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- -मुख्यमंत्री ने परिजनों को चार-चार लाख रूपए की सहायता राशि देने की घोषणा कीरायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से शुक्रवार को यहां उनके निवास कार्यालय में खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत के नेतृत्व में खुज्जी विधानसभा के पूर्व विधायक श्री भोलाराम साहू तथा सड़क दुर्घटना में मृत चार व्यक्तियों के परिजनों ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने 17 जुलाई 2023 को हुए एक दुःखद सड़क हादसे में मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और उन्हें हर संभव सहयोग का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर परिवार की आर्थिक परेशानियों को देखते हुए चारों मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रूपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी की।गौरतलब है कि राजनांदगांव जिले के छुरिया में बोईरडीह स्थित एक पुल पर दो मोटर साइकिल की भिड़ंत में चार युवाओं श्री हितेश चावरे, श्री दिलीप मंडावी, श्री शिवेन्द्र नेताम और श्री मोमेन्द्र कुंजाम की मृत्यु हुई थी।
- -चिकित्सकों के नियमित पदों पर भर्ती हेतु की गई घोषणा के लिए व्यक्त किया आभाररायपुर, / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से शुक्रवार को यहां उनके निवास कार्यालय में द इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट छत्तीसगढ़ स्टेट ब्रांच के सदस्यों ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री बघेल के द्वारा भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में फिजियोथेरेपी चिकित्सकों के नियमित पदों पर भर्ती हेतु की गई घोषणा के लिए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत चक्रवर्ती, सचिव डॉ. अखिलेश साहू, डॉ. अविनाश कुशवाहा, डॉ. कार्तिक बघेल और डॉ. अवल प्रसाद भी उपस्थित थे।
- रायपुर / छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति श्री रमेश सिन्हा ने 28 जुलाई को हाईकोर्ट के मामलों की सुनवाई पश्चात् औचक निरीक्षण हेतु जॉजगीर-चांपा पहुंचे। उन्होंने वहां जिला न्यायालय, परिवार न्यायालय एवं विधिक सेवा प्राधिकरण के समस्त कक्षों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वहां पर उन्होंने परिसर में अस्त व्यस्त पार्किंग, कोर्ट प्रांगण में अवारा पशुओं का विचरण, भवन की दिवालों में जगह-जगह सीपेज होना तथा वॉशरूम को अत्यधिक अस्वच्छ होना पाया। उपरोक्त तथ्यों को लेकर नाराजगी व्यक्त की एवं सभी समस्याओं के शीघ्र निराकरण हेतु जिला न्यायाधीश को निर्देश दिये गये।ज्ञात हो कि मुख्य न्यायाधिपति द्वारा यह औचक निरीक्षण का लगातार दूसरा दिन था। मुख्य न्यायाधिपति श्री सिन्हा द्वारा अधिवक्ताओं के बाररूम का भी निरीक्षण किया गया तथा उनके समस्याओं को सुनकर शीघ्र निराकरण करने हेतु संबंधितों को निर्देश दिये। उनके द्वारा कॉन्फ्रेन्स हॉल में जिले के सभी न्यायाधीशों के साथ एक संयुक्त बैठक कर प्रकरणों को शीघ्रातिशीघ्र निराकरण करने एवं 5 से 10 वर्ष के पुराने प्रकरणों को प्राथमिकता देते हुए त्वरित गति से निराकृत करने हेतु निर्देश दिया गया। औचक निरीक्षण में उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल श्री अरविन्द कुमार वर्मा भी शामिल थे।ज्ञात हो कि मुख्य न्यायाधिपति श्री रमेश सिन्हा को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में आये हुए मात्र 03 माह ही व्यतीत हुए हैं। उक्त 03 माह के कार्यकाल में ही जिला न्यायालय रायपुर, बिलासपुर, कॉकेर, जगदलपुर दंतेवाड़ा, कोरबा, कटघोरा एवं मुंगेली का निरीक्षण कर मूलभूत सभी आवश्यक कार्य को शीघ्रातिशीघ्र दुरूस्त करने का निर्देश दे चुके हैं।इस प्रकार मुख्य न्यायाधिपति के लगातार औचक निरीक्षण करने से राज्य के समस्त जिला न्यायालयों एवं संबंधित अधिनस्थ न्यायालयों में मूलभूत सुविधाओं में सुधार होना प्रारंभ हो गया है।
- -रोगों की निगरानी और रिपोर्टिंग के लिए पुख्ता व्यवस्था बनाने के दिए निर्देशरायपुर.। उप मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने आज एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) के अंतर्गत गठित राज्य स्तरीय निगरानी समिति की बैठक ली। उन्होंने रायपुर के सिविल लाइन स्थित नवीन विश्राम भवन में आयोजित बैठक में एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के तहत सूचीबद्ध सभी बीमारियों की नियमित निगरानी के निर्देश दिए। उन्होंने इस संबंध में निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए निगरानी और रिपोर्टिंग की पुख्ता व्यवस्था बनाने को कहा। श्री सिंहदेव ने राज्य स्तरीय निगरानी समिति की अगली बैठक शीघ्र आयोजित करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्लै, सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक श्री भोसकर विलास संदिपान भी बैठक में शामिल हुए।एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. धर्मेन्द्र गहवई ने बैठक में बताया कि राज्य में सिंड्रोमिक (Syndromic) सर्विलेंस, प्रिज्मटिव्ह (Presumptive) सर्विलेंस और लैबोरेटरी सर्विलेंस के माध्यम से रोगों की निगरानी की जा रही है। रोगों पर त्वरित नियंत्रण और रोकथाम के लिए अलग-अलग स्तरों पर रैपिड रिस्पॉन्स टीम का गठन भी किया गया है। राज्य स्तर पर एक, क्षेत्रीय स्तर पर छह, जिला स्तर पर 33 और विकासखंड (सीएचसी/पीएचसी) स्तर पर 926 रैपिड रिस्पॉन्स टीमें गठित हैं।डॉ. गहवई ने बताया कि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के अंतर्गत पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में राज्य में एस-फॉर्म (सिंड्रोमिक सर्विलेंस) में 69 प्रतिशत, पी-फॉर्म (प्रिज्मटिव्ह सर्विलेंस) में 82 प्रतिशत और एल-फॉर्म (लैबोरेटरी सर्विलेंस) में 78 प्रतिशत रिपोर्टिंग हुई है। इन तीनों फॉर्म्स में रिपोर्टिंग भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य क्रमशः 61 प्रतिशत, 66 प्रतिशत और 62 प्रतिशत से अधिक है। राज्य स्तरीय निगरानी समिति की बैठक में चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. विष्णु दत्त, महामारी नियंत्रण के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा, राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. वी.आऱ. भगत और राज्य स्वास्थ्य संसाधन केंद्र के संचालक श्री समीर गर्ग भी मौजूद थे।
