सत्यजीत रे की ‘पाथेर पांचाली’ के साथ जी-20 फिल्म महोत्सव की शुरुआत
नयी दिल्ली। सत्यजीत रे की ग्रामीण भारत की सादगी को दर्शाने वाली श्वेत-श्याम फिल्म “पाथेर पांचाली” बड़े पर्दे पर प्रदर्शित की गई, जिससे फिल्म प्रेमियों को बहुत खुशी हुई जो इस दुर्लभ अनुभव के लिए हॉल में जुटे थे। बुधवार की शाम जब फिल्म खत्म हुई तो ज्यादातर युवा इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के सी.डी. देशमुख ऑडिटोरियम से बाहर निकल आए वहीं कई फिल्म प्रेमी विशिष्ट दृष्टिकोण वाले राय के 1955 के पहले काम के 112 मिनट का आनंद लेने के लिए परिसर में रुके रहे।
अंग्रेजी में “सॉन्ग ऑफ द लिटिल रोड” शीर्षक से बनी “पाथेर पांचाली” जी20 फिल्म महोत्सव की शुरुआती फिल्म थी, जिसे विदेश मंत्रालय के जी20 सचिवालय के सहयोग से इंडिया इंटरनेशनल सेंटर द्वारा आयोजित किया गया था।अनुभवी फोटोग्राफर अविनाश पसरीचा, जिन्होंने लखनऊ में राय की एकमात्र हिंदी फिल्म “शतरंज के खिलाड़ी” के सेट पर रे की तस्वीरें खींची थीं, ने इस अवसर पर महान फिल्म निर्माता को याद किया।
फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद पसरीचा ने बताया, “मैं खुद सत्यजीत रे को जानता हूं। मैंने कई साल पहले कलकत्ता में जाकर उनकी तस्वीरें खींची थीं। और मैंने इस (फिल्म) के बारे में सुना था… दरअसल, मैं बांग्ला नहीं समझता। सौभाग्य से, इसे अंग्रेजी उपशीर्षक के साथ रखा गया था”।
उन्होंने कहा, “लेकिन ये बहुत ही मर्मस्पर्शी फिल्म है। श्वेत-श्याम में एक अविश्वसनीय कैप्चर। यह अद्भुत था, इस महोत्सव ने मुझे वास्तव में इस जीवन में इसे फिर से देखने पर मजबूर कर दिया। मुझे खुशी है कि उन्होंने फिल्म (महोत्सव) की शुरुआत इसी से की।”
कल शाम बड़े पर्दे पर “पाथेर पांचाली” देखने के लिए 300 से अधिक दर्शक पहुंचे। कुछ लोगों को फिल्म देखे बिना ही वापस लौटना पड़ा क्योंकि 230 सीटों वाला सभागार जल्दी ही भर गया। सभी स्क्रीनिंग में प्रवेश सभी के लिए खुला है और निःशुल्क है, लेकिन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर।
जी20 फिल्म महोत्सव में 16 मौलिक पुरस्कार विजेता अंतर्राष्ट्रीय फीचर फिल्में प्रस्तुत की जाएंगी जो प्रत्येक देश के मुद्दों और चिंताओं को दर्शाती हैं।
यह महोत्सव तीन सितंबर तक चलेगा।
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