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- कोलकाता. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा है कि उनपर आधारित बायोपिक में उनकी भूमिका निभाने के लिए अभिनेता राजकुमार राव सही विकल्प हैं। यह फिल्म दिसंबर 2026 में सिनेमाघरों में रिलीज होगी। वर्ष 1992 से 2008 तक भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेल चुके गांगुली ने कहा, "यह अगले साल दिसंबर में रिलीज होगी।शूटिंग अगले साल जनवरी में शुरू होगी। प्री-प्रोडक्शन, कहानी लेखन और पटकथा तैयार करने में काफी समय लगता है। और शूटिंग में इतना समय नहीं लगता। यह लगभग तीन महीने का समय लेती है और फिर पोस्ट-प्रोडक्शन में समय लगता है।" गांगुली ने खुद इस परियोजना को प्रमुखता देने के सुझाव को खारिज कर दिया। उन्होंने टेस्ट और एकदिवसीय मैचों में 18,575 रन बनाए हैं और 38 शतक लगाए हैं। भारत के सबसे सफल क्रिकेट कप्तानों में गिने जाने वाले गांगुली ने कहा, "मुझे लगता है कि सही व्यक्ति यह काम कर रहा है... मैं उनकी हर चीज में मदद करूंगा।" निर्माताओं ने अभी तक फिल्म का आधिकारिक नाम और निर्देशक की घोषणा नहीं की है।
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भुवनेश्वर. धिनिधी देसिंघू ने सोमवार को यहां 78वीं सीनियर राष्ट्रीय एक्वाटिक चैंपियनशिप के दूसरे दिन 200 मीटर फ्रीस्टाइल में दो मिनट 2.97 सेकेंड के समय से नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया जबकि शोअन गांगुली ने 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले का प्रतियोगिता रिकॉर्ड अपने नाम किया। शोअन गांगुली ने दो मिनट 4.34 सेकेंड के समय से कलिंगा स्टेडियम के इंडोर एक्वाटिक सेंटर में नया प्रतियोगिता रिकॉर्ड बनाया। दिल्ली के कुशाग्र रावत ने 15 मिनट 32.95 सेकेंड के समय से 1500 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता और सिंगापुर में अगले महीने होने वाली विश्व चैंपियनशिप का ‘बी' क्वालीफिकेशन स्तर हासिल किया।
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चियांग माइ (थाईलैंड). कोरोना महामारी के कारण पिछले एएफसी महिला एशियाई कप में अभियान पटरी से उतरने के तीन साल बाद भारतीय टीम सोमवार से शुरू हो रहे क्वालीफायर्स में नये सिरे से शुरूआत करने उतरेगी जिसमें पहला मुकाबला मंगोलिया से होना है । एएफसी महिला एशियाई कप अगले साल आस्ट्रेलिया में खेला जायेगा ।
पिछले कुछ दशक में इस टूर्नामेंट में किस्मत ने भारत का साथ नहीं दिया है । भारतीय टीम ने आखिरी बार 2003 में एएफसी महिला एशियाई कप में जगह बनाई थी । इसके बाद जब 2022 में भारत की मेजबानी में टूर्नामेंट हुआ तो टीम में कोरोना संक्रमण फैल गया और पहले मैच से पूर्व ही भारत को नाम वापिस लेना पड़ा । भारत एशियाई महिला चैम्पियनशिप में तीन बार पोडियम पर रह चुका है । वह 1980 और 1983 में उपविजेता रहा और 1981 में तीसरे स्थान पर रहा है लेकिन पिछले चार दशक से अधिक समय में झोली खाली ही रही है । मंगोलिया के खिलाफ पहले मैच के बाद 71वीं रैंकिंग वाली भारतीय टीम तिमोन लेस्टे (158वीं रैंक) से 29 जून को, ईराक (173) से दो जुलाई और मेजबान थाईलैंड (46) से पांच जुलाई को खेलेगी । ग्रुप की विजेता टीम को मार्च 2026 में आस्ट्रेलिया में होने वाले मुख्य टूर्नामेंट में जगह मिलेगी । वह भी फीफा महिला विश्व कप 2027 का क्वालीफायर टूर्नामेंट होगा । थाईलैंड के अलावा भारत ने ग्रुप बी की बाकी टीमों के खिलाफ कभी नहीं खेला है ।
मुख्य कोच क्रिस्पिन छेत्री ने कहा , हमें मंगोलिया, तिमोर लेस्टे और ईराक के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है । उन्होंने हाल ही में ज्यादा खेला भी नहीं है । हमें थाईलैंड के बारे में पता है जिसने पिछली विंडो में नेपाल से दो मैच खेले थे ।'' भारत को उजबेकिस्तान ने 30 मई और तीन जून को हुए दो मैत्री मैचों में एक एक गोल से हराया ।
मई की शुरूआत से बेंगलुरू में अभ्यास कर रही भारतीय टीम पहले मैच से एक सप्ताह पूर्व यहां पहुंची है और चार पूर्ण अभ्यास सत्रों में भाग ले चुकी है । -
लीड्स. इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज बेन डकेट का मानना है कि जसप्रीत बुमराह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं और लाइट चालू होने पर जब वह दोनों तरफ से गेंद को स्विंग कराते हैं तो उनका सामना करना बेहद मुश्किल होता है । बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के पहले दिन 48 रन देकर तीन विकेट लिये जिसमें जो रूट का विकेट शामिल है । भारत के पहली पारी के 471 रनों के जवाब में इंग्लैंड ने दूसरे दिन तीन विकेट पर 209 रन बना लिये थे । तीसरे नंबर पर उतरे ओली पोप नाबाद 100 रन बनाकर किला संभाले हुए थे । डकेट ने दूसरे दिन के खेल के बाद कहा, "वह (बुमराह) दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं। उनका सामना करना बेहद मुश्किल है, वह किसी भी परिस्थिति में अच्छे हैं और लाइट चालू होने पर दोनों तरफ स्विंग करते हुए आते हैं तो उन्हें खेलना मुश्किल होता है।" उन्होंने कहा, ‘‘बिना किसी संकेत के तीन या चार अलग-अलग गेंदें फेंकने की उनकी क्षमता कमाल की है । आपको तब तक पता नहीं चलता कि वह बाउंसर, या धीमी गेंद, यॉर्कर, बाहर की ओर जाती स्विंगर या इनस्विंगर डाल रहे हैं, जब तक कि गेंद उनके हाथ से न निकल जाए। आपको उनके साथ गेंद को इतनी बारीकी से देखना पड़ता है कि उन्हें समझना बहुत मुश्किल हो जाता है।" पोप की शतकीय पारी के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ "वह (पोप) मैदान पर आते समय बहुत शांत था। मुझे नहीं पता कि उसके दिमाग में क्या था , लेकिन वह अपने खेलने के तरीके पर कायम रहा ।'' डकेट ने कहा,‘‘इससे बेहतर कोई अहसास नहीं है कि पहले ओवर में आने के बाद उस आक्रमण के खिलाफ़ शतक बनाना । आप इसे उसके जश्न मनाने के तरीके में देख सकते हैं, और यह सिर्फ़ उसके लिए ही नहीं, बल्कि ड्रेसिंग रूम में भी बहुत मायने रखता था। मेरे रोंगटे खड़े हो गए थे।" पिछले महीने जिम्बाब्वे के खिलाफ़ एकमात्र टेस्ट में 171 रन बनाने के बावजूद पोप की टीम में जगह को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन दबाव में और तेज़ गेंदबाज़ बुमराह के खिलाफ़ शतक ने कम से कम कुछ समय के लिए आलोचकों को शांत कर दिया। डकेट ने कहा ,‘‘ हम ड्रेसिंग रूम में चीजों को रखने में बहुत अच्छे हैं, लेकिन जाहिर है कि आप इसके बाहर से शोर सुन सकते हैं। ड्रेसिंग रूम के बाहर शोर है, लेकिन इसके अंदर कोई शोर नहीं है। हम इस बारे में चर्चा नहीं कर रहे हैं कि कौन खेलने जा रहा है।'' उन्होंने कहा, " यह बात बिल्कुल स्पष्ट लग रही थी कि अगर कोई खिलाड़ी कुछ सप्ताह पहले 171 रन बनाता है तो वह इस मैच में खेलेगा। पोप ने यह साबित करता है कि वह इंग्लैंड टीम में तीसरे नंबर पर क्यों उतरता है ।''
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कोलकाता. इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में शुभमन गिल के ‘फुटवर्क' से बेहद प्रभावित पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को उम्मीद है कि अगर लीड्स में टेस्ट श्रृंखला के पहले मैच के पहले दिन की तरह ही उनके पैरों की मूवमेंट शानदार रहा तो यह युवा भारतीय कप्तान विदेशी परिस्थितियों में भी ढेरों रन बनाएगा। कप्तान के तौर पर अपना पहला टेस्ट खेल रहे गिल ने नाबाद 127 रन की शानदार पारी खेली जिसमें कई बेहतरीन ड्राइव शामिल रहे। भारत ने पहले दिन का खेल तीन विकेट पर 359 रन पर समाप्त किया जिससे इंग्लैंड का गेंदबाजी आक्रमण कमजोर नजर आया। घरेलू गेंदबाजों ने ज्यादातर ‘मिडिल और ऑफ' स्टंप लाइन पर फुल लेंथ की गेंदबाजी की और गिल ने चुनौती का सामना शानदार तरीके से किया और कुछ बेहतरीन ड्राइव लगाए। गांगुली ने कहा, ‘‘मैं विदेशी सरजमीं पर उनके पैरों की मूवमेंट देखकर बहुत खुश हूं, विदेशी धरती पर इसमें काफी सुधार हुआ है। शुभमन के पैर का मूवमेंट शानदार था, उन्होंने कोई गलती नहीं की।'' इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इंग्लैंड को उस विकेट पर (पहले) गेंदबाजी नहीं करनी चाहिए थी और उन्होंने अच्छी गेंदबाजी भी नहीं की। उनके (गिल के) पैरों का मूवमेंट शानदार था, मुझे उम्मीद है कि यह उनके लिए स्थायी बात होगी क्योंकि अगर वह इंग्लैंड और विदेशी परिस्थितियों में इसी तरह बल्लेबाजी करते रहे तो वह बहुत रन बनाएंगे।'' इस श्रृंखला को भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है जिसमें गिल की अगुआई वाली टीम दिग्गज विराट कोहली, रोहित शर्मा और स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के बिना खेल रही है। इसे बदलाव का कठिन दौर माना जा रहा है लेकिन इसकी शुरुआत शानदार रही है। गांगुली ने कहा कि वह सहज बदलाव के बारे में कभी चिंतित नहीं थे क्योंकि भारत में मजबूत घरेलू ढांचे की बदौलत बहुत प्रतिभा है। गांगुली ने कहा, ‘‘मैं भारतीय क्रिकेट के बारे में कभी चिंतित नहीं था। कोई ना कोई भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाएगा। मैं यशस्वी (जायसवाल) से हैरान नहीं हूं क्योंकि मैं उन्हें शानदार बल्लेबाज मानता हूं। वह ऐसा खिलाड़ी है जिसे सभी प्रारूपों में खेलना चाहिए।'' जायसवाल अपने टेस्ट करियर की शुरुआत से ही शानदार फॉर्म में हैं। