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मुंबई. भारतीय सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला के आखिरी मुकाबले में रविवार को यहां 37 गेंद में अपना शतक पूरा किया। यह खेल के सबसे छोटे अंतरराष्ट्रीय प्रारूप में भारत के लिए दूसरा सबसे तेज शतक है। अभिषेक ने 11वें ओवर में ब्रायडन कार्स के खिलाफ एक रन चुराकर अपने टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर का दूसरा शतक पूरा किया। उन्होंने शतक तक पहुंचने के दौरान अपनी पारी में पांच चौके और 10 छक्के जड़े।
भारत के लिए इस प्रारूप में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड रोहित शर्मा के नाम है जिन्होंने श्रीलंका के खिलाफ इंदौर में 2017 में 35 गेंद में शतक पूरा किया था। उन्होंने इस मैच में 43 गेंद में 118 रन की पारी खेली थी। भारत ने इस मैच को 88 रन से जीता था। टी20 अंतरराष्ट्रीय में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड एस्टोनिया के सहिल चौहान के नाम है जिन्होंने सइप्रस के खिलाफ पिछले साल सिर्फ 27 गेंद में सैंकड़ा पूरा किया था। टेस्ट खेलने वालों टीमों के बीच मुकाबले में सबसे तेज टी20 शतक का रिकॉर्ड संयुक्त रूप से रोहित और दक्षिण अफ्रीका के डेविड मिलर के नाम है। मिलर ने भी बांग्लादेश के खिलाफ 2017 में 35 गेंद में शतक पूरा किया था। -
नई दिल्ली। अंडर-19 महिला टी-20 विश्व कप में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर अपना खिताब बरकरार रखा।
तृषा गोंगाडी ने शानदार खेल दिखाते हुए भारत को अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप का खिताब फिर से जीतने में अहम भूमिका निभाई। भारत ने रविवार को बायुमास ओवल में खेले गए फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट से हरा दिया।भारत की स्पिन गेंदबाजों ने किया बेहतरीन प्रदर्शनभारत की स्पिन गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और कुल नौ विकेट चटकाए, जिनमें से तीन तृषा को मिले। अच्छी फील्डिंग की बदौलत भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को सिर्फ 82 रन पर समेट दिया। धीमी पिच पर यह स्कोर बड़ा नहीं था।तृषा ने 33 गेंदों पर नाबाद 44 रन बनाएलक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के लिए तृषा ने 33 गेंदों पर नाबाद 44 रन बनाए, जबकि सानिका चालके ने 22 गेंदों पर 26 रन बनाकर नाबाद रहीं। भारत ने 11.2 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया और लगातार दूसरी बार यह खिताब जीत लिया। इससे पहले भारत ने 2023 में दक्षिण अफ्रीका में यह ट्रॉफी जीती थी।अंडर-19 महिला क्रिकेट में भारत का दबदबा बरकरारइस जीत से एक बार फिर साबित हुआ कि अंडर-19 महिला क्रिकेट में भारत का दबदबा बना हुआ है। खास बात यह रही कि भारत ने टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं गंवाया और खिताब जीतने वाली पहली टीम बन गई जिसने सभी मुकाबले जीते।तृषा ने विकेटकीपर के पास से चौका लगाकर खेल की शुरुआत की83 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए तृषा ने विकेटकीपर के पास से चौका लगाकर शुरुआत की। फिर उन्होंने फे काउलिंग की गेंदों को कवर क्षेत्र में दो बार सीमा रेखा के पार पहुंचाया। इसके बाद जी. कमलिनी ने कायला रेनेके की गेंद पर मिड-ऑन के ऊपर से चौका लगाया। तृषा ने सेशनी नायडू की लेग-स्पिन गेंदों पर शानदार शॉट खेले और चार ओवर में भारत का स्कोर 36 रन बिना किसी नुकसान के था।सानिका ने कवर और मिड-ऑफ के बीच शानदार चौका लगायापांचवें ओवर में कमलिनी आठ रन बनाकर आउट हो गईं जब उन्होंने कायला की गेंद को बाउंड्री के पार भेजने की कोशिश की, लेकिन लॉन्ग-ऑन पर कैच दे बैठीं। इसके बाद सानिका ने कवर और मिड-ऑफ के बीच शानदार चौका लगाया, जबकि तृषा ने डीप मिडविकेट और लॉन्ग-ऑन के बीच खूबसूरत शॉट खेलकर चार और रन लिए।सानिका ने मोनालिसा की गेंद पर चौका मारकर भारत को जीत दिलाईसानिका ने एश्ली वान विक के ऊपर से चौका लगाकर टीम को जीत के करीब पहुंचाया। फिर दोनों बल्लेबाजों ने स्ट्राइक को अच्छी तरह से रोटेट किया। सानिका ने जेम्मा बोथा की गेंद को बाउंड्री पार भेजा, फिर तृषा ने जेम्मा की गेंद को विकेटकीपर के पास से चौका लगाया। आखिर में सानिका ने मोनालिसा की गेंद को स्क्वायर लेग की ओर चौका मारकर भारत को जीत दिलाई।संक्षिप्त स्कोर: दक्षिण अफ्रीका 82 रन पर ऑल आउट (मीके वैन वूर्स्ट 23, फे काउलिंग 15; तृषा गोंगाडी 3-15, परुनिका सिसौदिया 2-6) , भारत ने 11.2 ओवर में 1 विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाकर मैच जीत लिया। (तृषा गोंगाडी 44 नाबाद, सानिका चालके 26 नाबाद) कायला रेनेके 1-14)। - नयी दिल्ली। दिल्ली और रेलवे के बीच यहां अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान शनिवार को तब सुरक्षा में बड़ी चूक देखने को मिली जब तीन अति उत्साही प्रशंसक विराट कोहली से मिलने के लिए मैदान में उतर गए। प्रशंसकों के लिए अपने क्रिकेट नायकों से मिलने के लिए सुरक्षा घेरा तोड़ना आम बात है लेकिन ऐसा अक्सर अंतरराष्ट्रीय मैचों में देखने को मिलता है लेकिन कोहली की रणजी ट्रॉफी में 13 साल बाद वापसी करने के कारण दर्शक यहां स्टेडियम में पहुंच रहे हैं जबकि अमूमन रणजी ट्रॉफी मैच खाली स्टेडियम में खेले जाते रहे हैं। इस मैच में कोहली की उपस्थिति के कारण कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है लेकिन इसके बावजूद तीन प्रशंसक 20 से अधिक गार्डों के समूह को चकमा देकर मैदान पर आने में कामयाब रहे। इन तीनों प्रशंसकों को हालांकि तुरंत ही पकड़ लिया गया और वह कोहली के करीब नहीं जा पाए। दिल्ली के ऑफ स्पिनर शिवम शर्मा ने इस घटना पर कहा, ‘‘लोगों की विराट भैया के प्रति दीवानगी के कारण ऐसा हुआ। ऐसा नहीं होना चाहिए था। कोई दर्शक कुछ भी चीज लेकर मैदान में घुस सकता है। विराट भैया ने सुरक्षा कर्मियों से कहा कि किसी को मारना मत। '' यह घटना लंच से ठीक पहले घटी जब कोहली कवर पर क्षेत्ररक्षण कर रहे थे। मैच के पहले दिन भी एक प्रशंसक मैदान पर उतरकर भारतीय सुपरस्टार के पांव छूने में सफल रहा था। दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने मैच के तीसरे दिन बिशन सिंह बेदी स्टैंड को बंद कर दिया था जबकि पहले दो दिन दर्शकों के लिए इसे खोल कर रखा गया था। ऐसा तब किया गया जब लगभग 500 प्रशंसक स्टैंड और ड्रेसिंग रूम को अलग करने वाली ग्रिल के पास खड़े हो गए थे। कोहली 15 गेंदों पर छह रन पर आउट होने के बाद इसके पास में बैठे थे। जो प्रशंसक कोहली को दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए देखने के लिए पहुंचे थे उन्हें निराशा हाथ लगी क्योंकि दिल्ली ने रेलवे को पारी और 19 रन से हरा दिया था। इस तरह से भारतीय बल्लेबाज को दूसरी पारी में खेलने का मौका नहीं मिला। कोहली को खेलते हुए देखने के लिए पहले दिन लगभग 12000 दर्शक स्टेडियम में पहुंचे थे। कोहली को हालांकि मैच के दूसरे दिन बल्लेबाजी करने का मौका मिला। तेज गेंदबाज हिमांशु सांगवान ने पूर्व भारतीय कप्तान का ऑफ स्टंप उखाड़कर उनका बेशकीमती विकेट लिया।भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने सभी खिलाड़ियों के लिए फिट होने की स्थिति में घरेलू क्रिकेट में खेलना अनिवार्य कर दिया है और यही वजह थी कि कोहली इस मैच में खेले।
