरवाइजर को ज्यादा से ज्यादा दौरा कर निरीक्षण करने को कहा ।कलेक्टर ने बैठक में सुशासन तिहार के लंबित मामलों की भी समीक्षा की । उन्हें जल्द पूर्ण करने को कहा है । कलेक्टर ने कहा कि जिन अधिकारियों कर्मचारियों के ट्रांसफर हुए हैं उन्हें तत्काल रिलीफ कर इसका पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाए। बैठक में अंतर विभागीय विषयों पर भी चर्चा हुई। कलेक्टर ने शासकीय सामानों की आपूर्ति अथवा ठेकेदार के भुगतान विलंब नहीं करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में कहा कि 22 हजार उपभोक्ता राशन कार्ड का उपयोग नहीं कर रहे हैं। इनका परीक्षण कराकर नियमानुसार निरस्तीकरण की कार्यवाही किया जाए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, एडीएम शिवकुमार बनर्जी सहित सभी विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे
- दुर्ग/ जिले में 1 जून 2025 से 08 जुलाई 2025 तक 195.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। कार्यालय कलेक्टर भू अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 जून से अब तक सार्वाधिक वर्षा 325.7 मिमी पाटन तहसील में तथा न्यूनतम 133.1 मिमी. तहसील धमधा में दर्ज की गई है। इसके अलावा तहसील बोरी में 149.0 मिमी, तहसील अहिवारा में 222.8 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 150.0 मिमी और तहसील दुर्ग में 190.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। 08 जुलाई को तहसील दुर्ग में 43.2 मिमी, तहसील धमधा में 48.4 मिमी, तहसील पाटन में 54.0 मिमी, तहसील बोरी में 45.0 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 31.4 मिमी और तहसील अहिवारा में 81.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
- -टी सहदेवभिलाई नगर। आंध्र साहित्य समिति ने आकाशगंगा स्थित इंडियन कॉफी हाउस में सोमवार को बीएसपी से 36 वर्षों की दीर्घ सेवा के बाद एम पद्मकिशोर की सेवानिवृत्ति पर एक सम्मान समारोह आयोजित किया। समारोह में आंध्र साहित्य समिति के पदाधिकारियों समेत आंध्र समाज से संबद्ध अखिल भारतीय तेलुगु सेना, प्रजा सेवा समिति, श्री साईंनाथ जनसेवा समिति, घंटशाला चैतन्य वेदिका, यादव समाज, आंध्र महिला मंडली, श्रीकोदंडा रामालयम तथा कलांजलि नाट्य संस्था के प्रमुख व्यक्तियों ने सेवानिवृत्त पद्मकिशोर का फूलमालाओं, शाॅल एवं श्रीफल से सम्मान किया। स्मरणीय है कि संयंत्र प्रबंधन उत्कृष्ट कार्यों और योगदान के लिए उन्हें जवाहरलाल नेहरू एवार्ड से भी नवाज चुका है।सम्मान समारोह की शुरुआत पद्मकिशोर को तिलक लगाकर की गई। समारोह को संबोधित करते हुए आंध्र साहित्य समिति के अध्यक्ष पीवी राव ने पद्मकिशोर की चारित्रिक विशेषताओं के बारे में बताया कि वे न केवल परिचितों के प्रति सेवा भाव रखते हैं, बल्कि राह चलते अनजान लोगों को कोई दिक्कत होने पर उनकी तात्कालिक मदद के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। समिति के सचिव पीएस राव ने कहा कि संयंत्र के विकास तथा प्रगति में उनका योगदान महत्वपूर्ण है ही, साथ-साथ बालाजी मंदिर में आयोजित सभी कार्यक्रमों में उनकी सक्रियता हम सबको प्रेरित करती है। उपाध्यक्ष बीए नायडु ने समारोह का संचालन करते हुए कहा कि पद्मकिशोर के लिए सेवानिवृत्ति महज एक पड़ाव है। उन्होंने रिश्तेदारों, मित्रों और कार्यक्षेत्र में पद्मकिशोर के मृदुल व्यवहार की खुलकर सराहना की।इस मौके पर पद्मकिशोर की सहधर्मिणी एम पद्मजा पति के सम्मान से अत्यधिक भावुक नजर आई। उन्होंने नम आंखों से अपने दांपत्य जीवन की यात्रा में हुए अनुभवों को साझा भी किया। समारोह का समापन पुत्र एम विष्णुवर्द्धन के गायन से हुआ। विष्णुवर्द्धन गायक के साथ-साथ म्यूजिक कंपोजर भी हैं। समारोह में पेरि पद्मा, पी मंजूश्री, पी उमा, डी मोहन राव, के लक्ष्मीनारायण, कृष्णमूर्ति पात्रो, डी गोपीवेणी, नीलम माला, ज्योति महेश, के राजू, ई आदिनारायण, सीएच श्रीनिवास, जी रामाराव, जी राजू, के डिल्लीराव, बी आनंद समेत बड़ी तादाद में लोगों ने शिरकत की।
- 0- कोलाहल नियंत्रण के उपायों का सख्ती से पालन कराने के निर्देश0- अपराध पर लगाम कसने एसडीएम और एसडीओपी एक साथ करें दौराबिलासपुर. कलेक्टर संजय अग्रवाल और एसएसपी रजनेश सिंह एसडीएम एवं एसडीओपी की संयुक्त बैठक लेकर जिले में कानून और व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने अपराधियों पर लगाम कसने शांति और व्यवस्था से जुड़े दोनों अधिकारियों को एक साथ दौरा करने के निर्देश दिए। तीज त्योहार और उत्सवों में कानफोड़ू आवाज करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई को कहा है। शोरगुल रोकने जारी सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराया जाएगा। उन्होंने विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में समाज द्वारा लोगों को प्रताड़ित करने और सामूहिक बहिष्कार करने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए। जिले में पिछले दिनों सामाजिक बहिष्कार के एक - दो प्रकरण सामने आए हैं।कलेक्टर -एसपी ने बैठक में कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन सकने वाले मुद्दों की ओर अधिकारियों को ध्यान दिलाया और शुरुआती स्तर पर ही इनका समाधान कर लेने की हिदायत दी। उन्होंने विभिन्न संगठनों द्वारा दिए जाने वाले धरना प्रदर्शनों की अनुमति 24 घंटे पूर्व देने को कहा। काफी पहले अनुमति देने से कई दफा परिस्थितियां बदल जाती हैं। वीआईपी लोगों की यात्रा पर ध्यान रखने वाली बातें भी बताई। सड़क हादसा में कई बार दुर्घटना करने वाली वाहनों का पता नहीं चलता है। ऐसे मामलों को हिट एंड रन योजना के तहत 2 लाख रुपए की सहायता दी जाती है। आवारा पशुओं के कारण होने वाली दुर्घटना रोकने जनजागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिए। स्कूल कॉलेज अब खुल गए हैं।नशे और साइबर जागरूकता के कार्यक्रम यहां आयोजित किए जाएं। सोशल मीडिया पर नजर रखें। कई दफा गलत तरीके से खबर प्रसारित हो जाती हैं। सही तथ्य तत्परता से अवगत कराएं। उन्होंने बताया कि रेत माफियाओं के खिलाफ विगत दिनों हुई कार्रवाई की राज्य स्तर पर सराहना हुई है। रिकॉर्ड 33 एफआईआर दर्ज किए गए हैं। शराब पीकर वाहन चलाने वाले लगभग 100 लोगों के लाइसेंस रद्द करने आरटीओ को अनुशंसा की गई है। बैठक में जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, एडीएम शिवकुमार बनर्जी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्चना झा, राजेंद्र जायसवाल सहित सभी एसडीएम, एसडीओपी और थानेदार वीसी के जरिए शामिल हुए।