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 101 रन की पारी खेलकर अपनी शानदार फॉर्म जारी रखी और भारत को पहली पारी में बड़ा स्कोर बनाने का मंच प्रदान किया। जायसवाल ने साथी सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल (42) के साथ पहले विकेट के लिए 91 रन जोड़े।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष गांगुली ने कहा, ‘‘शुभमन गिल और स्वदेश से बाहर उनकी बल्लेबाजी, मैं आपको बता रहा हूं कि भारत में काफी प्रतिभा है, अभी चार-पांच खिलाड़ी इंतजार कर रहे हैं, जिन्हें मौका मिलने पर वे रन बनाएंगे।'' गांगुली को लगता है कि कोहली जैसे खिलाड़ी की जगह लेना मुश्किल होगा लेकिन गिल के स्तर को देखकर वह हैरान नहीं हैं। गिल ने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की जिस क्रम पर कोहली खेलते थे। गांगुली ने कहा, ‘‘विराट एक स्तरीय खिलाड़ी है, उनका विकल्प खोजने में समय लगेगा। लेकिन मैंने शुभमन के साथ जो देखा उससे मैं हैरान नहीं था। व्यवस्था, घरेलू क्रिकेट की गुणवत्ता, लीग, संघ द्वारा खिलाड़ी को विकसित करने में लगाए जाने वाला समय और पैसे की वजह से भारतीय क्रिकेट में बहुत अधिक गुणवत्ता है। -
नयी दिल्ली. भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्हें जैसे ही पता चला कि भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट श्रृंखला के लिये ट्रॉफी का नाम बदला जा रहा है, उन्होंने दिवंगत मंसूर अली खान पटौदी के परिवार से संपर्क किया और उन्हें आश्वस्त किया कि इस श्रृंखला से पूर्व कप्तान का जुड़ाव खत्म नहीं होगा । पटौदी ट्रॉफी का नाम बदलकर तेंदुलकर और इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के नाम पर एंडरसन - तेंदुलकर ट्रॉफी रखा गया है । यह फैसला इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड और बीसीसीआई ने मिलकर लिया है ।
तेंदुलकर ने कहा , मुझे पता है कि बीसीसीआई ने कुछ महीना पहले पटौदी ट्रॉफी को रिटायर किया है । लेकिन जब मुझे पता चला कि इसका नाम मेरे और एंडरसन के नाम पर रखा जा रहा है तो मैने सबसे पहले पटौदी परिवार को फोन किया ।'' उन्होंने कहा , टाइगर पटौदी ने कई पीढियों को प्रेरित करने में बड़ी भूमिका निभाई है जिसे भुलाया नहीं जा सकता । पटौदी परिवार श्रृंखला से जुड़ा रहेगा क्योंकि अब विजयी कप्तान को नया ‘पटौदी उत्कृष्टता पदक ' देने का फैसला किया गया है । यह तेंदुलकर और बीसीसीआई के पूर्व सचिव तथा आईसीसी के मौजूदा चेयरमैन जय शाह और ईसीबी के आला अधिकारियों के बीच कई दौर की बातचीत के बाद हुआ ।
तेंदुलकर ने कहा , मैने उनसे बात की । मैने सब कुछ बताया । मैने यह भी कहा कि पटौदी विरासत को जीवंत रखने के लिये हमें हरसंभव प्रयास करने होंगे । इसके बाद मैने शाह और ईसीबी अधिकारियों से बात करके कुछ सुझाव दिये । उन्होंने कहा , क्योंकि पटौदी ने कई पीढियों को प्रेरित करने में बड़ी भूमिका निभाई जिसे भुलाया नहीं जा सकता । मुझे खुशी है कि उनके सम्मान में एक पदक देने का फैसला किया गया है । मुझे खुशी है कि सारे फोन कॉल और बातचीत का सकारात्मक नतीजा निकला ।'' उन्होंने कहा , मैने पहली बार 1988 में इंग्लैंड का दौरा किया था । मेरी पहली फ्लाइट मुंबई से लंदन की थी । अब मेरे नाम से वहां ट्रॉफी होने से काफी खुशी हो रही है । - लंदन। भारत के नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने कभी राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व करने का सपना नहीं देखा था लेकिन उन्होंने स्वयं के लिए ऐसी टीम संस्कृति बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है जहां हर खिलाड़ी ‘सुरक्षित और खुश' रहे। बदलाव के दौर से गुजर रहा भारत 2007 के बाद से इंग्लैंड में अपनी पहली टेस्ट श्रृंखला जीतने के इरादे से उतरेगा। दोनों टीमों के बीच पांच मैच की टेस्ट श्रृंखला का पहला मैच 20 जून से लीड्स में खेला जाना है। गिल ने ‘स्काईस्पोर्ट्स' से कहा, ‘‘मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान बनना चाहता हूं इसलिए सभी ट्रॉफियों के बावजूद मैं ऐसी टीम संस्कृति बनाना चाहता हूं जहां हर कोई बहुत सुरक्षित और खुश रहे।'' लेकिन गिल जानते हैं कि यह काम कहना जितना आसान है, करना उतना आसान नहीं है ।''उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता है कि यह बहुत मुश्किल हो सकता है, विशेषकर सभी प्रतिस्पर्धा और जितने मैच हम खेलते हैं उसे देखते हुए, अलग-अलग टीम होती हैं। लेकिन अगर मैं ऐसा कर पाया तो मुझे लगता है कि यह मेरा लक्ष्य होगा।'' गिल ने कहा, ‘‘इसलिए एक सुरक्षित माहौल बनाए रखना और खिलाड़ी को उसकी क्षमताओं और योग्यताओं में सुरक्षित महसूस कराना मुझे लगता है कि सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है जो एक नेतृत्वकर्ता को करना चाहिए।'' गिल ने माना कि सात मई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले रोहित शर्मा ने उनके लिए एक स्पष्ट रास्ता तय किया है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लग सकता है कि वह आक्रामक नहीं है लेकिन रोहित अपनी रणनीति के मामले में बहुत आक्रामक हैं। वह ऐसे व्यक्ति हैं जो मैचों से पहले, श्रृंखला के दौरान और श्रृंखला के बाद भी अपने संवाद में बहुत स्पष्ट रहते हैं कि वह खिलाड़ियों से क्या चाहते हैं।'' गिल ने कहा कि वह अपने पूर्ववर्ती रोहित के रास्ते पर चलना चाहते हैं जिन्होंने हमेशा टीम को व्यक्तिगत खिलाड़ियों से आगे रखा। उन्होंने कहा, ‘‘रोहित भाई ने जिस तरह का माहौल बनाए रखा, भले ही रोहित भाई आपको अपशब्द कह रहे हों, आप इसे अपने दिल पर नहीं लगाएंगे। यह उनका व्यक्तित्व है। मुझे लगता है कि यह एक बहुत अच्छी विशेषता है।'' गिल ने कहा, ‘‘वह दृढ़ है लेकिन भले ही वह आप पर कठोर हो, आप जानते हैं कि यह उनके दिल से नहीं आ रहा है। यह टीम के नजरिए से आ रहा है।'' पच्चीस वर्षीय गिल ने कहा कि उन्होंने रोहित के साथ टीम के भविष्य के बारे में बातचीत की।उन्होंने कहा,‘‘यह एक ऐसी बातचीत है जो मैंने रोहित भाई के साथ कई बार की है कि आदर्श रूप से अगले पांच, सात या 10 या 15 वर्षों में हम भारतीय क्रिकेट टीम की संस्कृति को कहां देखना चाहेंगे?'' गिल ने यह भी कहा कि उन्होंने विराट कोहली के नेतृत्व से बहुत कुछ सीखा है।उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं विराट के नेतृत्व में खेला तो मुझे लगता है कि टेस्ट मैचों में क्षेत्ररक्षण या विचारों या उनकी सोच के साथ उनकी सक्रियता कुछ ऐसी थी जो मुझे पसंद थी और मैंने उसे अपनाया। अगर उन्हें लगता है कि यह योजना काम नहीं कर रही है तो वह तुरंत एक और योजना बना लेते हैं, गेंदबाज को बताते हैं कि वह उनसे क्या चाहते हैं।'' गिल ने नेतृत्व की भूमिका संभालने से पहले मुख्य कोच गौतम गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के साथ अपनी बातचीत का सार भी दिया। भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘वे बस यही चाहते हैं कि मैं एक नेतृत्वकर्ता के रूप में खुद को अभिव्यक्त कर सकूं। उन्होंने मुझे यही बताया है, कोई अपेक्षाएं नहीं हैं। वे मेरे से कुछ ऐसा करने की उम्मीद नहीं कर रहे जो मैं करने में सक्षम नहीं हूं।'' गिल ने कहा, ‘‘लेकिन एक नेतृत्वकर्ता और एक खिलाड़ी के रूप में आपको निश्चित रूप से खुद से कुछ अपेक्षाएं होती हैं। इसलिए मुझे स्वयं से वही अपेक्षाएं हैं।'' गिल को आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के दिनों से ही गंभीर की कोचिंग शैली का अनुभव है और उन्हें राष्ट्रीय माहौल में उनके साथ सामंजस्य बिठाने का भरोसा है। उन्होंने कहा, ‘‘गौतम भाई बहुत दृढ़ निश्चयी, बहुत प्रतिबद्ध हैं। और वह अपने संवाद में भी बहुत स्पष्ट हैं, वह खिलाड़ियों से क्या चाहते हैं और वह खिलाड़ियों में किस तरह की मानसिकता चाहते हैं।'' गिल ने कहा, ‘‘गौतम भाई इस बात पर अधिक ध्यान देते हैं कि उन्हें टीम या खिलाड़ियों से किस तरह के रवैये या मानसिकता की आवश्यकता है।'' गिल की संकट प्रबंधन क्षमता की परीक्षा तब होगी जब उन्हें प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के गेंदबाजी के बोझ पर निर्णय लेना होगा। मुख्य चयनकर्ता अगरकर ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि इस बात की बहुत कम संभावना है कि भारत को पूरी श्रृंखला में बुमराह की सेवाएं मिलेंगी। गिल ने कहा, ‘‘यह मैच दर मैच पर आधारित है और यह देखना है कि उन पर काम का कितना बोझ है। हम इसी पर ध्यान देने की कोशिश कर रहे हैं। आपको यह देखने की जरूरत है कि इस विशेष मैच में उन पर कितना बोझ रहा।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम पहले से तय मानसिकता नहीं रखना चाहते। क्योंकि ऐसे कई कारक हैं जो यह तय करने में आपके पक्ष में नहीं होंगे कि वह अगला मैच खेलेंगे या नहीं।''
- नयी दिल्ली. भारत की 16 सदस्यीय टीम 17 से 25 जून तक बीजिंग में होने वाले 2025 पैरा पावरलिफ्टिंग विश्व कप में भाग लेगी। इस टीम में जैनब खातून, सीमा रानी, झंडू कुमार, जॉबी मैथ्यू, मनीष कुमार और कस्तूरी जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। इन सभी ने हाल ही में संपन्न राष्ट्रीय चैंपियनशिप में प्रभावित किया था। भारतीय टीम में शामिल 16 खिलाड़ियों में से सात महिलाएं हैं।खिलाड़ियों के लिए रविवार को भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया था। जिसमें भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) की पूर्व अध्यक्ष दीपा मलिक, वर्तमान पीसीआई महासचिव जयवंत हमनवर और भारत पैरा पावरलिफ्टिंग के अध्यक्ष जेपी सिंह मौजूद थे। सिंह ने कहा, ‘‘भारत हर टूर्नामेंट के साथ वैश्विक पैरा पावरलिफ्टिंग बिरादरी में खुद को एक ताकत के रूप में स्थापित कर रहा है। हमारे खिलाड़ी शानदार फॉर्म में हैं और हम चीन में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं।
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पुणे. तीरंदाजी विश्व कप चरण चार और विश्व चैंपियनशिप के लिए चयन ट्रायल में उलटफेर देखने को मिला जब अनुभवी अभिषेक वर्मा और तीन बार के ओलंपियन अतनु दास टीम में जगह बनाने से चूक गए जबकि तीन किशोर सहित चार खिलाड़ियों ने पहली बार टीम में जगह बनाई। बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों में महाराष्ट्र की 15 वर्षीय गाथा खडके और शरवारी शेंडे शामिल थीं जिन्होंने चार सदस्यीय महिला रिकर्व टीम में जगह बनाई। ये दोनों अनुभवी दीपिका कुमारी और अंकिता भकत से पीछे रहीं। क्रमशः युवा और कैडेट विश्व चैंपियनशिप में भी भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली शरवारी और गाथा ने दुनिया की पूर्व नंबर एक दीपिका (तीसरे) और अंकिता (चौथे) को पछाड़कर क्वालीफिकेशन दौर में शीर्ष दो स्थान हासिल किए थे। हालांकि एलिमिनेशन दौर में दीपिका ने गाथा को पछाड़ दिया और 16.5 अंक के साथ ट्रायल में शीर्ष पर रहीं। अंकिता (13.75), गाथा (13) और शरवारी (11.75) ने टीम में अन्य तीन स्थान हासिल किए। ये चारों मैड्रिड में विश्व कप चरण चार (8-13 जुलाई) में हिस्सा लेंगी जबकि केवल शीर्ष तीन तीरंदाजी ही ग्वांगझू (5-12 सितंबर) में विश्व चैम्पियनशिप में प्रतिस्पर्धा करेंगे। अतनु सिर्फ 0.5 अंक से पुरुष रिकर्व में चयन से चूक गए।
सेना के 20 वर्षीय तीरंदाज राहुल सिंह ने 13.5 अंक के साथ पहली बार टीम में जगह बनाई। वह नीरज चौहान (15) और धीरज बोम्मादेवरा (17) के पीछे तीसरे स्थान पर रहे। अनुभीव 41 वर्षीय तरुणदीप राय ने भी 12.5 अंक के साथ अतनु को पछाड़ते हुए टीम में जगह बनाई।
कंपाउंड वर्ग में सबसे बड़ा झटका विश्व नंबर सात अभिषेक वर्मा, 2023 विश्व चैंपियन ओजस देवताले और चरण दो के स्वर्ण पदक विजेता मधुरा धामनगांवकर के बाहर होने से लगा। वर्मा सिर्फ 7.5 अंक के साथ निराशाजनक सातवें स्थान पर रहे।
दुनिया के 173वें नंबर के खिलाड़ी अमन सैनी ने तीन साल बाद शानदार वापसी की और 15.5 अंक के साथ पुरुषों के कंपाउंड ट्रायल में शीर्ष स्थान हासिल किया। प्रथमेश फुगे (13.75) दूसरे स्थान पर रहे जबकि ऋषभ यादव (13.5) और प्रियांश (13) ने भी चार सदस्यीय पुरुष कंपाउंड टीम में जगह बनाई। पूर्व विश्व चैंपियन देवताले 10.25 अंक के साथ पांचवें स्थान पर रहे।
महिलाओं के कंपाउंड वर्ग में 16 वर्षीय पृथिका प्रदीप नए चेहरे के रूप में उभरीं। उन्होंने अनुभवी ज्योति सुरेखा वेन्नम (18.25) और परनीत कौर (14) के साथ टीम में जगह बनाई। पृथिका ने तीसरे स्थान के लिए शूट ऑफ में चिकिथा तानीपर्थी को पछाड़ दिया। दोनों ने 12.25 अंक हासिल किए थे। पृथिका ने विश्व चैंपियनशिप के लिए जाने वाली टीम में जगह पक्की कर ली। टीम इस प्रकार हैं:
रिकर्व पुरुष: धीरज बोम्मदेवरा, नीरज चौहान, राहुल सिंह और तरुणदीप राय
रिकर्व महिलाएं: दीपिका कुमारी, अंकिता भकत, गाथा खडके और शरवारी शेंडे
कंपाउंड पुरुष: अमन सैनी, प्रथमेश फुगे, ऋषभ यादव और प्रियांश।
कंपाउंड महिलाएं: ज्योति सुरेखा वेन्नम, परनीत कौर, पृथिका प्रदीप और चिकिथा तानीपार्थी। -
मुंबई. मुंबई में 17 देशों के 400 से अधिक खिलाड़ियों के 40 लाख रुपये इनामी ऑरियनप्रो अंतरराष्ट्रीय ग्रैंडमास्टर शतरंज टूर्नामेंट और जूनियर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा करने की उम्मीद है जिसका आयोजन 16 से 24 जून तक एक साथ किया जाएगा। ग्रैंडमास्टर वर्ग में जॉर्जिया के ग्रैडमास्टर लेवन पंतसुलाइया को शीर्ष वरीयता दी गई है। आर्मेनिया के ग्रैंडमास्टर पेट्रोसियन मैनुअल दूसरे वरीय हैं जबकि जॉर्जिया के ही ग्रैंडमास्टर लुका पेइचाद्जे को तीसरी वरीयता मिली है। बारह वर्षीय फिडे मास्टर अंश नेरुरकर जूनियर वर्ग में भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगे। पुडुचेरी के मधेश कुमार और महाराष्ट्र के अविरत चौहान के भी कड़ी चुनौती पेश करने की उम्मीद है। हालांकि स्टार आकर्षण श्रीलंका की 12 वर्षीय महिला अंतरराष्ट्रीय मास्टर ओशिनी गुणवर्धना हैं जिनकी उपस्थिति प्रतियोगिता में अंतरराष्ट्रीय चुनौती और उत्साह जोड़ती है।
- लंदन .दक्षिण अफ्रीका ने शनिवार को लॉर्ड्स में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीतकर आईसीसी ट्रॉफी के अपने लंबे इंतजार को खत्म किया जिस पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समुदाय से अत्यधिक खुशी, कुछ हद तक आश्चर्य जताते हुए इस टीम के लिए तारीफों की झड़ी लगा दी। महान सचिन तेंदुलकर, क्रिस गेल , एबी डिविलियर्स और डेल स्टेन जैसे खिलाड़ियों ने प्रोटियाज (दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम का उपनाम) टीम के जज्बे की सराहना की। टीम की जीत के बाद लॉर्ड्स स्टेडियम में मौजूद डिविलियर्स और पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ की तरफ जब कैमरा मुड़ा तो दोनों अपनी भावनाओं पर काबू करते दिखे। दक्षिण अफ्रीका के इन दोनों महान खिलाड़ियों को कभी ऐसे पल का अनुभव नहीं मिला था। डिविलियर्स ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘ शानदार जीत और बहुत बढ़िया खेल। मैच जीतने वाले शतक के लिए मारक्रम और पूरे मैच में इतनी शानदार नेतृत्व और प्रदर्शन के लिए तेम्बा बावुमा को सलाम।'' उन्होंने कहा, ‘‘खेल के इस खूबसूरत प्रारूप को देखना कितना अविश्वसनीय अनुभव था। इस पल को अपने दो बेटों के साथ रोमांचित और उत्साहित होकर अनुभव करने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता था। ऐसे ही बढ़ते रहो प्रोटियाज।'' महान बल्लेबाज तेंदुलकर ने आखिरी पारी में धैर्य और एकाग्रता की प्रशंसा करते हुए एडेन मारक्रम और बावुमा की साझेदारी को ‘ उम्मीद को इतिहास में बदलने वाला' करार दिया। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘‘ टेस्ट क्रिकेट का जादू जारी है। एक ऐसे फाइनल में जहां हर सत्र की अपनी कहानी थी, दक्षिण अफ्रीका की टीम ने मुश्किल परिस्थितियों में शानदार खेल दिखाया। चौथी पारी में दबाव में मारक्रम के धैर्य और बावुमा की जज्बे वाली बल्लेबाजी शानदार रही। एक शतक जिसे याद रखा जाएगा, एक साझेदारी जिसने उम्मीद को इतिहास में बदल दिया।''' उन्होंने लिखा, ‘‘ विश्व टेस्ट चैंपियन बनने पर दक्षिण अफ्रीका को बधाई।''मैच के तीसरे और चौथे दिन मारक्रम और बावुमा के बीच 147 रनों की साझेदारी ने ऑस्ट्रेलिया के आक्रमण को कुंद कर दिया, जिसमें दोनों बल्लेबाजों ने दबाव में भी धैर्य और एक्रागता का शानदार परिचय दिया। इस जीत के साथ, दक्षिण अफ्रीका न्यूजीलैंड (2021) और ऑस्ट्रेलिया (2023) के साथ डब्ल्यूटीसी गदा के विजेता बन गए। भारत पिछले दो सत्र में उपविजेता रहा था। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने एक ही शब्द में माहौल को बयां कर दिया। उन्होंने लिखा, ‘‘होम (डब्ल्यूटीसी चैंपियन का गद्दा घर आया)।'' हर्शल गिब्स ने टीम की सराहना करते हुए लिखा, ‘‘बहुत बढ़िया दक्षिण अफ्रीका की टीम के लिए टॉस से ही सब कुछ सही रहा.. जश्न का लुत्फ उठाइए।'' भारत के 1983 विश्व कप विजेता मदन लाल ने भी कहा की मारक्रम की पारी की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘यह उनके लिए करियर को परिभाषित करने वाला शतक है वे इससे वाकई बहुत खुश होंगे क्योंकि उन्होंने दक्षिण अफ्रीका को उनकी पहली विश्व ट्रॉफी जीतने में मदद की थी।'' क्रिस गेल ने दक्षिण अफ्रीका की धैर्य की तारीफ करते हुए लिखा, ‘‘ ‘मास्टरफुल' मारक्रम। तेम्बा बावुमा की अगुआई में दक्षिण अफ्रीका की शानदार जीत। यह टेस्ट क्रिकेट के लिए बेहतरीन प्रचार है। आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियन दक्षिण अफ्रीका को बधाई।'' मैच के बाद पूर्व कप्तान स्मिथ के साथ एक भावुक साक्षात्कार में बाएं हाथ के स्पिनर केशव महाराज अपने आंसू नहीं रोक पाए। उन्होंने कहा, ‘‘यह विशेष है, यहां और घर पर सभी के लिए कप उठाना सम्मान की बात है। आंसू भी यह वर्णन नहीं कर सकते कि हम अभी क्या महसूस कर रहे हैं। यह देश के बारे में है, पिछले पांच दिनों में सभी के बीच एकजुटता रही है। हम यहां सभी के लिए बहुत आभारी हैं।'' महाराज ने कहा, ‘‘यहां और घर पर सभी के लिए यह हमारे लिए बहुत खास है। हम एक टीम के रूप में एक राष्ट्र के रूप में बहुत आभारी हैं।''
- लंदन/ दक्षिण अफ्रीका ने शनिवार को फाइनल के चौथे दिन जीत के लिए जरूरी 69 रन बनाकर गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीत ली। दक्षिण अफ्रीका ने 27 वर्षों में अपना पहला बड़ा क्रिकेट खिताब जीता जिसके बाद लॉर्ड्स मैदान पर टीम के खिलाड़ी और प्रशंसकों ने जम कर जश्न मनाया। दक्षिण अफ्रीका ने अपना पिछला आईसीसी खिताब 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में जीता था।दक्षिण अफ्रीका ने दिन की शुरुआत दो विकेट पर 213 रन से की थी। टीम ने पांच विकेट पर 282 रन बनाकर लक्ष्य हासिल किया। यह लॉर्ड्स के 141 साल के इतिहास में लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करते हुए दूसरी सबसे बड़ी जीत है। ऑस्ट्रेलिया ने मैच के चौथे दिन भी पूरा जोर लगाना जारी रखा और कप्तान पैट कमिंस की अगुवाई में उसके गेंदबाजों ने शुरुआती घंटे में दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा ली। दिन के तीसरे ओवर में जब कमिंस की गेंद पर कप्तान तेम्बा बावुमा (66) विकेट के पीछे एलेक्स कैरी के द्वारा लपके गये तब लगा कि टीम पिछली कई बार की तरह एक बार फिर जीत के करीब पहुंच कर फिसल ना जाये। दिन की शुरुआत 102 रन से करने वाले शतकवीर एडेन मारक्रम (136) की अगुवाई में टीम ने हालांकि धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी करते हुए किसी अनहोनी को टालते हुए ‘चोकर्स' के तमगे को पीछे छोड दिया। दक्षिण अफ्रीका की संयमित बल्लेबाजी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसने दो घंटे से अधिक के सत्र में सिर्फ तीन चौके लगाये और सुबह माकूल परिस्थितियों में ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी गेंदबाजों को सिर्फ तीन विकेट झटकने के मौके दिये। ऑस्ट्रेलिया ने विकेट चटकाने के लिए पूरा प्रयास किया। टीम की बेताबी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसने शुरुआती 90 मिनट के खेल में अपने तीनों डीआरएस गंवा दिये। जोश हेजलवुड की गेंद पर ‘प्लेयर ऑफ द मैच' मारक्रम जब आउट हुए तब तक मैच ऑस्ट्रेलिया के हाथों से निकल चुका था। उन्होंने छह घंटे और 23 मिनट की मैराथन पारी में 207 गेंद का सामना कर 14 चौके जड़े। काइल वेरेने (नाबाद चार) ने मारक्रम के पवेलियन लौटने के लगभग 15 मिनट के बाद विजयी रन जड़ कर दक्षिण अफ्रीका के खेमे को जश्न में डूबने का मौका दे दिया। मारक्रम और कप्तान बावुमा ने इससे पहले शुक्रवार को मैच के तीसरे दिन 143 रनों की अटूट साझेदारी कर जीत की नींव रखी थी। यह जोड़ी हालांकि शनिवार को ज्यादा देर तक बरकरार नहीं रह सकी। बावुमा बीते दिन के स्कोर में एक रन जोड़कर दूसरी पारी में कमिंस का पहला शिकार बने। ट्रिस्टन स्टब्स ने अपनी ख्याति के उलट अति रक्षात्मक रवैया अपनाया और 43 गेंद में आठ रन बनाकर मिशेल स्टार्क (66 रन पर तीन विकेट) की गेंद पर बोल्ड हुए। इस समय टीम को 41 रनों की जरूरत थी। मारक्रम ने हालांकि एक छोर संभाले रखा और दूसरे छोर से डेविड बेडिंघम (नाबाद 21) ने स्कोरबोर्ड को चलायमान रखा। टीम को जब जीत के लिए छह रनों की जरूरत थी तब हेजलवुड की गेंद पर मिडविकेट पर ट्रेविस हेड ने मारक्रम का कैच लपका। ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों ने उनके विकेट का जश्न नहीं मनाया। उन्होंने मारक्रम की पीठ थपथपाई और उन्हें मैच जीतने वाली पारी के लिए बधाई दी। लॉर्ड्स में मौजूद दर्शकों ने खड़े होकर तालियां बजाकर उनका सम्मान किया। दक्षिण अफ्रीका इससे पहले आईसीसी टूर्नामेंटों में कई अहम मौकों पर खिताब के करीब पहुंच कर चूक गया है। टीम को बर्मिंघम 1999, ढाका 2011, ऑकलैंड 2015, कोलकाता 2023 और ब्रिजटाउन 2024 में मिली हार लंबे समय तक निराश करती रही लेकिन लंदन 2025 दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट में सबसे यादगार दिनों में से एक के रूप में जाना जाएगा। टीम ने जीत की प्रबल दावेदार और आईसीसी के अहम मैचों में अपने प्रदर्शन के स्तर को ऊंचा करने वाली ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम को शिकस्त दी।
- मुंबई. बाएं हाथ की स्पिनर राधा यादव को 28 जून से शुरू होने वाले पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय और तीन एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला के लिए चोटिल शुचि उपाध्याय की जगह भारतीय महिला टीम में शामिल किया गया। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक बयान में बताया कि 20 वर्षीय वामहस्त स्पिनर शुचि को बायीं पिंडली में चोट लगी है। शुचि ने पिछले महीने श्रीलंका में त्रिकोणीय श्रृंखला के दौरान वनडे में पदार्पण किया था। बीसीसीआई ने कहा, ‘‘महिला चयन समिति ने इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम शुचि उपाध्याय की जगह राधा यादव को शामिल किया है।'' उन्होंने बताया, ‘‘ शुचि को बायीं पिंडली में चोट लगने के कारण दौरे से बाहर होना पड़ा। इस चोट का पता बेंगलुरु में बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) में दौरा पूर्व शिविर के दौरान चला।'' महिला टीम का दौरा 28 जून को नॉटिंघम में टी-20 मैच से शुरू होगा, जबकि दूसरा मैच एक जुलाई को ब्रिस्टल में होगा। तीसरा टी-20 मैच चार जुलाई को ओवल में, चौथा मैच नौ जुलाई को मैनचेस्टर में और पांचवां मैच 12 जुलाई को बर्मिंघम में होगा। तीन वनडे मैच क्रमशः 16, 19 और 22 जुलाई को साउथम्प्टन, लॉर्ड्स और चेस्टर-ली-स्ट्रीट में खेले जाएंगे। भारत की टी20 टीम :हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उप कप्तान), शेफाली वर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स, ऋचा घोष (विकेटकीपर), यास्तिका भाटिया (विकेटकीपर), हरलीन देयोल, दीप्ति शर्मा, स्नेह राणा, श्री चरणी, राधा यादव, अमनजोत कौर, अरुंधति रेड्डी, क्रांति गौड़, सयाली सतघरे। भारत की वनडे टीम :हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उप कप्तान), प्रतिका रावल, हरलीन देयोल, जेमिमा रोड्रिग्स, ऋचा घोष (विकेटकीपर), यास्तिका भाटिया (विकेटकीपर), तेजल हसब्निस, दीप्ति शर्मा, स्नेह राणा, श्री चरणी, अमनजोत कौर, अरुंधति रेड्डी, क्रांति गौड़, सयाली सतघरे, राधा यादव।