- पुणे। हार्दिक पंड्या और शिवम दुबे के तूफानी अर्धशतक के बाद गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से भारत ने शुक्रवार को यहां इंग्लैंड को चौथे टी20 अंतराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में 15 रन से हराकर पांच मैच की श्रृंखला में 3-1 की विजयी बढ़त बना ली। भारत ने स्वदेश में पिछली 17 द्विपक्षीय टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखलाएं नहीं गंवाई हैं। भारत के 182 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम लेग स्पिनरों रवि बिश्नोई (28 रन पर तीन विकेट) और वरूण चक्रवर्ती (28 रन पर दो विकेट) तथा हर्षित राणा (33 रन पर तीन विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने 19.4 ओवर में 166 रन पर सिमट गई। हैरी ब्रूक (51) और सलामी बल्लेबाज बेन डकेट (39) ने इंग्लैंड की जीत की उम्मीद जगाई थी लेकिन गेंदबाजों ने भारत को जोरदार वापसी दिलाई। भारत के लिए पंड्या ने 30 गेंद में चार छक्कों और इतने ही चौकों से 53 रन की पारी खेलने के अलावा दुबे (53 रन, 34 गेंद, सात चौके, दो छक्के) के साथ छठे विकेट के लिए 87 रन की साझेदारी की जिससे टीम 12 रन पर तीन विकेट गंवाने के बावजूद नौ विकेट पर 181 रन बनाने में सफल रही। मेजबान टीम ने अंतिम पांच ओवर में 68 रन जुटाए। इंग्लैंड की ओर से साकिब महमूद सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 35 रन देकर तीन विकेट चटकाए। जेमी ओवरटन ने भी 32 रन देकर दो विकेट हासिल किए। श्रृंखला का पांचवां और अंतिम टी20 रविवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा।
- हलद्वानी। चौदह वर्षीय प्रतिभाशाली तैराक धीनिधि देसिंघु ने राष्ट्रीय खेलों में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए शुक्रवार को यहां महिलाओं की 50 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में जीत के साथ चौथा स्वर्ण पदक हासिल किया। कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाली धीनिधि ने 26.96 सेकंड के समय के साथ पहला स्थान हासिल किया, जबकि उनकी टीम की साथी नीना वेंकटेश ने कांस्य (27.34 सेकंड) और महाराष्ट्र की अवंतिका चव्हाण ने रजत (27.28 सेकंड) जीता। धीनिधि ने इससे पहले महिलाओं की 200 मीटर फ्रीस्टाइल, 100 मीटर बटरफ्लाई और 4 गुणा 100 मीटर फ्रीस्टाइल रिले में जीत हासिल कर मौजूदा खेलों में अब तक असाधारण प्रदर्शन किया है। कर्नाटक के शॉन गांगुली ने पुरुषों की 400 मीटर मेडले में 4:29.10 मिनट के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि गुजरात के आर्यन नेहरा (4:31.81) और मध्य प्रदेश के अद्वैत पेज (4:35.83) ने क्रमशः रजत और कांस्य हासिल किया। महाराष्ट्र के मिहिर अंब्रे ने पुरुषों की 50 मीटर फ्रीस्टाइल (23.29 सेकेंड) में स्वर्ण पदक जीता, जबकि कर्नाटक के दो बार के ओलंपियन श्रीहरि नटराज (23.37 सेकेंड) दूसरे और तमिलनाडु के जोशुआ थॉमस (23.40 सेकेंड) तीसरे स्थान पर रहे। ऋषभ दास ने पुरुषों की 200 मीटर बैकस्ट्रोक में 2:03.34 मिनट का समय लेकर महाराष्ट्र के स्वर्ण पदक में इजाफा किया, जबकि तमिलनाडु के निथिक नाथेला (2:04.75) और गुजरात के देवांश परमार (2:06.56) ने रजत और कांस्य पदक जीता।
- नयी दिल्ली । रेलवे के तेज गेंदबाज हिमांशु सांगवान ने शुक्रवार को दिल्ली के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में सुपरस्टार विराट कोहली के रूप में ‘अपने जीवन का सबसे महत्वपूर्ण विकेट' लेने के बाद भारतीय क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बन गये हैं। रेलवे में जाने से पहले ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों के साथ दिल्ली के लिए अंडर-19 क्रिकेट खेलने वाले सांगवान ने दिन के शुरुआती सत्र में भारत के पूर्व कप्तान के ऑफ स्टंप को उखाड़ा। सांगवान ने इस विकेट का जश्न पूरे जोश से मनाया। वह इस सफलता के बाद सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे।प्रथम श्रेणी का अपना 24वां मैच खेल रहे 29 साल के सांगवान ने कहा, ‘‘ यह मेरे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण विकेट है। विराट कोहली पूरे देश के लिए प्रेरणा हैं।'' कोहली की वजह से स्टेडियम में पहुंचे हजारों प्रशंसकों ने सांगवान को अच्छा करने के लिए प्रेरित किया।उन्होंने कहा, ‘‘जीवन में पहली बार मैंने इतने सारे लोगों को रणजी ट्रॉफी मैच के लिए आते देखा। यह हम सभी के लिए विशेष था।'' कोहली ने मैदान पर थोड़ा समय बिताने के बाद सांगवान के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया। क्रीज के बाहर से खेलते हुए उन्होंने इस गेंदबाज के खिलाफ स्ट्रेट में चौका जड़ा। अगली गेंद पर भी उन्होंने ड्राइव करने की कोशिश की लेकिन पूरी तरह से चूक गये और गेंद ऑफ स्टंप से टकरा गयी। कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के हालिया दौरे पर भी ऑफ स्टंप के करीब वाली गेंदों पर संघर्ष किया था। सांगवान से जब पूछा गया कि क्या भारतीय कप्तान के लिए उन्होंने या टीम ने कोई खास योजना बनाई थी तो उन्होंने कहा, ‘‘हमने किसी एक विशेष बल्लेबाज के लिए योजना नहीं बनाई थी। दिल्ली के अधिकांश बल्लेबाज आक्रमण करना पसंद करते हैं, इसलिए हमारी योजना गेंदबाजी अच्छी लेंथ के साथ ऑफ स्टंप के करीब रखने की थी। हरियाणा के चरखी दादरी का यह खिलाड़ी अब दिल्ली के नजफगढ़ में रहता है।दिल्ली के लिए सुमित माथुर और कप्तान आयुष बदोनी (99) ने पांचवें विकेट के लिए 133 रन की साझेदारी करके पहली पारी में बड़ी बढ़त सुनिश्चित की। बाएं हाथ के बल्लेबाज सुमित 78 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद है। दिल्ली ने रेलवे के 241 रन के जवाब में सात विकेट पर 334 रन बना लिए। सुमित ने भी कोहली से जुड़े मैच को खेलने के अनुभव के बारे में बात की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस समय को जीवन भर याद रखूंगा। वह हमारे साथ अच्छे से घुलमिल गए हैं। उनके साथ खेलना एक अलग अनुभव है। जब तक मैं क्रिकेट खेलूंगा, मुझे यह पल याद रहेगा।'' कोहली 12 साल बाद घरेलू रेड-गेंद वाला मैच खेल रहे हैं।
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छत्तीसगढ़ की ज्ञानेश्वरी यादव को भी स्वर्ण पदक
देहरादून/हल्द्वानी, तमिलनाडु की पूर्व विश्व कप विजेता निशानेबाज नर्मदा नितिन राजू ने राष्ट्रीय खेलों में गुरुवार को यहां अपनी प्रबल प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ते हुए 10 मीटर एयर राइफल में राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि कर्नाटक पदक तालिका में शीर्ष पर बना हुआ है। 23 वर्षीय नर्मदा ने 254.4 का स्कोर बनाकर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया तथा एशियाई खेलों की पदक विजेता रमिता जिंदल और ओलंपियन एलावेनिल वलारिवन को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। कर्नाटक ने गुरुवार को तैराकी में एक स्वर्ण और एक रजत के साथ-साथ पुरुषों की रोड साइक्लिंग स्पर्धा में भी सोने का तमगा हासिल किया। वह 12 पदक (7 स्वर्ण, 3 रजत, 2 कांस्य) लेकर पहले स्थान पर बना हुआ है। वुशु और ट्रायथलॉन में एक-एक स्वर्ण पदक जीतने के बाद मणिपुर 11 पदक (6 स्वर्ण, 5 रजत) के साथ दूसरे स्थान पर है। पिछले राष्ट्रीय खेलों में पदक तालिका में शीर्ष पर रहने वाले महाराष्ट्र ने अब तक सबसे अधिक 23 पदक (4 स्वर्ण, 11 रजत, 8 कांस्य) जीते हैं लेकिन स्वर्ण पदकों की संख्या कम होने के कारण वह तीसरे स्थान पर है। देहरादून में त्रिशूल शूटिंग रेंज में तमिलनाडु का प्रतिनिधित्व कर रहीं नर्मदा ने आठ निशानेबाजों के फाइनल में 254.4 के स्कोर के साथ पोडियम में शीर्ष स्थान हासिल किया तथा महाराष्ट्र की आर्या बोरसे (252.5) और रमिता (230.4) को पछाड़ा। इस प्रक्रिया में उन्होंने ओलंपियन अपूर्वी चंदेला के नयी दिल्ली में 2019 विश्व कप में बनाए गए 252.9 