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- - महापौर मीनल चौबे ने किया पुरस्कार वितरण-आशीष शर्मा स्मृति राज्य स्तरीय ओपन शतरंज प्रतियोगिता का हुआ समापनरायपुर। विप्र महाविद्यालय में आयोजित आशीष शर्मा स्मृति राज्य स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता का आज समापन हो गया।सचिव रायपुर जिला शतरंज संघ के सचिव नवीन शुक्ला ने बताया कि इस स्पर्धा के ओपन वर्ग में 7 अंकों के साथ भिलाई के यशद बाम्बेश्वर चैंपियन बने । उन्होंने टॉप टेबल पर राजनांदगाँव के रजनीकांत बक्शी के साथ बाजी खेली और कड़े संघर्ष में शिकस्त देकर विजेता बने। उन्हें 21 हजार रु नगद और मोमेंटो प्रदान किया गया।द्वितीय स्थान पर बिलासपुर के संजय भारद्वाज रहे उन्हें 15 हजार रु नगद एवम मोमेंटो प्रदान किया गया। तृतीय स्थान पर रजनीकांत बक्शी रहे जिन्हें 10 हजार रु नगद एवं मोमेंटो पुरस्कार के रूप में दिया गया।प्रतियोगिता आठ चक्रों में खेली गई और विजेता का निर्णय कुल अंक और बुकहोल्ज़ पॉइंट के आधार पर किया गया।""महिला वर्ग में कबीरधाम की स्वाति बंजारे विजेता बनी उन्हें 5100रु नगद एवम मोमेंटो प्रदान किया गया । दुर्ग की हिमानी देवांगन उपविजेता बनीं जिन्हें 3100 रु नगद और मोमेंटो प्रदान किया गया ।ं तीसरे स्थान पर दुर्ग की परिधि लिल्हारे रहीं, जिन्हें 2100 रु नगद एवम मोमेंटो प्रदान किया गया।""विभिन्न कैटेगरी मे स्वस्तिक शर्मा,धारा नागेश्वर, सर्वेश लिल्हारे,अनिका रेड्डी,भव्यम झंवर,शावी गौरी,शासिन्द्र सिंग,इशिका मदके बने चैंपियन।8 चक्रों में सम्पन्न हुई आशीष शर्मा स्मृति शतरंज स्पर्धा के सभी 155 प्रतिभागियों के परिणाम इस प्रकार रहे--अंडर 7 ओपन वर्ग में प्रथम स्वस्तिक शर्मा द्वितीय शास्वत श्रीवास् रहे।-अंडर 7 बालिका वर्ग में प्रथम धारा नागेश्वर रही।-अंडर 9 ओपन वर्ग में प्रथम सर्वेश लिल्हारे द्वितीय अथर्व शर्मा रहे।-अंडर 9 बालिका वर्ग में प्रथम अनिका रेड्डी व द्वितीय धानवी मिश्रा रही।-अंडर 11 ओपन वर्ग में प्रथम भव्यम झंवर ,द्वितीय अक्ष मिंज रहे।-अंडर 11 बालिका वर्ग में प्रथम स्थान शावी गौरी, द्वितीय स्थान अनिका पटेल ने प्राप्त किया।-अंडर 13 ओपन वर्ग में प्रथम शशिन्द्र सिंग ,द्वितीय अद्वित पाण्डे रहे।-अंडर 13 बालिका वर्ग में प्रथम स्थान इशिका मदके, द्वितीय आराध्या तिवारी ने प्राप्त किया।-इसके अतिरिक्त स्पर्धा में प्रथम 10 स्थान पर आने वाले प्रतिभागियों को मेडल और नगद इनाम से सम्मानित किया गया।समापन और पुरस्कार वितरण कार्यक्रम रायपुर महापौर मीनल चौबे के मुख्य आतिथ्य ,ऑल इंडिया चैस फेडरेशन के पूर्व जॉइंट सेक्रेटरी रंजन मोहंती की अध्यक्षता एवं ,छत्तीसगढ़ वॉच के प्रधान संपादक रामअवतार तिवारी ,विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग के पूर्व अध्यक्ष अविनाश शुक्ला के विशेष आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। इस मौके पर मितान के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा एवं ग्रीन आर्मी के अमिताभ दुबे विशेष रूप से उपस्थित रहे विशिष्ट अतिथियों ने विजेता प्रतिभागियों को कुल 70 हजार 300 रु की नगद ईनामी राशि एवं 16 कैटेगरी ट्रॉफी , 8 विशेष आशीष शर्मा स्मृति मोमेंटो तथा 73 उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विशेष ट्रॉफी एवं 150 मैडल से सम्मानित किया ।इस स्पर्धा मं भाग लेने वाले 155 खिलाडिय़ों में से 53 अंतरराष्ट्रीय वरीयता प्राप्त थे। इसमें 37 महिला प्रतिभागियों ने भी हिस्सा लिया। इसमें रायपुर के अलावा दुर्ग, राजनांदगांव, भिलाई, बस्तर, महासमुंद, रायगढ़,, सक्ती ,कोरबा, बिलासपुर, बस्तर ,सरगुजा, कबीरधाम, सहित प्रदेश के सुदूर इलाकों के खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया।इस टूर्नामेंट के मुख्य निर्णायक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी,प्रशिक्षक एवम फिडे आर्बिटर रोहित यादव ,डिप्टी चीफ ऑर्बिटर फिडे ऑर्बिटर पाटन के रॉकी देवांगन तथा सहायक निर्णायक मुंगेली के सीनियर नेशनल ऑर्बिटर ओमप्रकाश वन्दे,महासमुंद के चंदन साहू,रायपुर की हेमा नागेश्वर और अनूप झा थे। टूर्नामेंट डायरेक्टर नवीन शुक्ला एवं आनंद अवधिया थे।आज के कार्यक्रम में मितान एवं रायपुर जिला शतरंज संघ के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ,जिला शतरंज संघ के सचिव नवीन शुक्ला,शिवांश शुक्ला ,गौरव दीवान,संदीप दीवान समेत ग्रीन आर्मी मितान एवम शहर के खेल प्रेमी उपस्थित थे।
- बिलासपुर /एकीकृत बाल विकास परियोजना बिलासपुर शहरी अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों में सहायिका के पदों रिक्त पदों पर भरती हेतु आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इस संबंध में वार्ड क्रमांक 40 के आंगनबाड़ी केंद्र 225 सोनकर मोहल्ला दयालबंद एवं वार्ड क्रमांक 69 के आंगनबाड़ी केंद्र 258 वायरलेस कॉलोनी तारबहार में आंगनबाड़ी सहायिकाओं की नियुक्त होनी है। इच्छुक आवेदिका 2 जून से 16 जून 2025 तक कार्यालयीन समय में एकीकृत बाल विकास परियोजना बिलासपुर शहरी में सीधे अथवा पंजीकृत डाक के माध्यम से आवेदन कर सकती हैं।
- - जिला पंचायत बालोद के सभागार में 02 और 03 जून को की जाएगी काउंसलिंगबालोद। बालोद जिले के अंतर्गत युक्तियुक्तकरण के तहत चिन्हांकित अतिशेष सहायक शिक्षक, प्रधानपाठक प्राथमिक शाला, शिक्षक, उच्च वर्ग शिक्षक एवं प्रधानपाठक माध्यमिक शाला के अलावा व्याख्याता नियमित तथा एल.बी. ई एवं टी संवर्ग का काउंसलिंग जिला पंचायत के सभागार में 02 और 03 जून 2025 को किया जाएगा। प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री डी.पी. कोसरे ने समस्त शिक्षकों को निर्देशित किया है कि वे निर्धारित समय व तिथि में जिला पंचायत के सभागार में उपस्थित होना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि बालोद जिला में युक्तियुक्तकरण के तहत 02 जून 2025 को प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक ई संवर्ग के समस्त व्याख्याताओं, दोपहर 12 बजे से 01 बजे तक टी संवर्ग के व्याख्याताओं, दोपहर 01.30 बजे से शाम 03 बजे तक माध्यमिक शालाओं के प्रधान पाठकों तथा ई संवर्ग के शिक्षकों तथा दोपहर 03 बजे शाम 04 बजे तक टी संवर्ग के शिक्षकों का काउंसलिंग किया जाएगा। इसी तरह 03 जून 2025 के प्राथमिक शालाओं के प्रधान पाठकों और सहायक शिक्षक ई संवर्ग का प्रातः 10 बजे से दोपहर 01.30 बजे तक तथा सहायक शिक्षक टी संवर्ग का दोपहर 02 बजे से काउंसलिंग किया जाएगा। श्री कोसरे ने बताया कि समस्त अतिशेष शिक्षकों को काउंसलिंग स्थल में अपना पहचान पत्र अनिवार्य रूप से लाना होगा।
