टाटा मोटर्स की ग्लोबल थोक बिक्री 7% बढ़ी
नई दिल्ली। टाटा मोटर्स की वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में वैश्विक थोक बिक्री 7 फीसदी बढ़ गई। इस दौरान कंपनी ने मुख्य रूप से जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) की बिक्री में वृद्धि की वजह से 3,42,276 गाड़ियां बेचीं। क्रमिक आधार पर कंपनी ने वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 3,22,159 गाड़िया बेची थीं। इसकी तुलना कंपनी ने वैश्विक थोक बिक्री में 6.3 फीसदी की वृद्धि दर्ज की।
जेएलआर की वैश्विक थोक बिक्री 96,817 गाड़ियों की थी थी, जो चेरी जेएलआर जेवी की बिक्री को छोड़कर 29 फीसदी अधिक थी। इसमें से तिमाही के दौरान जगुआर की थोक बिक्री 13,560 गाड़ियों की रही, जबकि लैंड रोवर की थोक बिक्री 83,257 इकाई रही। पिछली तिमाही के मुकाबले जेएलआर की थोक बिक्री वित्त वर्ष पहली तिमाही के 93,252 से थोड़ी बढ़ी।
दूसरी तिमाही में टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहन और टाटा देवू रेंज की 1,06,620 गाड़ियां बिकीं। यह पिछले साल की समान अवधि से 3 फीसदी ज्यादा है। वहीं, यात्री वाहनों की बिक्री 3 फीसदी कम हो गई। इस दौरान 1,38,929 गाड़ियां बिकीं। पिछली तिमाही में वाणिज्यिक वाहनों की थोक बिक्री में 15 फीसदी की गिरावट आई थी और कंपनी ने वहां से रफ्तार पकड़ी। पिछली तिमाही के मुकाबले वैश्विक वाणिज्यिक थोक वाहनों की बिक्री में 57 फीसदी का इजाफा हुआ।
वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में यात्री वाहनों की बिक्री 8 फीसदी बढ़कर 1,40,450 गाड़ियों की हो घई थी। दूसरी तिमाही में भारत में यात्री वाहनों की बिक्री प्रभावित हुई क्योंकि उपयोगिता वाहन (यूवी) की बिक्री में गिरावट देखी गई। घरेलू बाजार में नेक्सन और पंच की बिक्री पिछले साल के मुकाबले करीब 5 फीसदी कम रही। इसकी तुलना में जुलाई से सितंबर तिमाही में हैरियर और सफारी की बिक्री 45 फीसदी कम रही।
टाटा मोटर्स ने हाल ही में भारतीय बाजार में नेक्सन का नया संस्करण (फेस लिफ्ट) पेश किया और धीरे-धीरे अपने पुराने मॉडल के उत्पादन कम किया। इससे संख्या पर असर पड़ा। कंपनी हैरियर का फेस-लिफ्ट संस्करण लाने की भी योजना बना रहा है।
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