के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को तोड़ दिया। इस स्पर्धा का विश्व रिकॉर्ड 254.5 अंक का है जो पिछले साल नयी दिल्ली में आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल में चीन की हुआंग युटिंग ने बनाया था। इस बीच हरियाणा के 2022 विश्व चैंपियनशिप रजत पदक विजेता अनीष भानवाला ने पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में 31 हिट से स्वर्ण पदक जीता। सेना के गुरप्रीत सिंह 28 हिट से दूसरे और पंजाब के विजयवीर सिद्धू 26 हिट से तीसरे स्थान पर रहे। भारोत्तोलन में छत्तीसगढ़ ने दो स्वर्ण पदक जीते। उसके भारोत्तोलक विजय कुमार ने पुरुषों के 55 किग्रा भार वर्ग के क्लीन एवं जर्क में राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए स्वर्ण पदक जीता। छत्तीसगढ़ की एक अन्य भारोत्तोलक ज्ञानेश्वरी यादव ने महिलाओं के 49 किग्रा में कुल 191 किग्रा (85 किग्रा+106 किग्रा) वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता। महाराष्ट्र की सारिका शिंगारे (कुल 179 किग्रा) और हरियाणा की कोमल कोहर (179 किग्रा) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीता। विजय कुमार ने स्नैच में 105 किग्रा भार उठाने के बाद क्लीन एवं जर्क में 143 किग्रा के साथ कुल 248 किग्रा वजन उठाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। क्लीन एवं जर्क में उन्होंने महाराष्ट्र के संकेत सरगर के 2022 में बनाए गए राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी की। महाराष्ट्र के खिलाड़ियों मुकुंद अहेर (कुल 247 किग्रा) और श्रीनिवास गौड़ (244 किग्रा) ने रजत और कांस्य पदक जीता। भारोत्तोलन प्रतियोगिता के शुरुआती दिन गुरुवार को महाराष्ट्र ने छह पदक (एक स्वर्ण, एक रजत, चार कांस्य) जीते। ट्रायथलॉन में भी, महाराष्ट्र ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए छह पदक (दो स्वर्ण, दो रजत, दो कांस्य) हासिल किए। -
नयी दिल्ली. राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज मनोज कुमार ने बृहस्पतिवार को संन्यास लेने की घोषणा की और अब कोच के तौर पर नयी पारी की शुरूआत करेंगे। लाइट वेल्टरवेट (64 किग्रा) में प्रतिस्पर्धा करने वाले 39 वर्षीय मुक्केबाज ने 2010 दिल्ली में अपना पहला और राष्ट्रमंडल खेलों का एकमात्र स्वर्ण पदक जीता था। वह एशियाई चैंपियनशिप में दो बार के कांस्य पदक विजेता भी हैं। राष्ट्रमंडल खेलों में दूसरा और अंतिम कांस्य पदक उन्होंने 2018 गोल्ड कोस्ट खेलों में जीता था। दो बार के ओलंपियन मनोज 2012 लंदन और 2016 रियो दि जिनेरियो दोनों में प्री क्वार्टरफाइनल तक पहुंचे थे। हरियाणा के कैथल के इस मुक्केबाज ने कहा, ‘‘अब मैं 40 साल का हो गया हूं तो यह सोच समझकर लिया गया फैसला है क्योंकि अंतरराट्रीय नियमों के अनुसार एमेच्योर प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं ले सकता। मैं संतुष्ट हूं क्योंकि देश का प्रतिनिधित्व करते हुए मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। '' मनोज ने अपना मुक्केबाजी करियर 1997 में जूनियर स्तर पर शुरू किया था और 2021 में पटियाला में राष्ट्रीय खेल संस्थान से कोचिंग डिप्लोमा हासिल किया था। चोटों और चयन मुद्दे पर राष्ट्रीय महासंघ के साथ विवाद के कारण उनका करियर गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों के बाद थम गया और वह इसके बाद किसी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में नहीं खेले। अब वह कुरूक्षेत्र में अपने बड़े भाई और कोच राजेश कुमार के साथ बनाई गई मुक्केबाजी अकादमी में कोचिंग देंगे।
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नयी दिल्ली. विराट कोहली का खुमार भारतीय क्रिकेटप्रेमियों के सिर चढकर बोलता है और इसकी झलक यहां बृहस्पतिवार को दिल्ली और रेलवे के बीच रणजी ट्रॉफी मैच में देखने को मिली जब उनका नाम सुनते ही दर्शकों रोमांच के मारे चिल्लाने लगे और अभूतपूर्व भीड़ के कारण डीडीसीए को ऐन मौके पर अतिरिक्त इंतजाम करने पड़े । कोहली 13 साल बार रणजी ट्रॉफी मैच खेल रहे हैं । डीडीसीए (दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ) ने कोहली की ‘घर वापसी' वाले मैच में करीब दस हजार दर्शकों के आने का कयास लगाया था जो रणजी ट्रॉफी मैच में एक रिकॉर्ड है । कोहली का जादू ऐसा है कि सारे कयास धरे रह गए और इससे कहीं अधिक संख्या में लोग आये । खेल 9 . 30 पर शुरू होना था और इससे काफी पहले से दर्शकों की कतारें लगनी शुरू हो गई थी । डीडीसीए ने पहले 6000 की क्षमता वाला ‘ गौतम गंभीर स्टैंड' खोला लेकिन भीड़ को देखते हुए 11000 की क्षमता वाला ‘बिशन सिंह बेदी स्टैंड' खोलना पड़ा । मैदान पर मौजूद भारत के एक पूर्व क्रिकेटर ने कहा ,‘‘ मैने रणजी ट्रॉफी में ऐसा कुछ कभी नहीं देखा है । अपने खेलने के दिनों में भी घरेलू क्रिकेट देखने दर्शकों को कम ही आते देखा है । यह सब एक खिलाड़ी के लिये हुआ है ।'' इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला भी उसी जगह से गुजर रहा था जो महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने राजघाट गए थे । डीडीसीए सचिव अशोक शर्मा ने कहा ,‘‘ मैं 30 साल से अधिक समय से दिल्ली क्रिकेट से जुड़ा हूं लेकिन रणजी ट्रॉफी मैच में ऐसा नजारा नहीं देखा । इससे साबित होता है कि कोहली की लोकप्रियता का कोई सानी नहीं ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ यह इसलिये भी और चुनौतीपूर्ण हो गया क्योंकि दर्शक उसी समय स्टेडियम में आ रहे थे जब बाहर प्रधानमंत्री मोदी की वीआईपी मूवमेंट थी । कड़े प्रोटोकॉल और पुलिस के निर्देशों के बाद हमें जनता के लिये दूसरा स्टैंड खोलना पड़ा ।'' दिल्ली पुलिस ने भी स्टेडियम के भीतर कुछ अफरातफरी के बाद बयान जारी करके बताया कि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है । पुलिस ने बयान में कहा ,‘‘ अतिरिक्त दरवाजे तुरंत खेल दिये गए । किसी को कोई चोट नहीं लगी है और स्थिति नियंत्रण में है ।'' आखिरी बार किसी घरेलू मैच में इस तरह की भीड़ तब देखी गई थी जब सचिन तेंदुलकर ने 2013 में हरियाणा के लाहली में मुंबई के लिये आखिरी प्रथम श्रेणी मैच खेला था । उस स्टेडियम में दर्शकों के लिये दीर्घा भी नहीं थी और 8000 दर्शक मैदान पर आये थे । अरूण जेटली स्टेडियम में गौतम गंभीर स्टैंड खचाखच भरने के बाद बिशन सिंह बेदी स्टेडियम का भी निचला हिस्सा पूरा भर गया । टॉस के समय 12000 से ज्यादा दर्शक मैदान पर थे । ‘कोहली कोहली' का शोर दूर से ही सुनाई दे रहा था जब भारत के पूर्व कप्तान दिल्ली टीम के अपने साथियों के साथ मैदान पर उतरे । कोहली को बल्लेबाजी करते देखने की दर्शकों की उम्मीद तुरंत पूरी नहीं हुई क्योंकि दिल्ली ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी । लेकिन कोहली का मैदान पर होना ही दर्शकों के लिये काफी था । कोहली दूसरी स्लिप में फील्डिंग कर रहे थे और उनकी हर मूवमेंट पर तालियां बज रही थी । वहीं बारहवें ओवर में एक अति उत्साहित दर्शक सुरक्षा घेरा तोड़कर उनकी तरफ भागा और उनके पैर छुए । बाद में सुरक्षाकर्मी उसे बाहर ले गए । कोहली के प्रशंसकों के समूह में आये स्कूली बच्चों ने कहा ,‘‘ हमने कोहली को देखने के लिये स्कूल से छुट्टी ली है ।'' वहीं एक गृहिणी ने कहा ,‘‘ मैं अपने बेटे के साथ सुबह छह बजे ही यहां आ गई थी । मुझे पता नहीं था कि किस गेट से अंदर जाना है । मैं कोहली को खेलते देखने ही आई हूं ।
- देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को उत्तराखंड के देहरादून में 38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने इस दौरान राष्ट्रीय खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी। इस बात पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि यह उत्तराखंड के गठन का 25वां वर्ष है, देश भर के युवा इस युवा राज्य में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे।पीएम मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की सुंदर तस्वीर प्रदर्शित हुई। उन्होंने कहा कि इस बार राष्ट्रीय खेलों में कई स्थानीय खेलों को शामिल किया गया है और थीम ‘ग्रीन गेम्स’ है, क्योंकि इसमें पर्यावरण के अनुकूल वस्तुओं का उपयोग किया गया है। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान बताया कि ट्रॉफियां और पदक भी ई-कचरे से बने हैं और प्रत्येक पदक विजेता के नाम पर एक पौधा लगाया जाएगा।उत्तराखंड को विकास के नए रास्ते तलाशने चाहिएउत्तराखंड पहली बार इतने बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय कार्यक्रम की मेजबानी कर रहा है। इसे देखते हुए पीएम मोदी ने सराहना की और कहा कि यह अपने आप में महत्वपूर्ण उपलब्धि है, इससे रोजगार के अधिक अवसर पैदा होंगे और स्थानीय युवाओं को नौकरियां मिलेंगी। उन्होंने आग्रह किया कि उत्तराखंड को विकास के नए रास्ते तलाशने चाहिए, क्योंकि इसकी अर्थव्यवस्था केवल चार धाम यात्रा पर निर्भर नहीं रह सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार इन तीर्थयात्राओं का आकर्षण बढ़ाने के लिए लगातार सुविधाएं बढ़ा रही है, हर सीजन में तीर्थयात्रियों की संख्या नए रिकॉर्ड बना रही है।उत्तराखंड में शीतकालीन आध्यात्मिक यात्राओं को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दियाप्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड में शीतकालीन आध्यात्मिक यात्राओं को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इस दिशा में नए कदम उठाए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की और इन शीतकालीन यात्राओं का हिस्सा बनने की इच्छा प्रकट की। उन्होंने देश भर के युवाओं को सर्दियों के दौरान उत्तराखंड आने के लिए प्रोत्साहित किया, क्योंकि यहां तीर्थयात्रियों की संख्या कम होती है और साहसिक गतिविधियों के लिए कई अवसर होते हैं। उन्होंने सभी एथलीटों से राष्ट्रीय खेलों के बाद इन अवसरों का पता लगाने और लंबे समय तक देवभूमि के आतिथ्य का आनंद लेने का आग्रह किया।उन्होंने एथलीट से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने का आग्रह कियाअपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, “एथलीट अपने-अपने राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं और आने वाले दिनों में जमकर प्रतिस्पर्धा करेंगे, राष्ट्रीय कीर्तिमान तोड़ेंगे और नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे।” उन्होंने उनसे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने का आग्रह किया। इस बात पर जोर देते हुए कि राष्ट्रीय खेल सिर्फ खेल प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि भारत की विविधता का उत्सव मनाने वाले “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” का मंच भी है।खेल 28 जनवरी से 14 फरवरी तक उत्तराखंड के 8 जिलों के 11 शहरों में होंगे आयोजितआपको बता दें, 38वें राष्ट्रीय खेल रजत जयंती वर्ष के दौरान उत्तराखंड के देहरादून में आयोजित किए जा रहे हैं। ये खेल 28 जनवरी से 14 फरवरी तक उत्तराखंड के 8 जिलों के 11 शहरों में आयोजित किए जाएंगे।राष्ट्रीय खेलों की थीम “हरित खेल”राष्ट्रीय खेलों में 36 राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश भाग लेंगे। गौरतलब हो, 17 दिनों में 35 खेल विधाओं की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इनमें 33 खेलों के लिए पदक दिए जाएंगे, जबकि दो प्रदर्शनी खेल होंगे। योग और मल्लखंब को पहली बार राष्ट्रीय खेलों में शामिल किया गया है। इस आयोजन में देश भर से 10,000 से अधिक एथलीट भाग ले रहे हैं।इस वर्ष राष्ट्रीय खेलों की थीम “हरित खेल” है। आयोजन स्थल के पास स्पोर्ट्स फॉरेस्ट नामक विशेष पार्क विकसित किया जाएगा, जहां एथलीटों और मेहमानों द्वारा 10,000 से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। एथलीटों के लिए पदक और प्रमाणपत्र पर्यावरण के अनुकूल और बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों से बनाए जाएंगे।
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नयी दिल्ली. स्टार भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने 12 साल बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी से पूर्व मंगलवार को यहां दिल्ली टीम के साथ ट्रेनिंग शुरू की। पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे 36 वर्षीय कोहली 30 जनवरी से रेलवे के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच खेलेंगे जिससे इस प्रमुख घरेलू प्रतियोगिता में उनकी वापसी होगी। उन्होंने अपना पिछला रणजी मुकाबला 2012 में गाजियाबाद में उत्तर प्रदेश के खिलाफ खेला था। कोहली आज सुबह ठीक नौ बजे अरुण जेटली स्टेडियम पहुंचे और टीम से मिलने तथा ‘वार्म अप' के बाद उन्होंने टीम के साथियों के साथ करीब 15 मिनट तक फुटबॉल खेला। यह स्टार खिलाड़ी अपने नए साथियों के साथ सहज दिखा। दिल्ली के लगभग सभी खिलाड़ी पहली बार कोहली के साथ ड्रेसिंग रूम साझा कर रहे हैं और उन्हें अपने बीच पाकर काफी उत्साहित दिखे। अभ्यास ड्रिल दिल्ली के मुख्य कोच सरनदीप सिंह के मार्गदर्शन में हुई।
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के निराशाजनक टेस्ट दौरे के बाद एकदिवसीय और टेस्ट टीम के कप्तान रोहित शर्मा सहित भारत के सभी स्टार खिलाड़ी अपनी रणजी टीमों के लिए खेल रहे हैं। ऐसा भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के इस आदेश के कारण हुआ है कि खिलाड़ियों को अपने अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम से समय मिलने पर घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता देनी चाहिए। रोहित (मुंबई) और ऋषभ पंत (दिल्ली) को अपनी-अपनी टीमों के लिए ज्यादा सफलता नहीं मिली लेकिन अनुभवी ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने सौराष्ट्र के लिए 12 विकेट चटकाए और शुभमन गिल ने पंजाब के लिए शतक बनाया। पंजाब को हालांकि शिकस्त का सामना करना पड़ा। पंत, रोहित, यशस्वी जायसवाल (मुंबई) आगामी रणजी मैच नहीं खेलेंगे क्योंकि वे छह फरवरी से नागपुर में इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली एकदिवसीय श्रृंखला की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि लोकेश राहुल कर्नाटक के लिए खेलेंगे। -
नई दिल्ली। बिहार क्रिकेट संघ (बीसीए) के अध्यक्ष राकेश तिवारी की अगुवाई में बिहार के सभी जिलों के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए बिहार ग्रामीण लीग (बीआरएल) का आयोजन करने जा रहा है। इस लीग की खास बात है कि यह उन खिलाड़ियों के लिए है जिन्हें अभी तक जिला या राज्य स्तरीय टूर्नामेंट में खेलने का मौका नहीं मिला है। इस कदम के साथ बिहार राज्य ग्रामीण क्रिकेट लीग आयोजित करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा।