- - ‘खुला मंच’ में महाराष्ट्र मंडल के सभासदों ने नए सिरे से जागरूकता अभियान चलाने पर दिया जोररायपुर। ‘हम दो हमारा एक’ वाली अवधारणा अब बीते दिनों की बात हो गई है। अब विशेषत: महानगरों में ‘हम दो हमारा क्यों? ’ वाली मानसिकता प्रबल होने लगी है। इससे समूचे समाज का अस्तित्व ही खतरे में पड़ने लगेगा। इस आशय के विचार सचिव चेतन गोविंद दंडवते ने महाराष्ट्र मंडल के कार्यक्रम ‘खुला मंच’ में व्यक्त किए।दंडवते ने कहा कि दो-तीन दशकों में युवाओं की मानसिकता 'हम दो हमारा एक' के परिणाम स्वरूप ज्यादातर परिवार के बच्चे के जीवन में भाई- बहन नहीं है। भविष्य् में अब उन्हें मौसा- मौसी, बुआ- फुफा, भाई- भाभी, चाचा- चाची, मामा- मामी रिश्तेे जीने को ही नहीं मिलेंगे। उन्होंने कहा कि हम ही अपने बच्चों को अपेक्षित संस्कार नहीं दे पा रहे हैं। अपनी परंपराओं से अवगत नहीं करवा पा रहे है। इससे भी बड़ा दुर्भाग्य पैसे कमाने और कैरियर गढ़ने की होड़ में बिना सोचे- समझे हम बच्चों को अपने से दूर महानगरों की अनजान भीड़ में झोंक रहे हैं। ऐसे में हम उनसे यह कैसे उम्मीद करें कि वो हमारी संस्कृति व परंपराओं को अपने जीवन में आत्मसात करेंगे और एक अच्छे परिवार के साथ सुखद भविष्य की ओर अग्रसर होंगे।दंडवते ने इस बात पर जोर दिया कि हमें आज के अभिभावकों के साथ युवाओं को भी जागरूक करने की जरूरत है। खासकर 16 से 24 साल तक के आयु वर्ग के युवाओं को कार्यशाला लेकर पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारियों का अहसास कराने की जरूरत है। परिवार परामर्श समिति की प्रमुख शताब्दी पांडे ने दिखावे की शादी में होने वाले लाखों- करोड़ों रुपये के आडंबर से समाज को जागरूक करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हैसियत से आगे बढ़कर की गई शादियों में वधू का पिता ऋण लेकर अथवा घर- खेत खलिहान बेचकर केवल सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए भव्य शादी करता है। इन सबसे बचने के लिए समाज को जागरूक करना और मितव्ययी शादी करने का वातावरण बनाना जरूरी है।बृहन्न महाराष्ट्र मंडल के छत्तीसगढ़ कार्यवाह सुबोध टोले ने कहा कि मराठी भाषी समाज के व्यवसायियों और उद्यमियों का एक ऑनलाइन ग्रुप बनना चाहिए। इससे हमें नया मार्केट तलाशने में सुविधा होगी। साथ ही नए कांटेक्ट भी मिलेंगे। टोले ने कहा कि अब वो पुरानी बात हो गई है कि मराठी व्यक्ति मराठी व्यापारी से खरीदारी नहीं करता या काम नहीं करवाता।स्वावलंबन समिति की प्रभारी शताब्दी पांडे ने कहा कि समाज के नए उद्यमी समाज के लिए अनुभवी उद्यमियों व व्यापारियों के अनुभवों का लाभ लेकर अपने नए कारोबार को स्थापित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि परिवार परामर्श समिति के सदस्य समाज के हर वर्ग को हर तरह का नि:शुल्क व नि:स्वार्थ परामर्श देने के लिए तैयार हैं। ऐसे में नई दंपती या युवा वर्ग एक ही बच्चे या नि:संतान रहकर जीवन गुजारने की सोचते हैं, तो उनकी परिवार परामर्श समिति के माध्य्म से काउंसिलिंग की जा सकती है। उन्हें, उनके अभिभावकों को इसके बारे में जागरूक किया जा सकता है और भविष्य में होने वाली दिक्कतों से भी अवगत कराया जा सकता है।खुला मंच में सिटकॉन के पूर्व राज्य प्रमुख व दिव्यांग बालिका विकास गृह के प्रभारी प्रसन्न विजय निमोणकर, सह सचिव सुकृत गनोदवाले, डॉ. कमल वर्मा सहित अनेक सभासदों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए सुझाव भी दिए।
- रायपुर, /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज कोण्डागांव जिले के भोंगापाल से डेयरी समग्र विकास योजना अंतर्गत दुधारू पशु प्रदाय योजना का शुभारंभ किया। जनजातीय समुदाय के 08 चयनित हितग्राहियों को दुधारू पशु का वितरण कर इस महती योजना का राज्य स्तरीय आगाज हुआ। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की मदद से दुधारू पशु प्रदाय योजना का क्रियान्वयन छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ मर्यादित के माध्यम से पायलट प्रोजेक्ट के तहत 6 जिलों क्रमशः जशपुर, बलरामपुर, कांकेर, कोंडागांव, महासमुंद और सारंगढ़ बिलाईगढ़ के 325 अनुसूचित जनजाति परिवारों के महिला हितग्राहियों को कुल 650 दुधारू पशु प्रदाय किया जाएगा। इस योजना के तहत अनुसूचित क्षेत्रों में डेयरी उद्यमिता को बढ़ावा देने और महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ते हुए अनुसूचित जनजाति परिवारों को परिवारों के आर्थिक एवं सामाजिक जीवन स्तर में सुधार होगा। इससे दुग्ध उत्पादन में भी वृद्धि होगी।गौरतलब है कि डेयरी सहकारिता के कव्हरेज, सस्टेनेबल डेयरी पारिस्थितिकी तंत्र निर्माण तथा दुग्ध उत्पादन और विपणन से किसानों और पशुपालकों को समृद्ध बनाने के उद्देश्य से केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मौजूदगी में एनडीडीबी, छत्तीसगढ़ सरकार और छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ मर्यादित के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए थे। इसी कड़ी में आज दुधारू पशु प्रदाय योजना की शुरुआत हुई। इसके माध्यम से दुग्ध और दुग्ध उत्पादों के वितरण में सुधार, पशु प्रजनन, पशु स्वास्थ्य, पशु पोषण से उत्पादकता में वृद्धि, दुग्ध प्रसंस्करण अवसंरचना का सुदृढ़ीकरण और प्रशिक्षण व क्षमता निर्माण का कार्य पायलट प्रोजेक्ट के लिए चयनित जिलों में प्रारम्भ किया जा रहा हैं। योजना अंतर्गत किसानों और पशुपालकों को उन्नत नस्ल के दुधारू गायों का वितरण किया जाएगा।इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, सांसद श्री महेश कश्यप, विधायक सुश्री लता उसेंडी, विधायक श्री नीलकंठ टेकाम, बौद्ध धर्मगुरु भदन्त आर्य नागार्जुन सुरई ससई, श्री अनिल खोब्रागड़े संयोजक बुद्ध महोत्सव और बड़ी संख्या में बौद्ध समाज के अनुयायी, प्रबुद्धजन मौजूद थे।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कोंडागांव जिले के भोंगापाल गांव में प्राचीन शिव मंदिर परिसर में महालक्ष्मी महिला स्वसहायता समूह के सदस्यों को कयाकिंग 05 नग नाव प्रदाय किया और संयुक्त वन प्रबंधन समिति भोंगापाल को तमुर्रा नाला में बांस नौका विहार केंद्र के शुभारंभ के लिए सामग्री बांटी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने महिला समूह के अध्यक्ष सुनीता नाग सहित अन्य सदस्यों से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत प्राचीन शिव मंदिर परिसर भोंगापाल में पीपल के पौधे का रोपण किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, सांसद श्री महेश कश्यप, विधायक सुश्री लता उसेंडी, विधायक श्री नीलकंठ टेकाम, बौद्ध धर्मगुरु भदन्त आर्य नागार्जुन सुरई ससई, श्री अनिल खोब्रागड़े संयोजक बुद्ध महोत्सव और बड़ी संख्या में बौद्ध समाज के अनुयायी, प्रबुद्धजन मौजूद थे।
- -मुख्यमंत्री ने देवांगन समाज के महाकुंभ में समाज के लोगों को विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में सहभागिता की अपील कीरायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम रायपुर में देवांगन समाज के महाकुंभ को संबोधित करते हुए कहा कि देवांगन समाज मेहनतकश और खुशहाल समाज है। समाज के लोग उन्नत खेती और व्यवसायी के रूप में छत्तीसगढ़ की विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह समाज न केवल खेती और व्यापार में अग्रणी है, बल्कि शिक्षित और संगठित भी है। शिक्षा, सांस्कृतिक, कला, कृषि, व्यापार सभी क्षेत्रों में समाज के लोगो ने अपना वर्चस्व दिखाया है। उन्होंने कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने में समाज की महत्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए।मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि देश प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास कर रहा है। मोदी की गारंटी मतलब गारंटी का पूरा होना है। सरकार ने पिछले डेढ़ वर्षाे में किये गए वायदों को लगभग पूरा कर दिया गया है। सरकार बनते ही सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ में 18 लाख से अधिक आवास की स्वीकृति पर मुहर लगाई गई। छत्तीसगढ़ में नारी सशक्तिकरण के लिए महतारी वंदन के माध्यम से महिलाओं को राशि दी जा रही है। इससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है और सिलाई-कढ़ाई-सब्जी उत्पादन जैसे कार्यों से अपनी आमदनी बढ़ा रही है।मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजनों की मांगों, शिकायतों और सुझावों के लिए सरकार ने प्रदेशव्यापी सुशासन तिहार का आयोजन किया। इस सुशासन तिहार में सरकार के मंत्री और उच्च अधिकारी जनता के बीच जाकर मांगो, समस्याओं और सुझाव को सुनकर निराकरण किया। सुशासन तिहार में सुदूर वनांचल क्षेत्रो के साथ मैदानी क्षेत्रों में जाकर लोगो से रूबरू होकर योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में जानकारी ली। सुशासन तिहार में छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों का दौरा किया हूं। योजनाओं की जमीनी स्तर पर मॉनिटरिंग की। जनता जनार्दन से फीडबैक लिया। तीन चरणों में संपन्न सुशासन तिहार में 41 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए है, जिसका निराकरण किया गया है। प्रदेश में सुशासन स्थापित करने में हम कामयाब हुए हैं। सरकार द्वारा राज्य के विकास और सभी को समान अवसर उपलब्ध कराने भ्रष्टाचार के सभी रास्तो को बंद किया जा रहा है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सरकार प्रशासनिक पारदर्शिता और डिजिटल गवर्नेंस की दिशा में भी तेजी से आगे बढ़ रही है। अब जमीन की रजिस्ट्री के तुरंत बाद नामांतरण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिससे आम जनता को राहत मिली है। भ्रष्टाचार को रोकने के लिए अधिकतर कार्य ऑनलाइन किए जा रहे हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य में लागू उद्योग नीति की सराहना पूरे देश मे हो रहा है। प्रदेश में साढ़े 5 लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। वर्तमान में नवा रायपुर में सेमीकंडक्टर प्लांट के निर्माण का कार्य प्रारंभ भी हो चुका है। राज्य में उद्योगों की स्थापना के साथ राज्य के युवाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। इससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।कार्यक्रम को उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगन, विधायक श्री किरण देव ने भी संबोधित किया। देवांगन समाज के प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रदीप देवांगन ने स्वागत उद्बोधन में देवांगन महाकुंभ के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में देवांगन महाकुंभ पुस्तक का विमोचन किया गया। इस अवसर पर विधायक श्री मोती लाल साहू, श्री पुरन्दर मिश्रा, समाज के पदाधिकारीगण और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
- रायपुर, / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने रविवार को बुद्ध जयंती के अवसर पर कोंडागांव जिले के भोंगापाल में भगवान गौतम बुद्ध की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की जनता की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। इस दौरान बोधगया से पधारे बौद्ध साधुवृन्द भंते अश्वजीत महाथेरा, भंते ज्ञानवंश थेरो, भंते शीलवंश थेरो, भंते प्रमोद एवं भंते डीन वियतनाम द्वारा बुद्धम शरणम गछम मंत्रोच्चार के बीच विधिवत पूजा-अर्चना करवाया गया। यहां यह उल्लेखनीय है कि भोंगापाल 6 वीं शताब्दी का चैत्य है, जहां भगवान बुद्ध की प्रतिमा विराजमान है। यह एक प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल है।इस मौके पर विधायक केशकाल श्री नीलकंठ टेकाम सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के अलावा कमिश्नर बस्तर श्री डोमन सिंह, आईजी श्री सुंदरराज पी., कलेक्टर नुपुर राशि पन्ना, एसपी श्री वाय अक्षय कुमार और अन्य अधिकारी तथा बड़ी संख्या में बौद्ध धर्म के अनुयायी मौजूद थे।
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महासमुंद / देश के कुछ राज्यों में कोविड-19 के नए वेरिएंट JN-1 के मामलों में वृद्धि को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन ने सभी जिलों को सतर्क रहने के निर्देश जारी किए हैं। शासन के 28 मई 2025 को जारी निर्देशों के अनुपालन में महासमुंद जिले में स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियाँ तेज कर दी हैं।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री पी कुदेशिया ने जानकारी दी कि कोविड-19 प्रबंधन को लेकर जिले में सभी स्वास्थ्यकर्मियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। कोविड से जुड़ी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध जिला चिकित्सालय में 6 बेड (ICU with ventilator) तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर 2-2 बेड आरक्षित रखे गए हैं।साथ ही शासन द्वारा विशेष रूप से ILI (Influenza Like Illness) और SARI (Severe Acute Respiratory Infection) मामलों की निगरानी पर ज़ोर दिया गया है। सभी स्वास्थ्य संस्थानों को आई.एच.आई.पी. पोर्टल पर नियमित रिपोर्टिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।
कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए निम्नलिखित सावधानियों का पालन करना आवश्यक है जिसमें हाथों को नियमित रूप से साबुन और साफ पानी से धोएं, अस्पतालों और भीड़भाड़ वाले स्थानों में मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। बिना धोए हाथों से आंख, नाक और मुंह को न छुएं।खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को रूमाल या कोहनी से ढकें और इसमें से किसी भी लक्षण के दिखाई देने पर घर पर ही रहें और संतुलित एवं पौष्टिक आहार लें।उच्च जोखिम वाले समूह (हाई रिस्क ग्रुप) में आने वाले व्यक्तियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है जिसमें नवजात शिशु एवं छोटे बच्चे,कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यूनिटी) वाले व्यक्ति, 60 वर्ष से अधिक आयु के नागरिक,गर्भवती महिलाएं और अस्थमा, डायबिटीज, हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति शामिल है।वर्तमान में महासमुंद जिले में कोविड-19 का कोई सक्रिय मामला नहीं है। हालांकि, किसी भी संभावित लहर से निपटने के लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क एवं तैयार हैं। - -, नागरिकों से सतर्कता की अपील-महासमुन्द जिले में 264 ओ.आर.टी. कॉर्नर स्थापितमहासमुन्द, / आगामी मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी. कुदेशिया ने सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को संभावित मौसमी बीमारियों एवं आपदा प्रबंधन के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। साथ ही आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे सतर्कता एवं सावधानी बरतें ताकि उल्टी-दस्त, मलेरिया, पीलिया व अन्य संक्रामक रोगों से सुरक्षित रहा जा सके। समय पर रोकथाम नहीं होने की स्थिति में ये बीमारियाँ गंभीर रूप ले सकती हैं। जिले के सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मितानिनों (सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता)और स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु जनजागरूकता और उपचार संबंधी कार्यों में लगी हुई हैं।