- -मतदाता जागरूकता के लिए सभी का सहयोग जरूरी : सीईओ श्रीमती कंगालेरायपुर /भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूची विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2023 का शुभारंभ 2 अगस्त से हो रहा है। इस दिन राज्य के सभी मतदान केंद्रों में मतदाता सूची का प्रारंभिक प्रकाशन किया जाएगा। पुनरीक्षण के संबंध में दावा-आपत्ति 31 अगस्त तक प्राप्त किए जाएंगे। इसी क्रम में 12 और 13 अगस्त तथा 19 और 20 अगस्त को मतदान केंद्रों में विशेष शिविर भी आयोजित किया जाएगा।मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले की अध्यक्षता में आज पुनरीक्षण कार्यक्रम में जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिए छत्तीसगढ़ के विभिन्न एनजीओ के साथ बैठक आयोजित की गई। सीईओ श्रीमती कंगाले ने आसन्न विधानसभा निर्वाचन 2023 के दृष्टिगत सभी पात्र एवं पंजीकृत मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में जुड़वाने के लिए संस्थाओं कोे सहयोग करने के निर्देश दिए।मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि मतदाता सूची में नाम नहीं होने के कारण बहुत सारे मतदाता मतदान से वंचित हो जाते हैं, और यह जागरूकता की कमी से होता है। सीईओ श्रीमती कंगाले ने 2 अगस्त से प्रारंभ होने वाले विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के द्वितीय चरण के प्रारंभिक दिवस पर जिला मुख्यालयों में युवा, महिलाएं, वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन, तृतीय लिंग और शासकीय कर्मचारियों को सम्मिलित करते हुए शहर के प्रमुख मार्गों में वॉकाथॉन और सायकल रैली का आयोजन करने के निर्देश दिए। अधिक से अधिक लोगों तक इस कार्यक्रम की जानकारी पहुंचाने के लिए सामाजिक संस्थाओं से सहयोग की अपील भी की गई। साथ ही श्रीमती कंगाले ने विद्यालयों और महाविद्यालयों में विभिन्न गतिविधियों के आयोजन की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने नगरीय क्षेत्रों में बल्क मोबाईल एसएमएस, सोशल मीडिया पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम और पोस्टर व होर्डिंग्स के माध्यम से पुनरीक्षण अवधि के दौरान सतत रूप से प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में स्मार्ट सिटी रायपुर, जिला पंचायत, जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय रायपुर एवं अन्य विभागों के अधिकारी सहित नेहरू युवा केंद्र, स्काउट गाइड, एनएसएस, एनसीसी एवं अन्य सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
- -अब तक 23 हजार से अधिक कृषकों ने वृक्षारोपण के लिए दी सहमति-चालू वर्ष में 36 हजार एकड़ भूमि में होगा वृक्षारोपण-पांच एकड़ से अधिक वाले किसानों का 09 हजार एकड़ रकबा पंजीकृतरायपुर /छत्तीसगढ़ में वाणिज्यिक वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘‘मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना’’ लागू की गई है। राज्य में योजनांतर्गत अब तक 23 हजार से अधिक हितग्राहियों द्वारा लगभग 36 हजार एकड़ निजी भूमि में मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना अंतर्गत वृक्षारोपण के लिए सहमति प्रदान कर दी गई है। इनमें पांच एकड़ से अधिक रकबा वाले किसानों का 09 हजार एकड़ रकबा में वृक्षारोपण का पंजीयन भी शाामिल है।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप राज्य में वृक्षों के व्यावसायिक उपयोग को बढ़ावा देने की अपार संभानाओं को देखते हुए यह योजना लागू की गई है। योजनांतर्गत कृषकों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से कृषकों की सहमति पर उनके भूमि पर वाणिज्यिक वृक्षारोपण किया जाना है।वन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना में किसानों द्वारा विशेष रूचि दिखाई जा रही है। मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना अंतर्गत अब तक पंजीकृत रकबा में टिशू कल्चर सागौन के लिए 2 हजार 600 एकड़, साधारण सागौन- 5 हजार एकड़ तथा टिशू कल्चर बांस के लिए 600 एकड़ शामिल है। इसके अलावा साधारण बांस-700 एकड़, क्लोनल नीलगिरी-18000 एकड़, चंदन-1300 एकड़, मिलिया डूबिया-825 एकड़ सम्मिलित है।राज्य में योजनांतर्गत 36 हजार एकड़ रकबे में वृक्षों का होगा रोपणइस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री व्ही. श्रीनिवास राव ने बताया कि मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजनांतर्गत राज्य में इस वर्ष विभिन्न प्रकार के प्रजाति के वृक्ष का 36 हजार एकड़ रकबे में रोपण किया जाएगा। मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना अंतर्गत समस्त वर्ग के सभी इच्छुक भूमि स्वामी पात्र होंगे। इसके अलावा शासकीय, अर्धशासकीय तथा शासन के स्वायत्व संस्थान जो अपने स्वयं के भूमि पर रोपण करना चाहते हैं, पात्र होंगे। इसी तरह निजी शिक्षण संस्थाएं, निजी ट्रस्ट, गैर शासकीय संस्थाएं, पंचायतें, भूमि अनुबंध धारक, जो अपने भूमि में रोपण करना चाहते हैं, वे पात्र होंगे।मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में वाणिज्यिक वृक्षारोपण को बढ़ावा देना है। इसके तहत राज्य के सभी कृषकों, शासकीय, गैर शासकीय, अर्धशासकीय, पंचायतें, अथवा स्वायत्व संस्थानों की भूमि पर वाणिज्यिक प्रजातियों के वृक्षारोपण उपरांत सहयोगी संस्था, निजी कंपनियों के माध्यम से निर्धारित समर्थन मूल्य पर वनोपज के क्रय की व्यवस्था करते हुए एक सुदृढ़ बाजार व्यवस्था आदि सुनिश्चित करना है।
- बालोद। कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा के मार्गदर्शन में आज तांदुला जलाशय आदमाबाद में बाढ़ आपदा से बचाव हेतु एन.डी.आर.एफ की तीसरी वाहिनी बटालियन मुण्डली कटक(ओडिशा) के द्वारा माॅकड्रिल का आयोजन किया गया। तांदुला जलाशय में एन.डी.आर.एफ. कटक की टी और नगर सेना की टीम द्वारा बाढ़ में फंसे व्यक्ति को कैसे बचाया जाए, इस संबंध में डेमो का प्रदर्शन किया गया। रेस्क्यू टीम के गोताखोरों द्वारा पानी की गहराई में जाकर डमी व्यक्ति को बाहर निकालकर दिखाया गया। एन.डी.आर.एफ. के मेडिकल सहायक टीम द्वारा सी.पी.आर. का लाइव प्रदर्शन भी किया गया। माॅकड्रिल में चार मोटरबोट का प्रयोग किया गया। इस अवसर पर इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र कुमार यादव, डिप्टी कलेक्टर सुश्री ठाकुर, जिला सेनानी एवं अग्निशमन अधिकारी श्री दिनेश रावटे, तहसीलदार श्री परमेश्वर मण्डावी सहित अन्य अधिकारी, रेडक्राॅस बालोद के सदस्य व स्कूली विद्यार्थी आदि मौजूद थे।
- -बालोद में पशुओं के कारण उत्पन्न समस्या की रोकथाम हेतु किए गए पुख्ता उपाय-सड़कों में घूमने वाले पशुओं को ले जाया जाएगा गौठानबालोद। कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा के निर्देश पर कल शाम नगर पालिका परिषद बालोद द्वारा नगर की सड़कों पर विचरण कर रहे घुमंतू पशुओं के कारण उत्पन्न समस्या के रोकथाम हेतु पुख्ता उपाय किया गया। अब पशु मालिकों द्वारा अपने अहाते में पशुओं को न रखने पर होगी कड़ी कार्रवाई। सड़कों में घूमने वाले पशुओं को गौठान ले जाने की कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध मे नगर के सभी वार्डों में मुनादी कर सूचना प्रसारित की गई है। 27 जुलाई की संध्या से नगर पालिका परिषद बालोद अंतर्गत अधिकारियों की संयुक्त टीम द्वारा कार्रवाई शुरू कर दी गई है। नगर पालिका परिषद बालोद के अध्यक्ष श्री विकास चोपड़ा, एसडीएम श्रीमती शीतल बंसल, मुख्य नगर पालिका अधिकारी बालोद श्री सुनील अग्रहरि सहित नगर पालिका बालोद, पशुपालन विभाग, यातायात विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, समाजसेवी युवाओं द्वारा नगर के मुख्य मार्गों में घूम रहे पशुओं को एकत्रित करते हुए गौठान ले जाया गया। गौठान में पशुओं के रखरखाव हेतु आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा संयुक्त टीम द्वारा की गई कार्रवाई का अवलोकन करने गौठान पहुंचे। उन्होंने वहां टीम द्वारा की गई कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए सभी सहभागी लोगों का उत्साहवर्धन किया। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा वे इस प्रकार की कार्रवाई नियमित रूप से जारी रखें। नगर में घुमंतू पशुओं के विचरण के कारण लोगों को आवागमन में किसी प्रकार की समस्या नही होनी चाहिए।