- - किसान संजय, सुखदास, रामनारायण, बिरेन्द्र ने खाद की जमकर खरीदी की- प्रधानमंत्री सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड योजना, कृषक उन्नति योजना से हो रहा फायदा- सरकार द्वारा कृषक उन्नति योजना के दायरे को विस्तृत करने तथा दलहन, तिलहन, मक्का की फसल की खरीदी पर किसानों में हर्ष व्याप्तराजनांदगांव। जिले में खेती-किसानी कार्य के लिए किसानों में खुशी एवं उल्लास है। शासन की किसान हितैषी योजनाओं से अन्नदाता किसान धन-धान्य से परिपूर्ण एवं समृद्ध हो रहे है। किसान सेवा सहकारी समिति से लगातार खाद-बीज क्रय कर रहे है। शासन की योजनाएं उनके लिए मददगार साबित हो रही है। राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम बोरी के किसान श्री संजय कुमार टंडन सेवा सहकारी समिति गठुला खाद खरीदने आए थे। उन्होंने बताया कि उनके पास 20 एकड़ जमीन है और आज उन्होंने यूरिया, डीएपी, पोटाश और राखड़ खरीदा है। उन्होंने बताया कि आज जरूरत के हिसाब से खाद मिल गया है। 20 एकड़ खेत में धान की रोपाई हो गई है। उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत शून्य प्रतिशत ब्याज पर 1 लाख 50 हजार रूपए का ऋण लिया है। जिसका उपयोग वे खेती-किसानी के लिए करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बिना ब्याज के राशि मिल जाने से बहुत मदद होती है और यह किसानों के लिए लाभप्रद है।उन्होंने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री सम्माननिधि योजना के तहत प्रतिवर्ष 6000 रूपए की राशि मिल रही है। जिसका उपयोग वे खेती कार्यों के लिए कर रहे है। खेती कार्यों में नवीनतम तकनीक के प्रयोग से कृषि कार्य आसान होते जा रहे है। उन्होंने कहा कि कृषक उन्नति योजना सरकार की बेहतरीन योजना है। जिसके तहत 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी की जा रही है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार द्वारा कृषक उन्नति योजना के दायरे को विस्तृत किया गया है तथा दलहन, तिलहन, मक्का की फसल लगाने वालों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि कृषक उन्नति योजना से धान की बिक्री करने पर जो बचत हुई उसका उपयोग उन्होंने बच्चों की पढ़ाई लिखाई, घर की मरम्मत एवं अन्य कार्यों में किया। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को शासन की योजनाओं के लिए धन्यवाद दिया।राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम गठुला के किसान श्री सुखदास साहू ने 3 बोरी यूरिया, 3 बोरी डीएपी एवं 1 बोरी पोटाश खरीदा। उन्होंने बताया कि समिति में उनकी जरूरत के अनुसार खाद मिल गया है। उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत उन्होंने शून्य प्रतिशत ब्याज पर 50 हजार रूपए की राशि ऋण में ली है तथा उन्हें प्रतिवर्ष प्रधानमंत्री सम्मान निधि से 6000 रूपए की राशि प्राप्त हो रही है। शासन की योजनाओं का किसानों को भरपूर लाभ मिल रहा है। ग्राम चिखली के किसान श्री रामनारायण साहू ने बताया कि उनके पास 1 एकड़ जमीन है और आज उन्हें पर्याप्त मात्रा में खाद मिल गया है। उन्होंने यूरिया, डीएपी, पोटाश खाद खरीदा है।उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड योजना अंतर्गत शून्य प्रतिशत ब्याज पर 10 हजार रूपए ऋण लिया है। जिसका उपयोग वे खेती किसानी के लिए करेंगे। इसी तरह ग्राम चिखली के किसान श्री बिरेन्द्र साहू खाद खरीदने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि उनके पास 12 एकड़ जमीन है और आज उन्होंने सेवा सहकारी समिति से यूरिया एवं डीएपी खरीदा है। किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत शून्य प्रतिशत ब्याज पर 40 हजार रूपए का ऋण लिया है। ग्राम बोरी की श्रीमती ऊषा बाई खाद खरीदी के लिए पहुंची थी और उन्होंने यूरिया, पोटाश खरीदा।
- महासमुंद / भारत स्काउट गाइड संघ द्वारा प्रदेशव्यापी पौधरोपण अभियान के अंतर्गत सोमवार को महासमुंद जिले के स्काउट गाइड जिला प्रशिक्षण परिसर (डीईओ कार्यालय) में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में एक पेड़ मां के नाम की भावना के साथ सभी उपस्थित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं स्काउट गाइड के सदस्यों ने बेल, नीम, कदंब के पौधे लगाए।इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम के अध्यक्ष श्री चंद्रहास चंद्राकर, भारत स्काउट गाइड संघ के जिला अध्यक्ष श्री येतराम साहू, जिला हैंडबॉल संघ के अध्यक्ष श्री प्रदीप चंद्राकर, नगरपालिका उपाध्यक्ष श्री देवीचंद राठी, कलेक्टर श्री विनय लंगेह, जिला पंचायत सीईओ श्री एस. आलोक, श्री राकेश चंद्राकर, श्री आनंद साहू, जिला शिक्षा अधिकारी श्री विजय लहरे, पूर्व डीईओ श्रीमती चंद्रसेन सहित स्काउट गाइड स्टाफ, छात्र-छात्राएं एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।इस अवसर पर छत्तीसगढ़ बीज निगम के अध्यक्ष श्री चंद्रहास चंद्राकर ने कहा कि वृक्षारोपण से न केवल पर्यावरण की सुरक्षा होती है, बल्कि यह हमारी अगली पीढ़ी को एक स्वच्छ और हरित वातावरण देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री जी का यह बहुत बड़ा अभियान है, जिसमें हर नागरिक की भागीदारी जरूरी है। हमें इसे जन आंदोलन का रूप देना है।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्काउट गाइड संघ के जिला अध्यक्ष श्री येतराम साहू ने कहा कि पेड़ लगाना ही पर्याप्त नहीं है, हमें पेड़ को संरक्षित करना और उसका पालन-पोषण भी करना चाहिए। जब पेड़ सुरक्षित रहेंगे तभी हमारा पर्यावरण संतुलित रहेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री के पर्यावरण संरक्षण अभियान की सराहना करते हुए सभी को अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने एवं उन्हें संरक्षित रखने का आह्वान किया।कलेक्टर श्री विनय लंगेह ने भी वृक्षों के महत्व पर विचार रखते हुए कहा कि हमें विकास के साथ पर्यावरण की भी चिंता करनी चाहिए। अधिक से अधिक पौधे लगाकर उनके संरक्षण की जिम्मेदारी स्वयं लेनी होगी। साथ ही जल संरक्षण के लिए रेन वाटर रिचार्जिंग और घरों में सोखता गड्ढा बनाना आवश्यक है। पानी बचाकर ही हम आने वाले समय को सुरक्षित रख सकते हैं। कार्यक्रम के माध्यम से वृक्षारोपण एवं जल संरक्षण के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने का संदेश दिया गया। सभी प्रतिभागियों ने एक पेड़ मां के नाम से पौधे लगाकर उन्हें सुरक्षित रखने का संकल्प लिया।
- बालोद, कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने आदेश जारी कर जिले के सभी शासकीय सेवक को कार्यालयीन समय सुबह 10 बजे से शाम 5.30 बजे तक अनिवार्य रूप से अपनी उपस्थित सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। जारी आदेश में श्रीमती मिश्रा ने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को 10 बजे तक बायोमैट्रिक के माध्यम से अनिवार्य रूप से उपस्थिति दर्ज कराने को कहा है।कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने जारी आदेश में सभी कार्यालय प्रमुखों को अपने अधीनस्थ कर्मचारियों तथा नये कर्मचारियों का बायोमैट्रिक सुनिश्चित कराने को कहा है। इसके साथ ही सभी कार्यालय प्रमुख मंगलवार 08 जुलाई को समय-सीमा बैठक में प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने के अलावा आगामी माह का वेतन बायोमैट्रिक उपस्थिति के आधार पर वेतन भुगतान करने को कहा है।
