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- नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा क्षेत्रों की स्थिति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को शाम 5 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई है।विभिन्न राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस वर्चुअल बैठक में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री सचिवालय ने ट्वीट के माध्यम से यह जानकारी दी है।पूर्वी लद्दाख की गलवान वैली में हाल में हुई हिंसक झड़पों के मद्देनजर यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
- नई दिल्ली। उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा है कि आधुनिक शैली के जीवन में अलगाव की भावना और उदासीनता के कारण अवसाद जन्म लेता है। उन्होंने कहा कि पुराने जमाने में एक दूसरे से अपनी बात कहने और परवाह करने का चलन था जो अब नहीं रहा।पुराने दिनों को याद कर अपने अनुभव साझा करते हुए मंगलवार को श्री नायडू ने कहा कि उस समय जीवन मजबूत सामाजिक रिश्तों से बंधा था और इसलिए अकेलेपन का कोई कारण नहीं था। उन्होंने कहा कि पुराने दिनों में सुख दुख साझा करने का चलन था। श्री नायडू ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति और परिवार एक दूसरे के लिए ताकत और सहारे का स्रोत हुआ करता था। पुराने समय के जीवन और आज की जीवनशैली की तुलना करते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा, आधुनिक जीवन में पृथकता, अकेलापन और अलगाव भरा हुआ है जिसके परिणाम स्वरूप अवसाद जन्म लेता है। आज के समय में पुराने दौर की बात नहीं रह गई है।
- नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों की शहादत पर दुख जताते हुए मंगलवार को कहा कि देश की सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए हम सब साथ खड़े हैं।उन्होंने एक बयान में कहा, लद्दाख की गलवान घाटी में हमारी सेना के अधिकारी और जवानों की शहादत पर बहुत दुख और गहरी पीड़ा हुई है। उनके अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान को नमन है। उनके परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। सोनिया गांधी ने कहा, देश की सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में हम सब साथ खड़े हैं। गौरतलब है कि लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए। सेना ने यह जानकारी दी।
- नई दिल्ली। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने देश में घरेलू इस्पात का उपयोग बढ़ाने और तेल एवं गैस क्षेत्र की इस्पात जरूरतों को पूरा करने के लिए आयात पर निर्भरता को कम करने पर जोर दिया है।उन्होंने मंगलवार को आत्मनिर्भर भारत: तेल एवं गैस क्षेत्र में घरेलू इस्पात के उपयोग को प्रोत्साहन विषय पर आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि इस्पात और तेल एवं गैस क्षेत्र में घनिष्ठ संबंध हैं और इसे अब एक नए मुकाम पर ले जाने का समय आ गया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करने केआह्वान के बारे में चर्चा करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत एक मजबूत विनिर्माण क्षेत्र के साथ एक मजबूत भारत है जो वैश्विक रूप से एकीकृत अर्थव्यवस्था में आत्मनिर्भर है। उन्होंने कहा कि निर्माण,तेल एवं गैस, ऑटोमोबाइल, मशीनरी जैसे अन्य क्षेत्रों के साथ मजबूत जुड़ाव होने की वजह से भारतीय इस्पात क्षेत्र को आत्मनिर्भर भारत बनने के देश के सपने को साकार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका मिली है। उन्होंने कहा कि भारतीय इस्पात क्षेत्र वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख खिलाड़ी बनने के लिए प्रयास तभी कर सकता है जब वह पहले सभी घरेलू आवश्यकताओं को पूरा करे। उन्होंने कहा कि घरेलू खिलाडिय़ों को इस अवसर पर आगे बढऩा चाहिए ताकि आपूर्ति श्रृंखला के स्थानीयकरण को बढ़ावा देने के हमारे प्रयासों में लागत न बढ़े।धर्मेंद्र प्रधान ने तेल एवं गैस क्षेत्र पर कहा कि पिछले छह वर्षों में निवेश के अनुकूल नीतियों के कारण इस क्षेत्र में जबरदस्त बदलाव आया है। इस क्षेत्र में जबरदस्त विकास हो रहा है चाहे वो तेल-शोधक हों, पाइपलाइन हों,गैस टर्मिनल हों,भंडारण क्षमता हों,गैस सिलेंडर हों या फिर खुदरा दुकानऔर इन सभी में बड़ी मात्रा में इस्पात की आवश्यकता होती है। तेल एवं गैस क्षेत्र इस्पात के पाइप और ट्यूब के सबसे बड़े उपयोगकर्ताओं में से एक हैजिसमें पाइपलाइन पेट्रोलियम,तेल और स्नेहक (लुब्रीकेंट) उत्पादों के परिवहन का प्रमुख साधन है। हमारी 70 प्रतिशत आबादी को गैस की जरूरतें पूरी करने के लिए सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का विस्तार, तेल शोधन क्षमता में बढ़ोतरी,10 हजार सीएनजी केंद्र स्थापित करने की योजना, ई एंड पी गतिविधियां- जैसे कुछ ऐसे काम हैं जो तेल एवं गैस क्षेत्र में इस्पात की मांग को बढ़ाएंगे।