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मुंबई. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर एम राजेश्वर राव ने कहा है कि सूक्ष्म वित्त (माइक्रोफाइनेंस) लगातार अत्यधिक कर्ज , उच्च ब्याज दर और कठोर वसूली प्रथाओं के दुष्चक्र से ग्रस्त है। पिछले सप्ताह यहां वित्तीय समावेशन के लिए एचएसबीसी के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राव ने कहा कि सूक्ष्म वित्त ने आबादी के वंचित वर्गों को औपचारिक वित्तीय सेवाएं देने की उम्मीद जगाई है। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म वित्त ने वित्तीय समावेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, लेकिन कुछ मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘यह क्षेत्र लगातार अत्यधिक कर्ज, उच्च ब्याज दरों और कठोर वसूली प्रथाओं के दुष्चक्र से ग्रस्त है। हालांकि, हाल की तिमाहियों में सूक्ष्म वित्त कर्ज की ब्याज दरों में कुछ कमी देखी गई है, लेकिन उच्च ब्याज दरों और ऊंचे मार्जिन के क्षेत्र अब भी बने हुए हैं।'' राव ने कहा कि कम लागत वाले वित्त तक पहुंच रखने वाले ऋणदाता भी बाकी उद्योग की तुलना में काफी अधिक मार्जिन वसूलते पाए गए हैं और कई मामलों में, यह बहुत ज्यादा लगता है। डिप्टी गवर्नर ने कहा कि ऋणदाताओं को इस क्षेत्र को अधिक लाभ देने वाले व्यवसाय से हटकर, एक सहानुभूतिपूर्ण और विकासात्मक नजरिये से देखना चाहिए। उन्होंने कमजोर समुदायों को सशक्त बनाने में सूक्ष्म वित्त की सामाजिक-आर्थिक भूमिका को पहचानने पर जोर दिया।
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अयोध्या .आठ साल बाद अयोध्या में सर्किल रेट में 30 से 200 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी से जमीन की कीमतें बढ़ गई हैं। अधिकारियों ने यहां सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह बढ़ोतरी स्थान और भूमि उपयोग के आधार पर की गई है। सोमवार को लागू हुई नई दरों का खास तौर पर राम जन्मभूमि के 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले इलाकों पर असर पड़ा है, जहां दरों में 150 से 200 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है। सदर (फैजाबाद) तहसील के सब-रजिस्ट्रार शांति भूषण चौबे ने बताया कि सितंबर 2024 में प्रस्ताव पेश किए जाने के बाद संशोधित दरें लागू की गई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आपत्तियों के समाधान के बाद जिलाधिकारी टीकाराम फुंडे ने नई सर्किल दरों को मंजूरी दे दी है और अब इन्हें लागू कर दिया गया है।'' चौबे के मुताबिक, सबसे ज्यादा सक्रिय भूमि लेनदेन वाले इलाकों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘रकाबगंज, देवकाली और अवध विहार आवासीय योजनाएं अब जिले में सबसे महंगी हैं।'' धार्मिक पर्यटन और बुनियादी ढांचे के विकास के कारण राम मंदिर के आसपास के क्षेत्र के सर्किल रेट को संशोधित कर 26,600 रुपये से 27,900 रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दिया गया है जो पहले की दरों (6,650 रुपये से 6,975 रुपये तक) से काफी अधिक है। चौबे ने बताया कि यह बढ़ोतरी स्थान विशेष पर मांग और उपयोग के अनुसार विभिन्न श्रेणियों की भूमि (आवासीय, वाणिज्यिक और कृषि) में अलग-अलग तरीके से लागू की गई है। अयोध्या में एक निर्माण कार्य कंपनी के निदेशक सौरभ विक्रम सिंह ने इस घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘‘सर्किल रेट में वृद्धि का मतलब स्टांप ड्यूटी में भी वृद्धि है। हालांकि, इससे भूमि के आधिकारिक मूल्य में वृद्धि होने से भूमि मालिकों को लाभ होता है, जिससे बेहतर ऋण मूल्यांकन और संपत्ति मूल्यांकन में सहायता मिलती है।'' रियल एस्टेट डेवलपर विवेक अग्रवाल ने कहा कि इस कदम से बेहिसाब लेनदेन पर लगाम लगाने में मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि ‘नंबर एक और नंबर दो' (रियल एस्टेट सौदों में सफेद और काले धन के इस्तेमाल के संदर्भ में) की समस्या यथार्थवादी सर्किल दरों के साथ हल की जा सकती है और इससे पारदर्शिता को बढ़ावा मिलता है।
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नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने आदिवासी समुदाय के कल्याण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी। मोदी ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया कि बिरसा मुंडा के बलिदान और समर्पण हमेशा देश की जनता को प्रेरित करते रहेंगे। मुंडा ने ब्रिटिश शासन के दमन के खिलाफ आदिवासी आंदोलन शुरू किया था और वर्ष 1900 में महज 24 साल की उम्र में जेल में उनकी मृत्यु हो गई थी। बिरसा मुंडा के अनुयायी उन्हें भगवान की संज्ञा देते हैं। उनकी जयंती 15 नवंबर को मोदी सरकार ने 2021 में ‘जनजातीय गौरव दिवस' के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
- नयी दिल्ली.।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार के 11 वर्षों के कार्यकाल में भारत न केवल सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बन गया है, बल्कि जलवायु कार्रवाई और डिजिटल नवाचार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर एक प्रमुख वैश्विक आवाज भी बन गया है। सोमवार को अपनी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला वर्ष पूरा होने के अवसर पर मोदी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में सुशासन और परिवर्तन पर स्पष्ट ध्यान दिया गया है। सोशल मीडिया मंच पर किए गए पोस्ट में उनके द्वारा साझा किए गए एक लिंक में कहा गया है कि वर्तमान केंद्रीय मंत्रियों में से 60 प्रतिशत अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणियों से हैं। इस संदेश का उद्देश्य कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों द्वारा सरकार पर एससी, एसटी और ओबीसी के हितों के खिलाफ काम करने के आरोपों के बीच उनकी सरकार की सामाजिक न्याय संबंधी साख को उजागर करना है। पोस्ट में कहा गया है कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद में, हाशिए पर पड़े इन समूहों का यह अब तक का सबसे अधिक प्रतिनिधित्व है। ‘एक्स' पर अपने पोस्ट में मोदी ने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों के आशीर्वाद और सामूहिक भागीदारी से भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से बदलाव देखा है। उन्होंने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के सिद्धांत से प्रेरित होकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने तेज गति से, उचित अनुपात में और संवेदनशीलता के साथ पथ-प्रदर्शक परिवर्तन किए हैं। उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास से लेकर सामाजिक उत्थान तक, जन-केंद्रित, समावेशी और सर्वांगीण प्रगति पर ध्यान केंद्रित किया गया है। प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘‘बीते 11 वर्षों में हमारी सरकार की हर योजना के केंद्र में गरीब भाई-बहनों के साथ ही जन-जन का कल्याण सुनिश्चित करना रहा है। ‘उज्ज्वला' हो या ‘पीएम आवास', ‘आयुष्मान भारत' हो या ‘भारतीय जनऔषधि' या