बीसीए के अध्यक्ष राकेश तिवारी ने कहा कि बिहार ग्रामीण लीग (बीआरएल) का लक्ष्य गांवों, स्कूलों, कॉलेजों और ब्लॉक स्तरों से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की खोज करना और उन्हें राज्य में क्रिकेट की मुख्यधारा में लाना है। इस लीग में 13 से 23 वर्ष की आयु के खिलाड़ी भाग ले सकेंगे। चयनित खिलाड़ियों को बिहार का प्रतिनिधित्व करने के लिए बड़े मंच प्रदान किए जाएंगे।लीग की शुरुआत सभी जिलों में आयोजित टैलेंट हंट कार्यक्रमों से होगी जिसमें खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा और 16 टीमें बनाई जाएंगी। ये टीमें जिला स्तरीय टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा करेंगी, जिसमें नॉकआउट प्रारूप में मैच होंगे। प्रत्येक जिले में 15 मैच होंगे, जिसमें 8 लीग गेम, 4 क्वार्टर फाइनल, 2 सेमीफाइनल और एक फाइनल शामिल हैं।सभी जिलों में कुल 570 मैच खेले जाएंगे जिसमें जिला फाइनल में एक सेलिब्रिटी, एक स्टार क्रिकेटर और एक ब्रांड एंबेसडर शामिल होंगे। जिला स्तरीय प्रतियोगिता के बाद बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी बिहार ग्रामीण लीग सुपर लीग में प्रतिस्पर्धा करने के लिए जिला टीम बनाएंगे। इस चरण में 38 टीमें शामिल होंगी जिन्हें 8 समूहों में विभाजित किया जाएगा और लीग-कम-नॉकआउट प्रारूप का पालन किया जाएगा।5 टीमों वाले समूह 10 लीग मैच खेलेंगे, जबकि 4 टीमों वाले समूह 6 मैच खेलेंगे। प्रत्येक समूह से एक टीम नॉकआउट चरण के लिए क्वालीफाई करेगी जिसके बाद 4 क्वार्टर फाइनल, 2 सेमीफाइनल और एक ग्रैंड फाइनल होगा। सुपर लीग में कुल 79 मैच होंगे जिससे बिहार ग्रामीण लीग और सुपर लीग के लिए कुल मिलाकर 649 मैच होंगे। लीग में लगभग 10,000 खिलाड़ी भाग लेंगे - हलद्वानी (उत्तराखंड) । महाराष्ट्र ने 38वें राष्ट्रीय खेलों में सोमवार को ट्रायथलॉन मिश्रित रिले में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। पार्थ सचिन मिराजे, डॉली देवीदास पाटिल, कौशिक विनय मालंदकर और मानसी विनोद मोहिते की महाराष्ट्र की चौकड़ी ने 2:12:06 घंटे के समय के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। इस स्पर्धा का रजत पदक मध्यप्रदेश के नाम रहा। मध्यप्रदेश की टीम में अंकुर चाहर, दुर्विशा पवार, रोशन गोंड और आध्या सिंह शामिल थे। आकाश पेरुमलसामी, कीर्ति एस, साई लोहिताक्ष केडी, और आरती एस की मौजूदगी वाली तमिलनाडु की टीम ने कांस्य पदक हासिल किया। इससे पहले रविवार को व्यक्तिगत ट्रायथलॉन स्पर्धा में महाराष्ट्र के मिराजे और डॉली अपनी-अपनी स्पर्धाओं में स्वर्ण जबकि मानसी मोहिते ने रजत पदक जीते थे। मध्य प्रदेश की आध्या सिंह ने कांस्य पदक जीता। राष्ट्रीय खेलों का आधिकारिक उद्घाटन मंगलवार को होगा लेकिन ट्रायथलॉन स्पर्धाएं रविवार से शुरू हो गयी। ट्रायथलॉन स्पर्धा में खिलाड़ी को तैराकी और साइकिल चलाने के साथ दौड़ में भी भाग लेना होता है।
- नयी दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की चार फ्रेंचाइजी (मुंबई इंडियंस, सनराइजर्स हैदराबाद, लखनऊ सुपर जायंट्स, दिल्ली कैपिटल्स के सह-मालिक जीएमआर समूह) के साथ गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एडोब जैसी वैश्विक तकनीक से जुड़ी कंपनियों ने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की फ्रेंचाइजी आधारित लीग ‘द हंड्रेड' की टीमों से जुड़ने के लिए आखिरी सूची में जगह बनाई है। ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो' की रिपोर्ट के अनुसार लंदन स्थित फ्रेंचाइजी ‘ओवल इनविंसिबल्स' और ‘लंदन स्पिरिट' के लिए सबसे ज्यादा दिलचस्पी दिखाई गयी है। आईपीएल की पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस और तकनीक से जुड़ी कंपनियां इनविंसिबल्स के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। मैनचेस्टर यूनाइटेड के सह-मालिक अवराम ग्लेजर के नेतृत्व में लांसर कैपिटल ने भी लंदन स्थित दोनों टीमों में गहरी रुचि व्यक्त की है। आईपीएल में लखनऊ सुपरजायंट्स के मालिक आरपीएसजी ग्रुप के संजीव गोयनका ने ‘लंदन स्पिरिट' और ‘मैनचेस्टर ओरिजिनल्स' में रुचि दिखाई है। मैनचेस्टर ओरिजिनल्स भी उन फ्रेंचाइजियों में शामिल है जिसके लिए काफी दिलचस्पी दिखाई गयी है।रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘चयनीत किए गए सभी निवेशकों को आठ फ्रेंचाइजी में से प्रत्येक के लिए एक अंतिम वित्तीय बोली लगानी होगी। जिसमें सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले को संबंधित टीम से जुड़ने का मौका मिलेगा।'' मैनचेस्टर ओरिजिनल्स लंकाशर काउंटी का प्रतिनिधित्व करती है और इस काउंटी ने संभावित फ्रेंचाइजी मालिकों को क्रिकेट संचालन का प्रबंधन करने की अनुमति देने में लचीलापन दिखाया है। इस वजह से आईपीएल से जुड़ी फ्रेंचाइजियों ने इसमें अधिक दिलचस्पी दिखायी है। लीग की फ्रेंचाइजी टीमों के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाले तकनीक से जुड़ी कंपनियों के मालिकों में गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुंदर पिचाई के साथ सत्य नडेला (माइक्रोसॉफ्ट सीईओ), शांतनु नारायण (एडोब सीईओ), एगॉन डरबन (सिल्वर लेक मैनेजमेंट सीईओ), और सत्यन गजवानी (सह-संस्थापक मेजर लीग क्रिकेट के और टाइम्स इंटरनेट के उपाध्यक्ष) जैसे बड़े नाम शामिल है। साइबर सुरक्षा फर्म पालो ऑल्टो नेटवर्क्स के सीईओ निकेश अरोड़ा के नेतृत्व वाले समूह को ओवल इनविंसिबल्स और लंदन स्पिरिट फ्रेंचाइजी दोनों के बोली लगाने के लिए चयनित किया गया है।सनराइजर्स हैदराबाद के मालिक, सन ग्रुप को तीन फ्रेंचाइजी के लिए चयनित किया गया है इसमें ट्रेंट रॉकेट्स (नॉटिंघम), नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स (लीड्स) और वेल्श फायर (कार्डिफ़) का नाम है। रिपोर्ट के मुताबिक आईपीएल में गुजरात टाइटन्स के मालिक सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स को बर्मिंघम फीनिक्स के लिए बोली लगाने के लिए चुना गया है। चेन्नई सुपर किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स जैसी कुछ आईपीएल फ्रेंचाइजियों ने इसमें शुरुआत में रुचि व्यक्त की थी वे अब इससे जुड़ने की सूची में नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक इसका पता नहीं चल सका कि सुपरकिंग्स और नाइट राइडर्स की फ्रेंचाइजी इस दौड़ में है या नहीं। इन दोनों फ्रेंचाइजियों के पास भारत से बाहर टी20 लीग में टीमें है।
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मुंबई। गत चैम्पियन मुंबई को मेघालय के खिलाफ बृहस्पतिवार से शुरू हो रहे रणजी ट्रॉफी के आखिरी लीग मैच में रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल और श्रेयस अय्यर की कमी खलेगी । इन तीनों ने एलीट ग्रुप ए के छठे दौर में जम्मू कश्मीर के खिलाफ खेला था जिसमें मुंबई को पांच विकेट से पराजय का सामना करना पड़ा । उस मैच में ये तीनों नहीं चल सके जबकि शार्दुल ठाकुर ने 51 और 119 रन की पारियां खेली । मुंबई को क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिये अब मेघालय को बड़े अंतर से हराने के अलावा बाकी मैचों में भी अनुकूल नतीजों की उम्मीद करनी होगी । रोहित, जायसवाल और अय्यर इंग्लैंड के खिलाफ छह, नौ और 12 फरवरी को होने वाले वनडे और चैम्पियंस ट्रॉफी टीम का हिस्सा हैं । मुंबई क्रिकेट संघ के एक सूत्र ने तीनों के अगला मैच नहीं खेलने की पुष्टि की । उन्होंने अय्यर के बारे में कहा ,‘‘ वह भारतीय टीम से जुड़ेगा ।
- बेंगलुरु. चमिंडा वास, वेंकटेश प्रसाद जैसे भारत और श्रीलंका के कई दिग्गज आठ फरवरी को यहां खेले जाने वाले 2025 ‘वन वर्ल्ड वन फैमिली कप' में भाग लेकर अपने गौरवशाली दिनों की झलक दिखाने की कोशिश करेंगे। उनके अलावा इरफान पठान, यूसुफ पठान और अजंता मेंडिस जैसे कुछ जाने-पहचाने नाम भी इस कार्यक्रम में नजर आएंगे। भारत के पूर्व महान बल्लेबाज जीआर विश्वनाथ ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य मानवता और मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेट ने मुझे सिखाया कि सच्ची महानता उन रनों में नहीं है जो हम बनाते हैं, बल्कि उन जिंदगियों में है जिन्हें हम प्रभावित हैं। मेरे खेल के दिनों में हम अपने राष्ट्र के गौरव के लिए खेलते थे। इस मैच में हम मानवता के गौरव के लिए खेलेंगे।'' पिछले साल (2024) जब ‘वन वर्ल्ड वन फैमिली कप' के पहले सत्र को खेला गया था तब दोनों टीमों की कप्तान महान सचिन तेंदुलकर और युवराज सिंह ने टीम की कप्तानी की थी। इन दोनों टीमों में सात देशों के खिलाड़ियों ने भाग लिया था।