स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनसामान्य के लिए मौसमी बीमारी से बचाव के लिए सुझाव एवं सावधानियाँ बताई गई है जिसमें खाद्य एवं पेय पदार्थों को ढँक कर रखें। बासी, सड़े-गले फल या भोजन का सेवन न करें, ताजा भोजन ही ग्रहण करें। दस्त होने पर ओ.आर.एस. (जीवन रक्षक घोल) का नियमित सेवन करें। पीने के लिए पानी को उबालकर या क्लोरीन की गोली डालकर उपयोग करें। भोजन से पहले और शौच के बाद साबुन से हाथ अवश्य धोएँ और स्वास्थ्य संबंधी किसी भी प्रारंभिक लक्षण पर 104 आरोग्य सेवा केंद्र या निकटतम स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।दस्त या डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं की स्थिति में घरेलू उपचार के रूप में नारियल पानी, नमकीन लस्सी, नींबू पानी (शिकंजी), चावल का मांड, हल्की चाय और दाल का पानी जैसे तरल पदार्थों का सेवन शरीर में पानी की कमी को दूर करने में सहायक होता है। ये तरल पदार्थ न केवल शरीर को हाइड्रेट रखते हैं, बल्कि आवश्यक इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति में भी मदद करते हैं।स्वास्थ्य विभाग ने जिले में कुल 264 ओ.आर.टी. कॉर्नर की स्थापना की है, जिसमें 227 उप स्वास्थ्य केंद्र, 30 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 05 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 01 अर्बन पीएचसी, 01 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय शामिल हैं। इन सभी स्वास्थ्य संस्थानों में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।मितानिनों की दवा पेटियों में ओ.आर.एस., जिंक, पेरासिटामोल जैसी आवश्यक दवाइयाँ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई गई हैं। जिले में वर्तमान में 65,102 ओ.आर.एस. पैकेट एवं 1,64,300 जिंक टैबलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। स्वास्थ्य विभाग महासमुन्द द्वारा सभी नागरिकों से अपील की गई है कि मानसून के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें, स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी समस्या में तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें एवं सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाएँ।
- दुर्ग / जिले में युक्तियुक्तकरण के तहत अतिशेष शिक्षकों का काउंसलिंग 02 एवं 03 जून 2025 को प्रातः 9 बजे से खालसा पब्लिक स्कूल मालवीय नगर चौक दुर्ग में आयोजित की गई है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री अरविंद मिश्रा ने बताया कि पहले यह काउंसलिंग जेआरडी शासकीय बहु उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दुर्ग में रखा गया था। जिसमें परिवर्तन कर अब यह काउंसलिंग निर्धारित तिथि 02 एवं 03 जून को प्रातः 09 बजे से खालसा पब्लिक स्कूल में होगी।
- -सूची का पृथक-पृथक प्रकाशन कर अवलोकन हेतु जिला शिक्षा अधिकारी एवं विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में की गई चस्पाबालोद, / बालोद जिले के अंतर्गत युक्तियुक्तकरण के तहत चिन्हांकित अतिशेष सहायक शिक्षक, प्रधानपाठक प्राथमिक शाला, शिक्षक, उच्च वर्ग शिक्षक एवं प्रधानपाठक माध्यमिक शाला के अलावा व्याख्याता नियमित तथा एल.बी. ई एवं टी संवर्ग की सूची का पृथक-पृथक प्रकाशन कर जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिले के सभी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सूचना पटल पर चस्पा कर दी गई है।प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री डी.पी. कोसरे ने बताया कि बालोद जिला में युक्तियुक्तकरण के तहत 02 जून 2025 को ई एवं टी संवर्ग के समस्त व्याख्याताओं एवं माध्यमिक शालाओं के प्रधान पाठकों तथा ई एवं टी संवर्ग के उच्च वर्ग शिक्षकों का इसी तरह 03 जून 2025 के ई एवं टी संवर्ग प्राथमिक शालाओं के प्रधान पाठकों एवं सहायक शिक्षकों का काउंसलिंग सुबह 10 बजे से जिला पंचायत सभागार बालोद में किया जाएगा। श्री कोसरे ने बताया कि जिले में युक्तियुक्तकरण के तहत ई संवर्ग के 341 एवं टी संवर्ग के 73 सहायक शिक्षकों को इसी तरह ई संवर्ग के 120 एवं टी संवर्ग के 52 शिक्षकों को तथा ई संवर्ग के 13 तथा टी संवर्ग के 02 प्राथमिक शालाओं के प्रधानपाठकों के अलावा ई संवर्ग के 01, माध्यमिक शालाओं के प्रधानपाठकों को युक्तियुक्तकरण के तहत अतिशेष शिक्षकों के रूप में चिन्हांकित किया गया है। इसी तरह ई संवर्ग के 72 एवं टी संवर्ग के 21 व्याख्याताओं को भी युक्तियुक्तकरण के तहत चिन्हांकित किया गया है। प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिले के युक्तियुक्तकरण के चिन्हांकित सभी शिक्षकों को काउंसलिंग हेतु निर्धारित तिथि, समय एवं स्थान पर उपस्थित होने के निर्देश दिए है।
- भिलाई नगर। निगम भिलाई में लोकमाता देवी अहिल्याबाई के जन्म दिवस 31 मई को सम्मान और आदर के साथ मनाया गया। उनके द्वारा किए गए जनकल्याणकारी कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए परिचर्चा आयोजित की गई। परिचर्चा में भाग लेते आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय ने हुए उपस्थित मितानिन बहनों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को बताया कि लोकमाता अहिल्याबाई बहुत संवेदनशील महिला थी। अपने प्रजा की दुख तकलीफ को समझती थी। उन्होंने देखा कि बाल्यावस्था में जब कोई बालिका विधवा हो जाती है जिसमें उसका कोई दोष नहीं रहता है वह बहुत तकलीफ पाती है। पुरुष दूसरा शादी कर लेता है। महिला बहुत ही कष्ट में जीवन जीती है। समाज उसे बहुत प्रताड़ित करता है अशगुनही महिला मानता है । देवी अहिल्याबाई ने समाज से संघर्ष, अपने राज परिवार से प्रतिरोध सहकर करके अपने बचपन की सहेली जो छोटी उम्र में विधवा हो गई थी। उसे लाकर राजमहल में रखी और उसका अपने यहां के एक सैनिक से पुनर्विवाह करवाया था ।जो बाद में एक मील का पत्थर हुआ। जनसंपर्क अधिकारी अजय शुक्ला ने बताया बालिकाओं के शिक्षा के लिए उन्होंने काम किया। उस समय केवल लड़कों का ही पढ़ने का चलन था लेकिन अपने लगन से राजा को उन्होंने वाद्यय किया कि वह भी पढ़ाई करेगी, राजा ने उन्हें पढाये, राज्य काज सिखाए। एक बार अपने राज्य के भ्रमण के दौरान जब रानी ने देखा की जो सैनिक लड़ाई में घायल हो जाते हैं या उनकी मृत्यु हो जाती है। उनके परिवार को बहुत आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ता है । इसके लिए उन्होंने अपने राज्य में सैनिकों के लिए पेंशन की शुरुआत की। इसका भी राज्य के कोषाध्यक्ष ने भरपूर विरोध किया था कि राजकीय खजाना खाली हो जाएगा। उसका भी उन्होंने रास्ता निकाला उनके वेतन से कुछ हिस्सा काटकर के उतना ही हिस्सा शासन द्वारा जमा करके पेंशन की शुरुआत की गई। परंपरा अनुसार राज माता थी लेकिन जनता की समस्याओं को करीब से जानने के लिए वह खुद झोपड़ी में निवास करती थी। लोगों की समस्याएं उनके घरों में जाकर सुनती थी। उनके इस प्रकार की भावना से जनता उन्हें राजमाता से लोकमाता कहने लगी। उपस्थित महिलाओं के बीच अहिल्याबाई के ऊपर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता रखी गई। अहिल्याबाई के बारे में पूछे गए सवालों को जानकारी देता था उसे त्वरित रूप से पुरस्कार भी प्रदान किया गया। 21 मई से 31 मई तक नगर निगम भिलाई क्षेत्र में लोकमाता अहिल्याबाई के ऊपर विभिन्न जन उपयोगी कार्यक्रम किए गए। जिसमें प्रमुख रूप से स्वच्छता दीदीयो का मेडिकल हेल्थ चेकअप, दवाई वितरण, गर्भवती महिलाओं को सुपोषण आहार देना, कुपोषित बच्चों को पौष्टिक खाद्य सामग्री प्रदान करना, भेलवा तालाब में प्रबुद्ध लोगों के बीच संगोष्ठी का आयोजन आदि शामिल रहा। परिचर्चा के दौरान जोन आयुक्त सतीश यादव, स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली, लेखा अधिकारी सी बी साहू, आयुक्त स्टोनो पुरुषोत्तम साहू, जोन स्वास्थ्य अधिकारी वी के सैमुअल, अनिल मिश्रा, वीरेंद्र बंजारे, हेमंत माझी, स्वच्छता निरीक्षक द्विवेदी, अंजनी सिंह, सागर दुबे आदि उपस्थित रहे।
