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उद्यम से जोड़ने के लिए लागू की गई है राज्य महिला उद्यमिता नीति 2023-28
*नीति के तहत महिलाओं को उद्योग स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता (ऋण) देने का प्रावधान*
*महिला कार्यबल में वृद्धि होने के साथ ही उद्योग एवं व्यापार में बढ़ेगी महिला उद्यमियों की सहभागिता*
मनोज सिंह, सहायक संचालक
रायपुर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने महिलाओं की कार्यकुशलता को एक नई पहचान देने और उन्हें उद्यम से जोड़ने के लिए राज्य महिला उद्यमिता नीति 2023-28 लागू की है। इस नीति के तहत महिलाओं को उद्योग स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता (ऋण) देने का प्रावधान किया गया है। इससे महिला कार्यबल में वृद्धि होने के साथ ही उद्योग एवं व्यापार में उनकी सहभागिता बढ़ेगी। इस नीति से महिलाओं के द्वारा शुरू किए गए स्टार्टअप की संख्या में भी तेजी से इजाफा होगा।
नीति के तहत महिला उद्यमियों के लिए प्रावधान
राज्य महिला उद्यमिता नीति 2023-28 के तहत महिला उद्यमियों के लिए विनिर्माण उद्यम परियोजनाओं के लिए 50 लाख रुपए तक के ऋण, सेवा उद्यम परियोजनाओं के लिए 25 लाख रुपए तक के ऋण तथा व्यवसाय उद्यम परियोजनाओं के लिए 10 लाख रुपए तक के ऋण के लिए प्रावधान किया गया है।
महिला उद्यमियों द्वारा प्रदेश में स्थापित उद्यमों को मिलेगा अनुदान
नीति के तहत महिला उद्यमियों द्वारा प्रदेश में स्थापित नवीन, विस्तारीकरण, सूक्ष्म, लघु एवं मध्य विनिर्माण व सेवा उद्यमों को आर्थिक निवेश प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा। उद्यम में किए गए स्थायी पूंजी निवेश का 30-55 प्रतिशत तक स्थायी पूंजी निवेश अनुदान, उद्यमों के लिए प्राप्त किए गए सावधि ऋण तथा परियोजना प्रतिवेदन में प्रावधानित कार्यशील पूंजी (अधिकतम तीन माह की आवश्यकता के बराबर) पर 45 से 70 प्रतिशत और अधिकतम राशि 15 से 60 लाख रुपए तक ब्याज अनुदान दिया जाएगा।
नए उद्यमों की स्थापना के लिए 50 प्रतिशत, अधिकतम 75 लाख रुपए तक मार्जिन मनी अनुदान, नेट राज्य वस्तु एवं सेवा कर (नेट एसजीएसटी) प्रतिपूर्ति वाणिज्यिक उत्पादन शुरू करने के दिनांक से 6 से 16 वर्षों तक, विद्युत शुल्क, स्टाम्प शुल्क, परिवहन अनुदान, मण्डी शुल्क से छूट दी जाएगी।
महिला स्व-सहायता समूहों को अतिरिक्त आर्थिक निवेश प्रोत्साहन
महिला स्व-सहायता समूहों को अतिरिक्त आर्थिक निवेश प्रोत्साहन के रूप में अनुदानों में 5 प्रतिशत का अतिरिक्त अनुदान और छूट के मामलों में 1 वर्ष की अतिरिक्त समयावधि दी जाएगी। महिलाओं द्वारा स्थापित स्टार्ट-अप उद्यमों को औद्योगिक नीति 2019-24 के अंर्तगत घोषित स्टार्टअप पैकेज में 5 प्रतिशत अतिरिक्त अनुदान एवं छूट के मामलों में एक वर्ष अतिरिक्त छूट का प्रावधान है। - -समर कैंप में सीखी कला की बच्चों ने दी प्रस्तुति, मुख्यमंत्री ने की सराहना-मुख्यमंत्री ने बच्चों की मांग पर उनके साथ ली सेल्फीरायपु / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अपने केशकाल विकासखंड के बेड़मा प्रवास के दौरान 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में कोंडागांव जिले से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का सम्मान करते हुए जेईई मेन्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 05 विद्यार्थियों का भी सम्मान किया। विद्यार्थियों की कलात्मक प्रतिभा के विकास के लिये प्रशासन द्वारा आयोजित समर कैम्प में 9 विधाओं में विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का परचम लहराया। समर कैंप में सीखी गई कला का प्रदर्शन बच्चों ने कार्यक्रम में बनाए गए एक स्टॉल में किया, जिसकी मुख्यमंत्री ने सराहना की। समर कैम्प में पेंसिल स्केच से मुख्यमन्त्री का चित्र उकेरने वाले आत्मानंद स्कूल केशकाल के कक्षा नवमी के छात्र आदीदेव सोनवानी और बेड़मा निवासी मनीष पांडेय ने मुख्यमंत्री को चित्र भेंट किया । बच्चों की मांग पर मुख्यमंत्री ने उनके साथ सेल्फी भी ली।सत्र 2023 के बोर्ड परीक्षा में कक्षा 10वीं में जिले के टॉप 6 विद्यार्थियों जिनका प्राप्तांक 90 प्रतिशत से अधिक है, इसी प्रकार सत्र 2023 के बोर्ड परीक्षा में कक्षा 12वीं में जिले के टॉप 5 विद्यार्थियों जिनका प्राप्तांक 90 प्रतिशत से अधिक प्राप्त किये है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने इन विद्यार्थियों के साथ जिले में 33 हाई - हायर सेकेण्डरी स्कूलों को, जहां परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा, स्कूलों को सम्मानित किया।
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रायपुर । हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगो को प्रकृति से जोड़ा जा सके और साथ ही उनको प्रकृति से जुड़ी समस्याओं के बारे में जागरूक भी किया जा सके।
इसी कड़ी में रायपुर जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड की ओर से हर साल की तरह इस बार भी रायपुर स्थित मशीनरी डिवीजन में पौधे रोपे गए एवम प्रकृति से जुड़े रहने और उसकी देखभाल कैसे की जाय इस बारे में भी चर्चा की गई, प्लांट के वरिष्ट अधिकारियों सहित सभी कर्मचारियों ने इसमें बढ़चढ़ का हिस्सा लिया,साथ ही प्रकृति से जुड़े रहने एवम उसको बचाने के लिए हमे और क्या कठोर नियम अपनाने चाहिए इसकी भी जानकारी दी गई,
विश्व पर्यावरण दिवस 2023 की थीम के अनुसार प्लास्टिक के इस्तेमाल को किस तरह से रोका जाए एवम प्लास्टिक के इस्तेमाल करने वाले लोगो को प्लास्टिक के वैकल्पिक तरीको के बारे भी जानकारी दी गई।
पौधा रोपण के दौरान जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड के वरिष्ट अधिकारी यू पी सिंग सहित पूरी टीम मौजद रही। - भिलाई। भिलाई निवासी बीएसपी से सेवानिवृत श्री शिवगुलाम उपाध्याय (करही वाले) का 83 वर्ष की आयु में सोमवार रात भिलाई में निधन हो गया। वे करही-टेकारी परिवार के वरिष्ठतम सदस्य थे। वे स्व. अयोध्या प्रसाद के पुत्र, मीना उपाध्याय के पति और राकेश, लवकुमार, श्रीमती दिव्या, श्रीमती आरती शुक्ला के पिता थे। उनका अंतिम संस्कार आज सुपेला स्थित मुक्तिधाम में किया जाएगा।
