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- रायपुर। स्टेट बैंक कॉलोनी, महोबा बाजार निवासी श्री प्रदीप शर्मा का 4 जून रात्रि 9 बजे आकस्मिक निधन हो गया। वे पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त हुए थे। वे विनोद शर्मा के बड़े भाई, प्रतीक शर्मा, ईशा शर्मा के पिता और हनी शर्मा, कृति शर्मा के बड़े पापा थे।उनकी अंतिम यात्रा 5 जून को सुबह 10 बजे स्टेट बैंक कॉलोनी मोहबा बाज़ार स्थित उनके निवास स्थान से कोटा मुक्तिधाम के लिये निकलेगी।
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रायपुर/ नगर पालिक निगम रायपुर के आयुक्त श्री विश्वदीप के आदेशानुसार और अपर आयुक्त श्री राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर तृप्ति पाणीग्रही, जोन 2 जोन कमिश्नर डॉक्टर आर. के. डोंगरे के निर्देश पर आज नगर निगम जोन 2 की स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा जोन स्वास्थ्य अधिकारी श्री रवि लावनिया की उपस्थिति में जोन 2 अंतर्गत बाजार क्षेत्र में दुकानों की स्वच्छता का निरीक्षण किया और 13 दुकानों में निरीक्षण के दौरान गन्दगी मिलने और सिंगल यूज प्लास्टिक मिलने पर कुल 3100 रूपये सम्बंधित दुकान संचालकों को भविष्य के लिए कड़ी चेतावनी देते हुए वसूलने की कार्यवाही की और इस सम्बन्ध में नगर निगम स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त जनशिकायत का त्वरित निदान किया.
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0 जोन 1 ने गोगांव शासकीय भूमि में लगी ठेला गुमटियों को हटाया0
0 जोन 10 ने पचपेडी नाका में 10 हजार रू. सडक बाधा शुल्क वसूला 0
रायपुर/ रायपुर जिला कलेक्टर डॉक्टर गौरव कुमार सिंह के आदेशानुसार और नगर पालिक निगम रायपुर के आयुक्त श्री विश्वदीप और जिला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर लाल उम्मेद सिंह के निर्देशानुसार एवं नगर निगम अपर आयुक्त श्री पंकज के. शर्मा, उपायुक्त डॉ. अंजलि शर्मा, नगर निवेशक श्री आभाष मिश्रा, सभी जोन कमिश्नरों, कार्यपालन अभियंताओं के मार्गनिर्देशन में टीम प्रहरी द्वारा नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत सभी जोनों के नगर निवेश विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में राजधानी शहर रायपुर नगर निगम क्षेत्र में जनहित में जनसुविधा हेतु मुख्य मार्गों एवं बाजार क्षेत्रो में अभियान चलाकर यातायात पुलिस बल की उपस्थिति में अतिक्रमण एवं अवैध कब्जे हटाकर सडक यातायात सुगम और सुव्यवस्थित बनाने कार्यवाही जारी है।
इस क्रम में आज टीम प्रहरी के अभियान के अंतर्गत नगर निगम मुख्यालय नगर निवेश उड़न दस्ता की टीम और जोन 8 नगर निवेश विभाग की टीम ने संयुक्त अभियान चलाते हुए जोन 8 जोन कमिश्नर श्रीमती राजेश्वरी पटेल के निर्देश पर उपअभियंता नगर निवेश श्री लोचन चौहान की उपस्थिति में जोन 8 क्षेत्र में टाटीबंध चौक एवं उसके आस पास और वार्ड कमांक 70 संत रविदास वार्ड में चंदनीडीह मुख्य मार्ग में अभियान चलाकर अवैध ठेलो गुमटियों को हटाकर सुगम और सुव्यवस्थित यातायात कायम कर नागरिको को त्वरित राहत दिलवायी। वहीं नगर निवेश मुख्यालय उडनदस्ता और जोन 1 नगर निवेश विभाग की टीम ने जोन 1 जोन कमिश्नर डॉ. दिव्या चंद्रवंशी के निर्देश पर उपअभियंता नगर निवेश श्री सागर ठाकुर की उपस्थिति में जोन 1 क्षेत्र गोगांव में शासकीय भूमि पर कब्जा करके लगाये गये ठेलो गुमटियों को जेसीबी मशीन की सहायता से हटाकर शासकीय भूमि कब्जा मुक्त करते हुए यातायात सुगम और सुव्यवस्थित बनाया। जोन 10 नगर निवेश विभाग द्वारा पचपेडी नाका में 10 हजार रू. सडक बाघा शुल्क वसूलने की कार्यवाही जोन कमिश्नर श्री विवेकानंद दुबे के निर्देश पर नगर निवेश उपअभियंता श्री रविप्रभात साहू की उपस्थिति में की गई एवं अभियान चलाकर मुख्य मार्ग पचपेडी नाका और आस पास ठेले गुमटी हटाकर मार्ग को सुगम व सुव्यवस्थित बनाने का कार्य करते हुए नागरिको को त्वरित राहत दिलायी गयी। जोन 3 नगर निवेश विभाग की टीम ने निगम मुख्यालय उडनदस्ता नगर निवेश विभाग के साथ संयुक्त अभियान यातायात पुलिस बल की उपस्थिति में चलाकर जोन 3 जोन कमिश्नर श्री रमेश जायसवाल के निर्देश पर उपअभियंता श्री अक्षय भारद्वाज की उपस्थिति में पंडरी मुख्य मार्ग में अवैध ठेले गुमटियां हटाकर मार्ग को अवैध कब्जो से मुक्त किया गया। इसी प्रकार जोन 4 क्षेत्र के तहत जोन कमिश्नर श्री अरूण ध्रुव के नेतृत्व में एवं जोन उपअभियंता श्री नवीन वर्मा की उपस्थिति में जोन 4 के मुख्य मार्गो बाजार क्षेत्र में अभियान चलाकर जोन 4 नगर निवेश विभाग एवं निगम मुख्यालय नगर निवेश उडनदस्ता की टीम द्वारा मार्गो को ठेला गुमटी हटाकर अवैध कब्जो से मुक्त करवाते हुए यातायात सुगम बनाने की कार्यवाही कर नागरिको व वाहन चालको को त्वरित राहत दी गई। -
समुचित मात्रा में पुस्तकों की उपलब्धता, वाई-फाई सुविधा, भवन के जीर्णोंद्धार तथा अन्य जरूरी कार्यों के लिए तत्काल प्रस्ताव पे्रषित करने के दिए निर्देश
ग्रंथालय को व्यवस्थित रखने तथा जरूरी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को कहा
बालोद/ कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने आज जिला मुख्यालय बालोद के आमापारा में स्थित जिला गं्रथालय का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने जिला ग्रंथालय के अध्ययन कक्ष, पुस्तकालय आदि सभी कक्षों का निरीक्षण कर जिला ग्रंथालय के व्यवस्थाओं की पड़ताल की। कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने मौके पर उपस्थित अधिकारियों एवं जिला ग्रंथालय के प्रभारी को जिला ग्रंथालय में प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़े एवं विद्यार्थियों के मांग तथा वर्तमान समय के अनुरूप समुचित मात्रा में पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने जिला ग्रंथालय में वाई-फाई की सुविधा सुनिश्चित कराने तथा वाटर कूलर की व्यवस्था के अलावा जिला ग्रंथालय परिसर के जीर्णोंद्धार तथा अन्य जरूरी व्यवस्था सुनिश्चित कराने अधिकारियों को तत्काल प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने अपर कलेक्टर श्री चंद्रकांत कौशिक को जिला ग्रंथालय की देख-रेख हेतु जिला मिशन समन्वयक राजीव गांधी शिक्षा मिशन श्री अनुराग त्रिवेदी को तत्काल प्रभारी अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश भी दिए। श्रीमती मिश्रा ने श्री अनुराग त्रिवेदी को आदेश प्राप्त होने के पश्चात तत्काल कार्यभार ग्रहण कर जिला ग्रंथालय के व्यवस्था को बेहतर बनाने हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
इस दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने जिला ग्रंथालय के अध्ययन कक्ष में पहुँचकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने पहुँचे विद्यार्थियों से बातचीत कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के संबंध में जानकारी ली। श्रीमती मिश्रा ने विद्यार्थियों से जिला ग्रंथालय की व्यवस्था, तैयारी हेतु समुचित मात्रा में पाठ्य सामग्रियों की उपलब्धता एवं ग्रंथालय में उन्हें मिलने वाली अन्य सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। श्रीमती मिश्रा ने पुस्तकालय कक्ष में पहुँचकर वहाँ उलपब्ध पुस्तक एवं पत्र-पत्रिकाओं का अवलोकन किया। उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिकारियों एवं जिला ग्रंथालय के प्रभारी को गं्रथालय में प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित एवं वर्तमान समय के मांग के अनुरूप पुस्तकों की समुचित मात्रा में उपलब्धता जिला ग्रंथालय में सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुस्तकों के प्रबंध करते समय विद्यार्थियों के मांग को विशेष ध्यान रखा जाए। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से जिला ग्रंथालय में पीएससी आदि के अलावा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं तथा नीट, जेईई आदि की पुस्तकों की उपलब्धता के संबंध मंें जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को जिला ग्रंथालय में समुचित मात्रा में इन पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने अपर कलेक्टर श्री चंद्रकांत कौशिक को जिला ग्रंथालय में सामयिक एवं उपयोगी पुस्तकों की समुचित उपलब्धता हेतु प्रभारी अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए।
