खरीफ खाद्यान्न उत्पादन 2025-26 में 17.13 करोड़ के लक्ष्य से अधिक रहेगा : कृषि आयुक्त
नयी दिल्ली. कृषि आयुक्त पी. के. सिंह ने सोमवार को कहा कि अधिक बुवाई और अनुकूल मानसूनी बारिश के कारण देश का खरीफ खाद्यान्न उत्पादन फसल वर्ष 2025-26 (जुलाई-जून) के लिए निर्धारित 17 करोड़ 13.9 लाख टन के सरकारी लक्ष्य को पार कर जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि कम बुवाई के बावजूद, तिलहन और दलहन फसलों के लिए संभावनाएं सकारात्मक बनी हुई हैं क्योंकि अच्छी फसल स्थितियों के कारण उत्पादकता अधिक रहने की उम्मीद है। सिंह ने कहा कि खरीफ मौसम में कुल बुवाई क्षेत्र की तुलना में बाढ़ और भारी बारिश से फसलों को हुआ नुकसान कम है। बायोलॉजिकल एग्री सॉल्यूशंस एसोसिएशन ऑफ इंडिया (बीएसएआई) द्वारा आयोजित एक सम्मेलन के अवसर पर सिंह ने कहा, ‘‘फसल की स्थिति अच्छी है और कुल (खरीफ खाद्यान्न) उत्पादन इस वर्ष के लिए निर्धारित लक्ष्यों से अधिक होगा।'' उन्होंने कहा कि खरीफ फसलों का रकबा पिछले वर्षों की तुलना में अधिक हो गया है, जो हाल के वर्षों में सामान्य 10.95 करोड़ हेक्टेयर से बढ़कर 11 करोड़ हेक्टेयर से अधिक है, जो धान और मक्का के बढ़ते रकबे का परिणाम है। सिंह ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में बाढ़ और भारी बारिश से नुकसान की सूचना है, लेकिन प्रभावित क्षेत्र कुल बोए गए क्षेत्र की तुलना में छोटा है। उन्होंने कहा कि वास्तविक नुकसान का आकलन बाढ़ का पानी उतरने के बाद ही पता चलेगा। तिलहन, विशेष रूप से सोयाबीन के लिए, खेती का रकबा कम था, लेकिन फसल की स्थिति बहुत अच्छी बनी हुई है, जिससे उत्पादकता बढ़ने की संभावना है। उन्होंने कहा कि यही बात दालों पर भी लागू होती है। रबी (सर्दियों) की बुवाई के बारे में, कृषि आयुक्त ने कहा कि राजस्थान में जल्दी कटाई के बाद इसकी शुरुआत हो गई है, जबकि अन्य जगहों पर तैयारियां चल रही हैं। सिंह ने कहा कि सरकार तीन से 18 अक्टूबर तक ‘‘विकसित कृषि अभियान'' शुरू करेगी, जिसके तहत किसानों को सहयोग देने के लिए गांवों में 2,100 टीमें तैनात की जाएंगी।


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