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- -छत्तीसगढ़ के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गौरव गाथा पर आधारित है संग्रहालय- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी राज्योत्सव पर करेंगे संग्रहालय का शुभारंभ-संग्रहालय निर्माण का कार्य 30 सितम्बर तक पूर्ण करने का लक्ष्य-प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने की निर्माण कार्यो की समीक्षारायपुर । नवा रायपुर में शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक सह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय लगभग बनकर तैयार हो गया है। देश का पहला डिजिटली संग्रहालय होगा, जहां छत्तीसगढ़ के आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के गौरव गाथा एवं योगदान की जीवंत झांकी देखने को मिलेगी। यह संग्रहालय आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, परिसर में तैयार हो रहा है।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के राज्योत्सव के मौके पर छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान इस संग्रहालय के उद्घाटन के मद्देनजर प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने संग्रहालय की निर्माण की प्रगति की समीक्षा की और 30 सितम्बर तक सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा एवं रानी गाइडल्यू की मूर्ति लगाने और संग्रहालय के फर्श पर ट्राईबल कलाकारों की आर्ट्स को अंकित करने के साथ ही संग्रहालय की सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में भी अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर, छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी निगम के संचालक डॉ. जगदीश कुमार सोनकर, संचालक टीआरटीआई श्रीमती हीना अनिमेष नेताम सहित निर्माण कार्य से जुड़े अधिकारी और निविदाकार उपस्थित थे।डिजिटल स्क्रीन पर मिलेगी जनजातीय विद्रोहों की झलकशहीद वीर नारायण सिंह स्मारक सह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय में स्वतंत्रता आंदोलन के समय छत्तीसगढ़ में हुए विभिन्न आदिवासी विद्रोहों जैसे हल्बा विद्रोह, सरगुजा विद्रोह, भोपालपट्टनम विद्रोह, परलकोट विद्रोह, तारापुर विद्रोह, लिंगागिरी विद्रोह, कोई विद्रोह, मेरिया विद्रोह, मुरिया विद्रोह, रानी चौरिस विद्रोह, भूमकाल विद्रोह, सोनाखान विद्रोह, झण्डा सत्याग्रह एवं जंगल सत्याग्रह के वीर आदिवासी नायकों के संघर्ष (1923, 1920) एवं शौर्य के दृश्य का जीवंत प्रदर्शन होगा।शहीद वीरनारायण सिंह स्मारक सह आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित यह संग्रहालय पूरी तरह से डिजिटली रूप से तैयार किया जा रहा है। आगंतुक डिजिटल स्क्रीन के माध्यम से आदिवासी विद्रोहों की जानकारी ले सकेंगे। इसके अलावा मोबाइल फोन के जरिए भी क्यू आर कोड स्कैन के जरिए देखी जा सकेगी। स्वतंत्रता सेनानियों की जानकारी हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषाओं में उपलब्ध रहेगी।सेल्फी प्वाइंट और दिव्यांग जनों के लिए भी विशेष इंतजामसंग्रहालय में पर्यटकों एवं आगंतुको के लिए आदिवासी विद्रोहों से संबंधित कॉफी टेबल बुक भी उपलब्ध रहेगा। इसके अलावा संग्रहालय में आगंतुकों के लिए भी सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जा रहा है। यहां आने वाले सीनियर सिटीजन और दिव्यांग जनों के लिए भी विशेष सुविधाओं का भी इंतजाम किया जा रहा है।
- -40 हजार से अधिक खिलाड़ी लेंगे भाग, 11 खेलों में दिखाएंगे कौशलरायपुर । उप मुख्यमंत्री द्वय श्री अरुण साव और श्री विजय शर्मा ने बस्तर ओलंपिक की तैयारियों की समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री श्री साव के नवा रायपुर स्थित निवास कार्यालय में आज आयोजित बैठक में पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी बस्तर ओलंपिक का वृहद आयोजन करने इसकी रुपरेखा और व्यवस्थागत तैयारियों पर गहन चर्चा की गई। आगामी अक्टूबर-नवम्बर में होने वाले बस्तर ओलंपिक में तीन स्तरों विकासखंड, जिला और संभाग स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इनमें बस्तर संभाग के सातों जिलों और 32 विकासखंडों के 40 हजार से अधिक खिलाड़ी भाग लेंगे। खेल और युवा कल्याण विभाग के सचिव श्री यशवंत कुमार, संयुक्त सचिव श्री सुखनाथ अहिरवार और संचालक श्रीमती तनूजा सलाम भी बैठक में शामिल हुईं।उप मुख्यमंत्रीद्वय श्री अरुण साव और श्री विजय शर्मा ने बस्तर ओलंपिक की तैयारियों की समीक्षा कीउप मुख्यमंत्री तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री अरुण साव ने बैठक में कहा कि बस्तर ओलंपिक केवल खेलों का आयोजन नहीं है, बल्कि विकास और खेल का संगम है। यह संगठित रूप से बस्तर के युवाओं के सशक्तीकरण और उनमें नेतृत्व के विकास की पहल है। राज्य सरकार इन रचनात्मक पहलों से बस्तर में भयमुक्त वातावरण बनाकर युवाओं को खेल और उत्सव से जोड़ना चाहती है। उन्होंने बस्तर ओलंपिक के सफल आयोजन के लिए विभिन्न विभागों के साथ समन्वय कर पुख्ता कार्ययोजना तैयार करते हुए आयोजन के ध्येय वाक्य ‘करसाय ता बस्तर बरसाय ता बस्तर’ (खेलेगा बस्तर जीतेगा बस्तर) को धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। श्री साव ने यूथ आइकॉन घोषित किए गए पिछले वर्ष के विजेता खिलाड़िय़ों, बस्तर संभाग के सभी खेल अधिकारियों, पी.टी.आई., पंचायत सचिवों, ‘बिहान’ की महिलाओं और खेल संघों को सक्रियता से जोड़कर बस्तर ओलंपिक को जन-जन तक पहुंचाने को कहा।उप मुख्यमंत्रीद्वय श्री अरुण साव और श्री विजय शर्मा ने बस्तर ओलंपिक की तैयारियों की समीक्षा कीउप मुख्यमंत्री तथा गृह मंत्री श्री विजय शर्मा ने बैठक में खेल एवं युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों से कहा कि बस्तर ओलंपिक को यादगार बनाने सभी विभाग अपनी-अपनी भूमिका और कार्यों के अनुरूप जिम्मेदारियों का वहन करें। बस्तर के ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों की भागीदारी उनका आत्मविश्वास बढ़ाएगी और सकारात्मक वातावरण तैयार करेगी। उन्होंने बस्तर ओलंपिक के आयोजन का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए इसमें बस्तर के सभी गांवों के सभी बच्चों की भागीदारी सुनिश्चत करने को कहा। श्री शर्मा ने आयोजन की तैयारियों को मूर्त रूप देने जल्दी ही इससे जुड़े विभागों, अधिकारियों और संस्थाओं की बस्तर में भी बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए जिससे की तैयारियों को और गति दी जा सके।11 खेलों की स्पर्धाएं होंगी, नक्सल हिंसा के दिव्यांग और आत्मसमर्पित नक्सली भी दिखाएंगे अपना दमखमविकासखंड, जिला और संभाग स्तर पर करीब डेढ़ महीने तक चलने वाले बस्तर ओलंपिक में 11 खेलों को शामिल किया गया है। जूनियर वर्ग में बालक और बालिकाओं तथा सीनियर वर्ग में महिला और पुरूषों के लिए प्रतियोगिताएं होंगी। नक्सल हिंसा के दिव्यांगों तथा आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए भी संभाग स्तर पर पुरूषों और महिलाओं के लिए प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। बस्तर ओलंपिक के दौरान एथलेटिक्स, तीरंदाजी, बैडमिंटन, फुटबॉल, हॉकी, वेटलिफ्टिंग, कराटे, कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल और रस्साखींच में पूरे बस्तर के खिलाड़ी अपना खेल कौशल दिखाएंगे।