इस मौके पर कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने जिला ग्रंथालय के ग्रुप डिस्कशन कक्ष, बैठक एवं कार्यालय कक्ष के अलावा शौचालय आदि का भी निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का पड़ताल किया। इसके अलावा उन्होंने जिला ग्रंथालय के ऊपर मंजिल में स्थित अध्ययन कक्ष आदि का भी निरीक्षण किया। श्रीमती मिश्रा ने जिला ग्रंथालय की नियमित रूप से बेहतर साफ-सफाई हेतु स्वीपर एवं भृत्य आदि की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। श्रीमती मिश्रा ने जिला मिशन समन्वयक श्री अनुराग त्रिवेदी को नियमित रूप से जिला ग्रंथालय का निरीक्षण कर जिला ग्रंथालय में सभी व्यवस्था सुनिश्चित कराने तथा अधोसंरचना आदि से जुड़े सभी कार्यों को शीघ्र पूरा कराकर जिला ग्रंथालय के व्यवस्था को बेहतर से बेहतर बनाने के निर्देश दिए। -
वृद्धजनों से बातचीत कर उन्हें मिलने वाली सुविधाओं की ली जानकारी
कलेक्टर के मधुर एवं आत्मीय व्यवहार से अभिभूत हुए वृद्धजन, उप संचालक समाज कल्याण विभाग को व्यवस्था को बेहतर बनाने हेतु जरूरी कार्रवाई करने के दिए निर्देश
बालोद/ कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने जिला मुख्यालय बालोद के शिकारी पारा में स्थित वृद्धाश्रम सुखाश्रय एवं गंभीर रूप से बीमार वृद्धजनों के देखरेख स्थल प्रशामक गृह का निरीक्षण कर वहाँ के व्यवस्थाओं का पड़ताल किया। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने सुखाश्रय एवं प्रशामक गृह में निवासरत् वृद्धजनों से बातचीत कर वहाँ उन्हें मिलने वाली भोजन, नाश्ता, पेयजल, इलाज, साफ-सफाई एवं उनके लिए मनोरंजन की व्यवस्था आदि के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी ली। इस मौके पर कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने वृद्धजनों के साथ खाट में बैठकर बातचीत की और उनका कुशलक्षेम पूछा। कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने सुखाश्रय एवं प्रशामक गृह में निवासरत वृद्धजनों को फल, बिस्किट आदि खाद्य सामग्री भी प्रदान की। कलेक्टर ने पारिवारिक सदस्य की भाँति पूरी आत्मीयता एवं अपनापन से वृद्धजनों का हालचाल पूछा। कलेक्टर श्रीमती मिश्रा के मधुर एवं आत्मीय व्यवहार से सुखाश्रय एवं प्रशामक गृह में निवासरत सभी वृद्धजन अभिभूत होकर आत्मीयता का अनुभव कर रहे थे। कलेक्टर के व्यवहार से प्रभावित होकर सुखाश्रय में निवासरत वृद्ध महिला श्रीमती सुखबती बाई ने कलेक्टर श्रीमती मिश्रा को गले लगा लिया। इस दौरान कलेक्टर ने सुखाश्रय एवं प्रशामक गृह में वृद्धजनों के लिए जरूरी व्यवस्था सुनिश्चित कराने तथा यहाँ की व्यवस्था को बेहतर से बेहतर बनाने हेतु त्वरित कार्रवाई करने हेतु समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक को निर्देश भी दिए। श्रीमती मिश्रा ने समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक को वृद्धजनों को ’श्री रामलला दर्शन’ योजना के अंतर्गत तीर्थ यात्रा कराने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक मदद उपलब्ध कराने की बात भी कही।
इस मौके पर कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने सुखाश्रय में पहुँचकर वृद्धजनों से आज उन्हें प्रदान किए गए भोजन, नाश्ता आदि के संबंध में पूछताछ करते हुए भोजन एवं नाश्ते के गुणवत्ता के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान कलेक्टर ने सुखाश्रय वृद्धाश्रम में वृद्धजनों के शयन कक्ष, भोजनालय, शौचालय आदि का निरीक्षण कर यहाँ जरूरी व्यवस्था सुनिश्चित कराने को कहा। कलेक्टर ने रसोई कक्ष में पहुँचकर वहाँ रखे खाद्य सामग्रियों का भी अवलोकन किया। उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों को खाद्य सामग्री की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने तथा शौचालय एवं स्नानागर का नियमित रूप से समुचित साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा प्रशामक गृह में पहुँचकर बीमार वृद्धजनों से बातचीत की और उन्हें मिलने वाली इलाज आदि सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। श्रीमती मिश्रा ने समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक एवं प्रशामक गृह के प्रभारी को वृद्धजनों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराने तथा इलाज आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक को जिले में संचालित वृद्धाश्रम, प्रशामक गृह आदि को एक ही परिसर में संचालित करने हेतु एक सर्वसुविधा युक्त कम्पोजिट भवन के निर्माण हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। जिससे कि जिले में निवासरत वृद्धजनों को बेहतर सुविधा मिलने के साथ-साथ उन्हें अनुकूल परिवेश एवं वातावरण भी प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि इससे वृद्धजनों के आवश्यकता के अनुरूप सर्वसुविधायुक्त भवन का निर्माण भी हो सकेगा। कलेक्टर ने समाज कल्याण विभाग को इस कार्य को विशेष प्राथमिकता के साथ पूरा करने हेतु शीघ्र आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। इस मौके पर अपर कलेक्टर श्री चंद्रकांत कौशिक सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। -
नशापान के दुष्प्रभावों के संबंध में दी जानकारी तथा नशापान से दूर रहकर अपने जीवन को सुखमय बनाने को कहा
बालोद/ कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने जिला मुख्यालय बालोद के रेलवे क्रांसिग के पास स्थित एकीकृत नशामुक्ति एवं पुनर्वास केन्द्र का निरीक्षण कर वहाँ के व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने नशामुक्ति एवं पुनर्वास केन्द्र में भर्ती हुए लोगों से बातचीत कर उन्हें नशा के दुष्प्रभावों के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। श्रीमती मिश्रा ने नशापान को मनुष्य के अवनति का सबसे बड़ा कारण बताया। उन्होंने कहा कि नशापान से ग्रसित रहने वाले लोगों का व्यक्तिगत जीवन बर्बाद होने के साथ-साथ उनके पारिवारिक कलह का कारण बनने के अलावा समाज में भी इसका गंभीर दुष्परिणाम भी सामने आता है। श्रीमती मिश्रा ने नशामुक्ति केंद्र में भर्ती लोगों को नशापान से दूर रहकर अपने एवं अपने परिवार के जीवन को सुखमय बनाने तथा राष्ट्र एवं समाज के विकास में अपने भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान अपर कलेक्टर श्री चंद्रकांत कौशिक, समाज कल्याण विभाग के उप संचालक श्री अजय गेडाम सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
इस मौके पर कलेक्टर श्रीमती ने नशामुक्ति केन्द्र में भर्ती लोगों से भोजन, नाश्ता आदि के अलावा उनके लिए नशामुक्ति केन्द्र में मनोरंजन तथा इलाज आदि की सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। श्रीमती मिश्रा ने नशामुक्ति केन्द्र के प्रभारी से यहाँ भर्ती लोगों को नशापान से दूर रखने, उनकी समुचित इलाज तथा काउंसलिंग आदि नियमित रूप से कराने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने मरीजों को प्रतिदिन कराए जाने वाले योगाभ्यास आदि के संबंध में भी जानकारी ली। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने नशामुक्ति केन्द्र के भोजनालय एवं मनोरंजन कक्ष आदि का भी अवलोकन किया। उन्होंने भोजनालय कक्ष में पहुँचकर खाद्य सामग्री तथा मेन्यू आदि का अवलोकन कर निर्धारित मेन्यू के आधार पर गुणवत्तायुक्त भोजन प्रदान करने के निर्देश दिए।
