आयुर्वेद में कई मर्जों की दवा है अदरक, जानें खाने का तरीका और फायदे
अदरक को अगर आप सिर्फ चाय का स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल करते हैं तो यहां इसके कई सारे फायदे जान सकते हैं। आयुर्वेद में इसको औषधि के रूप में गिना जाता है।
आयुर्वेद में कई मर्जों की दवा है अदरक, जानें खाने का तरीका और फायदे
अदरक में कई सारे औषधीय गुण होते हैं। आयुर्वेद के साथ मेडिकल साइंस भी इस बात को मानता है। अगर आपका पेट फूलता है, खांसी है, गला खराब है, सर्दी हुई है या पाचन की समस्या है तो आप सर्दियों में अदरक को कई तरह से ले सकते हैं। आयुर्वेद डॉक्टर दीक्षा भावसार ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर बताया है कि अलग-अलग समस्याओं में अदरक के क्या फायदे हैं। साथ ही इसे खाने का क्या तरीका है। खासतौर पर सर्दी में यह आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
--अगर आपका हाजमा सही नहीं है तो छाछ में सोंठ मिलाकर पिएं।
--अगर आपका गला खराब है, खांसी, सर्दी हुई है या पेट फूल रहा है तो एक इंच अदरक लेकर इसे कद्दूकस कर लें। फिर इसे आधे ग्लास पानी में 3-5 मिनट तक पका लें। फिर इसे छानकर पी लें।
--सर्दियों में इम्यूनिटी अच्छी रखनी है और ब्लोटिंग, गले की खराश से बचना है तो एक लीटर पानी में आधा चम्मच सोंठ का पाउडर लें। इसे 15 मिनट तक धीमी आंच पर उबालें। इस पानी को पूरे दिन घूंट-घूंट कर पीते रहें।
--अगर आपका लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा तो जीरा, धनिया और सौंफ वाली चाय में 1 इंच अदरक घिसकर डालें। खाना खाने के एक घंटे बाद इसे खाएं इससे लिवर फंक्शन ठीक होगा।
--अगर भूख नहीं लग रही और मुंह का स्वाद खराब है तो 5 एमएल अदरक का जूस लें। इसमें एक चम्मच शहद डालें। , चुटकीभर नमक और 5 बूंद नींबू की डालकर खाने के पहले पिएं।
--अगर आपका हाजमा सही नहीं है तो सोंठ और गुड़ की छोटी-छोटी गोलियां बनाएं।
--अदरक की प्रकृति गरम होती है। अगर आप पित्त या ब्लींडिंग डिसऑर्डर जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं तो इसे बिना डक्टर की सलाह के मत लें।
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