- -उप मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा की-कार्यों की धीमी प्रगति पर जताई नाराजगी, अगली बैठक के पहले भू-अर्जन, प्राक्कलन, निविदा, कार्य अनुबंध व कार्यादेश संबंधी सभी कार्यवाहियों को पूर्ण करने कहा-सड़क निर्माण के कार्यों में तेजी लाने के दिए निर्देश, बरसात के तुरंत बाद युद्धस्तर पर करें सड़कों की मरम्मतरायपुर । उप मुख्यमंत्री तथा लोक निर्माण मंत्री श्री अरुण साव ने आज विभागीय कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने नवा रायपुर स्थित विश्राम भवन में आयोजित बैठक में शासन द्वारा स्वीकृति प्राप्त सड़क निर्माण के कार्यों के लिए जरूरी भू-अर्जन की कार्यवाहियों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस संबंध में जिला कलेक्टर के साथ मिलकर त्वरित कार्यवाही करने को कहा। उन्होंने सभी निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ ही उन्हें निर्धारित समय पर पूरा करने पर जोर दिया। लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह और प्रमुख अभियंता श्री वी.के. भतपहरी भी समीक्षा बैठक में शामिल हुए।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने वित्तीय वर्ष 2024-25 और 2025-26 के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि सड़क, सेतु और भवन निर्माण की सभी परियोजनाओं के कार्यों को समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाते हुए समय-सीमा में पूर्ण करें। उन्होंने कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को फील्ड में सक्रियता व गंभीरता से काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त सभी कार्यों में तेजी से भू-अर्जन कर निविदा की कार्यवाही पूर्ण करने और यथाशीघ्र कार्यारंभ करने को कहा।भू-अर्जन की कार्यवाहियों में लाएं तेजी – श्री अरुण सावउप मुख्यमंत्री श्री साव ने बैठक में मौजूद सेतु बंध तथा सभी परिक्षेत्रों के मुख्य अभियंताओं को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने दायित्वों का गंभीरता से निर्वहन करते हुए प्रस्तावित कार्यों के लिए जरूरी मंजूरी तत्परता से प्रदान करें। उन्होंने डीपीआर बनाते समय ही परियोजना का अच्छे से मूल्यांकन करने को कहा ताकि बजट और कार्य पूर्णता के लिए निर्धारित समय के पुनरीक्षण की जरूरत न पड़े। उन्होंने बरसात के तुरंत बाद प्रदेशभर में सड़कों की मरम्मत का काम युद्धस्तर पर प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने दिसम्बर तक सभी जिलों में मरम्मत का काम पूर्ण करने को कहा।श्री साव ने सभी मुख्य अभियंताओं को अगली समीक्षा बैठक के पहले भू-अर्जन, प्राक्कलन, निविदा, कार्य अनुबंध और कार्यादेश से संबंधित सभी कार्यवाहियों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में सड़कों पर पेच रिपेयर के लिए कार्ययोजना के अनुसार अनुबंध एवं कार्यादेश की स्थिति, राष्ट्रीय राजमार्ग तथा ए.डी.बी. के अपूर्ण कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की।
- -विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर:गांव-गांव तक योजनाओं की पहुँच सुनिश्चित करने के निर्देशरायपुर / मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह ने आज मंत्रालय महानदी भवन में राज्य के नक्सल प्रभावित जिलों में विकास कार्यों की समीक्षा की। बैठक में बस्तर, सुकमा, दक्षिण बस्तर, दंतेवाड़ा, उत्तर बस्तर कांकेर, नारायणपुर, कोंडागांव, बीजापुर, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी और गरियाबंद जिलों में हितग्राही मूलक कार्यक्रमों और योजनाओं की समीक्षा की गई।प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह ने नक्सल प्रभावित जिलों में मनरेगा, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, उज्ज्वला योजना, जनधन खाता, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, आधार कार्ड सहित अन्य हितग्राही मूलक कार्यक्रमों की विस्तार से समीक्षा की।बैठक में बताया गया कि एलडब्ल्यूई प्रभावित जिलों में लगभग 99 प्रतिशत से अधिक लोगों का आधार पंजीकरण पूरा कर लिया गया है। इसी प्रकार लगभग 28 लाख 18 हजार 616 किसानों का प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत पंजीकरण कर उन्हें योजना का लाभ दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत 26 लाख 21 हजार 491 हितग्राहियों के बैंक खाते खोले गए हैं। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 35 लाख 66 हजार 409 हितग्राहियों को गंभीर बीमारियों के उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। ग्रामीण इलाकों में मोबाइल कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए मोबाइल टावर स्थापित किए जा रहे हैं। क्षेत्र में लोगों को अधिक से अधिक बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु विभिन्न बैंकों और डाकघरों की शाखाएं खोली जा रही हैं। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सभी पात्र हितग्राहियों को नियमित रूप से खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए राशन कार्ड बनाए गए हैं।बैठक में प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह ने निर्देशित किया कि क्षेत्र के सभी पात्र मनरेगा हितग्राहियों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु उनका जॉब कार्ड अवश्य प्रदान किया जाए। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत स्वीकृत सभी आवासों का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा किया जाए तथा सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराए जाएं।उन्होंने निर्देश दिया कि महतारी वंदन योजना के अंतर्गत शेष हितग्राहियों का शीघ्र सर्वे कर उन्हें लाभान्वित किया जाए। आत्मसमर्पित नक्सलियों को कौशल विकास योजना के तहत क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुरूप विशेष ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जाए। प्राथमिक और माध्यमिक स्तर की भवन-विहीन शालाओं के भवन शीघ्र निर्मित किए जाएं और यह सुनिश्चित किया जाए कि प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय एक ही परिसर में हों।वीडियो कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, वित्त विभाग के सचिव श्री मुकेश बंसल, शिक्षा विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी, लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, उच्च शिक्षा, कौशल विकास एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन, श्रम विभाग के सचिव श्री हिमशिखर गुप्ता, मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव डॉ. रवि मित्तल, आयुक्त बस्तर संभाग तथा पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सहित बस्तर, सुकमा, दक्षिण बस्तर, दंतेवाड़ा, उत्तर बस्तर कांकेर, नारायणपुर, कोंडागांव, बीजापुर, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी और गरियाबंद जिलों के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक शामिल थे।
- बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में शुक्रवार सुबह सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच जोरदार मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में मारे गए दो नक्सलियों के शव बरामद हो चुके हैं। जबकि, एक राइफल सहित अन्य हथियार और बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त की गई है। सुरक्षाबलों का ऑपरेशन अभी भी जारी है।गुरुवार रात से हुआ था सर्च ऑपरेशन शुरूपुलिस के अनुसार, नक्सलियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने गुरुवार की रात से ही सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। वहीं, आज शुक्रवार की सुबह करीब 6 बजे दक्षिण-पश्चिमी बीजापुर के घने जंगलों में संयुक्त टीम ने माओवादियों को घेर लिया। जवाबी कार्रवाई में माओवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। लगभग दो घंटे चली इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने क्षेत्र पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया।मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने सर्च के दौरान दो माओवादियों के शव बरामद किए। इनके पास से एक 303 राइफल, एक एसएलआर, कुछ देसी हथियार और भारी मात्रा में आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) मिले।इसके अलावा, दैनिक उपयोग की वस्तुएं जैसे चावल, दवाइयां और प्रचार सामग्री भी बरामद हुई। पुलिस को शक है कि मारे गए माओवादी स्थानीय दस्ते के सदस्य हो सकते हैं। लेकिन, उनकी पहचान अभी जारी है।ऑपरेशन सफल रहायह घटना बीजापुर के उन इलाकों में हुई, जहां माओवादी लंबे समय से सक्रिय हैं। जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया, “ऑपरेशन सफल रहा है। लेकिन, अभी खतरा बरकरार है, इसी कारण सर्च जारी रखी गई है।”उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन में शामिल बलों की संख्या, सटीक स्थान जैसी संवेदनशील जानकारियां अभी साझा नहीं की जा सकतीं, ताकि जवानों की सुरक्षा सुनिश्चित रहे। किसी सुरक्षाकर्मी के घायल होने की खबर नहीं है।बता दें कि बीजापुर छत्तीसगढ़ का वह जिला है, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में प्रमुख है। यहां के जंगल माओवादियों के लिए छिपने का सुरक्षित ठिकाना बने हुए हैं। इस साल अब तक राज्य में कई ऐसी मुठभेड़ें हो चुकी हैं, जिनमें कई नक्सली मारे गए हैं।
- रायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर कंपनी के डंगनिया औषधालय द्वारा विद्युत कर्मियों के लिए निःशुल्क न्यूरो एवं ऑर्थो शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर मे तीनों कंपनियों जनरेशन , ट्रांसमिशन एवं डिस्ट्रीब्यूशन के कर्मियों ने न्यूरो एवं ऑर्थो के विशेषज्ञों से परामर्श एवं चिकित्सा के संबंध मे जानकारी प्राप्त की। लगभग 100 कर्मियों ने इस शिविर का लाभ उठाया। डगनिया औषधालय के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ एच एल पंचारी ने बताया कि शिविर में बीपी,शुगर,हार्टरेट,एसपीओटू एवं बीएमडी टेस्ट किये गए। विद्युत कंपनी के अधिकारी,कर्मचारी,पेंशनर्स एवं आश्रित परिवरजनों को निःशुल्क परीक्षण की सुविधा प्राप्त हुई। परीक्षण एवं जाॅच में आस्टियोपोरोसिस से ग्रस्त पीड़ितों की संख्य अधिकतम थी। यह शिविर ग्लोबल स्टार हाॅस्पिटल रायपुर से आए डाॅ प्रकाश अग्रवाल एमएस (ऑर्थो) एवं डाॅ संजीव गुप्ता एमसीएच (न्यूरो सर्जन) के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर कंपनी की वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाॅ इंदू साहू एवं चिकित्सा अधिकारी डाॅ श्वेता जैन उपस्थित थी।
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बिलासपुर/प्रति वर्ष की भांति इस साल भी जिले में 1 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाया जाएगा। जिला स्तरीय आयोजन की रूपरेखा तैयार करने के लिए 15 सितम्बर को अपरान्ह 3 बजे ओल्ड कम्पोजिट बिल्डिंग कक्ष क्रमांक 4 स्थित संयुक्त संचालक समाज कल्याण कार्यालय में बैठक आयोजित की गई है। वरिष्ठ नागरिकों हेतु संचालित समाज सेवी संस्थाएं, पेंशनर संगठन एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं को बैठक में आमंत्रित किया गया है। समारोह में 1 अक्टूबर को वृद्धजनों का सम्मान के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्वास्थ्य परीक्षण, वित्तीय संरक्षण कार्यशाला, माता पिता भरण अधिनियम 2007 तथा खेलकूद प्रतियोगिता आयोजन के संबंध में विचार विमर्श किया जाएगा। संयुक्त संचालक टीपी भावे ने बैठक में शामिल होने अधिकाधिक संस्थाओं के प्रतिनिधियांे को अनुरोध किया है।
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0संस्कृति विभाग अध्यक्ष व वार्ड 57 पार्षद अमर गिदवानी ने वार्ड क्षेत्र में आवश्यक कार्यों के सम्बन्ध में किया निरीक्षण,दिए निर्देश
रायपुर - आज नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे के निर्देश पर रायपुर नगर पालिक निगम संस्कृति विभाग के अध्यक्ष और पण्डित भगवती चरण शुक्ल वार्ड क्रमांक 57 के पार्षद श्री अमर गिदवानी ने नगर निगम जोन क्रमांक 4 अंतर्गत पण्डित भगवती चरण शुक्ल वार्ड क्रमांक 57 के अंतर्गत प्रगतिरत विकास और निर्माण कार्यों की प्रगति का कार्यपालन अभियंता श्री शेखर सिंह और उपअभियंता श्री रंजीत बारवा की उपस्थिति में प्रत्यक्ष निरीक्षण कर निर्माण कार्य को शीघ्र जनहित में पूर्ण करवाने के निर्देश सम्बंधित अनुबंधित ठेकेदार श्री शिवेंद्र गुप्ता को दिए.निगम संस्कृति विभाग अध्यक्ष और वार्ड 57 पार्षद श्री अमर गिदवानी ने पण्डित भगवती चरण शुक्ल वार्ड क्षेत्र के अंतर्गत आवश्यक कार्यों के सम्बन्ध में कार्यपालन अभियंता श्री शेखर सिंह और उपअभियंता श्री रंजीत बारवा की उपस्थिति में विभिन्न स्थानों का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए. -
रायपुर- नगर पालिक निगम रायपुर के जल कार्य विभाग के कार्यपालन अभियंता ( फिल्टरप्लांट ) श्री नर सिंह फरेन्द्र ने जानकारी दी है कि 150 एमएलडी फिल्टरप्लांट के रॉ वाटर 1400 एमएम व्यास की एच.एस. राईजिंग पाईप लाईन में भाठागांव चौक के पास लीकेज की मरम्मत हेतु 10 घंटे का शटडाउन दिनांक 12 सितम्बर 2025 शुक्रवार को रात्रि में लिया जाना है। उक्त मरम्मत कार्य करने के कारण 150 एम.एल.डी. फिल्टरप्लांट से भरने वाली टंकियों भाठागांव, चंगोराभाठा, कुशालपुर, डी.डी. नगर, ईदगाहभाठा, सरोना, टाटीबंध, कोटा, कबीर नगर, जरवाय, गोगांव, मठपुरैना, लालपुर, अमलीडीह, अवंति विहार, मण्डी, मोवा, सडडू, दलदल सिवनी, रामनगर, कचना, आमासिवनी, देवपुरी, बोरियाखुर्द, जोरा, भनपुरी नया, रायपुरा, कुकुरबेड़ा एवं नया 80 एम.एल.डी. प्लांट से भरने वाली टंकियों बैरन बाजार नया, देवेन्द्र नगर नया, संजय नगर एवं मोतीबाग टंकी से दिनांक 12 सितम्बर 2025 को शाम जलप्रदाय होने के पश्चात् दिनांक 13 सितम्बर 2025 को सुबह जलप्रदाय नही होगा। दिनांक 13 सितम्बर 2025 को शाम से जलप्रदाय नियमित रूप से होगा।
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रायपुर - नगर पालिक निगम रायपुर के संस्कृति विभाग के तत्वावधान में नगर पालिक निगम जोन क्रमांक 4 के सहयोग से भारत रत्न महान अभियंता मोक्षगुंडम विश्वेश्वरेया के जन्मदिवस दिनांक 15 सितम्बर 2025 को प्रातः 11 बजे राजधानी शहर रायपुर में पीडब्ल्यूडी कॉलोनी सिविल लाईन में स्थित उनके मूर्ति स्थल पर उनका सादर नमन करने पुष्पांजलि आयोजन रखा गया है।
पुष्पांजलि आयोजन हेतु नगर पालिक निगम रायपुर के संस्कृति विभाग की ओर से रायपुर नगर पालिक निगम जोन 4 जोन कमिश्नर को पीडब्ल्यूडी कॉलोनी सिविल लाईन में स्थित भारत रत्न महान अभियंता मोक्षगुंडम विश्वेश्वरेया के जन्मदिवस दिनांक 15 सितम्बर 2025 को उनके मूर्ति स्थल और आसपास के क्षेत्र में आवश्यक साफ-सफाई, पुष्प, पुष्पमाला, फूलों की पंखुडियां आदि के साथ-साथ अन्य सामान्य यथोचित व्यवस्था करवाने निर्देशित किया गया है। -
*विजेता करेंगे राज्य स्तर पर प्रतिनिधित्व*