इस मौके पर कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने उपसंचालक समाज कल्याण विभाग के कार्यालय का भी निरीक्षण किया। इसके अंतर्गत उन्होंने कार्यालय परिसर में स्थित जिला निःशक्तजन पुनर्वास केन्द्र में कृत्रिम अंग निर्माण कक्ष, फीजियोथेरेपी कक्ष आदि का निरीक्षण कर वहाँ के व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। श्रीमती मिश्रा ने मौके पर उपस्थित अधिकारियों को कृत्रिम अंग निर्माण कक्ष में साफ-सफाई आदि की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने केे अलावा वहाँ निर्मित की जाने वाली सामग्रियों आदि को व्यवस्थित तरीके से रखने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होेंने कार्यालय परिसर में समुचित मात्रा में पौधरोपण कर इनकी देखभाल की पुख्ता उपाय सुनिश्चित करने को कहा। -
भिलाई/ नगर निगम भिलाई में 5 जून 2025 विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक पेड़ मां के नाम 2 शुरू किया जा रहा है। इस अभियान में नगर निगम के सभी जोन कार्यालय में वृक्षारोपण किया जाएगा। इसमें निगम के उद्यान विभाग द्वारा वृक्षारोपण की व्यवस्था के साथ साथ सुरक्षित रखने के लिए ट्रिगर्ड भी लगाया जाएगा।
जोन 01 प्रियदर्शिनी परिसर पश्चिम स्पोर्ट्स कंपलेक्स परिसर, गौ आश्रय केंद्र गौठान परिसर जोन 02 कैलाश नगर एसआरएलएम सेंटर, जवाहर नगर, जवाहर नगर स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स, जोन 03 प्रगति नगर प्राथमिक स्कूल, कैंप 1 हाई स्कूल, जयंती उद्यान बैकुंठ धाम, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बैकुंठ धाम तालाब, श्याम नगर महात्मा गांधी नगर शासकीय विद्यालय प्रांगण, छावनी थाना ग्राउंड, कर्म उद्यान, गुरु घासीदास उद्यान, करतार सिंह उद्यान, जोन 04 छावनी टंकी, 1.5 एम.एल.डी., गौतम नगर पानी टंकी, श्रीराम वाटिका, श्रीराम पार्क, पिंक गार्डन, इंडोर स्टेडियम, जोन 05 सेक्टर 04 सडक 25, सेक्टर 6 सडक 21, सेक्टर 6 सडक 34, सेक्टर 6 स्वमी आत्मानंद स्कुल, हुडको तालाब, सर्व सामाजिक मंगल भवन परिसर, एवं उद्यान विभाग, खम्हरिया अमृत मिशन उद्यान में वृक्षारोपण किया जाएगा। प्रमुख रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह 9:00 बजे वार्ड क्रमांक 1 अमृत उद्यान खमरिया में किया जाएगा। एक पेड़ मां के नाम अभियान में सभी जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, स्कूल कॉलेज के छात्र-छात्राये', एनसीसी कैंडिडेट वृक्ष मित्र से संबंधित सभी संस्थाएं सादर आमंत्रित हैं। जिनके माध्यम से वृक्षारोपण किया जाएगा। सभी पर्यावरण प्रेमियों से अपील है कि अपने-अपने क्षेत्र में जहां पर भी उन्हें जगह मिले वहां पर एक पेड़ मां के नाम जरूर लगाए। उसकी रक्षा करें। नगर निगम भिलाई इसमें पूरा सहयोग करेगा। -
भिलाई। भिलाई के जोन क्रमांक 4 शिवाजी नगर में निर्मित खुर्सीपार इनडोर स्टेडियम का निर्माण किया गया था। जो नगर निगम भिलाई को को सुपुर्द नहीं हुआ था। जिला खेल विभाग के अधिपत्य में था। कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा वहां से खेल सामग्री एवं दरवाजे खिड़की, जाली इत्यादि तोड़ करके उठा ले गए थे। इसकी सूचना जब आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय को मिली उन्होंने इसका निरीक्षण करने के बाद, निगम के जोन आयुक्त अमरनाथ दुबे से पूछे ऐसा क्यों हुआ। पूरी जानकारी प्राप्त करके जिला कलेक्टर अभिजीत सिंह को इसकी सूचना दिए। उन्हें बताया गया कि इनडोर स्टेडियम का निर्माण पीडब्ल्यूडी द्वारा किया गया था। जिला खेल विभाग को अधिपत्य में दिया गया था। जिला खेल विभाग द्वारा उसे नगर निगम भिलाई को सुपुर्द नहीं किया गया था। इसके कारण ठीक से देखरेख नहीं हो पाया था। जानकारी प्राप्त होते ही कलेक्टर अभिजीत सिंह स्वयं जिला खेल अधिकारी, पीडब्ल्यूडी विभाग, एवं निगम आयुक्त के साथ इनडोर स्टेडियम का निरीक्षण किये। उन्होंने इसके लिए नाराजगी व्यक्त की इतने अच्छे स्थल पर निर्मित स्टेडियम लापरवाही के कारण इस स्थिति में पहुंच गया है। नगर निगम भिलाई द्वारा अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ खार्सीपार थाने में एफआईआर दर्ज कराया गया। स्टेडियम का निर्माण युवाओं को सामाजिक शैक्षणिक खेलकूद एवं अन्य गतिविधियों को प्रोत्साहन देने के लिए किया गया था। नेशनल हाईवे से लगा हुआ बहुत ही अच्छे लोकेशन पर विशाल स्टेडियम का निर्माण हुआ था। खेल गतिविधियों को प्रोत्साहन देने के लिए। जिला कलेक्टर के अध्यक्षता में प्रबंध कार्यकारिणी समिति जिला खनिज संस्थान न्यासा जिला दुर्ग द्वारा 21 लाख 25 हजार रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। जिस से लोक निर्माण विभाग द्वारा रेस्टोरेशन एवं रिनोवेशन का कार्य किया जाएगा। नियमानुसार कार्य प्रारंभ करने के पूर्व स्थल का फोटोग्राफ एवं कार्य पूर्ण होने के पश्चात किए गए कार्यों का फोटोग्राफ पूर्णता प्रमाण पत्र एवं सीडी अंतिम भुगतान के पूर्व प्रस्तुत किया जाना अनिवार्य होगा। स्वीकृत कार्य को एक वर्ष के अंदर पूर्ण किया जाना होगा। कार्य की प्रगति के संबंध में उपयोगिता एवं कार्य की पूर्णता का प्रमाण पत्र मासिक रूप से मुख्य कार्यपालिका अधिकारी जिला पंचायत एवं जिला खनिज संस्थान को अनिवार्य प्रेषित करना होगा। इससे स्थानीय खिलाड़ियों मे बहुत खुशी है कि खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन मिलेगा। नगर निगम भिलाई द्वारा सुरक्षा के लिए तीनों शिफ्ट में गार्ड लगाया गया है। जो उसकी सुरक्षा करेगा। जिला खेल विभाग के देखरेख निर्माण किया जाएगा। जब कार्य पूर्ण हो जाएगा तब नगर निगम भिलाई को सुपुर्द किया जाएगा।
- - भरतपुर-सोनहत के 83 गांवों को मिलेगी 4G सेवा-केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निर्णय से पूरा हुआ विधायक रेणुका सिंह का संकल्परायपुर/ छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती व आदिवासी बहुल भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र के 83 गांवों को अब हाई-स्पीड 4G इंटरनेट सेवाओं से जोड़ा जाएगा। यह ऐतिहासिक निर्णय केंद्रीय संचार मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा स्थानीय विधायक श्रीमती रेणुका सिंह के अनुरोध पर लिया गया। इस कदम से "डिजिटल इंडिया" मिशन को ज़मीनी स्तर पर सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।त्वरित कार्रवाई में दिखी संकल्प की दृढ़ताविधायक रेणुका सिंह द्वारा अपने क्षेत्र में नेटवर्क की गंभीर समस्याओं को उठाए जाने के बाद केंद्रीय संचार मंत्री ने तत्काल दूरसंचार विभाग को सर्वेक्षण के निर्देश दिए। सर्वेक्षण के आधार पर भरतपुर-सोनहत क्षेत्र के 83 गांवों को 4G सैचुरेशन योजना और LWE Phase-1 Upgradation परियोजना में शामिल कर लिया गया है।सर्वेक्षण ने उजागर की डिजिटल असमानतारायगढ़ जिले के सीमावर्ती अंचलों में किए गए विश्लेषण में यह सामने आया कि 27 गांवों में पहले से 4G सेवाएं उपलब्ध थीं, लेकिन शेष गांवों में नेटवर्क की बेहद कमी थी। अब अमृतपुर, गरनई, नेवादिह, नटवाही, सोनहारी सहित अन्य गांवों में 4G सेवा विस्तार का कार्य शुरू किया जा चुका है।केंद्रीय मंत्री संचार मंत्री का विधायक रेणुका सिंह ने व्यक्त किया आभारविधायक रेणुका सिंह ने सोशल मीडिया मंच 'X' के माध्यम से इस निर्णय की जानकारी साझा करते हुए केंद्रीय संचार मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने लिखा:"विधानसभा चुनाव के दौरान मैंने क्षेत्र की जनता से हर गांव को हाई-स्पीड इंटरनेट से जोड़ने का वादा किया था। आज वह संकल्प पूरा होता देखना गर्व और संतोष का क्षण है।"डिजिटल क्रांति से बदलेगा ग्रामीण जीवनइस कनेक्टिविटी विस्तार से क्षेत्र के ग्रामीणों को अनेक लाभ मिलेंगे। विद्यार्थियों को जहां ऑनलाइन शिक्षा की बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी, वहीं किसानों को सरकारी योजनाओं और कृषि संबंधी जानकारियों तक त्वरित पहुंच प्राप्त होगी। इसके साथ ही स्थानीय व्यापारियों को डिजिटल भुगतान प्रणाली और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़ने का अवसर भी मिलेगा। यह डिजिटल सशक्तिकरण न केवल सूचना तक पहुंच को सरल बनाएगा, बल्कि क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास को भी नई गति प्रदान करेगा।जल्द जुड़ेंगे और भी गांवअगली सूची में आनंदपुर, घटमा, भुमका, नारायणपुर, कछाड़ी, मेंड्रा और पटपरटोला जैसे गांवों को शामिल किए जाने की संभावनाएं हैं। क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुसार भविष्य में और भी गांवों को इस परियोजना से जोड़ा जाएगा।संचार मंत्रालय कर रहा है मिशन मोड में कार्यकेंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में संचार मंत्रालय देश के हर कोने में डिजिटल कनेक्टिविटी पहुँचाने के लिए मिशन मोड में कार्यरत है। यह निर्णय उसी निरंतर प्रयास का प्रमाण है, जो ग्रामीण भारत को डिजिटल भारत से जोड़ने की दिशा में किया जा रहा है।