तेल एवं गैस क्षेत्र के सभी संगठनों से इस्पात का आयात करने की बजाय घरेलू इस्पात की खरीद करने का आग्रह करते हुए श्री प्रधान ने कहा कि घरेलू इस्पात निर्माताओं के पास इस क्षेत्र के लिए इस्पात की भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने की पूरी क्षमताएं हैं। उन्होंने कहा किइस्पात की मांग को घरेलू स्तर पर पूरा करने और आयात पर निर्भरता को कम करने से तेल एवं गैस क्षेत्र में रोजगार के अवसरों में काफी वृद्धि होगी और इससेइस्पात क्षेत्र में एमएसएमई के विकास को बढ़ावा मिलेगा और उन्हें अधिक मूल्य वर्धित उत्पादों का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहन भी मिलेगा।इस अवसर पर इस्पात राज्य मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते ने कहा कि इस्पात और तेल एवं गैस दोनों क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं और दोनों को अब महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है क्योंकि भारत 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने उद्योग से जबर्दस्त तरीके से स्वदेशी उत्पादों को अपनाने और राष्ट्र के विकास में योगदान देने का आह्वान किया। इस वेबिनार का आयोजन इस्पात मंत्रालय ने फिक्की की साझेदारी में किया।
- नई दिल्ली। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने वाले निजी प्रदाताओं के साथ सक्रिय सहयोग से बिस्तरों और महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधायों की अधिक उपलब्धता तथा प्रदान की जाने वाली सेवाओं और सुविधाओं की उचित तथा पारदर्शी दरें तय करने को कहा है।इस दिशा में तमिलनाडु, ओडिशा, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, कर्नाटक और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों ने पहल कर ली है। इन राज्यों ने निजी क्षेत्र के साथ बातचीत करके वाजिब दरों और कोविड-19 के दाखिल मरीजों को महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान करने के प्रबंध कर लिये हैं। राज्यों से यह भी कहा गया है कि वे निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य सेवाप्रदाताओं के साथ सक्रिय रूप से मिल कर सरकारी और निजी स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं का पूल बना कर उपयोग करवायें जिससे कोविड-19 के रोगियों को त्वरित, अच्छी और समुचित, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने में मदद मिल सकेगीदेश में संक्रमित लोगों में नोवेल कोरोना वायरस का पता लगाने के लिये लगातार जांच क्षमता बढ़ाई जा रही है। अब देश में प्रति दिन जांच क्षमता तीन लाख हो गई है। अब तक कुल 59 लाख 21 हजार 69 नमूनों की जांच की गई है और पिछले 24 घंटों में 1 लाख 54 हजार 935 नमूनों की जांच की गई।देश में अब कुल 907 प्रयोगशालायें काम कर रही है। इनमे 659 सरकारी और 248 निजी प्रयोगशालायें हैं। इनका विवरण निम्नलिखित है—1. रीयल टाइम आरटी- पीसाआर आधारित प्रयोगशालाएं 534—सरकारी 347 और निजी 1872. ट्रू एनएटी आधारित प्रयोगशालाएं—302—सरकारी 287 और निजी 153. सीबीएनएएटी आधारित प्रयोगशालाएं—71—सरकारी 25 और निजी 46दिल्ली में जांच क्षमता बढ़ाने के लिये सभी 11 जिलों के लिये अलग से प्रयोगशालायें होंगी जहां संबंधित जिलों के नमूनों की जांच की जायेगी। प्रत्येक जिले के नमूने उसी जियले की प्रयोगसालाओं में भेजे जा रहे हैं ताकि समय पर जांड हो और बिना किसी देरी के परिणाम मिल सकें। वर्तमान में दिल्ली में42 प्रयोगशाला हैं जिनकी दैनिक जांच क्षमता लगभग 17 हजार है।आरटी-पीसीआर कोविड-19 के निदान के लिये गोल्ड स्टैंडर्ड फ्रंटलाइन जांच है और इसकी देश भर में 907 प्रयोगशालाएं हैं । इनका उपयोग जांच क्षमता बढ़ाने के लिये किया जा सकता है। हालांकि इस जांच के लिये विशेष प्रयोगशाला सुविधाओं की जरूरत होती है और इन विशेष प्रयोगशालाओं में नमूने लाने का तथा अन्य वक्त मिला कर 2-5 घंटे का समय लगता है। ट्रू एनएटी और सीबी एएएटी प्रयोगशाला पोर्टेबल हैं यानि इन्हें कहीं भी ले जाया जा सकता है और इनका दूर दराज के इलाकों में उपयोग हो रहा है।---
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नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी को देखते हुए इस वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस डिजिटल माध्यमों पर मनाया जायेगा और किसी प्रकार से लोगों को एकत्र कर कोई कार्यक्रम नहीं होगा। इस वर्ष के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का विषय है- घर पर योग और परिवार के साथ योग। आयुष मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि 21 जून को छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सवेरे सात बजे से अपने घरों से दुनिया के साथ योगाभ्यास में भाग ले। मंत्रालय ने बताया कि लोगों को योग के सामान्य नियमों के अनुरूप योगासनों की तैयारी करने चाहिए।