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*विषयवार कार्ययोजना बनाकर शिक्षा विभाग रिजल्ट ओरिएंटेड कार्य करें- कलेक्टर डॉ गौरव सिंह*
*स्कूली बच्चों को सोशल मीडिया तथा ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करें- एसएसपी डॉ लाल उम्मेद सिंह*रायपुर,/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मंशानुरूप रायपुर जिला प्रशासन ने छात्रों की शिक्षा गुणवत्ता में सुधार लाने तथा 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों को उत्कृष्ट मार्गदर्शन देकर शत-प्रतिशत परीक्षा परिणाम सुनिश्चित करने के लिए "मिशन उत्कर्ष" की शुरुआत की है। इस अवसर पर रायपुर स्थित न्यू सर्किट हाउस में सभी स्कूलों के प्राचार्यों की एक विशेष कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें मिशन के उद्देश्यों, रणनीतियों व क्रियान्वयन की विस्तृत जानकारी दी गई।कार्यशाल में कलेक्टर डॉ गौरव सिंह ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप मिशन उत्कर्ष को पूरी गंभीरता से लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग वर्षभर की विषयवार शैक्षणिक कार्ययोजना बनाकर, अच्छे परिणाम लाने के लिए समर्पित होकर कार्य करें। साथ ही सभी प्राचार्यों को कहा किया कि स्कूल जाते समय हेलमेट पहनना अनिवार्य करें और बच्चों, अभिभावकों व शिक्षकों को भी यातायात नियमों के पालन के लिए प्रेरित करें। इसके अतिरिक्त, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में स्कूलों में पौधारोपण कर हरियाली बढ़ाने का आह्वान किया गया।एसएसपी डॉ लाल उम्मेद सिंह ने कहा कि रायपुर कैपिटल है, प्रदेश का आईना है। यहां अच्छा कार्य करें जो पूरे प्रदेश के लिए मॉडल बने। एसएसपी डॉ सिंह ने कहा कि जिले को राज्य में टॉप 3 में लाने का संकल्प सभी को लेना चाहिए। उन्होंने बच्चों को सोशल मीडिया जागरूकता और ट्रैफिक नियमों की शिक्षा देने पर भी बल दिया।कार्यशाला में बताया गया कि मिशन उत्कर्ष एक संगठित, समर्पित और डेटा-आधारित दृष्टिकोण है, जिसका मुख्य उद्देश्य कक्षा 10वीं और 12वीं में 100% उत्तीर्णता सुनिश्चित करना है। साथ ही 80% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाना तथा राज्य मेरिट सूची में रायपुर जिले के अधिकाधिक छात्रों को स्थान दिलाना मिशन का लक्ष्य है। समयबद्ध तैयारी व सतत मूल्यांकन किया जाए, मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक व प्री-बोर्ड परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर आयोजित होंगी। मॉडल उत्तर लेखन व अभ्यास के साथ विषयाधारित तैयारी के साथ नियमित उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन व फीडबैक लिया जाएगा। कमजोर छात्रों के लिए संदेह समाधान सत्र, विशेष अभ्यास कक्षाएं आयोजित की जाएगी। श्रेष्ठ शिक्षक, विषय, विद्यालय और टॉपर्स को प्रशंसा पत्र एवं “लंच विथ कलेक्टर” विशेष पुरस्कार व सम्मानित किया जाएगा।कार्यशाला में पुलिस विभाग द्वारा प्राचार्यों को साइबर क्राइम के प्रति सतर्क किया गया। वहीं, स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुष्मान व वय वंदना कार्ड बनाने की जानकारी दी गई तथा ऑनलाइन कार्ड कैसे बनाए ये भी बताया गए। इस दौरान स्वास्थ्य परीक्षण की भी व्यवस्था की गई।रायपुर जिला प्रशासन द्वारा शुरू किया गया “मिशन उत्कर्ष” केवल एक परीक्षा रणनीति नहीं, बल्कि शिक्षा के स्तर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की एक दूरदर्शी पहल है।इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री कुमार बिश्वरंजन, एएसपी श्री लखन लाल पटले, अपर कलेक्टर श्रीमती अभिलाषा पैकरा, एएसपी श्री प्रशांत शुक्ला, डीईओ श्री विजय खंडेलवाल, जिला समन्वयक शिक्षा श्री केएस पटले सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। -
0- महाराष्ट्र मंडल की युवा समिति ने भावी कार्यक्रमों की रुपरेखा तय करते हुए पदाधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी
रायपुर। महाराष्ट्र मंडल में आयोजित शहीद मेजर यशवंत गोरे स्मृति गणेशोत्सव के दौरान 28 अगस्त को मंडल की युवा समिति की ओर से स्कूली बच्चों के लिए विविध स्पर्धाएं और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रमों की तैयारी को लेकर मंडल में हुई युवा समिति की बैठक समन्वयक विनोद राखुंडे और प्रमुख डॉ. शुचिता देशमुख की उपस्थिति में हुई। बैठक में अगस्त, सितंबर व अक्टूबर माह में होने वाले विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा पर सविस्तार चर्चा की गई।डॉ. शुचिता ने बताया कि 28 अगस्त को बच्चों के लिए विभिन्न शैक्षणिक व सांस्कृतिक स्पर्धाएं होंगी। बच्चों को तीन आयु वर्गों में बांटा गया है। ग्रुप एक में प्री-प्राइमरी से पांचवीं कक्षा तक के बच्चे रंग भरो प्रतियोगिता और चित्रकला में शामिल होंगे। ग्रुप दो में छठवीं से आठवीं तक के बच्चों के लिए निबंध व सुलेख लेखन प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। ग्रुप तीन में कक्षा नवमीं से बारहवीं तक वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।विनोद राखुंडे ने प्रति माह 19 तारीख को छत्रपति शिवाजी महाराज की होने वाली महाआरती में युवा समिति के प्रत्येक सदस्यों से शामिल होने का आग्रह किया, ताकि महीने में कम से कम एक बार युवा समिति के सदस्य आपस में मिलकर भावी कार्यक्रमों पर चर्चा कर रूपरेखा व जिम्मेदारी तय कर सकें। इससे समिति में प्रत्यक्ष संवादहीनता की स्थिति भी खत्म होगी।युवा समिति के सदस्यों ने आगामी कार्यक्रमों के सफल आयोजन के लिए अपने- अपने सुझाव दिए। साथ ही सभी कार्यक्रमों में सक्रिय सहभागिता का आश्वासन दिया। बैठक में मंडल के सह सचिव सुकृत गनोदवाले, युवा समिति के सह-प्रमुख शुभम् पुराणिक, भवन सह प्रभारी शचिंद्र देशमुख, विशाल डांगे, सोनल पेदे, साक्षी जोशी, समीर देशमुख, सुमन देशमुख, पल्लवी नाफडे, उदित बक्षी, श्रावणी मुकादम सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे। -
0- राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पुरस्कार जीतने के साथ बडे़ सपनों को साकार करने में जुटी भिलाई की 13 वर्षीय प्रतिभाशाली बालिका