- -पुल के निर्माण से पड़ोसी राज्यों के लिए आवागमन की बेहतर सुविधा मिलेगी-रामचन्द्रपुर में की नवीन विश्राम गृह निर्माण की घोषणारायपुर । लोक निर्माण एवं गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने सोमवार को बलरामपुर के विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के ग्राम सनावाल में 21 करोड़ 04 लाख रूपए की लागत से निर्मित होने वाले अंरर्राज्यीय पुल निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्रीय विधायक के मांग पर रामचन्द्रपुर में नवीन विश्राम गृह निर्माण की घोषणा की। इस दौरान मंत्री श्री साहू ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए विभागीय योजनाओं पर आधारित स्टालों का निरीक्षण किया। उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित कर शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराते हुए उपलब्धियों की जानकारी दी। इस अवसर पर ंसदीय सचिव तथा सामरी विधायक श्री चिंतामणि महाराज, रामानुजगंज विधायक एवं सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री बृहस्पत सिंह, कलेक्टर श्री रिमिजियुस एक्का, पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती रेना जमील उपस्थित थे।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि क्षेत्र में आमजनों की सुविधा को देखते पुल निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है। उन्होंने सभी क्षेत्रवासियों को पुल निर्माण कार्य प्रारंभ होने की बधाई देते हुए कहा कि इस अंतर्राज्यीय पुल के निर्माण से यहां की जनता को पड़ोसी राज्यों के लिए आवागमन की बेहतर सुविधा मिलेगी। रामचंद्रपुर-धौली, बालचौरा मार्ग पर कन्हर नदी पर लगभग 15 करोड़ 20 लाख की लागत से उच्च स्तरीय पुल एवं पचावल-त्रिशूली मार्ग पर पांगन नदी में लगभग 05 करोड़ 84 लाख की लागत से पुल के पुनर्निर्माण से न केवल जिले के गांव आपस में जुड़ जाएंगे बल्कि पड़ोसी राज्य से भी बेहतर जुड़ाव हो सकेगा। सीमावर्ती जिला होने के कारण यहां की जनता के रिश्तेदार पड़ोसी राज्यों में निवासरत हैं, ऐसे में इस पुल के निर्माण से उन्हें आवागमन की अच्छी सुविधा मिलेगी। अब नदी का पानी उनके लिए बाधा नहीं बनेगी। कार्यक्रम को संसदीय सचिव श्री चिंतामणी महाराज, रामानुजगंज विधायक श्री बृहस्पत सिंह ने भी सम्बोधित किया।विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टॉलों का किया अवलोकन-गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टालों का अवलोकन कर हितग्राहियों को सामग्रियां प्रदान की। इस अवसर पर शासन के पुलिस विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, वन विभाग, पशुपालन विभाग, मछली पालन विभाग एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा स्टॉल लगाए गये थे। मंत्री श्री साहू ने श्रम विभाग द्वारा क्रियान्वित किए जा रहे प्रसूती सहायता योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को 20 लाख का चेक प्रदान किया, मछली पालन विभाग के योजनांतर्गत हिग्राहियों को मछली बीज एवं जाल प्रदान किया गया। साथ ही अन्य योजनातंर्गत हितग्राहियों को भी लाभान्वित किया गया।
- -हसदेव, गागर, बांकी, बधुरा, बनास, जमाड़, महानदी, शिवनाथ तथा खारून नदियों के तटों पर 410 हेक्टेयर एवं 10 कि.मी. में साढ़े 3 लाख पौधों का होगा रोपण-वन मंत्री श्री अकबर के निर्देशन में विभाग द्वारा तैयारियां शुरूरायपुर / छत्तीसगढ़ में वन विभाग द्वारा चालू वर्ष 2023 में वर्षा ऋतु के दौरान हरियाली प्रसार एवं वन संवर्धन के लिए वृहद स्तर पर 02 करोड़ 91 लाख 20 हजार पौधे के रोपण एवं वितरण का कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप उक्त वृहद वृक्षारोपण अंतर्गत अधिक से अधिक फलदार पौधों का रोपण के कार्य को प्राथमिकता से शामिल किया गया है। इसके सफल क्रियान्वयन के लिए वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में विभाग द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई है।इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री व्ही. श्रीनिवास राव ने बताया कि विभागीय योजनांतर्गत 7065 हेक्टेयर तथा 20 कि.मी. में 64 लाख 64 हजार पौधे, मनरेगा अंतर्गत 70 हेक्टेयर एवं 60 कि.मी. में 90 हजार 800 पौधे, कैम्पा अंतर्गत 4016 हेक्टेयर में 22 लाख 27 हजार पौधे एवं अन्य योजनांतर्गत 80 हेक्टेयर में 2 लाख पौधों के रोपण से राज्य हरितिमा से आच्छादित होगा।उल्लेखनीय है कि वृक्षारोपण अंतर्गत 59 लाख 76 फलदार पौधे जिसमें आम, जामुन, बेल, कटहल, मुनगा, सीताफल, पपीता, अनार, नींबू, शहतूत, बादाम, बेर, तेन्दू, गंगा ईमली, लीची, आदि प्रजाति के पौधों का रोपण एवं 67 लाख 49 हजार लघु वनोपज एवं वनौषधि जैसे पुत्राजीवा, काला सिरस, सिंदूरी, गरूड़, रीठा, चित्राक, एलोविरा, गिलोय, अडूसा, अश्वगंधा, सर्पगंधा, तुलसी, छोटा करोंदा आदि प्रजाति तथा 30 लाख 42 हजार बांस के पौधों का रोपण एवं वितरण किया जाएगा।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सर्वाेच्च प्राथमिकता में से एक नदी तट रोपण के तहत विगत वर्षों की भांति आगामी वर्षा ऋतु में भी प्रदेश की हसदेव, गागर, बांकी, बधुरा, बनास, जमाड़, महानदी, शिवनाथ तथा खारून नदियों के तटों पर 410 हेक्टेयर एवं 10 कि.मी. में लगभग 3 लाख 46 हजार पौधों का रोपण किया जाएगा, जो न सिर्फ मृदा कटाव को रोकेगा, साथ ही छायादार, फलदार एवं अन्य बहुउद्देश्यों की पूर्ति भी भविष्य में स्थानीय नागरिकों की आवश्यकता के अनुरूप करेगा। वहीं प्रदेश के मार्गों के किनारे हरियाली को बढ़ाने की दृष्टि से सड़क किनारे वृक्षारोपण अंतर्गत 45 कि.मी. लंबाई के मार्ग में 43 हजार पौधों का रोपण भी किया जाएगा। यह वृहद वृक्षारोपण न सिर्फ वनक्षेत्र के अंदर होंगे अपितु वनक्षेत्र के बाहर निजी एवं शासकीय भूमियों जैसे आंगनबाड़ी, पुलिस चौकी, उद्यान, अस्पताल, गौठान, शमशान, शासकीय परिसर आदि स्थानों में भी किया जाएगा।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के दिशा-निर्देशों पर विभाग द्वारा अनूठी पहल करते हुए मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना इस वर्ष से प्रारंभ की गई है। इस योजना का मुख्य उददेश्य कृषकों/अन्य हितग्राहियों के निजी भूमि पर वाणिज्यिक प्रजातियों के वृक्षारोपण, सहयोगी संस्था, निजी कम्पनियों की सहभागिता की स्थिति में उक्त प्रजातियों के वृक्षों का वापस खरीद सुनिश्चित करना, चयनित प्रजातियों के लिए प्रति वर्ष न्यूनतम क्रय मूल्य का निर्धारण करते हुए उनके आय में बढ़ोत्तरी करना, काष्ठ एवं प्लाईवुड आधारित उद्योगों को बढ़ावा देते हुए अतिरिक्त कर के रूप में शासन के राजस्व में वृद्धि लाना, रोजगार सृजन करना, वृक्षारोपण कार्य में सहयोगी संस्थाओं की सहागिता से शासन के वित्तीय भार को कम करना है।मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजनांतर्गत कुल 21 हजार 640 कृषकों की निजी भूमियों पर 33800 एकड़ रकबा में 2 करोड़ 13 लाख 32 हजार 300 का पौधा का रोपण किया जाएगा, जिसमें से प्रदेश में 662 हेक्टेयर क्षेत्र में 2 लाख 84 क्लोनल बांस एवं 663 हेक्टेयर क्षेत्र में 2 लाख 98 हजार साधारण बांस का रोपण किया जाएगा। इस प्रकार वन विभाग विभिन्न संस्थानों एवं आमजन के सामूहिक प्रयासों से आगामी वर्षा ऋतु में हरियाली को बढ़ावा देने के लिए वृहद वृक्षारोपण तो प्रदेशभर में किया ही जाएगा, भविष्य में वन आधारित निजी जरुरतों की पूर्ति और वनोपज की बिक्री से अतिरिक्त आय का साधन भी प्रदेशभर के निवासियों को प्राप्त होगा।