फिर ‘पीएम किसान सम्मान निधि', इन सभी योजनाओं ने देशवासियों की उम्मीदों को नए पंख दिए हैं। हमने इस दौरान पूरी निष्ठा और सेवाभाव के साथ लोगों का जीवन आसान बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किया है।'' प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमें अपनी सामूहिक सफलता पर गर्व है, लेकिन साथ ही हम आशा, विश्वास और विकसित भारत के निर्माण के लिए नए संकल्प के साथ आगे बढ़ते हैं।'' उन्होंने पोस्ट के साथ ‘‘11 साल की सेवा'' हैशटैग इस्तेमाल किया, जबकि विभिन्न क्षेत्रों में किए गए बदलावों के विवरण के लिंक साझा किए। पोस्ट में कहा गया है कि मोदी ने विकास की राजनीति ‘विकासवाद' को मुख्यधारा में ला दिया है, जिससे यह केंद्र बिंदु बन गया है जिसके इर्द-गिर्द अब राजनीतिक विमर्श और नीतिगत कार्रवाई घूमती है। पोस्ट में कहा गया है कि 2014 में पदभार संभालने के बाद से ‘भारत प्रथम' ने उनकी हर नीति और कार्रवाई का मार्गदर्शन किया है। पोस्ट के अनुसार, 81 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त खाद्यान्न मिल रहा है, 15 करोड़ से अधिक घरों में नल के पानी का कनेक्शन पहुंचा है, गरीबों के लिए चार करोड़ से अधिक आवास बनाए गए हैं, 12 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं, 68 लाख रेहड़ी-पटरी वालों को ऋण मिले हैं, छोटे उद्यमियों को 52.5 करोड़ ऋण दिए गए हैं और 20 करोड़ महिलाओं को विभिन्न योजनाओं के तहत कोविड-19 महामारी के दौरान नकद सहायता दी गई है।
- नयी दिल्ली.। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि मोदी सरकार के 11 साल का समय जनसेवा के संकल्प, साधना और समर्पण का ‘स्वर्णिम कालखंड' रहा है। शाह ने कहा कि यह नया भारत ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म' की शक्ति के साथ विकास और आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि देशवासियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाकर भारत को हर क्षेत्र में ‘नंबर 1' बनाने की यह यात्रा जारी रहेगी। उन्होंने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘मोदी सरकार के 11 साल का समय जनसेवा के संकल्प, साधना और समर्पण का ‘स्वर्णिम कालखंड' रहा है। सेवा के 11 वर्षों में देश ने आर्थिक पुनरुत्थान, सामाजिक न्याय, सांस्कृतिक गौरव और राष्ट्रीय सुरक्षा का एक नया युग देखा है।'' मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला साल सोमवार को पूरा हो रहा है।गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मोदी सरकार ने यह सिद्ध कर दिया है कि जब नेतृत्व स्पष्ट हो, संकल्प अडिग हो और नीयत जनसेवा की हो तो सेवा, सुरक्षा और सुशासन के नए कीर्तिमान बनते हैं।'' शाह ने कहा कि जब 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने देश की बागडोर संभाली थी, तब देश में नीतिगत पंगुता की स्थिति थी। उन्होंने कहा कि उस समय न कोई नीति थी, न नेतृत्व था और घोटाले तो चरम पर थे, अर्थव्यवस्था जर्जर थी और शासन प्रणाली दिशाहीन थी। गृह मंत्री ने कहा कि ‘सेवा के 11 वर्षों' के दौरान ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन' द्वारा देश के विकास की गति और पैमाने को बदल दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसानों, महिलाओं, पिछड़ों, दलितों और वंचितों को शासन के केंद्र में लाए और तुष्टीकरण के बजाय सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की कार्य संस्कृति बनाई।'' शाह ने कहा कि मोदी सरकार के 11 साल राष्ट्रीय सुरक्षा की दिशा में भी मील का पत्थर साबित हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘नक्सलवाद अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है, जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में शांति स्थापित हो चुकी है, भारत अब आतंकवादी हमलों का जवाब आतंकियों के घर में घुसकर देता है। यह मोदी सरकार के तहत भारत की बदलती तस्वीर को दर्शाता है।''
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नई दिल्ली। उत्तर भारत के लोगों को अगले 7 दिनों तक गर्मी से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं दिख रही है। सोमवार को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 9 से 15 जून तक के लिए मौसम को लेकर चेतावनी जारी की है। IMD के मौसम पूर्वानुमान (weather forecast) के मुताबिक, उत्तर भारत के कई हिस्सों में इस हफ्ते लू (heatwave) चल सकती है। वहीं, दक्षिण और पश्चिम भारत में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। बता दें कि इस साल मॉनसून (Monsoon) ने करीब 8 दिन पहले 24 मई को ही दस्तक दे दी। सामान्य तौर पर भारत में मॉनसून की शुरुआत 1 जून से होती है।
उत्तर और मध्य भारत: हीटवेव का कहर जारीपश्चिम राजस्थान में 9 और 10 जून को भीषण लू की स्थिति बनी रहेगी। यहां 13 जून तक हीटवेव की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा इन इलाकों में भी तेज गर्मी पड़ने की संभावना है:पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश: 9 से 12 जूनपूर्वी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश: 11 जून तकइसके साथ ही, बिहार, तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के इलाकें और तमिलनाडु में 11 जून तक गर्म और उमस भरी स्थिति रहने की संभावना है।पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 9 से 11 जून के बीच रातें भी गर्म रह सकती हैं।दक्षिण और पश्चिम भारत: भारी बारिश और आंधी-तूफान का अलर्टIMD के अनुसार, दक्षिण भारत में अगले सात दिनों तक व्यापक रूप से बारिश देखने को मिलेगी। कुछ राज्यों में बहुत भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है:तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल: 13 से 15 जूनकेरल और माहे: 12 से 15 जूनकर्नाटक के तटीय इलाके में : 12 से 14 जूनकर्नाटक के आंतरिक इलाके में: 11 से 15 जूनइस दौरान तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और आंतरिक कर्नाटक में 9 से 13 जून के बीच तेज आंधी (50–70 किमी/घंटा की रफ्तार) और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।पश्चिम भारत में भी भारी बारिश का पूर्वानुमान है। कोकण और गोवा, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में 12 से 15 जून के बीच बहुत भारी से अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ तेज हवाएं और गरज-चमक के साथ तूफानी झोंकों की भी आशंका है।पूर्व और मध्य भारत: आंधी-तूफान का अलर्टविदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा और बिहार में 11 से 13 जून के बीच तेज आंधी-तूफान आने की संभावना है, जिनकी गति 70 किमी/घंटा तक हो सकती है।सब-हिमालयन पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा और अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में भी जून के मध्य तक कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।उत्तर-पूर्व और उत्तर-पश्चिम भारत: हल्की से मध्यम बारिश का अनुमानउत्तर-पूर्व भारत, जिसमें अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और पूर्वोत्तर के पहाड़ी राज्य शामिल हैं, में 15 जून तक हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।उत्तर-पश्चिम भारत में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर में 11 से 15 जून के बीच गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। -
नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज सोमवार को बताया कि भारत की लॉजिस्टिक्स लागत 16% से घटकर 10% रह गई है, जो कि सड़कों की गुणवत्ता में हुए महत्वपूर्ण सुधार का परिणाम है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार द्वारा बुनियादी ढांचे (इंफ्रास्ट्रक्चर) के क्षेत्र में किए गए बड़े बदलावों की वजह से यह संभव हुआ है। समाचार एजेंसी एएनआई को दिए एक साक्षात्कार में गडकरी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री का सपना है कि भारत ‘विश्वगुरु’ बने, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बने और 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बने। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हमें निर्यात (Export) बढ़ाना होगा, जिससे कृषि, सेवा और उद्योग क्षेत्रों में विकास होगा, रोजगार बढ़ेगा और देश में समृद्धि आएगी।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने बताया कि पहले भारत में लॉजिस्टिक्स लागत 16% थी, जबकि चीन में 8%, अमेरिका और यूरोपीय देशों में 12% थी। खराब सड़कें, बंदरगाहों की स्थिति, महंगा ईंधन और ट्रैफिक जाम की वजह से भारत का परिवहन महंगा पड़ता था। लेकिन अब मोदी सरकार की सड़कों और हाईवे के क्षेत्र में की गई प्रगति की वजह से यह लागत 6% कम होकर 10% तक आ गई है और अगले साल तक इसे घटाकर 9% करने का लक्ष्य है। इससे भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और देश के निर्यात में इजाफा होगा।गडकरी ने आगे कहा कि भारत में अब जो सड़कें बन रही हैं, उनसे देश का इन्फ्रास्ट्रक्चर अमेरिका जैसा होगा। उन्होंने विश्वास जताया कि अगले दो वर्षों में भारतीय सड़क नेटवर्क अमेरिकी मानकों के समान हो जाएगा, क्योंकि सरकार ने सड़कों और राजमार्गों पर खर्च को कई गुना बढ़ा दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि 6% लागत में जो बचत होगी, उससे देश के निर्यात में वृद्धि होगी, और यह भारत को ‘विश्वगुरु’ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।- -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को स्वतंत्रता संग्राम के महानायक भगवान बिरसा मुंडा को उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनका त्याग और समर्पण देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा।
पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में कहा…पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में कहा, “स्वतंत्रता संग्राम के महानायक भगवान बिरसा मुंडा जी को उनके बलिदान दिवस पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि। आदिवासी भाई-बहनों के कल्याण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनका त्याग और समर्पण देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा।”भगवान बिरसा मुंडा ने आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए कर दिया अपना जीवन समर्पितउल्लेखनीय है कि भगवान बिरसा मुंडा एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनका जन्म 15 नवंबर 1875 को हुआ था और और उनकी मृत्यु 9 जून 1900 को हुई थी।उन्होंने आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी और ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह कियाउन्होंने आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी और ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह किया। भगवान बिरसा मुंडा ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया और आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। - कानपुर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि सभी हिंदुओं को एकजुट करने के लिए काम करना होगा। दो दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे भागवत ने रविवार को नवाबगंज स्थित दीन दयाल उपाध्याय स्कूल में स्वयंसेवकों से संवाद किया। उन्होंने कहा, ‘‘सभी हिंदुओं को एकजुट करने के लिए काम करना होगा। हर घर में संस्कार होने चाहिए और परिवार में लोग एकजुट होने चाहिए, ताकि हर घर में सनातन परंपरा को फिर से स्थापित किया जा सके।'' रविवार को पूरे दिन संघ के पदाधिकारियों के साथ भागवत की चार बैठकें हुईं। भागवत ने संघ के कार्यों, शाखाओं, विद्यार्थियों के बीच किये जा रहे सेवा कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने यह भी कहा,‘‘हमें शाखा क्षेत्र के हर परिवार से संपर्क करना चाहिए।''भागवत ने कहा कि आरएसएस व्यक्तित्व विकास के लिए काम करता है।उन्होंने स्पष्ट किया,‘‘व्यक्तिगत विकास का अर्थ है परिवार के साथ-साथ समाज, राष्ट्र और सम्पूर्ण मानव जाति अर्थात विश्व के प्रति अपनी जिम्मेदारी का बोध होना।'' उन्होंने कहा, “हम कहते हैं कि विश्व एक परिवार है। जैसे-जैसे संघ का विस्तार हुआ, इसने अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से सामाजिक जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अपने कार्य का दायरा बढ़ाया और विस्तार किया।'' आरएसएस प्रमुख ने कहा, ‘‘आज हम संघ के शताब्दी वर्ष में हैं। पंच परिवर्तन के आधार पर पूरे समाज में बड़े बदलाव की ओर बढ़ने का प्रयास किया जा रहा है। एक ऐसा समाज जो राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी से परिचित हो, एक ऐसा समाज जो पर्यावरण के अनुरूप अपनी जीवनशैली बनाए, एक ऐसा समाज जो जातिवाद की असमानता से मुक्त हो, जहां पूरे समाज का मंदिरों, जलाशयों, श्मशानों पर समान अधिकार हो।'' आरएसएस पदाधिकारियों ने बताया कि 21 मई से यहां स्वयंसेवकों का प्रशिक्षण चल रहा है जो 10 जून को समाप्त होगा। उन्होंने बताया कि आरएसएस के महासचिव दत्तात्रेय होसबोले पिछले दो दिनों से कानपुर में हैं और स्वयंसेवकों को जातिगत बंधनों से ऊपर उठकर समाज निर्माण का प्रशिक्षण दे रहे हैं।
- मुंबई। मुंबई की भीड़-भाड़ वाली लोकल ट्रेन में एक महिला का गहनों से भरा बैग छूट गया था जिसका रेलवे पुलिस ने अपनी सतर्कता से न केवल उसका पता लगा लिया बल्कि उसे उसके मालिक तक भी पहुंचाया। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि बैग में करीब 4.23 लाख रुपये के सोने के गहने थे।उन्होंने बताया कि सतारा की रहने वाली महिला का बैग शुक्रवार रात छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल (सीएसएमटी) जाने वाली लोकल ट्रेन के एक डिब्बे में छूट गया था। उन्होंने बताया कि महिला को जब इसका अहसास हुआ तो उसने पुलिस को इसकी सूचना दी।वडाला रेलवे पुलिस थाने के अधिकारी ने बताया, ‘‘सूचना मिलने के बाद हमने डॉकयार्ड रोड थाने पर तैनात अपने कांस्टेबल से ट्रेन की जांच करने को कहा और उसने फोन करके बताया कि उसे बताई गई विशेषता वाला बैग बैग मिल गया है।'' अधिकारी ने कहा, ‘‘बैग में एक कैमरा, सोने के आभूषण और अन्य सामान थे, जिनकी कुल कीमत 4.23 लाख रुपये थी। जब हमने पुष्टि कर ली कि यह महिला का है, तो हमने इसे महिला को सौंप दिया। file photo