रायपुर। महाराष्ट्र मंडल में आषाढी एकादशी के सुगम गीत- संगीत व लघु नाटिका में अगर पूरे कार्यक्रम की कोई हाईलाइटर रहीं, तो वो हडको भिलाई की भरतनाट्यम की सिद्धहस्त नृत्यांगना 13 वर्षीय सान्वी मुकुंद अवधुत थीं। जिन्होंने महज छह मिनट की एकमात्र गणेश वंदना प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।महाराष्ट्र मंडल के संगीत- नृत्य की समझ रखने वालों के अनुसार भरतनाट्यम शैली में प्रस्तुत सान्वी के डांस की शुरुआत गणेश वंदना से हुई। इसमें उन्होंने 12 से अधिक हस्तमुद्राओं का कमल पुष्प अर्पण करने के लिए पद्मकोष, अलापद्मा हस्तमुद्रा सहित अनेक मुद्राएं प्रस्तुत कर गणपति के एकदंत, वक्रतुंड अवतार दिखाए। सान्वी ने शिखर हस्त मुद्रा से शिव का अवतार भी प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया।यह सब संभव हो पाया सान्वी के सात वर्षों से भरतनाट्यम नृत्य को लेकर जारी प्रशिक्षण और जुनूनी अभ्यास से। पिता मुकुंद अवधुत बताते हैं कि सान्वी नृत्य गुरु राखी राय से भरतनाट्यम सीख रही हैं और राखी सहित पालक उपाध्याय से प्रेरित भी। हाल ही में उन्होंने सेंटर ऑफ कल्चरल रिसोर्सेस एंड ट्रेनिंग न्यू दिल्ली में आयोजित कल्चरल टेलेंट सर्च वर्ष 2024-25 की परीक्षा उत्तीर्ण कर जूनियर सीसीआरटी स्कॉलरशिप होल्डर रहीं।दर्शकों से खचाखच भरे महाराष्ट्र मंडल के छत्रपति शिवाजी महाराज सभागृह में बेहतरीन प्रस्तुति के बाद सान्वी ने बताया कि दूरदर्शन केंद्र रायपुर में उन्होंने दो बार अपने नृत्य की प्रस्तुति दी है। इसके अलावा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की विभिन्न स्पर्धाओं में उन्होंने परफार्म भी किया है। इनमें से कोलकाता में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कल्चर फेस्टिवल में प्रथम पुरस्कार जीता। वहीं रायपुर में आयोजित शिवांजलि महोत्सव में विजेता रहीं। सान्वी बनारस में आयोजित ‘अंतररराष्ट्रीय कृष्णप्रिया महोत्सव में रनर अप रहीं। केरला समाज की ओर से आयोजित आल इंडिया डांस म्युजिक छत्तीसगढ़ ट्रेडिशनल चैंपियनशिप में भी उन्होंने प्रथम पुरस्कार हासिल किया। भिलाई में आयोजित ऑल इंडिया डांस एसोसिएशन सान्वी अवधुत उप विजेता रहीं।कई शहरों में परफार्म करते हुए ढेरों प्रतियोगिताओं में शामिल हो चुकीं सान्वी चक्रधर समारोह रायगढ़ में भी अपनी भरतनाट्यम शैली का नृत्य प्रस्तुत करना चाहती हैं। वहीं देश राग डांस फेस्टिवल में दी जाने वाली विशिष्ट उपाधि ‘जय पद्म’ प्राप्त करने का भी उन्होंने सपना संजोया हुआ है। -
*क्षति का सर्वे कर तत्काल राहत दिलाने के निर्देश*
*अधिकारी कार्यालय में नहीं, प्रभावित लोगों के बीच पहुंचे**पुल के ऊपर बहते पानी में सड़क पार नहीं करने की अपील की*बिलासपुर/ कलेक्टर संजय अग्रवाल एवं एसएसपी रजनेश सिंह ने जिले में अतिवृष्टि एवं बाढ़ के हालात से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के लिए अधिकारियों की आपात बैठक ली। उन्होंने बैठक में बाढ़ पीड़ित लोगों की हरसंभव सहायता के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि बाढ़ एवं अतिवृष्टि से जो भी नुकसान हुआ है उनका सर्वे कर तत्काल आरबीसी 6-4 के तहत सहायता दिया जायेगा। कलेक्टर-एसपी ने कहा कि स्थिति में सुधार आने तक कोई भी अधिकारी कार्यालय में नहीं बैठेगा। टीम बनाकर अधिकारी बाढ़ प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों का संयुक्त दौरा करेंगे और लोगों को आपदा से निपटने में जरूरी मदद करेंगे। उन्होंने वीसी के जरिए अधिकारियों से जुड़कर एक-एक तहसील की मैदानी हालात की जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि बाढ़ के हालात से निपटना एवं लोगों को राहत दिलाना फिलहाल प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि एक -डेढ़ माह के बराबर पानी पिछले दो-तीन दिन में बरस चुका है। उम्मीद से ज्यादा एकाएक ज्यादा पानी गिरने से कुछ निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी है। लेकिन प्रशासन के हस्तक्षेप से स्थितियों में सुधार आया है। उन्होंने पूरा प्रशासनिक सिस्टम को बाढ़ से बचाव कार्य में झोंक दिए हैं। श्री अग्रवाल ने नियमित दौरा कर संवेदनशील ग्रामों और निचले क्षेत्रों पर लगातार नजर रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अफसरों से कहा कि प्रभावित लोगों के पास जाएं, उनकी तकलीफ सुने। यदि उनका मकान अतिवृष्टि से जर्जर या नष्ट हो गया है तो उन्हें नजदीक के स्कूल अथवा आंगनबाड़ी में ठहराएं। उनके खाने और पीने का इंतजाम किया जाये। आरबीसी 6-4 का प्रकरण बनाकर उन्हें तत्काल मुआवजा दिलाया जाए। बैठक में बताया गया कि बिल्हा के वार्ड 8 एवं 9, मस्तुरी के ईटवापाली, कोटा के तेन्दूभांठा,बांसाझाल, चपोरा, मोहदा, केंदाडांड, मोहदा, पचरा, टोनासागर सेमरा और तखतपुर के मनियारी नदी के किनारे कुछ गांव प्रभावित हुए है। बिलासपुर शहर में गोकने नाला के निचले क्षेत्र सहित गंगानगर, श्रीकांत वर्मा मार्ग, बंधवापारा, तोरवा एरिया में 8-10 स्थलों पर जलभराव की स्थिति बनी थी, जिसे कच्चे नाले बनाकर पानी बाहर निकाला गया है।कलेक्टर ने लोगों के पानी में फंस जाने पर बचाव के लिए उपलब्ध संसाधनों की भी जानकारी ली। होमगार्डस ने बताया कि जिले में पांच नाव उपलब्ध हैं। दो टीम चौबीसों घण्टे तैयार रहती है। लाईफ जैकेट और अन्य ग्रामीण क्षेत्र में तैराकों की सूची बनाकर उनका भी सहयोग लिया जाये। मछुआरे इस कार्य में काफी मददगार हो सकते हैं। उन्होंने ग्रामीणों को बाढ़ की स्थिति एवं उनकी जागरूकता के लिए मुनादी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि अभी अच्छा मौका है । जल के प्राकृतिक बहाव में यदि कोई अड़चन आ रही है तो उसे तोड़ दिया जाए। लोक निर्माण एवं सिंचाई विभाग के इंजीनियर भी टीम के साथ दौरा करें। यदि पुल के ऊपर पानी बह रहा हो तो बैरिकेड लगाकर यातायात रोक दिया जाए। बेहतर होगा कि गांव में उपलब्ध ट्रेक्टर ट्राली अड़ाकर आवागमन प्रतिबंधित कर दिया जाये। कलेक्टर-एसपी ने लोगों को पुल के ऊपर बहते पानी में पार नहीं करने की अपील भी की है। कलेक्टर ने कहा कि जीपीएम जिले में भारी बारिश के कारण अरपा भैंसाझार से और ज्यादा मात्रा में पानी छोड़ा जायेगा। अरपा नदी के किनारे लोगों को और सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बाढ़ के हालात से लोगों की जान और माल बचाना है। इसके लिए जो भी जरूरी उपाय मैदानी स्तर में करना है ,उसे करें। किसी बड़े अधिकारी के अनुमति का इंतजार किए बिना जनहित में निर्णय लिया जा सकता है। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग को भी चेताया। उन्होंने कहा कि बरसात में दूषित पेयजल से डायरिया फैलने की संभावना बनी हुई है। लिहाजा मुस्तैदी से सभी प्रकार के दवाईयों की उपलब्धता रहे। इससे ज्यादा कोई मरीज अस्पताल में आता है तो तुरंत उसका इलाज शुरू किया जाना चाहिए। किसी तरह की औपचारिकता बाद में भी पूरी की जा सकती है।एसएसपी श्री रजनेश सिंह ने कहा कि प्रशासन एवं पुलिस की टीम आपसी तालमेल के साथ काम करते दिखने चाहिए। इससे समाज में अच्छा संदेश जाता है। बैठक के बाद जाकर अपने अनुविभाग में भी संयुक्त बैठक करें। उन्होंने सोशल मीडिया पर भी नजर रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए। यदि कोई तथ्यहीन खबर की जानकारी आये तो तत्काल उसका खण्डन करते हुए सही जानकारी दिया जाये। पानी ज्यादा गिरने से लोग जलप्रपात और झरने का आनंद उठाने बड़ी संख्या मंे पहुंच जाते हैं, उन्हें वहां पर भी सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कानून-व्यवस्था को बनाये रखने के लिए भी जरूरी निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल,एडीएम शिवकुमार बनर्जी सहित पुलिस अधिकारी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी एसडीएम, तहसीलदार, थानेदार आदि शामिल हुए। -
