राजा रघुवंशी हत्याकांड: पत्नी ने ही रची थी हत्या की साजिश, मेघालय पुलिस ने किया बड़ा खुलासा; 3 सुपारी किलर गिरफ्तार
नई दिल्ली। इंदौर के पर्यटक राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश और किसी ने नहीं बल्कि उनकी पत्नी ने ही रची थी। राजा की हनीमून के दौरान मेघालय में हत्या कर दी गई थी। यह जानकारी सोमवार सुबह डीजीपी एल. नोंग्रांग ने दी। उन्होंने बताया कि पत्नी सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। जबकि तीन अन्य हमलावरों को रातभर चली छापेमारी के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया।
बता दें कि राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी मेघालय के सोहरा क्षेत्र में छुट्टियां मना रहे थे, जहां 23 मई को वे लापता हो गए थे। उनका शव 2 जून को एक गहरी खाई में मिला। जबकि उस समय उनकी पत्नी की तलाश की जा रही थी। डीजीपी ने बताया कि एक आरोपी को यूपी से पकड़ा गया, जबकि दो अन्य को इंदौर से एसआईटी ने गिरफ्तार किया।नोंग्रांग ने कहा कि सोनम ने यूपी के नंदगंज थाने में सरेंडर कर दिया। और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया है कि पत्नी ने ही पति की हत्या के लिए उन्हें सुपारी दी थी। इस मामले में मध्यप्रदेश में कुछ और लोगों की तलाश अब भी जारी है।
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने मामले को सुलझाने के लिए राज्य पुलिस की सराहना की। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किया, “7 दिनों के भीतर मेघालय पुलिस ने राजा मर्डर केस में बड़ी सफलता हासिल की है। तीन हमलावर जो मध्यप्रदेश से हैं उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला ने सरेंडर कर दिया है और एक और हमलावर की तलाश जारी है… बहुत अच्छा काम किया।”
मावलाखियात गांव के एक गाइड अल्बर्ट पडे ने राजा और उसकी पत्नी को 23 मई की सुबह करीब 10 बजे तीन पुरुषों के साथ देखा था, जब वे नोंग्रिआत से मावलाखियात की ओर 3,000 सीढ़ियां चढ़ रहे थे। उन्होंने बताया कि एक दिन पहले उन्होंने कपल को प्रसिद्ध लिविंग रूट्स ब्रिज दिखाने के लिए पूछा था। हालांकि, उन्होंने विनम्रता से मना कर दिया और किसी और गाइड को साथ लिया था। अल्बर्ट ने यह भी बताया कि तीनों पुरुष हिंदी में बात कर रहे थे। इससे स्पष्ट था कि वे स्थानीय नहीं थे।
दोनों परिवारों ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी। राजा का शव वेसॉडोंग फॉल्स के पास एक खाई में मिला था। उनकी अंगुली से सोने की अंगूठी और गले से चेन गायब थी। इससे हत्या की आशंका और मजबूत हो गई। अगले दिन एक खून से सनी मछेती (चाकू) भी वहीं पास में मिला और दो दिन बाद एक रेनकोट मिला जो माना जा रहा था कि उसी कपल का था। यह मावकमा गांव में मिला, जो सोहरारीम और खाई के बीच स्थित है जहां राजा का शव मिला था।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी। वहीं, शुक्रवार को सोनम के परिवार ने भी केंद्र से केस को सीबीआई को सौंपने की अपील की और मेघालय पुलिस की जांच पर असंतोष जताया था।
सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने बताया था, “मेरी बेटी का अपहरण हुआ है और वह अब भी अपहर्ताओं की गिरफ्त में है। मेघालय पुलिस इस मामले की सही तरीके से जांच नहीं कर रही। लापरवाही शुरू से ही रही है। अगर पहले ही सेना तैनात कर दी जाती, तो दोनों को समय पर बचाया जा सकता था।”
11 मई को हुई थी शादी
शादी के बाद 11 मई को दंपति ने 20 मई को मेघालय के लिए रवाना हुए थे। वे 22 मई को मावलाखियात गांव पहुंचे थे, जहां उन्होंने एक स्कूटर किराए पर लिया था। 24 मई को उनका स्कूटर शिलॉंग से सोहरा की ओर जाने वाले रास्ते में एक कैफे के पास लावारिस हालत में मिला। इसके बाद उनकी तलाश शुरू हुई। मामले की जांच के लिए एक एसपी के नेतृत्व में विशेष जांच दल (SIT) बनाया गया, जिसमें चार डीएसपी भी शामिल हैं।
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