- देहरादून/। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने रविवार को उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में अग्रिम चौकियों का दौरा किया और क्षेत्र में तैनात बलों की अभियान और प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा की। जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सैनिकों से बातचीत के दौरान अभियानगत तैयारियों के उच्च मानकों को बनाए रखने और निरंतर सतर्कता के महत्व पर जोर दिया। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, “सेना प्रमुख ने सीमाओं की रक्षा करने वाले सैनिकों के साथ बातचीत की और उनके अटूट समर्पण के लिए उनकी सराहना की।” जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने रविवार सुबह केदारनाथ धाम में भगवान शिव के दर्शन किए।श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि जनरल द्विवेदी पूर्वाह्न केदारनाथ धाम पहुंचे और मंदिर में भगवान शिव का रूद्राभिषेक कर देश की सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की। उन्होंने ज्योतिर्मठ में सेना द्वारा संचालित होने वाले रेडियो स्टेशन ‘आईबैक्स तराना 88.4 एफएम' का विधिवत उदघाटन भी किया। इस रेडियो स्टेशन को स्थानीय अभिव्यक्ति, ज्ञान साझा करने और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में देखा जा रहा है। बयान के मुताबिक, “एफएम के प्रसारण में शिक्षा, पर्यावरण, मौसम, मनोरंजन, रोजगार, आपदा तैयारी, पर्यटन, स्वास्थ्य और पारंपरिक कलाओं पर कार्यक्रम शामिल होंगे।” जनरल द्विवेदी ने उद्धघाटन पॉडकास्ट में कहा, “आईबेक्स तराना सिर्फ एक रेडियो स्टेशन नहीं बल्कि यह युवाओं की आवाज को बुलंद करने का एक शक्तिशाली माध्यम है। यह समुदाय को एक साथ लाएगा, स्थानीय प्रतिभा को बढ़ावा देगा और लोगों को उनकी सांस्कृतिक जड़ों से फिर से जोड़ेगा।” इस अवसर पर राष्ट्र निर्माण और सामाजिक विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए जनरल द्विवेदी को ‘वेटरन अचीवमेंट अवार्ड' से सम्मानित किया गया।
- हैदराबाद। जयशंकर भूपलपल्ली में गोदावरी नदी में डूबे छह किशोरों के शव रविवार को बरामद कर लिये गए। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि सभी किशोरों की उम्र 13 से 19 वर्ष के बीच है और वे शनिवार शाम को महादेवपुर मंडल में नदी में नहाने गए थे। अधिकारियों ने बताया कि उन्हें खोजने के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया गया और रविवार को शव बरामद किए गए। राज्य के आईटी एवं उद्योग मंत्री डी. श्रीधर बाबू ने शनिवार को जिला अधिकारियों को किशोरों का पता लगाने के लिए हरसंभव प्रयास करने का निर्देश दिया।
- भुवनेश्वर।ओडिशा सरकार पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर के दो किलोमीटर के दायरे में मांसाहारी भोजन और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाएगी। राज्य क कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि यह निर्णय पुरी शहर की पवित्रता को बनाए रखने के लिए राज्य सरकार की व्यापक पहल के तहत लिया गया है। हरिचंदन आबकारी मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जगन्नाथ मंदिर के दो किलोमीटर के दायरे में मांस और शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया जाएगा। इस प्रतिबंध के दायरे में ‘बार' भी आएंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘ग्रैंड रोड पर शराब की कोई दुकान या ‘बार' नहीं होगा। इसके अलावा, जगन्नाथ मंदिर को गुंडिचा मंदिर से जोड़ने वाली ग्रैंड रोड पर मांसाहारी पदार्थों की बिक्री पर भी प्रतिबंध रहेगा।'' मंत्री ने हालांकि यह नहीं बताया कि यह प्रतिबंध कब से लागू होगा।उन्होंने कहा कि सरकार ग्रैंड रोड के किनारे स्थित सभी भवनों की ऊंचाई और आगे के हिस्सों में एकरूपता लाने की भी योजना बना रही है। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने पहले आवास एवं शहरी विकास विभाग से मंदिर के आसपास की इमारतों के लिए एक समान वास्तुशिल्प डिजाइन के लिए मानदंड तैयार करने का आग्रह किया था।
- नयी दिल्ली ।अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की अपनी ऐतिहासिक यात्रा से पहले, भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन की तैयारियों को एक ‘‘अद्भुत यात्रा'' बताया है और कहा कि इस बेहद महत्वपूर्ण परियोजना का हिस्सा होना उनके लिए सौभाग्य की बात है। भारतीय वायुसेना के 39 वर्षीय पायलट चालक दल के तीन अन्य सदस्यों के साथ स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्षयान से आईएसएस की यात्रा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। यह अंतरिक्षयान फाल्कन 9 रॉकेट के जरिये मंगलवार को भारतीय समयानुसार शाम पांच बजकर 52 मिनट पर फ्लोरिडा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरेगा। एक्सिओम-4 मिशन के पायलट शुक्ला के अलावा चालक दल के अन्य सदस्यों में पोलैंड से स्लावोस्ज उजनांस्की-विस्नीवस्की, हंगरी से टिबोर कापू और अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन शामिल हैं। इस प्रक्षेपण के साथ ही शुक्ला लगभग चार दशक बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय बन जाएंगे। राकेश शर्मा ने 1984 में रूस के सोयूज अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष की यात्रा की थी। लखनऊ में जन्मे शुक्ला ने मंगलवार को प्रक्षेपण से पहले ‘एक्सिओम स्पेस' द्वारा जारी एक वीडियो में कहा, ‘‘यह एक अद्भुत यात्रा रही है; ये ऐसे क्षण हैं, जो वास्तव में आपको एहसास कराते हैं कि आप किसी ऐसी चीज का हिस्सा बन रहे हैं, जो आपसे कहीं बड़ी है। मैं केवल इतना कह सकता हूं कि इसका हिस्सा बनकर मैं कितना भाग्यशाली हूं।'' शुक्ला को प्यार से ‘‘शक्स'' के नाम से जाना जाता है।टिबोर कापू ने कहा, ‘‘शक्स (शुक्ला) की बुद्धिमत्ता और उनके पास मौजूद ज्ञान से पता चलता है कि उनकी उम्र 130 साल हो सकती है।'' व्हिटसन, एक अनुभवी अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री हैं, जिन्होंने अंतरिक्ष में 675 दिन बिताए हैं और 10 अंतरिक्ष चहलकदमी की है। व्हिटसन ने कहा, ‘‘मेरे लिए, ड्रैगन कैप्सूल में उन्हें पायलट के रूप में रखना बहुत अच्छी बात है। वह पहले से ही परिचालन के मामले में बहुत कुशल हैं और जब अंतरिक्ष यान प्रौद्योगिकियों की बात आती है, तो वह बहुत ही कुशल हैं।'' स्लावोस्ज ने कहा कि शुक्ला अपने दृष्टिकोण को लेकर बहुत केन्द्रित हैं और परिस्थितियों पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हैं। पोलिश अंतरिक्ष यात्री ने कहा, "वह बहुत केंद्रित हैं। वह रिकॉर्ड समय में एक, दो, तीन, चार कदम आगे बढ़ जाते हैं। मुझे तो यह भी नहीं पता कि वह इतनी तेजी से वहां कैसे पहुंच जाते हैं।'' शुक्ला ने अपने साथियों की प्रशंसा की तथा उन्हें एक ‘‘शानदार'' दल बताया तथा कहा कि वे ‘‘जीवनभर उनके मित्र'' रहेंगे। उन्होंने कहा कि अपने आदर्श राकेश शर्मा की तरह वह भी अगली पीढ़ी को अंतरिक्ष विज्ञान को करियर के रूप में अपनाने और अंतरिक्ष यात्री बनने का प्रयास करने के लिए प्रेरित करना चाहेंगे।