- -सोशल मीडिया में रामायण महोत्सव के प्रसारण ने जनरेट किए 10 मिलियन व्यूज-ट्विटर में भी ट्रेंड करता रहा रामायण महोत्सव-2 देश व 13 राज्यों के 17 दलों के 375 कलाकारों ने 765 मिनट की दी शानदार प्रस्तुतियां, बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड भी-ऐतिहासिक आयोजन से जुड़े देश दुनिया के लोगरायपुर / रायगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय रामायण महोत्सव की सोशल मीडिया में भी खासी धूम रही। विभिन्न सोशल मीडिया चौनलों में महोत्सव के 3 दिनों के कार्यक्रमों ने 10 मिलियन से ज्यादा व्यूज जनरेट किए हैं। जिसका मतलब है राष्ट्रीय रामायण महोत्सव लगभग 1 करोड़ लोगों तक फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, ट्विटर के जरिए पहुंचा।रामायण महोत्सव के कार्यक्रमों का लगातार सीधा प्रसारण सोशल मीडिया पेजेस पर किया जा रहा था। फेसबुक और इंस्टाग्राम पर राज्य और जिलों के प्रोफाइल्स से कार्यक्रमों से जुड़े अपडेट प्रसारित हो रहे थे। यूट्यूब चैनल्सऔर ट्वीट के माध्यम से भी लोग रामायण महोत्सव से जुड़े।गौरतलब है इस ऐतिहासिक आयोजन में दो रिकॉर्ड्स भी इस दौरान बने। पहला 10 हजार से अधिक लोगों द्वारा सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ व दूसरा कंबोडिया व इंडोनेशिया सहित भारत के विभिन्न राज्यों के 17 दलों के 375 कलाकारों द्वारा अरण्यकाण्ड पर 765 मिनट की प्रस्तुति दी है। कुमार विश्वास, लखबीर सिंह लक्खा, बाबा हंसराज रघुवंशी, मैथिली ठाकुर, शन्मुख प्रिया और शरद शर्मा जिसे देश के नामचीन कलाकारों ने तीन दिनों तक अपनी शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोहा।रामायण महोत्सव के आयोजन का सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर भी काफी चर्चा में रहा। आयोजन के दौरान रामायण महोत्सव का हैशटैग पूरे देश में टॉप ट्रेडिंग में रहा।
- महिला सुरक्षा एवं उनके विरुद्ध घटित अपराध के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यशाला का आयोजनरायपुर। नेताजी सुभाष चंद्र बोस पुलिस अकादमी चंद्रखुरी में छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जिलों के विवेचक एवम् राजपत्रित अधिकारियों को महिला सुरक्षा एवं उनके विरुद्ध घटित अपराध के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।राष्ट्रीय अपराध एवं अन्वेषण ब्यूरो के निर्देशन में आयोजित पाँच दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर संबोधित करते हुए अकादमी के निदेशक श्री रतन लाल डांगी ने ये बात कही। श्री डांगी ने कहा कि जब तक महिलाओं में उनके विरुद्ध घटित होने वाली घटनाओं का भय एवं डर ख़त्म नहीं किया जाएगा तब तक न ही समाज एवं न राष्ट्र का विकास हो पाएगा।उन्होने कहा कि महिलाओं के प्रति बढ़ते हुए अपराधों पर नियंत्रण रखने के लिए पुलिस के विवेचक एवं राजपत्रित अधिकारियों की यह जिम्मेदारी होती है की वो महिला संबंधी किसी भी प्रकार के अपराध घटित होने की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल अपराध दर्ज कर विवेचना करके अपराधियों के खिलाफ मामले को ठोस सबूतों के साथ न्यायालय में पेश करे ।कार्यशाला को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि पुलिस को ऐसे सार्वजनिक स्थान जैसे स्कूल, कॉलेज, बस स्टैंड, भीड़-भाड़ वाले स्थानों, बाज़ार या अन्य जगहों पर जहाँ महिलाओं की उपस्थिति बनी रहती है, लगातार पुलिस के द्वारा अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर असामाजिक तत्वों पर निगाह रखनी चाहिए। उन्होनें आगे कहा कि पुलिस अधिकारियों को इस बात पर भी गर्व महसूस करना चाहिए कि भगवान ने उनको सुरक्षा देने के लिए चुना है। पुलिस के रूप में आम नागरिकों एवं कमज़ोर लोगों की सुरक्षा के लिए आपको अवसर दिया है। इस दायित्व को पूरा करने के लिए आपको शासन ने वैधानिक अधिकार भी दिए हैं । उन अधिकारों का सदुपयोग करके महिलाओं में आत्म-विश्वास पैदा करना चाहिए।इस पाँच दिवसीय कार्यशाला में सभी पुलिस अधिकारियों को महिलाओं से संबंधित कानूनी प्रावधानों में नवीनतम संशोधनों एवं वैज्ञानिक अनुसंधान की प्रक्रियाओं से अवगत कराया जाएगा। साथ ही माननीय न्यायालयों द्वारा प्रसारित दिशा निर्देश के संबंध में भी बताया जाएगा।इस कार्यशाला में पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे.
- -विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मण्डल को तीन विश्व रिकार्ड प्राप्त-राजधानी रायपुर में पर्यावरण जागरूकता संबंधी विविध कार्यक्रम संपन्नरायपुर / छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल को 05 जून विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर तीन विश्व रिकार्ड प्राप्त हुए। इनमें गोबर पेंट से 3600 स्क्वैयर फीट की कैनवास पेंटिंग बनाये जाने पर लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड, एक दिन में 12 लाख 38 हजार 116 पर्यावरण संरक्षण की शपथ लिये जाने पर स्टार बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड और वर्ल्ड रिकार्ड बुक की ट्राफियॉं व प्रमाण-पत्र मंत्री श्री मोहम्मद अकबर द्वारा मण्डल के अध्यक्ष श्री सुब्रत साहू को प्रदान किए।वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण में जन-भागीदारी को जरूरी बताते हुए मण्डल के जन-जागरूकता अभियान की प्रशंसा की। श्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि प्लास्टिक के उन्मूलन हेतु हम सबकी भागीदारी जरूरी है। हमारे पूर्वजों ने विरासत में स्वस्थ और स्वच्छ वातावरण सौंपा है। हम सब का दायित्व है कि उसे और बेहतर करते हुए भावी पीढ़ी को सौंपे। श्री अकबर ने छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ’’व्यक्तिगत आदतों और व्यवहारों में परिवर्तन लाकर सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग में कमी करना’’ विषय पर आधारित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि प्रकृति और जीवन के बीच गहरा संबंध होता है। इसके संरंक्षण तथा संवर्धन में ही जीवन की सुरक्षा और हमारे भविष्य की खुशहाली निर्भर है। वर्तमान में पर्यावरण का संरक्षण व प्रदूषण पर रोकथाम अत्यंत आवश्यक है और इसमें हम सबकी भागीदारी होनी चाहिए।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ विधायक श्री सत्यनाराण शर्मा ने कहा कि प्रकृति हमारी धरोहर है और इसे बचाने के लिये पूरे विश्व को एकजुट होकर सामूहिक प्रयास करना होगा। मण्डल के अध्यक्ष एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू ने मण्डल के कार्यकलापों की जानकारी देते हुए सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को रोके जाने के लिये व्यक्तिगत प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने मण्डल द्वारा जनभागीदारी के साथ प्राप्त तीनों विश्व रिकार्ड की जानकारी दी और मण्डल को इसके लिये बधाई दी।मण्डल के सदस्य सचिव श्री आर.पी. तिवारी ने कहा कि मण्डल द्वारा चलित प्रयोगशाला वाहन शीघ्र ही प्रारंभ किया जा रहा है। उन्होंने मण्डल द्वारा तैयार की जा रही अत्याधुनिक पर्यावरणीय प्रयोगशाला का उल्लेख करते हुए इसे अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रयोगशाला बताया। उन्होंने मण्डल के क्षेत्रीय कार्यालय के नवनिर्मित भवन के संबंध में भी जानकारी दी। मण्डल के जनसंपर्क अधिकारी श्री ए.पी. सावंत ने मण्डल को प्राप्त वर्ल्ड रिकार्ड की जानकारी देते हुए बताया कि इसमें मुख्यमंत्री की जनभागीदारी अपील का प्रभाव पड़ा और हर समुदाय व हर वर्ग के लोगों ने मण्डल की इस मुहिम का साथ दिया। इस अवसर पर काटॅून वॉच पत्रिका के नेशनल पुरस्कार भी वितरित किए गए। इस अवसर पर संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री कुलदीप जुनेजा आदि उपस्थित थे।