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-रोगियों को आसान उपचार और शोध एवं अनुसंधान पर विशेष ध्यान दें चिकित्सक
रायपुर ।अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के नए निदेशक के रूप में एम्स भोपाल के कार्यकारी निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने शुक्रवार को संस्थान का दौरा कर चिकित्सा शिक्षकों, अधिकारियों और छात्रों के साथ संवाद कर संस्थान की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने रोगियों के उपचार के लिए हर संभव कदम उठाने और दवाइयों एवं अन्य किट्स की खरीद को सरल बनाकर उन्हें आसानी से उपलब्ध कराने और शोध एवं अनुसंधान पर विशेष जोर दिया।उन्होंने महत्वपूर्ण उपकरणों और दवाइयों को अपेक्षाकृत आसानी के साथ विभिन्न विभागों को उपलब्ध कराकर रोगियों को आसान उपचार के लिए संबंधित विभागाध्यक्षों और अधिकारियों को निर्देशित किया। उनका कहना था कि सभी आवश्यक दवाइयां रोगियों को अमृत फार्मेसी के माध्यम से उपलब्ध कराई जानी चाहिए। इसके साथ ही आयुष्मान भारत के रोगियों को भी सरल प्रक्रिया के माध्यम से तुरंत उपचार मिलना चाहिए।प्रो. सिंह ने शिक्षकों और छात्रों के मध्य शोध और अनुसंधान की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करने और उन्हें हर संभव मदद प्रदान करने के लिए भी कहा। इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न प्रोजेक्ट्स के बारे में भी जानकारी ली और दीक्षांत समारोह की तैयारियों के लिए भी निर्देशित किया। इस अवसर पर उप-निदेशक (प्रशासन) अंशुमान गुप्ता, अधिष्ठाता (अकादमिक) प्रो. आलोक चंद्र अग्रवाल, प्रो. सरिता अग्रवाल, वित्त सलाहकार बी.के. अग्रवाल सहित वरिष्ठ शिक्षक और अधिकारी उपस्थित थे। - रायपुर /लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा सभी संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा और जिला शिक्षा अधिकारियों को आई फ्लू आंखों की बीमारी और मौसमी बीमारी के संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। जिन स्कूलों के बच्चों में आई फ्लू की समस्या है उनको स्कूल आने से मना करने एवं उन्हें घर में रहने की सलाह देने कहा गया है। साथ ही मौसमी बीमारी से बचाव के उपाय और उन्हें जागरूक करने के लिए सभी शासकीय और अशासकीय स्कूलों में जानकारी देने कहा गया है।लोक शिक्षण संचालनालय से जारी पत्र में कहा गया है कि आई फ्लू आंखों की एक बीमारी है, जिसे आंख आना, आंखों का गुलाबी होना या पिंग आई भी कहते हैं। आई फ्लू बरसात के मौसम में आंखों का इंफेक्शन तेजी से फैल रहा है। आंखों के होने वाले इंफेक्शन को आई फ्लू या कंजक्टिवाइटिस कहते हैं, इसमें इंफेक्शन होने वाले बच्चों की आंखें लाल हो जाती है। इसके साथ ही आंखों से पानी निकलता रहता है और सूजन आ जाती है। जिस कारण आंखों से साफ नहीं दिखता।आई फ्लू से बचने के उपाय- थोड़े-थोड़े समय पर अपने हाथों की सफाई करें, आंखों को बार-बार न छूए, अपने आसपास सफाई रखें, अपनी आंखों को समय-समय पर धोए, अगर बाहर जाना ज्यादा जरूरी है तो काला चश्मा पहनकर जाएं, पीड़ित व्यक्ति से आई कांटेक्ट बनाने से बचें, संक्रमित व्यक्ति के बेड, तौलिया या कपड़े का इस्तेमाल न करें तथा समस्या अधिक होने पर अपने नजदीकी अस्पताल जाकर डॉक्टर से ईलाज कराएं।शासकीय और अशासकीय स्कूलों में यह सभी जानकारी संबंधित अधिकारियों को प्रेषित करने निर्देशित किया गया है। इस संबंध में संचालक, महामारी नियंत्रण ने अपने परिपत्र में कंजक्टिवाइटिस के लक्षणों, उपचार और इससे बचाव के बारे में भी जानकारी दी है। उन्होंने परिपत्र में कहा है कि कंजक्टिवाइटिस आंख की आम बीमारी है जिसे हम आँख आना भी कहते हैं। इस बीमारी में रोगी की आँख लाल हो जाती है, कीचड़ आता है, आँसू आते हैं, चुभन होती है तथा कभी-कभी सूजन भी आ जाती है।कंजक्टिवाइटिस होने पर एंटीबायोटिक ड्रॉप जैसे जेंटामिसिन (Gentamicine), सिप्रोफ्लॉक्सिन (Ciprofloxacine), मॉक्सीफ्लॉक्सिन ( Moxifloxacin) आई ड्रॉप आँखों में छह बार एक-एक बूंद तीन दिनों के लिए मरीज को देना चाहिए। तीन दिनों में आराम न आने पर किसी अन्य बीमारी की संभावना हो सकती है। ऐसे में नेत्र विशेषज्ञ के पास दिखाना उचित होता है। अन्यथा गंभीर स्थिति निर्मित हो सकती है। कंजक्टिवाइटिस की जाँच एवं उपचार की सुविधा चिकित्सा महाविद्यालयों, जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में निःशुल्क उपलब्ध है।कंजक्टिवाइटिस संक्रामक बीमारी है जो सम्पर्क से फैलती है। अतः मरीज को अपनी आँखों को हाथ न लगाने की सलाह देनी चाहिए। रोगी से हाथ मिलाने से बचकर एवं उसकी उपयोग की चीजें अलग कर इस बीमारी के फैलाव को रोका जा सकता है। संक्रमित आँख को देखने से इस बीमारी के फैलने की धारणा केवल भ्रम है। यह बीमारी केवल सम्पर्क से ही फैलती है।
- -कृषि छात्रों हेतु कैरियर की संभावनाओं पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजितरायपुर । इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा है कि पिछले कुछ वर्षां में कृषि क्षेत्र का व्यवसायीकरण होने के कारण अब कृषि छात्रों के लिए अच्छे कैरियर की संभावनाएं बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के पूर्व तथा आजादी के बाद भी कई वर्षां तक कृषि की भूमिका देश की जनता को भोजन उपलब्ध कराने तक की सीमित थी, लेकिन पिछले कुछ वर्षां में खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के उपरान्त बाजार आधारित कृषि व्यवस्था का विकास होने लगा है, जिससे कृषि छात्रों के लिए बहुराष्ट्रीय कम्पनियों तथा निजी क्षेत्र में कैरियर विकास के अवसर बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब बहुत से कृषि छात्र अपना स्टार्टअप प्रारंभ कर स्वरोजगार की ओर भी प्रेरित हो रहे हैं। डॉ. चंदेल आज यहां इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के अंतर्गत कैरियर डेवलपमेन्ट सेन्टर द्वारा विद्यार्थियों के लिए ‘‘कृषि छात्रों के लिए कैरियर संभावनाएं’’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में विस्तार शिक्षा संस्थान आणनंद गुजरात के डॉ. केयुर गरधरिया ने छात्रों को संवाद कौशल के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि व्यक्तित्व विकास एवं कैरियर विकास में संवाद की अहम भूमिका होती है। आपके पास जितनी अच्छी संवाद क्षमता होगी जीवन के हर क्षेत्र में आप उतने ही अधिक सफल हो सकेंगे। कार्यशाला के दूसरे मुख्य वक्ता एजुकेशन एलायन्स एग्रीकल्चर भिलाई के संचालक अभिषेक सिंह राजपूत ने कृषि स्नातकों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार की संभावनाआें एवं कैरियर विकास के संबंध में जानकारी दी। दोनो मुख्य वक्ताओं ने विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का सामाधान भी किया। कार्यशाला को कृषि महाविद्यालय रायपुर के अधिष्ठाता डॉ. जी.के. दास तथा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय शर्मा ने भी संबोधित किया। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के प्लेसमेन्ट प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉ. अकरम खान ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. शुभा बैनर्जी ने किया। कार्यशाला में बड़ी संख्या में कृषि महाविद्यालय रायपुर के स्नातक, स्नातकोत्तर एवं शोध छात्र उपस्थित थे।