- दुबई,। दिग्गज सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना, विकेटकीपर ऋचा घोष और हरफनमौला दीप्ति शर्मा को शनिवार को भारतीय खिलाड़ियों की दबदबे वाली आईसीसी महिला टी20 अंतरराष्ट्रीय साल 2024 की सर्वश्रेष्ठ टीम में शामिल किया गया। इस टीम में तीन भारतीयों के अलावा दक्षिण अफ्रीकी और श्रीलंका के दो-दो जबकि इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड और पाकिस्तान से एक-एक खिलाड़ी हैं। मंधाना और दीप्ति को शुक्रवार को आईसीसी महिला वनडे साल की सर्वश्रेष्ठ टीम 2024 में भी शामिल किया गया था। मंधाना के लिए साल 2024 शानदार रहा। उन्होंने साल की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 54 रनों की शानदार पारी के साथ और इसका अंत घरेलू मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ लगातार तीन अर्धशतकों के साथ किया। इस सलामी बल्लेबाज ने इस दौरान 23 मैचों में 763 रन बनाये और महिला टी20 अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंच गयी। मंधाना ने इस दौरान आठ अर्धशतक, 42.38 के प्रभावशाली औसत और 126.53 के स्ट्राइक रेट से रन बनाये। इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर 77 रन था। ऋचा की विस्फोटक बल्लेबाजी ने उन्हें पिछले साल भारत के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों में से एक बनाया। उन्होंने पिछले साल की शुरुआत में यूएई के खिलाफ 29 गेंदों में नाबाद 64 रनों की तूफानी पारी खेली थी। उन्होंने 21 मैचों में दो अर्धशतक के साथ 33.18 के औसत और 156.65 के स्ट्राइक रेट से 365 रन बनाए। भारतीय टीम को 2024 में मिली सफलता में दीप्ति का योगदान काफी अहम रहा। उन्होंने अपनी ऑफ स्पिन गेंदबाजी से 17.80 की औसत से 30 विकेट लेकर प्रभावित किया। उन्होंने इस दौरान महज 6.01 की इकॉनमी रेट से रन दिये। दीप्ति ने एशिया कप में नेपाल और पाकिस्तान के खिलाफ तीन-तीन विकेट भी झटके थे।आईसीसी ऑल-स्टार टीम की कप्तानी दक्षिण अफ्रीका की लौरा वोल्वार्ड्ट कर रही हैं, जिन्होंने पिछले साल अपनी टीम को कई महत्वपूर्ण जीत दिलाई। इसमें कैनबरा में ऑस्ट्रेलिया पर असाधारण जीत भी शामिल है, जहां उन्होंने 53 गेंदों पर नाबाद 58 रन बनाए थे। वोल्वार्ड्ट बल्ले से शानदार योगदान के कारण आईसीसी टी20 अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में पांचवें पायदान पर पहुंच गयी। वोल्वार्ड्ट के साथ दक्षिण अफ्रीका की मारिजन काप भी इस टीम का हिस्सा है। उन्होंने इस दौरान जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार 75 रन और भारत के खिलाफ चेन्नई में 57 रन की तेज पारी खेली। कप्प ने अपनी तेज गेंदबाजी से 11 विकेट भी लिए।श्रीलंका की कप्तान चामरी अट्टापट्टू ने भी महिला एशिया कप में दो शतक बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाई, जिसमें भारत के खिलाफ फाइनल में नाबाद 119 रन की मैच विजयी पारी भी शामिल थी। टीम में वेस्टइंडीज के हरफनमौला खिलाड़ी हेली मैथ्यूज, इंग्लैंड की नैट साइवर-ब्रंट, टी20 विश्व कप जीत में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहीं ऑस्ट्रेलिया की अमेलिया केर भी हैं। केर ने 18 मैचों में 15.55 की औसत से 29 विकेट लिए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 26 रन पर चार विकेट था। आयरलैंड की तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर ओर्ला प्रेंडरगास्ट और पाकिस्तान की बाएं हाथ के स्पिनर सादिया इकबाल भी एकादश में शामिल हैं। आईसीसी महिला साल की सर्वश्रेष्ठ टी20 टीम:लॉरा वोल्वार्ड्ट (कप्तान), मारिजन काप, स्मृति मंधाना, ऋचा घोष (विकेटकीपर), दीप्ति शर्मा, चामरी अट्टापट्टू, हेली मैथ्यूज, नेट सिवर-ब्रंट, अमेलिया केर, ओर्ला प्रेंडरगास्ट और सादिया इकबाल।
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मुंबई. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने शनिवार को कहा कि मुंबई के हरफनमौला खिलाड़ी शिवम दुबे इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए भारतीय टीम में नीतीश कुमार रेड्डी की जगह लेंगे। रेड्डी कमर की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण श्रृंखला के बाकी मैचों से बाहर हो गये हैं।
उन्हें शुक्रवार को यह चोट लगी जब भारतीय टीम चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए शुक्रवार को अभ्यास कर रही थी। बीसीसीआई की विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘रेड्डी चोट प्रबंधन के लिए बेंगलुरु में बीसीसीआई के उत्कृष्टता केंद्र रवाना होंगे।'' 21 साल के रेड्डी को प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करने में लगभग चार सप्ताह के आराम और रिहैबिलिटेशन की जरूरत होगी। इसके यह मायने हो सकते हैं कि रेड्डी की वापसी इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान ही सनराइजर्स हैदराबाद के लिए होगी। इसबीच बीसीसीआई ने यह भी कहा कि निचले क्रम के बल्लेबाज रिंकू सिंह को 22 जनवरी को ईडन गार्डन्स में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में क्षेत्ररक्षण करते हुए पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया है। बीसीसीआई ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘वह अच्छी प्रगति कर रहा है और बीसीसीआई की चिकित्सा टीम उस पर नजर रखे है। वह मौजूदा टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के दूसरे और तीसरे मैच से बाहर हो गये हैं। '' रिंकू सिंह के कवर के तौर पर रमनदीप सिंह को भारतीय टीम में शामिल किया गया।
रेड्डी की चोट भारतीय टीम के लिए निराशाजनक है क्योंकि वह सभी प्रारूपों के खिलाड़ी के तौर पर अच्छी प्रगति कर रहे हैं। पिछली बार रेड्डी को जिम्बाब्वे के अपने पहले टी20 दौरे के दौरान चोट के कारण भारतीय टीम से बाहर होना पड़ा था और तब भी दुबे ने ही उनकी जगह ली थी। दुबे की 28 जनवरी को राजकोट में तीसरे टी20 मैच से पहले राष्ट्रीय टीम से जुड़ने की उम्मीद है।
दुबे ने अपना पिछला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच पिछले साल जुलाई में श्रीलंका के खिलाफ था। वह पीठ की चोट के कारण टीम से बाहर हो गये थे। उन्होंने रिहैबिलिटेशन पूरी करने के बाद हाल ही में घरेलू क्रिकेट में वापसी की है। इस 31 साल के खिलाड़ी को हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया था। चयनकर्ताओं ने ऑस्ट्रेलिया में प्रभावित करने वाले युवा हरफनमौला रेड्डी को टीम में शामिल किया है। दुबे हालांकि चोट से वापसी के बार अपने पहले रणजी मैच में प्रभावित करने में नाकाम रहे। वह जम्मू कश्मीर के खिलाफ दोनों पारियों में खाता खोलने में नाकाम रहे। बायें हाथ से बल्लेबाजी करने वाले दुबे ने अब तक 33 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेले हैं जिसमें उन्होंने लगभग 135 की स्ट्राइक रेट से 448 रन बनाए हैं। उन्होंने अपनी मध्यम गति की गेंदबाजी से 11 विकेट लिए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के लिए अपडेट की गई भारतीय टीम इस प्रकार है:
सूर्यकुमार यादव (कप्तान), अक्षर पटेल (उप कप्तान), संजू सैमसन (विकेटकीपर), अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, हार्दिक पंड्या, रिंकू सिंह, हर्षित राणा, अर्शदीप सिंह, मोहम्मद शमी, वरुण चक्रवर्ती, रवि बिश्नोई, वाशिंगटन सुंदर, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), शिवम दुबे, रमनदीप सिंह। -
कोलकाता. अंकित चटर्जी ने बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी के अपने पदार्पण मैच में हरियाणा के अनुभवी तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज के खिलाफ शानदार कवर ड्राइव लगाकर अपना खाता खोला तो इससे पूर्व दिग्गज सौरव गांगुली की यादें ताजा हो गईं क्योंकि यह किशोर वामहस्त बल्लेबाज भारत के पूर्व कप्तान को पछाड़कर इस राज्य के लिए रणजी खेलने वाला सबसे युवा खिलाड़ी बन गया। अंकित ने 15 साल और 361 दिन की उम्र में रणजी पदार्पण किया जबकि गांगुली ने 17 साल की उम्र में बंगाल के लिए अपना पहला मैच 1989-90 में खेला था। यह मैच रणजी ट्रॉफी का फाइनल था जिसमें बंगाल ने दिल्ली को शिकस्त दी थी। बनगांव हाई स्कूल के दसवीं कक्षा के छात्र अंकित की इस पल तक की यात्रा बलिदान और अथक समर्पण से भरी रही है। वह कोलकाता मैदान पहुंचने के लिए वह पिछले तीन साल से लगभग हर रोज सुबह साढ़े तीन बजे उठ रहे हैं और 4:25 बजे की बोंगांव-सियालदह लोकल ट्रेन से दो घंटे की यात्रा के बाद आधे घंटे पैदल चलकर कोलकाता मैदान पहुंचते थे। उनकी दिनचर्या रात के नौ या 10 बजे खत्म होती है। अंकित को मैच से दो दिन पहले अपने पदार्पण के बारे में पता चला जब स्थापित सलामी बल्लेबाज और भारत ए क्रिकेटर अभिमन्यु ईश्वरन हेयरलाइन फ्रैक्चर के कारण मुकाबले से बाहर हो गए। अंकित ने हालांकि घबराने की जगह इस मौके को धैर्य के साथ स्वीकार किया जो उनके बचपन के कोच डोलोन गोल्डर के अनुसार उनका ‘ट्रेडमार्क' गुण रहा है। अंकित ने कल्याणी में मैच के बाद अपने ‘सिग्नेचर शॉट' (कवर ड्राइव) के बारे में कहा, ‘‘यह मेरे लिए बिल्कुल सामान्य था और कल रात मुझे अच्छी नींद भी आई। मैं आक्रामक होने के बारे में नहीं सोच रहा था लेकिन गेंद उस शॉट के लायक थी, इसलिए मैंने ऐसा किया।'' दिन का खेल खत्म होते समय बंगाल का स्कोर 10 रन पर एक विकेट था और अंकित पांच रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे।
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विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर पहुंचे
नयी दिल्ली. विश्व चैंपियन डी गुकेश ने अपने नाम पर नित नई उपलब्धियां दर्ज करने का क्रम जारी रखा है और वह गुरुवार को फिडे (विश्व शतरंज की सर्वोच्च संस्था) की नवीनतम रैंकिंग में चौथे स्थान पर पहुंचकर अर्जुन एरिगैसी की जगह भारत के सर्वोच्च रैंकिंग वाले खिलाड़ी बन गए। इस 18 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी ने नीदरलैंड के विज्क आन ज़ी में चल रहे टाटा स्टील टूर्नामेंट में जर्मनी के विंसेंट कीमर को हराकर यह उपलब्धि हासिल की। टूर्नामेंट में यह उनकी दूसरी जीत थी। हाल में भारत के सर्वोच्च खेल पुरस्कार ध्यान चंद खेल रत्न को प्राप्त करने वाले गुकेश के अब 2784 रेटिंग अंक हो गए हैं जबकि पिछले कुछ समय से भारत के नंबर एक खिलाड़ी रहे एरिगैसी 2779.5 रेटिंग अंकों के साथ पांचवें स्थान पर खिसक गए हैं। नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन 2832.5 अंकों के साथ निर्विवाद रूप से विश्व के नंबर एक खिलाड़ी बने हुए हैं। उनके बाद अमेरिका के दो खिलाड़ी ग्रैंडमास्टर हिकारू नाकामुरा (2802) और फैबियानो कारुआना (2798) का नंबर आता है। गुकेश ने पिछले साल दिसंबर में सिंगापुर में चीन के डिंग लिरेन को हराकर विश्व खिताब जीता था।
एरिगैसी पिछले साल सितंबर में भारत के सर्वोच्च रैंकिंग वाले खिलाड़ी बने थे। उन्होंने इसके बाद दिसंबर में अपनी सर्वोच्च रेटिंग 2801 हासिल की थी। वह 2800 या इससे अधिक रेटिंग अंक हासिल करने वाले दुनिया के 15वें और विश्वनाथन आनंद के बाद भारत के दूसरे खिलाड़ी हैं। -
कोलकाता. भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी 14 महीने बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी करने के लिए तैयार है और उन्होंने कहा कि अगर खिलाड़ी के अंदर देश के लिए खेलने की बेताबी हो तो वह कई चोटों से उबर सकता है। शमी आखिरी बार भारत के लिए नवंबर 2023 में वनडे विश्व कप फाइनल में खेले थे। उनके बाएं पैर में टखने में चोट लगी थी जिसके लिए उन्हें सर्जरी की जरूरत पड़ी। अनुभवी तेज गेंदबाज के बुधवार को यहां घरेलू मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 के साथ भारत में वापसी करने की उम्मीद है। उन्हें वनडे चैंपियंस ट्रॉफी टीम में भी चुना गया है। शमी ने बंगाल क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘देश के लिए जो खेलने की भूख है वो कभी खत्म नहीं होनी चाहिए। आपको अगर उससे प्यार है तो आप हमेशा ‘फाइटबैक' करते रहेंगे, चोटिल चाहे आप 10 बार हो जाए। मुझे लगता है कि देश के लिए खेलने की भूख कभी खत्म नहीं होनी चाहिए। '' उन्होंने कहा, ‘‘मेरे दिमाग में हमेशा यही रहता है कि मैं कितना भी मैच खेलू लूं वो मेरे लिए कम है क्योंकि एक बार अगर मैंने क्रिकेट छोड़ा तो शायद वो दोबारा ना होगा। '' शमी ने यहां ईडन गार्डन्स में अंडर-15 महिला क्रिकेटरों को संघ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में कहा, ‘‘ऐसा कभी नहीं हुआ कि अपने राज्य या देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ी चोट लगने के बाद खेल छोड़ने के बारे में सोचें। जब भी हम चोटिल होते हैं तो हमारे दिमाग में एक ही विचार आता है, हम कब वापसी कर सकते हैं? '' इस मौके पर क्रिकेट के दिग्गज सौरव गांगुली, भारत की पूर्व महिला कप्तान मिताली राज और झूलन गोस्वामी मौजूद थे।
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मुंबई. भारत के टेस्ट और एकदिवसीय कप्तान रोहित शर्मा ने रविवार को कहा कि पिछली जुलाई में वानखेड़े स्टेडियम में उनके और उनके साथियों के स्वागत के लिए नीले समुद्र की तरह उमड़े प्रशंसकों के हुजूम को देखने के बाद ही उन्हें टी20 विश्व कप की व्यापकता का एहसास हुआ था। अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुके भारतीय कप्तान 19 फरवरी से पाकिस्तान और दुबई में आयोजित होने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी को जीत कर एक बार फिर से प्रशंसकों को ऐसा एहसास देना चाहते है। भारत इससे पहले 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत चुका है। वानखेड़े स्टेडियम के 50 साल पूरे होने पर मुंबई क्रिकेट संघ के भव्य समारोह में रोहित ने कहा कि उनकी इच्छा टी20 विश्व कप जीत की तरह एक और जीत की खुशी यहां के प्रशंसकों के साथ साझा करने की है। रोहित से पूछा गया कि किस समय उन्हें वास्तव में एहसास हुआ कि भारत ने विश्व कप जीत लिया है, तो उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं यहां जश्न मनाने के बाद अगले दिन उठा, तब हमें एहसास हुआ।'' उन्होंने कहा, ‘‘उस जश्न के बाद अगले दिन जब मैच सो कर उठा था तब मुझे एहसास हुआ था कि हमने जो किया वह बहुत, बहुत खास था।'' भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘विश्व कप जीतना एक बात है और अपने लोगों के साथ उसका जश्न मनाना अलग बात है। आप जीत का जश्न टीम के साथी खिलाड़ियों के साथ मनाते ही है लेकिन लोगों के साथ इस जश्न के साझा करने के एहसास बारे में मुझे मुंबई आने के बाद पता चला।'' रोहित ने कहा कि भारतीय टीम जल्द ही चैंपियंस ट्रॉफी अभियान शुरू करेगी और यहां