प्रधानमंत्री ने कहा-नई शिक्षा नीति शिक्षा को प्रौद्योगिकी से जोड़ेगी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत को वैश्विक शिक्षा केन्द्र के रूप में स्थापित करेगी और देश में नए अवसर उत्पन्न करेगी। प्रधानमंत्री ने आज वीडियो कान्फ्रेंस के ज़रिए आईआईटी गुवाहाटी के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए आशा व्यक्त की कि युवाओं के सपनों से ही आने वाले दिनों में देश की वास्तविकता आकार लेगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य शिक्षा को प्रौद्योगिकी से जोडऩा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस नीति के तहत राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी शिक्षा नीति मंच स्थापित किया जा रहा है। श्री मोदी ने कहा कि शोध के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति में पर्याप्त प्रावधान किए गए हैं। इसके लिए धन उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था की गई है। श्री मोदी ने आज तीन सौ विद्यार्थियों को पी. एच. डी. डिग्री दिए जाने की सराहना की। कोविड-19 महामारी से निपटने में आईआईटी गुवाहाटी की भूमिका की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह संस्थान क्षेत्र में बाढ़ और भूस्खलन से निपटने तथा अनुसंधान के ज़रिए स्थानीय संसाधनों को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
श्री मोदी ने आशा व्यक्त की कि यह संस्थान भारतीय ज्ञान संस्?थान तथा आपदा प्रबंधन और जोखिम उन्नमूलन केन्द्र की स्थापना में भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि असम और पूर्वोत्तर क्षेत्र में अपार संभावनाएं और संसाधन हैं।
इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कोविड महामारी से लड़ाई में आईआईटी गुवाहाटी की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस संस्थान से राज्य को आपदा प्रबंधन और जोखिम कम करने में मदद मिली है।
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में आईआईटी गुवाहाटी ने महत्वपूर्ण निभाई है। उन्होंने विद्यार्थियों से भावी चुनौतियों के लिए तैयार रहने का आग्रह किया।
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