बिलासपुर/छत्तीसगढ़ की रजत जयंती वर्षगांठ के अवसर पर जिला कौशल विकास प्राधिकरण के तत्वावधान में जिला स्तरीय कौशल प्रतियोगिता एवं विविध रचनात्मक प्रतियोगिताओं का आयोजन जिला परियोजना लाईवलीहुड कॉलेज में किया गया। यह आयोजन “कौशल तिहार 2025” के अंतर्गत किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य जिले के युवाओं में कौशल, रचनात्मकता और रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण को प्रोत्साहित करना है।मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना एवं प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत आयोजित जिला स्तरीय कौशल प्रतियोगिता में जिले के विगत दो वर्षों में प्रशिक्षित कुल 210 हितग्राहियों ने पंजीयन कराया। प्रतिभागियों ने इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स,कंप्यूटर एवं हेल्थकेयर जैसे तकनीकी एवं व्यावसायिक क्षेत्रों में अपने कौशल का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता दो आयु वर्गों क्रमशः 22 वर्ष से कम तथा 22 से 45 वर्ष में कराई गई। दोनों श्रेणियों में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी अब जिले का प्रतिनिधित्व आगामी राज्य स्तरीय कौशल प्रतियोगिता में करेंगे।इसी क्रम में व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदाताओं में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवाओं के लिए वाद-विवाद, रंगोली निर्माण, पोस्टर मेकिंग जैसी विविध रचनात्मक एवं बौद्धिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं के विषय “पिछले 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा, भविष्य की संभावनाएं एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाएं’’ आदि रहे। प्रतिभागियों ने इन गतिविधियों में अपनी कला, रचनात्मकता एवं तर्कशक्ति का प्रभावशाली प्रदर्शन किया।इन सभी कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं में कौशल विकास के प्रति जागरूकता, रुचि एवं आत्मविश्वास को बढ़ावा देना तथा उन्हें भविष्य के लिए रोजगारोन्मुखी एवं आत्मनिर्भर बनाना था। - रायपुर । असामाजिक गतिविधियों से त्रस्त कुरुद वासियों की पहल पर बीते रविवार को आयोजित ग्रामीण सभा में उमड़ी भीड़ व ग्रामीणों के तेवरों से उत्साहित महिलाओं ने बीते कल गुरुवार को ग्राम में रैली निकाल ग्रामीणों को असामाजिक गतिविधियों से दूर रहने ताकीद की । साथ ही इन गतिविधियों में लिप्त तत्वों को अब अपने हरकतों से बाज आने आगाह भी किया । रैली के पहले आयोजित बैठक में ग्रामीण व्यवस्था के तहत असामाजिक गतिविधियों पर रोक लगाने बीते रविवार को लिये गये निर्णय के परिप्रेक्ष्य में गुरुवार तक के इसके प्रभाव की समीक्षा की गयी। साथ ही इस पर संतोष व्यक्त करते हुए रात में 11 बजे के बाद अकारण नहीं घूमने के लिये ग्रामीणों से आग्रह करते हुए उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्यवाही किये जाने के प्रति भी आगाह किया ।ज्ञातव्य हो कि असामाजिक गतिविधियों से त्रस्त कुरूद के ग्रामीणों ने बीते रविवार को ग्रामीण व्यवस्था के तहत इन पर रोक लगाने बैठक आहूत की थी जिसमें लगभग एक हजार ग्रामीण मौजूद थे । ग्रामीणों ने ग्रामीण व्यवस्था के तहत इस पर रोक लगाने नियम भी बनाया व लिप्त तत्वों को दंडित करने के साथ - साथ जानकारी देने वालों को पुरस्कृत करने व निगरानी हेतु समिति बनाने तथा जागरुकता रैली निकालने का सर्वसम्मत निर्णय लिया था । इस अवसर पर पहुंचे मंदिर हसौद थाना प्रभारी आशीष यादव ने भी असामाजिक गतिविधियों पर रोक लगाने हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया था। इसके बाद से ग्रामीणों की सक्रियता व जागरुकता के चलते असामाजिक गतिविधियों पर तकरीबन लगाम कसा हुआ है और लिप्त तत्वों को समझाईश का दौर भी साथ में जारी है । इसी कड़ी में जागरूकता का संदेश देने महिलाओं ने रैली निकाल ग्राम के गली - कूचों में भ्रमण किया । नगर पालिका मंदिर हसौद के अंतर्गत आने वाले ग्राम कुरूद के तीन वार्डों के महिलाएं रैली में शामिल हुईं जिसमें प्रमुख रूप से वार्ड पार्षद श्रीमती मंजू ललित कश्यप , देवकी यादव , पद्मिनी पटेल , भारती कुंभकार , मनोरमा देवांगन , मधु वर्मा , चित्रलेखा सिन्हा , भगवती वैष्णव , दुलौरीन धीवर , संगीता यादव , शैल सिन्हा , पुष्पा लहरी , ज्योति पटेल , टिकेश्वरी पटेल , संतोषी कश्यप , पार्वती धीवर , शीतल पटेल , द्रौपदी पटेल , शशि पटेल , रिया साहू , लता धीवर , संतोषी पटेल आदि शामिल थीं। इन महिलाओं का मनोबल बढ़ाने रैली में ग्राम से निर्वाचित दो अन्य पार्षद सागर पटेल व राकेश मिश्रा सहित अन्य जागरूक ग्रामीण भी शामिल रहे ।
- रायपुर ।किसानों को नवाचार और तकनीकी ज्ञान से अद्यतन कराने के लिए कृषक रजत संवाद आयोजित हो रहे हैं, जो अब तक 69 सोसायटियों में हुए हैं। उसमें 2339 कृषक, 525 प्रगतिशील कृषक एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि शामिल हुए। यह शिविर 3 सितंबर को प्रारंभ हुआ है जो 16 सितम्बर 2025 तक संचालित किए जाएंगेे।शिविर में प्रगतिशील कृषकों ने अपने अनुभव साझा कर अन्य कृषकों को प्रेरित किया। अब तक प्राप्त आवेदनों में 164 नवीन केसीसी, 155 निष्क्रिय केसीसी को सक्रिय करने हेतु, पीएम किसान सम्मान निधि के 124 एवं एग्रीस्टैक पंजीयन के 283 आवेदन शामिल हैं। इसके साथ ही योजनाओं की जानकारी देने हेतु कृषकों को व्हाट्सएप्प चैनल से भी जोड़ा जा रहा है।कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने कहा कि “जिले के कृषक आर्थिक विकास की रीढ़ हैं। शासन की सभी योजनाएँ तभी सफल होंगी जब कृषक इनसे सीधे लाभान्वित हों। इस प्रकार के संवाद शिविर कृषकों को जागरूक करने और योजनाओं तक उनकी पहुँच सुनिश्चित करने का सशक्त माध्यम हैं।”उप संचालक कृषि ने बताया कि आगामी दिनों में विकासखंड-धरसींवा में सड्डू, मांढर, पंडरभट्ठा, मोहदी, कुंरा, भाठागांव, उरला, सिलतरा, टाटीबंध, टेकारी, विकासखंड-आरंग में चिखली, भंडारपुरी, फरफौद, लखौली, भलेरा, गोईन्दा, बाना, गुल्लू, चपरीद, पंधी, जरौद, गोढ़ी, खमतराई, टेकारी, गनौद, मुनरेठी, खोरसी, कोरासी, अमसेना, देवर तिल्दा, सेमरिया, विकासखंड-अभनपुर में मानिकचौरी, परसदा, सारखी, सुन्दरकेरा, बंजारी, तोरला, टीला, पटेवा, जामगांव, बेन्द्री, सकरी, पिपरौद एवं विकासखंड-तिल्दा में टोहड़ा, सरोरा, देवरी, बिलाड़ी, सांकरा, किरना, बरतौरी, रायखेड़ा, खैरखुटा, बुडेरा, छडिया, असौंदा, मांठ, भिंभौरी, अड़सेना में आयोजित होंगे। कृषि विभाग ने कृषकों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में शिविरों में शामिल होकर विभागीय योजनाओं का लाभ प्राप्त करें।