- -अनुपयोगी सामानों को कलाकृति के तौर पर तराशेंगे रायपुरियंस-कलाकृतियों को उद्यान व सार्वजनिक स्थलों पर स्थापित करेगा नगर निगम-शहरी स्वच्छता में सहयोग देने वाले कलाकार होंगे सम्मानित-नगर निगम वेबसाइट पर 15 जून तक कला संबंधी फोटो-वीडियो भेज सकेंगे नागरिकरायपुर। विश्व पर्यावरण दिवस पर रायपुर नगर निगम द्वारा अनुपयोगी सामग्रियों से उत्कृष्ट कलाकृति तैयार करने वाले शहर के कलाकारों को प्रेरित करने ‘ट्रिपल आर. बेस्ट ऑफ द वेस्ट कैंपेन शुरू किया गया है। इसके तहत आम नागरिकों से 15 जून तक ऐसी कलाकृति तैयार कर इसके छायाचित्र व शॉर्ट वीडियो रायपुर नगर निगम को भेजने का अनुरोध किया गया है। चयनित उत्कृष्ट कलाकृतियों व संरचनाओं को नगर निगम अपने उद्यान व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर स्थापित कर इन कलाकारों को सम्मानित करेगा।रायपुर नगर निगम द्वारा शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने अपने प्रयासों में जन सहभागिता को बढ़ावा दे रहा है। इस हेतु विभिन्न कार्यक्रम संचालित किए जा रहे है, जिसमें नागरिकों की भागीदारी होगी एवं शहर विकास में उत्तरदायित्व के साथ सभी आयु वर्ग अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे। पूर्व में कचरा महोत्सव, रोको-टोको, ट्रिपल आर. सेंटर, नो प्लास्टिक कैंपेन जैसे कार्यक्रमों में स्थानीय स्वयंसेवी संगठनों व आम नागरिकों ने सकारात्मक भूमिका निभाई हैं।विश्व पर्यावरण दिवस पर शुरू किए गए इस अभिनव कार्यक्रम में नगर के सभी आयु वर्ग के लोग सम्मिलित होंगे। इसके तहत अनुपयोगी सामग्री जो आमतौर पर कबाड़ी या कचरा संग्राहकों को दे दी जाती है, इन सामानों को घर बैठे कलात्मक स्वरूप देकर इसकी उपयोगिता बढ़ाने वाले कलाकारों को प्रोत्साहित करने का कार्य पहली बार नगर निगम रायपुर कर रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत आम नागरिकों से यह अपील की गई है कि अनुपयुक्त पड़े सामानों को कलाकृति का स्वरूप देकर इसकी जानकारी 15 जून तक नगर निगम की स्वच्छता टीम या जोन कार्यालय को दें। इसके उपरांत इन कलाकृतियों का परीक्षण कर चयनित सामग्रियों को उद्यान, तालाब या अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर लगाए जाएंगे एवं शहरी स्वच्छता में अपनी सहभागिता देने वाले ऐसे कलाकारों को सम्मानित भी किया जाएगा। इच्छुक व्यक्ति नगर निगम के वेबसाइट http://nagarnigamprojects.in/survey/rrrinstalletion.php पर स्वयं व कलाकृति से संबंधित समस्त जानकारी छायाचित्र व शॉर्ट वीडियो के साथ 15 जून तक अनिवार्यतः प्रेषित करें।
- -सरकार ने गौठनों के माध्यम से दिया रोजगार: उषा निषादरायपुर / स्पर्श आकाक्षां स्व-सहायता समूह सोण्ड्रा की महिलाएं वर्मी खाद विक्रय से प्राप्त आय से घर की आवश्यक जरूरतों को पूरा करने मे अपनी योगदान दे रहीं है। समूह की दीदीयों ने बताया कि अब तक समूह को ढाई लाख रुपए से अधिक का आय अर्जित हो चुका है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान से जुड़ने पर उन्हें आजीविका गतिविधियों में शामिल होने का सुअवसर प्राप्त हुआ तथा उनके जीवन में सामाजिक और आर्थिक रूप से सकारात्मक परिवर्तन आया है। दीदियों ने बताया कि एक निश्चित आय अर्जित होने से सामाजिक, पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने में अब वे मदद करने में सक्षम हो चुकी हैं।बेरोजगारों को रोजगार देने में छत्तीसगढ़ की सरकार ने राज्य में बेरोजगारी खत्म करने में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। इसके लिए सरकार ने सभी वर्गों के लोगों के लिए कल्याणकारी योजनाएं संचालित की है। गोधन न्याय योजना सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। गौठानों में संचालित विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधियों से जुड़कर ग्रामीण महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं यह कहना है स्पर्श आकांक्षा स्व सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती उषा निषाद का।श्रीमती निषाद ने बताया कि उनके समूह की दीदियां शुरुआत से ही वर्मी कंपोस्ट निर्माण कर रही हैं। उन्हें वर्मी खाद और सुपर कंपोस्ट बनाने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण भी मिला है तथा वे शासन के मापदंडों के अनुरूप ही कंपोस्ट बनाती हैं। वर्मी कंपोस्ट का विक्रय कुम्हारी सोसाइटी में किया जाता है तथा समय पर उन्हें पैसा भी मिल जाता है। उन्होंने बताया कि विक्रय के लिए अभी 100 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट उपलब्ध है। गौठान में 20 वर्मी टांका बनाया गया है तथा केंचुआ की खरीदी मोहदी और गोढ़ी गौठान से करते हैं। समूह की दीदियों ने यह भी बताया कि वर्तमान में शासन से उन्हें 50 हजार की राशि भी प्राप्त हुई है। उन्होंने एक उत्पादक समूह भी बनाया है। समूह की दीदिया मिलकर सब्जी भाजी आदि का उत्पादन भी करेंगे। खुद से आय अर्जित कर पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने में उन्हें खुशी मिलती है ।अब उनका जीवन यापन पहले से बेहतर हो गया है।
- रायपुर / कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जन चौपाल के माध्यम से आम नागरिकों की समस्याएं सुनी। डॉ भुरे ने जन चौपाल के माध्यम से जिले के विभिन्न विकासखंडो से आए नागरिकों, ग्रामीणजनों, महिलाओं की समस्याओं और शिकायतों को सुना और प्राप्त आवेदनों पर नियमानुसार त्वरित निराकरण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। आज जनचौपाल में लगभग 50 आवेदन आए।आज जनचौपाल में ग्राम तर्री निवासी अरुण कुमार वर्मा ने बेरोजगारी भत्ता योजना का लाभ दिलाने, पंडरी निवासी व्यवसायी ने सहायता राशि प्रदान करने, ग्राम मौहागांव निवासी देवप्रसाद गायकवाड़ ने भूमि का सीमांकन कराने, छत्तीसगढ़ मीडिया एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष शैलेश सिंह राजपूत ने तिल्दा नेवरा क्षेत्र में पत्रकार भवन निर्माण हेतु मद स्वीकृति प्रदाय करने आवेदन दिया।इसी प्रकार आरंग निवासी रमेश कुमार पटेल ने अपने स्वामित्व की भूमि से अतिक्रमण हटाने, ग्राम तेंदुआ निवासी प्रहलाद शर्मा ने सीमांकन करवाने, सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश दीवान ने अकोली में सांस्कृतिक भवन का निर्माण कराने, छत्तीसगढ़ नगर वार्ड 58 निवासी सुनील श्यामकुंवर ने मकान पट्टे की मूल प्रति गुम जाने की सूचना दर्ज करने, देवेंद्र नगर निवासी अरशद खान ने ग्राम टेमरी स्थित अपनी भूमि में अवैध रूप से रोड निकाले जाने की शिकायत संबंधी आवेदन दिया। इसी तरह अन्य लोगों ने भी अपनी शिकायत एवं समस्याओं से संबंधित आवेदन कलेक्टर को दिए।