- -दूरस्थ अंचल के स्कूलों के बच्चों को मिलेगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षारायपुर, / छत्तीसगढ़ में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और प्रत्येक विद्यार्थी को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अंतर्गत शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की एक व्यापक और प्रभावशाली प्रक्रिया शुरू की है। इस पहल से दूरस्थ, आदिवासी व ग्रामीण क्षेत्रों में लंबे समय से शिक्षकों की कमी से जूझ रहे स्कूलों में शिक्षकों की उपलब्धता और शिक्षा की गुणवत्ता का नया संतुलन कायम होगा।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का कहना है कि युक्तियुक्तकरण का उद्देश्य शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना है। इसको ध्यान में रखकर शालाओं और शिक्षकों का तर्कसंगत समायोजन किया जा रहा है। जहां जरूरत ज्यादा है, वहां शिक्षकों का बेहतर ढंग से उपयोग सुनिश्चित हो। उन स्कूलों को, जो कम छात्रों के कारण समुचित शिक्षा नहीं दे पा रहे हैं, उन्हें नजदीक के अच्छे स्कूलों के साथ समायोजित किया जा रहा है, ताकि बच्चों को बेहतर माहौल, संसाधन और पढ़ाई का समान अवसर मिल सके। युक्तियुक्तकरण से शिक्षा का स्तर सुधरेगा और हर बच्चे को अच्छी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। यह पहल राज्य की शिक्षा व्यवस्था को ज्यादा सशक्त और संतुलित बनाएगी।कोरबा जिले के सभी प्राथमिक और मिडिल स्कूलों में अब न्यूनतम दो व तीन शिक्षक पदस्थ किए गए हैं। 287 सहायक शिक्षक, 147 माध्यमिक शिक्षक और 75 व्याख्याताओं को काउंसलिंग के माध्यम से ऐसी शालाओं में पदस्थ किया गया है, जहां शिक्षक की जरूरत थी। इससे पोड़ी उपरोड़ा, पाली, करतला, कटघोरा जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में वर्षों से शिक्षकविहीन रहे विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। गणित, विज्ञान जैसे विषयों के विशेषज्ञों शिक्षक स्कूलों में उपलब्ध होंगे।रायपुर के धरसीवां विकासखंड में कई स्कूलों में छात्रों की संख्या के मान से शिक्षक अधिक पदस्थ हैं। नयापारा कन्या स्कूल में 33 छात्राओं पर 7 शिक्षक तथा रविग्राम में 82 विद्यार्थियों पर 8 शिक्षक पदस्थ हैं। युक्तियुक्तकरण के माध्यम से इन शिक्षकों को आवश्यकता वाली शालाओं में पदस्थ किया जाएगा, जिससे शिक्षक और छात्र के अनुपात का संतुलन कायम होने के साथ ही दूरस्थ इलाकों के बच्चों को भी अध्यापन के लिए शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।इसी तरह शिक्षकों की पदस्थापना में असंतुलन के चलते राजनांदगांव और दुर्ग जिले के ग्रामीण स्कूलों के परीक्षा परिणामों में गिरावट आई है। राजनांदगांव के घोटिया स्कूल में 103 छात्रों पर मात्र 3 व्याख्याता हैं, वहीं दुर्ग के मुरमुदा, सिलितरा और बिरेझर जैसे स्कूलों में पर्याप्त संख्या में व्याख्याता न होने के कारण इन स्कूलों का परीक्षा परिणाम प्रभावित हो रहा है। इसके उलट शहरी स्कूलों में शिक्षक आवश्यकता से अधिक पदस्थ हैं। युक्तियुक्तकरण से अब इस असमानता को दूर किया जा रहा है।बस्तर संभाग के सात जिलों बस्तर, बीजापुर, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, कांकेर और सुकमा में कुल 1611 स्कूलों का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है। इससे शैक्षणिक संसाधनों का समुचित वितरण, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, कंप्यूटर, खेल सामग्री जैसी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। साथ ही, एक ही परिसर में संचालित शालाओं का एकीकरण कर प्रशासनिक खर्च में भी बचत होगी। कमोवेश यह स्थिति कोरिया जिले में मिली, जिसके कारण जिले में 81 सहायक शिक्षक, 33 शिक्षक व 7 व्याख्याताओं को ऐसी शालाओं में पदस्थ किया गया, जहां शिक्षकों की जरूरत रही है। जिलों में युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी ढंग से संचालित की जा रही है और अतिशेष शिक्षकों को काउंसलिंग के माध्यम से उनकी पसंद की शालाओं में पदस्थ किया जा रहा है।सरगुजा जिले में भी युक्तियुक्तकरण के माध्यम से 283 सहायक शिक्षकों को उन शालाओं में भेजा गया है, जहां शिक्षकों की जरूरत थी। जांजगीर जिले में 18 प्रधान पाठक, 196 शिक्षक और 436 सहायक शिक्षकों की काउंसलिंग प्रक्रिया पारदर्शी व वरिष्ठता प्रणाली के आधार पर पूर्ण की गई। चयनित शिक्षकों को तत्काल पदस्थापना आदेश भी दे दिए गए हैं। छत्तीसगढ़ में शिक्षक युक्तियुक्तकरण की यह नीति न केवल शैक्षणिक असमानताओं को दूर कर रही है, बल्कि प्रत्येक विद्यार्थी को समान, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में एक सशक्त और दूरदर्शी कदम है।
- -दोनों गांवों का होगा समुचित विकास, मूलभूत सुविधाओं की बढ़ेगी पहुंच=राज्यपाल श्री डेका ने राजिम में अधिकारियों की बैठक लेकर दिए निर्देशरायपुर ।राज्यपाल श्री रमेन डेका ने एक नई पहल करते हुए प्रदेश के तीन गांवों को गोद लेने का संकल्प लिया है। इसमें गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत बिजली के आश्रित ग्राम मड़वाडीह के साथ ही पूरे बिजली पंचायत को गोद ग्राम में शामिल कर लिया गया है। अब दोनों गांव का समुचित विकास होगा। इस संबंध में गांव के विकास के लिए आज राज्यपाल श्री रमेन डेका ने राजिम रेस्ट हाउस में गरियाबंद जिले के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने मड़वाडीह की मूलभूत जानकारी लेते हुए समुचित विकास के लिए बिजली गांव को भी गोद गांव में शामिल करने के निर्देश दिए। साथ ही इन गांवों में केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न फ्लेगशिप योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक के दौरान ग्राम पंचायत बिजली की जनसंख्या सहित वहां उपलब्ध सुविधाओं एवं विकास कार्य की आवश्यकताओं की जानकारी ली। साथ ही ग्रामीणों के लिए आवास, पानी, विद्युत, आजीविका, स्कूल, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र, कृषि एवं मूलभूत संसाधनों की उपलब्धता की जानकारी ली। राज्यपाल श्री डेका ने विभिन्न योजनाओं के उपलब्धता का सर्वे कर छूटे हुए हितग्राहियों से शासकीय योजनाओं से लाभान्वित करने के निर्देश दिए। इस दौरान राज्यपाल के सचिव डॉ आर प्रसन्ना, कलेक्टर श्री बी एस उईके, एसपी श्री निखिल राखेचा, सहित सभी जिला अधिकारी मौजूद रहे।बैठक में राज्यपाल श्री डेका ने गोद लिए गांव के समुचित विकास के लिए प्रारंभिक स्तर पर 3 माह का रोड मैप तैयार कर विकास कार्यों के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बनाए गए रोड मैप की निरंतर समीक्षा करते हुए विकास कार्यों की गति को आगे बढ़ाएं। उन्होंने प्राथमिकता तय करते हुए कहा कि लोगों को जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक करे। अधिक से अधिक वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित करे। साथ ही वर्षा जल संरक्षण एवं जल स्रोतों के संवर्धन के लिए लोगों को प्रेरित करे। राज्यपाल ने कहा कि स्कूली बच्चों के ड्रापआउट दर को कम करने जागरूकता अभियान चलाएं। गांव के शत प्रतिशत लोगों का आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड बनाएं। साथ ही टीबी उन्मूलन एवं जागरूकता में भी कार्य करे। गांव में सभी घरों में जल जीवन मिशन अंतर्गत पेयजल की सुविधाएं प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि महिला स्व सहायता समूहों का गठन कर उन्हें आजीविका मूलक गतिविधियों में संलग्न करे। साथ ही उन्नत खेती के किए भी किसानों को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करे। उन्होंने गांव में सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक धरोहरों के विकास के लिए भी आवश्यक कार्य करने के निर्देश दिए।
- रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को विश्व पर्यावरण दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हम प्रतिवर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाते हैं। उन्होंने कहा कि यह दिन मानव और प्रकृति के बीच प्रेम और सामंजस्य बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए चलाया गया 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान एक व्यापक जन अभियान बन गया है। वृक्षों को कटने से बचाने के साथ-साथ अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने के लिए लोगों को आगे आना चाहिए और दूसरों को भी वृक्षारोपण के लिए जागरूक करना चाहिए, जिससे हम प्रदूषण रहित, स्वस्थ छत्तीसगढ़ और स्वस्थ भारत के निर्माण में योगदान दे सकें।
- रायपुर। कर्नाटक के चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुए भगदड़ में कई लोगों की असामयिक मृत्यु एवं घायल होने की घटना पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने गहरा शोक व्यक्त किया है।उन्होंने कहा कि यह घटना अत्यंत दुखद है। विपदा की इस घड़ी में हम अपेक्षा करते हैं कि कर्नाटक सरकार इस घटना की गंभीरता को देखते हुए राहत और बचाव के सभी आवश्यक कदम शीघ्रता से उठाएगी, ताकि पीड़ितों को हरसंभव सहायता मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।मुख्यमंत्री श्री साय ने शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना की है।
- दंतेवाड़ा । शासन की महत्वाकांक्षी योजना “चावल उत्सव” का भव्य शुभारंभ मंगलवार को दंतेवाड़ा ब्लॉक के ग्राम पंचायत चंदेनार में किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक श्री चैतराम अटामी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत किसानों और अन्य जरूरतमंद परिवारों को आगामी वर्षा ऋतु को देखते हुए तीन महीने का चावल एक साथ उपलब्ध कराना है, जिससे उन्हें बार-बार राशन दुकान तक न आना पड़े और वे अपनी खेती किसानी पर पूरा ध्यान केंद्रित कर सकें।विधायक श्री अटामी ने इस दौरान बड़ी संख्या में उपस्थित महिला हितग्राहियों से अपील किया कि वे इस चावल का उपयोग केवल भोजन प्रबंध के लिए ही करते हुए उपलब्ध खाद्यान्न को अन्यत्र विक्रय संबंधित कार्यो में ना करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश के लोगों को सबसे मूलभूत आवश्यकता भोजन की चिंता से मुक्त किया है, ताकि सभी ग्रामीण को अपने जीवन यापन में कोई दिक्कत न हो और वे अपने परिश्रम का पूरा फल प्राप्त कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि आज मेहनत का ही परिणाम है कि गांव-गांव में अब दोपहिया वाहन और आवागमन के साधनों की उपलब्धता बढ़ी है।इसके साथ ही विधायक ने चंदेनार गांव का दौरा भी किया और घर-घर जाकर ‘बाड़ी योजना’ के अंतर्गत उगाई जा रही सब्जियों का निरीक्षण किया। उन्होंने ग्रामीणों द्वारा लगाए गए भिंडी, लौकी, और अन्य सब्जियों की तारीफ की और जैविक खाद निर्माण के कार्य को सराहा। उन्होंने कहा कि चंदेनार ग्राम पंचायत उनकी प्राथमिकताओं में शीर्ष पर है और आने वाले महीनों में चावल के साथ-साथ बागवानी, कृषि और मत्स्य पालन जैसी योजनाओं को भी तेजी से लागू किया जाएगा। इस अवसर पर ग्राम पंचायत चंदेनार के सरपंच, जनपद सदस्य, और खाद्य विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।
- दंतेवाड़ा । आज जिले के निवासियों को बैंकिंग सेवाओं की सुविधा के रूप में एक नई सौगात मिली। जब इंडियन ओवरसीज बैंक की नई शाखा का शुभारंभ कलेक्टर कार्यालय परिसर (भूतल) में किया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के विधायक श्री चैतराम अटामी ने इस नए बैंक का रिबन काटकर शुभारंभ किया। इस उद्घाटन कार्यक्रम में बैंक के वरिष्ठ अधिकारीगण भी शामिल हुए, जिनमें इंडियन ओवरसीज बैंक के राज्य प्रमुख (वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक) श्री गौरी शंकर नायक, मुख्य प्रबंधक श्री गतिकृष्ण पाणिग्रहण, मार्केटिंग प्रमुख (वरिष्ठ प्रबंधक) श्री बृजेश सिंह गौतम और नव नियुक्त शाखा प्रबंधक श्री मोहन सहित अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।विधायक श्री चैतराम अटामी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा दंतेवाड़ा जैसे आदिवासी बहुल और विकासशील जिले में बैंकिंग सुविधाओं का विस्तार न केवल आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा, बल्कि युवाओं, महिलाओं और छोटे उद्यमियों के लिए आत्मनिर्भरता का मार्ग भी प्रशस्त करेगा। इंडियन ओवरसीज बैंक की यह नई शाखा क्षेत्रवासियों के लिए एक नई उम्मीद बनकर सामने आएगी।”मौके पर कलेक्टर श्री कुणाल दुदावत ने भी कहा कि “वित्तीय समावेशन और डिजिटल बैंकिंग के इस युग में ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं की उपलब्धता अत्यंत आवश्यक है। इस शाखा के माध्यम से सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ आम जनता तक पहुँचाया जा सकेगा।” इस नई शाखा के खुलने से स्थानीय लोगों को बैंकिंग सुविधाएं जैसे बचत खाता, ऋण, बीमा, डिजिटल लेनदेन और सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा। साथ ही, यह शाखा क्षेत्रीय विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।इस अवसर पर बैंक के राज्य प्रमुख श्री गौरी शंकर नायक ने उपस्थित नागरिकों ओर कलेक्टर ऑफिस के सभी सदस्यों से आग्रह किया की अधिकाधिक संख्या में खाता खुलवाकर ना केवल सभी सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकते है बल्कि व्यक्तिगत जरूरतों के लिए भी बैंक की सेवाएं प्राप्त कर सकते है। सभा के अंत में बैंक के प्रमुख विपणन अधिकारी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इंडियन ओवरसीज बैंक दंतेवाड़ा की ये शाखा ग्राहक सेवा की मिसाल कायम करेगी और दंतेवाड़ा के आम जनों को सभी आवश्यक बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध रहेगी।
- -हर ब्लॉक स्तर पर होगा विशेष सुविधा शिविर का आयोजनदंतेवाड़ा । राज्य शासन के निर्देशानुसार तथा कलेक्टर श्री कुणाल दुदावत के मार्गदर्शन में जिला परियोजना लाइवलीहुड कॉलेज, कारली में आज नक्सल हिंसा से प्रभावित परिवारों को सरकारी योजनाओं और सेवाओं का सीधा लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से विशेष शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में विभिन्न विभागों के सहयोग से आवश्यक दस्तावेजों और योजनाओं की सुविधा एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई गई। इसमें आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, श्रम कार्ड, बस पास, नरेगा जॉब कार्ड, सामाजिक पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, बैंक खाता खोलना, स्व सहायता समूह से जोड़ना, आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र, कौशल विकास प्रशिक्षण, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम किसान सम्मान निधि और वन अधिकार पट्टा जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं शामिल थीं। शिविर का संचालन नोडल अधिकारी श्री गोवर्धन प्रसाद साहू द्वारा किया गया, जिन्होंprने संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर नक्सल पीड़ित परिवारों को सभी जरूरी दस्तावेज और सुविधाएं प्रदान कराईं। इसके साथ ही श्री साहू ने यह भी बताया कि जिला प्रशासन की पहल पर हर ब्लॉक स्तर पर हर हफ्ते इस तरह के विशेष शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक नक्सल पीड़ित परिवारों को लाभ पहुंचाया जा सके और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके।