- नयी दिल्ली/ भारतीय ग्रैंडमास्टर अभिजीत गुप्ता को बृहस्पतिवार को आर्मेनिया के मैनुअल पेट्रोसियन ने ड्रॉ पर रोका लेकिन इसके बावजूद उन्होंने दिल्ली इंटरनेशनल ओपन शतरंज टूर्नामेंट के आठवें दौर के बाद अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा। बेलारूस के ग्रैंडमास्टर मिहेल निकितेंको ने जॉर्जिया के ग्रैंडमास्टर लुका पेचाद्जे को हराया और वह अभिजीत के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर हैं। कैटेगरी ए में अब जब केवल दो दौर का खेल बचा है तब निकितेंको और अभिजीत सात-सात अंक के साथ प्रतियोगिता में सबसे आगे हैं। टूर्नामेंट के सर्वोच्च रेटिंग वाले खिलाड़ी ग्रैंडमास्टर एसएल नारायण ने भारत के अंतरराष्ट्रीय मास्टर नीलेश साहा के साथ बाजी बराबर की जिससे ये दोनों शीर्ष पर चल रहे खिलाड़ियों के करीब हैं। भारतीय अंतरराष्ट्रीय मास्टर अरोन्याक घोष और स्वीडन के ग्रैंडमास्टर विटाली सिवुक ने भी बाजी ड्रॉ खेली जबकि दीप्तयान घोष ने रूस के बोरिस सावचेंको को हराया जिससे इन दोनों के भी नारायण और नीलेश के समान साढ़े छह अंक हैं। ग्रैंडमास्टर आदित्य एस सामंत, मामिकोन घारिब्यान (आर्मेनिया) और अलेक्सेज एलेक्जेंड्रोव (बेलारूस) भी आठवें दौर में जीत दर्ज की।
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म्यूनिख. शीर्ष भारतीय निशानेबाज सिफत कौर सामरा ने बृहस्पतिवार को यहां आईएसएसएफ विश्व कप में महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन स्पर्धा में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच कांस्य पदक जीता। महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन स्पर्धा में मौजूदा विश्व रिकॉर्ड धारक 23 वर्षीय सिफत ने आठ निशानेबाजों के फाइनल में 453.1 अंक बनाए। नॉर्वे की जीनेट हेग ड्यूस्टेड ने 466.9 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि स्विट्जरलैंड की एमिली जैगी ने 464.8 अंक के साथ रजत पदक हासिल किया। एमिली 590 अंक के साथ क्वालीफिकेशन में नौवें स्थान पर रहीं थी लेकिन फाइनल में जगह बनाने में सफल रहीं क्योंकि शीर्ष आठ में शामिल दो निशानेबाज केवल रैंकिंग अंक (आरपीओ) के लिए निशानेबाजी कर रहीं थी। क्वालीफिकेशन में सिफत ने नीलिंग, प्रोन और स्टैंडिंग के तीन चरण में कुल 592 अंक हासिल करके दूसरा स्थान हासिल किया। इस साल की शुरुआत में ब्यूनस आयर्स में हुए विश्व कप में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था जिससे 2024 पेरिस ओलंपिक में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद इस सत्र की शानदार शुरुआत हुई। फ्रांस की अगाथे सेसिल कैमिली गिरार्ड ने भी क्वालीफिकेशन में 592 अंक हासिल किए लेकिन 10 अंक के अंदरूनी हिस्से (एक्स) में अधिक निशाने के कारण शीर्ष पर रहीं। स्विट्जरलैंड की ऑड्रे गोगनियाट क्वालीफिकेश में तीसरे स्थान पर रहीं। अन्य भारतीयों में आशी चौकसे क्वालीफिकेशन में 589 अंक के साथ 11वें स्थान पर रहीं जबकि अंजुम मौदगिल ने 586 अंक के साथ 27वां स्थान हासिल किया। श्रीयंका सदांगी 582 अंक के साथ 53वें स्थान पर रहीं और निश्चल 60वें स्थान पर रहीं।
- मुंबई,। श्रेयस अय्यर की मुंबई फाल्कन्स और सिद्धेश लाड की अगुवाई वाली मराठा रॉयल्स के खिलाड़ियों ने अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए यहां टी20 मुंबई के फाइनल मैच से पहले एक मिनट का मौन रखा और बांह पर काली पट्टी बांध कर मैदान पर उतरे। अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का एक यात्री विमान सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान में 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। लीग से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘ सोबो मुंबई फाल्कन्स और मुंबई साउथ सेंट्रल मराठा रॉयल्स के खिलाड़ियों ने एमसीए अधिकारियों के साथ मिलकर अहमदाबाद में हुई दुखद विमान दुर्घटना की घटना के पीड़ितों से एकजुटता दिखाने के लिए एक मिनट का मौन रखा।''बयान में कहा गया, ‘‘वानखेड़े स्टेडियम में टी20 मुंबई लीग 2025 फाइनल की शुरुआत से पहले बड़ी स्क्रीन पर एक शोक संदेश प्रदर्शित किया गया और सभी खिलाड़ियों ने बांह पर काली पट्टियां बांधी थी।'' पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव, रोहित शर्मा, दिलीप वेंगसरकर और डायना एडुल्जी भी वानखेड़े स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले के दौरान मौजूद थे। रोहित ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘‘अहमदाबाद से वाकई दुखद और परेशान करने वाली खबर मिली है। सभी मृतकों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना।''विराट कोहली ने पोस्ट किया, ‘‘आज अहमदाबाद में विमान दुर्घटना के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं। सभी प्रभावित लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।'' ब्रिटेन के बेकेनहम में मौजूद भारतीय खिलाड़ियों के साथ-साथ मुख्य कोच गौतम गंभीर ने सोशल मीडिया के जरिये पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की। गंभीर ने लिखा, ‘‘अहमदाबाद में हुए हादसे से बेहद दुखी हूं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं इस आपदा से प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं।'' टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने कहा, ‘‘अहमदाबाद में हुए दिल दहला देने वाले हादसे से स्तब्ध हूं। दुख की इस घड़ी में प्रभावित सभी लोगों के लिए प्रार्थना करता हूं। राहत और बचाव कार्य में लगे लोगों को और ताकत मिले। '' अनुभवी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने कहा, ‘‘अहमदाबाद में हुए दुखद विमान हादसे के बारे में सुनकर परेशान हूं। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं प्रभावित सभी लोगों और उनके परिजनों के साथ हैं।'' तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने लिखा, ‘‘अहमदाबाद में आज जो कुछ हुआ वह बहुत दुखद है। इससे मैं बहुत दुखी हूं। जीवन बहुत कीमती है। इस घटना से प्रभावित सभी परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। ईश्वर मृतकों की आत्मा को शांति प्रदान करे और इस कठिन समय में उनके परिवारों, मित्रों और प्रियजनों को शक्ति प्रदान करे।''
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म्यूनिख. भारत की दिग्गज निशानेबाज इलावेनिल वलारिवान को मंगलवार को यहां आईएसएसएफ विश्व कप में प्रतियोगिताओं के पहले दिन महिला 10 मीटर एयर राइफल फाइनल में एक समय शीर्ष पर रहने के बावजूद कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। पच्चीस साल की भारतीय निशानेबाज इलावेनिल ने 231.2 अंक के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। चीन की 18 साल की वैंग झिफेई ने 252.7 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि कोरिया की क्वोन युनजी ने 252.6 अंक के साथ रजत पदक अपने नाम किया। इलावेनिल ने फाइनल में 10.7 अंक के साथ शुरुआत की और फिर अपने अगले प्रयास में 10.8 अंक जुटाए।