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दुर्ग /छत्तीसगढ़ अंचल के अग्रणी चिकित्सा महाविद्यालयों मे से एक चंदूलाल चंद्राकर चिकित्सा महाविद्यालय व सम्बद्ध चिकित्सालय में अध्ययन अध्यापन कार्य सराहनीय रूप से संचालित हो रहें है और प्रदेश के एक बड़े वर्ग को निःशुक्ल चिकित्सा उपलब्ध हो सकी है। 2022 के अक्टूबर माह की तुलना में अभी तक 19000 पीड़ितों की सफ़ल चिकित्सा की गयी है और अस्पताल में प्रतिदिन 250 -300 मरीज़ चिकित्सा सुविधाओं का लाभ उठा रहें हैं। अस्थि रोग विभाग, नेत्र रोग, स्त्री रोग, जनरल सर्जरी व कान नाक गला रोग विभागों में बहोत से रोगियों की सर्जरी की गयी है। जिसमें कुछ तो बच्चों से लेकर 99 वर्ष तक के बुज़ुर्गाे की सफल शल्य चिकित्सा भी उल्लेखनीय है। कुछ ऑपरेशन तो बेहद जटिल रहे जिनसे रोगियों को बेहद लाभ मिल सका।
मेडिसिन, शिशु रोग, पैथोलॉजी, बायो केमिस्ट्री,माइक्रोबायोलॉजी,चर्म रोग. मानसिक रोगों के मरीज़ भी उच्च गुणवत्ता पूर्ण परामर्श प्राप्त कर पा रहें हैं और अतिश्योक्ति न होगी कि अल्प समय में ही इस चिकित्सा महाविद्यालय ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक प्रमुख स्थान बना लिया है। हर वर्ष 200 चिकित्सा छात्रों की चिकित्सा शिक्षा में समर्थ ये चिकित्सा महाविद्यालय भविष्य में भी प्रदेश के रोगियों की निःशुल्क सेवा व चिकित्सा हेतु तत्पर व कटिबद्ध है। - दुर्ग / प्रकृति के प्रति कर्तव्य और उसका संरक्षण करने के लिए छत्तीसगढ़ शासन ने इस बार एक अनूठी पहल करते हुए फलदार पौधों का वृक्षारोपण आत्मानंद स्कूलों में कराने का निर्णय लिया। जिसके तहत जिले के समस्त आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में विद्यार्थियों ने प्रकृति प्रेमी की भूमिका अदा कर दुर्ग वन वृत्त अंतर्गत 63 आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में 2447 पौधों का रोपण किया।विश्व पर्यावरण दिवस के दिन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के निर्देशानुसार, प्रमुख सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री वी श्रीनिवास राव के मार्गदर्शन में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के आत्मानंद स्कूलों में फलदार पौधों के रोपण का शुभारंभ किया गया है।आत्मानंद स्कूलों में ग्राफ्टेड तथा साधारण आम, जामुन, अमरूद, नींबू, कटहल, बेल, आंवला, करौंदा, बादाम, अनार इत्यादि प्रजातियों के पौधों का रोपण किया गया। विश्व पर्यावरण दिवस को 50 वर्ष पूर्ण करने के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आत्मानंद स्कूलों में फलदार वृक्षारोपण के माध्यम से की जा रही अनूठी पहल निश्चित रूप से जन मानस और स्कूली छात्रों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता तो लाएगी ही, साथ ही उन्हें प्रकृति, वनों, विविधता, वन्य प्राणी तथा प्राकृतिक संसाधनों के सतत् विकास और सदुपयोग के प्रति कर्तव्य-बोध भी करायेगी।
- भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत 18 नंबर रोड में सुभाष चौक से गौरव पथ जाने वाले मार्ग पर सड़क के दोनो तरफ सड़क का संधारण कार्य होगा। आज महापौर नीरज पाल ने सड़क संधारण कार्य का भूमि पूजन कर कार्य को प्रारंभ कराया। भूमि पूजन के दौरान उन्होंने कहा कि सड़कों का काम तेज गति से करें ताकि बारिश के दिनों में राहगीरों को खराब सड़कों से राहत मिल सके और आवागमन सुगम हो। उन्होंने कहा कि सड़कों की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी न करें और क्वालिटी का ध्यान रखें। अधिकारियों को सतत मॉनिटरिंग कर कार्य पूर्ण कराने के निर्देश महापौर ने मौके पर दिए हैं। सुभाष चौक से गौरव पथ रोड में सड़क के दोनों ओर के मार्ग का संधारण 48 लाख की लागत से किया जाएगा। कई दिनों से नागरिक एवं क्षेत्र के लोगों के द्वारा सड़क के संधारण तथा डामरीकरण को लेकर मांग की जा रही थी। मेयर नीरज ने इसे संज्ञान में लेकर अधिकारियों को सड़क संधारण का प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश दिए थे। विभागीय कार्य पूर्ण हो जाने के उपरांत आज कार्य की आधारशिला रखी गई। शीघ्र ही सुभाष मार्केट से गौरव पथ जाने वाला मार्ग दुरुस्त हो जाएगा। यह सड़क नेशनल हाईवे से अंदरूनी इलाकों की ओर जाती है। रोजाना हजारों लोगों का आना जाना इस रास्ते से होता है। गड्ढे होने की वजह से राहगीरों को आने-जाने में परेशानी का सामना पड़ता था परंतु अब सड़क की स्थिति अच्छी हो जायेगी। आज भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, जोन अध्यक्ष जलंधर सिंह, महापौर परिषद के सदस्य मन्नान गफ्फार खान, पार्षद इंजीनियर सलमान, जोन आयुक्त अमिताभ शर्मा, कार्यपालन अभियंता कुलदीप गुप्ता, सहायक अभियंता आलोक पसीने, वसीम खान एवं उप अभियंता अर्पित बंजारे, विजेंद्र गुप्ता तथा मोहल्ले वासी आदि मौके पर मौजूद रहे।
- बिलासपुर /राज्य के प्रतिभावान अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के विद्यार्थी जो इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे है। ऐसे विद्यार्थियों को विभाग द्वारा प्रतिष्ठित संस्थान से कोचिंग करने का लाभ दिया जाएगा। विद्यार्थियों का चयन प्राक्चयन परीक्षा के माध्यम से किया जाएगा। जिसके लिए आवेदन 21 जून शाम 4 बजे तक आमंत्रित किये गये है। आवेदन के संबंध में विस्तृत जानकारी एवं आवेदन पत्र का प्रारूप विभाग की वेबसाईट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट ट्रायबल डॉट सीजी डॉट जीओवी डॉट इन (www.tribal.cg.gov.in) से प्राप्त एवं डाउनलोड कर सकते है।आवेदक को छ.ग. राज्य का मूल निवासी, अनुसूचित जाति, जनजाति का स्थायी जाति प्रमाण होना आवश्यक है। आवेदक द्वारा 12 वीं मे कम से कम 70 प्रतिशंत अंक या समतुल्य ग्रेड गणित एवं जीव विज्ञान विषय में प्राप्त किया होना चाहिए। आवेदक के पालक की समस्त स्त्रोतों से वार्षिक आय 2.50 लाख रूपए से अधिक न हो। आवेदन सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कार्यालय में जमा किये जा सकते है।
- बिलासपुर, /केन्द्र सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण एवं उनकी वित्तीय सुरक्षा को मजबूत करने हेतु महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र योजना प्रारंभ की गई है। 1 अप्रैल 2023 से शुरू इस योजना का लाभ देश की सभी महिलाएं डाकघरों के माध्यम से उठा सकती हैं। यह एक वन टाईम सेविंग स्कीम है। इस योजना के अंतर्गत 31 मार्च 2025 तक कोई भी बालिका एवं महिला डाक घर में रू. एक हजार न्यूनतम राशि के साथ खाता खुलवा सकती हैं। साथ ही अधिकतम दो लाख रूपए तक की राशि जमा किये जा सकते हैं। इस योजना में चक्रवृद्धि ब्याज देय होगी, जिसकी वर्तमान दर 7.5 प्रतिशत है। योजना में खातों की संख्या की कोई सीमा नहीं है। एक खाता खोलने के तीन माह पश्चात ही दूसरा खाता खोला जा सकता है।