छगन लोन्हारे
उप संचालक, जनसम्पर्करायपुर,/छत्तीसगढ़, जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, घने वन क्षेत्र और विविध जनजातीय समुदायों के लिए जाना जाता है, लंबे समय से नक्सलवाद की चुनौती से जूझता रहा है। बस्तर के विकास में बाधक रहे नक्सलवाद के अब यहां से नक्सल उन्मूलन की अंतिम लड़ाई जारी है। बस्तर संभाग अपनी कला एवं संस्कृति के लिए विशिष्ट पहचान रखता है अकेले बस्तर संभाग में ही हल्बी, गोड़ी, भतरी दोलरी जैसे पारंपरिक बोली, बोली जाती है। वर्षों से अशांत रहे बस्तर अंचल में ढोल और मांदर की थाप अब फिर से सुनाई देने लगेगी। मार्च 2026 तक बस्तर को नक्सल मुक्त बनाने का संकल्प छत्तीसगढ़ सरकार ने लिया है। सटीक रणनीति के साथ यहां आतंक के खात्मे और सामाजिक- आर्थिक विकास के काम हो रहे हैं। बस्तर ओलंपिक और बस्तर पंडुम जैसे आयोजनों में जिस तरह लोगों ने भागीदारी की वो इस बात का प्रमाण है की बस्तर में अब शांति स्थापित हो रही है।*मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का मानना है कि ‘‘लाल आतंक के खात्मे के लिए नक्सलियों के खिलाफ हमारी निर्णायक लड़ाई जोर शोर से जारी है। इसका परिणाम है कि नक्सलियों की कमर अब टूट गई है। प्रदेश से जब तक नक्सली हिंसा और उग्रवाद का अंत नहीं हो जाता हम चुप नहीं बैंठेंगे।’’*केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह 22 जून 2025 को छत्तीसगढ़ प्रवास पर आए थे इस दौरान उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में आराम करने वाले नक्सली इस बरसात में चैन की नींद नहीं सो पाएंगे। सुरक्षा बलों द्वारा नक्सल ऑपरेशन जारी रहेगा।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों के वीर जवान कठिन चुनौतियों और दुर्गम परिस्थितियों के बावजूद नक्सलवाद के खात्मे के अभियान को ऐतिहासिक सफलता की ओर ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों का अद्वितीय साहस और बलिदान न केवल हमारे जवानों की कर्तव्यनिष्ठा को प्रदर्शित करता है, बल्कि पूरे देश को एक सकारात्मक संदेश भी देता है कि हमारा देश अब नक्सलवाद की बेड़ियों से मुक्त होने की ओर अग्रसर है।छत्तीसगढ़ में बीते 21 मई 2025 को माओवादी सरगना बसव राजू के साथ अबूझमाड़ के जंगल में 26 नक्सलियों को सुरक्षा बल के जवानों के हाथों मारे जाने से नक्सलवाद की कमर टूटी है। इस पर सवा 3 करोड़ का ईनाम घोषित था। तीन दशकों में पहली बार हुआ है कि जनरल सेक्रेटरी रैंक का कोई माओवादी न्यूट्रलाइज किया गया। यह असाधरण कामयाबी है और इस बात का स्पष्ट संकेत है कि नक्सल के ताबूत में हमने अंतिम कील जड़ दिया है। इसके अलावा शीर्ष ईनामी नक्सली लक्ष्मी नरसिम्हा चालम उर्फ सुधाकर भी 05 जून 2025 को नेशनल पार्क एरिया में पुलिस मुठभेड़ में ढेर किया गया, इस पर 1 करोड़ का ईनाम था।नियद नेल्ला नार (आपका अच्छा गांव) योजना नक्सल प्रभावित इलाकों में गेम चेन्जर्स साबित हो रही है। माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में स्थापित नए कैम्पों के आसपास के 5 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों एवं ग्रामीणों को 17 विभागों की 59 हितग्राहीमूलक योजनाओं और 28 सामुदायिक सुविधाओं के तहत आवास, अस्पताल, पानी, बिजली, पुल-पुलिया, स्कूल इत्यादि मूलभूत संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की पहल पर छत्तीसगढ़ के माओवादी आतंक प्रभावित जिलों के विद्यार्थियों को तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा के लिए ब्याज रहित ऋण मिलेगा।प्रदेश में पिछले डेढ़ साल के भीतर सुरक्षाबलों ने अपनी बहादुरी से 438 नक्सलियों को मार गिराया है। साथ ही 1515 नक्सलियों को गिरफ्तार किया और 1476 नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने पर विवश किया है। नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में हमारे सुरक्षा बल महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इन कैंपों के माध्यम से हमारी सरकार अंदरूनी गांवों तक सुरक्षा के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की पहुंच भी सुनिश्चित करने में सफल हो रहे हैं।*आखिर क्यों खास है पूवर्ती गांव*सुकमा जिले के अंदरूनी व अतिसंवेदनशील क्षेत्र में बसा हुआ पूवर्ती गांव एक वक्त नक्सलियों का सबसे सुरक्षित ठिकाना हुआ करता था। एक करोड़ रूपए का ईनामी नक्सली हिड़मा तथा टेकलगुड़ा कैंप निर्माण के दौरान नक्सली हमले की घटना का मास्टरमाइंड देवा का यह पैतृक गांव होने के कारण हमेशा चर्चा में रहा है। माओवादियों का प्रभाव में होने के कारण पूवर्ती गांव में शासन की योजनाएं नहीं पहुंच पा रही थी, लेकिन अब इस गांव में सुरक्षा कैम्प खुलने से यहां के लोगों को तेजी से मूलभूत सुविधाएं सुलभ होने लगी है।आदिवासी बाहुल्य आबादी, अनुपम नैसर्गिक सुंदरता और प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर बस्तर में आज विकास का सबसे बढ़ा अवरोधक है नक्सली हिंसा। पिछले 3 दशकों में नक्सलियों ने यहां अपने पैर पसारे। बंदूक के दम पर हिंसा के साथ विकास कार्यों में बाधा पहुंचाई। नक्सलियों ने अपने झूठे, खोखले सिद्धांतों के जरिए लंबे समय तक भोले-भाले आदिवासियों को भ्रम में डाला, हिंसा का सहारा लेकर उन्हें डराने की कोशिश की। बच्चों से उनके स्कूल छीने, उनका बचपन छीना उन्हें हिंसा की राह पर धकेला। कई परिवारों को बर्बाद किया, सुहागनों की सिंदूर उजाड़े, बेटियों को अगवा किया और उन्हें भी हिंसा के रास्ते पर ले गए। इसी वजह से संसाधनों से परिपूर्ण बस्तर पर देश के सबसे पिछड़े इलाकों में एक होने का धब्बा लगा। लेकिन अब छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली सरकार दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ विकास के इस अवरोध को पूरी तरह से समाप्त करने पर डटी हुई है।बस्तर में विकास का अब नया सबेरा होने वाला है। यहां नक्सलियों की कमर टूट चुकी है। लोगों को अब खुशहाल बस्तर मिलेगा। पुलिस और सुरक्षाबलों के जवान पूरे हौंसले के साथ नक्सल मोर्चे पर डटे और अब जल्द ही नक्सलियों का समूल अंत होगा। -