दो बार की ओलंपियन इलावेनिल शुरुआती पांच शॉट के बाद कोरिया की ओलंपिक चैंपियन युनजी से 0.3 अंक पीछे थी। वह 10.8 अंक के साथ शीर्ष पर पहुंची। इलावेनिल 12 शॉट के बाद 127.2 अंक के साथ शीर्ष पर थीं। इस समय वैंग दूसरे स्थान पर थी। यहां 2018 में हुए विश्व कप में चौथे स्थान पर रहीं इलावेनिल ने 10.7 अंक के साथ अपनी बढ़त बरकरार रखी। भारतीय निशानेबाज हालांकि इसके बाद 9.8 अंक के साथ तीसरे स्थान पर खिसक गई और अंतत: उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। इससे पहले क्वालीफिकेशन की छह सीरीज के बाद इलावेनिल 635.9 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। वैंग ने 637.9 अंक के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। नॉर्वे की जेनेट हेग डुएस्टेड 635.7 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहीं। वैंग का स्कोर क्वालीफिकेशन का विश्व रिकॉर्ड है।
युनजी क्वालीफिकेशन में 635.6 अंक के साथ चौथे जबकि तुर्की की एलिफ बेर्फिन अल्तुन (634.6) पांचवें स्थान पर रहीं। चीन की विश्व और एशियाई चैंपियन हेन जिआयु ने 634.2 अंक के साथ छठे स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई। भारत की राष्ट्रीय चैंपियन अनन्या नायडू 632.4 अंक के साथ 15वें पायदान पर रहीं। केवल रैंकिंग अंक के लिए चुनौती पेश कर रहीं रमिता जिंदल ने 632.6 अंक के साथ 13वां स्थान हासिल किया। मेघना सजनार (केवल रैंकिंग अंक) और आर्या बोर्से ने क्रमश: 25वां और 60वां स्थान हासिल किया। - लंदन. पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के महान खिलाड़ी मैथ्यू हेडन और दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज हाशिम अमला के साथ वर्ष 2025 के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। आईसीसी अपने हॉल ऑफ फेम 2025 में सात क्रिकेटरों को शामिल करेगी जिसमें पांच पुरुष और दो महिला खिलाड़ी हैं। आईसीसी ने बयान में कहा, ‘‘दबाव में अपने शांत स्वभाव और बेजोड़ रणनीतिक कौशल के लिए मशहूर, साथ ही छोटे प्रारूपों में एक अग्रणी खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी की खेल के सबसे महान फिनिशर, नेतृत्वकर्ता और विकेटकीपर के रूप में विरासत को आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल करके सम्मानित किया गया है।'' बयान के अनुसार, ‘‘भारत के लिए 17,266 अंतरराष्ट्रीय रन, 829 शिकार और विभिन्न प्रारूपों में 538 मैच के साथ धोनी के आंकड़े ना केवल उत्कृष्टता बल्कि असाधारण स्थिरता, फिटनेस और लंबे करियर को दर्शाते हैं।'' भारत को 2007 में टी20 विश्व कप, 2011 में एकदिवसीय विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले धोनी ने आईसीसी द्वारा साझा किए गए बयान में कहा, ‘‘आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होना सम्मान की बात है जो दुनिया भर के विभिन्न पीढ़ियों के क्रिकेटरों के योगदान को मान्यता देता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे सर्वकालिक महान खिलाड़ियों के साथ आपका नाम याद किया जाना एक अद्भुत एहसास है। यह कुछ ऐसा है जिसे मैं हमेशा संजो कर रखूंगा।
- लंदन. वैश्विक टूर्नामेंटों में बादशाहत कायम करने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम बुधवार से शुरू हो रहे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उतरेगी तो उसके सामने मजबूत इरादे वाले दक्षिण अफ्रीका की चुनौती होगी जो खिताबी सूखे को खत्म करने के लिए बेकरार है। ऑस्ट्रेलिया इकलौती टीम है जिसने आईसीसी की चारों ट्रॉफी (वनडे विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी, टी20 विश्व कप और डब्ल्यूटीसी) जीती है। वैश्विक टूर्नामेंटों के फाइनल में उसे हराना और मुश्किल होता है। टीम आईसीसी टूर्नामेंटों में 13 बार फाइनल में पहुंची है और इसमें से 10 बार खिताब जीतने में सफल रही है। दक्षिण अफ्रीका की टीम अहम मैचों में जीत के करीब पहुंच कर फिसलने के लिए जानी जाती है। टीम ने अब तक आईसीसी का सिर्फ एक टूर्नामेंट जीता है। टीम ने 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। दक्षिण अफ्रीका की इस टीम में अनुभव और युवा खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है और टीम तटस्थ स्थल पर खेले जाने वाले इस मैच को जीत कर ‘चोकर्स' के तमगे से पीछा छुड़ाना चाहेगी। टीम ने डब्ल्यूटीसी के 2023-25 चक्र में सबसे ज्यादा 30 खिलाड़ियों का इस्तेमाल किया। इसमें से ज्यादातर खिलाड़ी सही समय पर रन बनाने वाले या विकेट लेने वाले निकले। टीम लगातार सात टेस्ट में जीत के साथ डब्ल्यूटीसी फाइनल खेलने के लिए तैयार है। उसने पिछले साल दिसंबर में ही इसका टिकट पक्का कर लिया था। ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती पारी का आगाज करने के लिए उस्मान ख्वाजा के साथी को तय करने की होगी। टीम के पास भारत के खिलाफ पिछले डब्ल्यूटीसी फाइनल खेलने वाले अंतिम एकादश से डेविड वार्नर को छोड़कर बाकी के 10 खिलाड़ी मौजूद है। मध्यम गति के गेंदबाज जोश हेजलवुड उस मैच को चोट के कारण नहीं खेल पाये थे। वह हालांकि उस टीम में शामिल रहे स्कॉट बोलैंड की जगह लेने के लिए तैयार है। हेजलवुड ने कंधे की चोट से उबरते हुए पिछले सप्ताह रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को आईपीएल चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभई। उन्होंने आईपीएल में 12 मैचों में 22 विकेट लेकर दमदार प्रदर्शन किया। सलामी बल्लेबाज के तौर पर वॉर्नर की जगह लेने वाले का फैसला अब भी नहीं हुआ है। 19 साल के सैम कोंस्टास ने भारत के खिलाफ आक्रामक तेवर से प्रभावित किया लेकिन लेकिन फरवरी में श्रीलंका में ट्रेविस हेड ने इस भूमिका को निभाया । माना जा रहा कि हेड एक बार भी इस भूमिका में दिखेंगे। टीम के लिए मध्यक्रम में मार्नस लाबुशेन की फॉर्म चिंता की विषय है लेकिन हरफनमौला कैमरून ग्रीन ने सर्जरी से वापसी करते हुए काउंटी क्रिकेट में ग्लूस्टरशर का प्रतिनिधित्व करते हुए तीन शतक जड़ कर शानदार वापसी की है। ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी में अनुभव की कोई कमी नहीं है। टीम में ऑस्ट्रेलिया के सर्वकालिक शीर्ष 10 विकेट लेने वालों में से चार गेंदबाज शामिल है। इसमें नाथन लियोन (553, तीसरे), मिशेल स्टार्क (382, चौथे), कप्तान पैट कमिंस (294, आठवें) और हेजलवुड (279, 10वें) का नाम हैं। स्मिथ 36 साल के हो जायेंगे और उन्होंने मार्च के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला है। यही हाल कोनस्टास, सलामी बल्लेबाज ख्वाजा, लियोन, बोलैंड और विकेटकीपर एलेक्स कैरी का भी है। स्मिथ ने हालांकि पिछले पांच टेस्ट मैचों में चार शतक जड़े है और उन्होंने 10,000 रनों का आंकड़ा भी पार कर लिया है। यह आंकड़ा दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम के रनों के लगभग बराबर है। लॉर्ड्स उनका औसत 58 के आसपास का है। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती कैगिसो रबाडा से निपटने की होगी। ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाजों के लिए भी रबाडा मुश्किलें खड़ा करेंगे। उन्होंने 10 टेस्ट मैचों में ख्वाजा को पांच बार चलता किया है। रबाडा के नाम 327 टेस्ट विकेट है। उन्हें मार्को यानसेन से बेहतर मदद की उम्मीद होगी। वामहस्त तेज गेंदबाज यानसेन ने डब्ल्यूटीसी चक्र में छह मैचों में 29 विकेट चटकाये हैं। टीम में लुंगी एनगिडी और डेन पैटरसन तेज गेंदबाजी के तीसरे विकल्प होंगे। एनगिडी आईपीएल खेल कर वहां पहुंच है तो वही पेटरसन ने हाल में काउंटी क्रिकेट खेला है। एडेम मारक्रम और रयान रिकेल्टन दक्षिण अफ्रीका के लिए पारी का आगाज करेंगे जबकि कप्तान बावुमा चौथे स्थान पर बल्लेबाजी करेंगे। मौजूदा डब्ल्यूटीसी चक्र में टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले डेविड बेडिंघम ने जिम्बाब्वे के खिलाफ अभ्यास मैच में साबित कर दिया कि वह अप्रैल में अंगुली के फ्रैक्चर से उबर चुके हैं। लॉर्ड्स के मैदान पर हालांकि दोनों टीमों का रिकॉर्ड शानदार रहा है। दक्षिण अफ्रीका ने सात मैचों में सिर्फ एक हार का सामना किया है जबकि ऑस्ट्रेलिया की टीम इस मैदान पर पिछले 10 साल में एक भी मैच नहीं गंवाया है।