गौरतलब है कि आयुष मंत्रालय और प्रसार भारती मिलकर डीडी भारतीय पर प्रतिदिन योग की सामान्य क्रियाओं का प्रतिदिन प्रसारण आयोजित कर रहे हैं। यह सत्र सवेरे साठ बजे से साढ़े आठ बजे तक प्रसारित होता है। आधे घंटे के सत्र में योगासनों के प्रमुख बिन्दुओं की जानकारी दी जाती है। - जम्मू। जम्मू कश्मीर में आज तड़के 5 दशमवल 8 तीव्रता का भूकंप आया। हालांकि, किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। सुबह सात बजे आये इस भूकंप का केंद्र तजाकिस्तान में था।श्रीनगर, किश्तवाड़ और डोडा जिलों सहित कश्मीर घाटी के अधिकतर इलाकों में तेज झटके महसूस किए गए। जम्मू में भी झटके महसूस किए गए। पिछले तीन दिनों में केंद्र शासित प्रदेश में यह तीसरा भूकंप है।
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छपरा। बिहार में सारण जिले के पहलेजा पुलिस आउट पोस्ट क्षेत्र में मंगलवार की सुबह ट्रक से कुचलकर दो सगे भाई की मौत हो गई। ग्रामीणों ने आरोपी ट्रक चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सोनपुर थाना क्षेत्र के चौसियां गांव निवासी भूषण कुशवाहा के 22 वर्षीय पुत्र सतीश और 20 वर्षीय अंकित मोटरसाइकिल से अपने घर लौट रहे थे। गोविंदचक रेलवे क्रासिंग के निकट त्रिभुवन चौक पर बालू लदे अनियंत्रित ट्रक से उन्हें कुचल दिया। इस दुर्घटना में मौके पर अंकित की मौत हो गई, वहीं अस्पताल ले जाते समय सतीश ने दम तोड़ दिया। घटना के बाद ग्रामीण जमा हो गए और आरोपी ड्राइवर को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। - पणजी। गोवा के पूर्व मंत्री अच्युत काशीनाथ उसगांवकर का मंगलवार सुबह यहां एक अस्पताल में निधन हो गया । वह 92 वर्ष के थे।पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वह वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। वह गोवा के सबसे पुराने राजनीतिक दल महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के नेता थे।गोवा, दमन एंड दीव की तत्कालीन शशिकला काकोडकर सरकार में वह 13 अगस्त 1977 से 27 अप्रैल 1979 तक मंत्रिमंडल के सदस्य थे। उनके दामाद दिनार तारकर ने कहा, पणजी के पास गोवा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में उसगांवकर का सुबह करीब साढ़े सात बजे निधन हो गया। अभिनेत्री वर्षा उसगांवकर सहित उनकी तीन बेटियां हैं।
- कोलकाता। रामकृष्ण मठ और मिशन का मुख्यालय बेलूर मठ 82 दिनों के बाद सोमवार को आम लोगों के लिए खोल दिया गया और पहले दिन करीब 250 श्रद्धालु यहां आए।बेलूर मठ के एक प्रवक्ता ने बताया कि परिसर में स्थित चारों मंदिरों को दिन में दो चरणों में खोला गया। सुबह नौ बजे से 11 बजे तक और उसके बाद शाम में चार से छह बजे तक मंदिर खुले रहे। उन्होंने बताया कि सभी श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग की गयी और बिना मास्क वाले श्रद्धालुओं को परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गयी। सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करने पर खास ध्यान दिया गया।हुगली नदी के पश्चिमी तट पर स्थित बेलूर मठ की स्थापना स्वामी विवेकानंद ने की थी। सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए कई धार्मिक स्थल इस महीने श्रद्धालुओं के लिए खुल गए हैं। लेकिन तारापीठ मंदिर और कालीघाट मंदिर अब भी श्रद्धालुओं के लिए बंद हैं। प्रसिद्ध दक्षिणेश्वर मंदिर 13 जून को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया था। तारापीठ ने पहले घोषणा की थी कि यह मंदिर 15 जून से खुल जाएगा। हालांकि, मंदिर समिति के सचिव तारामॉय मुखर्जी ने कहा, हमने पहले के फैसले को स्थगित करने का निर्णय लिया है। मौजूदा स्थिति काफी चिंताजनक है क्योंकि कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। श्री मुखर्जी ने कहा कि मंदिर प्रशासन मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में होने वाले फैसले की राह देख रहा है। इस बीच, बीरभूम में स्थित प्रसिद्ध बक्रेश्वर मंदिर भी सोमवार को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया।---