- -बालोद जिले की सभी 436 ग्राम पंचायतें और 9 नगरीय निकाय बाल विवाह मुक्त घोषित किए जाने की प्रक्रिया में, अन्य जिलों में भी पहल जारीरायपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ में बाल विवाह उन्मूलन की दिशा में विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में बालोद जिले की सभी 436 ग्राम पंचायतें और 09 नगरीय निकाय बाल विवाह मुक्त घोषित किए जाने की प्रक्रिया में शामिल किए गए हैं।बालोद जिला के कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग ने जानकारी दी कि विगत दो वर्षों में जिले के किसी भी ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकाय से बाल विवाह का कोई प्रकरण प्राप्त नहीं हुआ है। नियमानुसार प्रमाणिक दस्तावेजों की समीक्षा के उपरांत इन ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों को बाल विवाह मुक्त घोषित कर प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।विभागीय अधिकारियों ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति या संस्थान को इस संबंध में आपत्ति है अथवा किसी ग्राम पंचायत/नगरीय निकाय में बाल विवाह का प्रकरण संज्ञान में आया है, तो वह समाचार प्रकाशन की तिथि से 07 दिवस की अवधि में अपनी दावा/आपत्ति प्रस्तुत कर सकता है। दावा/आपत्ति जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, संयुक्त जिला कार्यालय कलेक्टोरेट (कक्ष क्रमांक 79), बालोद में कार्यालयीन समय प्रातः 10 बजे से शाम 5:30 बजे तक लिखित में तथा सुसंगत दस्तावेजों के साथ जमा की जा सकती है।गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा 10 मार्च 2024 को बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान का शुभारंभ किया गया था। जिसका संचालन महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े के मार्ग दर्शन में विभाग द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से किया जा रहा है। राज्य सरकार ने बाल विवाह जैसी कुप्रथा के उन्मूलन को अपनी सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में शामिल किया है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा लगातार जनजागरूकता, निगरानी और सामाजिक सहभागिता के माध्यम से बाल विवाह रोकथाम की दिशा में प्रभावी कार्य किए जा रहे हैं। बालोद जिले की तरह छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में भी बाल विवाह मुक्त पंचायत और नगरीय निकाय घोषित करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। जिन जिलों में विगत दो वर्षों के दौरान बाल विवाह का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है, वहां भी पंचायतों और नगरीय निकायों को बाल विवाह मुक्त प्रमाण पत्र प्रदान करने की तैयारी की जा रही है।
- रायपुर । छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 989.9 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक बस्तर जिले में सर्वाधिक 1386.6 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 478.6 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।रायपुर संभाग में रायपुर जिले में 859.8 मि.मी., बलौदाबाजार में 721.8 मि.मी., गरियाबंद में 866.1 मि.मी., महासमुंद में 715.8 मि.मी. और धमतरी में 884.0 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।बिलासपुर संभाग में बिलासपुर जिले में 1014.5 मि.मी., मुंगेली में 991.0 मि.मी., रायगढ़ में 1206.2 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 819.8़ मि.मी., जांजगीर-चांपा में 1177.5 मि.मी., सक्ती में 1071.5 मि.मी., कोरबा में 1014.1 मि.मी. और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 931.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।दुर्ग संभाग में दुर्ग जिले में 777.4 मि.मी., कबीरधाम में 705.8 मि.मी., राजनांदगांव में 844.3 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 1215.3 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 705.3 मि.मी. और बालोद में 1056.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।सरगुजा संभाग में सरगुजा जिले में 702.4 मि.मी., सूरजपुर में 1048.9 मि.मी., बलरामपुर में 1366.5 मि.मी., जशपुर में 952.9 मि.मी., कोरिया में 1108.0 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 997.8 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। बस्तर संभाग में कोंडागांव जिले में 939.9 मि.मी., कांकेर में 1127.6 मि.मी., नारायणपुर में 1204.4 मि.मी., दंतेवाड़ा में 1359.3 मि.मी., सुकमा में 1062.8 मि.मी. और बीजापुर में 1353.9 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।
- -जशपुर जिले के रूपसेरा और लोदाम आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण-बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करना राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता : मंत्री राजवाड़ेरायपुर। महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े इन दिनों विभागीय योजनाओं की जमीनी हकीक़त देखने सरगुजा संभाग के दौरे पर हैं। इसी कड़ी में उन्होंने आज जशपुर जिले के ग्राम रूपसेरा और लोदाम स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने बच्चों को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं, पोषण आहार वितरण व्यवस्था, स्वास्थ्य परीक्षण, शिक्षा संबंधी गतिविधियों, स्वच्छता व्यवस्था तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा संचालित सेवाओं का विस्तार से अवलोकन किया।इस दौरान मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने मासूम बच्चों को गोद में लेकर दुलार किया और उन्हें चॉकलेट भी वितरित की। उनके इस स्नेहिल व्यवहार से बच्चे बेहद खुश नज़र आए और केंद्र का माहौल उत्साहपूर्ण हो गया। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र बच्चों के भविष्य को आकार देने की पहली पाठशाला है, इसे और सशक्त बनाना हमारी साझा जिम्मेदारी है।महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती राजवाड़े सरगुजा संभाग के दौरे परभ्रमण के दौरान मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने स्पष्ट निर्देश दिए कि बच्चों से संबंधित किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों की सुदृढ़ व्यवस्था ही बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की नींव है। इस कड़ी में उन्होंने ग्राम रूपसेरा एवं लोदाम के आंगनबाड़ी केंद्रों को और अधिक सक्षम एवं सुव्यवस्थित बनाने हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा कि हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण पोषण और शिक्षा उपलब्ध कराना ही विभाग का मूल उद्देश्य है, इसमें किसी प्रकार की ढिलाई स्वीकार्य नहीं होगी।क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणजनों की उपस्थिति में हुए इस निरीक्षण के दौरान मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है कि प्रत्येक बच्चा स्वस्थ, शिक्षित और सुरक्षित वातावरण में बड़ा हो। इसके लिए शासन की ओर से सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
- महासमुंद / मां बनना हर स्त्री के जीवन का सबसे बड़ा सुख है। परंतु इस सुख के साथ कई जिम्मेदारियाँ और चुनौतियाँ भी आती हैं। गर्भावस्था के दौरान शारीरिक कमजोरी, कामकाज का बोझ और आर्थिक अभाव अक्सर माताओं और शिशुओं के स्वास्थ्य पर असर डालते हैं। इन्हीं कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की शुरुआत की जो गर्भवती माताओं के लिए संबल और वरदान बनकर सामने आई।महासमुंद जिले की हजारों माताओं ने इस योजना का लाभ उठाया है। महासमुंद निवासी श्रीमती अंशुनी साय, रेखा देवांगन, राजकुमारी निषाद और तबस्सुम खातून जैसी हितग्राही महिलाओं का कहना है कि इस योजना से उन्हें न सिर्फ आर्थिक सहयोग मिला, बल्कि अपने और अपने बच्चे के स्वास्थ्य का ध्यान रखने की हिम्मत और अवसर भी मिला। योजना से प्राप्त राशि से उन्होंने पौष्टिक आहार लिया और आज मां और शिशु दोनों स्वस्थ हैं। यही अनुभव वे अब अन्य गर्भवती माताओं के साथ भी साझा कर उन्हें इस योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित कर रही हैं।जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग श्री टीकवेंद्र जटवार ने बताया कि इस योजना का मूल उद्देश्य यही है कि गर्भवती माताओं को पर्याप्त विश्राम और अच्छा पोषण मिले ताकि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहें और आने वाली पीढ़ी मजबूत हो।वर्ष 2017 से शुरू हुई इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत पिछले तीन वर्षों में ही महासमुंद जिले की 19,036 गर्भवती माताओं को 6 करोड़ 32 लाख 84 हजार रुपये का लाभ दिया गया है। पंजीयन के बाद गर्भावस्था के सातवें माह में 3,000 रुपये और प्रसव के साढ़े तीन माह बाद बच्चे को टीका लगने के पश्चात 2,000 रुपये प्रदान किए जाते हैं। यही नहीं, दूसरी डिलीवरी में यदि बालिका जन्म लेती है तो माताओं को 6,000 रुपये की विशेष प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है, एक पहल जो बेटियों के जन्म को सम्मान और सुरक्षा देती है।
