गांव में ठंड के कारण मरे लंगूर का विधि-विधान से किया गया अंतिम संस्कार
राजगढ़ । मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के डालूपुरा गांव के रहवासियों ने वहां ठंड के कारण मरे एक लंगूर का विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया और उसके सम्मान में मृत्यु भोज देने की योजना भी बनाई है। पूर्व सरपंच ने इसकी जानकारी दी । पूर्व सरपंच ने बताया कि बृहस्पतिवार को आयोजित इस लंगूर की शवयात्रा के दौरान बैंड बाजे बजाये गये और भजन कीर्तन भी किये गये। डालूपुरा पंचायत के पूर्व सरपंच अर्जुन सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा कि उनके गांव के सभी निवासी बंदरों को भगवान हनुमान जी का स्वरूप मानते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘शनिवार को इस लंगूर को मरे तीन दिन होंगे। हमने उस दिन इस लंगूर के मृत्यु भोज की योजना बनाई है। हंसमुख लंगूर बुधवार को गांव में भटक कर आया था और दिनभर तो वह उछल-कूद करता रहा, लेकिन रात में अचानक एक घर के सामने बैठकर कांपने लगा। यह देख गाँव के कुछ लोगों ने उसके पास अलाव जलाया, ताकि उसे ठंड न लगे। बंदर की तबीयत और बिगड़ी तो तत्काल उसे लेकर पशु चिकित्सक के पास खिलचीपुर पहुंचे।'' चौहान ने कहा, ‘‘पशु चिकित्सक से इलाज करवाकर हम उसे वापस गांव ले आए। देर रात तक हम उसे गर्म कपड़े ओढ़ाकर बचाने की कोशिश करते रहे। लेकिन बृहस्पतिवार तड़के करीब दो बजे इस लंगूर ने दम तोड़ दिया।'' उन्होंने कहा कि यह देख गांव वाले भावुक हो गए और रात भर वे उसके शव के पास ही बैठे रहे।
चौहान ने कहा कि बृहस्पतिवार सुबह बैंडबाजों के साथ उसकी अंतिम यात्रा गांव के हनुमान मंदिर से प्रारंभ हुई और मुक्तिधाम पहुंची, जहां ग्रामीणों ने विधि विधान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया। इसमें गांव के लगभग सभी लोग शामिल हुए।
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