प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना से महासमुंद जिले के हितग्राही हो रहे लाभान्वित
-कहीं बिजली बिल शून्य या न्यूनतम, पर्यावरण को भी लाभ
महासमुंद / भारत सरकार द्वारा प्रारंभ की गई “पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना“ आम नागरिकों के लिए ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक प्रभावी कदम साबित हो रही है। इस योजना का उद्देश्य देश के आवासीय परिवारों को अपनी बिजली स्वयं उत्पन्न करने के लिए प्रोत्साहित करना है। इसके अंतर्गत 5 किलोवाट तक के सोलर रूफटॉप सिस्टम पर केंद्र सरकार द्वारा 78,000 रुपए तथा राज्य सरकार द्वारा 30,000 रुपए तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है। इस पहल से न केवल आम जनता को आर्थिक राहत मिल रही है, बल्कि अक्षय ऊर्जा को भी बढ़ावा मिल रहा है। महासमुंद जिले के अनेक नागरिक इस योजना का लाभ उठा रहे हैं और अपने अनुभव साझा कर रहे हैं।
महासमुंद के त्रिमूर्ति कॉलोनी निवासी श्री अजय कुमार श्रीवास ने बताया कि उन्होंने अपने घर की छत पर 5 किलोवाट क्षमता का सौर पैनल सिस्टम स्थापित कराया है। उन्होंने जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में लगे सोलर पैनल को देखकर प्रेरणा ली और योजना की जानकारी जुटाकर लगभग छह माह पूर्व आवेदन किया। पंजीकृत वेंडर द्वारा सोलर सिस्टम स्थापित किए जाने के बाद उनका बिजली बिल अब शून्य हो गया है, बल्कि माइनस में जाकर उन्हें क्रेडिट यूनिट का भी लाभ मिल रहा है। श्रीवास ने कहा, यह योजना वास्तव में आम जनता के लिए लाभकारी पहल है। इससे न केवल बिजली खर्च से राहत मिली है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देने का अवसर मिल रहा है। हर परिवार को इस योजना का लाभ उठाना चाहिए।
महासमुंद के गांधी चौक निवासी श्री ऋषभ बाफना ने अपने घर की छत पर 3 किलोवाट क्षमता का सौर पैनल सिस्टम लगवाया है। उन्होंने बताया कि एक मिल में सोलर पैनल देखकर उन्हें प्रेरणा मिली और उन्होंने योजना का लाभ लेने का निर्णय लिया। मात्र दो माह में ही उन्हें सौर ऊर्जा का लाभ मिलने लगा है।पूर्व में उनके दो अलग-अलग मीटरों पर कुल 15,000 रुपए तक का बिजली बिल आता था, जो अब घटकर लगभग 1,500 रुपए के आसपास रह गया है। उन्होंने शासन की इस योजना की सराहना करते हुए कहा, सोलर पैनल लगाने से हम न केवल बिजली बिल में कमी ला रहे हैं, बल्कि पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता भी घटा रहे हैं।
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