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नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यालय ने सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट कर कहा कि भारत यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) जैसी विश्वस्तरीय डिजिटल पहलों के साथ कैशलेस क्रांति को अपना रहा है।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “पिछले 11 वर्षों में भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक शानदार यात्रा का अनुभव किया।”
प्रतिदिन 70,000 करोड़ रुपए से अधिक के यूपीआई ट्रांजैक्शन
वहीं एक दूसरी पोस्ट में कहा गया, “भारत कैशलेस क्रांति को अपना रहा है। प्रतिदिन 70,000 करोड़ रुपए से अधिक के यूपीआई ट्रांजैक्शन और एक दिन में 59.6 करोड़ लेनदेन के साथ डिजिटल पेमेंट्स अब मानक बन गए हैं।”वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यालय ने आगे कहा कि आम नागरिक के जीवन को आसान बनाने से लेकर कारोबारी आत्मविश्वास को बढ़ाने तक, यह रियल और विजिबल चेंज का एक दशक रहा है।भारत आज न केवल सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था है, बल्कि क्लाइमेट एक्शन और डिजिटल इनोवेशन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर एक प्रमुख वैश्विक भागीदार भी है।
यूपीआई ने इस वर्ष मई में 18.68 बिलियन ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड कर मजबूत वृद्धि दर्ज की
यूपीआई ने इस वर्ष मई में 18.68 बिलियन ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड कर मजबूत वृद्धि दर्ज की, जो अप्रैल में 17.89 बिलियन थे।
यूपीआई ट्रांजैक्शन में सालाना आधार पर 33% से अधिक की वृद्धि
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के आंकड़ों के अनुसार, यूपीआई ट्रांजैक्शन पिछले वर्ष इसी महीने 14.03 बिलियन ट्रांजैक्शन की तुलना में सालाना आधार पर 33 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्शाता है।पिछले महीने मूल्य के हिसाब से यूपीआई ट्रांजैक्शन बढ़कर 25.14 लाख करोड़ रुपए हो गया, जो अप्रैल में 23.95 लाख करोड़ रुपए से 5 प्रतिशत अधिक है। यह पिछले वर्ष मई में 20.45 लाख करोड़ रुपए से लगभग 23 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
मई में एवरेज डेली ट्रांजैक्शन की मात्रा 602 मिलियन रही
मई में एवरेज डेली ट्रांजैक्शन की मात्रा 602 मिलियन रही, जबकि एवरेज डेली ट्रांजैक्शन अमाउंट 81,106 करोड़ रुपए तक पहुंच गया।
यूपीआई ने भारत के डिजिटल पेमेंट सिस्टम में अपना प्रभुत्व किया मजबूत
यूपीआई ने भारत के डिजिटल पेमेंट सिस्टम में अपना प्रभुत्व मजबूत किया है और कुल ट्रांजैक्शन की मात्रा में इसकी हिस्सेदारी पिछले वित्त वर्ष के 79.7 प्रतिशत से बढ़कर 2024-25 में 83.7 प्रतिशत हो गई है।
यूपीआई ने 2024-25 के दौरान 185.8 बिलियन ट्रांजैक्शन की सुविधा प्रदान की
आरबीआई की वार्षिक रिपोर्ट से पता चलता है कि यूपीआई ने 2024-25 के दौरान 185.8 बिलियन ट्रांजैक्शन की सुविधा प्रदान की, जो सालाना 41 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। मूल्य के संदर्भ में, यूपीआई ट्रांजैक्शन वित्त वर्ष 24 में 200 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 261 लाख करोड़ रुपए हो गया।
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नई दिल्ली। इंदौर के पर्यटक राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश और किसी ने नहीं बल्कि उनकी पत्नी ने ही रची थी। राजा की हनीमून के दौरान मेघालय में हत्या कर दी गई थी। यह जानकारी सोमवार सुबह डीजीपी एल. नोंग्रांग ने दी। उन्होंने बताया कि पत्नी सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। जबकि तीन अन्य हमलावरों को रातभर चली छापेमारी के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया।
बता दें कि राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी मेघालय के सोहरा क्षेत्र में छुट्टियां मना रहे थे, जहां 23 मई को वे लापता हो गए थे। उनका शव 2 जून को एक गहरी खाई में मिला। जबकि उस समय उनकी पत्नी की तलाश की जा रही थी। डीजीपी ने बताया कि एक आरोपी को यूपी से पकड़ा गया, जबकि दो अन्य को इंदौर से एसआईटी ने गिरफ्तार किया।नोंग्रांग ने कहा कि सोनम ने यूपी के नंदगंज थाने में सरेंडर कर दिया। और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया है कि पत्नी ने ही पति की हत्या के लिए उन्हें सुपारी दी थी। इस मामले में मध्यप्रदेश में कुछ और लोगों की तलाश अब भी जारी है।मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने मामले को सुलझाने के लिए राज्य पुलिस की सराहना की। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किया, “7 दिनों के भीतर मेघालय पुलिस ने राजा मर्डर केस में बड़ी सफलता हासिल की है। तीन हमलावर जो मध्यप्रदेश से हैं उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला ने सरेंडर कर दिया है और एक और हमलावर की तलाश जारी है… बहुत अच्छा काम किया।”मावलाखियात गांव के एक गाइड अल्बर्ट पडे ने राजा और उसकी पत्नी को 23 मई की सुबह करीब 10 बजे तीन पुरुषों के साथ देखा था, जब वे नोंग्रिआत से मावलाखियात की ओर 3,000 सीढ़ियां चढ़ रहे थे। उन्होंने बताया कि एक दिन पहले उन्होंने कपल को प्रसिद्ध लिविंग रूट्स ब्रिज दिखाने के लिए पूछा था। हालांकि, उन्होंने विनम्रता से मना कर दिया और किसी और गाइड को साथ लिया था। अल्बर्ट ने यह भी बताया कि तीनों पुरुष हिंदी में बात कर रहे थे। इससे स्पष्ट था कि वे स्थानीय नहीं थे।दोनों परिवारों ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी। राजा का शव वेसॉडोंग फॉल्स के पास एक खाई में मिला था। उनकी अंगुली से सोने की अंगूठी और गले से चेन गायब थी। इससे हत्या की आशंका और मजबूत हो गई। अगले दिन एक खून से सनी मछेती (चाकू) भी वहीं पास में मिला और दो दिन बाद एक रेनकोट मिला जो माना जा रहा था कि उसी कपल का था। यह मावकमा गांव में मिला, जो सोहरारीम और खाई के बीच स्थित है जहां राजा का शव मिला था।मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी। वहीं, शुक्रवार को सोनम के परिवार ने भी केंद्र से केस को सीबीआई को सौंपने की अपील की और मेघालय पुलिस की जांच पर असंतोष जताया था।सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने बताया था, “मेरी बेटी का अपहरण हुआ है और वह अब भी अपहर्ताओं की गिरफ्त में है। मेघालय पुलिस इस मामले की सही तरीके से जांच नहीं कर रही। लापरवाही शुरू से ही रही है। अगर पहले ही सेना तैनात कर दी जाती, तो दोनों को समय पर बचाया जा सकता था।”11 मई को हुई थी शादीशादी के बाद 11 मई को दंपति ने 20 मई को मेघालय के लिए रवाना हुए थे। वे 22 मई को मावलाखियात गांव पहुंचे थे, जहां उन्होंने एक स्कूटर किराए पर लिया था। 24 मई को उनका स्कूटर शिलॉंग से सोहरा की ओर जाने वाले रास्ते में एक कैफे के पास लावारिस हालत में मिला। इसके बाद उनकी तलाश शुरू हुई। मामले की जांच के लिए एक एसपी के नेतृत्व में विशेष जांच दल (SIT) बनाया गया, जिसमें चार डीएसपी भी शामिल हैं। -