- नई दिल्ली। सरकारी कीटनाशक निर्माता कंपनी एचआईएल (इंडिया) लिमिटेड ने ईरान को टिड्डियों को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए ईरान को लगभग 25 टन मैलाथियान 95 प्रतिशत यूएलवी की आपूर्ति की है।उर्वरक मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा कि यह खेप, जो सरकार से सरकार के आधार पर आपूर्ति की गई है, 16 जून तक ईरान पहुंचने की उम्मीद है। इसमें कहा, भारत ने हाल ही में क्षेत्र में रेगिस्तान टिड्डियों के खतरे का मुकाबला करने के लिए समन्वित प्रतिक्रिया करने के लिए ईरान और पाकिस्तान से संपर्क किया था। ईरान ने प्रस्ताव पर सहयोग करने की अपनी इच्छा जताई है।इसी के अनुसार, विदेश मंत्रालय ने ईरान को 25 प्रतिशत मैलाथियान 95 प्रतिशत यूएलवी के निर्माण और आपूर्ति करने के लिए एचआईएल को आर्डर दिया था। मैलाथियोन एक रसायन है जिसका उपयोग मुख्य रूप से खाद्य पदार्थ पैदा करने वाले पौधों को कीड़ों से बचाने के लिए किया जाता है। खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) की रिपोर्टों के अनुसार, टिड्डी के हॉपर चरण की आबादी ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान क्षेत्र में बन रही है, जो आने वाले महीनों में भारत में आगे की फसल तबाही का कारण बनेगी। बयान में कहा गया है कि भारत ने अपने प्रजनन स्थल पर टिड्डी को नियंत्रित करने के लिए एक पहल की है और समन्वित प्रयासों के लिए ईरान से संपर्क किया है।
- अहमदाबाद। दक्षिण-पश्चिम मानसून सोमवार को गुजरात और इससे सटे केंद्र शासित दीव तक आगे बढ़ गया, जिसके चलते कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई।भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बयान में कहा कि मानसून दक्षिण गुजरात के सभी जिलों, सौराष्ट्र क्षेत्र, दीव और उत्तरी गुजरात के अहमदाबाद, खेड़ा, आणंद, पंचमहल, दाहोद और कच्छ जिले के कुछ हिस्सों समेत कांदला तक पहुंच गया। मानसून की प्रगति के कारण सोमवार सुबह से सौराष्ट्र क्षेत्र में काफी बारिश हुई।इस बीच, गिर सोमनाथ जिले में बिजली गिरने से सोमवार को दो मछुआरों समेत तीन लोगों की मौत हो गई। विभाग के मुताबिक, आने वाले दो दिन के दौरान सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के अलावा राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में 18-19 जून को भारी से बहुत भारी बारिश होगी।----
- नई दिल्ली। केंद्रीय अनवेषण ब्यूरो- सीबीआई ने ऑनलाइन अग्रिम भुगतान घोटालों और नकली सैनिटाइजर बनाने में मेथनॉल के उपयोग के बारे में इंटरपोल से मिली सूचना के आधार पर सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों की पुलिस को अलर्ट जारी किया है।सीबीआई ने कहा कि इस तरह के घोटालों में पीपीई किट के विक्रेताओं और कोविड -19 से संबंधित अन्य सुरक्षा उपकरण आपूर्तिकर्ताओं के विक्रेताओं से संपर्क करने तथा ग्राहकों के साथ ऑनलाइन व्यापारिक लेन-देन के उदाहरण शामिल हैं। सीबीआई ने कहा है कि बैंक हस्तांतरण के माध्यम से भुगतान प्राप्त करने के बाद, धोखाधड़ी करने वाले विक्रेता इन वस्तुओं का वितरण नहीं करते हैं।सीबीआई ने अन्य देशों में नुकसानदायक हैंड सैनिटाइजर तैयार करने में मेथनॉल के उपयोग के लिए इंटरपोल से प्राप्त जानकारी के आधार पर एक अलर्ट जारी किया है। अन्य देशों में भी ऐसे उदाहरण सामने आए हैं जहां कोविड-19 महामारी के दौरान हैंड सैनिटाइजर की भारी मांग के कारण नकली हैंड सैनिटाइजर बनाने के लिए मेथनॉल के उपयोग का पता चला। मेथनॉल मानव शरीर के लिए अत्यधिक विषाक्त और खतरनाक हो सकता है।----
- नई दिल्ली। केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड- सी बी आई सी ने आज देशभर के पांच सौ से अधिक सी जी एस टी और सीमा शुल्क कार्यालयों में ई-ऑफिस ऐप शुरू किया। बोर्ड के अध्यक्ष अजीत कुमार ने सी बी आई सी के आठ सौ से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति में रिमोट से ई-ऑफिस ऐप का उद्घाटन किया।वित्त मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि पचास हजार से अधिक अधिकारी और कर्मचारी आंतरिक कार्यालय प्रक्रियाओं में इस ऐप का उपयोग कर सकेंगे। कार्यालयी प्रक्रियाओं में ई-ऑफिस ऐप का इस्तेमाल करने वाला सी बी आई सी सबसे बड़े सरकारी विभागों में से एक हो जायेगा।इस ऐप के शुरू होने से आंतरिक कार्यालयी प्रक्रियाओं में बुनियादी बदलाव आयेगा जो अभी तक व्यापक रूप से मानव संचालित फाइलों और कागजी कार्रवाई पर आधारित है। इस ऐप से कई अन्य सूचना प्रौद्योगिकी आधारित सुधारों को बल मिलेगा, जिसका मुख्य उद्देश्य व्यापार और उद्योग के लिए कारोबार करना आसान बनाना है।यह ऐप अप्रत्यक्ष कर प्रशासन को कागज रहित और इलैक्ट्रॉनिक रूप देने के लिए प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की सी बी आई सी की एक और पहल है। इस ऐप को एन आई सी ने विकसित किया है। प्रशासनिक सुधार और जनशिकायत विभाग ने इसके लिए सहायता उपलब्ध कराई है। ई-ऑफिस भारतीय राष्ट्रीय ई- शासन के तहत मिशन मोड की परियोजना है।----