- -प्रदेश भर के सभी बाल गृह तथा बच्चों के आश्रमों का निरीक्षण करेंगे सचिवरायपुर। विगत दिनों समाचार पत्र तथा सोशल मीडिया में कांकेर जिले के शिवनगर स्थित दत्तक ग्रहण केन्द्र में प्रोग्राम मैनेजर द्वारा बच्ची के साथ बर्बरतापूर्वक पिटाई किये जाने के संबंध में खबर प्रकाशित होने तथा उसका विडियों प्रमुख से वायरल हो रहा था, जो कि राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की जानकारी में आने पर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष न्यायमूर्ति गौतम भादुडी ने सदस्य सचिव के माध्यम से जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कांकेर को निर्देश जारी किये हैं कि घटना के संबंध में तत्काल कार्यवाही कर रिपोर्ट प्रस्तुत कराई जावे साथ ही यदि कोई एफआईआर होती है तो बच्चें को पीड़ित क्षतिपूर्ति योजना के अंतर्गत निःशुल्क विधिक सहायता एवं सलाह के माध्यम से क्षतिपूर्ति राशि भी उपलब्ध करवाये जाने की कार्यवाही की जावे। उन्होंने इस घटना को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी जिलों के जिला न्यायाधीशों/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को भी निर्देशित किये कि नालसा, बच्चों के मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाओं और उनके संरक्षण के लिये विधिक सेवाएं योजना 2015 के तहत उनके जिले के अंतर्गत आने वाले समस्त बाल गृह,, दत्तक ग्रहण गृह आदि बच्चों के आश्रमों का निरीक्षण सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किया जावे तथा वे प्रत्येक बच्चे से पृथक होकर उनसे बातचीत करें और उनका हाल एवं कठिनाईयों की जानकारी प्राप्त करें और यदि किसी बच्चें के साथ किसी प्रकार की कोई प्रताड़ना या कोई घटना की जानकारी आती है तो उस पर नियमानुसार तत्काल कार्यवाही किये जाने के भी निर्देश दिये गये हैं।राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव श्री आनंद प्रकाश वारियाल ने बताया कि माननीय कार्यपालक अध्यक्ष द्वारा दिये गये निर्देशों का शीघ्रता से पालन किये जाने हेतु समस्त जिलों के जिला न्यायाधीशों को इस संबंध में तत्काल सूचित किया गया है।
- बालोद । विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आज कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा एवं जिला प्रशासन के आला अधिकारियों ने आमापारा बालोद स्थित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में पहुंचकर वृक्षारोपण किया। इस दौरान वनमण्डलाधिकारी श्री आयुष जैन, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रेणुका श्रीवास्तव, एसडीएम श्रीमती शीतल बंसल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री मुकुंद साव सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारियों ने भी वृक्षारोपण किया। श्री शर्मा ने जिला पंचायत कार्यालय परिसर में सफेद चंदन एवं स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय परिसर में काजू के पौधे का रोपण किया।इस अवसर पर कलेक्टर श्री शर्मा ने मौके पर उपस्थित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के बच्चों से बातचीत कर विद्यालय में अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था के संबंध में जानकारी दी। इस दौरान श्री शर्मा ने कक्षा पहली में अध्ययनरत् नन्ही बालिका पूर्वा से बातचीत कर उनका हाल-चाल जाना और पूर्वा को कविता सुनाने को कहा। नन्हीं बालिका पूर्वा ने कलेक्टर एवं अधिकारियों को सुमधुर कविता सुनाई, नन्हीं पूर्वा की कविता सुनकर कलेक्टर एवं अधिकारियों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उसे बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कलेक्टर श्री शर्मा ने नन्हीं बालिका पूर्वा की सुमधुर कविता पाठ से प्रसन्नचित होकर उसे पेन भेंट की। इसके अलावा उन्होंने अन्य विद्यार्थियों को भी छोटे गमलें में लगे पौधें भेंट कर इसका रोपण करने तथा सुरक्षा के भी उपाय सुनिश्चित करने को कहा।
- रायपुर। स्व. श्रीमती लीला सुराना की 30 वीं पुण्यतिथि 3 जून पर सिविल लाइन रायपुर निवासी श्री आनंद सुराना, वृद्धाश्रम चेतना सुराना के द्वारा माना कैम्प स्थित कुलदीप निगम वृद्धाश्रम में खाद्य सामग्री प्रदान की गई। सुराना परिवार ने वृद्धाश्रम को चना दाल, राहर दाल, आटा, पोहा, जीरा,हल्दी, नमक गुड़ आदि का वितरण किया।इसके अतिरिक्त श्रीमती प्रतिमा बोथरा ने 500 रुपये, श्रीमती प्रीति लुनावत ने 500 रुपये एवं श्रीमती पूर्णिमा के द्वारा 500 रुपये का आर्थिक सहयोग दिया गया।
- दुर्ग /कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने सांई ज्योति हॉस्पिटल, सिरसा गेट भिलाई 3, के संचालक द्वारा नर्सिंग होम एक्ट के तहत लायसेंस की अवधि समाप्त होने उपरांत भी लायसेंस नवीनीकरण हेतु आवेदन नहीं किये जाने तथा संचालक, ज्योति केन्द्र, हाउसिंग बोर्ड कॉम्प्लेक्स बस स्टैण्ड दुर्ग में पायी गई अनियमितताओं के तहत उक्त दोनों अस्पतालों को नर्सिंग होम एक्ट की धारा 12 (क) (1) के तहत 20-20 हजार रूपये के जुर्माने से दण्डित किया है। साथ ही उक्त दोनों का संचालन तत्काल प्रभाव से बंद करने आदेशित किया हैं।ज्ञात हो कि नर्सिंग होम एक्ट के नोडल अधिकारी डॉ. आर.के. खण्डेलवाल के निरीक्षण प्रतिवेदन अनुसार नर्सिंग होम एक्ट की नियमित निरीक्षण व जाँच के तहत सांई ज्योति हॉस्पिटल, सिरसा गेट भिलाई 3 में कार्यरत चिकित्सक नहीं पाये गये, अस्पताल में रैंप की सुविधा नहीं पायी गई, अस्पताल परिसर में साफ-सफाई का आभाव पाया गया एवं कलर कोटेड बिन नहीं पाया गया, अस्पताल के बाहर एवं आंतरीक रूम में कबाड होना पाया गया, संबंधित अस्पताल को नर्सिंग होम एक्ट, दुर्ग द्वारा जारी लायसेंस वैधता 14 सितंबर 2015 से 13 सितंबर 2020 तक 10 बेडेड हॉस्पिटल है, सांई ज्योति हॉस्पिटल, सिरसा गेट भिलाई 3 की लायसेंस की वैधता समाप्त होने के बावजूद अस्पताल संचालक के द्वारा लायसेंस नवीनीकरण हेतु आवेदन नहीं किया गया है, जो कि उपचर्यागृह तथा रोगोपचार संबंधी स्थापनाएं अनुज्ञापन अधिनियम, 2010 एवं 2013 का उल्लंघन है।इसी प्रकार ज्योति केन्द्र, हाउसिंग बोर्ड कॉम्प्लेक्स बस स्टैण्ड दुर्ग नर्सिंग होम एक्ट में पंजीकृत स्थायी निजी अस्पताल है, लायसेंस की वैधता समाप्त होने के उपरांत संबंधित अस्पताल के द्वारा अपनी संस्था के लायसेंस नवीनीकरण हेतु आवेदन किया गया है। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक नहीं पाये गये, अस्पताल में रैंप की सुविधा नहीं पायी गई, पीने का पानी तथा वाश बेसिन की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं पायी गई, ड्यूटी डॉक्टर के लिये रूम, कन्सल्टींग रूम, ट्राली बेय नहीं पाया गया अस्पताल में बेड की स्थिति सही नहीं पायी गई, ऑपरेशन थियेटर मानक अनुरूप नहीं पाया गया, ऑपरेशन थियेटर में प्रशिक्षित नर्सिंग स्टॉफ नहीं पाया गया, ऑपरेशन थियेटर एवं लेबर रूम में आपातकालीन ट्राली नहीं पायी गई, लेबर रूम एवं न्यू बोर्न बेबी कार्नर मानक अनुरूप नहीं पाया गया, ऑपरेशन थियेटर एवं संपूर्ण अस्पताल परिसर में साफ-सफाई का आभाव था एवं कलर कोटेड बिन नहीं पाया गया, अस्पताल में पायी गई अनियमितताओं के आधार पर ज्योति केन्द्र, हाउसिंग बोर्ड कॉम्प्लेक्स बस स्टैण्ड दुर्ग का नर्सिंग होम एक्ट के तहत प्रदत्त लायसेंस का नवीनीकरण किया जाना संभव नहीं है । कलेक्टर का आदेश तत्काल प्रभावशील हो गया है।