नई दिल्ली। 9 जून को भारत के केरल राज्य में स्थित विझिंजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह (Vizhinjam Port) एक ऐतिहासिक पल का गवाह बना। दुनिया का सबसे बड़ा कंटेनर जहाज MSC IRINA पहली बार दक्षिण एशिया के किसी पोर्ट पर आया और सुबह के समय विझिंजम पोर्ट पर सफलतापूर्वक लंगर डाला। यह जहाज अल्ट्रा-लार्ज कंटेनर वेसल (ULCV) की कैटेगरी में आता है और इसकी टीईयू (TEU) क्षमता 24,346 है, जो इसे दुनिया में सबसे ज़्यादा कंटेनर ले जाने वाला जहाज बनाता है।
यह खास आगमन इसलिए भी महत्वपूर्ण रहा क्योंकि विझिंजम पोर्ट को 2 मई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को समर्पित किया था। यह पोर्ट अब बड़े-बड़े अंतरराष्ट्रीय जहाजों के लिए भी पूरी तरह तैयार दिख रहा है। MSC IRINA की लंबाई 399.9 मीटर और चौड़ाई 61.3 मीटर है। यह एक फुटबॉल के मैदान से लगभग चार गुना बड़ा है। जहाज में कंटेनर को 26 परतों तक ऊंचाई में रखा जा सकता है, जिससे इसकी क्षमता और प्रभावशाली हो जाती है। यह जहाज लाइबेरिया के झंडे के अंतर्गत समुद्र में चलता है और मार्च 2023 में लॉन्च हुआ था। इसकी पहली यात्रा अप्रैल 2023 में शुरू हुई थी।पहले भी आए हैं बड़े जहाज, अब बना अहम समुद्री केंद्रविझिंजम पोर्ट पहले भी MSC Türkiye और MSC Michel Cappellini जैसे बड़े जहाजों को संभाल चुका है। इससे यह साफ है कि यह बंदरगाह अब अंतरराष्ट्रीय समुद्री व्यापार का एक प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है।पर्यावरण के प्रति भी सजगMSC IRINA न सिर्फ आकार में बड़ा है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी अपेक्षाकृत सुरक्षित माना जाता है। इसमें खास एनर्जी-सेविंग तकनीकें लगाई गई हैं जो कार्बन उत्सर्जन को 4% तक कम करती हैं, जिससे इसका कार्बन फुटप्रिंट घटता है।पोर्ट की अब तक की उपलब्धियांविझिंजम पोर्ट ने जुलाई 2024 में ट्रायल ऑपरेशन शुरू किया था और दिसंबर 2024 से व्यावसायिक ऑपरेशन शुरू हुआ। अब तक यहां 349 जहाज आ चुके हैं और कुल 7.33 लाख कंटेनरों को हैंडल किया गया है। MSC IRINA का भारत आना केवल एक जहाज की यात्रा नहीं, बल्कि विझिंजम पोर्ट के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उभरने की एक बड़ी पहचान है। यह भारत के समुद्री व्यापार, इन्फ्रास्ट्रक्चर और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भागीदारी का प्रतीक बन गया है। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल को आज सोमवार को एक साल पूरे हो रहे हैं। केंद्र में पिछले 11 साल से सत्तासीन एनडीए सरकार की कई उपलब्धियां रही हैं। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि कश्मीर घाटी तक ट्रेन का सपना अब साकार हुआ है। घाटी के लोग अब कश्मीर से कन्याकुमारी तक जा सकते हैं। यह कार्य बहुत सराहनीय है।
श्री श्री रविशंकर ने मीडिया से बात करते हुए मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि 1980 के दशक से वह कश्मीर जाते रहे हैं। घाटी के लोगों ने कभी ट्रेन नहीं देखी थी। उन्हें ट्रेन में बैठने का बहुत शौक होता था। उन्हें ट्रेन देखने के लिए पहले जम्मू आना पड़ता था। अब यह बहुत हर्ष की बात है कि इतने साल के बाद कश्मीर घाटी का रेल से संपर्क हुआ है। इसके जरिए अब वहां के लोग कश्मीर से कन्याकुमारी तक जा सकते हैं। यह काम बहुत सराहनीय है। जब अलग-अलग भाषा और अन्य संस्कृतियों के लोग एक-दूसरे से मिलते हैं, यह असली भारत की एकता को दर्शाता है।उन्होंने कहा कि सरकार ने कश्मीर को नया स्वरूप दिया है। पहले और अब के कश्मीर में जमीन-आसमान का अंतर आया है। पिछले कई साल में आतंकी घटनाओं में कमी आई है।आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कहा कि पिछले 11 साल में भारत ने बहुत तरक्की की है। भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। जल्द ही हमारा देश तीसरी बड़ी अर्थशक्ति बन जाएगा। देश में पिछले 70 साल में इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में जो काम नहीं हुआ था, वह पिछले 11 साल में हुआ है। गरीबों के बैंक खातों में सीधे पैसे पहुंच रहे हैं। इससे भ्रष्टाचार और बिचौलिए खत्म हुए हैं। नारी शक्ति को 11 साल में बल मिला है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं काफी सशक्त हुई हैं। पहले महिलाएं घूंघट ओढ़कर घर में रहती थीं और सिर्फ घर का काम देखती थीं। अब महिलाएं सामाजिक क्षेत्रों में जिम्मेदारियां निभाने में आगे बढ़ रही हैं।उन्होंने तीर्थ स्थलों के जीर्णोद्धार का जिक्र कर मोदी सरकार की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि करोड़ों लोगों की आस्था के केंद्र उन सभी तीर्थ स्थलों को नया रूप दिया गया है जो जीर्ण-शीर्ण अवस्था में थे। यह अपने-आप में आस्था को छूने वाली बात है। फिर चाहे महाकाल, काशी विश्वनाथ, केदारनाथ या अयोध्या हो – आज देशभर में तीर्थस्थलों का पुनरोद्धार किया गया है। खास तौर पर यह आस्थावान लोगों के लिए हृदयस्पर्शी है। -
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमण के 71 नए मामले सामने आए हैं और वर्तमान में राज्य में उपचाराधीन मामलों की संख्या 693 है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि नए मामलों में शनिवार से सामने आए मामले शामिल हैं और इस अवधि के दौरान बीमारी के कारण किसी की मौत नहीं हुई। इसने कहा कि नए मामले सामने आने के साथ ही राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 53 मरीज ठीक भी हुए हैं। इसके साथ ही राज्य में वर्तमान में उपचाराधीन मामलों की संख्या 693 है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में स्थिति नियंत्रण में है। इन मामलों में मरीजों को हल्के लक्षण हैं।
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नयी दिल्ली. जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुल की तस्वीर लेने को लेकर श्रीनगर जाने वाले विमान यात्रियों के बीच गजब का जुनून देखने को मिल रहा है। इस पुल का उद्घाटन छह जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। रेल मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस बयान के अनुसार, विमान के पायलट विशेष घोषणाएं कर रहे हैं और यात्री दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल (मेहराबदार पुल) की तस्वीरें लेने के प्रति काफी उत्सुकता दिखा रहे हैं। रेलवे बोर्ड के सूचना और प्रचार मामलों के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने रविवार को कहा, ‘‘चिनाब नदी पर बना पुल हर ऊंचाई से प्रशंसा प्राप्त करता है, जहां धरती से उठे गर्व की गूंज बादलों के बीच गूंजती है।'' उन्होंने कहा, ‘‘इन दिनों जम्मू-कश्मीर की शानदार घाटियों से गुजरने वाली हर उड़ान एक खास पल का गवाह बनती है। जैसे ही विमान चिनाब घाटी के पास पहुंचता है, पायलट की आवाज केबिन में गूंजती है: ‘‘आपके नीचे दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे-मेहराब पुल (चिनाब पुल) है।'' जैसे ही यह घोषणा होती है, यात्री खिड़कियों की ओर दौड़ पड़ते हैं और अपने मोबाइल फोन पर इस ऐतिहासिक चमत्कार का वीडियो रिकॉर्ड करना और तस्वीरें लेना शुरू कर देते हैं। विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘केबिन में गर्व की भावना का प्रसार होता है - यात्री ताली बजाते हैं, मुस्कुराते हैं और भारतीय इंजीनियरिंग के चमत्कार के लिए प्रशंसा के शब्द साझा करते हैं।'' रेलवे अधिकारियों ने बताया कि आस-पास के गांवों और पहाड़ी क्षेत्रों के स्थानीय लोग अलग-अलग जगहों से पुल की तस्वीरें लेते और वीडियो रिकॉर्ड करते देखे जा सकते हैं। इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा, ‘‘कुछ लोग इस पल को सीधे प्रसारित कर रहे हैं, जबकि अन्य इसे इंस्टाग्राम और फेसबुक पर तुरंत साझा कर रहे हैं।'' कुमार के अनुसार, आसमान में उड़तीं उड़ानें चिनाब पुल को देखने का झरोखा बन गई हैं, जमीन पर भी लोग इस विस्मयकारी रचना को कैद करने में व्यस्त हैं जो भविष्य की पीढ़ियों के साथ साझा करने के लिए इतिहास के एक भाग को संरक्षित करती है। महत्वाकांक्षी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना के हिस्से के रूप में ‘चिनाब पुल' दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे-मेहराब पुल है। नदी तल से 359 मीटर ऊपर यह सलाल बांध के पास चिनाब नदी पर बना है और इसकी कुल लंबाई 1,315 मीटर है। इसका इस्पात से बना मुख्य मेहराब अकेले 467 मीटर लंबा है और यह 266 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा को भी झेल सकता है। यह एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा और कुतुब मीनार से लगभग पांच गुना ऊंचा है। इस विशाल संरचना को बनाने में 28,000 मीट्रिक टन इस्पात का इस्तेमाल किया गया है।
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लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार विधानभवन समेत प्रमुख प्रतिष्ठानों और अति विशिष्ट लोगों (वीआईपी) को रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु (सीबीआरएन) खतरों से सुरक्षा प्रदान करने के लिए उन्नत तकनीक खरीदने की योजना बना रही है। प्रदेश सरकार संसद के सुरक्षा प्रोटोकॉल से सबक लेते हुए बहु-स्तरीय सुरक्षा तंत्र तैयार करने के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और ‘इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड' (ईसीआईएल) जैसी एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है। इस सिलसिले में जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि डीआरडीओ, ईसीआईएल, राज्य पुलिस, अर्द्धसैनिक बलों और राज्य व राष्ट्रीय आपदा मोचन प्राधिकरणों के साथ बातचीत की जा रही है। इस योजना में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी) की भी अहम भूमिका है।
एक अधिकारी ने रविवार को एक न्यूज़ एजेंसी बताया, “इस प्रणाली का उपयोग वीआईपी और वीवीआईपी सुरक्षा के साथ-साथ राज्य भर में विभिन्न स्थलों पर उच्च स्तरीय अधिकारियों व मंत्रियों और कार्यक्रमों के दौरान किया जाएगा।” उन्होंने बताया, “यह अमेरिका या फ्रांस जैसे देशों की तकनीक पर आधारित होगा।”
प्रस्तावित सीबीआरएन प्रणाली खासकर पाकिस्तान के साथ हालिया तनावों के मद्देनजर आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है। यह पहल उत्तर प्रदेश विधान भवन परिसर की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा हाल ही में उठाए गए कदम पर भी आधारित है। इस साल की शुरुआत में विधायकों, विधान परिषद के सदस्यों और अन्य आगंतुकों को जारी किये जाने वाले वाहन स्टिकर पास में छेड़छाड़ का मामला सामने आने पर उन स्टिकर को ‘आरएफआईडी टैग' से बदल दिया गया था। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने पांच मार्च को एक सत्र के दौरान सुरक्षा चिंताओं को उजागर करते हुए कहा था, “हमारे संज्ञान में आया है कि विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी किए गए पास के साथ छेड़छाड़ करके नकली वाहन पास बनाए जा रहे हैं। यह सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता का विषय है और मामले को जांच के लिए भेज दिया गया है।” सीबीआरएन सुरक्षा प्रणाली के तहत विषाणु व विषाक्त पदार्थ जैसे खतरों का पता लगाने और उन्हें बेअसर करने के लिए कई तकनीकों को शामिल किया जाएगा। शुरुआती अनुमानों के मुताबिक, एक ‘सेटअप' की लागत 10 करोड़ रुपये तक हो सकती है।
राज्य सरकार साथ ही साथ उन्नत रोबोटिक निगरानी उपकरणों को खरीदने की भी योजना बना रही है, जो अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की हाल ही में ताजमहल की यात्रा के दौरान किये गये सुरक्षा प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान से प्रेरित है। फ्रांसीसी तकनीक पर आधारित ये रोबोट दिन-रात निगरानी की क्षमता प्रदान करेंगे और इन्हें विधान भवन परिसर, हवाई अड्डों या प्रमुख सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में तैनात किया जा सकता है। हर रोबोट की कीमत लगभग 80 लाख रुपये है और इसे मानव जीवन को खतरे में डाले बिना दुर्गम और खतरनाक क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए तैयार किया गया है। यह पहियेदार उपकरण 90 मीटर तक की रेंज के साथ विस्फोटकों को पकड़ने के लिए वाहनों को स्कैन कर सकते हैं। यहां तक कि ये सीढ़ियों, उबड़-खाबड़ इलाकों और तंग जगहों को भी पार करने में सक्षम हैं। अधिकारी ने बताया, “युद्ध अब गुजरे जमाने की बात हो गए हैं। हमें भविष्य के लिए तैयार रहना होगा।”
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगर इस प्रणाली को लागू किया जाता है तो उत्तर प्रदेश सीबीआरएन और विस्फोट की गतिविधियों के खतरों के खिलाफ संसद की तर्ज पर एकीकृत सुरक्षा मॉडल अपनाने वाला पहला राज्य बन जाएगा। -
मदुरै (तमिलनाडु). केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि वर्ष 2026 में तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बनेगी। पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने मदुरै को ‘परिवर्तन' का शहर बताया और कहा कि भाजपा का कार्यकर्ता सम्मेलन बदलाव लाएगा और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) को सत्ता से बेदखल करेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2026 के विधानसभा चुनाव में भाजपा-अन्नाद्रमुक मिलकर तमिलनाडु में राजग की सरकार बनाएंगे और लोग 2026 के चुनावों में द्रमुक को हराएंगे। शाह ने कहा कि द्रमुक सरकार 100 प्रतिशत विफल रही है। शाह ने कहा, ‘‘ वर्ष 2026 में तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में राजग सरकार बनाएगा।''