के प्रतिष्ठित स्टेडियम में एक और ट्रॉफी लाने की कोशिश करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘ हम एक और टूर्नामेंट शुरू करेंगे। मुझे यकीन है कि जब हम दुबई पहुंचेंगे तो 140 करोड़ लोगों की शुभकामनाएं हमारे पीछे होंगी। हम यह जानते हैं। हम इस ट्रॉफी (आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी) को वानखेड़े में वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।'' महान सुनील गावस्कर ने कहा कि जब भी वह स्टेडियम जाते हैं तो उन्हें ‘घरेलू मैदान पर आने' का एहसास होता है। उन्होंने कहा, ‘‘जब 1974 में वानखेड़े स्टेडियम बनाया गया था, तो हमारा ड्रेसिंग रूम नीचे था। जब हमने अभ्यास सत्र के लिए पहली बार मैदान में कदम रखा तभी इससे प्यार हो गया था।'' उन्होंने कहा, ‘‘ इससे पहले हम ब्रेबॉर्न स्टेडियम में खेलते थे। वह एक क्लब (क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया) का मैदान था। लेकिन यहां आकर ऐसा लगा जैसे यह मुंबई क्रिकेट का घरेलू मैदान है। जब भी मैं कमेंट्री के लिए आता हूं तो मुझे वही अहसास होता है। मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो गया है।'' सचिन तेंदुलकर ने कहा कि उन्हें 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेलते समय भी ऐसी ही भावनाओं का अनुभव हुआ था। उन्होंने कहा, ‘‘जब वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला के कार्यक्रम की घोषणा की गई, तो मैंने एन श्रीनिवासन (तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष) को फोन किया और अनुरोध किया कि क्या श्रृंखला का दूसरा और आखिरी मैच वानखेड़े में खेला जा सकता है क्योंकि मैं चाहता हूं कि मेरी मां मुझे अपना आखिरी मैच खेलते हुए देखें।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मेरी मां ने उससे पहले कभी भी स्टेडियम आकर मुझे खेलते हुए नहीं देखा था। उस समय उनका स्वास्थ्य ऐसा था कि वह वानखेड़े को छोड़कर किसी अन्य स्थान पर नहीं जा सकती थी। बीसीसीआई ने बहुत शालीनता से उस अनुरोध को स्वीकार कर लिया और मेरी मां और पूरा परिवार उस दिन वानखेड़े में थे। आज जब मैंने वानखेड़े में कदम रखा, तो मैं उन्हीं भावनाओं का अनुभव कर रहा हूं।'' तेंदुलकर ने कहा कि 2003 में एकदिवसीय विश्व कप फाइनल में पहुंचने के बाद भारत ने इस स्थान पर ही विश्व कप जीता था। उन्होंने विश्व कप जीतने के बाद साथी खिलाड़ियों के द्वारा कंधे पर उठाकर मैदान का चक्कर लगाने के बारे में कहा, ‘‘वह निस्संदेह मेरे जीवन का सबसे अच्छा क्षण था।'' इस मौके पर पूर्व हरफनमौला और भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने बड़ौदा के गेंदबाज तिलक राज के ओवर में छह छक्के लगाने को याद किया। इस कार्यक्रम में शानदार लेजर शो और संगीतमय प्रदर्शन के साथ एक कॉफी टेबल बुक और एक डाक टिकट भी जारी किया गया।
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नयी दिल्ली. भारतीय महिला टीम ने पहले खो-खो विश्व कप के फाइनल में रविवार को यहां नेपाल पर 78-40 की शानदार जीत के साथ खिताब अपने नाम किया। भारतीय खिलाड़ियों ने यहां इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में गति, रणनीति और कौशल का शानदार नमूना पेश करते हुए मैच की शुरुआत से अंत तक अपना दबदबा बनाये रखा। नेपाल ने टॉस जीतकर भारत को अटैक करने का न्योता दिया। कप्तान प्रियांक इंगले के नेतृत्व में भारतीय खिलाड़ियों ने शुरुआती टर्न में नेपाल को एक बार भी ड्रीम रन करने का मौका नहीं दिया और 34-0 की बढ़त बना ली। नेपाल ने दूसरे टर्न में अटैक करते हुए 24 अंक बनाकर वापसी की लेकिन इस दौरान बी चैत्रा ने ड्रीम रन पूरा कर भारत को भी एक अंक दिलाया। मध्यांतर के बाद भारत की बढ़त 35-24 की हो गयी।
भारतीय टीम तीसरे टर्न में अटैक करते हुए मैच पर पूरी तरह से हावी हो गयी। टीम ने 73-24 की बढ़त के साथ जीत को लगभग पक्का कर लिया। चैत्रा ने चौथे टर्न में भी ड्रीम रन से पांच अंक जुटा कर नेपाल के खिलाड़ियों को परेशान किया। नेपाल की टीम इस टर्न में 16 अंक ही जुटा सकी। भारतीय महिला टीम ने ग्रुप चरण में दक्षिण कोरिया, ईरान और मलेशिया पर शानदार जीत दर्ज करने के बाद क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश और सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को एकतरफा अंदाज में हराया था। - नयी दिल्ली. भारतीय महिला और पुरुष टीम ने शनिवार को यहां अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए खोखो विश्व कप में अपने प्रतिद्वंद्वी को हराकर फाइनल में प्रवेश किया। महिला टीम ने सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 66-16 से जबकि पुरुष टीम ने भी दक्षिण अफ्रीका को 62-42 से शिकस्त देकर टूर्नामेंट के पहले चरण की खिताबी भिड़ंत में जगह बनाई। अब दोनों पुरुष और महिला टीमें फाइनल में नेपाल से भिड़ेंगी।नेपाल की महिला टीम ने सेमीफाइनल में यूगांडा को 89-18 से हराया।पुरुष वर्ग में नेपाल ने ईरान को 72-20 से हराकर खिताबी मुकाबले में अपनी जगह पक्की की।
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मुंबई. भारतीय टेस्ट और वनडे टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने जम्मू-कश्मीर के खिलाफ मुंबई के अगले रणजी ट्रॉफी मैच के लिए अपनी उपलब्धता की शनिवार को पुष्टि की लेकिन घरेलू मैचों में स्टार खिलाड़ियों की भागीदारी को लेकर कहा कि अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर के व्यस्त कार्यक्रम से खिलाड़ियों के लिए समय निकालना मुश्किल है। रोहित ने यह भी कहा कि कोई भी खिलाड़ी शीर्ष घरेलू प्रतियोगिता को हल्के में नहीं लेता है।
रणजी ट्रॉफी का दूसरा चरण 23 जनवरी से शुरू हो रहा है। मुंबई की टीम यहां के एमसीए-बीकेसी ग्राउंड में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ खेलेगी। बीसीसीआई मुख्यालय में यहां संवाददाता सम्मेलन के दौरान घरेलू मैच के लिए उनकी उपलब्धता के बारे में पूछे जाने पर रोहित ने कहा, ‘‘पिछले छह सात वर्षों से अगर आप हमारे कैलेंडर को देखें तो ऐसा कभी नहीं हुआ कि हम 45 दिनों तक घर बैठे रहे हो। ऐसा तभी होता है जब आईपीएल खत्म होने के तुरंत बाद कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं होता है।'' भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘हमारा घरेलू सत्र अक्टूबर में शुरू होता है और मार्च तक चलता है। जो खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम के लिए सभी प्रारूप नहीं खेल रहे हैं और जब घरेलू क्रिकेट हो रहा है, तो वे इसमें खेल सकते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘ मैं अपनी बात करूं तो मैंने 2019 से नियमित रूप से टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया दिया है। ऐसे में आपको मुश्किल से ही समय मिलता है। जब आप नियमित रूप से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हैं, तो आपको तरोताजा होने के लिए समय की जरूरत होती है। ऐसा नहीं है कि कोई घरेलू क्रिकेट को हल्के में ले रहा है।'' सैंतीस साल के इस खिलाड़ी ने टेस्ट में अपनी पिछली 15 पारियों में सिर्फ एक अर्धशतक बनाने के बावजूद इस प्रारूप से संन्यास लेने से इनकार कर दिया है। रोहित ने मंगलवार को वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई टीम के साथ अभ्यास किया था। रोहित हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बुरी तरह विफल रहे। वह तीन मैचों की पांच पारियों में सिर्फ 31 रन ही बना सके थे। खराब फॉर्म के कारण वह पांच मैचों की श्रृंखला के आखिरी टेस्ट को नहीं खेले थे।