- दुर्ग /कलेक्टर व अध्यक्ष, इंडियन रेडक्रास सोसायटी श्री पुष्पेन्द्र सिंह मीणा प्रेरणा एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व सचिव श्री डॉ.जे.पी. मेश्राम इंडियन रेडक्रास सोसायटी तथा श्री जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल के मार्गदर्शन में जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग एवं जिला आपदा प्रबंधन समिति (होम गार्ड) के संयुक्त आयोजन में एक दिवसीय बाढ़ एवं आपदा प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन कार्यक्रम दुर्ग नगर स्थित शास.प्रा.शाला पोटिया के पिछे स्थित ‘‘माता तालाब’’ में 28 जुलाई 2023 को किया गया । उक्त कार्यकम में जिले के लगभग शासकीय व अशासकीय विद्यालय एवं महाविद्यालय केएक हजार युथ व जुनियर रेडक्रास के छात्र-छात्राएं एवं प्रभारीगण सम्मिलित हुए । इसके साथ उक्त कार्यक्रम में आसपास क्षेत्र के रहवासीयों ने भी बड़ी संख्या में सहभागिता निभाई । उक्त बाढ़ एवं आपदा प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन कार्यक्रम के उद्घाटन में श्री नागेन्द्र कुमार सिन्हा, जिला सेनानी दुर्ग, कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती सरिता अग्रवाल, डॉ. रेशमा लकेश गर्ल्स कॉलेज दुर्ग एवं श्रीमती संगीता वर्मा घनश्याम कॉलेज दुर्ग के द्वारा किया गया। इस दौरान नागेन्द्र कुमार सिन्हा ने उपस्थित जुनियर एवं युथ रेडक्रॉस के छात्र-छात्राओं को अपने संबोधन में कहा कि आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण हर नागरिक को लेना चाहिए । आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण प्राप्त नागरिक अपने के साथ इससे जरूरतमंद नागरिक की जन हानि को बचाता है । आपदा में फंसे उस व्यक्ति का दृढ़ निष्चय बहुत मजबुत होना चाहिए । श्री सिन्हा ने एस.डी.आर.एफ. के द्वारा चलाये गये कठिन रेस्क्यू मिशन के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की। कार्यक्रम को सहा. परियोजना अधिकारी श्री विवेक शर्मा ने भी संबोधित किया। सरिता अग्रवाल ने कार्यक्रम का स्वागत उदबोधन दिया ।उक्त प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन कार्यक्रम पोटिया स्थित छः एकड़ में फैला हुआ माता तालाब में जिला आपदा प्रबंधन समिति के प्रमुख श्री नागेन्द्र कुमार सिन्हा जिला कमाण्डेट एवं उनके प्रशिक्षको के द्वारा लाइव प्रदर्शन किया गया। इस दौरान प्रशिक्षकों के द्वारा जुनियर रेडक्रास के छात्र-छात्राओं एवं जन मानस को बाढ में प्रभावित एवं फंसे हुए व्यक्तियों को बचाने एवं पानी में डूबते हुए व्यक्तियों को तत्काल प्राथमिक सहायता एवं प्रभावित व्यक्ति के पेट से पानी निकालने की विधि बताई गई । श्री घनीराम यादव टीम प्रभारी के द्वारा सिमित एवं घरेलू संसाधनो का उपयोग करते हुए कैसे बाढ़ से बचा जाए इसकी जानकारी दी गई । इसके अंतर्गत जैसे खाली 05 प्लास्टिक के पानी बॉटल, 02 खाली टीपा, 2 मटका राफ्ट, गेलन राफ्ट, आदि से बाढ़ से बचा जा सकता है। कार्यशाला के दौरान आपदा प्रबंधन के सदस्यांे द्वारा बाढ एवं आपदा में उपयोग किये जाने वाले आधुनिक उपकरणो एवं सिमित संसाधनों द्वारा बचाव की जानकारी दी गई तथा एस.डी.आर.एफ. के द्वारा स्कोबा डाईविंग करके लाईव डेमो दिया गया जिसके अंतर्गत पानी में डुबे हुए व्यक्ति को कैसे ढूंढा जा सके । इसके पश्चात फायर फाईटिंग के अंतर्गत आग को बुछाने के भी उपाय छात्र-छात्राओं एवं प्रभारियों को डेमो करके दिखाया गया तथा छात्र-छात्राओं को भी डेमो करने को कहा गया । जिसके अंतर्गत गैस सिलेण्डर में लगी आग को गीले चादर, प्लास्टिक बाल्टी बड़ा, तथा हाथ से बंद करना सिखाया गया। इसके साथ-साथ शास.उ.मा.वि. उरला के जुनियर छात्र लिकेश साहू ने अपना आज के कार्यक्रम के उपरांत अनुभव बताया कि बाढ़ तथा आग लगने पर कैसे सावधानी रखनी चाहिए तथा अपने आस पास के साधन से इनसे कैसे अपने जीवन को बचाया जा सकता है। इसी प्रकार तिलक कन्या दुर्ग की छात्रा मिली साहू ने बताया कि आग लगने पर हमे अपनी सुरक्षा के साथ-साथ आग कैसे बुझाए इसकी जानकारी प्राप्त हुई। यूथ रेडक्रॉस हरप्रीत सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान प्रभावित व्यक्ति को सी.पी.आर. देना है ।उक्त कार्यक्रम में विद्यालय एवं महाविद्यालयों के छात्र-छात्रा एवं प्रभारियों ने भाग लिया जिसमें शास.आदर्श कन्या दुर्ग, शास.उ.मा.वि. तितुरडीह, सरस्वती शिशु मंदिर कसारीडीह दुर्ग, शास. महात्मागांधी उ.मा.वि. दुर्ग, विश्वदीप उ.मा.वि. दुर्ग, तुलराम आर्य कन्या उ.मा.वि. दुर्ग, शहीद भगत सिंह स्कुल, रूआंबांधा स्कुल, साईंस कॉलेज दुर्ग, रानीलक्ष्मी बाई स्कुल, सेजस जे.आर.डी. दुर्ग, नेशनल स्कुल दुर्ग, दुर्ग पब्लिक स्कुल, घनश्याम सिंह आर्य महाविद्यालय, अशरफिया पब्लिक स्कुल, देव संस्कृति कॉलेज खपरी, श्री महावीर जैन विद्यालय, सनसाईन स्कुल, सुराना कॉलेज, मदर कान्वेंट स्कुल, तितुरडीह स्कुल, तकियापारा स्कुल, गर्ल्स कॉलेज दुर्ग, सांई कॉलेज से.-6, बोरसी स्कुल, धनोरा स्कुल, सिकोलाभांठा स्कुल, सेजस दीपक नगर, उरला स्कुल, भारतीय महाविद्यालय दुर्ग आदि सम्मिलित हुए।उक्त कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्री युवराज देशमुख रेडक्रास जिला संगठक, श्रीमती नीतु रॉय, श्री आर.के. साहू, श्रीमती गायत्री देशमुख, श्री सचिन कुमार शर्मा, श्री संतोष कुमार बघेल, अजय नारायण, कीर्तन पटेल, हिमोनी बघेल, मनोरमा पाण्डेय, रेखा शर्मा, अनिल साहू, संतोषी सोनी, गंगा देवांगन, प्रणिता साहू, श्याम शंकर त्रिपाठी शशी किरण बघेल, अनिता सोनी, राममिलन उर्वाशा, अनिता अरोड़ा, संगीता वर्मा, प्रीति जंघेल, लोमन साहू, कुमुद साहू, डॉ. उमेश वैद्य दानेश्वर प्रसाद, संगीता चौधरी रितेश रहंागडाले, सुशील असाटी, अनिल देवांगन, सुनैना यादव, श्रद्धा साहू, एवं युथ रेडक्रास टीम आदि का सराहनीय सहयोग रहा । कार्यक्रम का संचालन अनिता बर्वे द्वारा किया गया ।
- -राज्य सरकार की योजनाओं को निचले स्तर तक पहुंचाना सभी लोगों की जिम्मदारी - ताम्रध्वज साहू-उत्कृष्ट कार्य के लिए 26 कर्मचारी सम्मानितदुर्ग / प्रदेश के लोक निर्माण, कृषि एवं गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू आज स्वामी विवेकानंद सभागार पद्मनाभपुर में आयोजित पंचायत सचिव, रोजगार सहायक एवं राजीव युवा मितान, रामायण मण्डली सम्मेलन में शामिल हुए। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा यादव, जनपद अध्यक्ष श्री देवेन्द्र देशमुख सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरूआत श्री साहू ने छत्तीसगढ़ महतारी के तैलचित्र पर माल्यार्पण दीप प्रज्जवलित कर किया।कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि पंचायत सचिव, रोजगार सचिव एवं राजीव युवा मितान, रामायण मण्डली की जिम्मेदारी राज्य सरकार की प्राथमिकता वाली योजनाओं को हर वर्ग एवं निचले स्तर तक पहुंचाना है। उन्होंने सभी पदाधिकारियों की जिम्मेदारी की विस्तार से चर्चा की। रामायण मण्डली के पदाधिकारियों को कहा कि आप लोगों को छत्तीसगढ़ की संस्कृति को पुर्नजीवित करना है। राज्य सरकार की योजनाओं का निचले स्तर तक पहुंचाने में जनपद पंचायत का महत्वपूर्ण दायित्व होता है। उन्होंने जनपद पंचायत के अधिकारियों को गौठान अध्यक्षों की बैठक, कार्यों की निरागनी एवं प्रशिक्षण समय-समय पर किये जाने की बात कही।मंत्री श्री साहू ने कहा कि राज्य शासन के मंशानुरूप गांव में स्थापित किए गए गौठान पशुधन के संरक्षण, संवर्धन, वर्मी कम्पोस्ट एवं कीटनाशक दवाईयों, गोबर पेंट आदि के निर्माण तथा शाक-सब्जी के उत्पादन जैसे अनेक आजीविकामूलक गतिविधियों के साथ-साथ ग्रामीणों को स्वरोजगार प्रदान करने का भी माध्यम बन गया है। कार्यक्रम में मंत्री श्री साहू ने अपने करकमलों से 26 कर्मचारियों को उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान किया है।