- - 17 जून को 15 राज्यों के सीएम के साथ होगी चर्चानई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल और परसों दोपहर तीन बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद करेंगे।प्रधानमंत्री कल 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों - पंजाब, असम, केरल, उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, गोआ, मणिपुर, नगालैंड, लद्दाख, पुदुचेरी, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दादरा नगर हवेली और दमन दीव, सिक्किम और लक्षद्वीप के मुख्यमंत्रियों से जबकि 17 जून को 15 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों - महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, बिहार, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, तेलंगाना और ओडिसा के मुख्यमंत्रियों से संवाद करेंगे।
- नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि केंद्र सरकार दिल्ली में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी । आज नई दिल्ली में राजधानी के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक में श्अमित शाह ने कहा कि हम सभी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में साथ मिलकर इस महामारी से लडऩा है।केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोरोना से निपटने के लिए कल हुई बैठक में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए और सभी राजनीतिक दलों को मिलकर निचले स्तर तक इन फैसलों को बेहतर तरीके से पूरा करने में योगदान देना होगा। श्री शाह ने सभी राजनीतिक दलों से अपील करते हुए कहा कि उनके कार्यकर्ता यह सुनिश्चित करें कि केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली की जनता के लिए किये गए निर्णयों का नीचे तक कार्यान्वयन हो। अमित शाह ने कहा कि इस समय सभी राजनीतिक द्वेष को भुलाकार सभी पार्टियां दिल्ली की जनता के हितों के लिए साथ मिलकर काम करें। उन्होने कहा कि सभी दलों की एकजुटता से जनता में विश्वास बढेगा व इस लड़ाई को अधिक बल भी मिलेगा और दिल्ली की स्थिति जल्द ही सामान्य होगी। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि हमको नए उपायों से दिल्ली में कोरोना की टेस्टिंग को बढ़ाना है। श्री शाह ने ज़ोर देकर कहा कि एकजुट होकर हम कोरोना महामारी से लड़ेंगे भी और जीतेंगे भी ।बैठक में आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी के साथ ही बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। इन नेताओं ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कुछ सुझाव दिये और केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और तीनों नगर निगमों को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में दिल्ली की जनता की सुरक्षा व कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए थे। इनमें दिल्ली में कोरोना से संक्रमित मरीजों के लिए बेड की कमी को देखते हुए दिल्ली को तुरंत 8 हजार बेड वाले 500 रेलवे कोच देने, कन्टेनमेंट जोन में मरीज के संपर्क में आए लोगों की पहचान (कांटेक्ट मैपिंग) के लिए घर-घर जाकर हर एक व्यक्ति का व्यापक स्वास्थ्य सर्वे तथा दो दिन में कोरोना की टेस्टिंग को बढ़ाकर दो गुना किया जायेगा और 6 दिन बाद तीन गुना करना शामिल है। साथ ही दिल्ली के निजी अस्पताओं में कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए निर्धारित कोरोना बेड में से 60 प्रतिशत बेड कम रेट में उपलब्ध कराने, कोरोना उपचार और कोरोना की टेस्टिंग के रेट तय करने के लिए नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाने और दिल्ली के छोटे अस्पतालों तक कोरोना के लिए सही जानकारी तथा दिशा-निर्देश देने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में फोन पर मार्गदर्शन प्रदान करने का भी फैसला किया गया था।
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लखीसराय। बिहार के लखीसराय जिले के मेदनीचौकी थाना क्षेत्र में सोमवार को कार और मोटरसाइकिल के बीच टक्कर में चाचा-भतीजे की मौत हो गई। इस हादसे में तीन अन्य घायल हो गए। पुलिस के अनुसार पटना क्षेत्र के मारांची थाना क्षेत्र निवासी 35 वर्षीय धर्मेंद्र तांती अपने भतीजे राहुल कुमार (15) के साथ अपने ससुराल से लौट रहे थे। तभी मेदनी चौके के पास कार और बाइक में टक्कर हो गई। इसमें बाइक सवार धर्मेंद्र तांती और उनके भतीजे राहुल की मौत हो गई। कार सवार तीन लोग घायल हो गए। -
पटना। बिहार में सोमवार सुबह दो सड़क हादसे में सात लोगों की मौत हो गई। हादसे में 19 लोग घायल हो गए। यह घटना गया जिले के आमस की जीटी रोड बिशनपुर के समीप की है, जहां तेज रफ्तार ट्रक ने दो ऑटो रिक्शा को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों ऑटो रिक्शा के परखच्चे उड़ गए। ऑटो में सवार 7 लोगों की कुचलकर मौके पर ही मौत हो गई और 18 लोग घायल हो गए, घायलों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