- -कैबिनेट मंत्री टंक राम वर्मा ने दी स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की प्रेरणारायपुर। विश्व सायकल दिवस (3 जून) के अवसर पर फिट इंडिया मूवमेंट के अंतर्गत आज रविवार, 1 जून को प्रातः 7:30 बजे रायपुर के मरीन ड्राइव, तेलीबांधा से एक भव्य सायकल रैली का आयोजन किया गया।सायकल रैली में छत्तीसगढ़ शासन के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा, विधायक श्री मोतीलाल साहू और श्री गुरु खुशवंत साहेब रैली में शामिल होकर लोगों को साइकिल चलने की लिए प्रेरित किया। रैली मरीन ड्राइव से शुरू होकर शहीद भगत सिंह चौक, कलेक्ट्रेट चौक तक गई और फिर वहीं से यू-टर्न लेकर मरीन ड्राइव में संपन्न हुई।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने कहा, "स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने, पर्यावरण संरक्षण और नागरिकों को फिट रहने के लिए यह सायकल रैली आयोजित की गई है। हम सभी को हर रविवार सायकल चलाने की आदत डालनी चाहिए। यह एक सरल, सुलभ और प्रभावी उपाय है स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों को बेहतर बनाने का।"इस आयोजन में एसडीएम श्री नंदकुमार चौबे, जिला स्तर के अधिकारी, छत्तीसगढ़ बाइसाइकिल एसोसिएशन के राइडर्स, स्कूली छात्र-छात्राएं, खिलाड़ी, युवा और आम नागरिक उपस्थित रहे।सायकल चलाना एक बेहतरीन व्यायाम है जो हृदय, फेफड़ों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। यह मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और तनाव को कम करता है। साथ ही, यह एक पर्यावरण हितैषी परिवहन साधन है, जिससे कोई प्रदूषण नहीं होता और ईंधन की भी बचत होती है। सायकल न केवल फिटनेस बढ़ाता है, बल्कि ट्रैफिक और भीड़-भाड़ से बचने में भी मदद करता है। इसकी लागत भी कम होती है और यह शहरी जीवनशैली के लिए एक व्यवहारिक विकल्प बनता जा रहा है।
- -’स्व सहायता समूह की 100 महिलाएं छिंद और कांसा से बना रही है सुन्दर और आकर्षक टोकरी-जिले और अन्य राज्यों के कोने-कोने से हमेशा बनी रहती है मांग-टोकरी बनाकर बन रही है लखपति दीदियाँरायपुर,। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन में महिलाओं को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्व सहायता समूहों को मजबूत किया जा रहा है और उनको विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है। जशपुर जिले के दूरस्थ अंचलों की महिलाओं के द्वारा छिंद कांसा से बनाई हुई टोकरी एवं अन्य उत्पाद काफी टिकाऊ एवं मनमोहक हैं। यह मूलतः जशपुर जिले के काँसाबेल विकासखण्ड की स्व सहायता समूह की दीदियों द्वारा बनाया जा रहा है और अच्छी आमदनी प्राप्त की जा रही है। चूकि यह अभ्यास लगभग 30 साल पुराना है परंतु इसमे उद्यमिता की छाप राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प बोर्ड के प्रयास से संभव हो सका है।वर्तमान मे लगभग 100 महिलाएं इस उद्योग में जुड़ी हैं और सतत् रूप से उत्पादन एवं विक्रय कार्य में लगी हुई है। आकर्षक एवं सुन्दर छिंद कांसा की टोकरी होने की वजह से जिले में और राज्य के कोने-कोने से इसकी सतत मांग बनी रहती है। जशपुर जिला उत्पादों की विशेष ब्रांड जशप्योर के बनने के पश्चात भारत के अन्य राज्यों से भी लगातार मांग बढ़ रही है, जिससे इस उद्योग में जुड़ी महिलयों में विशेष उत्साह नजर आ रहा है। छिंदकासा कार्य काँसाबेल विकासखण्ड के कोटानपानी ग्राम पंचायत के अधिकतर घरों की महिलाओं द्वारा किया जा रहा है कोटानपानी ग्राम पंचायत मूलतःआदिवासी बाहुल्य क्षेत्र हैं।छिंद एवं कांसा का सामाजिक एवं सांस्कृतिक महत्व-जशपुर के आदिवासी समुदाय मे विवाह, देवता पूजन, छठ पूजा आदि में छिंद कांसा का विशेष महत्व है। छिंद और कांसा घास से निर्मित टोकरी एवं उत्पाद प्राकृतिक और सांस्कृतिक प्रतीक होते हैं। वैसे छिंद कांसा टोकरी बनाने का प्रचलन लगभग 30 वर्ष पुराना है। इसके पूर्व सदियों से छिंद की चटाई बनाने का प्रचलन भारत के विभिन्न राज्यों मे व्याप्त रहा है।कोटानपानी की दीदियों से बात करने पर उन्होंने बताया की मन्मति नाम की एक किशोरी बालिका आज से 25 वर्ष पूर्व समीप के विकासखंड फरसाबहार के ग्राम पगुराबहार में अपने नानी के घर गई थी और वहाँ अपनी ननिहाल की महिलाओं से टोकरी बनाने का कार्य सीखा। चूंकि यह एक नया प्रयोग था पूर्व मे केवल चटाई बनाई जाती रही है। इस कार्य मे विशेषता यह थी की टोकरी छिंद और कांसा घाँस से मिश्रित करते हुए टोकरी का ढांचा तैयार किया जाना था। छिंद को कांसा घास के साथ मिश्रित कर गोल आकार में तैयार किया जाना आसान और रोचक था। मन्मति अपने ननिहाल से लौटकर कोटानपानी में यह कार्य शुरू किया। पड़ोस की महिलाओं ने सुन्दर टोकरी निर्माण करते हुए मन्मति को देखा और कुछ महिलाएं भी इसे बनाने की इच्छा प्रकट कर सीखने लगी। कुछ महिलायें टोकरी बनाकर स्थानीय बाजार मे बेचना शुरू कर दी जिससे उन्हे कुछ लाभ प्राप्त हुए और ये सिलसिला लगभग 10 वर्षों तक चलता रहा। 2017 मे राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका बिहान के स्व सहायता समूह का गठन शुरू हो गया। आजीविका गतिविधि सर्वेक्षण मे छिंद कांसा टोकरी निर्माण को ग्रहण किया गया और प्रशिक्षण, स्थानीय स्तर पर समूह को ऋण एवं बाजार की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु प्रयास शुरू किए गए। प्रारंभ मे कुल तीन समूह, हरियाली, ज्ञान गंगा और गीता समूह यह कार्य करने लगे। 2019 में छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प बोर्ड का आगमन हुआ और उनकी तरफ से 12 महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया।सर्वप्रथम बिहान मेला में टोकरी की प्रदर्शनी लगाई गई जिसमे कोटानपानी ग्राम से लक्ष्मी पैंकरा और रिंकी यादव, बिहान के क्षेत्रीय समन्वयक आशीष तिर्की इस मेला मे सम्मिलित हुए। आज छिंद कांसा टोकरी की पहचान सारे भारत वर्ष मे है। मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन के सतत प्रयास से महिलायें अच्छा उत्पादन एवं विक्री कर लखपति दीदियाँ बन चुकी है। जिला प्रशासन, एनआरएलएम एवं छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प बोर्ड के माध्यम से लगभग 15 समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर एवं 100 से ज्यादा महिलाओं को रोजगार से जोड़ा गया है। अब इन्हें इनके कार्य को सम्मान और पहचान दिलवाना है। यह टोकरी फल, पूजा सामग्री एवं उपहार सामग्री के रूप में उपयोग किया जाता है एवं आकर्षक होने की वजह से इसकी मांग जोरों पर है।छिंद सामान्य खजूर के पेड़ की पत्तियां हैं जिन्हें तोड़कर सूखा लिया जाता है। यह पत्तियां 2 तरह की होती है थोड़ी कठोर और मुलायम टोकरी निर्माण में थोड़ी कठोर किस्म छिंद उपयोग में लाए जाते हैं। मुलायम छिंद से चटाई बनाई जाती है। छिंद बारह मासी पेड़ है, जिस से आसानी से वर्ष भर उपलब्धता बनी रहती है। छिंद के वृक्ष सामान्यतः समीप के राज्य झारखंड तथा जशपुर जिले के कॉसाबेल और फरसाबहार विकासखण्ड मे बहुतायत में पाए जाते हैं। छिंद की पत्तियां एक बार काटने के उपरांत तीन महीने के इंतजार के बाद ही काटा जा सकता है।