- -समय सीमा में काम पूर्ण न करने वालो पर होगी बड़ी कार्रवाईबिलासपुर / जिला कार्यालय के मंथन सभा कक्ष में श्री एच.आर. मर्सकोले मुख्य अभियंता, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग परिक्षेत्र बिलासपुर एवं श्री संजय सिंह अधीक्षण अभियंता, जल जीवन मिशन, के द्वारा बिलासपुर जिले के अंतर्गत चल रहे जल जीवन मिशन के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई, जिसमें श्री यू.के. राठिया, कार्यपालन अभियंता, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड बिलासपुर, श्री ए.पी. वैद्य सहायक अभियंता, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी उपखण्ड बिलासपुर एवं श्री अरूण कुमार भार्गव, सहायक अभियंता, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी उपखण्ड तखतपुर, समस्त उपअभियंता, सभी जिला समन्वयक, आई.एस.ए., टी.पी.आई. एवं समस्त ठेकेदार/प्रतिनिधि उपस्थित थे। मुख्य अभियंता एवं अधीक्षण अभियंता महोदय द्वारा समस्त कार्यकारी एजेंसी/ठेकेदारों को जल जीवन मिशन के कार्यों को मिशन मोड में निर्धारित समय-सीमा में गुणवत्ता पूर्वक कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये गये, ताकि आम जनता को योजना का लाभ प्राप्त हो सके। जिन ठेेकेदारोे के द्वारा आबंटित कार्य को निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण नही किया गया एवं कार्य की प्रगति बहुत धीमी है उन्हें नोटिस जारी करना एवं फिर भी कार्यों में सुधार नही आने पर अनुबंध समाप्त, अमानत राशि राज-सात तथा ब्लैक लिस्ट करने हेतु निर्देश दिये गये। मुख्य अभियंता महोदय द्वारा समस्त जिला समन्वयक, आई.एस.ए. एवं टी.पी.आई. को अपने-अपने दायित्वों को पूर्णनिष्ठा के साथ कार्य करने के निर्देश दिये गये। मुख्य अभियंता महोदय द्वारा कार्यपालन अभियंता, सहायक अभियंता एवं उपअभियंताओं को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये गये तथा 90 से 100 प्रतिशत प्रगति वाले ग्रामों को अभियान चलाकर हर घर जल का प्रमाणिकरण करने हेतु एक सप्ताह के अंदर पूर्ण कराने हेतु निर्देश दिये गये।अंत में कार्यपालन अभियंता, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड बिलासपुर द्वारा मुख्य अभियंता महोदय की अनुमति से बैठक समाप्त करने की घोषणा की गई।
- भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम, भिलाई के आयुक्त श्री रोहित व्यास ने विभागीय कार्यो में कसावट लाने तथा सुचारू संचालन के लिए अभियंताओं का नवीन पदस्थापना के आदेश जारी किये है, जिसके अनुसार जोन 01, जोन 02 एवं परियोजना विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री दीपक जोशी होगे जिसके अधिनस्थ जोन 01 में प्रभारी कार्यपालन अभियंता सुश्री विनिता वर्मा, सहायक अभियंता श्री नितेश मेश्राम, उपअभियंता श्रीमती प्रभा टोप्पा, सुश्री श्वेता महिश्वर एवं श्री पुरूषोत्तम सिन्हा जोन 02 के प्रभारी कार्यपालन अभियंता श्री के.के.गुप्ता, सहायक अभियंता श्री अरविन्द शर्मा, उपअभियंता श्री बसंत साहू, श्रीमती रीमा जामुलकर एवं श्री विजेन्द्र गुप्ता । परियोजना शाखा के कार्यपालन अभियंता श्री बी.के.वर्मा, प्रभारी सहायक अभियंता, श्री वसीम खान एवं उपअभियंता श्री अर्पित बंजारे होगें। इसी प्रकार श्री डी.के.वर्मा सचिव लोक कर्म विभाग को जोन 03 मदर टेरेसा नगर, उद्यान विभाग एवं प्रधानमंत्री आवास योजना अधीक्षण अभियंता होगे, जोन 03 मदर टेरेसा नगर के कार्यपालन अभियंता श्री वेशराम सिन्हा, सहायक अभियंता श्री आलोक पसीने, उपअभियंता श्री अमित एक्का एवं श्री शंकरसुवन मरकाम । उद्यान विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री आर.एस.राजपूत, सहायक अभियंता श्रीमती प्रिया खैरवार करसे, उपअभियंता श्रीमती श्वेता वर्मा । प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यपालन अभियंता श्री बी.के.वर्मा, सहायक अभियंता श्रीमती प्रिया खैरवार करसे एवं उपअभियंता श्री दीपक देवांगन होगे। इसी प्रकार जोन 04, जोन 05 एवं वाहन शाखा के अधीक्षण अभियंता श्री संजय बागड़े होगें, जोन 04 के कार्यपालन अभियंता श्री अखिल चन्द्राकर, सहायक अभियंता श्री अजय सिंह गौर, उपअभियंता श्री कृष्ण कुमार जंद्येल, श्री चंदन निर्मल एवं श्री चन्द्राकंत साहू । जोन 05 के कार्यपालन अभियंता श्री आर.एस.राजपूत, प्रभारी सहायक अभियंता श्री वसीम खान, उपअभियंता श्रीमती श्वेता वर्मा एवं श्री दीपक देवांगन होगें, वाहन शाखा के प्रभारी कार्यपालन अभियंता श्री सी.बी.परघनिया एवं उपअभियंता श्री अर्पित बंजारे होगें। इसीक्रम में एम.एम.यू./सिटी बस/कम्प्युटर/जनसूचना विभाग, जनस्वास्थ्य विभाग एवं 77 एम.एल.डी. के अधीक्षण अभियंता श्री संजय शर्मा होगे, एम.एम.यू./सिटी बस/कम्प्युटर /जनसूचना विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री शरद चावड़ा, सहायक अभियंता श्री आलोक पसीने एवं उपअभियंता श्री सिद्वार्थ साहू होगें। जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री आर.एस.राजपूत होगें। 77 एम.एल.डी. जलकार्य विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री आर.एस.राजपूत, प्रभारी सहायक अभियंता श्री बृजेश कुमार श्रीवास्तव एवं उपअभियंता श्री अर्पित बंजारे होगें। भवन संधारण/स्टेशनरी एवं केन्द्रीय कोष्टागार के अधीक्षण अभियंता श्री मनोज सिंह ठाकुर, कार्यपालन अभियंता श्री टी.के.रणदिवे, सहायक अभियंता श्री प्रकाश मिश्रा एवं उपअभियंता श्री दौलत चंद्राकर एवं अर्पित बंजारे होगें तथा दुर्ग जिला अरबन पब्लिक सर्विस सोसायटी, श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना, लोक सेवा गारंटी, निदान-1100, ई-गव्र्हनेंस, पी.एम.गतिशक्ति योजना के अधीक्षण अभियंता श्री डी.के.वर्मा एवं प्रभारी सहायक नोडल अधिकारी श्री दौलत चंद्राकर होगें।
- बिलासपुर /जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक 1 अगस्त को जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में आयोजित की गई है। कलेक्टर सौरभ कुमार की अध्यक्षता में यह बैठक टीएल मीटिंग के बाद शुरू होगी। बैठक के लिए निर्धारित एजेण्डा के अनुसार जल जीवन मिशन अंतर्गत निर्माण कार्य में संशोधित यूएसआरओ के अनुसार निविदा प्राप्त न्यूनतम दर की स्वीकृति, जल जीवन मिशन अंतर्गत जिला जल प्रयोगशाला हेतु एनएबीएल के अनुरूप सामग्री प्रदाय कार्य, ईओआई के तहत नवीन थर्ड पार्टी इंसपेक्शन एजेंसी नियोजन संबंधी प्रस्ताव, जल जीवन मिशन अंतर्गत 6 मीटर वाले सोलर ड्यूल पंप के स्थान पर 9 मीटर वाले सोलर ड्यूल पंप स्थापना हेतु राशि को ई-वर्क्स-2 में सुधार किए जाने संबंधी प्रस्ताव, अपात्र निविदा सूचना निरस्त करने, जल जीवन मिशन अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 का आय-व्यय का अनुमोदन संबंधित प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। पीएचई विभाग के ईई एवं सदस्य सचिव श्री यू के राठिया ने समिति के सभी सदस्यों को बैठक में शामिल होने का अनुरोध किया है।