गया के आमस सड़क दुर्घटना में सात लोग के मरने की पुष्टि एस एसपी राजीव मिश्रा ने की। सड़क हादसे की पुष्टि करते हुए उन्होंने बताया कि मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और घायलों का इलाज जारी है। मृतकों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। घटना के बारे में जानकारी देते हुए अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर ब्रजेश कुमार सिंह ने कहा कि सड़क हादसे में अबतक कुल 7 लोगों की मौत की जानकारी अबतक मिली है। मृतकों का शव पीएचसी में लाया गया है, जबकि दुर्घटना में गंभीर रूप से जख्मी 18 लोग पहुंचे हैं। ज्यादातर घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जयप्रकाश नारायण अस्पताल, गया रेफर किया गया है। रेफर मरीजों में कईयों की हालत चिंताजनक व नाजुक बताई गई है।
इनकी हुई मौत
कैलाश भूईंयां-30वर्ष, चमारी भूईंयां- 18वर्ष, रामध्यान भूईंयां- 30 वर्ष, विकास- 15-वर्ष, विपिन-08 वर्ष, विक्रम-10वर्ष, चंदारिक भूईंयां-50 वर्ष - मुंबई। मुंबई में आज पश्चिम और मध्य रेलवे की कुछ उप-नगरीय रेल सेवाएं चालू हो गई हैं। ये सेवाएं राज्य सरकार के सिर्फ उन कर्मचारियों के लिए है जो आवश्यक सेवाओं से जुड़़े हैं। पश्चिम रेलवे ने अपने ट्वीट में कहा है कि इन गाडिय़ों के रूकने के स्टेशनों पर टिकट घर खुले रहेंगे।ये सेवाएं आम नागरिकों के लिए उपलब्ध नहीं हैं। एक अनुमान के अनुसार राज्य सरकार के लगभग सवा लाख कर्मचारी इन सेवाओं का लाभ उठाएंगे। पश्चिम रेलवे, चर्च गेट से दहानू रोड और वीरार के लिए 73 जोड़ी गाडियां चलाएगी। मध्य रेलवे छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से कसरा, करजट और पनवेल के लिए 200 जोड़ी गाडिय़ां चलाएगी।----
- नई दिल्ली। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मुहैया कराने के लक्ष्य से भारतीय रेल ने चार राज्यों में 204 ट्रेन डिब्बे भेजे हैं जो पृथक-वास के काम आएंगे।अधिकारियों ने बताया कि ऐसे ही 54 डिब्बे दिल्ली के शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन मेंटिनेंस डिपो में हैं। उनका कहना है कि भविष्य में दिल्ली को कुल मिलाकर ऐसे 500 डिब्बे मुहैया कराए जाएंगे। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार दिन में कहा कि कोविड-19 मरीजों के लिए बिस्तरों की किल्लत दूर करने के लिए केन्द्र दिल्ली को ट्रेन के 500 डिब्बे उपलब्ध कराएगा। भारतीय रेल ने अपने 5 हजार से ज्यादा डिब्बों को करीब दो महीने पहले पृथक-वास के लिए तैयार किया था, फिलहाल उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और दिल्ली ने इनकी मांग की है। उत्तर प्रदेश में ऐसे 70 डिब्बे तैनात किए गए हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, वाराणसी, भदोई, फैजाबाद, सहारनपुर, मिर्जापुर और झांसी में 10-10 डिब्बे तैनात किए गए हैं। दिल्ली के शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन मेंटिनेंस डिपो में 54 डिब्बे खड़े किए गए हैं। तेलंगाना को 60 डिब्बे मिले हैं जबकि 20 अन्य डिब्बे आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में खड़े किए गए हैं।उत्तर प्रदेश ने ऐसे 24 जगहों पर 240 ऐसे डिब्बों की मांग की है वहीं तेलंगाना ने तीन जगहों के लिए 60 और दिल्ली ने ऐसे 10 डिब्बे मांगे थे। दिल्ली के शकूरबस्ती रेलवे स्टेशन पर 31 मई को 160 बिस्तरों की क्षमता वाले 10 ऐसे डिब्बों की पहली खेप खड़ी की गई। अब बाकी के 44 डिब्बे भी तैनात कर दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय और नीति आयोग द्वारा बनायी गई समेकित कोविड योजना के तहत इन डिब्बों का उपयोग वहां किया जाएगा जहां राज्यों के पास कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति या संदिग्ध संक्रमण व्यक्तियों को रखने की जगह नहीं बची होगी। इन डिब्बों में चिकित्सा से जुड़े जरुरी उपकरण जैसे ऑक्सीजन सिलेंडर, कंबल, अन्य मेडिकल सप्लाई और संक्रमण मुक्त किए गए बर्थ उपलब्ध हैं। मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार, इन डिब्बों में सिर्फ हल्के लक्षणों वाले लोगों को ही रखा जा सकता है।-
- कोलकाता। आईआईटी खडग़पुर के अधिकारियों ने छात्रावास में फंसे करीब 2,400 छात्रों और शोधार्थियों को 20 जून तक घर चले जाने को कहा है।आईआईटी-खडग़पुर के रजिस्ट्रार बीएन सिंह ने रविवार को कहा कि संस्थान छात्रों की सितंबर तक परिसर में वापसी चाहता है, जब नया सेमेस्टर शुरू होगा। उन्होंने कहा कि परिसर में अभी रह रहे करीब 2,400 छात्रों को 20 जून तक घर चले जाने को कहा गया है।-------------