महासमुंद। स्थानीय पुराना सिविल लाइन निवासी महादेव प्रसाद श्रीवास्तव (87) सेवानिवृत प्रधान पाठक का सोमवार शाम निधन हो गया। वे कुमारेश, नितेश व मनीष श्रीवास्तव के पिता थे।
अंतिम संस्कार 8 जुलाई मंगलवार सुबह 10 बजे भलेसर मार्ग मुक्तिधाम में किया जाएगा। -
*-संकरी नाली से जलभराव की स्थिति, आवेदक ने जनदर्शन में की शिकायत*
*-जनदर्शन में आज 80 आवेदन प्राप्त हुए*दुर्ग/ जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह के निर्देशानुसार डिप्टी कलेक्टर श्री उत्तम धु्रव एवं श्री हितेश पिस्दा ने साप्ताहिक जनदर्शन कार्यक्रम में पहुंचे जनसामान्य लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने जनदर्शन में पहुंचे सभी लोगों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और समुचित समाधान एवं निराकरण करने संबंधित विभागों को शीघ्र कार्यवाही कर आवश्यक पहल करने को कहा। जनदर्शन के दौरान नगर निगम, समाज कल्याण, खाद्य विभाग एवं जिला पंचायत के अधिकारी उपस्थित थे। जनदर्शन में अवैध कब्जा, आवासीय पट्टा, प्रधानमंत्री आवास, भूमि सीमांकन कराने, आर्थिक सहायता राशि दिलाने सहित विभिन्न मांगों एवं समस्याओं से संबंधित आज 80 आवेदन प्राप्त हुए।शिवपारा वार्ड क्रमांक 38 के निवासी ने अपने क्षेत्र में व्याप्त अतिक्रमण को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि वार्डवासी द्वारा उनके निवास मकान के सामने अतिक्रमण कर “भैसांपुर चबूतरा“ का निर्माण कर लिया गया है, जहां नियमित रूप से पशु बलि जैसी गतिविधियाँ की जाती हैं। इस चबूतरे के कारण आम रास्ता बाधित हो रहा है, जिससे स्थानीय नागरिकों को आवागमन में भारी असुविधा हो रही है। संकरी सड़क और धार्मिक गतिविधियों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है। आवेदक ने भैसांपुर चबूतरे को हटाकर किसी अन्य स्थान पर स्थापित करने के लिए आवेदन दिया। इस पर डिप्टी कलेक्टर ने आयुक्त नगर निगम दुर्ग को परीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। राजीव नगर वार्ड 04 के वार्डवासियों ने बारिश में डुबान से राहत दिलाने आवेदन दिया। राजीव नगर वार्ड क्रमांक 04 के वार्डवासियों ने बताया कि बारिश में जलभराव की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय रहवासियों ने बताया कि क्षेत्र की तीन प्रमुख नालियाँ वार्ड 02 (शिव नगर), वार्ड 04 (राजीव नगर), और वार्ड 03 (मठपारा) की निकासी का पानी नया आंगनबाड़ी केंद्र के पास स्थित एक संकीर्ण नाली में मिलती हैं। यह नाली मोहल्ले की महिला के घर के बगल से होकर गुजरती है, महज 3 फीट चौड़ी है, जबकि इससे जुड़ने वाली नालियां इससे कहीं अधिक चौड़ी हैं। इस पर डिप्टी कलेक्टर ने आयुक्त नगर निगम दुर्ग को परीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।वार्ड क्रमांक 58 के पूर्व पार्षद ने सड़क जीर्णोद्धार के लिए आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि उरला क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 57 एवं 58 में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा बनाई गई सड़क, जो चंडी चौक से होकर नदी रोड होते हुए उरला तक जाती है। बनरंग होटल से बजरंग पारा तक की सड़के अत्यंत खराब है। यह सड़क इतनी क्षतिग्रस्त हो चुकी है कि प्रतिदिन दोपहिया वाहन चालक फिसलकर गिर रहे हैं। कभी भी गंभीर दुर्घटना हो सकती है। यह मार्ग न केवल क्षेत्रीय नागरिकों के लिए, बल्कि उरला हाई स्कूल के छात्र-छात्राओं के लिए भी मुख्य रास्ता है। छात्राएं आए दिन इस जर्जर सड़क से स्कूल आना-जाना करते हैं, जिससे उनकी सुरक्षा को खतरा बना रहता है। रात के समय इस मार्ग से बेलौदी, मालूद और आसपास के गांवों के हजारों राहगीर आवागमन करते हैं। खराब सड़क और अंधेरे के कारण इस रास्ते पर चलना बहुत मुश्किल होता है। इस पर डिप्टी कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी को निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। -
दुर्ग/ देशभर में प्रारंभिक बाल शिक्षा को मजबूती देने वाले निपुण भारत मिशन की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर स्टारलाइट फाउंडेशन, जो वर्ष 2020 से बाल शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत एक प्रतिष्ठित गैर-सरकारी संस्था है, ने विगत दिन जिले के शासकीय प्राथमिक विद्यालय, बोरिगारका में अपनी पहली ‘स्तंभशाला’ का शुभारंभ किया। यह पहल ग्रामीण भारत में गुणवत्तापूर्ण और मूलभूत शिक्षा को बच्चों तक सुलभ कराने की दिशा में एक मील का पत्थर मानी जा रही है।
‘स्तंभशाला’ एक विशेष रूप से डिज़ाइन की गई कक्षा है, जो कक्षा 1 से 3 तक के बच्चों की फाउंडेशनल लिट्रसी एंड न्यूमेरसी (एफएलएन) की क्षमताओं को विकसित करने के उद्देश्य से तैयार की गई है। इस कक्षा को आधुनिक तकनीकी और शिक्षण उपकरणों से सुसज्जित किया गया है: स्मार्ट एलईडी टीवी के माध्यम से बच्चों को ऑडियो-विजुअल माध्यम से पढ़ाई कराई जाएगी। रिच प्रिंट स्टडी मैटेरियल, चार्ट्स, चित्रात्मक पुस्तकों और कार्यपुस्तिकाओं से बच्चों की पढ़ाई को रोचक और प्रभावशाली बनाया गया है। फन लर्निंग एक्टिविटी किट और शैक्षिक खिलौनों के माध्यम से बच्चों को खेल-खेल में सीखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस भव्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री नंदलाल चौधरी (संयुक्त संचालक, महिला एवं बाल विकास विभाग, छत्तीसगढ़) एवं विशिष्ट अतिथि श्रीमती श्रद्धा साहू (सभापति, जिला पंचायत, दुर्ग), जनपद उपाध्यक्ष श्री राकेश हिरवानी, ग्राम सरपंच श्री चुम्मन यादव संकुल प्रिंसिपल श्री जांगड़े ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। उनके साथ शिक्षा विभाग के अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि, ग्रामवासी, शिक्षक और स्कूली विद्यार्थी भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।मुख्य अतिथि श्री चौधरी ने कहा कि “स्तंभशाला जैसी पहल देश की बुनियादी शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं। यह समय की आवश्यकता है कि हम बच्चों को उनकी प्रारंभिक शिक्षा में सशक्त बनाएं। निपुण भारत मिशन का उद्देश्य भी यही है कि 2026 तक हर बच्चा कक्षा 3 के अंत तक पढ़ने, लिखने और बुनियादी गणितीय कौशल में निपुण हो।” संस्था के अध्यक्ष श्री प्रतीक ठाकरे ने बताया कि बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेषज्ञों की सहायता से एक विशेष पाठ्यक्रम भी तैयार किया गया है। यह पाठ्यक्रम बच्चों की सीखने की क्षमता, रुचि और सीखने की गति के अनुरूप अनुकूलित है। उन्होंने आगे कहा कि “हमारा उद्देश्य शिक्षा को बोझ नहीं, बल्कि एक आनंदमयी अनुभव बनाना है। स्तंभशाला के माध्यम से हम बच्चों के अंदर सीखने की जिज्ञासा जगाने का प्रयास कर रहे हैं। यह हमारी पहली कक्षा है, और आने वाले महीनों में हम अन्य स्कूलों में भी इस मॉडल को लागू करेंगे।"