- -किरंदुल, बचेली, डोनिमलाई कॉम्प्लेक्स में में होगी नियुक्तियां-कलेक्टर ने जिले के युवाओं से इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने का किया अपील-14 जून तक किया जा सकता है केवल ऑनलाइन आवेदनदंतेवाड़ा । भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के अधीन कार्यरत नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम एनएमडीसी लिमिटेड ने दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल, बचेली (छत्तीसगढ़) एवं डोनिमलाई (बेल्लारी, कर्नाटक) स्थित लौह अयस्क खदानों में विभिन्न तकनीकी पदों पर भर्ती हेतु आवेदन आमंत्रित किए हैं। एनएमडीसी लिमिटेड देश की प्रमुख खनन और खनिज अन्वेषण कंपनी है, जो लगातार लाभ अर्जित कर रही है। इसके टर्नओवर में निरंतर वृद्धि हो रही है। अब कंपनी ने अपनी खदानों में योग्य एवं प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार का अवसर देने के लिए अनेक पदों पर भर्ती निकाली है। एनएमडीसी लिमिटेड द्वारा अब बैलाडीला लौह अयस्क खदान, किरन्दुल कॉम्प्लेक्स, बैलाडीला लौह अयस्क खदान, दंतेवाड़ा, छत्तीसगढ़ में बचेली कॉम्प्लेक्स तथा डोनिमलाई लौह अयस्क खदान, डोनिमलाई कॉम्प्लेक्स, बेल्लारी, कर्नाटक के लिए विभिन्न तकनीकी पदों के लिए उपयुक्त व्यक्तियों से आवेदन आमंत्रित किया गया है।इसके अनुसार बीआईओएम किरन्दुल कॉम्प्लेक्स में फील्ड अटेंडेंट (ट्रेनी) 86, (आवश्यक योग्यता मिडिल पास या आईटीआई), असिस्टेंट (इलेक्ट्रॉनिक)(ट्रेनी) 49, ( आईटीआई, इलेक्ट्रिकल ट्रेड) मेंटेनेंस असिस्टेंट (मैकेनिकल)(ट्रेनी) 86, ( आईटीआई इन वेल्डिंग, फिटर, मशीनिस्ट, मोटर मैकेनिक,डीजल मैकेनिक, ऑटो इलेक्ट्रीशियन), इलेक्ट्रीशियन ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 01, ( इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ औद्योगिक, घरेलू इलेक्ट्रिकल इंस्टालेशन सर्टिफिकेट) इलेक्ट्रॉनिक्स तकनीशियन ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 03, (3 इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा), एचईएम मैकेनिक ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 39, (मैकेनिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस), एचईएम ऑपरेटर ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 118, (मैकेनिकल इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस), एमसीओ ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 6, (मैकेनिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा तथा वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस), क्यूसीए ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 01, (योग्यता के बाद नमूना कार्य में एक वर्ष का अनुभव आवश्यक है)इसके अन्तर्गत बीआईओएम बचेली कॉम्पलेक्स में फील्ड अटेंडेंट (ट्रेनी) 38, (आवश्यक योग्यता मिडिल पास या आईटीआई), मैन्टेनेंस असिस्टेंट (इलेक्ट्रॉनिक)(ट्रेनी) 56, ( आईटीआई, इलेक्ट्रिकल ट्रेड), मेंटेनेंस असिस्टेंट (मैकेनिकल)(ट्रेनी) 182 ( आईटीआई इन वेल्डिंग, फिटर, मशीनिस्ट, मोटर मैकेनिक,डीजल मैकेनिक, ऑटो इलेक्ट्रीशियन),ब्लास्टर ग्रेड-2 03 ( आईटीआई ब्लास्टर, माइनिंग मेट सर्टिफिकेट और फर्स्ट एड सर्टिफिकेट के साथ), इलेक्ट्रीशियन ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 11,( इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ औद्योगिक, घरेलू इलेक्ट्रिकल इंस्टालेशन सर्टिफिकेट), एचईएम मैकेनिक ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 12 (मैकेनिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस), एचईएम ऑपरेटर ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 40, (मैकेनिकल इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस),एमसीओ ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 14 (मैकेनिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा तथा वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस),इसके अलावा बीआईओएम डोनिमलाई कॉम्प्लेक्स (बेलारी कनार्टका)में फील्ड अटेंडेंट (ट्रेनी) 27, (आवश्यक योग्यता मिडिल पास या आईटीआई), मैन्टेनेंस असिस्टेंट (इलेक्ट्रॉनिक)(ट्रेनी) 36, ( आईटीआई, इलेक्ट्रिकल ट्रेड), मेंटेनेंस असिस्टेंट (मैकेनिकल)(ट्रेनी) 37 ( आईटीआई इन वेल्डिंग, फिटर, मशीनिस्ट, मोटर मैकेनिक,डीजल मैकेनिक, ऑटो इलेक्ट्रीशियन), ब्लास्टर ग्रेड-2 03 पद ( आईटीआई ब्लास्टर, माइनिंग मेट सर्टिफिकेट और फर्स्ट एड सर्टिफिकेट के साथ), इलेक्ट्रीशियन ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 29,( इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ औद्योगिक, घरेलू इलेक्ट्रिकल इंस्टालेशन सर्टिफिकेट), इलेक्ट्रॉनिक्स तकनीशियन ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 03, ( इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा) एचईएम मैकेनिक ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 26 (मैकेनिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस), एचईएम ऑपरेटर ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 70, (मैकेनिकल इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा के साथ वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस), एमसीओ ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 16 (मैकेनिकल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा तथा वैध भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस), क्यूसीए ग्रेड-3 (प्रशिक्षु) 03 बीएससी (रसायन विज्ञान,भूविज्ञान) योग्यता के बाद नमूना कार्य में एक वर्ष का अनुभव आवश्यक है।इसके अलावा उपरोक्त पैरा 2.0 में निर्धारित योग्यता के अलावा उच्च योग्यता रखने वाले अभ्यर्थी आवेदन करने के पात्र नहीं हैं तथा उनका आवेदन चयन प्रक्रिया के किसी भी चरण में या रोजगार के दौरान किसी भी समय अस्वीकृत कर दिया जाएगा। योग्य उम्मीदवारों को एनएमडीसी की वेबसाइट www.nmdc.co.in (वेबसाइट के ’’करियर’’ पेज पर उपलब्ध लिंक) के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होगा। उपरोक्त लिंक 25.05.2025 को सुबह 10 बजे से 14 जून 2025 को रात 11:59 बजे तक उपलब्ध अथवा सक्रिय रहेगा। अधिसूचना में किसी भी स्पष्टीकरण, मुद्रण संबंधी त्रुटि या चूक, शुद्धिपत्र आदि के मामले में केवल उपरोक्त एनएमडीसी वेबसाइट पर ही जारी किया जाएगा।कलेक्टर ने की अपीलकलेक्टर श्री कुणाल दुदावत ने जिले के सभी स्थानीय बेरोजगार युवाओं से अपील की है कि वे इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाएं और एनएमडीसी लिमिटेड की इस भर्ती प्रक्रिया में अधिक से अधिक संख्या में आवेदन करें। यह स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन में सहायक होगा।