- टिपरी (भद्रवाह)। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में करीब 200 प्रगतिशील किसानों ने मक्के की पारंपरिक खेती छोड़ पहाडिय़ों के ढलान पर खुशबूदार लैवेंडर के फूल की खेती शुरू की है जो उनके लिए अपेक्षाकृत अधिक फायदेमंद होने के साथ जिले में बैंगनी क्रांति की भी शुरुआत है।केंद्र सरकार की सुगंध मिशन योजना के तहत लैवेंडर के फूल की खेती करने वाले किसानों ने कहा कि गैर पारंपरिक सुगंधित पौधों की खेती शुरू कर वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रहे हैं।उल्लेखनीय है कि प्राकृतिक उत्पादों से दवा पर शोध करने की प्राथमिक जिम्मेदारी के साथ वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने छोटे और सीमांत किसानों की आय बढ़ाने के लिए पूरे देश में सुंगध वाली फसलों के उत्पादन को लोकप्रिय करने और मूल्य संवर्धन उपाय के लिए प्रौद्योगिकी देने के लिए सुगंध मिशन की शुरुआत की है।मूल रूप से यूरोप की प्रजाति लैवेंडर की खेती को भारतीय समवेत औषध संस्थान (आईआईआईएम)ने सीएसआईआर के सुगंध मिशन के तहत 2018 में डोडा, किश्तवाड़ और राजौरी जिले में लोकप्रिय करने की शुरुआत की थी। ठंडी जलवायु और सहायत परिस्थितियों के मद्देनजर डोडा जिले स्थित भद्रवाह क्षेत्र के 200 सीमांत किसानों ने लैवेंडर की खेती शुरू की।सीएसआईआर-आईआईआईएम जम्मू के वरिष्ठ वैज्ञानिक सुमित गैरोला ने बताया, मार्च 2020 तक सीएसआईआर के सुगंध मिशन के तहत 500 किसानों को 100 एकड़ जमीन में लैवेंडर की खेती के लिए आठ लाख पौधे मुफ्त में दिए है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा उन्हें लैवेंडर का तेल निकालने सहित अन्य तकनीकी सुविधा भी दी गई और किसानों ने 2018 से 2020 के बीच 800 लीटर लैवेंडर तेल का उत्पादन किया जिसकी कीमत 80 लाख रुपये है। गैरोला ने बताया कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की पहल के बाद स्थानीय उद्यमी भी उन्हें प्रोत्साहित कर रहे हैं।--
- नई दिल्ली। कोविड-19 के प्रकोप के चलते शुरू हुए लॉकडाउन के कारण स्कूलों की पढ़ाई और परीक्षाओं पर असर पडऩे के साथ-साथ छात्रों को अब गर्मियों की छुट्टियां भी घर में बंद रहकर बितानी पड़ रही हैं।भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा शुरू की जा रही ऑनलाइन प्रतियोगिताएं स्कूली छात्रों की इस एकरसता को तोडऩे का अवसर लेकर आयी हैं। इसरो साइबरस्पेस प्रतियोगिता (आईसीसी)-2020 नामक इस पहल के अंतर्गत स्कूली छात्रों के लिए चार वर्गों में अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर केंद्रित प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।इन प्रतियोगिताओं के पहले वर्ग में पहली से तीसरी कक्षा के छात्रों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। दूसरे वर्ग में चौथी से आठवीं कक्षा के छात्र विज्ञान शिल्प या मॉडल्स में अपने हाथ आजमा सकते हैं। इसी तरह, नौवीं और दसवीं के छात्रों को निबंध प्रतियोगिता में शामिल होने का अवसर मिल सकता है। जबकि, ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के छात्र निबंध लेखन के साथ-साथ प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में भी हिस्सा ले सकते हैं। इन प्रतियोगिताओं में शामिल होने के लिए 24 जून 2020 से पहले इसरो की वेबसाइट https://www.isro.gov.in/icc-2020 पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा।यह प्रतियोगिता भारत में पढ़ रहे स्कूली छात्रों के लिए है। चारों वर्गों में शामिल सभी प्रतियोगिताएं अलग-अलग रूप से आयोजित की जाएंगी। किसी वर्ग विशेष की श्रेणी के लिए छात्रों की संबद्धता शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के दौरान उनके नामांकन पर आधारित होगी। जिन छात्रों के शैक्षणिक वर्ष 2019-20 के परिणाम अभी नहीं आए हैं, उन्हें भी यह मानकर प्रतियोगिता में शामिल किया जा सकता है कि उन्होंने परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है और शैक्षणिक वर्ष 2020-21 में दाखिला ले लिया है। हालाँकि, यह शर्त केवल ऑनलाइन माध्यम से आईसीसी-2020 प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए है और इसे किसी अन्य उद्देश्य के लिए समर्थन के रूप में नहीं लिया जा सकता है।सफल पंजीकरण के लिए एक विशिष्ट पंजीकरण संख्या प्रतियोगियों को प्राप्त होगी। चित्रकला, मॉडल मेकिंग व विज्ञान शिल्प और निबंध प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागियों को पेपर पर अपनी रचनात्मकता को उकेरना है और फिर उसकी फोटो लेकर या स्कैन करके इसरो की वेबसाइट पर अपलोड करना है। प्रतियोगिता का विषय पंजीकृत ईमेल पर भेजा जाएगा और इसरो की वेबसाइट पर भी प्रदर्शित किया जाएगा। स्कैन की हुई फोटो जेपीईजी या फिर पीडीएफ फॉर्मेट में भेजनी होगी। अपलोड की जाने वाली फाइल का नाम प्रतिभागी की पंजीकरण संख्या के नाम पर होगा।चित्रकला प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागियों को ए-3 आकार के पेपर का प्रयोग करना होगा और ड्राइंग के लिए उन्हें वाटर कलर, वैक्स या पेंसिल रंगों का उपयोग करना है। मॉडल-मेकिंग या विज्ञान शिल्प प्रतियोगिता में कार्डबोर्ड, कागज, कपड़े, चिपकाने वाले टेप, रंग और गोंद का उपयोग करके मॉडल बनाना होगा। मॉडल बनाने के लिए किसी अन्य सामग्री के उपयोग की अनुमति नहीं है। इस तरह बनाए गए मॉडल को भी स्कैन करके या फोटो खींचकर इसरो की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा।निबंध लेखन प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागियों को पंजीकरण के दौरान चयनित भाषा में एक हजार शब्दों में अपने हाथ से निबंध लिखकर वेबसाइट पर अपलोड करना है। निबंध लिखने के लिए ए-4 आकार के पेपर का उपयोग कर सकते हैं। निबंध लिखने के लिए सिर्फ नीली या काली स्याही का उपयोग करना है। टाइप किए हुए निबंध स्वीकार नहीं किए जाएंगे। इंटरनेट से सामग्री कॉपी की हुई पायी गई तो प्रतियोगी का पंजीकरण निरस्त किया जा सकता है। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के बारे में इसरो के पोर्टल पर तौर-तरीकों का विस्तार से उल्लेख किया जाएगा।प्रतियोगिता में शामिल शीर्ष 500 प्रतिभागियों के नाम की घोषणा इसरो की वेबसाइट पर की जाएगी और उन्हें मेरिट प्रमाण-पत्र ईमेल या फिर पोस्ट के माध्यम से भेजे जाएंगे। अन्य सभी प्रतिभागियों को ईमेल के माध्यम से भागीदारी प्रमाण पत्र दिया जाएगा।----
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-सीआईएमएपी ने औषधीय और सुगंधित पौधों पर फोटोग्राफी प्रतियोगिता की घोषणा की
नई दिल्ली। औषधीय और सुगंधित पौधों ने हमेशा से लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। इनमें से कुछ पौधे अविश्वसनीय रूप से सुंदर होते हैं जबकि कुछ विशेष स्थानों पर ही पाए जाते हैं। मानव और पशुओं के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए उनके महत्व व मूल्य को लोगों की स्वीकार्यता मिली है। लेकिन बहुत से लोग इन पौधों में से अधिकांश की उपयोगिता और औषधीय महत्व से पूरी तरह परिचित नहीं हैं। इन पौधों की उपयोगिता के बारे में जागरूकता पैदा करने के प्रयास के तहत, केंद्रीय औषधीय और सुगंध पौधा संस्थान (सीआईएमएपी) ने औषधीय और सुगंधित पौधों पर एक फोटोग्राफी प्रतियोगिता की घोषणा की है। इस प्रतियोगिता के माध्यम से, सीआईएमएपी इन औषधीय पौधों के संरक्षण का संदेश भी देना चाहता है।प्रतियोगिता का विषय है - अपने औषधीय और सुगंधित पौधे (एमएपी) को जानें। पहले, दूसरे और तीसरे स्थान के विजेताओं को नकद पुरस्कार के रूप में क्रमश: 5000 रुपये, 3000 रुपये और 2000 रुपये दिए जायेंगे। इसके अलावा,1000 रुपये के 10 सांत्वना पुरस्कार भी होंगे।प्रतियोगिता सभी भारतीय शौकिया (ऐमचर) और पेशेवर फोटोग्राफरों के लिए खुली है। प्रत्येक प्रविष्टि के लिए अधिकतम तीन फोटोग्राफ प्रस्तुत किए जा सकते हैं। स्वदेशी पौधों को प्राथमिकता दी जायेगी और संस्थान ने बागवानी या सजावट के सामान्य पौधों की तस्वीरों से बचने का अनुरोध किया है। प्रत्येक तस्वीर में पौधे का सही लैटिन और स्थानीय भाषा में नाम होना चाहिए और 20-30 शब्दों में इसके औषधीय और सुगंधित महत्व के बारे लिखा होना चाहिए। केवल मौलिक व डिजिटल तस्वीरों को ही स्वीकार किया जाएगा, लेकिन प्रविष्टियों को ए4 पृष्ठ पर रंग के साथ छपा होना चाहिए। डिजिटल इमेज, एंट्री 300 डीपीआई के न्यूनतम रिज़ॉल्यूशन के साथ 3 एमबी आकार से कम का नहीं होना चाहिए। तस्वीर जेपीईजी या टीआईएफएफ प्रारूप में होनी चाहिए, डिस्प्ले रिज़ॉल्यूशन 1086 & 768 होना चाहिए और लम्बवत आकार 1086 से अधिक नहीं होना चाहिए। रॉ फ़ाइलों को बाद की तारीख में जमा करने के लिए कहा जा सकता है यदि तस्वीर को पुरस्कार के लिए चुना जाता है।प्रतिभागी को स्व-घोषणा करनी होगी कि फोटो को प्रतियोगिता में प्रवेश पाने के लिए मेल भेजने वाले व्यक्ति द्वारा स्वयं शूट किया गया है। विजेता फोटो का कॉपीराइट फोटोग्राफर के पास रहेगा, लेकिन सीआईएमएपीको प्रविष्टियों को प्रदर्शित करने और औषधीय व सुगंधित पौधों के प्रचार के लिए प्रचार सामग्री के रूप में उपयोग करने का अधिकार होगा।सीएसआईआर-सीआईएमएपी, लखनऊ के निदेशक द्वारा नामित जजों द्वारा विजेताओं को चुना जाएगा। जजों का फैसला अंतिम होगा। विजेताओं की घोषणा सीएसआईआर-सीआईएमएपी के वार्षिक दिवस के अवसर पर की जाएगी। डिजिटल चित्र [email protected] पर ई-मेल किए जाने चाहिए। प्रविष्टि जमा करने की अंतिम तिथि 30 जून, 2020 है। प्रतियोगिता से सम्बंधित अन्य विवरण www.cimap.res.in पर उपलब्ध हैं। - नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन पर शोक व्यक्त किया है।प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, सुशांत सिंह राजपूत ... एक प्रतिभाशाली युवा अभिनेता ने बहुत जल्द दुनिया को अलविदा कह दिया। उन्होंने टीवी सीरियलों और फिल्मों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। मनोरंजन की दुनिया में उनके अभ्युदय ने कई लोगों को प्रेरित किया और वह अपनी कई यादगार भूमिकाओं के लिए सदैव याद किए जाएंगे। उनके निधन से स्तब्ध हूं। मेरी गहरी संवदेनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।