टीम सदस्य अनुराग शर्मा ने बताया कि संस्था पिछले 2.5 वर्षों से ग्रामीण क्षेत्रों में बाल शिक्षा पर विशेष ध्यान दे रही है, और अब वह दुर्ग जिले के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़ में अपने प्रयासों का विस्तार करने की योजना बना रही है। कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय के कक्षा 1 से 5 तक के मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए, जिसमें देशभक्ति गीत, कविता पाठ और समूह नृत्य प्रमुख रहे। यह आयोजन बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने और उनके उज्जवल भविष्य की ओर प्रेरित करने का एक सराहनीय प्रयास रहा।*निपुण भारत मिशन: देश की नींव को मज़बूत करने की पहल*भारत सरकार द्वारा 5 जुलाई 2021 को शुरू किया गया निपुण भारत (नेशनल इनिशिएटिव फॉर प्रोफ़िशिएन्सी इन रीडिंग विथ अंडरस्टैंडिंग एंड न्यूमेरसी) एक प्रमुख शैक्षिक अभियान है, जिसका लक्ष्य है:▪️ वर्ष 2026 तक सभी कक्षा 3 के बच्चों को मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान में निपुण बनाना।▪️ प्रत्येक राज्य में ‘निपुण लक्ष्य’ निर्धारित कर, राज्यों को सहयोग और मार्गदर्शन प्रदान करना।▪️ शिक्षकों को प्रशिक्षित कर फाउंडेशन लर्निंग को सुदृढ़ बनाना।छत्तीसगढ़ सरकार भी इस दिशा में विशेष प्रयास कर रही है। प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, अभी भी लगभग 45% बच्चे कक्षा 3 में अपनी उम्रानुकूल पढ़ाई में पिछड़ रहे हैं, जिसे सुधारने की दिशा में स्तंभशाला जैसे कदम अत्यंत प्रभावशाली सिद्ध हो सकते हैं। इस आयोजन में ग्रामवासियों, स्कूल प्रबंधन समिति, अभिभावकों और स्थानीय शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली। ग्रामीणों ने इसे बच्चों के भविष्य के लिए एक सकारात्मक बदलाव बताया। मुख्य अतिथियों ने स्टारलाइट फाउंडेशन को इस अद्वितीय पहल के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि यदि ऐसे प्रयास सामूहिक रूप से होते रहें, तो निकट भविष्य में भारत की शिक्षा प्रणाली में जमीनी बदलाव निश्चित होंगे। इस उपलक्ष्य पर शाला के हेड मास्टर श्री आर. के. नोरके ने बताया कि स्तंभशाला केवल एक कक्षा नहीं, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में एक सोच, एक आंदोलन है, जो देश के नौनिहालों को सशक्त बनाने की दिशा में उठाया गया एक सुनियोजित और समर्पित कदम है। -
दुर्ग/ परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग-शहरी के अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्र में आंगनबाड़ी सहायिका के रिक्त पदों पर भर्ती किया जाना है। आंगनबाड़ी सहायिका के लिए आवेदन 8 जुलाई से 22 जुलाई तक एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय दुर्ग- शहरी पता - पांच बिल्डिंग बाल संरक्षण गृह परिसर महिला एवं बाल विकास विभाग में सीधे अथवा पंजीकृत डॉक द्वारा जमा किया जा सकता है। निर्धारित तिथि के पश्चात प्राप्त आवेदन स्वीकार नही किए जाएंगे।
आंगनबाड़ी केन्द्र शीतला नगर ब वार्ड 05 मरार पारा, स्टेशन पारा केन्द्र क्रमांक 02 वार्ड 22 में आंगनबाड़ी सहायिका के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना से मिली जानकारी अनुसार आवेदन किये जाने हेतु शासन द्वारा निर्धारित आवश्यक गाईडलाईन के तहत आवेदिका की आयु 18 से 44 वर्ष के मध्य होनी चाहिए (एक वर्ष या अधिक सेवा का अनुभव रखने वाली कार्यकर्ता/सहायिका/सह-सहायिका/संगठिका को आयु सीमा में तीन वर्ष की छूट दी जाएगी)। आवेदिका उसी वार्ड की स्थायी निवासी होनी चाहिए जिस वार्ड में आंगनबाड़ी केन्द्र स्थित है। निवासी होने के प्रमाण में नगरीय क्षेत्र में संबंधित वार्ड की अद्यतन मतदाता सूची में नाम दर्ज हो तो आवेदन पत्र में उसके क्रमांक का उल्लेख कर प्रतिलिपि लगाई होगा अथवा वार्ड पार्षद अथवा पटवारी द्वारा जारी प्रमाण पत्र जिसमें वार्ड में निवासरत् रहने का पता सहित स्पष्ट उल्लेख हो, मान्य किया जाएगा।आवेदिका की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आंगनबाड़ी सहायिका पद हेतु 8वीं उत्तीर्ण। अनुभवी कार्यकर्ता/सहायिका/सह-सहायिका/मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता होने पर, गरीबी रेखा परिवार, अनुसूचित जाति, जनजाति परिवार की महिला होने पर तथा विधवा, परित्यक्ता अथवा तलाकशुदा महिला होने पर निर्धारित अतिरिक्त अंक दिए जाएंगे। -
रायपुर - आज राजधानी शहर रायपुर नगर पालिक निगम क्षेत्र में लगातार दिन भर बरसते पानी में रायपुर नगर पालिक निगम स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष प्रतिनिधि श्री सुनील गायत्री चंद्राकर एवं पंडित जवाहर लाल नेहरू वार्ड क्रमांक 2 के पार्षद श्री भगतराम हरवंश ने नगर पालिक निगम जोन 8 जोन कमिश्नर श्रीमती राजेश्वरी पटेल एवं जोन स्वास्थ्य अधिकारी श्री गोपीचंद देवांगन, स्वच्छता निरीक्षक श्री रितेश झा सहित नगर निगम जोन 8 क्षेत्र अंतर्गत पंडित जवाहर लाल नेहरू वार्ड क्षेत्र के अंतर्गत कबीर नगर हाउसिंग बोर्ड आवासीय कालोनी क्षेत्र में सफाई व्यवस्था का प्रत्यक्ष निरीक्षण करते हुए नालियों एवं नाले की सफाई कामगारों की सहायता से अपने सामने सफाई करवाकर जनहित में जनस्वास्थ्य सुरक्षा हेतु गंदे पानी का निकास आवासीय कॉलोनी क्षेत्र में तत्काल सुनिश्चित करवाया। नगर निगम स्वास्थ्य विभाग अध्यक्ष प्रतिनिधि एवं वार्ड पार्षद से हाउसिंग बोर्ड आवासीय कालोनी कबीर नगर क्षेत्र की सफाई एवं निकास व्यवस्था को लेकर स्थल निरीक्षण के दौरान चर्चा करते हुए जोन 8 जोन कमिश्नर ने जोन स्वास्थ्य अधिकारी और स्वच्छता निरीक्षक को इस सम्बन्ध में आवश्यक निर्देश दिये।
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भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई में वित्तीय वर्ष 2025-26 का संपत्तिकर जमा करने पर वर्तमान में 5 प्रतिशत छूट का लाभ दिया जा रहा है। भिलाई क्षेत्र के करदाताओं से अपील है कि जल्द से जल्द वित्तीय वर्ष का संपत्तिकर की राशि निगम के संपत्तिकर काउंटर पर जमा कर छूट का लाभ उठावें।
संपत्ति कर के मूल्यांकन एवं सुधार हेतु मकान/दुकान भू-स्वामीयों द्वारा दिये गये स्व-विवरणी के जांच हेतु टीम गठित किया है। सभी जोन में राजस्व विभाग की टीम मौके पर जाकर स्व-विवरणी की जांच कर रहे हैं । जोन 01 नेहरू नगर में 33, जोन 02 वैशाली नगर में 15, जोन 03 मदर टेरेसा नगर में 57, जोन 04 शिवाजी नगर खुर्सीपार 27 एवं जोन 05 अंतर्गत 20 मकान/ दुकान, कुल 152 मकानों/दुकानों का सर्वे कर नाप किया गया है, जिसका परीक्षण कार्य जारी है।भू-स्वामी द्वारा स्व-विवरणी में गलत जानकारी दिये है और उतने का ही संपत्तिकर जमा कर रहे है। यदि जांच के दौरान पता चलता है कि स्व-विवरणी गलत भरा गया है तो उनको अंतर की राशि का 5 गुणा अधिभार शुल्क निगम कोष में जमा करने का प्रावधान है। निगम जांच टीम पहुंचने के पूर्व भू-स्वामी द्वारा स्वयं से स्व-विवरणी में सुधार करा लिया जाता है तो 5 गुणा अधिभार शुल्क से बचा जा सकता है। -