शाह ने राज्य, जिला और मंडल स्तर के पदाधिकारियों को संबोधित करने से पहले भाजपा की तमिलनाडु इकाई की कोर कमेटी की बैठक की अध्यक्षता की। कोर कमेटी की बैठक का नेतृत्व करने से पहले उन्होंने मदुरै मीनाक्षी मंदिर में पूजा-अर्चना की। अप्रैल में तमिलनाडु की अपनी यात्रा के दौरान शाह ने अन्नाद्रमुक के साथ संबंधों को फिर से बहाल करने की घोषणा की थी। अपने संबोधन में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नैनार नागेंद्रन ने कानून-व्यवस्था को लेकर द्रमुक शासन पर निशाना साधा और पश्चिमी कोंगू क्षेत्र के गांवों में बुजुर्गों की लक्षित हत्याओं को लेकर पुलिस पर सवाल उठाए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से दृढ़ संकल्प के साथ काम करने की अपील की और अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन को ‘उपयुक्त गठबंधन' करार दिया। उन्होंने अमित शाह को ‘भारत का लौह पुरुष, दूसरा सरदार वल्लभभाई पटेल' बताया।
भाजपा नेता के. अन्नामलाई ने कहा कि एकमात्र लक्ष्य राज्य में द्रमुक को सत्ता से हटाना है और उन्होंने कार्यकर्ताओं से इस संकल्प के साथ आगे बढ़ने का आग्रह किया। मदुरै में अमित शाह ने मुख्यमंत्री स्टालिन को यह बताने की चुनौती दी कि क्या उन्होंने वर्ष 2021 में किये गए द्रमुक के चुनावी वादों को पूरा कर दिया है। - मुंबई। मुंबई में एक उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग ने कहा कि यदि मांसाहारी भोजन से किसी शाकाहारी व्यक्ति की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं तो वह ऐसी जगह से भोजन खरीदता ही क्यों है जहां शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार का भोजन उपलब्ध होता है। मुंबई उपनगरीय (अतिरिक्त) जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग ने पिछले महीने जारी आदेश में कहा कि यह तर्कसंगत लगता है कि ‘‘कोई समझदार व्यक्ति भोजन ग्रहण करने से पहले शाकाहारी और मांसाहारी भोजन के बीच फर्क पहचान सकता है।'' आयोग ने एक भोजनालय के खिलाफ दो व्यक्तियों द्वारा की गई उस शिकायत को खारिज कर दिया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्हें शाकाहारी भोजन मंगाने बावजूद मांसाहारी भोजन परोसा गया।आयोग ने इस मामले में कहा, "यदि शिकायतकर्ता शाकाहारी हैं और मांसाहारी भोजन से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं, तो उन्होंने ऐसा रेस्तरां क्यों चुना जहां शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह का भोजन उपलब्ध था, बजाय इसके कि वे केवल शाकाहारी भोजन परोसने वाले रेस्तरां से ऑर्डर करते।" शिकायतकर्ताओं के अनुसार, उन्होंने 19 दिसंबर 2020 को मुंबई के सायन स्थित 'वाउ मोमो' रेस्तरां को भाप से पके ‘दार्जीलिंग मोमो' के साथ एक सॉफ्ट ड्रिंक का ‘ऑर्डर' दिया था। शिकायतकर्ताओं ने दावा किया कि उन्होंने अपनी शाकाहारी पसंद को दो बार विशेष रूप से स्पष्ट किया था, लेकिन उन्हें भाप के पकाए गए ‘चिकन दार्जीलिंग मोमो' परोसे गए। उन्होंने आरोप लगाया कि रेस्तरां के कर्मचारियों ने उनकी बात को नजरअंदाज किया और रेस्तरां के ‘बोर्ड' पर शाकाहारी या मांसाहारी विकल्प स्पष्ट रूप से नहीं दिखाए गए थे। शिकायतकर्ताओं ने मानसिक तनाव, भावनात्मक कष्ट और धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचने का दावा करते हुए छह लाख रुपये मुआवजे की मांग की थी। कंपनी का कहना था कि शिकायतकर्ताओं ने स्वयं मांसाहारी मोमो का ऑर्डर दिया था, जैसा कि बिल में दिखा रहा है। कंपनी ने आरोप लगाया कि शिकायतकर्ताओं ने उनके कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार किया और उत्पात मचाया, जिसके कारण कंपनी ने उनके पैसे वापस कर लिए और उन्हें मुफ्त में भोजन भी दिया। कंपनी ने यह भी कहा कि उसने 1,200 रुपये का वाउचर भी उपहार में देने की पेशकश की, लेकिन शिकायतकर्ताओं ने तीन लाख रुपये की मांग की। कंपनी ने दावा किया कि यह शिकायत कंपनी को परेशान करने के उद्देश्य से की गई थी।
- मथुरा (उप्र)। मथुरा में एक हफ्ते पहले वृन्दावन के मंदिर में दर्शन करते समय मध्यप्रदेश की महिला जज का मंगलसूत्र चोरी होने के मामले में शुरू की गयी कार्रवाई के तहत पुलिस ने अब तक 10 महिला चोरों को गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि विगत एक जून को मध्यप्रदेश के जिला उज्जैन में तैनात अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रेमा साहू अपने परिवार के सदस्यों के साथ ठाकुर श्री राधारमण मंदिर में दर्शन कर रही थीं तभी उनके गले से सोने का मंगलसूत्र किसी महिला ने चोरी कर लिया। उन्होंने बताया कि यह जानकारी मिलने के बाद मुहिम चलाई गई, जिसके बाद शनिवार को पुलिस ने 10 महिला चोरों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से कई पर्स बरामद किए हैं जिनमें नकदी, आधार कार्ड, पैन कार्ड, डेबिट कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस आदि महत्वपूर्ण कागजात तथा कुल 18 हजार 652 रुपये बरामद किए गए हैं। कुमार ने बताया, ‘‘पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये सभी महिलाएं मध्यप्रदेश व राजस्थान से यहां आकर वृन्दावन व मथुरा के भीड़भाड़ वाले मंदिरों में जेब काटने, मोबाइल फोन व आभूषण आदि बहुमूल्य चीजों की चोरी करती हैं। गिरफ्तार सभी महिलाओं को जेल भेज दिया गया है।''
- अहमदाबाद। गुजरात के सुरेन्द्रनगर और अमरेली जिलों में अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में तीन किशोर समेत पांच लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि सुरेन्द्रनगर-ध्रांगधरा मार्ग पर दुधरेज रेलवे फाटक के निकट मध्य रात्रि एक ट्रक और मोटरसाइकिल के बीच हुई टक्कर में तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। ‘ए' डिवीजन पुलिस थाने के निरीक्षक आर एम संगाडा ने बताया कि मृतकों की पहचान दिव्यांश परमार (18), इमरान मोवर (16) और अफजल सिपाई (22) के रूप में हुई है जो सुरेन्द्रनगर कस्बे के निवासी थे। अधिकारी ने कहा, ‘‘तीनों व्यक्ति शहर वापस जा रहे थे तभी उनकी मोटरसाइकिल की विपरीत दिशा से आ रहे एक ट्रक से टक्कर हो गई। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। ट्रक चालक को हिरासत में लिया गया है और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।'' एक अन्य दुर्घटना में, शनिवार रात अमरेली जिले के सावरकुंडला-महुवा रोड पर एक तेज रफ्तार कार ने दो मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी, जिससे इन वाहनों पर सवार एक महिला और 14 वर्षीय एक लड़के की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। सावरकुंडला पुलिस थाने के निरीक्षक सीएन कुगासिया ने कहा कि अज्ञात चालक वाहन छोड़कर मौके से भाग गया।उन्होंने बताया कि एक परिवार के पांच सदस्य शनिवार रात सावरकुंडला शहर के बाहरी इलाके में एक रेस्तरां में रात का खाना खाने गए थे और दो अलग-अलग मोटरसाइकिल पर सवार होकर घर लौट रहे थे। अधिकारी ने कहा, ‘‘किसी कारण से वे सावरकुंडला-महुवा मार्ग पर वितरित दिशा में जा रहे थे तभी एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। 58 वर्षीय महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि लड़के ने सुबह अमरेली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।'' उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान वनिता जोशी (58) और जय जोशी (14) के रूप में हुई है। साथ ही परिवार के तीन अन्य सदस्य घायल हुए हैं।