- -तहसीलदार के रीडर और नकल शाखा के प्रभारी को शोकाज नोटिस-तमाम राजस्व रिकार्ड अपडेट व सुव्यवस्थित रखने दिए निर्देशबिलासपुर /कमिश्नर श्री भीमसिंह ने गुरुवार को जिला कलेक्टोरेट सहित एसडीएम एवं तहसील कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने तहसीलदार के रीडर को अभिलेखों की रखरखाव में लापरवाही और नकल शाखा के प्रभारी को नकल प्रदान करने में विलंब करने पर शो कॉस नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। श्री सिंह करीब घंटे भर तक एसडीएम व तहसील कार्यालय की विभिन्न शाखाओं और फाइलों का गहन निरीक्षण किया।कमिश्नर ने राजस्व प्रकरणों के जल्द निराकरण किए जाने पर बल दिया। पेशी दर पेशी पक्षकारों को न बुलाकर समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने बिलासपुर सहित सभी तहसीलों से हर तरह के प्रकरणों की सबसे पुराने प्रकरणों की जानकारी मंगाई है। उन्होंने काफी पुराने और विदीर्ण हो चुके शासकीय दस्तावेजों को स्कैन कर डिजिटल स्वरूप में सुरक्षित रखने को भी कहा है। कार्यालयों में कई रिकार्ड्स के व्यवस्थित नहीं होने पर अप्रसन्नता प्रकट की और सभी तहसीलदारों को हर महीने अपने कार्यालय का भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। तहसील परिसर में गंदगी का आलम देखकर नाराज हुए। कमिश्नर ने इसकी नियमित साफ सफाई करने की हिदायत दी। नकल शाखा में 1400 आवेदकों के रिकार्ड तैयार रखे हुए हैं, लेकिन लंबे अर्से बाद भी आवेदक उसे ले जा नहीं रहे हैं। कमिश्नर ने क्षेत्र के पटवारी एवं कोटवारों के जरिए इन्हें किसानों तक पहुंचाने के निर्देश दिए।संभागायुक्त श्री सिंह इसके बाद जिला कलेक्टोरेट की खाद्य शाखा, कलेक्टर न्यायालय शाखा, नाजरात शाखा, नजूल, वित्त एवं स्थापना, भू अभिलेख सहित कई शाखाओं के कामकाज का निरीक्षण किया। उन्होंने मुख्य रूप से इन शाखाओं के कामकाज की जानकारी लेकर अभिलेखों और दस्तावेजों की सुव्यवस्थित रखरखाव पर ज्यादा जोर दिया। उन्होंने खाद्य शाखा की निरीक्षण के दौरान आज की तारीख में राशन कार्ड के लंबित आवेदनों की जानकारी लेकर पूरी प्रक्रिया समझी। कार्ड समय सीमा में बनाकर हितग्राहियों को तत्काल वितरित किये जाने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने स्थापना शाखा में कर्मचारियों के सर्विस बुक भी अपडेट करने के निर्देश दिए। कलेक्टर सौरभकुमार सहित एडीएम आर ए कुरुवंशी, एसडीएम श्रीकांत वर्मा, डिप्टी कमिश्नर अखिलेश साहू, अर्चना मिश्रा भी इस अवसर पर उपस्थित थीं।
- बिलासपुर / जिला सैनिक बोर्ड बिलासपुर द्वारा ग्राम पंचायत परसदा तहसील संकरी में पूर्व सैनिकों और ग्राम वासियों तथा माध्यमिक विद्यालय के सहयोग से ग्राम पंचायत परिसर में 80 फलदार पौधे का रोपण किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्राम सरपंच श्री संत राम लहरे का मुख्य योगदान रहा। कार्यक्रम में जनपद उपाध्यक्ष श्री दिव्या नितेश मिश्रा, उप सरपंच श्री जागेश्वर यादव, पंच गण श्री त्रिभुवन यादव, श्री अशोक साहू,सचिव साधना जगत ,प्रधान पाठक श्री नारायण प्रसाद खांडे, वन विभाग से हवलदार राम अवतार तिवारी ,हवलदार सुखेंद्र तिवारी, श्री रघुनंदन ध्रुव, श्री मुकेश कौशिक, आंगनबाड़ी से सुन्नत खान, पूर्व सैनिक हवलदार संदीप साहू, हवलदार जगत साहू, हवलदार राम अवतार श्रीवास ,जिला सैनिक कल्याण बोर्ड सदस्य पैरा कमांडो पुरुषोत्तम कुमार चंद्रा और कल्याण संयोजक सूबेदार मेजर शिवेंद्र नारायण पांडेय तथा माध्यमिक विद्यालय की 50 बालिकाओं ने वृक्षारोपण कार्यक्रम में योगदान दिया। कल्याण संयोजक ने कारगिल विजय दिवस सप्ताह में शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से वन विभाग ,ग्राम पंचायत और सभी पूर्व सैनिकों के साथ साथ माध्यमिक विद्यालय के प्रधान पाठक के प्रति आभार व्यक्त किया।
- दुर्ग, / प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजनांतर्गत (पीएमएफई) की संभाग स्तरीय कार्यशाला 2 अगस्त 2023 को जिला पंचायत सभाकक्ष, दुर्ग में प्रातः 10ः30 बजे से 2ः00 बजे तक आयोजित किया जाएगा। उक्त कार्यशाला में जिले के समस्त खाद्य प्रसंस्करण कार्यरत इकाईयों, योजना के लाभार्थी, बैंक प्रतिनिधि, जिला रिसोर्स पर्सन, जिला अग्रणी बैंक एवं इच्छुक आवेदक सम्मिलित होंगे। इस योजना का मुख्य उद्देश्य सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण एकल उद्यमी, एफपीओ, स्वसहायता समूह एवं सहकारिता को बैंक के माध्यम से क्रेडिट लिंक्ड पूंजी सब्सिडी दिया जाना है। इस योजना के तहत् नवीन एवं मौजूदा दोनों उद्यमी को पात्र परियोजना लागत का 35 प्रतिशत अधिकतम 10 लाख तक छूट का प्रावधाान है। हितग्राही स्वयं का योगदान 10 प्रतिशत एवं शेष राशि बैंक के माध्यम से ऋण प्रदाय किया जाएगा इसमें सभी प्रकार के खाद्य सामग्री वनोपज पर आधारित निर्मित उत्पाद जैसे-चना, मुर्रा, भुजिया, पेठा, पापड़, आचार, बड़ी, नमकीन, मिक्चर, बेकरी का निर्माण, राईस मिल व अन्य खाद्य संबंधित उत्पादों को योजना के तहत् लाभ प्रदान किया जाएगा। इच्छुक हितग्राही उक्त कार्यशाला में उपस्थित हो सकते हैं।
- दुर्ग / कलेक्टर श्री पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने 27 जुलाई को जिला चिकित्सालय दुर्ग के चिकित्सकों/अधिकारियों को उनके अभूतपूर्व कार्यों के लिए सम्मानित किया। उक्त कार्यक्रम का आयोजन डॉ. वाय.के. शर्मा, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक जिला चिकित्सालय दुर्ग सह सचिव जीवन दीप कार्यकारिणी समिति के मार्गदर्शन में जीवन दीप समिति के सदस्यों श्री पुरूषोत्तम कश्यप, श्री दिलीप ठाकुर, श्री दुष्यंत देवांगन एवं श्री प्रशांत डोनगांवकर द्वारा आयोजित किया गया। सम्मान समारोह में डॉ. कल्पना जैफ नेत्र रोग विशेषज्ञ को जिला चिकित्सालय में पहली बार कन्जेनाईटल कैरेक्ट सर्जरी की शुरूआत किये जाने के लिए, डॉ. कामिनी डडसेना डेंटल सर्जन को अस्पताल में पहली बार मैक्सिलोफेशियल सर्जरी की शुरूआत करने के लिए, डॉ. वाय किरण शिशु रोग विशेषज्ञ प्रिमैच्युर बच्चों हेतु सफर््ेक्टेंट थेरेपी की शुरूआत करने के लिए, अस्पताल में गहन चिकित्सा इकाई के सफल संचालन के लिए डॉ. अनिल विवेक सिन्हा मेडिसीन विशेषज्ञ, डॉ. रचना दवे वरिष्ठ मेडिसीन विशेषज्ञ, डॉ. शाबिना, डॉ. अपूर्वा सेंगर, डॉ. साहजेब आसिफ, चिकित्सा अधिकारियों को संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया। इसी प्रकार ब्लड बैंक में ब्लड के समस्त कम्पोनेंट एवं रक्त दान शिविर के माध्यम से पर्याप्त मात्रा में ब्लड की उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने के सतत कार्य हेतु डॉ. प्रवीण अग्रवाल एवं डॉ. नेहा नालवाय पैथालॉजिस्ट को, अस्पताल में ईएनटी की मेजर सर्जरी की शुरूआत के लिए डॉ. रीनू तिवारी ईएनटी विशषेज्ञ को, स्त्री रोग विभाग में रात्रिकालीन सिजेरियन प्रसव कराने एवं रिफर कम करने के महत्वपूर्ण योगदान के लिए डॉ. बी.