कांसा घास एक प्रकार का घास होता है और यह आस पास के खुले क्षेत्रों में और कम वर्षा वाले जमीन में बहुतायत मे प्राप्त हो जाता है। सामान्यतः जून के महीनों से शुरू होकर यह जुलाई या अगस्त माह की शुरुआत में काट कर सुरक्षित सूखा कर रख लिया जाता है। हरा चारा होने की वजह से मवेशिओ से बचाकर रखा जाता है। कोटानपानी की महिलाओं द्वारा छिंद एवं कांसा कच्चा माल के रूप मे पूर्व से ही एवं उचित समय पर संरक्षित रख लिया जाता है। “सावन में सांवा फूटे भादों मे कांसा‘‘ यह प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी गीत यह संदेश भी देती है कि कांसा को भादों महीने के पहले काट लेना अन्यथा यह किसी काम का नहीं रहेगा। कांसा घास का उपयोग घाँस को सम्मिलित कर बेलनाकार बनाकर टोकरी को गोल नुमा आकार एवं मजबूती प्रदान करने के लिए होता है। छिंद की पत्तियों से कांसा के ऊपर लपेटकर आकर्षक रूप दिया जाता है।
- भिलाई/ केदारनाथ यात्रा पर जा रहे भिलाई रुआबांधा के शैलेष कुमार यादव उर्फ मयंक 24 साल के हादसे में मृत्यु हो गई है। शैलेष अपने चार अन्य साथियों के साथ केदारनाथ यात्रा पर जा रहा था। इस दौरान कागड़ागाड़ नामक जगह पर उनके वाहन के ऊपर पहाड़ी से बड़ा पत्थर गिर गया। इससे वाहन चालक की मौके पर ही मौत हो गई। शैलेष वाहन चालक के पीछे बैठा था।घटना से शैलेष को भी गंभीर चोटें आई। जिसके बाद रेस्क्यू टीम ने सभी को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में दाखिल कराया था। बताया जा रहा है कि कल शाम शैलेष की इलाज के दौरान मौत हो गई। शैलेष के शव को भिलाई लाया जा रहा है। कल शव पहुंचने की संभावना है। शैलेष शादी ब्याह के कार्यक्रमों में डेकोरेशन का काम करता था। सभी घायल उसके आसपास के दोस्त हैं।सभी 26 को ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। दिल्ली में वाहन किराए पर लेकर यात्रा के लिए निकले थे। घायलों में 2 का ऋषिकेश एम्स और 2 को रूद्रप्रयाग जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। घायलों में लक्ष्मण सिंह 24 साल, ओंकार सिंह राजपूत 24 साल, दीपेश यादव 19 साल और चित्रांश साहू शामिल है।
- झलमला दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति का शुभारंभपहले ही दिन 196 लीटर दूध का संग्रहण, किसानों को होगा फायदाबिलासपुर/मस्तूरी विकास खण्ड के सीपत में आज विश्व दुग्ध दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन पशुधन विकास विभाग और छत्तीसगढ़ राज्य दुग्ध सहकारी महासंघ मर्यादित देवभोग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।किसानों और पशुपालकों को अधिक दूध उत्पादन के तौर तरीकों की जानकारी दी गई। झलमला दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति का शुभारंभ भी किया गया l पहले ही दिन 196 लीटर दूध 11 किसानों से संग्रहित किया गया। इस अवसर पर पशुधन विकास विभाग से संयुक्त संचालक डॉ जी एस एस तंवर, अतिरिक्त उप संचालक डॉ टी डी सरजाल, वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ यशवंत डहरिया, सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी श्रीमती झूमारानी वैष्णव, तथा छत्तीसगढ़ राज्य दुग्ध सहकारी संघ मर्यादित कोनी देवभोग से रामेश्वर ठाकुर उपस्थित थे l झलमला दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर साहू, उपाध्यक्ष राजाराम साहू, सचिव श्रीमती वसुंधरा साहू और मीडिया प्रभारी एवं पंच प्रदीप पांडे, दुग्ध उत्पादक पशुपालक, ग्रामवासी एवं विभागीय अधिकारी कर्मचारी भी मौजूद थे।कार्यक्रम के प्रारंभ में दुग्ध महासंघ से आए रामेश्वर ठाकुर के द्वारा विश्व दुग्ध दिवस के आयोजन एवं दुग्ध की उपयोगिता के संबंध में पशुपालकों एवं उपस्थित नागरिकों को जानकारी दी गई l डॉ यशवंत डहरिया विकास खंड प्रभारी के द्वारा उन्नत पशुपालन के बारे में जानकारी दी गई l डॉ टी डी सरजाल अतिरिक्त संचालक के द्वारा विभिन्न शासकीय योजनाओं एवं एन एल एम योजना अंतर्गत पशुधन बीमा की जानकारी प्रदान की गई l संयुक्त संचालक डॉ. तवर के द्वारा उपस्थित पशुपालकों एवं ग्राम वासियों को विभाग की विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराते हुए अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ लेने के लिए आग्रह किया गया l कार्यक्रम के दौरान झलमला दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति के 11 सदस्यों के द्वारा 196 लीटर दूध प्रदाय किया गया जिसका सैंपल लेकर दुग्ध संकलन पश्चात दुग्ध शीत केंद्र कोनी हेतु रवाना किया गया l। कार्यक्रम को सफल बनाने में राजाराम साहू उपाध्यक्ष का अत्यधिक सहयोग रहा एवं कार्यक्रम के अंत में उनके द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया l
- बालोद/ जिला शिक्षा अधिकारी बालोद ने बताया कि युक्तियुक्तिकरण 2025 के तहत अतिशेष हुए सहायक शिक्षक, शिक्षक, प्रधान पाठक, व्याख्याता के काउंसलिंग की समय सारणी जारी की गई है। उन्होंने बताया कि युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया अंतर्गत 2 जून 2025 को जिला पंचायत कार्यालय में व्याख्याता ई संवर्ग की काउंसलिंग सुबह 10:00 बजे से 11:30 तक, व्याख्याता टी संवर्ग की काउंसलिंग 11.30 बजे से दोपहर 1:00 तक, प्रधान पाठक माध्यमिक शाला/ शिक्षक ई संवर्ग की काउंसलिंग दोपहर 1:30 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक तथा प्रधान पाठक माध्यमिक शाला/शिक्षक टी संवर्ग की काउंसलिंग शाम 4:00 बजे से किया जाएगा। इसी तरह 3 जून को जिला पंचायत कार्यालय में प्रधान पाठक प्राथमिक शाला/सहायक शिक्षक ई संवर्ग की काउंसलिंग सुबह 10:00 बजे से 1:30 बजे तक तथा प्रधान पाठक प्राथमिक शाला/टी संवर्ग की काउंसलिंग दोपहर 1:30 बजे से किया जाएगा। उन्होंने शिक्षकों को उपरोक्त संवर्गवार निर्धारित की गई तिथियों में नियत समय एवं स्थान पर उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं।
- मस्तूरी के भरारी शिविर में 2812 मामलों का निराकरणमहिला समूहों को कारोबार बढ़ाने मिला आर्थिक सहायता*जल संरक्षण के लिए शिविर में लिया सामूहिक संकल्प*बिलासपुर/सुशासन तिहार अंतर्गत विकास खंड मस्तूरी के ग्राम पंचायत भरारी में शनिवार क़ो आयोजित सुशासन शिविर में विभिन्न योजनाओं के तहत 2812 मामलों का निराकरण किया गया। शिविर में आसपास के 8 ग्राम पंचायत के लोग शामिल हुए। क्लस्टऱ में कुल 2886 आवेदन प्राप्त हुए थे जिसमें 2812 आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है। शेष 74 आवेदन लंबित हैं, जिनके समाधान हेतु अधिकारियों को समय सीमा दी गई । शिविर में उपस्थित सभी लोगों ने भूजल स्तर के नीचे चले जाने पर चिंता व्यक्त की और इसे अपने स्तर पर बचाने के लिए संकल्प लिया।समाधान शिविर में प्राप्त आवेदनों के निराकरण एवं राज्य और केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। क्लस्टर भरारी समाधान शिविर में राज्य सरकार के पूर्व मंत्री डॉ कृष्ण मूर्ति बांधी, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सतकली बावरे, जनपद सदस्य श्रीमती राज कुमारी कुर्रे,भरारी सरपंच श्रीमती रेखा टंडन आदि अतिथि के रूप में मंच में उपस्थित थी।भरारी,जुनवानी ,जलसो ,सुलौनी, जैतपुर,जैतपूरी,केंवटाडीह टां,गोडा़डीह, कुल 8 पंचायत के ग्रामीण इस शिविर में शामिल हुए। शिविर में महिला समूह सहित अन्य हितग्राहियों को शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया गया। एसडीएम प्रवेश पैकरा के नेतृत्व में आयोजित शिविर में सीईओ जे आर भगत, एसडीओ अमित बंजारे, पचपेड़ी तहसीलदार प्रकाश साहू, नायब तहसीलदार पूनम कनौजे, सभी विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूदगी में शिविर सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। एसडीएम श्री पैकरा ने मस्तूरी ब्लॉक में आयोजित समाधान शिविरों के शांतिपूर्ण संपन्न होने पर संबंधित सभी लोगों के प्रति आभार जताया है।