- लंदन. कैमरून ग्रीन की पीठ की सर्जरी की पूर्व संध्या पर भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के एक ‘विशेष' संदेश ने ऑस्ट्रेलिया के इस हरफनमौला को सर्जरी करवाने के उनके फैसले को लेकर आश्वस्त कर दिया। ग्रीन को पिछले साल ‘स्ट्रेस फ्रैक्चर' हुआ था। यह चोट हालांकि नौ से बारह महीनों में स्वाभाविक रूप से ठीक हो सकती थी, लेकिन उन्होंने अक्टूबर में सर्जरी करवाने का फैसला किया। ग्रीन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जसप्रीत बुमराह ने सर्जरी करवाने से एक रात पहले मुझसे संपर्क किया था। वह उस समय भारतीय टीम के लिए एक टेस्ट मैच खेल रहे थे।'' ग्रीन ने कहा, ‘‘ ऐसी कुछ चीजें वाकई बहुत खास होती हैं और आपको इससे बहुत अच्छा महसूस होता है। उनके जैसे किसी व्यक्ति का साथ मिलना और फिर उन्हें ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन करते देख कर मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ गया है।'' ग्रीन 2023 आईपीएल सत्र में मुंबई इंडियंस का हिस्सा थे। उस समय बुमराह सर्जरी से उबरने के लिए टीम से बाहर थे। वह इस सर्जरी के कारण 2022 टी20 विश्व कप खेलने से भी चूक गये थे। उन्होंने हालांकि सर्जरी के बाद शानदार वापसी की और भारत को 2023 वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंचने के बाद पिछले साल टी20 विश्व कप चैंपियन बनाने में अहम योगदान दिया। बुमराह इसके बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पांच मैचों में 32 विकेट लेकर श्रृंखला के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बने। छब्बीस साल के ग्रीन को जेसन बेहरेनडॉर्फ इसी तरह की सर्जरी से गुजरने वाले अन्य गेंदबाजों से भी उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली। ग्रीन ने ‘क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू' के ‘अनप्लेएबल पॉडकास्ट' को बताया, ‘‘(ऑपरेशन का) मुख्य कारण हड्डी के कुछ अतिरिक्त भाग को अलग करना था। जाहिर है कि मेरे ‘एल4' में थोड़ी परेशानी थी और रीढ़ के उस हिस्से पर अतिरिक्त हड्डी विकसित हो गई थी।'' उन्होंने कहा, ‘‘मझे इस हड्डी के कारण झुकने में भी परेशानी हो रही थी। इस अतिरिक्त हड्डी का दूसरी हड्डियों पर दबाव पड़ा जिससे वहां भी समस्या हो गयी। यह पीठ की चोट के मामले में बेहद दुर्लभ है।'' ग्रीन के इस सप्ताह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू होने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल में विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खेलने की उम्मीद है। वह ग्लूस्टरशायर के लिए पांच काउंटी क्रिकेट मैचों में तीन शतकों के दम पर टेस्ट टीम में वापसी करने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पीठ की चोट का एक सकारात्मक पहलू यह है कि मुझे बल्लेबाज बनने के लिए केवल चार मौके मिले हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि मेरा खेल उस समय (टीम में बतौर बल्लेबाज शामिल होगा) और अच्छा रहता है। मैं हमेशा गेंदबाजी करता रहूंगा, लेकिन ऐसी स्थिति में आपको अपने खेल के सिर्फ एक पहलू पर पूरा ध्यान लगाना होता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ जब आप गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों कर रहे होते हैं, तो आपको खुद को फिट और खेलने के लिए तैयार रखने के लिए गेंदबाजी के लिहाज से बहुत कुछ करना पड़ता है। इससे बल्लेबाजी थोड़ी प्रभावित होती है। ऐसे में सिर्फ बल्लेबाजी करना निश्चित रूप से अच्छा है।''
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ताइपे सिटी. भारत ने रविवार को ताइवान ओपन अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दूसरे और अंतिम दिन दबदबा बनाते हुए महिलाओं के 800 मीटर फाइनल और लंबी कूद प्रतियोगिता में दोहरे पदक सहित छह स्वर्ण पदक जीते। तीन बार की राष्ट्रीय चैंपियन विथ्या रामराज, रोहित यादव, पूजा, अन्नू रानी और कृष्ण कुमार ने अपने-अपने मुकाबलों में स्वर्ण पदक जीते जिससे भारतीय दल ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया। संतोष टी, विशाल टीके, धर्मवीर चौधरी और मनु टीएस की पुरुष चार गुणा 400 मीटर रिले टीम ने भी तीन मिनट 5.58 सेकेंड के चैंपियनशिप रिकॉर्ड समय के साथ स्वर्ण पदक जीतते हुए भारत के अभियान का सकारात्मक अंत किया। यशास पलाक्ष ने पुरुषों की 400 मीटर बाधा दौड़ में 42.22 सेकेंड के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ रजत पदक जीता। इस परिणाम से 2025 एशियाई चैंपियनशिप से चूकने के बाद उनके आत्मविश्वास को बढ़ावा मिलेगा। विथ्या ने महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में 56.53 सेकेंड का समय लेकर स्वर्ण पदक जीता जो इस साल का उनका तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे इस एथलीट को आगामी विश्व चैंपियनशिप के लिए कुछ उपयोगी रैंकिंग अंक हासिल करने में मदद मिली। तमिलनाडु की इस एथलीट ने फेडरेशन कप फाइनल में 56.04 सेकेंड और एशियाई चैंपियनशिप फाइनल में 56.46 सेकेंड का समय लिया था। रोहित पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता में 75 मीटर का आंकड़ा पार नहीं कर सके लेकिन 74.42 मीटर का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रयास उन्हें इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक दिलाने के लिए पर्याप्त था। ताइपे के हुआंग शिह फेंग ने 74.04 मीटर के प्रयास से रजत जबकि उनके हमवतन चेंग चाओ टीसुन ने 73.95 मीटर के प्रयास से कांस्य पदक जीता। पूजा ने महिलाओं के 800 मीटर फाइनल में दो मिनट 2.79 सेकेंड के चैंपियनशिप रिकॉर्ड समय के साथ जीत हासिल की और हमवतन ट्विंकल चौधरी को पीछे छोड़ दिया जिन्होंने दो मिनट 6.96 सेकेंड के समय से रजत पदक जीता। कृष्ण कुमार ने पुरुषों के 800 मीटर फाइनल में एक मिनट 48.46 सेकेंड के समय के साथ शीर्ष स्थान हासिल की। उनका यह प्रदर्शन नया चैंपियनशिप रिकॉर्ड भी है। महिलाओं की भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में अन्नू रानी ने 56.82 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता। भारतीय खिलाड़ी अपने इस सत्र के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में सुधार नहीं कर सकीं लेकिन श्रीलंका की रजत विजेता हैटराबेज लेकामलागे (56.82 मीटर) और ताइपे की पिन-ह्सुन चू (53.03 मीटर) को पछाड़ने में सफल रहीं। महिलाओं की लंबी कूद स्पर्धा में भारत की शैली सिंह (6.41 मीटर) और ऐंसी सोजन (6.39 मीटर) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीते। ऑस्ट्रेलिया की डेल्टा अमिडजोवस्की (6.49 मीटर) ने स्वर्ण पदक जीता।
- लंदन। भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से लीड्स में शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला से पहले लॉर्ड्स में अभ्यास करके दौरे की शुरुआत की। जसप्रीत बुमराह, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह की तेज गेंदबाजी चौकड़ी के अलावा नवनियुक्त कप्तान शुभमन गिल, ऋषभ पंत और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने मुख्य कोच गौतम गंभीर के मार्गदर्शन में अभ्यास किया। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों के संन्यास लेने के बाद गिल को भारत का 37वां टेस्ट कप्तान बनाया गया। वह एक अपेक्षाकृत युवा टीम की अगुआई कर रहे हैं जिसका लक्ष्य 2007 के बाद से इंग्लैंड में अपनी पहली टेस्ट श्रृंखला जीतना है। श्रृंखला हेडिंग्ले में शुरू होगी जिसके बाद एजबेस्टन, लॉर्ड्स, ओल्ड ट्रैफर्ड और ओवल में टेस्ट मैच खेले जाएंगे। भारतीय टेस्ट टीम में शामिल कुछ खिलाड़ी अभी भारत ए की तरफ से नॉर्थम्पटन में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दूसरे अनधिकृत टेस्ट मैच में खेल रहे हैं।
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एम्सटलवीन। भारतीय पुरुष हॉकी टीम को अगर नीदरलैंड के खिलाफ वापसी करनी है और एफआईएच प्रो लीग में शीर्ष स्थान की दौड़ में बने रहना है तो उसे सोमवार को यहां होने वाले महत्वपूर्ण मैच में आखिरी क्षणों में गोल खाने से बचना होगा। भारत शनिवार को नीदरलैंड के खिलाफ 1-2 से हार के बाद प्रो लीग तालिका में चौथे स्थान पर खिसक गया है।