आर. साहू एवं डॉ. स्मिता स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ. ए.के. साहू रेडियोलॉजिस्ट को अस्पताल के दोनों पालियों में मरीजों को सोनोग्राफी के साथ-साथ सीटी स्कैन की सुविधा निर्धारित समय पर उपलब्ध कराये जाने के कार्य हेतु सम्मानित किया गया। डॉ. बसंत चौरसिया निश्चेतना विशेषज्ञ को आपातकालीन एवं मेजर सर्जरी के कार्य हेतु सम्मानित किया गया, समय की पाबंदी एवं उत्कृष्ट सर्जन हेतु डॉ. सरिता मिंज सर्जिकल विशेषज्ञ को जिला चिकित्सालय में न्यूरो सर्जरी की शुरूआत किये जाने के लिए डॉ. कुलदीप सिंग न्यूरोसर्जन सम्मानित किये गये, डॉ. सुनीता, डॉ. श्रेया शर्मा, डॉ. सदफ फिरदौस चिकित्सा अधिकारियों एवं डॉ. तान्या जायसवाल दंत चिकित्सक को नियमित रूप से सौपे गये कार्यों को सुचारू रूप से संपादित किये जाने के लिए सम्मानित किया गया। डॉ. अखिलेश यादव अस्थि रोग विशेषज्ञ सह आरएमओ को चिकित्सकीय कार्यों के साथ-साथ अतिरिक्त प्रशासकीय कार्यों की जिम्मेदारी कुशलतापूर्वक निर्वहन करने के लिए सम्मानित किया गया, श्री अरूण पवार अस्पताल सलाहकार को जिला चिकित्सालय की महत्वपूर्ण उपलब्धि जैसे एनक्युएएस, लक्ष्य, मुस्कान एवं कायाकल्प में महत्वपूर्ण योगदान एवं अस्पताल प्रबंधन की समस्याओं के त्वरित समाधान हेतु किये गये प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया। अंत में कलेक्टर द्वारा डॉ. वाय.के. शर्मा सिविल सर्जन को भी उनके द्वारा अस्पताल में दी गई प्रशासकीय जिम्मेदारियों के लिए सम्मानित किया गया। जीवन दीप समिति के सदस्यों द्वारा कलेक्टर को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। कलेक्टर श्री मीणा द्वारा भविष्य में उक्त कार्यक्रम बड़े पैमाने पर आयोजित करने के निर्देश दिये गये, ताकि सभी कर्मचारियों में प्रतिस्पर्धा का भाव बना रहे एवं उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी/कर्मचारी समय-समय पर सम्मानित किये जा सकें।
- -छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी परिसर में पौधरोपण कर कैशलेस योजना का मसविदा जारी कियारायपुर । छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी में नई अंशदायी कैशलेस स्वास्थ्य योजना के प्रावधानों से विभिन्न कर्मचारी संगठनों को अवगत कराया गया। इस नई योजना के लिए कर्मियों से विकल्प मांगे गए हैं, जिसके लिए पॉवर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से बारीकियों को बताया गया। कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने कैशलेस स्वास्थ्य योजना से जुड़ी अपनी जिज्ञासाओं को लेकर सवाल भी पूछे, जिनका अधिकारियों ने निराकरण किया और कहा कि योजना में आने वाले समय में और भी नए प्रावधान शामिल किये जा सकेंगे। इस मौके पर मुख्यालय परिसर में पौधरोपण भी किया गया।पॉवर कंपनी के डंगनिया मुख्यालय स्थित परिसर में निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) श्री केएस रामाकृष्णा पौधरोपण किया। इसके पूर्व सेवाभवन स्थित सभाकक्ष में पीपीटी प्रस्तुतीकरण हुआ। सर्वप्रथम कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) श्री एके वर्मा ने कहा कि नई स्वास्थ्य योजना सभी कर्मचारियों एवं पेंशनरों के हितों के लिए तैयार की गई है, इसमें इस तरह के प्रावधान बनाए गए हैं कि उन्हें इसका अधिक से अधिक लाभ मिले। अतिरिक्त मुख्य अभियंता (मानव संसाधन) श्री विनोद अग्रवाल ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 15 अप्रैल को पॉवर कान्क्लेव में अंशदायी कैशलेस स्वास्थ्य योजना जल्द लागू करने की बात कही थी, जिसका त्वरित गति से पालन करते हुए इसे जल्द तैयार किया गया है। यह कर्मचारियों एवं अधिकारियों के लिए बड़ी सौगात है। उन्होंने बताया कि इस योजना में तीन विकल्प दिये गए हैं, जिसमें एक हजार रुपए मासिक अंशदान पर 10 लाख का स्वास्थ्य रिस्क कवर प्रति परिवार प्रति वर्ष कैशलेस प्राप्त होगा। पांच सौ रूपए अंशदान देने पर 5 लाख रुपए प्रति परिवार प्रति वर्ष का स्वास्थ्य खबर रिस्क कवर मिलेगा। जिन कर्मचारियों को वर्तमान में जारी मेडिकल सुविधाए की योजना बेहतर लग रही है, वे उस विकल्प को चुन सकते हैं। श्री अग्रवाल ने बताया कि अभी इसके लिये क्रियान्वयन सहायता एजेंसी तय की जा रही है। 1 अक्टूबर 23 से इसे लागू करने का लक्ष्य रखा गया है। लागू होने के बाद समय-समय पर इसकी समीक्षा भी की जाएगी, ताकि इसे और अधिक कर्मचारी हितैषी बनाया जा सके।अधिकारी कर्मचारियों को मोर बिजली कंपनी ऐप के माध्यम से तीनों विकल्प में से एक विकल्प के चयन करने के निर्देश दिए गए हैं, सभी अधिकारी कर्मचारियों को 7 अगस्त तक अपना विकल्प देना है ताकि कैशलेस योजना को आगे शीघ्र अति शीघ्र लागू किया जा सके.।
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- छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी लगाएगी दो नए संयंत्र
रायपुर । छत्तीसगढ़ को ऊर्जा के क्षेत्र में नई ऊंचाई प्रदान करने कल 29 जुलाई को कोरबा में 1320 मेगावाट सुपर क्रिटिकलव थर्मल पॉवर स्टेशन कोरबा का शिलान्यास माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल रखेंगे। यह छत्तीसगढ़ को ऊर्जा के मामले में सर्वोच्च बनाए रखने की दिशा में एक और मील का पत्थर साबित होगा। इससे छत्तीसगढ़ आने वाले भविष्य में अपनी आवश्यकताओं के लिए आत्मनिर्भर हो सकेगा।कोरबा घंटाघर मैदान में कल 29 जुलाई को सुबह 10.30 बजे शिलान्यास समारोह का आयोजन किया गया है। इसके मुख्य अतिथि माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल होंगे। समारोह की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत करेंगे। समारोह में उपमुख्यमंत्री श्री टीएस सिंहदेव, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया, राजस्व मंत्री श्री जय सिंह अग्रवाल, सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत, श्री दीपक बैज, विधायक श्री मोहित राम, श्री पुरूषोत्तम कंवर, श्री ननकीराम कंवर, महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद एवं जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला छत्रपाल सिंह कंवर विशेष रूप से उपस्थित रहेंगी। समारोह में कोरबा के मेडिकल कालेज भी आधारशिला रखी जाएगी।छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी की कुल उत्पादन क्षमता 2978.7 मेगावाट है। राज्य स्थापना के समय उत्पादन क्षमता 1360 मेगावाट थी। वर्तमान में छत्तीसगढ़ जीरो पॉवर कट स्टेट बना हुआ है। प्रदेश में तेज गति से हो रहे आर्थिक विकास से बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है। भविष्य की आवश्यकता को देखते हुए कोरबा में 660 मेगावाट के दो नए संयंत्र की स्थापना की जाएगी। यह 1320 मेगावाट का सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर स्टेशन प्रदेश का सबसे बड़ा और आधुनिक संयंत्र होगा। इससे एक ओर हम बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर होंगे दूसरी ओर रोजगार के नए सृजित होंगे। हसदेव ताप विद्युत गृह कोरबा पश्चिम में इसके लिए पर्याप्त भूमि है। यहां कन्वेयर बेल्ट से कोयले की सुगम परिवहन की सुविधा उपलब्ध है।