यह योजना केवल आर्थिक सहायता तक ही सीमित नहीं है, बल्कि मातृत्व का सम्मान है। यह एक ऐसा स्पर्श है, जो गर्भवती माताओं के चेहरे पर संतोष की मुस्कान और शिशुओं के भविष्य में स्वास्थ्य की नींव रखता है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना ने वास्तव में माताओं के जीवन में उम्मीद, पोषण और सुरक्षा का उजियारा भरा है।
- महासमुंद / जनजातीय समुदायों के उत्कर्ष एवं सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के उद्देश्य से संचालित आदि कर्मयोगी अभियान के तहत जिला स्तर एवं ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण के पश्चात अब ग्राम स्तर पर आदि कर्मयोगी सहयोगियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी क्रम में महासमुंद विकासखंड की 25 पंचायतों के लिए 10 से 16 सितंबर तक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।जनपद पंचायत महासमुंद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री बी.एस. मंडावी ने बताया कि 10 सितंबर को झलप में आयोजित हुआ। 11 सितंबर को डूमरपाली, 12 सितंबर को रूमकेल, 15 सितंबर को जनपद पंचायत मुख्यालय तथा 16 सितंबर को सिरपुर में प्रशिक्षण कार्यक्रम होंगे। इस क्रम में आज ग्राम पंचायत डूमरपाली में प्रशिक्षण का सफल आयोजन किया गया।इस प्रशिक्षण में ग्राम पंचायत डूमरपाली, कुरूभाठा, तेलीबांधा और सिंगूरपाली के आदि कर्मयोगी सहयोगियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। प्रशिक्षण में विलेज लेबर मास्टर ट्रेनर्स को योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन, ग्राम स्तर पर श्रम प्रबंधन, आजीविका संवर्धन एवं सामुदायिक सहभागिता बढ़ाने संबंधी बिंदुओं पर मार्गदर्शन दिया गया।कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर ग्रीस ध्रुव के मार्गदर्शन में ब्लॉक स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स – शीला प्रधान, मोनिका गुप्ता, आलोक शुक्ला, बाबूलाल ध्रुव, योगेश निर्मलकर, कुलदीप सर्वा, रितु चंद्राकर, मोहनीश वैष्णव एवं लखिया मंडले ने प्रशिक्षण प्रदान किया।इस अवसर पर ग्राम पंचायत डूमरपाली की सरपंच श्रीमती यमुना ठाकुर एवं उपसरपंच देवानंद नायक सहित पंचायत प्रतिनिधि, सचिव राकेश साहू, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षक, मितानिन एवं रोजगार सहायक भी उपस्थित रहे।प्रशिक्षण के अंत में सभी प्रतिभागियों को विकसित भारत के निर्माण में सक्रिय योगदान देने का संकल्प दिलाया गया।उल्लेखनीय है कि आदि कर्मयोगी अभियान का मुख्य उद्देश्य जनजातीय समुदायों को संगठित कर उन्हें योजनाओं से जोड़ना, आजीविका के अवसर बढ़ाना तथा आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूत बनाना है। ग्राम स्तर पर इस प्रकार के प्रशिक्षण से समुदाय को जागरूकता के साथ योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन भी सुनिश्चित हो सकेगा।
- - कलेक्टर ने माँ बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ में क्वांर नवरात्रि मेले में यात्रियों की सुविधा एवं कानून व्यवस्था के संबंध में ली बैठक- सेवा पंडालों में चाय, नाश्ता, भोजन, पेयजल एवं अन्य सुविधा के संबंध में ली जानकारी- खाद्य एवं सुरक्षा विभाग को खाद्य पदाथों का निरीक्षण करने के दिए निर्देश- डोंगरगढ़ मेला स्थल के आसपास साफ-सफाई करवाने के दिए निर्देश- सेवा पंडालों में पदयात्रियों के लिए दवाई, पट्टी, ओआरएस, ग्लुकोस घोल एवं अन्य चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने कहा- सभी अधिकारियों, ट्रस्ट के सदस्यों, सेवा पंडाल के संचालकों तथा अन्य सभी को समन्वय एवं सहयोग से कार्य करने के लिए कहाराजनांदगांव । कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने गुरुवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में माँ बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ में 22 सितम्बर 2025 से प्रारंभ होने वाले क्वांर नवरात्रि मेले में यात्रियों की सुविधा एवं कानून व्यवस्था के संबंध में बैठक ली। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने कहा कि माँ बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ में दूर-दराज से लाखों की संख्या में दर्शनार्थी श्रद्धा एवं आस्था के साथ पहुंचते है। श्रद्धालुओं के लिए क्वांर नवरात्रि मेले में सुविधाजनक एवं चाक-चौबंद व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दर्शनार्थियों की संख्या प्रतिवर्ष बढ़ती जा रही है। जिसे देखते हुए हम सभी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। उन्होंने सेवा पंडाल के संचालकों से बात की तथा सेवा पंडालों में चाय, नाश्ता, भोजन, पेयजल एवं अन्य सुविधा के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने खाद्य एवं सुरक्षा विभाग को खाद्य पदाथों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने डोंगरगढ़ मेला स्थल के आसपास साफ-सफाई करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने सेवा पंडालों में पदयात्रियों के लिए दवाई, पट्टी, ओआरएस, ग्लूकोस घोल एवं अन्य चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने डोंगरगढ़ जाने वाले मार्ग में पदयात्रियों को ध्यान में रखते हुए लोक निर्माण विभाग को सड़क मरम्मत करने एवं दुर्घटनाजन्य स्थानों पर स्पीड ब्रेकर बनाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि पदयात्री मार्ग में आने वाले विभिन्न ग्राम पंचायतों के माध्यम से सहयोग लेते हुए सेवा पंडालों में व्यवस्था बनाएं तथा वहां प्रकाश, साफ-सफाई एवं अन्य व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा। कलेक्टर ने रेलवे विभाग के अधिकारी को अतिरिक्त टिकट काउंटर खोलने तथा दर्शनार्थियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों, ट्रस्ट के सदस्यों, सेवा पंडाल के संचालकों तथा अन्य सभी को समन्वय एवं सहयोग से कार्य करने के लिए कहा। उन्होंने रोपवे के लिए फिटनेश सर्टिफिकेट एवं मेले की व्यवस्था के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग ने कहा कि माँ बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ में मेला स्थल एवं मंदिर में पार्किंग की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने एम्बुलेंस, सेवा पंडाल के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दर्शनार्थियों की संख्या के आधार पर भीड़ की स्थिति नहीं बने, इसे ध्यान में रखते हुए रोपवे टिकट का वितरण करें। आवागमन एवं यातायात की व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे। अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय ने बताया कि माँ बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ में 22 सितम्बर से 1 नवम्बर 2025 तक आयोजित क्वांर नवरात्रि मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। जिसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित की जा रही है। बैठक में वनमंडलाधिकारी श्री आयुष जैन, अपर कलेक्टर श्री प्रेम प्रकाश शर्मा, एसडीएम राजनांदगांव श्री खेमलाल वर्मा, एसडीएम डोंरगगढ़ श्री एम भार्गव, मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष श्री मनोज अग्रवाल, मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के उपाध्यक्ष श्री अनील गट्टानी, ट्रस्टी श्री महेन्द्र भाई पटेल, श्री योगश अग्रवाल, श्री गौतम चोपड़ा, श्री सुनील मुंदडा, नगर पालिक परिषद डोंगरगढ़ के अध्यक्ष श्री रमन डोंगरे, सेवा पंडाल संचालक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