बिलासपुर/जिले में पशु चिकित्सा विभाग अंतर्गत कुल 6 मोबाईल वेटनरी यूनिट (एमवीयू) की वाहनें संचालित है। जिसमें कॉल प्राप्त होने पर एमवीयू वाहन के पशु चिकित्सकों द्वारा स्थल पर पहुंच कर उपचार एवं पशु स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने का कार्य किया जाता है। जिले में मोबाईल वेटनरी यूनिट वाहनों का संचालन प्रतिदिन सवेरे 8 बजे से शाम 4 बजे तक रहता है। टोल फ्री नंबर 1962 में कॉल करके मोबाईल वेटनरी यूनिट की सेवाओं का लाभ लिया जा सकता है।
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*मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना के तहत 18 कार्यों के लिए राशि स्वीकृत*
*कई गांवों में बनेंगे सीसी रोड, रंगमंच, अटल सदभावना भवन, सामुदायिक भवन, शेड और नाली*बिलासपुर. उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव की पहल पर पंचायत संचालनालय ने मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना के तहत मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड में विभिन्न कार्यों के लिए एक करोड़ 23 लाख रुपए से अधिक की राशि मंजूर की है। इस राशि से क्षेत्र में सीसी रोड, रंगमंच, अटल सदभावना भवन, सामुदायिक भवन, शेड और नाली निर्माण जैसे अधोसंरचना विकास के 18 कार्य किए जाएंगे। मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना के अंतर्गत लोरमी के विभिन्न गांवों में नौ सीसी रोड, तीन रंगमंच भवन, दो अटल सदभावना भवन, दो सामुदायिक भवन तथा शेड निर्माण व नाली निर्माण के एक-एक कार्यों की मंजूरी दी गई है।योजना के तहत सीसी रोड निर्माण के नौ कार्यों के लिए कुल 57 लाख 20 हजार रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इस राशि से लोरमी विकासखंड के नवरंगपुर, बांधा, बागमार, रजपालपुर, भालूखोंदरा, चिखलदाह, सिंघनपुरी, खुड़िया और डुडवा डोंगरी में सीसी रोड बनाए जाएंगे। पंचायत संचालनालय द्वारा झाफल, बिराजकछार और बोईरपारा में रंगमंचों के निर्माण के लिए कुल 15 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है। मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना के तहत सुरही और झलरी में अटल सदभावना भवनों के लिए कुल 20 लाख रुपए तथा राम्हेपुर (जे) और भूतकछार में सामुदायिक भवनों के लिए कुल 13 लाख रुपए मंजूर किए गए हैं। साल्हेघोरी में शेड निर्माण के लिए दस लाख रुपए और गातापार में नाली निर्माण के लिए भी सात लाख 88 हजार रुपए की स्वीकृति मिली है। -
रायपुर/ पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर से संबद्ध डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के हार्ट, चेस्ट और वैस्कुलर सर्जरी विभाग में एक दुर्लभ और जोखिमपूर्ण सर्जरी कर 70 वर्षीय मरीज की जान बचाई गई। मरीज के गले की नस कैरोटिड आर्टरी में 95 प्रतिशत ब्लॉकेज था, जिसे कैरोटिड एंडआर्टरेक्टॉमी नामक जटिल सर्जरी से सफलतापूर्वक हटाया गया।
यह सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्णकांत साहू एवं उनकी टीम द्वारा की गई। डॉ. साहू के अनुसार यह सर्जरी राज्य में इस प्रकार की प्रथम एवं अत्यंत दुर्लभ सर्जरी है।*मरीज को थी लकवे और दृष्टिदोष की शिकायत*बालाघाट निवासी 70 वर्षीय मरीज को पिछले दो वर्षों से बार-बार लकवा, चक्कर, एक आंख से धुंधला दिखना और सुनाई न देने जैसी समस्याएं हो रही थीं। प्रारंभिक जांच के बाद कैरोटिड सीटी एंजियोग्राफी कराई गई, जिसमें पता चला कि मरीज की दाहिनी कैरोटिड आर्टरी में 95% से अधिक रुकावट थी। इससे मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति बाधित हो रही थी।*सर्जरी थी बेहद जोखिमभरी*डॉ. के.के. साहू ने परिजनों को स्पष्ट किया कि इस सर्जरी में जान का खतरा हो सकता है, क्योंकि ऑपरेशन के दौरान यदि कोई भी प्लाक का टुकड़ा या हवा का बुलबुला मस्तिष्क में चला जाता तो मरीज ब्रेन डेड हो सकता था। इसके बावजूद मरीज एवं परिजनों ने ऑपरेशन की सहमति दी।सर्जरी के दौरान कैरोटिड शंट नामक विशेष उपकरण का प्रयोग किया गया ताकि मस्तिष्क में रक्त प्रवाह लगातार बना रहे। ब्लॉकेज हटाने के बाद नस को बोवाइन पेरीकार्डियम पैच से मरम्मत कर पुनः सामान्य किया गया। सर्जरी पूरी तरह सफल रही और मरीज अब स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होने की स्थिति में है।डॉ. साहू के मुताबिक, गले की नस के ब्लॉकेज खोलने की अन्य विधि कैरोटिड आर्टरी स्टेंटिंग है पर सर्जरी जिसको कैरोटिड एंडआर्टरेक्टॉमी कहा जाता है, वह सुरक्षित होता है।*क्या होती है कैरोटिड आर्टरी और क्यों होता है ब्लॉकेज?*कैरोटिड आर्टरी वह मुख्य धमनी होती है जो गले से होते हुए मस्तिष्क तक रक्त पहुंचाती है। इसमें रुकावट का मुख्य कारण होता है — धूम्रपान, तंबाकू सेवन, अनियंत्रित डायबिटीज, उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल का जमा होना।50% तक ब्लॉकेज होने पर आमतौर पर लक्षण स्पष्ट नहीं होते, परंतु 70-80% से अधिक ब्लॉकेज पर ट्रांजिएंट इस्केमिक अटैक (टीआईए) या छोटे स्ट्रोक जैसे लक्षण सामने आते हैं — जैसे अचानक एक आंख से दिखना बंद होना, मुंह टेढ़ा होना, बोलने में दिक्कत या संतुलन बिगड़ना।*बचाव के उपाय*इस बीमारी को रोका जा सकता है — धूम्रपान और तंबाकू छोड़कर, ब्लड प्रेशर और शुगर नियंत्रित रखकर, और संतुलित आहार व नियमित व्यायाम के माध्यम से। जिन मरीजों को कोरोनरी आर्टरी डिजीज होती है, उनमें 8-10% मामलों में कैरोटिड आर्टरी में भी ब्लॉकेज होता है।*विभाग को मिली सराहना*इस जटिल सर्जरी की सफलता पर पं. नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. विवेक चौधरी एवं अम्बेडकर अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. संतोष सोनकर ने कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी विभाग की पूरी टीम को बधाई दी है। -
दुर्ग/ जिले में 1 जून 2025 से 07 जुलाई 2025 तक 144.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। कार्यालय कलेक्टर भू अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 जून से अब तक सार्वाधिक वर्षा 271.7 मिमी पाटन तहसील में तथा न्यूनतम 84.7 मिमी. तहसील धमधा में दर्ज की गई है। इसके अलावा तहसील बोरी में 104.0 मिमी, तहसील अहिवारा में 141.5 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 118.6 मिमी और तहसील दुर्ग में 147.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। 07 जुलाई को तहसील दुर्ग में 32.6 मिमी, तहसील धमधा में 8.3 मिमी, तहसील पाटन में 35.0 मिमी, तहसील बोरी में 16.0 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 12.4 मिमी और तहसील अहिवारा में 36.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।