- -308 ग्रामों में विशेष शिविरों का आयोजन-3 हजार से अधिक कमार जनजातियों को मिलेगा सीधा लाभमहासमुंद / केंद्र सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा आदिवासी क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से प्रधानमंत्री जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान ’धरती आबा’ की शुरुआत की गई है। इसी क्रम में महासमुंद जिले में कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के नेतृत्व में इस अभियान के सफल संचालन और आम नागरिकों के बीच व्यापक जागरूकता सुनिश्चित करने के लिए 15 जून से 30 जून तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जनजातीय समुदायों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाना तथा उन्हें सरकारी योजनाओं की मुख्यधारा से जोड़ते हुए समावेशी विकास को बढ़ावा देना है।इस अभियान में कमार जनजाति पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। जिले के तीन विकासखंडों के 77 चिन्हांकित ग्रामों में निवासरत लगभग 3271 कमार जनजाति के लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं से जोड़ने का कार्य प्राथमिकता से किया जाएगा। अभियान की पारदर्शिता एवं सफलता सुनिश्चित करने हेतु जिला एवं विकासखंड स्तर पर विशेष निगरानी समितियाँ गठित की गई हैं, जिनकी सतत निगरानी कलेक्टर स्वयं कर रहे हैं। आदिवासी विकास विभाग को इस अभियान का नोडल विभाग नियुक्त किया गया है, जो अन्य सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य का संचालन कर रहा है।जिले के पांचों विकासखंडों के 308 चयनित ग्रामों में शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जिनके माध्यम से केंद्र सरकार के 18 मंत्रालयों की 25 जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सीधे ग्रामीणों तक पहुँचाया जाएगा। महासमुंद के 25, बागबाहरा के 33, पिथौरा के 210, बसना के 24 और सरायपाली के 16 ग्रामों में लगने वाले इन शिविरों के माध्यम से हितग्राहियों के आधार कार्ड, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आयुष्मान कार्ड, प्रधानमंत्री किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, जनधन योजना, सामाजिक सुरक्षा अंतर्गत वृद्धा पेंशन योजना, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, नरेगा जॉब कार्ड, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, मुद्रा लोन, मातृ एवं शिशु कल्याण लाभ से आच्छादित किया जाएगा। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का उद्देश्य जनजातीय बहुल गांवों और आकांक्षी जिलों में जनजातीय परिवारों के लिए परिपूर्णता कवरेज अपनाकर जनजातीय समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार करना और उन्हें केन्द्र व राज्य सरकार की विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं से जोड़कर उनका लाभ दिलवाना है।
- -5 जून को झलप, छिलपावन, बुन्देली, कोल्दा, जोगनीपाली एवं पाटसेन्द्री में लगेगी कृषि चौपालमहासमुंद / “विकसित कृषि संकल्प अभियान“ के अंतर्गत जिले के ग्राम बड़ेटेमरी में विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह अभियान 29 मई से 12 जून तक संचालित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य किसानों को आधुनिक और वैज्ञानिक कृषि पद्धतियों से अवगत कराना है।इस दौरान किसानों को प्राकृतिक खेती, मृदा स्वास्थ्य, ड्रोन तकनीक, कृषि यंत्रीकरण, तथा शासकीय योजनाओं की जानकारी दी गई। विशेषज्ञों द्वारा खरीफ सीजन की विशेष तैयारी और फसल विविधीकरण के तरीके किसानों को सिखाए गए तथा उत्पादकता बढ़ाने के उपायों पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया गया। इस दौरान मोर गांव मोर पानी अभियान की जानकारी दी गई तथा सोख्ता गड्ढा बनाने के लिए किसानों को प्रेरित किया गया।कार्यक्रम में ग्राम पंचायत बड़ेटेमरी के सरपंच एवं उपसरपंच, उपसंचालक कृषि श्री एफ. आर. कश्यप, कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र के अधिष्ठाता डॉ. अनुराग तोमर, कृषि विज्ञान केंद्र महासमुंद के डॉ. कुणाल चंद्राकर, आईसीएआर डॉ. श्रीधर, अनुविभागीय कृषि अधिकारी श्री विवेक पटेल, स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, उन्नत कृषक, ग्राम पंचायत सदस्य, एवं कृषि विभाग तथा सहयोगी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। इस दौरान जनप्रतिनिधियों और उन्नत कृषकों ने मंच से अपने अनुभव साझा किए, जिससे स्थानीय किसानों को अपने जैसे साथियों से प्रेरणा मिली। इस अभियान के माध्यम से जिले के किसानों को कृषि क्षेत्र में नवाचार और स्थायी विकास के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे कृषि उत्पादकता में वृद्धि के साथ-साथ किसानों की आय में भी सुधार हो सके।उल्लेखनीय है कि “विकसित कृषि संकल्प अभियान“ अंतर्गत गुरूवार 05 जून को महासमुंद विकासखण्ड अंतर्गत क्लस्टर ग्राम पंचायत झलप, छिलपावन, पिथौरा अंतर्गत बुन्देली, कोल्दा व सरायपाली अंतर्गत जोगनीपाली एवं पाटसेन्द्री में चौपाल का आयोजन होगा। इसी तरह शुक्रवार 06 जून को महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कौंवाझर, भोरिंग, पिथौरा के ग्राम सुखीपाली, बढ़ईपाली एवं बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बंसुलाडरी एवं साल्हेभाठा में, शनिवार 07 जून को बागबाहरा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत कमरौद, बोडराबांधा, पिथौरा अंतर्गत ग्राम पथरला, बम्हनी एवं बसना अंतर्गत ग्राम बाराडोली व चनाट में, 09 जून को बागबाहरा के ग्राम पंचायत कोमा, दाबपाली, पिथौरा के पेन्ड्रावन, सलडीह व बसना अंतर्गत बड़ेसाजापाली, लम्बर में, 10 जून को बागबाहरा विकासखण्ड के तहत ग्राम पंचायत कोमाखान व बसना विकासखण्ड के ग्राम पंचायत परकोम, रोहिना, भंवरपुर भूकेल व ठूठापाली में, 11 जून को बागबाहरा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत मुनगासेर, मोंगरापाली स, बसना अंतर्गत बरौली, बंसुला, बड़ेडाभा व चिमरकेल तथा 12 जून को बागबाहरा विकासखण्ड के क्लस्टर ग्राम पंचायत खोपली, बागबाहरा कला, बी.के. बाहरा, पतेरापाली एवं महासमुंद विकासखण्ड अंतर्गत बेमचा व बम्हनी में चौपाल का आयोजन दो पालियों में किया जाएगा।
- - 9.5 लाख की ऋण सहायता से शुरू किया व्यवसाय, अब अर्जित कर रहे नियमित आयमहासमुंद / प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी और प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में रहने वाले बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को स्वयं का उद्यम स्थापित करने हेतु बैंकों के माध्यम से ऋण सहायता उपलब्ध कराई जाती है, जिसमें एक निश्चित प्रतिशत तक अनुदान (सब्सिडी) भी प्रदान किया जाता है।इसी योजना के तहत महासमुंद विकासखंड के ग्राम खरोरा निवासी श्री राजेंद्र चंद्राकर ने लाभ प्राप्त किया। श्री चंद्राकर ने स्नातक स्तर तक शिक्षा प्राप्त की है। शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात् उन्होंने नौकरी की बजाय स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ करने का निश्चय किया, ताकि वे स्वावलंबी बन सकें। हालांकि, व्यवसाय की शुरुआत के लिए उनके पास आवश्यक पूंजी की कमी थी, जिससे उनका सपना साकार नहीं हो पा रहा था। इसी दौरान उन्हें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के बारे में जानकारी प्राप्त हुई, जिसने उनके लिए एक नई राह खोल दी।इसी योजना का लाभ उठाने के उद्देश्य से श्री चंद्राकर ने खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग, जिला पंचायत महासमुंद से संपर्क किया। उन्होंने विभाग से योजना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की, जिसमें उन्हें योजना के अंतर्गत पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, अनुदान की सीमा, ऋण की शर्तें, एवं व्यावसायिक गतिविधियों की सूची जैसी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी गईं। विभाग की मार्गदर्शन एवं दिशा-निर्देशों के अनुसार श्री चंद्राकर ने निर्धारित प्रारूप में अपना ऋण प्रकरण तैयार कर आवेदन जमा किया।उनका ऋण आवेदन खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा औपचारिक रूप से पंजाब नेशनल बैंक, महासमुंद शाखा को अग्रेषित किया गया। बैंक द्वारा श्री राजेंद्र के ऋण प्रकरण की विधिवत समीक्षा एवं मूल्यांकन के पश्चात उन्हें 9,50,000 की ऋण सहायता स्वीकृत की गई।इस आर्थिक सहायता का उपयोग करते हुए श्री राजेंद्र ने निर्माण कार्यों में उपयोग आने वाली लकड़ी की सेंट्रिंग प्लेटों की खरीदारी की। उन्होंने इन प्लेटों को स्थानीय शासकीय निर्माण कार्यों तथा निजी ठेकेदारों को किराये पर देना प्रारंभ किया। वर्तमान में वे प्रति फीट 05 रुपए की दर से सेंट्रिंग प्लेटों को किराए पर उपलब्ध कराते हैं। इनका उपयोग शासकीय भवन निर्माण तथा निजी निर्माण कार्यों में किया जाता है। सस्ती और सुलभ दरों के कारण इनकी मांग लगातार बनी हुई है, जिससे राजेंद्र को नियमित आय प्राप्त हो रही है और उनका व्यवसाय धीरे-धीरे सफलतापूर्वक विस्तार की ओर अग्रसर है। वर्तमान में श्री चंद्राकर इस केंद्र के माध्यम से प्रतिमाह लगभग 30 से 35 हजार की आय अर्जित कर रहे हैं। साथ ही वे ऋण की मासिक किश्तों का समय पर और नियमित रूप से भुगतान कर रहे हैं। जिससे उनकी वित्तीय साख भी मजबूत हुई है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के माध्यम से श्री चंद्राकर न केवल अपनी आजीविका चला रहे हैं, बल्कि समाज में सम्मानजनक जीवन भी व्यतीत कर रहे हैं।