माननीय मुख्यमंत्री ने 25 अगस्त 2022 को इस संयंत्र की स्थापना का निर्णय लिया था। जिस पर तेज गति से कार्य करते हुए छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी आवश्यक अनुमति एवं स्वीकृतियां प्राप्त की। भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय से टर्म ऑफ रिफसेन्स और कोयला मंत्रालय से कोल आबंटन प्रदान कर दिया गया है, जिसके बाद इसके लिये भूमिपूजन का कार्यक्रम तय किया गया है। इन दोनों संयंत्रों से 2029 और 2030 तक बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। - -प्रदेश में कानून व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा की समीक्षा की- जुआ-सट्टा, पुराने गुंडे-बदमाशों और ऑनलाइन गेमिंग पर कड़ाई से प्रभावी रोक लगाने के दिए निर्देशरायपुर, / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज सुबह अपने निवास कार्यालय में प्रदेश के सभी रेंज के नए पुलिस महा निरीक्षको और उप महानिक्षको की बैठक लेकर प्रदेश में कानून व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की । बैठक में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन और पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा भी उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बैठक में प्रदेश में कानून और व्यवस्था, महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने पुराने गुंडों बदमाशों, चाकुबाजो, सट्टा, जुआ और ऑन लाइन गेमिंग के संबध में की जा रही कार्रवाई की जानकारी लेते हुए इन पर कड़ाई से प्रभावी रोकथाम लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए है।पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा आज शाम 4 बजे पुलिस मुख्यालय में सभी रेंज के महानिरीक्षकों की बैठक लेकर मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए निर्देशों की विस्तृत और गहन समीक्षा करेंगे।
- -खाद्य विभाग द्वारा प्रदेश के सभी कलेक्टरों को पत्र जारी- ई-केवाईसी की कार्यवाही के दौरान निरंतर खाद्यान्न वितरण रहेगा जारीरायपुर, / भारत सरकार के निर्देश पर ‘‘वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना’’ के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के हितग्राहियों का शत-प्रतिशत ई-केवाईसी की कार्यवाही की तिथि अब बढ़ाकर 31 अगस्त तक 2023 तक किया गया है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा इस आशय का पत्र प्रदेश के सभी कलेक्टरों को भेज दिया गया है।‘वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना’ के पूर्ण क्रियान्वयन के लिए राशनकार्ड के सभी सदस्यों के आधार की जानकारी प्रमाणीकृत होना आवश्यक है। राशनकार्ड में हितग्राहियों के आधार की जानकारी गलत दर्ज होने तथा आधार की जानकारी प्रमाणीकृत नहीं होने के कारण खाद्यान्न वितरण में समस्या बनी रहती है। विभागीय डेटाबेस में जिन हितग्राहियों का आधार दर्ज है, उनके आधार की जानकारी का प्रमाणीकरण के लिए ई-केवाईसी की कार्यवाही की जा रही है।खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकानों को प्रदान किये गये ई-पॉस उपकरण में ई-केवाईसी की सुविधा उपलब्ध है। ई-केवाईसी की कार्यवाही पूर्णतः निःशुल्क है। ई-केवाईसी की कार्रवाई के लिए राशनकार्डधारी मुखिया एवं राशनकार्ड में दर्ज सभी सदस्य अपने-अपने आधार नंबर के साथ शासकीय उचित मूल्य दुकान पहुँचेंगे, जिसके बाद ही विक्रेता द्वारा ई-पॉस उपकरण में प्रत्येक सदस्य के आधार नंबर की पृथक-पृथक प्रविष्टि कर उनका फ्रिंगर प्रिंट स्कैन करवाकर ई-केवाईसी की कार्रवाई पूर्ण किया जाएगा।अधिकारियों ने बताया कि शत्-प्रतिशत ई-केवाईसी अभियान को क्रेन्द्र शासन द्वारा गंभीरता से लिया जा रहा है तथा सप्ताहिक समीक्षा भी की जा रही है। वर्तमान में प्रदेश के सभी जिलों द्वारा 2.66 करोड़ हितग्राहियों में 1.56 करोड़ हितग्राहियों का ई-केवाईसी किया गया है, जिसमें से 31.75 लाख़ हितग्राहियों का सत्यापन हो चुका है एवं 1.24 करोड़ हितग्राहियों का सत्यापन की कार्रवाही जारी है। वर्तमान स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए ई-केवाईसी की कार्यवाही की समय-सीमा पूर्व में 31 जुलाई थी, जिसमें 31 अगस्त 2023 तक वृद्धि की गयी है। ई-केवाईसी की कार्यवाही के दौरान निरंतर खाद्यान्न वितरण जारी रहेगा, किसी भी स्थिति में खाद्यान्न वितरण बाधित नहीं होगा ।
- -मछली पालन व्यवसाय से समिति को 3 लाख रुपए से अधिक की हुई आयरायपुर / छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित योजनाओं से लाभ उठाकर मछली पालन का कार्य करने वाले मछुआ सहकारी समिति के सदस्य आर्थिक संपन्नता की ओर बढ़ रहे हैं और स्वयं आत्मनिर्भर हो रहे हैं तथा अन्य लोगों को भी इस कार्य से रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं। जिले के कटघोरा विकासखण्ड के ग्राम छुरीकला के कोसगाई दाई मछुआ सहकारी समिति विभागीय योजनाओं से जुड़कर मछली पालन का कार्य कर रहे है। समिति के सदस्य मछली पालन को अपने आय का प्रमुख जरिया बनाया है। समिति के सदस्यों ने सफलता प्राप्त की ही नही बल्कि अब वे अपने इस काम को नई ऊंचाईयां दे रही है। समिति के सदस्यों द्वारा कृषि कार्य के साथ-साथ मछली पालन का व्ययसाय भी किया जा रहा है। उन्हें मछली पालन विभाग द्वारा आवश्यक प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन देकर मछली पालन के लिए प्रेरित किया गया, जिससे समिति के सदस्य इस कार्य में संलग्न होकर छुरी के भेलवाडबरा सिंचाई जलाशय को पट्टे पर लेकर मत्स्य पालन का कार्य प्रारंभ किया। समिति द्वारा जलाशय में रोहू, कतला, मिरगल, ग्रासकार्प जैसे अन्य मछली बीज का संचयन किया गया है।दाई महुआ सहकारी समिति के अध्यक्ष श्री आत्माराम केंवट ने बताया कि मत्स्य पालन कार्य से जुड़कर समिति के सदस्यों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है, इससे उन्हें आमदनी का अतिरिक्त साधन प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा उन्हें योजना के तहत 3 लाख का अनुदान एवं सहायक सामग्री के रूप में मत्स्य बीज अंगुलिका, चटजाल, आईस बॉक्स इत्यादि सामग्री भी उपलब्ध कराया गया है। साथ ही उन्हें समय-समय पर आवश्यक प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया। समिति के सदस्य मत्स्य बीज एवं जाल पाकर काफी उत्साहित हुए तथा मत्स्य पालन के प्रति रूचि लेने लगे, जिसका सकारात्मक परिणाम अब देखने को मिल रहा है। समिति द्वारा अपने दैनिक कामकाज करने के साथ-साथ मत्स्य पालन का कार्य भी जिम्मेदारी पूर्वक कर रहे हैं। उनके द्वारा जलाशय की आवश्यक साफ-सफाई, मछलियों की देख-रेख, उन्हें मत्स्य आहार देने के साथ ही नियमित रूप से जलाशय की रख-रखाव का कार्य भी किया जा रहा है। आत्माराम ने बताया कि योजना से जुड़कर अब तक 3000 किलोग्राम से अधिक का मत्स्य उत्पादन किया है जिसके विक्रय से उन्हें 3 लाख से अधिक की आमदनी हुई है। कोसगाई दाई मछुआ सहकारी समिति के सभी सदस्यों ने नियमित रूप से मछली पालन से जोड़कर रोजगार दिलाने एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनाने हेतु जिला प्रशासन एवं छत्तीसगढ़ सरकार को धन्यवाद ज्ञापित किया है।