- -- वार्डवासियों ने नाली निर्माण कराने कलेक्टर को सौंपा आवेदन- जनदर्शन में प्राप्त हुए 170 आवेदनदुर्ग / कलेक्टोरेट सभाकक्ष में प्रतिसप्ताह सोमवार को आयोजित जनदर्शन में आज कलेक्टर श्री पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने जिले के विभिन्न स्थानों से पहंुचें लोगों से मुलाकात कर उनके मांगों एवं समस्याओं के संबंध में जानकारी लेते हुए प्राप्त आवेदनों का शीघ्र निराकरण करने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।कलेक्टर जनदर्शन में कर्मचारी नगर के वार्डवासियों ने नाली निर्माण के लिए आवेदन सौंपा। उन्होंने बताया कि कर्मचारी नगर वार्ड नंबर 16 में एक सार्वजनिक नाली बनी हुई है, जो जीर्ण-शीर्ण हो जाने के कारण नाली पूर्ण रूप से बंद हो चुकी है। नाली न होने के कारण बरसात के मौसम में सड़क का दूषित पानी घर के अंदर घुसने की संभावना है। इस हेतु नई नाली निर्माण कराने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। इस पर कलेक्टर ने आयुक्त नगर पालिक निगम को शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए।भेड़सर निवासी ने विद्युत तार को हटाने आवेदन प्रस्तुत किया। आवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि उनके घर की छत के ऊपर से 440 वोल्ट का विद्युत तार की लाईन गई है। घर के बच्चों का छत में आना जाना लगा रहता है, जिससे कभी भी जनहानि होने की संभावना बनी रहती है। विद्युत तार को हटाने के लिए ग्राम पंचायत भेड़सर एवं विद्युत विभाग नगपुरा में कई बार आवेदन दिया गया, लेकिन विद्युत विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई। इस पर कलेक्टर ने विद्युत विभाग के अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।ग्राम सेलूद निवासी दिव्यांग राधिका यादव ने ट्रायसायकल की मांग की। उन्होंने बताया कि वह स्वामी आत्मानंद स्कूल सेलूद में अध्ययनरत हैं, जो कि उसके घर से एक किलोमीटर दूर है। चूंकि वह दिव्यांग है जिसके कारण उसे स्कूल आने-जाने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। नियमित स्कूल जाकर अध्ययन कर आगे की पढ़ाई कर सकूं, इसके लिए उन्होंने कलेक्टर से ट्रायसायकल की मांग करते हुए आवेदन सौंपा। इस पर कलेक्टर ने समाज कल्याण विभाग को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। जनदर्शन में अपर कलेक्टर श्रीमती पदमिनी भोई साहू सहित संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद थे।आज जनदर्शन में 170 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें अवैध कब्जा, बटवारा, आर्थिक सहायता, सीमांकन, स्वामी आत्मानंद स्कूल में प्रवेश हेतु, राशन कार्ड से संबंधित आवेदनों का निराकरण करने के निर्देश दिए।
- -विश्व पर्यावरण दिवस पर कृषि विश्वविद्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित-कार्यशाला में प्लास्टिक के उपयोग में कमी तथा रिसाईक्लिंग पर जोर दिया गयारायपुर । विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आज यहां इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग तथा कृषि विज्ञान केन्द्र, रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में ‘‘जलवायु परिवर्तन का कृषि तथा जीवनशैली पर प्रभाव’’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें कृषि मौसम वैज्ञानिक, विषय विशेषज्ञ तथा प्रगतिशील कृषक शामिल हुए। कार्यशाला का शुभारंभ इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर हो रहे क्लाइमेट चेंज के कारण कृषि परिदृष्य, खेती के तौर-तरीके तथा उत्पादन एवं उत्पादकता पर व्यापक प्रभाव पड़ा है। जलवायु परिवर्तन के कारण फसल चक्र में भी बदलाव आ रहा है। डॉ. चंदेल ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण के कारण ग्लोबल वार्मिंग, परिस्थितिकी तंत्र में परिवर्तन तथा मानव स्वास्थ्य पर कुप्रभाव की चिंता करते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा आज से ठीक पचास वर्ष पूर्व 5 जून 1973 से विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की शुरूआत की गई। उन्होंने कहा कि इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा पर्यावरण दिवस की थीम ‘‘बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन’’ रखी गई है, जो बहुत ही प्रासंगिक तथा अर्थपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमारे दैनिक जीवन में प्लास्टिक का उपयोग दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है, जो पर्यावरण तथा पारिस्थितिकी तंत्र के लिए बहुत खतरनाक है। डॉ. चंदेल ने कहा कि अब प्लास्टिक का उपयोग पूर्णतः समाप्त करना तो संभव नहीं है, लेकिन इसके उपयोग में कमी लाई जानी चाहिए तथा रिसाईक्लिंग को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने उपस्थित लोगों से प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करने का संकल्प लेने का आव्हान किया।कार्यशाला को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के संचालक अनुसंधान सेवाएं डॉ. विवेक त्रिपाठी, संचालक बीज एवं प्रक्षेत्र, डॉ. एस.एस. टुटेजा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय शर्मा, अधिष्ठाता कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय, डॉ. विनय पाण्डेय ने भी संबोधित किया तथा पर्यावरण प्रदूषण विशेषकर प्लास्टिक प्रदूषण से पारिस्थितिकी तंत्र को होने वाली हानी तथा इसके निरिकरण के उपाय बताये। कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. के.एल. नंदेहा ने कार्यशाला का विषय प्रतिपादन किया तथा इसके महत्व को रेखांकित किया। अन्य पर्यावरण विशेषज्ञों ने भी कार्यशाला में अपने विचार व्यक्त किए।
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-, तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रशेखर मिश्रा निलंबित
कलेक्टर कांकेर डॉ. प्रियंका शुक्ला के निर्देश पर आरोपी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज, पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया
-विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण को कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से किया निलंबितअभिकरण का संचालन करने वाली संस्था प्रतिज्ञा विकास संस्थान दुर्ग का रजिस्ट्रेशन निरस्त करने की अनुशंसारायपुर । राज्य सरकार ने कांकेर में बच्ची से मारपीट के मामले में सख्त कार्रवाई की है। राज्य सरकार ने तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रशेखर मिश्रा को विशेषीकृत दत्तक एजेंसी कांकेर के विरुद्ध शिकायतों की जांच में लापरवाही पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही कांकेर कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला के निर्देश पर बच्चों से मारपीट की आरोपी समन्वयक (विशेषीकृत दत्तक ग्रहण एजेंसी) सीमा द्वेदी के विरुद्ध आईपीसी की धारा 323, 75 किशोर न्याय (बालकों के देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम, 3(2) वी (क) अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत अपराध दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मारपीट की आरोपी समन्यवक सीमा द्वेदी को हिरासत में ले लिया है ।इसके अतिरिक्त कांकेर कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने प्रतिज्ञा विकास संस्थान, विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण कांकेर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि उक्त अभिकरण के विरुद्ध शिकायत मिलने पर संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम द्वारा 4 जून 2023 को अभिकरण का औचक निरीक्षण किया गया, जांच में शिकायत की सत्यता की पुष्टि हुई। उक्त शिकायतों की पुष्टि के बाद कलेक्टर ने कांकेर में विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण का संचालन करने वाली संस्था प्रतिज्ञा विकास संस्थान दुर्ग का रजिस्ट्रेशन निरस्त करने हेतु संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग को अनुशंसा की है। कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने बताया कि समस्त बच्चों की सुरक्षा एवं देखरेख हेतु सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं । -
*खाद्य एवं संस्कृति मंत्री श्री भगत के मुख्य आतिथ्य में शुरूh हुआ रामगढ़ महोत्सव*
*‘‘पायो जी मैंने राम रतन धन पायो‘‘, अलग-अलग रागों पर*
*श्री हेमराज का अद्भुत बांसुरी वादन*
*महाकवि कालिदास की रचना स्थली के विशेष संदर्भ में रामगढ़ का महत्व विषय पर शोधार्थियों ने किया शोध पत्रों का वाचन*
रायपुर/ सरगुजा जिले के ऐतिहासिक रामगढ़ की पहचान अनेक रूपों में की जाती है। राम वनगमन पर्यटन परिपथ में शामिल रामगढ़ में विश्व की प्राचीन नाट्यशाला है। यहां रामगढ़ की पहाड़ियां महाकवि कालिदास के खंडकाव्य मेघदूत की प्रेरणा हैं। इस प्राचीन स्थल के महत्व को उल्लेखित करने और सुरम्यता का आनंद लेने यहां रामगढ़ महोत्सव मनाया जाता हैं। आषाढ़स्य प्रथमदिवसे यानी आषाढ़ माह के प्रथम दिवस प्रतिवर्ष रामगढ़ महोत्सव मनाया जाता है। इसी कड़ी में खाद्य एवं संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत के मुख्य आतिथ्य में 4 जून रविवार को दो दिवसीय रामगढ़ महोत्सव का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता छ.ग. मेडिकल सर्विस कार्पोरेशन अध्यक्ष एवं लुण्ड्रा विधायक डॉ प्रीतम राम द्वारा की गई।
इस अवसर पर मंत्री श्री भगत ने कहा कि भगवान श्री राम के वनवास के दौरान उनके श्री चरण हमारे छत्तीसगढ़ में पड़े। हमारा सौभाग्य है कि यह भगवान श्री राम का ननिहाल भी है। माता कौशल्या का मायका है। चंदखुरी में उनका मंदिर बनाया गया है। मैं यहां की भूमि को प्रणाम करता हूं। रामगढ़ का महत्व धार्मिक ही नहीं, विश्व की महत्वपूर्ण धरोहर के रूप में भी है। यहां सीताबेंगरा और जोगीमारा की गुफाओं के साथ विश्व की प्राचीन नाट्यशाला भी है। यह महाकवि कालीदास की अद्भुत रचना मेघदूत की यह रचना स्थली है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का धन्यवाद करते हुए उन्होंने कहा कि शासन द्वारा पुरानी धरोहर को संरक्षित कर स्थापित करने का काम किया जा रहा है। राम वनगमन पर्यटन पथ के विकसित होने के बाद पूरी दुनिया छत्तीसगढ़ को देखने आएगी। उन्होंने रामायण के प्रसंगों का उल्लेख किया। नदी पार करते हुए भगवान राम से केंवट राजा की भेंट और भगवान श्रीराम का छोटे भाई भरत के प्रति प्रेम का उल्लेख किया। भगवान श्री राम ने वनवास के दौरान जिस मार्ग से छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया और समय बिताया, वह सीतामढ़ी हरचौका से शुरू होता है और सुकमा तक जाता है। भगवान राम के कदम जहां जहां पड़े, उसे पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित किया जा रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सीजीएमएससी अध्यक्ष एवं विधायक डॉ प्रीतम राम ने दो दिवसीय रामगढ़ महोत्सव की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि राम वनगमन पर्यटन पथ में शामिल रामगढ़ में तेजी से विकास कार्य किए जा रहे हैं। जिससे इसकी सुंदरता देखने आने वाले पर्यटकों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी।
बीस सूत्रीय क्रियान्वयन कार्यक्रम के उपाध्यक्ष श्री अजय अग्रवाल ने रामवन गमन पर्यटन परिपथ को चिन्हांकित कर इसके विकास की पहल मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में की गई। धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के इस इस स्थल पर आकर हम धन्य हुए हैं। छत्तीसगढ़ तेलघानी विकास बोर्ड के सदस्य श्री लक्ष्मी गुप्ता ने इस अवसर पर भगवान श्रीराम की आज्ञाकारिता और जीवन में अनुसरण की जाने वाली रामायण की शिक्षाओं का उल्लेख किया।
राम वनगमन पर्यटन परिपथ और महाकवि कालिदास की रचना स्थली के विशेष संदर्भ में शोध पत्र वाचन करने भोपाल से यहां पहुंचे डॉ निलिंप त्रिपाठी ने रामगढ़ के महत्व पर अपनी बात रखी और कहा कि जन-जन के मन में रामगढ़ हो, विश्व में इसकी तुलना नहीं की जा सकती।
कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार ने कहा कि रामगढ़ रमणीक और पौराणिक स्थल है। रामवन गमन पर्यटन पथ के रूप में चिन्हांकित रामगढ़ में लंबे समय से दो दिवसीय रामगढ़ महोत्सव आयोजित किया जाता रहा है जिसका आशय यहां की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का प्रचार प्रसार है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में निरंतर विकास कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यहां पर्यटन बोर्ड द्वारा डॉरमेट्री का निर्माण किया गया है। यहां भगवान श्रीराम की 25 फीट ऊंची प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। रामगढ़ पहाड़ी के ऊपर मंदिर तक जाने के रास्ते का निर्माण कार्य भी लगभग पूर्ण हो चुका है। उद्घाटन सत्र में सीईओ जिला पंचायत श्री नूतन कुमार कंवर ने अतिथियों का आभार प्रदर्शन किया।
*बांसुरी वादक श्री हेमराज और स्थानीय कलाकार बबिता विश्वास ने दी सुंदर प्रस्तुतियां, शोधार्थियों ने किया शोध पत्रों का वाचन*
रामगढ़ महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर बांसुरी वादक श्री हेमराज ने अलग अलग रागों पर मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। उनके द्वारा ‘‘पायो जी मैंने राम रतन धन पायो‘‘ की प्रस्तुति पर दर्शकों ने ताली बजाकर साथ दिया। इसी तरह स्थानीय कलाकार बबिता विश्वास ने राम भक्ति से जुड़े गीत प्रस्तुत किए जिसमें दर्शक भी झूम उठे। मंत्री श्री अमरजीत भगत ने सभी कलाकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इसके बाद राम वनगमन पर्यटन परिपथ और महाकवि कालिदास की रचना स्थली के विशेष संदर्भ में रामगढ़ का महत्व विषय पर शोध पत्र वाचन करने आमंत्रित शोधार्थियों ने अपने शोध पत्र का वाचन कर जानकारी साझा की। अंत में कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसका दर्शकों ने आनंद उठाया।