- - नवागांव से चिखली तक के क्षेत्र में एक पुलिस चौकी की होगी स्थापना- विधानसभा अध्यक्ष ने तात्कालिक मदद के दृष्टिगत मृतक युवा श्री राजेश ढीमर, श्री सचिन दास मानिकपुरी, श्री किशन राजपूत के परिवारों को स्वेच्छानुदान अंतर्गत एक-एक लाख रूपए की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की- किशन राजपूत के परिवार के लिए अनुकम्पा नियुक्ति की घोषणा की- श्री राजेश ढीमर की पत्नी को जॉब प्लेसमेंट में नौकरी दिलाने के लिए किया निर्देशितराजनांदगांव । विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने गुरुवार को नगर पालिक निगम राजनांदगांव के बजरंगपुर-नवागांव प्रकरण में पीडि़त परिवारों से बजरंगपुर-नवागांव वार्ड में पहुंचकर मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राजनांदगांव की शांति और सौहार्द्र के लिए प्रदेश में एक अलग पहचान हैे और इसे संस्कारधानी भी कहते है। विगत दिनों बजरंगपुर-नवागांव वार्ड में घटित हिंसा एवं हत्याकांड एक दुखद घटना है। नशे की गिरफ्त में आकर बिना किसी कारण के चाकूबाजी की घटना हुई और एक परिवार को बचाते हुए श्री राजेश ढीमर की मृत्यु हो गई। चाकूबाजी की अन्य दूसरी घटना में श्री सचिन दास मानिकपुरी एवं श्री किशन राजपूत की हत्या की गई। पुलिस की शुरूआती कार्रवाई में पहली रिपोर्ट दर्ज होने के बाद तोड़-फोड़ की घटना की सूचना मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाती तो यह घटना इस प्रकार का स्वरूप नहीं लेती। इस घटना के लिए थाना प्रभारी का दोष दिखाई देता है और उस पर कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष ने इस घटना में शामिल होने वाले अन्य लोगों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने कहा कि नवागांव से चिखली तक के क्षेत्र में एक पुलिस चौकी खोला जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने वहां तत्काल पुलिस चौकी की स्थापना की सहमति प्रदान की है। विधानसभा अध्यक्ष ने तात्कालिक मदद की दृष्टि से मृतक युवा श्री राजेश ढीमर, श्री सचिन दास मानिकपुरी एवं श्री किशन राजपूत के परिवारों को स्वच्छानुदान अंतर्गत एक-एक लाख रूपए की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने किशन राजपूत के परिवार के लिए अनुकम्पा नियुक्ति की घोषणा की। श्री राजेश ढीमर की पत्नी को जॉब प्लेसमेंट में नौकरी दिलाने के लिए निर्देशित किया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि शराब एवं नशे के खिलाफ जिले में सतत अभियान चलाने की आवश्यकता है। सुरक्षा के मद्देनजर इन क्षेत्रों में लगातार पुलिस पेट्रोलिंग के निर्देश दिए। उन्होंने इन क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए निर्देशित किया। इस दौरान महापौर श्री मधुसूदन यादव, श्री कोमल सिंह राजपूत, पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग तथा अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
- - नागरिकों एवं मरीजों के लिए पंजीयन काउंटर और बैठक व्यवस्था के संबंध में दिए आवश्यक दिशा-निर्देश- 17 सितम्बर को शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय राजनांदगांव में होगा नि:शुल्क मेगा स्वास्थ्य शिविर- शासकीय एवं निजी हॅस्पिटल के रायपुर, दुर्ग, भिलाई के विशेषज्ञ चिकित्सक नागरिकों को देंगे चिकित्सा सेवाएंराजनांदगांव । कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने गुरुवार को भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय पहुंचकर नि:शुल्क मेगा स्वास्थ्य शिविर की तैयारियों का जायजा लिया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर 17 सितम्बर 2025 को जिला प्रशासन एवं भारतीय रेडक्रास सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय राजनांदगांव में गंभीर एवं सामान्य बीमारियों के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने स्वास्थ्य जांच कराने वाले नागरिकों एवं मरीजों के पंजीयन काउंटर और बैठक व्यवस्था के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य जांच कराने वाले नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने चाहिए। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में ओपीडी कक्ष, पंजीयन काउंटर, वालिंटियर, सांकेतिक बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य शिविर में आने वाले विशेषज्ञ डॉक्टर्स के कक्ष, ओपीडी कक्ष, लैब टेस्टिंग और सेम्पल कलेक्शन कक्ष, दवाई वितरण कक्ष का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य शिविर में पेयजल एवं साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था रखने के निर्देश दिए। नागरिकों को शिविर स्थल तक आने के लिए बस स्टैण्ड से नि:शुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश परिवहन अधिकारी को दिए। इसके साथ ही शिविर स्थल आने के लिए जगह-जगह सांकेतिक बोर्ड एवं बैनर्स लगाने कहा। जिससे स्वास्थ्य जांच कराने आने वाले नागरिकों को असुविधा नहीं होनी चाहिए।उल्लेखनीय है कि नागरिकों में स्वस्थ एवं सेहतमंद रहने तथा स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के लिए 17 सितम्बर को नि:शुल्क मेगा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है। स्वास्थ्य शिविर में गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को शासकीय एवं निजी अस्पतालों के रायपुर, दुर्ग, भिलाई से आए विशेषज्ञ चिकित्सक जनसामान्य को चिकित्सा सेवाएं देंगे। मेगा स्वास्थ्य शिविर में हृदय रोग विशेषज्ञ, बाल हृदय रोग विशेषज्ञ, गैस्ट्रोलॉजिस्ट, ऑन्कोलॉजी, नेफ्रोलॉजिस्ट एण्ड सर्जरी, न्यूरो फिजिशियन एण्ड सर्जरी, ऑर्थो फिजिशियन एण्ड सर्जरी सहित एमडी मेडिसिन एवं सर्जरी से जुड़े चिकित्सक उपस्थित रहेेंगे। शिविर में आयुष्मान कार्ड पंजीयन और 70 वर्ष या उससे अधिक वर्ष वरिष्ठ नागरिकों का आयुष्मान वय वंदना कार्ड पंजीयन किया जाएगा। स्वास्थ्य शिविर के लिए पंजीयन प्रारंभ है। नागरिक अपना पंजीयन जिले के सभी प्राथ्ज्ञमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, जिला चिकित्सालय बसंतपुर और शासकीय मेडिकल कॉलेज पेण्ड्री में किया जा रहा है। इस अवसर पर डीन मेडिकल कालेज डॉ. पंकज लुका, अधीक्षक मेडिकल कॉलेज अस्पताल डॉ. अतुल देशकर, उप अधीक्षक मेडिकल कालेज डॉ. पवन जेठानी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरतन, आयुक्त नगर निगम श्री अतुल विश्वकर्मा, डिप्टी कलेक्टर श्री प्रकाश टंडन, डिप्टी कलेक्टर श्री अभिषेक तिवारी, लोक निर्माण के अधिकारी सहित अन्य अधिकारी एवं चिकित्सक उपस्थित थे।