- *बेलतरा समाधान शिविर में शामिल हुए विधायक, अन्य जनप्रतिनिधि और कलेक्टर*बिलासपुर/सुशासन तिहार के तहत बिल्हा ब्लॉक के बेलतरा ग्राम पंचायत में आयोजित समाधान शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक श्री सुशांत शुक्ला शामिल हुए। शिविर 08 ग्राम पंचायत के ग्रामीण शामिल हुए। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के मुखिया श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में सरकार लोगों की समस्याओं का समाधान उनके द्वार तक पहुंचकर कर रही है।अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को भी योजनाओं का लाभ मिले इसके लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन में लोगों को अपनी समस्याओं के निराकरण का भरोसा है। सरकार गांवों, गरीबों और किसानों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी , जनपद अध्यक्ष श्री रामकुमार कौशिक, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, उपाध्यक्ष श्री विक्रम सिंह ठाकुर सहित अन्य जनप्रतिनिधि,सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक श्री सुशांत शुक्ला ने कहा कि प्रदेश सरकार की सोच है कि आम जनता की समस्याओं का निदान उनके गांव घरों में जाकर किया जाए। उन्होंने रानी अहिल्या बाई होल्कर की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि उनका जीवन नारी सशक्तिकरण और सुशासन की मिसाल है। श्री शुक्ला ने कहा कि शासन की योजनाओं में शासन का हिस्सा बनकर आप भी सहयोग दे। उन्होंने लोगों से अपील की कि शिविर में अधिक से अधिक संख्या में आकर शासकीय योजनाओं का लाभ लें। जल संरक्षण और जल संचय हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने विश्व तंबाखू निषेध दिवस पर सभी को तंबाखू सहित अन्य नशे के विरुद्ध शपथ दिलाई। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने कहा कि लोग शिविर में शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी ले सकते हैं। उन्होंने ग्रामीणों से जल संरक्षण की अपील की। उन्होंने बताया कि यहां 8 ग्राम पंचायत के ग्रामीणों से लगभग 4500 आवेदन मिले जिनका निराकरण कर लिया गया है। अधिकतर आवेदन आवास, शौचालय और उज्जवला योजना से संबंधित है।,*शिविर में लाभान्वित हितग्राहियों के खिले चेहरे*शिविर में विधायक श्री सुशांत शुक्ला ने वॉकिंग स्टिक, श्रम कार्ड, आयुष्मान कार्ड, वॉकर, आवास प्रमाण पत्र सहित अन्य सामग्री का वितरण किया। महिला एवं बाल विकास विभाग, विद्युत विभाग, परिवहन, पशुधन विभाग सहित अन्य विभिन्न विभाग ने स्टॉल लगाकर योजनाओं की जानकारी दी गई। मौके पर ही योजनाओं का लाभ मिलने से हितग्राहियों के चेहरे खिल उठे।*विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत उन्नत कृषि तकनीक से अवगत हुए किसान*शिविर में विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत किसानों को उन्नत कृषि तकनीक की जानकारी दी गई। किसानों से वैज्ञानिकों का सीधा संवाद हुआ। किसानों को धान की कतार बोनी, पैडी ट्रांसप्लांटर से रोपाई जैसी उन्नत तकनीकों पर किसानों को प्रशिक्षित किया गया।
- बिलासपुर/ सिम्स ऑडिटोरियम में “भरत नाट्य महोत्सव” का आयोजन 1 जून से 3 जून 2025 तक सिविक ऑडिटोरियम, बिलासपुर (छ.ग.) में किया जा रहा है। यह महोत्सव प्रतिदिन शाम 6:30 बजे से प्रारंभ होगा। तीन दिवसीय इस सांस्कृतिक महोत्सव में नाटक, नृत्य, गीत-नाटिका और विचार-विमर्श के विविध कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी, जिसमें कला प्रेमियों, नाट्यकर्मियों व साहित्यकारों की गरिमामयी उपस्थिति दर्ज होगी।1 जून 2025 (रविवार)उद्घाटन समारोह एवं स्मारिका विमोचनकार्यक्रम की शुरुआत नाटक "राजा राजपाल मक्कमल्लू" से होगी, जिसके लेखक व निर्देशक हैं भरत वेद। यह नाटक समाज की ज्वलंत स्थितियों पर व्यंग्यात्मक और विचारोत्तेजक दृष्टिकोण प्रस्तुत करेगा।विशिष्ट अतिथि -इस दिन समारोह में शामिल होने वाले प्रमुख अतिथियों में विधायक श्री सुशांत शुक्ला, विधायक श्री अटल श्रीवास्तव, कुलपति डॉ. विनय कुमार पाठक, अवर सचिव रुचि शर्मा (संस्कृति, पर्यटन एवं गृह विभाग), समाजसेवी प्रवीण झा, तथा खाद्य विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी श्री भागवत जायसवाल प्रमुख हैं।2 जून 2025 (सोमवार) -सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ:गीत-नाटिका: "पेड़ का दर्द"लेखक: भरत वेद | निर्देशन: श्री कुमारभाव नृत्य:प्रस्तुति: ज्योति श्री वैष्णव (अंतर्राष्ट्रीय कथक नृत्यांगना)लेखन व परिकल्पना: भरत वेदनाटक: "बड़े भाईसाहब"प्रेमचंद की अमर कहानी पर आधारित नाट्य प्रस्तुतिनिर्देशन: राहुल कुलश्रेष्ठ (भोपाल)मुख्य अतिथि:डॉ. रमनेश मूर्ति (अधिष्ठाता, सिम्स बिलासपुर), वरिष्ठ नवगीतकार डॉ. अजय पाठक, नगर निगम आयुक्त श्री अमित कुमार, चेम्बर ऑफ कॉमर्स चेयरमैन श्री संजय दुबे, कवयित्री श्रीमती रश्मिलता मिश्रा, एवं जनपद सीईओ श्री हिमांशु गुप्ता।3 जून 2025 (मंगलवार)--विचार सत्र :-विषय: रंगमंच एवं नाटक की चुनौतियां व आयाममुख्य वक्ता: डॉ. वीरेन्द्र सोनी (नाट्य चिंतक) एवं सुशील विपुल (राष्ट्रीय रंगकर्मी)नाट्य प्रस्तुति:पेड़ गेस्ट – श्रीमती अनू की कहानी पर आधारितनिर्देशक: आयांश मिश्रा (रायपुर)सम्मान समारोह:समारोह के अंतिम दिन संरक्षकों एवं रंगकर्मियों का सम्मान किया जाएगा।विशिष्ट अतिथि:श्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव (प्रदेश महामंत्री, भाजपा), श्री किरणपाल सिंह चावला (संस्थापक, अभय विद्या वेली स्कूल), समाजसेविका डॉ. भारती भट्टाचार्य, साहित्यकार डॉ. एल.के. यादव, एवं श्री शिव सिंह (डिवाइन करियर एजुकेशन)।आयोजन समिति :डॉ. आनंद कश्यप – अध्यक्ष, आदर्श कला मंदिरश्री कुमार – सचिव, आदर्श कला मंदिरसुगीत शर्मा – श्लोक-ध्वनि फाउंडेशनयह भरत नाट्य महोत्सव बिलासपुर में रंगमंच की रचनात्मक ऊर्जा को समर्पित एक अनूठा प्रयास है, जो सांस्कृतिक चेतना को जागृत करने और कलाकारों को मंच देने का उत्कृष्ट उदाहरण है। इसके संयोजक समिति आदर्श कला मंदिर बिलासपुर है।