- -एक पेड़ मां के नाम अभियान अंतर्गत किया जाएगा पौधरोपणमहासमुंद / 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वन विभाग द्वारा एक पेंड़ मां के नाम अभियान के तहत वृक्षारोपण कार्यक्रम एवं साइकिल रैली का आयोजन किया जा रहा है। साइकिल रैली वनमंडल कार्यालय बीटीआई रोड से प्रातः 8 बजे स्वामी आत्मानंद विद्यालय, तुमाडबरी तक जाएगी। वन विभाग द्वारा साइकिल रैली एवं पौधरोपण कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, आम नागरिकों एवं सभी अधिकारी-कर्मचारियों को सम्मिलित होने का आग्रह किया गया है।
- -अब कोई स्कूल नहीं रहेगा शिक्षक विहीन, बच्चों को मिलेगी बेहतर सुविधाएंबिलासपुर /राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अनुरूप राज्य में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर और समावेशी बनाने के उद्देश्य से शालाओं के युक्तियुक्तकरण की दिशा में एक सार्थक पहल की जा रही है। इससे विद्यालयों की गुणवत्ता, संसाधनों की उपलब्धता और शैक्षणिक वातावरण में व्यापक सुधार आएगा। शालाओं एवं शिक्षकों को युक्तियुक्तकरण किया जाना छात्र हित में उचित है। इससे संसाधनों का समुचित उपयोग हो पाएगा। अब कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं होगा। संसाधनों के एकीकरण से बच्चों को मिलेगी बेहतर सुविधा।जिले में दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता लाने शासन की युक्तियुक्तरण की नीति मील का पत्थर साबित होगी। प्रदेश सरकार के मंशानुरूप विभिन्न स्थानों में एक ही परिसर में अथवा निकट में दो या दो से अधिक शालाएं संचालित हैं ऐसी शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है साथ ही अतिशेष शिक्षकों का शिक्षक विहीन एवं एकल शिक्षकीय शालाओं में युक्तियुक्तकरण कर पदस्थापना की जा रही है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री अनिल तिवारी ने बताया कि जिले में आवश्यकतानुसार युक्तियुक्तकरण की कार्यवाही की जा रही है। स्कूल शिक्षा संचालनालय छत्तीसगढ़ शासन से युक्तियुक्तकरण हेतु जारी निर्देशानुसार ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे विद्यालय जिनकी दूरी 1 किलोमीटर से कम है या दर्ज संख्या 10 से कम है का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है। इसी तरह शहरी क्षेत्रों में 500 मीटर से कम दूरी तथा दर्ज संख्या 30 से कम वाली शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है।छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार आज युक्तियुक्तकृत एवं अन्य शासकीय शालाओं के अतिशेष सहायक शिक्षक, शिक्षक, प्रधान पाठक, व्याख्याता, प्राचार्य एंव कार्यालयीन कर्मचारियों की पदस्थापना हेतु काउंसलिंग पंडित देवकीनंदन दीक्षित ऑडिटोरियम, स्वामी आत्मानंद लाल बहादुर शास्त्री उत्कृष्ट विद्यालय और स्व. लखीराम अग्रवाल स्मृति ऑडिटोरियम में आयोजित की गई। काउंसलिंग के बाद नई पदस्थापना आदेश भी मौके पर ही दिया गया। युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया से श्रीमती पूनम रामटेके खुश नजर आई। शासकीय प्राथमिक शाला चितावर से नई पदस्थापना उन्हें शासकीय प्राथमिक शाला परसदा में मिली है। इसी प्रकार शिक्षिका शारदा भगत, रजनीगंधा बर्मन, मुमताज बेगम और भारती नायक भी युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया से खुश नजर आए।
- -हेल्थ मेला में 5 हजार से ज्यादा बुजुर्गो की स्वास्थ्य जांच-आयुष्मान वय वंदन कार्ड का वितरण, किया गया सम्मानबिलासपुर, /हमारे बुुजुर्ग हमारी धरोहर थीम पर आज जिले के सरकारी अस्पतालों और वृद्धाश्रमों में दाई बबा दिवस मनाया गया। हेल्थ मेला के अंतर्गत दाई बबा दिवस का आयोजन जिले के समस्त आयुष्मान आरोग्य मंदिर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं उप स्वास्थ्य केंद्रों में किया गया। इसके साथ ही 05 वयोवृद्ध आश्रमों में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वृद्धआश्रम में 52 आयुष्मान कार्ड एवं 5 वय वंदन कार्ड बनाया गया। कार्यक्रम में 60 वर्ष से अधिक उम्रदराज वृद्धजनों का पुष्प गुच्छ एवं तिलक के साथ अभिनंदन किया गया। इसके बाद वयोवृद्ध जनों का एनसीडी स्क्रीनिंग, मानसिक स्वास्थ्य जांच, वयोवृद्ध कार्ड, आंख जांच, पुनर्वास सेवाएं इत्यादि चिकित्सक दल द्वारा किया। जिसमें 5353 वृद्धजनों को लाभान्वित किया गया जिसमे उच्च रक्तचाप के 3668, मधुमेह के 3584, मुख कैंसर स्क्रीनिंग 2824 जाँच किया गया। मानसिक काउंसलिंग 2211, आँख जाँच 1079, टी बी स्पुटम 853, लेप्रोसी 383, संजीवनी टेलीकाउंसलेशन 133 एवं आयुष परामर्श 295 को दिया गया।
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बिलासपुर /जिला प्रशासन द्वारा मोर गांव मोर पानी अभियान के तहत लोगों को जल संरक्षण के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। इस जागरूकता कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, ग्रामीण सभी अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। इसी कड़ी में सभी ब्लॉक में पशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। सभी ब्लॉक में इस संबंध में पशिक्षण आयोजित किया गया। मस्तूरी ब्लॉक के क्लस्टर चिल्हाटी में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ग्रामीणों ने एकजुट होकर पानी की हर बूंद सहेजने और हरित क्रांति लाने दृढ़ संकल्प इस दफा कर लिया है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में 32 गांवों के कुल 135 सदस्य शामिल हुए। जनपद सभापति श्रीमती सरिता नायक, चिल्हाटी सरपंच श्रीमती मधु पैकरा, सोन सरपंच श्रीमती तारा बाई के अलावा तहसीलदार प्रकाश साहू, कार्यक्रम अधिकारी रूचि विश्वकर्मा सहित सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे। प्रशिक्षण में ग्रामीणों ने भी भाग लिया इसमें जल संचयन और प्रबंधन के सम्बन्ध में जागरूकता, समुदायों क़ो जल संसाधनों के संरक्षण में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर संतोष देवांगन, बाल्मिकी धीवर, अखिलेश सिंह, प्रवीण वस्त्रकार इस सभी ने मोर गांव मोर पानी महाअभियान, भू जल संरक्षण अभियान, पानी की एक एक बूंद बचाओ कल को सुरक्षित करो, जल बचाओ पेड़ लगाओ जीवन और कल बचाओ इन सभी विषयांे की विस्तृत से जानकारी दी।
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राजनांदगांव । मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना अंतर्गत राजनांदगांव विकासखंड के 6 ग्रामों में विकास कार्यों के लिए 34 लाख 50 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। इसके अंतर्गत ग्राम ठाकुरटोला, बेलटिकरी एवं खैरझिटी में सामुदायिक भवन निर्माण हेतु 6.50-6.50 लाख रूपए तथा ग्राम भैंसातरा, अ.भांठापारा एवं गठुला में अटल डिजीटल सुविधा केन्द्र व सीएससी भवन निर्माण हेतु 5-5 लाख रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। उन्होंने निर्माण एजेंसी को नियमों व प्रावधानों का पालन करते हुए समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने के निर्देश दिए हैं।