- 0- चेहरे के टेढ़ेपन का इलाज किया सिम्स के दन्त चिकित्सा विभाग नेबिलासपुर . मरीज नीता कुमारी (बदला हुआ नाम) उम्र 20 वर्ष का दाएं जबड़े में चोट के कारण 10 वर्ष पहले अविकसित रह गया तथा मुँह खुलना भी बंद हो गया और खाने पीने की परेशानी लेकर आई तथा नीचे और ऊपर के जबड़े का टेढ़ा होता चला गया और दाँतों का विन्यास (Occlusion) भी बिगड़ गया तथा चेहरा असंतुलित होने के कारण मरीज हीन भावना से ग्रसित होने लगी थी। घर से बाहर निकलना भी बंद कर दी थी।मरीज अपनी परेशानी का हल निकालने और इलाज के लिए रायपुर के बड़े अस्पताल तथा अन्य बड़े अस्पताल भी गई। परन्तु इलाज में अत्यधिक खर्च से परेशान होकर सिम्स के दन्त चिकित्सा विभाग पहुंची। जहाँ पर इसका सम्पूर्ण जाँच, सी टी स्कैन, 3 डी फेस प्रिंट, खून जाँच कराने के बाद डायग्नोसिस राइट टी एम जॉइंट एन्काइलोसिस एंड फेसिअल एसीमेट्री बनाई गई तथा इलाज की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया गया। इसके पश्चात् पहले मई 2023 को राइट टी एम जॉइंट एन्काइलोसिस का इलाज डिस्ट्रक्शन ओस्टोजेनेसिस (चाबी) द्वारा की गई, जिससे दाएं जबड़े की लम्बाई बढ़ाई गई। जिसमे 6 माह का समय लगा।फरवरी 2024 को दूसरा ऑपरेशन करके डिस्ट्रक्शन ओस्टोजेनेसिस (चाबी) को निकाल दिया गया। फिर अक्टूबर 2024 को तीसरा ऑपरेशन राइट टी एम जॉइंट एन्काइलोसिस को खोलकर आर्टिफीसियल कस्टमाइज्ड टी एम जॉइंट रिकंस्ट्रक्शन किया गया। फिर फेसिअल एसीमेट्री के लिए ऑग्निधिक सर्जरी की गई, जिसमे मरीज के ऊपर-नीचे के जबड़े को काटकर सीधा कर (बाइलेटरल ली फोर्ट 1 ओस्टेओटोमी, बाइलेटरल सजाइटल स्प्लिट ओस्टेओटोमी, जेनिओप्लास्टी) चेहरा सुधारा गया।छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी मेडिकल और डेंटल कॉलेज का यह पहला ऐसा ऑपरेशन जिसमे राइट टी एम जॉइंट एन्काइलोसिस कर आर्टिफीसियल कस्टमाइज़्ड टी एम जॉइंट रिकंस्ट्रक्शन एवं फेसिअल एसीमेट्री के लिए ऑर्थोग्निथिक सर्जरी एक साथ किया गया। आर्टिफीसियल कस्टमाइज़्ड टी एम जॉइंट रिकंस्ट्रक्शन- त्रुटिहीन फिट, बढ़ी हुई स्थिरता, बेहतर मैंडिबुलर फ़ंक्शन और रूप, एवं गैर-कस्टम विकल्पों की तुलना में सर्जिकल समय में संभावित कमी । कस्टम-निर्मित कृत्रिम अंग बेहतर दीर्घकालिक स्थिरता प्रदान करते हैं, चेहरे की समरूपता और कार्य को बहाल करके रोगी की संतुष्टि के उच्च स्तर में योगदान करते हैं, और एक मानक प्रत्यारोपण के लिए शारीरिक संरचनाओं को अनुकूलित करने की आवश्यकता को समाप्त करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप अधिक कुशल परिणाम प्राप्त होते हैं। इस मरीज को बाहर प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने पर 45 लाख रुपये खर्च होने की सम्भावना थी।दन्त चिकित्सा विभाग के डॉ भूपेंद्र कश्यप के मार्गदर्शन में विभागाध्यक्ष एवं ओरल एंड मैक्सिलो-फेसिअल सर्जन डॉ. संदीप प्रकाश एवं उनके टीम में शामिल डॉ. जंडेल सिंह ठाकुर, डॉ. केतकी कीनीकर, डॉ. हेमलता राजमणि, डॉ. प्रकाश खरे, डॉ. सोनल पटेल, वार्ड-बॉय ओमकारनाथ, लैब अटेंडेंट उमेश साहू, के साथ रेडियो-डायग्नोसिस विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अर्चना सिंह, डॉ अमन एवं निश्वेतना विभागाध्यक्ष डॉ. मधुमिता मूर्ति, डॉ. भावना रायजादा, डॉ. मिल्टन, डॉ सुरभि एवं उनकी टीम तथा नर्सिंग स्टाफ शामिल रहे। अवगत हो कि छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान, बिलासपुर के अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति एवं संयुक्त संचालक एवं अस्पताल अधीक्षक डॉ. लखन सिंह के दिशा-निर्देश एवं डॉ. भूपेंद्र कश्यप के मार्गदर्शन में ऐसे गरीब मरीजों का आयुष्मान कार्ड से निरंतर निःशुल्क इलाज उपलब्ध कराई जा रही है।
- बालोद. छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर रजत जयंती वर्ष के अवसर पर जिले के विभिन्न महाविद्यालयों, विद्यालय सहित अन्य शिक्षण संस्थानों में पुस्तक वाचन एवं विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत बुधवार 10 सितंबर को जिले के गुरूर विकासखण्ड के 137 शासकीय प्राथमिक शाला, 68 उच्च प्राथमिक शाला एवं 32 हायर सेकण्डरी स्कूल सहित कुल 237 विद्यालयों में पुस्तक वाचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसी तरह स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय खलारी, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पलारी, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय अर्जुंदा, शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय बोड़ेना आदि जिले के विभिन्न शिक्षण संस्थाओं में पुस्तक वाचन एवं अन्य गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षक-शिक्षिकाओं के द्वारा पुस्तकों के अध्ययन के महत्व, उपयोगिता एवं महत्व के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने महापुरूषों की जीवनी के अलावा विभिन्न ज्ञानवर्धक एवं प्रेरणास्पद पुस्तकों का वाचन किया। समारोह में शिक्षक-शिक्षिकों के अलावा बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।
- 0- विगत 02 वर्षों में बाल विवाह के प्रकरण प्राप्त नही होने पर की जाएगी बाल विवाह मुक्त ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकाय घोषित करने की कार्रवाईबालोद. संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार बालोद जिले के ऐसे ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकाय जहाँ विगत दो वर्षों में बाल विवाह का प्रकरण प्राप्त नही हुआ है इन ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों को बाल विवाह मुक्त ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकाय घोषित करने की कार्रवाई की जाएगी। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि बालोद जिले के सभी 436 ग्राम पंचायतों एवं 09 नगरीय निकायों में नियमानुसार विगत दो वर्षों में बाल विवाह का प्रकरण नहीं होने संबंधी दस्तावेज प्राप्त हुए है।अतः इन ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों को बाल विवाह मुक्त ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकाय घोषित कर प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में किसी व्यक्ति या संस्थान को किसी भी प्रकार की आपत्ति होने तथा इन ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों मे बाल विवाह का प्रकरण संज्ञान होेन पर इस संबंध में विज्ञप्ति प्रकाशन से 07 दिवस की अवधि में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विवाह विभाग संयुक्त जिला कार्यालय कलेक्टोरेट के कक्ष क्रमांक 79 में कार्यालयीन समय सुबह 10 बजे से शाम 05.30 बजे तक लिखित में सुसंगत दस्तावेजों के साथ दावा आपत्ति प्रस्तुत कर सकते हैं।
- रायपुर - गुरुवार को रायपुर नगर पालिक निगम रायपुर के आयुक्त श्री विश्वदीप के निर्देशानुसार नगर निगम जोन 8 नगर निवेश विभाग द्वारा जोन 8 जोन कमिश्नर श्रीमती राजेश्वरी पटेल के मार्गनिर्देशन में रायपुर नगर निगम जोन 8 अंतर्गत वार्ड वीर सावरकर नगर वार्ड क्रमांक 1के क्षेत्र में स्वीकृति के विपरीत/बिना अनुमति किये गए अवैध निर्माण को हटाए जाने की कार्यवाही अभियान चलाकर की गयी.नगर निगम जोन 8 जोन कमिश्नर के निर्देश पर नगर निगम जोन 8 नगर निवेश विभाग के सहायक अभियंता फरहाज फारूखी और उप अभियंता श्री लोचन प्रसाद चौहान की उपस्थिति में स्वीकृति विपरीत /बिना अनुमति अवैध निर्माण को स्थल पर तोड़ा गया एवं भविष्य में स्वीकृति लेकर नियमानुसार निर्माण करवाने की कड़ी हिदायत सम्बंधित निर्माणकर्ता को नगर निगम जोन 8 नगर निवेश विभाग की ओर से दी गयी.