नीदरलैंड नौ मैचों में 17 अंक लेकर शीर्ष पर है। उसके बाद इंग्लैंड (आठ मैचों में 16 अंक), बेल्जियम (आठ मैचों में 16 अंक) और भारत (नौ मैचों में 15 अंक) का नंबर आता है। प्रो लीग का यूरोपीय चरण भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शीर्ष स्थान पर रहने से भारत अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड की संयुक्त मेजबानी में होने वाले विश्व कप के लिए सीधे क्वालीफाई कर जाएगा। भारतीय टीम अगर इसमें नाकाम रहती है तो उसे पांच से 14 सितंबर तक बिहार के राजगीर में होने वाले एशिया कप के जरिए विश्व कप में जगह बनाने का एक और मौका मिलेगा। नीदरलैंड के खिलाफ पहले मैच में भारतीय टीम ने पहले हाफ के शुरू में अच्छा प्रदर्शन किया और कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर टीम को बढ़त दिला दी। नीदरलैंड ने हालांकि शानदार वापसी की तथा थिज वान डैम के दो गोल की मदद से जीत हासिल की। डैम के गोल में 58वें मिनट में किया गया विजयी गोल भी शामिल था। प्रतियोगिता में अभी सात मैच और खेले जाने बाकी हैं और भारत फिलहाल 15 अंकों के साथ अंक तालिका में चौथे स्थान पर है। भारत के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने मैच के बाद कहा, ‘‘हमने पहले हाफ में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन तीसरा क्वार्टर उतना अच्छा नहीं रहा। चौथे क्वार्टर में हमने फिर से अच्छा प्रदर्शन किया और गेंद पर कब्ज़ा करने में सफल रहे, लेकिन हम गोल पर कोई शॉट नहीं लगा पा रहे थे। '' उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह से हारना दुर्भाग्यपूर्ण था, क्योंकि मुझे लगा था कि हम ड्रॉ के लिए प्रयास कर सकते हैं। हम विशेष कर नीदरलैंड जैसी टीम के खिलाफ जितना हो सके उतना अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं।'' अगले वर्ष होने वाले विश्व कप में स्थान पक्का करने के लिए भारत का लक्ष्य शेष मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना तथा अपने मजबूत प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ अधिकतम अंक हासिल करना होगा। भारत ने इस साल की शुरुआत में प्रो लीग का घरेलू चरण भुवनेश्वर में खेला था, जहां उसने आठ मैचों में पांच जीत के साथ 15 अंक हासिल किए थे। -
कार्स ने खुलासा किया, चोट की समस्या के कारण उन्होंने पैर का अंगूठा कटवाने पर विचार किया था
लंदन. इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ब्राइडन कार्स ने अपनी हाल की चोट के बारे में खुलासा करते हुए कहा कि उन्होंने लगातार दर्दनाक समस्या से उबरने के लिए पैर का अंगूठा कटवाने पर विचार किया था। इस समस्या के कारण वह महीनों तक खेल से दूर रहे। केवल पांच टेस्ट मैच में 27 विकेट लेने के बाद इंग्लैंड के सबसे उभरते हुए तेज गेंदबाजों में से एक कार्स को 20 जून से लीड्स में भारत के खिलाफ शुरू होने वाले पहले टेस्ट के लिए टीम में शामिल किया गया है। इस 29 वर्षीय तेज गेंदबाज के बाएं पैर के अंगूठे पर गेंदबाजी करते हुए गहरा संक्रमित कट लग गया था।इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के भारत दौरे के दौरान यह समस्या सामने आई थी जिसके कारण उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर होना पड़ा और तीन महीने तक मैदान से दूर रहना पड़ा। ‘बीबीसी' ने कार्स के हवाले से कहा, ‘‘एक समय मैं यह सोचकर बिस्तर पर जा रहा था कि मुझे लगता है कि मैं वास्तव में ऐसा कर सकता हूं - मुझे लगता है कि मैं अपने पैर के अंगूठे से छुटकारा पा सकता हूं लेकिन फिर मेडिकल कर्मियों ने कहा कि आपको संतुलन के लिए इसकी जरूरत है इसलिए इस विचार को तुरंत खारिज कर दिया गया।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं अब ड्रेसिंग रूम में अपने पैर के अंगूठे का जिक्र नहीं करने की कोशिश करता हूं क्योंकि लोग इससे ऊब चुके हैं। ड्रेसिंग रूम में यह एक तरह का मजाक बन गया है, मेरा अंगूठा।'' - अहमदाबाद,। पंजाब किंग्स के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग ने कहा कि भावुक विराट कोहली को नम आंखों के साथ घुटनों के बल बैठना दिखाता है कि पिछले 18 वर्षों से वह आईपीएल खिताब के लिए कितना बेकरार थे और यह टूर्नामेंट जीतना खिलाड़ियों के लिए कितना मायने रखता है। कोहली मंगलवार को आईपीएल फाइनल के आखिरी पलों अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सके। उनकी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने पंजाब किंग्स को छह रन से हराकर 2008 में शुरू हुई इस लीग का खिताब पहली बार जीता। पोंटिंग ने फाइनल के बाद कहा, ‘‘आप आखिरी ओवर में उनकी आंखों में देख सकते हैं, उनकी आंखों से आंसू आ रहे थे। खिलाड़ियों के लिए इसका यही मतलब है, सभी के लिए इसका यही मतलब है।'' ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘ ‘‘चेन्नई (सुपर किंग्स) ने कई बार खिताब जीता है, मुंबई (इंडियंस) ने भी कई बार, लेकिन इस टूर्नामेंट को जीतना आसान नहीं है। यह उतना ही कठिन है जितना आप सोच सकते हैं। इस लीग का चैंपियन बनना काफी मुश्किल है।'' कोहली ने चैंपियन बनने के बाद युवा क्रिकेटरों से टेस्ट क्रिकेट का सम्मान करने की सलाह देते हुए कहा था कि खेल का पारंपरिक प्रारूप सर्वोपरि है। पोंटिंग ने अपना खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि वह समझ सकते हैं कि कोहली का क्या मतलब था। कोहली ने प्रसारकों से कहा, ‘‘ मेरे कैरियर के सर्वश्रेष्ठ पलों में से यह एक है । लेकिन फिर भी यह टेस्ट क्रिकेट से पांच पायदान नीचे है । मेरी नजर में टेस्ट क्रिकेट की इतनी इज्जत है ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ मैं युवाओं से इतना ही आग्रह करूंगा कि टेस्ट क्रिकेट का सम्मान करें । अगर आप टेस्ट क्रिकेट में अच्छा खेलोगो तो दुनिया में कहीं भी जाओगे तो लोग तुम्हारा सम्मान करेंगे ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ अगर दुनिया में क्रिकेट में सम्मान पाना है तो टेस्ट क्रिकेट खेलो और अपना सब कुछ उसे दे दो । '' खेल के महानतम खिलाड़ियों में से एक पोंटिंग ने क्रिकेट के पारंपरिक प्रारूप को लेकर कोहली की बतों से सहमति जताई। उन्होंने कहा, ‘‘हां, मैं इसे समझता हूं। मैं शायद खेल के सबसे बड़े शुभचिंतकों में से एक हूं। चाहे मैं कोचिंग कर रहा हूं या कमेंट्री कर रहा हूं, मेरा पहला प्यार टेस्ट क्रिकेट है। वह हमेशा रहेगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मैं काफी भाग्यशाली था कि कुछ विश्व कप और खेल के सर्वोच्च स्तर पर खेल सका। मैं अब और नहीं खेल सकता लेकिन अगर खेलने में सक्षम हुआ तो मेरी पसंद टेस्ट ही होगी।'' पोंटिंग ने कहा, ‘ मैं पूरी तरह से समझता हूं कि उनका क्या मतलब है। आप जानते हैं, उनका टेस्ट मैच करियर शानदार था और सीमित ओवरों में उनका करियर और भी बेहतर रहा है। यह अब भी जारी है।''पोंटिंग ने कहा कि श्रेयस अय्यर की नेतृत्व क्षमता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह इकलौते कप्तान हैं जिन्होंने तीन अलग-अलग टीमों को आईपीएल फाइनल तक पहुंचाया है। इस सत्र में एक व्यक्ति, खिलाड़ी और कप्तान के तौर पर अय्यर का कद काफी बढ़ा है। अय्यर ने इस सत्र में 17 मैचों में छह अर्धशतकों की मदद से 604 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 50.33 और स्ट्राइक रेट 175 का रहा। पोंटिंग ने कहा, ‘‘श्रेयस इस सत्र का बहुत अहम हिस्सा रहा है, इसमें कोई शक नहीं। व्यक्ति, खिलाड़ी और एक कप्तान के रूप में उसका बढ़ा है।” पोंटिंग ने अय्यर की प्रतिबद्धता की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास था कि दायें हाथ के इस बल्लेबाज को इंग्लैंड दौरे के लिए टेस्ट टीम में चुना जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सोचा था कि उसे उस टेस्ट टीम में चुना जाएगा, लेकिन चयनकर्ताओं ने दूसरा विकल्प चुना।'' उन्होंने कहा, ‘‘ आप कुछ लोगों की आंखों में प्रतिबद्धता महसूस कर सकते हैं। अय्यर की शुरुआत से ही बेहद दृढ़ नजर आ रहा था। टेस्ट टीम के चयन से पहले भी उसने काफी प्रभावित किया था।” उन्होंने कहा, ‘‘वह मेरी तरह ही एक नयी टीम, नयी फ्रेंचाइजी के साथ आकर तुरंत असर डालने के लिए तैयार था और उसने ऐसा कर दिखाया।'' कई विश्व कप विजेता कप्तान ने कहा, ‘‘ वह अब इकलौता कप्तान है जिसने तीन अलग-अलग फ्रेंचाइजी टीमों को आईपीएल फाइनल तक पहुंचाया है। यह अपने-आप में उसके नेतृत्व की कहानी बयां करता है।''
















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