- रायपुर। महाराष्ट्र मंडल के संत ज्ञानेश्वर विद्यालय (एसडीवी) के छात्र योगेश कुमार यादव ने 12वीं छत्तीसगढ़ स्टेट चिल्ड्रन कैडेट एंड जूनियर किक बाक्सिंग चैम्पियनशिप 2025 में गोल्ड मेडल जीतकर स्कूल का नाम रोशन किया। 11वीं के छात्र योगेश की इस सफलता पर महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय मधुकर काले, सचिव चेतन दंडवते सहित समूची कार्यकारिणी ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।प्राचार्य मनीष गोवर्धन ने बताया कि 12वीं छत्तीसगढ़ स्टेट चिल्ड्रन कैडेट एंड जूनियर किक बाक्सिंग चैम्पियनशिप 2025 का आयोजन जूनियर क्लब सीएसईबी कोरबा ने सीएमए किक बाक्सिंग एकेडमी कोरबा में किया। स्पर्धा में एसडीवी के योगेश कुमार यादव ने अंडर-17 (65 किलो) स्पर्धा में कोरबा के दीपक साहू और सरगुजा के डी मेंडिस को हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसके साथ ही योगेश ने म्यूजिकल टीम इवेंट में भी सिल्डर मेडल पर कब्जा जमाया।
- भारतीय मजदूर संघ ने अहिल्या बाई होलकर जयंती पर मनाया राष्ट्रीय महिला दिवसरायपुर। पुण्यश्लोका लोकमाता रानी अहिल्या बाई होलकर ने महिलाओं की शिक्षा और उनके आर्थिक स्वावलंबन के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए। बनारस के हाथ करघा बुनकरों को महेश्वर में बसाकर कपड़ा मिल की स्थापना की। आज भी माहेश्वरी साड़ी रानी अहिल्या बाई की देन है, साथ ही होलकर साम्राज्य में महिलाओं के स्वालंबन की प्रतीक भी।इस आशय के विचार महाराष्ट्र मंडल की महिला प्रमुख विशाखा तोपखानेवाले ने रानी अहिल्या बाई होलकर जयंती पर भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) जिला रायपुर द्वारा आयोजित राष्ट्रीय महिला दिवस पर व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि लोकमाता ने आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक क्षेत्र में समग्र सुधार, सैकड़ों मंदिर और घाटों का निर्माण और पुराने का जिर्णोद्धार, पर्यावरण, स्वस्थ्य, शिक्षा, जीवों के संरक्षण, अपने साम्राज्य के बुनियादी ढांचे को सशक्त करने जैसे अनेक उल्लेखनीय कार्य किए।बीएमएस की ओर से रानी अहिल्या बाई होलकर जयंती पर राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के निर्णय के प्रकाश में शनिवार को बीएमएस रायपुर जिला शाखा ने महाराष्ट्र मंडल में यह आयोजन किया। जिला बीएमएस के वरिष्ठ सदस्य एवं महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय मधुकर काले ने अपने उद्द्बोधन में बीएमएस की सविस्तार जानकारी दी। मुख्य अतिथि लीना मोहन एंटी ने रानी अहिल्या बाई होलकर के जीवन की संघर्षपूर्ण उपलब्धियों पर चर्चा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विभाग प्रमुख कोमल साहू ने आभार प्रकट करते हुए कार्यक्रम के समापन किया। कार्यक्रम का संचालन जिला बीएमएस के जिला मंत्री परमेश्वर कन्नौजे ने किया। कार्यक्रम में पवन ओगले, अचिंत बाराई, अंजू शर्मा, लेखराम साहू अनेक सदस्य उपस्थित रहे।
- बेलतरा में आयोजित समाधान शिविर में ग्रामीणों की समस्या का हुआ त्वरित निराकरणबिलासपुर/ सुशासन तिहार के तहत बेलतरा में आयोजित समाधान शिविर में हितग्राहियों को त्वरित सहायता प्राप्त हुई। शिविर में हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ मिला। शिविर में तुरंत प्राथमिक राशनकार्ड बनने पर हितग्राहियों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताया।छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सुशासन तिहार के तहत प्रदेश भर में चलाए गए रहे समाधान शिविरों का समापन हो गया है समाधान शिविर के अंतिम दिन बेलतरा में आयोजित शिविर में क्षेत्रीय विधायक श्री सुशांत शुक्ला मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया और अपनी समस्याएं अधिकारियों के समक्ष रखी,जिस पर त्वरित रूप से संज्ञान लेते हुए समाधान किया गया।समाधान शिविर में विभिन्न विभागों की मौजूदगी में अनेक जनसमस्याओं का मौके पर ही समाधान किया गया,और हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के तहत सामग्री वितरण किया गया। विशेष रूप से राशनकार्ड के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं को त्वरित राहत मिली।समाधान शिविर में ग्रामीण महिलाओं श्रीमती मनीषा सूर्यवंशी, अंजली सूर्यवंशी और आरती साहू को प्राथमिक राशनकार्ड तुरंत प्रदान किए गए। इससे इन परिवारों को अब नियमित रूप से सरकारी राशन की सुविधा मिल सकेगी।हितग्राही श्रीमती मनीषा सूर्यवंशी ने कहा,"हम कई महीनों से राशनकार्ड के लिए चक्कर लगा रहे थे। समाधान शिविर सेमें आकर जब तुरंत कार्ड बना तो बहुत खुशी हुई। अब हमें समय पर अनाज मिलेगा। मुख्यमंत्री जी और प्रशासन का बहुत धन्यवाद।" बेलतरा की श्रीमती अंजलि सूर्यवंशी ने कहा,"हम गरीब लोग हैं, राशनकार्ड न होने से बहुत परेशानी थी। आज पहली बार किसी शिविर में इतनी जल्दी काम होते देखा। सरकार की ये योजना हम जैसे लोगों के लिए बहुत सहारा है।" ग्राम लिमहा की श्रीमती आरती साहू ने बताया कि उन्होंने "पिछले दो साल से प्राथमिक राशनकार्ड के लिए आवेदन दिया था, लेकिन कार्ड नहीं बन पाया था। सुशासन तिहार में आवेदन करने पर आज समाधान शिविर में तुरंत ही राशनकार्ड हमें मिल गया।हितग्राहियों और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि समाधान शिविर उनके जीवन में नई उम्मीद लेकर आया ,शिविर में न केवल उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान किया गया, बल्कि उन्हें शासन कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी मिला है।
- -पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में शामिल होंगे विधायक पुरन्दर मिश्रा और महापौर मीनल चौबे-5 वे चक्र की समाप्ति पर कोंडागांव के रजनीकांत बक्शी ने बनाई बढ़त ""- 4.5 अंकों के साथ क्षितिज, शुभम, यशस्व, रोहित , शुभांकर भी मुख्य दावेदाररायपुर। विप्र महाविद्यालय में आयोजित आशीष शर्मा स्मृति राज्य स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता में शनिवार को 5 वें चक्र में पहले टेबल पर रायपुर के क्षितिज शर्मा व दुर्ग के यशद के बीच शानदार मुकाबला देखने को मिला। सफेद मोहरों से खेल रहे यशस्व ने नॉर्मल किंग पॉन से मैच की शुरुआत की जिसमें अंत में बाजी ड्रॉ पर छूटी।दूसरे टेबल पर सफेद मोहरों से खेलते हुए कोंडागांव के रजनीकांत बक्सी ने मैच की शुरुआत से ही पोजीशनल एडवांटेज बनाए रखा ,और ऑपोजिट कलर बिशप के एन्ड गेम में शानदार कॉम्बिनेशन के साथ जीत दर्ज की, और प्रतियोगिता में एकल बढ़त हासिल कर ली।तीसरे टेबल पर यशद बम्बेश्वर ने सफेद मोहरों से खेलते हुए इशिका मढके को शुरुआती दांवपेंच में फंसा कर रखा लेकिन बड़े मोहरों के साथ अंतिम में बाजी बराबरी पर रही।रायपुर जिला शतरंज संघ सचिव नवीन शुक्ला ने बताया कि रविवार को प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण उत्तर विधायक श्री पुरन्दर मिश्रा ,महापौर श्रीमती मीनल चौबे, पूर्व योग आयोग अध्यक्ष श्री ज्ञानेश शर्मा एवं छत्तीशगढ़ वॉच के प्रधान संपादक श्री रामावतार तिवारी जी तथा अविनाश शुक्ला करेंगे।विप्र महाविद्यालय, मितान , ग्रीन आर्मी द्वारा आयोजित इस स्पर्धा में कुल70300/- कैश प्राइज तथा 8 मोमेंटो एवं 75 ट्रॉफी तथा 150 मेडल को मिलाकर लगभग दो लाख रुपये इनाम के रूप में दिए जाएंगे।गौरतलब है कि इस प्रतियोगिता के प्रतियोगिता निर्देशक रायपुर जिला शतरंज संघ के सचिव नवीन शुक्ला एवं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी श्री आनंद अवधिया है मुख्य निर्णायक फिडे ऑर्बिटर एवं फिडे इंस्ट्रक्टर श्री रोहित यादव है एवम डिप्युटी चीफ ऑर्बिटर फिडे ऑर्बिटर श्री रॉकी देवांगन तथा सहायक निर्णायक के रूप में सीनियर नेशनल ऑर्बिटर श्री ओमप्रकाश वन्दे,श्री चंदन साहू श्रीमती हेमा नागेश्वर तथा श्री अनूप झा हैं।