परिवार छोड़कर संत बने जीजा को मारने आया था साला...! अंधेरे में दूसरे को मार डाला...!
पानीपत। हरियाणा के पानीपत जिले के गांव शेरा के पास बाबा शुक्रनाथ समाधि पर बनी कुटिया में एक सन्यासी बाबा की कथित रूप से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।
पुलिस ने बताया कि घर परिवार छोड़कर बाबा बने जीजा को मारने के लिए उसका साला आया था, मगर अंधेरे के चलते वह किसी दूसरे बाबा को मौत के घाट उतार कर फरार हो गया। दूसरे बाबा पर हमला होते देख आरोपी का जीजा मौके से भाग निकला, जिससे उसका बचाव हो गया। वारदात की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पानीपत सिविल अस्पताल पहुंचाया। शेरे गांव के लोगों के बयानों और शिकायत के आधार पर मतलौडा थाना पुलिस ने आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस ने बताया कि करनाल के गांव जैणी के रहने वाले बाबा रामपाल गिरी ने बताया कि वह पानीपत के गांव खंडरा में शादीशुदा है। उसके तीन बच्चे भी हैं। पारिवारिक क्लेश के चलते उसने परिवार त्याग दिया और बाबा बन गया। इसी बात को लेकर उसके ससुराल पक्ष के लोग उससे नाराज थे। इसकी रंजिश रखते हुए उसका साला आरोपी महेंद्र कुटिया पर आया और उसने झगड़ा किया। झगड़े का बीच-बचाव वहां से गुजर रहे एक मच्छी पालक ने किया, जिसके बाद आरोपी महेंद्र वहां से चला गया था। वह भी वापस अंदर जाकर कुटिया में लेट गया था। इसके करीब 5 ही मिनट बाद आरोपी महेंद्र दोबारा आया और उसने कुटिया के भीतर सो रहे सन्यासी बाबा सेवानाथ (65) पर ताबड़तोड़ लाठी-डंडों से हमला कर दिया। बाबा रामपाल गिरी का कहना है कि उसने हमला होते हुए देखा तो वह स्थिति को भांप गया और वहां से भाग निकला।







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